क्या होती है ईश्वर की महिमा। यः प्राणतो निमिषतो... का अर्थ।

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  • เผยแพร่เมื่อ 18 ก.ย. 2024

ความคิดเห็น • 27

  • @swarnkantakhanna7596
    @swarnkantakhanna7596 หลายเดือนก่อน

    आचार्य श्री जी सादर नमस्ते जी धन्यवाद

  • @sudeshchopra8635
    @sudeshchopra8635 2 ปีที่แล้ว +2

    आचार्य जी आप की विषयवस्तु को समझाने की शैली अति उत्तम है। ईश्वर आपको सदैव सामर्थ्यवान बनाए रखे ताकि आप सभी को शुद्ध व सत्य ज्ञान से अवगत कराते रहें 🙏🙏

  • @ushamalik6229
    @ushamalik6229 ปีที่แล้ว

    आचार्य जी नमस्ते शुभकामनाएं आयुष्मान भव ओ३म् 🙏🏼🚩

  • @ushamalik6229
    @ushamalik6229 2 ปีที่แล้ว

    आचार्य जी नमस्ते आयुष्मान भव: ओम् ।

  • @Nareshkumar_1974
    @Nareshkumar_1974 ปีที่แล้ว

    🚩जय भारत।

  • @premsukhverma1965
    @premsukhverma1965 2 ปีที่แล้ว

    ओ३म् 🙏

  • @baijnathpurohit165
    @baijnathpurohit165 ปีที่แล้ว

    मेरे प्रिय आत्मन हृदय की गहराई यो से आपका स्वागत संध्या मंत्र का ब्याख्या करने की कृपा करे

  • @nitisinha9037
    @nitisinha9037 ปีที่แล้ว

    👏👏👌🙏🏼🙏🏼

  • @devralal123
    @devralal123 2 ปีที่แล้ว

    आचार्य जी सादर नमस्ते जी
    यह रास्ता हमारे माता, पिता और गुरू जन ही दिखाते हैं, उसी पर बच्चे चलते हैं।

  • @YashKhokhar976
    @YashKhokhar976 ปีที่แล้ว

    👌👌👌👌👌

  • @proudsanatani4093
    @proudsanatani4093 ปีที่แล้ว

    अति ज्ञान वर्धक प्रस्तुति आचार्य जी

  • @vaidikgyanbhanubhargava6833
    @vaidikgyanbhanubhargava6833 ปีที่แล้ว

    ईश्वर ने प्रत्येक जीव आत्मा के कल्याण के लिए इस सृष्टि को बनाया इससे ईश्वर का दयालू होना सिद्ध होता है, ईश्वर ने इस सृष्टि में दो तरह की रचना की है एक जड़ जिसमें सूर्य चंद्र लोक लोकतंत्र प्रथ्वी आदि को बनाया है दूसरा चेतन जिसमें एक भोग योनि जिसमें जीव आत्मा केवल अपने कर्मों का फल भोगती है दूसरा कर्म योनि को बनाया है जिसमें जीव आत्मा कर्म करने में स्वतन्त्र और फल भोगने में परतंत्र इस सृष्टि के अन्दर एक जीव आत्मा जैसे जैसे पाप और पुण्य कर्म करती है ईश्वर उसको वैसा ही फल प्रदान करता है इससे ईश्वर का nyaaykari का होना सिद्ध होता है.

  • @vidyanidhiarya2128
    @vidyanidhiarya2128 ปีที่แล้ว

    नमस्ते आचार्य जी

  • @pushpaarora8714
    @pushpaarora8714 2 ปีที่แล้ว +1

    Acharya ji Namaste

  • @flyingtime3517
    @flyingtime3517 2 ปีที่แล้ว +1

    🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @suchetagoyal3240
    @suchetagoyal3240 2 ปีที่แล้ว +1

    No words to express gratitude to u achaaryaji🙏🙏🙏

  • @rameshchandsharma3851
    @rameshchandsharma3851 ปีที่แล้ว

    आचार्य जी को सादर प्रणाम। मैं आपके इस चैनल से जुड़ना चाहता हूं । कैसे जुड़ूं कृपया बताने की कृपा करें। आपकी मुझ पर अति कृपा होगी ।

  • @ridamnarwal5515
    @ridamnarwal5515 2 ปีที่แล้ว

    🙏

  • @dileeppandaydileeppanday7678
    @dileeppandaydileeppanday7678 ปีที่แล้ว

    आचार्य जी मेरा सादर प्रणाम मैं आपसे जानना चाहता हूं कि श्री कृष्ण जो गीता में अर्जुन को अपना विराट रूप दिखाए थे क्या सही है जैसा की हमे बताया जाता है और मैं तो बस सब कुछ योगी राज श्री कृष्ण को ही मानता हूं

  • @chandrakanta1470
    @chandrakanta1470 2 ปีที่แล้ว

    🙏🏻🙏🏻

  • @mdali-un1vm
    @mdali-un1vm ปีที่แล้ว

    😀❤️😭🙏👍👑💕🌟

  • @namitaarya9095
    @namitaarya9095 2 ปีที่แล้ว

    🙏🙏

  • @nishthagupta9844
    @nishthagupta9844 2 ปีที่แล้ว

    Namaste aacharya ji excuse me this is the 4th mantra

  • @NandlalKumar-sr2tb
    @NandlalKumar-sr2tb 4 หลายเดือนก่อน

    Sachchi bat

  • @sukantadas3889
    @sukantadas3889 2 ปีที่แล้ว

    Namaste ji

  • @shivdutt7215
    @shivdutt7215 2 ปีที่แล้ว

    ऊँ