हिन्दुओं को अलग अलग सम्प्रदायो में बाताना ग़लत है। बिष्णु नाम से मन्त्रों ने सभीको एक पहलेसे कर रखा है। हो सके तो भेद भाव को अलग करके मन्त्र सुर से पढ़ना शिखाये। पूजा में भक्ति शिखाये … कर्मकाण्ड तो एक पद्धति है
संप्रदाय मैने और आपने नहीं बनाए । ऋषि मुनियों द्वारा स्वयं ग्रंथों में बताए गए हैं । जिन ऋषि मुनियों द्वारा विधियां और मंत्र लिखे गए हैं उनका विरोध भला हम मंदबुद्धि कैसे कर सकते हैं ? हिंदू हिंदू ही रहेगा , एक परिवार की तरह । मेरे ,आपके बांटने से या जोड़ने से इसे कोई फर्क नहीं पड़ेगा । ये सनातन है । जैसे एक परिवार में कोई बच्चा डॉक्टर, कोई वकील , कोई शिक्षक बन जाता है , वैसे ही संप्रदायों को समझ लीजिए । अब यदि कोई डॉक्टर बन जाता है तो इसका अर्थ ये नही है कि वो अलग हो गया ,वो परिवार में ही है , रहेगा
अति सुन्दरम् चित्रस्फिति! भवान् अति उत्तमम् कार्यम् करोसि ! तथैव आशिर्वादम् स्वीकारम् कुरु !
मंगलम् भवतु !
धन्यवाद:, यदि सर्वे एतावत स्नेहम करिष्यति चेत । Tarhi कथम न करिष्य मि
HARI AUM
Hari om
💐🙏🏻💐🕉️ हरे कृष्ण! सुन्दर ज्ञान...
कैसे हैं आप , आपसे मिलकर अच्छा लगा
Thanks best way
Ok
वेदानुसार संध्या केवल दो समय की जाती है प्रातः कालीन व सांय कालीन, और यही रात और दिन की सन्धि वेला है।
Avashya
इसके बारे. में बताए
Kya
हिन्दुओं को अलग अलग सम्प्रदायो में बाताना ग़लत है। बिष्णु नाम से मन्त्रों ने सभीको एक पहलेसे कर रखा है। हो सके तो भेद भाव को अलग करके मन्त्र सुर से पढ़ना शिखाये। पूजा में भक्ति शिखाये … कर्मकाण्ड तो एक पद्धति है
संप्रदाय मैने और आपने नहीं बनाए । ऋषि मुनियों द्वारा स्वयं ग्रंथों में बताए गए हैं । जिन ऋषि मुनियों द्वारा विधियां और मंत्र लिखे गए हैं उनका विरोध भला हम मंदबुद्धि कैसे कर सकते हैं ?
हिंदू हिंदू ही रहेगा , एक परिवार की तरह । मेरे ,आपके बांटने से या जोड़ने से इसे कोई फर्क नहीं पड़ेगा । ये सनातन है ।
जैसे एक परिवार में कोई बच्चा डॉक्टर, कोई वकील , कोई शिक्षक बन जाता है , वैसे ही संप्रदायों को समझ लीजिए ।
अब यदि कोई डॉक्टर बन जाता है तो इसका अर्थ ये नही है कि वो अलग हो गया ,वो परिवार में ही है , रहेगा
@@sanskritisanskritsarita9677nav hindu wadi hai bahen ji
ख का बोध क्यों
Mtlab