कुछ साल पहले, मेरी एक सहेली ने सिर्फ 50 साल की उम्र पार की थी। लगभग 8 दिनों बाद वह एक बीमारी से पीड़ित हो गई थी ... और उसकी जल्दी ही मृत्यु हो गई। ग्रुप में हमें एक शोक संदेश प्राप्त हुआ कि ... "दुख की बात है .. वह हमारे साथ नहीं रही " ... दो महीने बाद मैंने उसके पति को फोन किया। ऐसे ही मुझे लगा कि .. वह बहुत परेशान होगा. क्योंकि ट्रैवल वाला जॉब था। अपनी मृत्यु तक मेरी सहेली सब कुछ देख लेती थी .. घर .. अपने बच्चों की शिक्षा ... वृद्ध ससुराल वालों की देखभाल करना .. उनकी बीमारी .. रिश्तेदारों का प्रबंधन करना .. _ सब कुछ, सब कुछ, सब कुछ _ वह कहती रहती थी .. "मेरे घर को मेरे समय की जरूरत है, .. मेरे पति चाय काफ़ी भी नहीं बना पाते, मेरे परिवार को मुझसे हर चीज के लिए जरूरत है, लेकिन कोई भी मेरे द्वारा किए गए प्रयासों की परवाह नहीं करता है और न ही मेरी सराहना करता है। सब मेरी मेहनत को नोर्मल मान के चलते हैं "। मैंने उसके पति को यह जानने के लिए फ़ोन किया कि क्या परिवार को किसी सहारे की जरूरत है. मुझे लगा कि उनके पति बहुत परेशान होंगे .. अचानक से सारी ज़िम्मेदारियों को निभाना है, उम्र बढ़ने के साथ साथ .. माता-पिता, बच्चे, अपनी नौकरी , इस पर अकेलापन उम्र .. कैसे होंगे बेचारे ? फोन कुछ समय के लिए बजा ..नही उठाया ... एक घंटे के बाद उन्होंने वापस कॉल किया.. उसने माफी मांगी कि वह मेरे कॉल का जवाब नहीं दे पाए. क्यूँकि अपने क्लब में एक घंटे के लिए टेनिस खेलना शुरू किया था और दोस्तों से मिलना वग़ैरह भी। यह सुनिश्चित करने के लिए कि उनका समय ठीक से गुजर जाए। यहां तक कि उन्होंने पुणे में ट्रान्स्फ़र करवा लिया। इसलिए अब ट्रैवल नही करना पड़ता । "घर पर सब ठीक है?" मैंने पूछा; उन्होंने जवाब दिया, एक रसोइया रख लिया है .. थोड़ा और पेमेंट किया तो वह किराने का सामान और सब्ज़ी फल वग़ैरह भी ला देगा । उन्होंने अपने बूढ़े माता-पिता के लिए फ़ुल टाइम केयर टेकर रख ली थी। "ठीक चल रहा है ... बच्चे भी ठीक हैं। जीवन धीरे धीरे सामान्य स्थिति में लौट रहा है “... उन्होंने कहा। मैं मुश्किल से एक-दो वाक्य बोल पायी और हमारी बात पूरी हो गयी । मेरी आंखों में आंसू आ गए। मेरी सहेली मेरे ख्यालों में आ रही थी ... उसने अपनी सास की छोटी सी बीमारी के लिए हमारे स्कूल के पुनर्मिलन को छोड़ दिया था। वो अपनी भतीजी की शादी में नही गयी क्योंकि उसको अपने घर में मरम्मत के काम की देखरेख करनी थी। वह कई मजेदार पार्टियों और फिल्मों से चूक गई थी क्योंकि उसके बच्चों की परीक्षा थी और उसे खाना बनाना था, उसे अपने पति की जरूरतों का ख्याल रखना था ... उसने हमेशा कुछ प्रशंसा और कुछ पहचान की तलाश की थी .. जो उसे कभी नहीं मिली। आज मुझे उसका कहने का मन हो रहा है ।। यहाँ कोई भी अपरिहार्य नहीं है। और कोई भी याद नहीं किया जाएगा .. यह सिर्फ हमारे दिमाग का भ्रम है। शायद यह सांत्वना है .. या यूँ कहें की हमारे समझने का तरीक़ा... जब आप दूसरों को खुद से पहले रखते हैं तो वास्तव में आप यह भी दिखा रहे होते हैं की आप पहले नहीं हैं उसके मरने के बाद उन्होंने दो और नौकरानियाँ रख ली गईं और घर ठीक चल रहा था इसीलिये मन का यह वहम हटा दो कि मैं अपरिहार्य हूं और मेरे बिना घर नहीं चलेगा .. ......... ...... ......... ...... ......... ...... ..... ..... ..... अतः 👇 सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अपने आप के लिए समय निकालें .. अपने दोस्तों के साथ संपर्क में रहें ... बात करें, हंसें और आनंद लें अपने शौक़ पूरे करो, अपने जुनून को जियो, अपनी जिंदगी को जिओ हर किसी को आपकी ज़रूरत है, लेकिन आपको भी अपनी देखभाल और प्यार की ज़रूरत है। हम सभी के पास जीने के लिए केवल एक ही जीवन है ज़िन्दगी बहुत ख़ूबसूरत है💃🏾💃🏾 #हर_बेटी_मेरी
Main 53 saal ki ummee me noukry chhutne ke baad corona me karamkaand or jyotish me hun, aapka tarika or uchcharan behad badiya sunder hain. Ye vedio mere liye behad upyogi sidhh huyi hain
पंडित जी कन्यादान करने वाला व्यक्ति पश्चिम की ओर मुख करके बैठता है और आचार्य जी उत्तर की ओर मुख करके बैठते हैं और वर को पूर्व की ओर मुख करके बैठाया जाता है
जिन्होंने पढ़ना है वो इस वीडियो के बिना भी पढ़ लेंगे, जैसे आप ... यदि आप में ऐसी कोई भावना है की आप बेहतर पढ़ते है तो कृपया आप भी इसी प्रकार से वीडियो बना दीजिए, मैं भी आपसे सीख लूंगा ।
भाई साहब ऐसी बात नहीं है यह केवल ब्राह्मणों के लिए है दूसरों के लिए नहीं है और सब को थोड़ा बहुत नॉलेज होना चाहिए और सब को सिखा दोगे तो फिर पंडित को कौन बुलाएगा तो फिर इस बात पर तो यह बात आती है कि ब्राह्मण का तो कर्म केवल ब्राह्मण ही करेगा
अन्य वर्ण के लोग सब कर रहे है इस प्रकार के वीडियो इत्यादि देख के कर्म-कांड अनुष्ठान सब बिक रहा है जो परम्परा गत गुरुकुल से मिलना चाहिए वो यहा बिक रहा है ब्राह्मण से ईर्षा करने वाले ये सब कर्म कर रहे है ओर आप ऐसे लोगोकी सहायता
@@someshbhargav8328 वर्ण से क्या तात्पर्य है ? मैं भी ब्राह्मण ही हूं, शम, दम, तप, शांति, आर्जव, ज्ञान, विज्ञान आस्तिक्य मेरा कर्म है । शिक्षक हूं, और शिक्षक कभी भी भेदभाव नहीं करता । रही ऊंच नीच की बात , तो ये वाला श्लोक पढ़ लेना, जन्माद जायते शूद्र: कर्माद द्विज उच्चयत
🙏आदरणीय तिवारी जी ऐसा करो ऑनलाइन की सारी क्लासेस बंद करवा दो मान जाएंगे🤔⁉️ अरे भाई जमाने के साथ चलना क्या बुरा है⁉️ कम से कम यह ये पवित्र प्रचार तो कर रहे हैं कि जो शादी करवा रहा है वह बोल क्या रहा है ,और उसका अर्थ क्या होता है, क्या जजमान को स्पष्ट ज्ञान नहीं होना चाहिए ,नहीं क्या ⁉️कृपया मार्गदर्शन करें जी l🌹🌹।
तुझे क्या परेशानी है ईर्ष्यालू भाई अगर गुरूजी सिखा रहे हैं तो सीखना है तो सीख और ज्यादा आग लगी है तो गुरुकुल में तू जा जो यहां सीखा रहा है उसे अपशब्द कहने से तू विद्वान नहीं होगा
हरहरमहादेव सुन्दर और दिव्य रूप बहुत महत्वपूर्ण बात बधाई
Welcome
आप को बहुत बहुत धन्यवाद जी।
सब लोग सीखने और समझने की कोशिश करेंगे।
Shukriya ji
पंडित जी सादी कराते है तो कितना रुपया लेते है
Bhut sunder maharaj jee
I also very impressed with your choice.. welcome dear
Bahut badiya 🌺🌺
Thnku
महाराज जी आपका वीडियो बहुत अच्छा लगा
instagram.com/atul_is_zero/profilecard/?igsh=b3o5amJkNTIxN3Br
x.com/AtulSha28871028?t=ihD7ElyTM1EwyaXc0iwlvw&s=09
Good thanks
Welcome
जो पंडित है वो एक दिन मर जायेंगे तो नए लोग तो आएंगे ही किसी की दुकान नही बंद हो जाएगी गलत सोच है बदलो, जो अच्छा कार्य कर रहा है नमन उसको 🙏
Thank you so much
Very good sir
Thank you
अति उत्तम है।
Thank you for your subject
Excellent Thanks.
Thank you
Behad hi sunder prabhu ji
Thank
बहुत सुंदर
Thank you
Radhe radhe
कुछ साल पहले, मेरी एक सहेली ने सिर्फ 50 साल की उम्र पार की थी। लगभग 8 दिनों बाद वह एक बीमारी से पीड़ित हो गई थी ... और उसकी जल्दी ही मृत्यु हो गई।
ग्रुप में हमें एक शोक संदेश प्राप्त हुआ कि ... "दुख की बात है .. वह हमारे साथ नहीं रही " ...
दो महीने बाद मैंने उसके पति को फोन किया। ऐसे ही मुझे लगा कि .. वह बहुत परेशान होगा. क्योंकि ट्रैवल वाला जॉब था। अपनी मृत्यु तक मेरी सहेली सब कुछ देख लेती थी .. घर .. अपने बच्चों की शिक्षा ... वृद्ध ससुराल वालों की देखभाल करना .. उनकी बीमारी .. रिश्तेदारों का प्रबंधन करना .. _ सब कुछ, सब कुछ, सब कुछ _
वह कहती रहती थी .. "मेरे घर को मेरे समय की जरूरत है, .. मेरे पति चाय काफ़ी भी नहीं बना पाते, मेरे परिवार को मुझसे हर चीज के लिए जरूरत है, लेकिन कोई भी मेरे द्वारा किए गए प्रयासों की परवाह नहीं करता है और न ही मेरी सराहना करता है। सब मेरी मेहनत को नोर्मल मान के चलते हैं "।
मैंने उसके पति को यह जानने के लिए फ़ोन किया कि क्या परिवार को किसी सहारे की जरूरत है. मुझे लगा कि उनके पति बहुत परेशान होंगे .. अचानक से सारी ज़िम्मेदारियों को निभाना है, उम्र बढ़ने के साथ साथ .. माता-पिता, बच्चे, अपनी नौकरी , इस पर अकेलापन उम्र .. कैसे होंगे बेचारे ?
फोन कुछ समय के लिए बजा ..नही उठाया ... एक घंटे के बाद उन्होंने वापस कॉल किया.. उसने माफी मांगी कि वह मेरे कॉल का जवाब नहीं दे पाए. क्यूँकि अपने क्लब में एक घंटे के लिए टेनिस खेलना शुरू किया था और दोस्तों से मिलना वग़ैरह भी। यह सुनिश्चित करने के लिए कि उनका समय ठीक से गुजर जाए।
यहां तक कि उन्होंने पुणे में ट्रान्स्फ़र करवा लिया। इसलिए अब ट्रैवल नही करना पड़ता ।
"घर पर सब ठीक है?" मैंने पूछा;
उन्होंने जवाब दिया, एक रसोइया रख लिया है .. थोड़ा और पेमेंट किया तो वह किराने का सामान और सब्ज़ी फल वग़ैरह भी ला देगा । उन्होंने अपने बूढ़े माता-पिता के लिए फ़ुल टाइम केयर टेकर रख ली थी।
"ठीक चल रहा है ... बच्चे भी ठीक हैं। जीवन धीरे धीरे सामान्य स्थिति में लौट रहा है “... उन्होंने कहा।
मैं मुश्किल से एक-दो वाक्य बोल पायी और हमारी बात पूरी हो गयी ।
मेरी आंखों में आंसू आ गए।
मेरी सहेली मेरे ख्यालों में आ रही थी ... उसने अपनी सास की छोटी सी बीमारी के लिए हमारे स्कूल के पुनर्मिलन को छोड़ दिया था। वो अपनी भतीजी की शादी में नही गयी क्योंकि उसको अपने घर में मरम्मत के काम की देखरेख करनी थी।
वह कई मजेदार पार्टियों और फिल्मों से चूक गई थी क्योंकि उसके बच्चों की परीक्षा थी और उसे खाना बनाना था, उसे अपने पति की जरूरतों का ख्याल रखना था ...
उसने हमेशा कुछ प्रशंसा और कुछ पहचान की तलाश की थी .. जो उसे कभी नहीं मिली।
आज मुझे उसका कहने का मन हो रहा है ।।
यहाँ कोई भी अपरिहार्य नहीं है।
और कोई भी याद नहीं किया जाएगा .. यह सिर्फ हमारे दिमाग का भ्रम है।
शायद यह सांत्वना है .. या यूँ कहें की हमारे समझने का तरीक़ा... जब आप दूसरों को खुद से पहले रखते हैं तो वास्तव में आप यह भी दिखा रहे होते हैं की आप पहले नहीं हैं
उसके मरने के बाद उन्होंने दो और नौकरानियाँ रख ली गईं और घर ठीक चल रहा था इसीलिये
मन का यह वहम हटा दो कि मैं अपरिहार्य हूं और मेरे बिना घर नहीं चलेगा ..
......... ...... ......... ...... ......... ...... ..... ..... .....
अतः 👇
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अपने आप के लिए समय निकालें ..
अपने दोस्तों के साथ संपर्क में रहें ... बात करें, हंसें और आनंद लें
अपने शौक़ पूरे करो, अपने जुनून को जियो, अपनी जिंदगी को जिओ
हर किसी को आपकी ज़रूरत है, लेकिन आपको भी अपनी देखभाल और प्यार की ज़रूरत है।
हम सभी के पास जीने के लिए केवल एक ही जीवन है
ज़िन्दगी बहुत ख़ूबसूरत है💃🏾💃🏾
#हर_बेटी_मेरी
राम राम
I also very impressed with your choice.. welcome dear
Mujhe.aapki.video.bahut.pasand.aati.hai
❤❤❤ thanks 🙏🏻🙏🏻🙏🏻😊😊😊❤❤❤
Welcome
Excellent
Thank you
Good work
Tnx
महाराज जी प्रणाम है जीस पुस्तक से बता रहे हैं उसका नाम बता दीजिए महाराज जी
Ok
आगे की विडियो और बनाएं
Poore vivah ki bani hui hai, aap dekh leejiye
भाई साहब में आपके वीडियो से ही विवाह कराना सीख रहा हूं ❤
Good 👍
Naman bhai अपको 🙏🙏🙏
जय श्रीराम।🌺🌺🙏🌺🌺
जय श्री राम
Main 53 saal ki ummee me noukry chhutne ke baad corona me karamkaand or jyotish me hun, aapka tarika or uchcharan behad badiya sunder hain. Ye vedio mere liye behad upyogi sidhh huyi hain
Thank you guru ji
Very nice 🎉
Jai ho ji, aap se milkar achha laga , kya kar rahe ho aajkal
Astrologer and karam kaand😊
🙏आदरणीय बेहतरीन और अति ❤उत्तम प्रयास l भविष्य की शुभकामनाएं💐🙏🌹🌹l
Thank you sir
Bhut sunder maharaj
Ap sradh ke hopar be video bana ho bhai ji
जी बनाई हुई हैं कृपया playlist me देख लीजिए
Guruji Sadhuwad.
Welcome
Guruji Aap Jan Manas Ko Samajh Rahe Hain . Aap Hi Se Main Sri Suktam Tatha Purush Suktam Sikh Chuka Hun . Rudra Suktam Sikh Raha Hun .Charan Sparsh.
Aapka tah e dil se dhanyavaad
Welcome
जय हो सनातन धर्म की 60 वर्ष के ऊपर के बुजुर्गों के लिए विशेष कार्यक्रम कर्मकांड सीखना समय का सदुपयोग भारत माता की जय।
आपका विडिओ बहुत अच्छा लगा।आर्चजी आपका नाम किया हुआ
Thank you so much
guru ji part 2 banake daldena .
Any book containing vivah, janew, shraddh etc paddhati.of Hindus? Please suggest.
Ok I will suggest you
कर्मठ गुरु : मुकुंद वल्लभ ज्योतिषाचार्य जी
मोतीलाल बनारसी दास
पंडित जी कन्यादान करने वाला व्यक्ति पश्चिम की ओर मुख करके बैठता है और आचार्य जी उत्तर की ओर मुख करके बैठते हैं और वर को पूर्व की ओर मुख करके बैठाया जाता है
प्रमाण दे कन्या दान करने वाला पश्चिम को मुख करके बैठता है
वर के दक्षिण में लडकी का पिता और उनके दक्षिण में ब्राह्मण।वर के सम्मुख ब्राह्मण भाई साहब विवाह पद्धति पढ़ो गौर से
Kiya ladkiya shadi ka mantr pad sakti hai kya
जी
N̤h̤i̤
पूखा पृ किया है जी
Ok
पूरी विवाहपत्रिका सिखाएं
ये Book कहा से मंगवाए
Jai shree Ram
जय श्री राम जी की
Thanks nice
Welcome
Guru ji part 5 nahi mil raha h
All parts.. click 🖇️ link
Vivah/shadi/marriage: th-cam.com/play/PLbimsUPQOJnItH8mFJpRlJWrXb0otyZks.html
Uncle puja karvane ka darm brahman ka hai
भतीजे,
jaankari sbhi ko honi chahiye,
Kripya in mantro ka teka bhi krye🙏🙏
Ji
book ka name ya pdf milga kya guru jii
Jay shree mahakal
जय श्री महाकाल
Hi
🧐
बहुत ही सुंदर
Ji
जय श्री राम
Jai shree Ram
Jai shree Ram
गुरुजी नवग्रह पूजन के बाद की इसी मधुर भाषा पूरी विवाह की विडियो शीघ्र भेजने की मेहरबानी करना आपके श्रीचरणों में सादर ढोक
Good
Thank you 👍
Ya mantar Aisa nahi dalana chaia
💐💐💐💐🙏🙏🙏🙏
आचार्य पादप्रक्षालन व पूजन नही किया जाता है?
जय माता दी
आपके पुस्तक मैं गल्तियां हैं।हैं
कहीं कहीं हो भी सकती हैं
Guru ji part 5 nahi mil raha h TH-cam par kanhi pls send part of 5
Available hai
Aap khud par nahi pa rahe hai log kaise padege
जिन्होंने पढ़ना है वो इस वीडियो के बिना भी पढ़ लेंगे,
जैसे आप ... यदि आप में ऐसी कोई भावना है की आप बेहतर पढ़ते है तो कृपया आप भी इसी प्रकार से वीडियो बना दीजिए, मैं भी आपसे सीख लूंगा ।
जय परशुराम।। ब्राह्मणों की जरूरत समय की मांग, सभी कर्तव्य का पालन करें, जय भगवान कल की।।
Om
यह मंत्र गणेश पूजन का है न कि स्वस्ति वाचन का महाभागः
Koun sa
Choon ka matalab aata hota hai
Thank you
Sir aap ka no mil jayega
Jroor
श्रीमान जी ,आपकी पुस्तक में अनेक जगह गलतियां है.
Shree Maan ji thank you for suggesting
J̤a̤i̤ m̤a̤t̤a̤ d̤i̤ g̤ṳr̤ṳ j̤i̤i̤
Jai shree Ram ji ki
सबको ही सिखा दोगे तो फिर पंडितों को और विद्वानों को कौन बुलाएगा सब खुद के खुद में विवाह कर लेंगे ऐसा करोगे तो
Aisa nahin hai , agar Aisa hota hai toh thik hi hai
भाई साहब ऐसी बात नहीं है यह केवल ब्राह्मणों के लिए है दूसरों के लिए नहीं है और सब को थोड़ा बहुत नॉलेज होना चाहिए और सब को सिखा दोगे तो फिर पंडित को कौन बुलाएगा तो फिर इस बात पर तो यह बात आती है कि ब्राह्मण का तो कर्म केवल ब्राह्मण ही करेगा
अन्य वर्ण के लोग सब कर रहे है इस प्रकार के वीडियो इत्यादि देख के कर्म-कांड अनुष्ठान सब बिक रहा है जो परम्परा गत गुरुकुल से मिलना चाहिए वो यहा बिक रहा है ब्राह्मण से ईर्षा करने वाले ये सब कर्म कर रहे है ओर आप ऐसे लोगोकी सहायता
@@someshbhargav8328 वर्ण से क्या तात्पर्य है ?
मैं भी ब्राह्मण ही हूं,
शम, दम, तप, शांति, आर्जव, ज्ञान, विज्ञान आस्तिक्य मेरा कर्म है ।
शिक्षक हूं, और शिक्षक कभी भी भेदभाव नहीं करता ।
रही ऊंच नीच की बात ,
तो ये वाला श्लोक पढ़ लेना,
जन्माद जायते शूद्र: कर्माद द्विज उच्चयत
@@sanskritisanskritsarita9677आपकी वेदना से मैं सहमति रखता हूं ।।
Buhtahapandij
Tyyg
उच्चारण भी सही नहीं है गणेश जी का मंत्र भी अशुद्ध है वह उच्चारण कर रहे हो मंत्र का भी उच्चारण सही नहीं है
Aap sahi bol rahe ho.. aap please shuddh karke video bana deejiye
गणेश को गनेश कह रहे हैं और वर्णानां को वर्रानां कह रहे हैं।
Right comments
Pehle number is pustak mein mistake bahut hai
@@shivbhakti355 mistake kisme nahin hoti ..
Kya iski wajah se koi padna chhod de..
Kamay ka sadhan he youtub sanskruti ka jatan nhi kamay ka bolo
लगता है आपको इंग्लिश भी सीखनी चाहिए
Muje khus sikhane ki isa nhi
जिसका काम उसी को साजे। और करें तो डंडा बाजे।।
किसको
यह मंत्र अशुद्ध है
हां जी बिलकुल अशुद्ध । कृपया आप शुद्ध बनाकर डाल दीजिए ।
ये सब क्या बतमीजी है मूर्ख मूर्ख ही होता ये सब गुरकुल या संस्कृत विद्यालय में पढ़ने वाली चीज है,आपने आपको ज्ञानी समझ रखा है क्या
आजकल अश्वमेध यज्ञ भी तो नहीं होता,
समय के अनुसार बदलना सीखिए पूजनीय मान्यवर !
🙏आदरणीय तिवारी जी ऐसा करो ऑनलाइन की सारी क्लासेस बंद करवा दो मान जाएंगे🤔⁉️ अरे भाई जमाने के साथ चलना क्या बुरा है⁉️ कम से कम यह ये पवित्र प्रचार तो कर रहे हैं कि जो शादी करवा रहा है वह बोल क्या रहा है ,और उसका अर्थ क्या होता है, क्या जजमान को स्पष्ट ज्ञान नहीं होना चाहिए ,नहीं क्या ⁉️कृपया मार्गदर्शन करें जी l🌹🌹।
तुझे क्या परेशानी है ईर्ष्यालू भाई अगर गुरूजी सिखा रहे हैं तो सीखना है तो सीख और ज्यादा आग लगी है तो गुरुकुल में तू जा जो यहां सीखा रहा है उसे अपशब्द कहने से तू विद्वान नहीं होगा
बच्चों को खिलाओ पीछे रो रहे हैं बैकग्राउंड में क्यों अपने वेद वेदांग कप निरुक्त व्याकरण का नाश कर रहे हो
Dharti par sab jagah Aisa hi hai, aur yahan bachhe rote haste hai wo swarg hai
भैया धीरे धीरे धर्म को ऐसे लोगों ने बहुत क्षति पहुंचाई है केवल विडियो से पैसा कमाने के लिए धर्म को भ्रष्ट कर दिया है।
आजकल एन केन प्रकारेण पैसा कमाना है धर्म से कोई लेना-देना नहीं है
😂😂
किम अर्थम रोदिती
भाई पहले स्वयं सीख लो
Ok sir please
तुम जैसे लोग नाश कि ओर ले कर धर्म को
कृपया परिभाषित करना इसको
Achudhi na padhe
Ok
गलत कर रहें हो
शायद, लेकिन क्यों? कृपया मार्गदर्शन करें ।
बात करना बताते हम आपको सिखाते कुछ
Kya galat hain, kuchh bhi galat nhi hain
गलत तरीके से बता रहे हैं
Kahan aur kaise ?
🙏आदरणीय यदि आप जी के पास इससे उत्तम विधि है तो आपका भी 💐स्वागत है💐🌹🌹l
बिना दीक्षा सब बकवास
Take care
पंडित जी आपका वीडियो बहुत अच्छा लगा है आपका नंबर का मुझे जरूरत है आप कृपया नंबर भेजिएगा धन्यवाद
For contacting
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बहुत ही सुंदर
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Jai Shree ram
Jai shree Ram
Good
Tnx