संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य है कि विश्व के सभी प्राणी वास्तविक परमेश्वर कबीर जी की सत भक्ति करें , समाज में कोई भी प्राणी दुखी ना हो , हर समस्या का समाधान हो , धरती स्वर्ग समान बन जाए
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय हो सभी संतों से निवेदन है कि सभी भाई बहनों से परमपिता परमात्मा धरती पर आ चुके हैं वह संत रामपाल जी महाराज जी है 7:40 से 8:40 सत्संग जरूर सुने
संत रामपाल जी महाराज ने ऐसा ज्ञान दिया है जिससे समाज हित और राष्ट्र के हित के लिए कार्य उनके शिष्य कर रहे हैं और दहेज प्रथा भूण हत्या भ्रष्टाचार नशा मुक्ति आदि के सामाजिक कार्य कर रहे हैं तो भी यह भ्रष्ट सरकार एक महान संत को झूठे मुकदमे में बंद कर रखा है जिनकी आज देश ही नहीं दुनिया को उनकी जरूरत है ऐसे महान संत की
सतसाहैब जयबंदीछोड़कि सतगुरु रामपाल महाराज की जय हो बंदी छोड सतगुरु रामपाल, कि जय हो बंदी छोड सतगुरु रामपाल, कि जय हो बंदी छोड सतगुरु रामपाल, कि जय हो बंदी छोड सतगुरु रामपाल, कि जय हो बंदी छोड सतगुरु रामपाल, कि जय हो बंदी छोड सतगुरु रामपाल, कि जय हो बंदी छोड सतगुरु रामपाल, कि जय हो बंद
कबीर, ऐसा निर्मल ज्ञान है निर्मल करें शरीर। और ज्ञान मंडलीक है चकवे सत्य कबीर।। हे बंदी छोड़ आपके चरणों में कोटि कोटि दंडवत प्रणाम करता हूं जी सत साहेब जी
एकमात्र संत रामपाल जी महाराज सबको सतभकति मार्ग दिखा रहे है ।
रामपालजी महाराज ही पूर्ण आध्यात्मिक गुरु हैं
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य है कि विश्व के सभी प्राणी वास्तविक परमेश्वर कबीर जी की सत भक्ति करें , समाज में कोई भी प्राणी दुखी ना हो , हर समस्या का समाधान हो , धरती स्वर्ग समान बन जाए
संत रामपाल जी जैसा पूरे विश्व में कोई संत नहीं है संत रामपाल जी महाराज पूर्ण संत है
एक नया समाज खड़ा करते हुए संत रामपाल जी महाराज
दहेज़ मुक्त भारत
saheb puran satguru Rampal ji maharaj ki jai
Bandi chhod satguru rampal Maharaj ji ki Jay 👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏
Sat saheb ji bndi chhor Satguru Rampal ji ki jy
पूर्ण संत संत रामपाल जी महाराज की जय हो तत्व ज्ञान पूर्ण संत रामपाल जी महाराज बताते हैं संत रामपाल जी कबीर जी के अवतार हैं
कबीर, मात पिता मिल जाएगे, लख चौरासी माय।
सतगुरू सेवा बन्दगी,फेर मिलन की नाय।।
संत रामपालजी महाराज ही एक महान संत है
जो पूरे विश्व को आध्यात्मिक ज्ञान के आधार पर
स्वर्ग जैसा बनायेगें
सतगुरु मिले तो ईच्छा मिटे पदमिल पदे समाना।
चल हंसा सतलोक पठाऊ आदि अमर अस्थाना ।।
aaj duniya ke ak mater sant h jo sbhi sadgrnto ke anusaar gyan de rehe h.
माता पिता मिल जाएंगे लख चौरासी माही सतगुरु सेवा और बंदगी फिर मिलन की नाही बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय हो
संत रामपाल जी महाराज के ज्ञान से लाखों लोग नशे को और बुराइयों को छोड़कर के सुखी जीवन व्यतीत कर रहे हैं
सदगुरुदेव रामपाल जी महाराज के चरणो में कोटि-कोटि दंडवत प्रणाम सत साहिब जय हो बंदी छोड की
संत रामपाल महाराज जी एक सच्चे संत ओर सच्चे समाज सुधारक है ।।
bandi chhod satguru rampal ji maharaj ki jai ho
"कबीर" साहेब जी
फरमाते है
ज्ञान इतना सुना दिया, जितना बालू रेत। कहै कबीर, क्या करूं, ये जीव न समझा एक।।
कबीर,भक्ति मुक्ति के दाता सतगुरू भटकत प्राण फीरदा,बीन साहेब के हुकम बीना नहीं तरवर पात हिलदा ।।
कबीर संत मिलन को चालीए तज माया अभिमान ज्यो ज्यो कदम आगे रखे वो है यग समान
बन्दी छोड़ सत गुरू रामपाल जी महाराज की जय हो
Bandi chhor satguru Rampalji maharaj is true sant he is given siprutial knowledge according to sashtra
कबीर मात-पिता मिल जाएंगे, लख चौरासी माए।
सतगुरु सेवा और बंदगी, फिर मिलन कु नाही।।
सकल पदार्थ है जग मांही
तत्वदर्शी सतगुरु मिले बिना अनमोल सतभक्ति पावत नाही
कबीर सौ मन सूत उल्जिया, ऋषि रहे झक मार।
सतगुरु ऐसा सुलझा दे, उलझे न दूजी बार।।
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज पूर्ण भ्रम है
पूर्ण गुरु है सन्त रामपाल जी महाराज जी
कबीर,जिव्हा तो वो ही भली, जो रटे हरी नाम।
नहीं तो काट के फेंक दियो, मुख में भलो ना चाम।।
जय हो बंदी छोड की
कबीर,सतगुरु के दरबार में जाइयो बारंबार।
भूली वस्तु याद दिलावें है सतगुरु दातार।।
Bandi chhod Satguru rampal ji maharaj ji ki jai ho
सतगुरु पुरुष कबीर है चारों युग प्रमाण झूठे गुरुवा मर गए हो गए भूत मसान
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय हो सभी संतों से निवेदन है कि सभी भाई बहनों से परमपिता परमात्मा धरती पर आ चुके हैं वह संत रामपाल जी महाराज जी है 7:40 से 8:40 सत्संग जरूर सुने
बन्दी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय
#kabir
@PMOIndia
@aajtak
जे सतगुरु की संगत करते सकल कर्म कटी जाई।
अमर पूरी पर आसान होते जहा धूप न छाई।।
कबीर, सन्त मिलन को चालिये, तज माया अभिमान।
ज्यों ज्यों कदम आगे रखे, वो है यज्ञ समान।।
संत रामपाल जी महाराज पूरा विश्व का सुधार करने के लिए आए हैं उनका ज्ञान पूरे विश्व को हिला रखा है शास्त्रों के अनुसार भक्ति विधि बताते हैं
सतगुरू रामपालजी महाराज के चरणो मे कोटी कोटी दण्ड्वत प्रणाम सत साहेब जी
बन्दी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय हो
अवश्य देखे रोजाना साधना टीवी पर रात 7:40 से
समाज मे व्याप्त कुरूतियों व बुराईयों का खात्मा कर स्वच्छ भारत का निर्माण कर रहे है संत रामपाल जी महाराज जी
सतगुरु सच्चा सूरमा।
Bandi chhod satguru rampal Maharaj ji ki Jay 👏👏👏👏👏👏👏👏
धन धन सत गुरु सत कबीर भगत की पीड़ मिटने बाले
संत रामपाल जी महाराज ने ऐसा ज्ञान दिया है जिससे समाज हित और राष्ट्र के हित के लिए कार्य उनके शिष्य कर रहे हैं और दहेज प्रथा भूण हत्या भ्रष्टाचार नशा मुक्ति आदि के सामाजिक कार्य कर रहे हैं तो भी यह भ्रष्ट सरकार एक महान संत को झूठे मुकदमे में बंद कर रखा है जिनकी आज देश ही नहीं दुनिया को उनकी जरूरत है ऐसे महान संत की
ग़रीब ऐ स्वामी सृष्टा मैं सृष्टी हमरे तीर दास ग़रीब अधर बसू अविगत सत कबीर
कबीर ,आवत गारि एक है, उलटत होय अनेक।
कहे कबीर ने उल्टियों,रहे एक कि एक।
पूर्व पश्चिम उत्तर दक्षिण क्यो फिरता दाने फिरता दाने दाने नू । सर्व कला सतगुरु साहेब की हरि आये हरियाणे नू।।
बंजारे के बैल ज्यो,भर्म फिरो बहू देश।
खांड लाद भूस खात है, बिन सतगुरु उपदेस।।
सतगुरु आये दया करि, ऐसे दिन दयाल। बंदी छोड़ बिरद तास का, जठराग्नि प्रतिपाल।।
कबीर माय मसाणी शेड शीतला भेरव भुत हनुमंत।
प्रमात्मा ईनसे दुर जो ईनको पुजंत ।।
शरण पड़े को सतगुरु संभाले जान के बालक भोला रे
कह कबीर तुम चरण चित रांखो ज्यो सूई में डोरा रे
चारो युग मेरे सन्त पुकारे,कूक कहा हम हेल रे।
हीरे मोती माणिक बरसे ये जग चुगता ढेल रे
बन्दी छोड़ सतगुरु रामपाल महाराज की जय हो।।
सत्य कबीर हम ही अलख अल्लाह है कुतुब गोश्त और पीर गरीबदास खालिक धनी हमरा नाम कबीर
बंदी छोड़ तत्वदर्शी संत जगत गुरु रामपाल जी महाराज की जय हो
कबीर चार खान में भ्रमता कबहुँ न लगता पार सो फेरा सब मिट गया मेरे सतगुरु के उपकार
माता-पिता मिल जाएगे लख चौरासी माए ।
सतगुरु सेवा और बंदगी फिर मिलन की नाए ।।
सतगुरु आये दया करी ऐसे दीन दयाल
बन्दीछोड़ बिरताश का जठराग्नि प्रतिपाल
गुरु जी के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम
पूर्व-पश्चिम उत्तर-दक्षिण,तूँ फिरता दाणे दाणे नूँ।सर्व कला सतगुरु साहेब की ,हरि आए हरियाणे नूँ।।
शब्द बराबर धन नहीं, जो कोई जाने बोल ।
हीरा तो दामो मिले, शब्द मोल न टोल ॥
कर जोरू विनती कर धरु चरणों पे सीस सतगुरु रामपालजी महाराज ने दिया नाम बख्सिस
bandi chhod satguru rampalji maharaj ji ki jai ho.....
Sat guru dev ki jai
चिड़िया चोंच भर ले गई ,घटा न दरिया का नीर
दान करे धन घटे नही ,कह गए साहेब कबीर
भक्ति मुक्ति के दाता सतगुरु,भटकत प्राण फिरंदा।
उस साहिब की रजा बिना, न तरुवर पात हिलंदा।।
सतगुरु सुंदर रूप अपारा सक्तगुरु तीन लोक के न्यारा।
सतगुरु के चरणों में कोटि कोटि दंडवत परणाम दास का सत् साहेब बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय हो
Bandi Chhod Satguru rampal ji maharaj ji ki jay
कबीर दया दया सब कोइ कहै, मर्म न जानै कोय।
जात जीव जानै नहीं,दया कहाँ से होय।।
जय हो पूरण परमात्मा कि जय हो
सत साहेब जी जय बदी छोड़ सत गुरु देव की जय
बंदी छोड सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय हो
सतसाहैब जयबंदीछोड़कि सतगुरु रामपाल महाराज की जय हो बंदी छोड सतगुरु रामपाल, कि जय हो बंदी छोड सतगुरु रामपाल, कि जय हो बंदी छोड सतगुरु रामपाल, कि जय हो बंदी छोड सतगुरु रामपाल, कि जय हो बंदी छोड सतगुरु रामपाल, कि जय हो बंदी छोड सतगुरु रामपाल, कि जय हो बंदी छोड सतगुरु रामपाल, कि जय हो बंद
सतगुरु मिले तो इच्छा मेटै पद मिल पदै समाना चल हंसा उस लोक पठाऊँ जो अजर अमर अस्थाना
जिन मोकुं निज नाम दिया सोई सतगुरू हमार दादु दुसरा कोई नही कहे कबीर विचार
कबीर जग की जो कहै, भौ जलि बूड़ै दास ।
पारब्रह्म पति छांड़ि करि, करै मानि की आस ॥
satgurudev ki jai ho
कबीरा आप ठगाइये और न् ठगिये कोय।
आप ठगाए सुख होत है, और ठगे दुख होय।।
तत्व दर्शी संन्त रामपाल जी महाराज की जय हो
गरीब बिन मांगे मोती मिले,मगे मील न भीख।
मगन से मारना भला,यह सतगुरु की सीख।।
कबीर, ऐसा निर्मल ज्ञान है निर्मल करें शरीर।
और ज्ञान मंडलीक है चकवे सत्य कबीर।।
हे बंदी छोड़ आपके चरणों में कोटि कोटि दंडवत प्रणाम करता हूं जी सत साहेब जी
माता पिता मिल जाऐगे लाख चोरासी मां सत गूरु साहेब बंदगि फिर मिलन की ना
Bandi chhor Satguru Rampal Ji Maharaj ki jai
सत्संग मोक्ष की धारा कोई समझे राम का प्यारा
सत्संग समझी मीराबाई
करी नाम की कमाई
कबीर ये तन विष की बेलड़ी,गुरु अमृत की खान।
शीश दिए जो गुरु मिले,तो भी सस्ता जान।।
सात दीप नौ खंड में गुरु से बड़ा न कोई करता करे न कर सके गुरु करे सो होय सत साहेब
Sat guru rampal ji Maharaj ji ki jai ho 🙏🏾🙏🏽🙏🏽🙏🏾🙏🏽🙏🏽🙏🏾🙏🏽
Sat sahib ji bndi chhod Satguru rampalji maharaj ki jy
संखो लहर महर की उपजे, कहर नही जहां कोई।
दास गरीब अचल अविनाशी, सुख का सागर सोई।।
बिन मांगे मोती मिले, मांगे मिले न भीख।माँगन से मरना भला, यह सतगुरु की सीख।।
कबीर कहा गरबियो, काल गहे कर केस ।
ना जाने कहाँ मारिसी, कै घर कै परदेस ॥
मात्त पिता मिल जायगें लख चौरासी माही सतगुरु सेवा ओर बन्दगी फेर मिलन की नाही
राम नाम रटते रहो जब तक घट मैं प्राण।
कबहू तो दीन दयाल की भनक पड़ेगी आन।।
पोथी बांचे याद करावे, भक्ति कछु नहीं पाये ।
मनका मनका फिरे नाहि, तुलसी माला फिराये ॥
कबीर पतझड़ आवत देखकर ये बन रोवे मन माही
यह ऊंची टहनी पात थे आज पीले हो हो जाहीं
पूर्ण परमात्मा रामपालजी महाराज के अलावा इस संसार में कोई सच्चा गुरु ,पूर्ण गुरु नहीं हे जो जगत से जन्म मरण मेट दे
कबीर, सतगुरु के उपदेश का, सुनिया एक बिचार।
जो सतगुरु मिलता नहीं, जाता यमके द्वार।।
कल जो पीसे पीसना जोरा है पनिहार यह दो असल मजदूर है मेरे सतगुरु के दरबार
Satguru ke debar me jahyu barmbar buli bisri lakha deve h satguru datar
वेदों में प्रमाण है कबीर साहिब भगवान है