संत रामपाल जी महाराज ब्रह्मा विष्णु महेश की पूजा छुड़वाते नहीं हैं बल्कि उनकी पूजा की सही विधि बताते हैं प्रमाण के लिए देखिए सत्संग संत रामपाल जी महाराज का साधना TV पर 7:40 PM से
कबीर परमात्मा जी द्वारा शिवजी के श्राप से सूखी नदी में जल बहाना। मगहर में पहुंचते ही परमात्मा कबीर जी ने जब बहते पानी में स्नान करने की इच्छा जताई तो बिजली खां ने कहा कि यहां एक आमी नदी है जो शिवजी के श्राप से सूखी हुई है। परमात्मा कबीर जी ने नदी के किनारे पर पहुंचकर इशारे से वर्षों से सूखी नदी में जल प्रवाहित कर दिया।
मेले ठेले जाया करो , मेले बड़े मिलाप। पत्थर पानी पूजते,कोई साधु संत मिल जाये।। लेकिन जब तक पूर्ण सन्त से उपदेश नही लेंगे तब तक मोक्ष नही मिल सकता है। अवशय देखे- 👇👇 ईशवर tv 8.30pm से 9.30pm तक......!
गरज उठे ये गगन सारा समुन्द्र छोड़े अपना किनारा
हिल जाये ये जहां सारा जब गूजे सत साहेब का नारा
जय हो बन्दी छोड़ संत रामपाल जी महाराज की जय हो
अनन्त कोटि बृह्माण्डका,एक रति नही भार।
सतगुरु पुरूष कबिर है,कुल के सिरजन हार।
पवित्र बाइबिल में प्रमाण है कि प्रभु ने मनुष्य को अपना ही स्वरूप बनाया 6 दिन सस्ती रची और सातवें दिन विश्राम किया।
Kabir saheb hi purn prmatma h
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय हो
राम नाम जपते रहो जब तक घट में प्राण कभुतो दीनदयाल के भनक पड़ेगी कान
Santosh Dasi कबीर वेद पढे पर भेद ना जानें, बांचे पुराण अठारा।
पत्थर की पूजा करें, भूल गए सिरजनहार bhandi chod sat guru rampaliji maharaj ki Jay ho
यथा सरितगण आपही मिले सिंधु में धाय
सतसुकृत के मध्य तिमि सबही पंथ समाय
सतयुग में सतसुकृत कह टेरा,त्रेता नाम मुनींद्र मेरा ।द्वापर में करुणामय कहाया, कलयुग नाम कबीर धराया।।
कबीर, ओंकार नाम ब्रह्म(काल) का,यह कर्ता मति जानी।साँचा शब्द कबीर का,परदा माहिं पहिचानि।।
Rakesh Dhram p
कबीर पर्वत पर्वत में फिरा कारण अपने राम !
राम सरीखे जन मिले जिन सारे सब काम ॥
जानिए रहस्य साधना टीवी पर 7:40 PM से
sant rampalji maharaj ka gyaan sampurn roop se shastro k adhar pe h
sat saheb
कबीर सतगुर ना मिल्या , रही अधूरी सीश |
स्वांग जाति का पहरी कर , घरी घरी मांगे भीष ||
सतगुरु रामपाल जी महाराज पूर्ण परमात्मा है जो शास्त्रों सहित भक्ति बताते हैं जल्दी से जल्दी इनकी शरण में आओ और अपना कल्याण करवाओ
हम सुल्तानी नानक तारे,दादूं कूं उपदेश दिया।
जात जुलाहा भेद नहीं पाया,कांशी माहे कबीर हुआ।।
Sat saheb ji
सतगुरु के लक्षण कहु ,मदुरे वेन विनोद ।
चार वेद षट सास्त्र ,वो कहे अठारा बोध ।।
कस्तूरी कुंडल बसे, मृग ढूंढे वन् माहि !
ऐसे घट घट राम है, दुनिया जानत नाही !!
कस्तूरी कुंडल बसे, मृग ढूंढे वन् माहि !
ऐसे घट घट राम है, दुनिया जानत नाही !!
संत रामपाल जी महाराज ने समाज सुधार में बहुत बड़ा योगदान दिया है।
मैं रोऊँ इस सृष्टि को, ये सृष्टि रॉय मोहे।
कह कबीर इस वियोग को, समझ नही सकता कोय।।
KABIR IS SUPREM GOD
पूर्ण परमात्मा बन्दीछोड़ तत्वदर्शी सतगुरू रामपाल जी महाराज के पावन चरणों में कोटि कोटि-कोटि दण्डवत प्रणाम
हे पूर्णपरमात्मा सदगुरूदेव रामपालजी महाराज आपके चरणों में मुझ दास का कोटि-कोटि दण्डवत प्रणाम स्वीकार हो !
जय बंदीछोड़ जी की सतसाहेब जी
कबीर सतगुरू शरण मै आने चे आई टले बला
जै भाग्य में सूली हो काटे में टल जाय ॥
वेदों में प्रमाण है कबीर साहिब भगवान है
संत रामपाल जी महाराज ब्रह्मा विष्णु महेश की पूजा छुड़वाते नहीं हैं बल्कि उनकी पूजा की सही विधि बताते हैं प्रमाण के लिए देखिए सत्संग संत रामपाल जी महाराज का साधना TV पर 7:40 PM से
नाम जपत कन्या भली,साकट भला न पूत।
छेरी के गल मे गलथना,जा मे दूध न मूत।।
कबीर, गुरु गोविन्द दोउ खङे काके लागु पाय बलिहारी गुरू अापना गोबिंद दिया मिलाय
कबीर गुरु को कीजे दंडवत कोटि कोटि परनाम।
कीट न जाने भृंगको यो गुरुकरि आप समान।।
कबीर,राज तजना सहज हैं,सहज त्रिया का नेह।
मान बड़ाई इर्ष्या,दुर्लब तजना येह।।
संत रामपालजी माराज ही पूर्ण परमैश्वर है
अनमोलवचन सतगुरु देव जी के है🙏🙏🙏🙏🙏
कबीर, दर्शन संत का, मुख पर बसे सुहाग !
दर्श उन्हीं को होत हैं, जिनके पूर्ण भाग !!
कबीर,गुरु बिन माला फेरते गुरु बिन देत दान
गुरु बिन दोनो निष्फल है पूछो वेद पुराण
सत गुरुदेव के चरणों में कोटि-कोटि दंडवत प्रणाम
संत रामपाल जी महाराज ही तत्वदर्शी संत हैं ।
सन्त रामपाल जी महाराज जी ने कभी किसी देवता को नहीं छुड़वाया बल्कि शास्रों के आधार पर यथार्थ भक्ति मार्ग प्रशस्त किया है।
सत् साहेब जी
कबीर, हरि के नाम बिना, राजा रषभ(गधा) होए।
मिट्टी लदे कुम्हार की, घास न डारे कोय।।
Bandi Chhod Satguru Rampal Maharaj ji ki Jay👏👏👏👏👏🪔🪔🪔🪔
पूर्णब्रह्म जगतगुरु तत्वदर्शी संत बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज के चरणों में कोटि-कोटि दंडवत प्रणाम सभी भक्तों को सत साहेब
Bandichhod satguru Rampalji maharaj k charnon m koti koti dundwat parnam
सत गुरुदेव के चरणों में दास का कोटि-कोटि दंडवत प्रणाम
बंदीछोड सतगुरु रामपालजी महाराज की जयहो
Yo
True spiritual knowledge given by saint rampalji maharaj.
सतगुरु जो चाहे सो करही, चौदह कोटि दूत जम डरहीं। ऊत भूत जम त्रास निवारे, चित्र गुप्त के कागज फारै। सत् साहेब जी !!!
जीव हमारी जाति है मानव धर्म हमारा हिंदू मुस्लिम सिख इसाई धर्म नहीं कोई न्यारा
bandi chhod satguru rampalji maharaj ji ki jai ho.....🙏🙏🙏🙏
जाति ना पुछो संत की,पूछ लीजिए ज्ञान।मोल करो तलवार का,पड़ी रहन दो म्यान।।सत साहेब।।
कबीर परमात्मा जी द्वारा शिवजी के श्राप से सूखी नदी में जल बहाना।
मगहर में पहुंचते ही परमात्मा कबीर जी ने जब बहते पानी में स्नान करने की इच्छा जताई तो बिजली खां ने कहा कि यहां एक आमी नदी है जो शिवजी के श्राप से सूखी हुई है। परमात्मा कबीर जी ने नदी के किनारे पर पहुंचकर इशारे से वर्षों से सूखी नदी में जल प्रवाहित कर दिया।
@@rajnidashee2886 s,
kabir saheb is the supreme god in the world.
मेले ठेले जाया करो , मेले बड़े मिलाप।
पत्थर पानी पूजते,कोई साधु संत मिल जाये।।
लेकिन जब तक पूर्ण सन्त से उपदेश नही लेंगे तब तक मोक्ष नही मिल सकता है।
अवशय देखे-
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ईशवर tv 8.30pm से 9.30pm तक......!
निरंजन धन तेरा दरबार जहाँ पर तनिक न न्याय विचार
संत रामपाल जी महाराज के द्वारा दिए जा रहे आध्यात्मिक ज्ञान को समझ कर जिसने भी संत जी से नाम दीक्षा ग्रहण की वो आज तन मन धन से सुखी और स्वस्थ हैं।
पूरब पश्चिम उत्तर दक्षिण फिरदा दाने दाने नू सर्व कला सतगुरु साहिब की हरी आए हरियाणे नू
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय हो
Bandee chhor sat guru ram pal ji kae chron mae das. Kae kot kot Dand tav par nam ji sat sahab ji
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान हैं।
कबीर ,और ज्ञान सब ज्ञानडी ,कबीर ज्ञान 100 ज्ञान।जैसे गोला तोप का करता चले मैदान।।
saheb kabir aaja aatma tohe pukarti tere hath me cabi satguru satlok dawar ki.....🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
जीव हमारी जाती है मानव धर्म हमारा हिन्दु मुस्लिम सिख ईसाई धर्म नहीं कोई
और ज्ञान सब ज्ञानडी कबीर ज्ञान सो ज्ञान
जैसे गोला टॉप का करता चले मैदान
कबीर आया है सो जायेगा ,राजा रंक और फ़कीर।
एक सिंघासन बैठकर ,एक बन्धे झँजीर।।
धीरे-धीरे रे मना, धीरे सब कुछ होय,
माली सींचे सौ घड़ा, ॠतु आए फल होय।
🙏
हमही अलख अल्लाह हे कुतुब गोस और पीर गरीबदास खालिक धनी हमरा नाम कबीर।।
बंदी छोड़ सद्गुरू रामपालजी महाराज जी की जय हो इनकी शरण में आने से ही मोक्ष संभव है और उनकी सत्संग साधना टीवी पर शाम को 7.40से8.40तक देखें।
मानव जन्म दुर्लभ है मिले ना बारंबार तरवर से पत्ता टूट गिरे बहुर न लागे डार
गुण तीनों की भक्ति में भुल पडियो संसार कह कबीर निज नाम बिना कैसे उतरे पार....
कबीर राम नाम निज सार, राम नाम निज मूल।
राम नाम सौदा करो,राम नाम मत भूल।।
Www.jagatgururampalji.org
वेदों में प्रमाण कबीर साहेब जी भगवान
बंदी छोड़ सत गुरु देव जी के चरणो में कोटि-कोटि दंडवत प्रणाम
कबीर तीन लोक पिंजरा भया पाप पुण्य दो जाल सभी जीव भोजन भय खाने वाला काल
आजा बंदे शरण राम की फिर पीछे पछतायेगा काल बली तेरा लेखा लेगा वहां क्या बात बनाएगा लाल खंभ से बांधेगा बिन सतगुरु कौन छुड़ाएगा
ye anmol gyaan hai
राम बुलावा भेजिया दिया कबीरा रोय जो सुख है सत्संग में बैकुंठ में ना होए
Sant rampal ji Maharaja ji hi purn satguru h
कबीर, माया दासी संत की, उभय दे आशीष।। विलसि और लातो छड़ी , सुमर-सुमर जगदीश।
Sat.sibe.ji
नो मण सूत उलझिया ऋषि रहे झक मार
सतगुरु एसा सुलझादे उलझेना दूजी बार
Jagatguru tatwdrshi sant rampal ji maharaj ki jai ho
जय हो बंदी छोङ सद्गुरु रामपाल जी भगवान जी की जय हो 🙏 🙏 🙏
Sat saheb ji
sant rampal ji maharaj ki jay
Sadguru dev ki jya
सतसाहैबजी
संत रामपाल जी महाराज जी के विचारों से समाज में सुधार आएगा।
देश के लड़के-लड़की अपनी संस्कृति पर लौटेंगे। भारत देश में अमन होगा।
Sant Rampal Ji Maharaj leads the world with true knowledge and aware the peopel about right way of worship...
sat saheb malik
हम सुलतानी नानक तारै दादू को उपदेश दिया जाति जुलाहा भेद ना पाया काशी माही कबीर हुआ
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है
Kabir is completely God.
रामनाम कडंवा लागे मिठे लागे दाम दुविदामे दोनो गये भाई माया मिली न राम
गुरु ग्रंथ साहिब में प्रमाण है कबीर जी ही पूर्ण परमात्मा है
कस्तूरी कुंडल बसे, मृग ढूंढे वन् माहि !
ऐसे घट घट राम है, दुनिया जानत नाही !!
कबीर झूठे सुख को सुख कहे ,मान रहा मन मोद ।
सकल चबीना काल का , कुछ मुख में कुछ गोद।।
पूर्ण ब्राह्म हैं कबीर साहेब धरती पर संत रामपाल जी महाराज
दास कहावन कठिन है, मैं दासन का दास
।
अब तो ऐसा होए रहुं, ज्यों पांव तले की घास ॥
amazing lectures
Sat saheb
सूरत निरत मन पवन पयाना,शब्दै शब्द समाई।
गरीबदास गलतान महल में,मिले कबीर गोसांई।।.
अनमोल ज्ञान को सुनकर मनुष्य जन्म का मकसद ज्ञात हुआ महाराज जी की चरणों में कोटि कोटि प्रणाम
काया तेरी है नहीं तो माया कहां से होय
ग्ुरू चरणो में ध्यान रख इन दोनों को खोय ॥
राम नाम कडवा लगे ये मिठे लगे दाम दुविदा मे दोनो गये माया मिली ना राम
कबीर राम नाम की लूट है, लूट सको तो लूट है ।
पीछे फिर पछ्ताओगे, प्राण जायेगे के छूट ।।
गरीब अनंत कोटि ब्रह्मांड का एक रति नही भार सतगुरु पुरूष कबीर है कुल का सिरजनहार
sat sahib ji