अगर 22 22 22 22 22 में ग़ज़ल लिख रहे हैं तो क्या किसी शब्द के आखिरी वर्ण और अगले शब्द के पहले वर्ण की लघु मात्र मिला कर दीर्घ मात्र गिन सकते हैं क्या ? उदाह्र्ण के तौर पर - भूल चुका में ल और चु को जोड़ कर 2 गिन सकते हैं क्या ? मतलब भूल चुका को 222 गिन सकते हैं क्या
Extremely goof
Thanku so much Sir
क्या खूब ...
🙏🙏🙏🙏👍
बहुत-बहुत शुक्रिया सर💐💐💐💐
🌹🤝🌹 बहुत बढ़िया काफ़िया समज में आ गया,,,,,बहोत बहोत शुक्रिया
Bhai or video banao is par
सर कितआ क्या है इस पर भी एक वीडियो बनाईये क्या नियम होते है क्या सावधानीयाँ रखे लिखते वक़्त अच्छी डिटेल के साथ कोई वीडियो हीं नहीं you tube पर
दुआ को दूआ लिख सकते है क्या
Bahut acccha laga Apaki video dekh kar
Sir क्या दूरी और पुरी काफिए लिए जा सकते हैं
Bro लगना और जलना काफिए हैं तो क्या इसमें (अना ) common है आगे और कौनसे काफिए इसमें ले सकते हैं
अगर मतले में अमीर और फ़कीर काफिया use किया है तो क्या आगे जागीर, तक़दीर, तदबीर, जहांगीर, तहरीर, गंभीर, ताज़ीर इस तरह के काफिए use कर सकते हैं
@@sagargajbhiye1393 अमीर की matraa 121 जबकि जागीर की 221 तो ये बहर से ही बाहर हो जाएगा तो काफ़िया होने का सवाल ही नहीं
Very decently explanation indetail really I want meet you
Sir ye to apane gajal ke baare me bataya aur songh ke baare me batana
Matle mein jamane aur batane qaafiya sahi hain kya, aur agar sahi hain to kya aange ghazal mein sunane, likhane, girane, fasane jaise qaafiya sahi hain kya
Haa, bilkul liye jaa sakte hai; yaha par common rhym hai aaane.
क्या 'अक़्ल' और 'अस्ल' हमकाफ़िया माने जा सकते हैं ?
Maine kahi suna tha ki urdu me agar maatra rhyme kar gaya to wo rhyming ho gyi
Usi ko swar kaafiya bolte hain
Bro... jafa main nukhta nahi hain... so it is jafa not zafa....
अगर 22 22 22 22 22 में ग़ज़ल लिख रहे हैं तो क्या किसी शब्द के आखिरी वर्ण और अगले शब्द के पहले वर्ण की लघु मात्र मिला कर दीर्घ मात्र गिन सकते हैं क्या ? उदाह्र्ण के तौर पर - भूल चुका में ल और चु को जोड़ कर 2 गिन सकते हैं क्या ? मतलब भूल चुका को 222 गिन सकते हैं क्या
ऐसा सिर्फ़ अलिफ वस्ल और इज़ाफत में किया जा सकता है ।
कृपा आप इज़ाफत और अलिफ वस्ल की विडीओ देखे
अस्सलामु अलैकुम......इस व्हिडीओ में छोटे अलफाज साप सुतरे दिखाई नहीं देते....इस थोडीशी दिक्कत पेश आई...... अलफाज क्या है समझते नहीं.......