साध [ अनुपदास ]- लीखी- कीताब - [ जगतहीतकारनी ](२७४) पढ़ें, छावणी ऐरनपुरामें, शिवगंज - ३०७०२७ (राज.)
ฝัง
- เผยแพร่เมื่อ 6 ก.พ. 2025
- ईससे-में साध [ अनोपदास ] हाथजोङके-अर्जकर,ताहुं: ..... ( ११० )
परंन्तु जीसतरहसे कि रावण हरनाकुशवगैराने राक्षसीपापसे संसारकेलोगोंकी अकल केदकरदीथी जीसपर रावण हरनाकुशवगैरा संसारकेनजदीक?नेकीवाले और धर्मात्मा मालुमहोतेथे फीर उसीतरहसे इन सोदागर बच्चोंनेभी जादुकेजुलमसे तमांम जहांनके लोगोंकी-अकल ऐसीफेरदीहे किजीससे अबभी. तमांम जहांनकेलोगोंको यह सोदागरलागभी मीसाल रावणवगैराके धरमातमा मालुमहोतेहें क्युंकियह सोदागरबच्चे तमांमजहांनको दीखानेकेलीये और राक्षसी पाप प्रगटनहोनेकेलीये जांनवरोंपरभी रक्ष्याकरतेहें और धर्म-पुन्यकरतेहें परंन्तु जोकियह सोदागरलोग दरीयावोंके उपर गुपतीपापकरारहेहें ..... ( १८४ )
सोइस.बातका.इन्साफकीया चाहीये क्युंकि इन्साफके-करनेसे,खुद,मालुम,होजावेगा- ... ( २२९ )
साध [ अनुपदास ]- लीखी-
कीताब - [ जगतहीतकारनी ] ( २७४ ) पढ़ें
छावणी ऐरनपुरामें, शिवगंज - ३०७०२७ (राज.)
संपर्क :- 02976-273024 , 8905653801
www.jagathitkarnioriginal.org
જય પરમેશ્વર ને નમઃ
जय परमेश्वर
जय परमेश्वर
जय घरती माता
जय परमेश्वर
जय परमेश्वर देवता लोगों
सोतुम सब संसारकेलोगो इसबातको-सोचो और खयालकरो....
ईनःसोदागरांनने?राक्षसीपाप;चलायाहे;मगर यह अच्छीतरहसे समझनाचाहीये किईन'बनीयोंने'रावणकीतरहसे संसारके बच्चे गारत-करनेकेलीये-यह राक्षसीपाप चलायाहे ओरः जालकी;खबर;नहोनेका यह सबबहे किईनहोंने अपने राक्षसीपापसे पहलेहीसबकी अकल खराबकरदीहे,सोईसवजहसे,खराबकीहे किकोईभी हमारे जालको ओर'फरेबको'नपहचांनसकें ओर जोकिईन बनीयोंने;गुपतीपापका;स्वर्गबनायाहे उसकोअपने कबजेमेरखतेहें?ओर?अपनी न्यात वीरादरीके हाथोंसे-दुनीयांके नांमका पापकरातेहें किजीसतरहसे रावण अपने कुळकेहाथोंसे पापकराताथा-उसीतरहसे:बलराजाके बादसे ईनःसोदागर:महाजनांनने दुनीयांके नांमका;पाप कराना'शरुकीयाहे'ओर जोकि पापकरारहेहें वोह वहींपररहतेहें:ओर:उसीजगह उनकेबाल बच्चेरहतेहें क्युंकिवोह.मेअ.कबीलेके हिंन्दुस्तांनसे उठकरगयेहें : ओर जीसतरहसेकि'हिंन्दुस्तांन'ओर दुसरी वलायतकेलोग खेती;बाङीका;कांमकरतेहें उसीतरहसे उनकेबाल बच्चेभी,सीख२के,खेती बाङीका कांमकरतेहें:ओरःकमाई करके,खातेहें,ओर जोकांमकरना नहीजांनतेहें वोहउसको सीखतेहें:उसीतरहसे;पापकरनेवालोंके बच्चे अपने माःबापोंसे!दुनीयांके नांमका पापकरना सीखतेहें सोईन.बनीयोंके.घरांनेमे गुपतीपापकी बीद्या पीढी;दरपीढीःसीखतेचलेआतेहें?इसवजहसे यह महाजनांन अपने,कबीलेसमेत,ओर ओलादसमेत दुनीयांके नांःमका-पापकरनेके-वास्तेगयेहें..... ( ६७-६८ )
सोइस.बातका.इन्साफकीया चाहीये क्युंकि इन्साफके-करनेसे, खुद,मालुम,होजावेगा- ... ( २२८-२२९ )
साध [ अनुपदास ]- लीखी-
कीताब - [ जगतहीतकारनी ] ( २७४ ) पढ़ें
छावणी ऐरनपुरामें, शिवगंज - ३०७०२७ (राज.)
ता १७ अप्रेल संन १९०९ झा बैसाष बुदी १२ सं॥ १९६५
www.jagathitkarnioriginal.org
જય પરમેશ્વર
Jay parmeshwar
ईससे-में साध [ अनोपदास ] हाथजोङके-अर्जकर,ताहुं: ..... ( ११० )
सोसातों.आठों.वलायतोंकेलोग और अंग्रेजवगेरा अपनी२ओलाद?बचनेकेलीये- इनसोदागर बचोंसे राक्षसीपापका:करनाछोडाओ:जबतुम्हारी ओलाद बचेगी, क्युंकियह?जाल-तुम्हारीही ओलादसेछुटेगा और इसका?बंन्दोबस्तहोगा? जबही हिंन्दुस्तांनके लोगभी इनबनीयोंके:जालोंसे:छुटकारापावेंगे वरना कोई;उम्मेद:नहीहै-जोबचे!क्युंकिइनहोंने?तमांम राजा बादशाहोंकी अकल.केदकरदीहै.किजो समझानेसेभी नहीसमझतेहें ..... ( १७६ )
सोइस.बातका.इन्साफकीया चाहीये क्युंकि इन्साफके-करनेसे, खुद,मालुम,होजावेगा- ... ( २२८-२२९ )
साध अनुपदास- लीखी-
कीताब - [ जगतहीतकारनी ] ( २७४ ) पढ़ें
छावणी ऐरनपुरा, शिवगंज - ३०७०२७ (राज.)
संपर्क :- 02976-273024 , 8905653801
ईससे-में साध [ अनोपदास ] हाथजोङके-अर्जकर,ताहुं: ..... ( ११० )
सोअबतुम सबसंसारके लोगो-ईनबातोंका;खयालकरके होशीयारहोके ओर ईन बनीयोंके पापको छोडाओगे जबतुमको ओर तुम्हारेबाल बच्चोंको;सुखप्राप्तहोगा नहीतो;यहबनीये सबको अपने राक्ष-सीपापसे बीनामोत मारदेंगे ..... ( ५४ )
सोइस.बातका.इन्साफकीया चाहीये क्युंकि इन्साफके-करनेसे,खुद,मालुम,होजावेगा- ... ( २२९ )
साध अनुपदास- लीखी-
कीताब - [ जगतहीतकारनी ] ( २७४ ) पढ़ें
छावणी ऐरनपुरा, शिवगंज - ३०७०२७ (राज.)
संपर्क :- 02976-273024 , 8905653801
www.jagathitkarnioriginal.org
Ye bhi Qur'an ki tarah aasmani zeher ugla
बकवास ।
Jay parmeshwar
Jay parmeshwar
जय परमेश्वर
परमेश्वर हमारी फरियाद सुनो हिंन्दुस्तांनके बनीयोंने मेहको और मोतको सहारे करलीहै काफिर सेठ सौदागर महाजन जमीनमाताके नांमका और संसारके नांमका और ८४ लाख जीवाजुनके नांमका पाप कराते हैं और दुख देके कच्ची उमर में मारते हैं और तीन लोक कि बुद्धी केद कि हैं और यह सब संसार को आप के नांम से जाहिर करते हैं कि परमेश्वर सिवाय ऐसा कोन कर सकता हैं और बदनामी परमेश्वर के सरपे लगादी हैं सो पर यह बात संसारको साध [ अनोपदास ] महाराजने बताई हैं और जो कुछ संसार में बुरा होरहा हैं वोह हिंन्दुस्तांन के बनीयें करारहेहें और हम लोंग तो भुलेहुये-और पागलके मुवाफीक हो गये हैं परमेश्वर और जमीनमाता की पहचांन साध [ अनोपदास ] महाराजने कराई हें ..... परमेश्वर हमारी फरीयाद सुनो और बनीयों का पाप छुडाने में मदद करो
क्योंकि गरीबोंका तो तारनेवाला परमेश्वर होता हैं...
अज तसनीफ साध अनुपदास लीखी-
कीताब - [ जगतहीतकारनी ] ( २७४ ) तमांम पढ़कर बंन्दोबस्त करो
छावणी ऐरनपुरामें, शिवगंज - ३०७०२७ (राज.)
ता १७ अप्रेल संन १९०९ झा बैसाष बुदी १२ सं॥ १९६५
M. No. :- 8905653801
www.jagathitkarnioriginal.org