| नैषधीयचरितम् | एक अद्भुत काव्य | Part -45 | Shlok -134-137 | Naishadhiya_charitam | By_Arun_Pandey
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- เผยแพร่เมื่อ 16 ต.ค. 2024
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धन्यवाद!
गुरु जी प्रणाम
🙏
Namastey sir 🙏🙏🙏
महोदय आपने लघुसिद्धान्तकौमुदी क्यो पढाना बंद कर दिया 140 विडिओ से आगे कब पढाओगे
हम सबको प्रतीक्षा रहती है आगे भी पढने की
Sr aap vikramank charitam padha denge
गुरुजी abhigyansakuntlam भी पढ़ाइए 🙏🙏🙏
गुरुजी कृपया लघु सिद्धांत कौमुदी की कक्षा आरंभ करें 🙏🙏
गुरु जी आपके चरणों में सादर प्रणाम 🙏 गुरु जी मेरा एक prasn है में उत्तर मध्यमा साहित्य विषय से उत्तीर्ण हुआ और आपके aaserbad से मेरा सिलेक्शन bhu में हो गया है लेकिन ज्योतिष विषय में हुआ है तो क्या में आगे चलकर टीचर के लिए आवेदन कर सकता हूं कि नहीं कोई दिक्कत तो नहीं होगा ना कृप्या बताइए प्रणाम 🙏🙏
सर मुझे आपसे पूरा व्याकरण पढ़ना है। कृपा करके सुरूसे पढ़ा देंगे ।मैं net की तैयारी कर रही हु कोड नंबर २५ से और मेरा व्याकरण बहुत कमजोर है।आपकी बड़ी कृपा होंगी आदि आप पढ़ा देंगे तो। नमस्ते नम: संस्कृताय्य