भगवान पापों का फल कब/कैसे देता है ? आचार्य अंकित प्रभाकर
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- เผยแพร่เมื่อ 29 ส.ค. 2022
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आचार्यजी प्रणाम
आप ईश्वर के खास हैं ईश्वर से प्रार्थना कीजिए कि अच्छे लोगों को उनकी अच्छाई का फल तुरंत दे ताकि लोगों के मन में ईश्वर के प्रति आस्था व विश्वास बना रहे है
सादर नमस्ते आचार्य🙏🙏🙏🙏🙏
आचार्य श्री नमस्ते आयुष्मान भव: ओ३म् ।
❤❤❤
मिल गया जवाब.. सादर नमन... अंकित जी.. 🙏🏻
V nice sir thanks 😊
🙏🙏
Aachary ji bahut bahut dhanyawad
ॐ
जो जैसा सोचता है करता है वैसा बन जाता है : श्रीराम शर्मा आचार्य गायत्री परिवार
आचार्य जी सादर प्रणाम🙏 बड़े ही सरल ढंग से आपने कर्मफल की व्याख्या करी
👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍
क्लेश मूल कर्माश्य दृष्टादृष्ट जन्म वेदनीय।।
Acharya Shri Ji sader namaste ji bhut bhut danyabad ji
🙏🙏🙏
अति सुन्दर
Oom
Om Acharya ji
सादर प्रणाम
बहुत सुंदर समज्यया है आपने।
🙏🏻🙏🏻,rohini
Om ❤❤
Om ❤❤❤
Om
सुंदर!
🚩जय भारत।
आभार बंधु, धन्यवाद।
Bahut hi achha sadar namaste
ओम् परिणाम आचार्य जीं
Bhut achcha प्रवचन किया
Bhut acha guru ji
आचार्य जी को नमस्कार. आप द्वारा प्रस्तुत व्याख्या बहुत ही सरल तथा ग्राह्य है, उत्तम है 🌹
🌷🙏🙏🌷
आपकी बात सांत्वना देने हेतू बहुत ही अच्छा है
दुनिया ही नहीं आप और हम भी यही चाहते हैं कि तुरंत परिणाम मिले....
कहना बहुत आसान है लेकिन जब अपने ही सामने बुरे काम करने वाला फलता है ऐशो आराम का जीवन जीता है तो उस समय सच्चे आदमी की भक्ति विश्वास और धैर्य की दुनिया खिल्ली उड़ाती है
Om नमस्ते जी ❤❤
ओम् सादर नमस्ते आचार्य जी 🙏
Nameste acharya ji🙏🙏🙏🙏
आदरणीय आचार्य जी नमस्ते,
कृपया यह बताएं कि हम जो भी कष्ट भोगते हैं, क्या वे सभी अनिवार्य रूप से हमारे पूर्व जन्म के कर्मों का ही फल है। ऋषि दयानंद को जो घातक और पीड़ा प्रद विष दिया गया था, क्या वह भी उनके पूर्व जन्म के कर्मों का ही फल था।
Guru ji namaste Jay Hind
नमस्ते आचार्य जी । आप किस समय live आते हैं मैं आपकी video उसी समय सुनना चाहता हूँ ।
आचार्य जी नमस्ते 🙏
आचार्य जी सादर नमस्ते बहुत ही अच्छी व्याख्या करते हैं आप बहुत-बहुत धन्यवाद
Namaste 🙏
Samay Singh bhoj
आचार्य जी नमस्ते , किसे अच्छा माने ?🙏
बहुत-बहुत धन्यवाद आचार्य जी आपको जो आपने कर्मफल व्यवस्था के बारे में बताया इंसान को हमेशा अच्छा ही कर्म करना चाहिए धन्यवाद प्रणाम
😢
@@daljeetsingh156ķķķķķķķķķķjkķķ52
कर्म की गति न्यारी संतो ।
Pranam Acharya ji . Thank you for your Videos.
Iska matlab yah huaa ki hamko bada hi pap karna chahiye, taki marne ke pahle jel me aaram karen, dharam aur bhagwan kise kahten hain, sabdarth sahit batane ki kirpa kare ,
आचार्य जी प्रणाम- कर्मफल पर बहुत ही सुंदर व्याख्या
Share market m trading krni chahiye ya nhi
आर्चाय जी नमसकार आप भी आदमी को समाज मे रहने का सावधानी भी बताते हैं
क्या gharme aye kids ko marines pap lagata hai
Aachsyr bhagwan se mil kar aaya ha ka
Agale janm me milega to koun janega .
मांसाहारी को जन्मान्तर में ही मांसाहार का फल मिलेगा। इस जन्म में नहीं।
Bure. Log. Kabhi. Sukhi. Nahi. Hote. Yeh. Unka. Bhram. Hota. Hai. Ek. Na. Ek. Din. Jail. Chala. Jata. Hai. .....
एक कहावत है गुरु जी की ऊपर वाले के यहा देर है अंधेर नहीं पाप कर्म करने वाले उपर वाले के नजरो से नहीं बच सकते 🙏🙏
आप बताइए तुलसी दास दुबे ने रामचरितमानस की रचना कब, किया अगर इसको सही माना जाय तो प्रश्न उठता है तो क्या समकालीन थे, जो तथ्य उसके है उसके अनुसार तुलसी दास दुबे😮16😅वी शताब्दी में यह रचना किए इससे स्पष्ट है कि राम, चरित्र मानष ही काल्पनिक हैं ! 4
Naamste Ji🙏 aachary ji mai yah explanation se santust nahi hu. Aap kuch or samaja sakte ho.
Sorry,I don’t write in Hindi but understand;nice speech👌👌
Ishver ke nam per jo bhi bat hoti hai juthi hai. Isvar jutha hai. The gang behaving ishver is dangerous.
Ishvar kaun hai , usake laws & procedures kya hain , sajaayen kya hain , kya usake procedure ham manushyon jaise hain , har desh me alag procedure hain , yah saara system tumhe kaise maaloom ? Sub jhooth buk rahe ho . Sub anumaan hai , koi pramaan nhi hai . Sachchayi yahi hai .
Es snsar me AK v aisa raja nahi huaa jisane galat Kam nahi Kiya, sare papi hi Khushal Hota Hai, aap ka prbchn bekar Hai,
अगले जन्मों में उसको दंड मिलेगा और ज्यादा पाप करने वालों को ज्यादा दंड मिलेगा।
मुगलों ने दयानंद सरस्वती की गर्दन पर तलवार रखकर सत्यार्थ प्रकाश पुस्तक लिखवाई गई है इसलिए इस पुस्तक में मूर्ति पूजा विरोधी है ओर हनुमान जी विरोधी है ओर अवतार विरोधी है जो ईसलामीक एजेंडा है, ईसलीऐ हिन्दू ओ आर्य समाज वाले के बात में बहकावे में मत आना ईनलोगोने नया संप्रदाय बना लिया है उनके भगवान है दयानंद सरस्वती, दूसरे नंबर पर उद्धव संप्रदाय सहजानंद स्वामी को भगवान बना के, तीसरे नंबर पर रामपाल संत कबीर को भगवान बना कर सनातन धर्म को नुक्सान पहुंचा रहा है
मुगलों ने 14 वा सम्मुलाश भी लिखवा दिया?? फिर तो मुगल भी सनातनी थे? जो उन्होंने ने इस्लाम की पोल खुलवाई
अति सुन्दर