बहुत बढिया वर्णन कीया आपने माताजी, वास्तव में मन ही *अहंकार* की गेहराई मे द्रष्टा और साक्षी बन जाता है . सारा खेल मन का ही हैं , मन से ही अहंकार पैदा होता हैं और बस आगे बाकी संसार . वास्तव में द्रष्टा और साक्षी भाव भी अंतिम अवस्था नाहि क्योंकी उन दोनो मे दृश्य तो होता ही हैं , इन दोंनो के पार बिना दृश्य की अवस्था ही परम शुद्ध तत्व हैं जीसे वर्णित नाहि किया जा सकता .
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गुरुमा,आपका ये प्रवचन सुना । आप द्वैत को सहन नहीं करते हो । मैं ऐसे आप जो कहतेहो वही अच्छा और श्रेष्ठ है । मैं बहुत दूर रहता हूं । आपसे प्रत्यक्ष होना मेरे लिए असंभव है । पर अगर ईश्वर और गुरु कृपा होगी,तो जरूर होगा ।
मां को नमन 🌹🌹🙏🙏
बहुत बढिया वर्णन कीया आपने माताजी, वास्तव में मन ही *अहंकार* की गेहराई मे द्रष्टा और साक्षी बन जाता है . सारा खेल मन का ही हैं , मन से ही अहंकार पैदा होता हैं और बस आगे बाकी संसार . वास्तव में द्रष्टा और साक्षी भाव भी अंतिम अवस्था नाहि क्योंकी उन दोनो मे दृश्य तो होता ही हैं , इन दोंनो के पार बिना दृश्य की अवस्था ही परम शुद्ध तत्व हैं जीसे वर्णित नाहि किया जा सकता .
Waah ❤
जयगुरुदेव
बहुत ही सटीक विश्लेषण!!
Radha Radha
He gurudev
Pranam gurudev
बहुत सुंदर और अदभुद विश्लेषण है।
वाह।।। धन्यवाद आदरणीय प्यारी गुरुमां💐💐💐☺️
Divine love dear guru maa
Pranam gurumaa
Bhot achha ,,mata ji ,,
Jai guruma,kmal kr diye
God is one who is unborn recite God name with each breath gives peace and happiness
In ever- humble gratitude for making the terms in Advaita Vedanta so palatable!
Very beautiful and fine analysis and clarity in understanding.Thanks.Pranaam .
गहरी नींद में मन बुद्धि के सो जाने पर गहरी नींद का जो द्रष्टा है, वह साक्षात देखता है। अतः वह द्रष्टा साक्षी कहलाता है।
सादर प्रणाम।🙏🏻🙏🏻
Guruma ke Charno Me Koti-Koti Pranam 🙏
Joy Ho Guru maa ki joy Ho
परमपूज्य श्री गुरु माँ जी के चरणों में साष्टांग प्रणाम I
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी, हे नाथ नारायण वासुदेव I
10सितंबर 2022, 🙏 🙏 🙏 🕉 🕉 🕉
n SURINDER SOOD pujayapad gurumaa shree charno mea pranam 👏👏🌹🌹
Jai guruma. Sabhas anthakaran upahith chetan is Saakshi.🙏🙏
ਜੇ ਗੁਰੂ ਮਾਂ 🙏🏻🙏🏻🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙏🏻🙏🏻
राधे राधे 🙏🕉️
Jai gurudev
Parnam sadgurudevji parnam
ठाकुर धर्मवीर सिंह कुशवाहा सरोरा बागपत यूं पी प्रेम प्रणाम जी
માં ભગવતી આપકો વંદન 🙏🌄🌄🌄🙏
🙏🙏🙏🌷🌹🌺parnam gurù maa ji apke shiri charno mye 🌷 🌺 🌹 🙏 🎉
Parnam gurumaa koti koti parnam 🎉
SHREE SADGURUDEV JI KE CHARNO MEIN PRANAM 🙏🙏
Very well discrimination of drashta and Sakshi 🙏🙏🙏
🙏🙏Param pujya sadgurudev ji ke charno mai koti koti Prnaam🌹🌹🌹
Jai jai jai Guruma
Mast
Koti koti vandan guruma.
Naman pyare gurudev g
pyare guru ji 🙏 charna vich matha tekdey 🙏
सद्गुरु देव जी को कोटि कोटि नमन 🌹🙏🌹🙏
जय श्रीकृष्ण
Pranam sadgurudevji 🙏🙏
नमन मॉं ❣️🙏❣️
अन्तरजगत के प्रति होश द्रष्टा है ।
अन्तरजगत और बहिरजगत दोनों के प्रति एकसाथ होश साक्षी है ।आत्मस्मरण के साथ संसार के प्रति होश साक्षी है ।
Jai gurudev 🙏
Omm
Jay gurudev 🙏🏻🧖🌹🙏🏻
gurudev namah...
💛💛💛
🎉🎉
🌹🌹🙏🙏
🙏🏻🙏🏻🙏🏻💐
गुरुमा, अंतःकरण क्या है? 🌺
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@VedantaSimplified धन्यवाद 🌺 गुरुमा, उपयुक्त मार्गदर्शन के लिए🙏
लेकिन अष्टावक्र गीता मे द्रष्टा को ही आत्मा बताया गया है एको द्रष्टसि सर्वस्य मुक्त प्रयोसि सर्वदा
यदि दृष्टा न हो किसी रोग की वजह से तो भी साक्षी हो सकता है??????????????
🙏🏼🙏🏼🙏🏼🌹🌺
🙏
आत्मा कैसे देख सकता है?
आप बोल रहे हो, या फिर आपका आत्मा।
दृष्टा का दृष्टा साक्षी होता है।
गुरुमा,आपका ये प्रवचन सुना । आप द्वैत को सहन नहीं करते हो । मैं ऐसे आप जो कहतेहो वही अच्छा और श्रेष्ठ है । मैं बहुत दूर रहता हूं । आपसे प्रत्यक्ष होना मेरे लिए असंभव है । पर अगर ईश्वर और गुरु कृपा होगी,तो जरूर होगा ।
Guru maa ko koti koto naman
🙏🙏
Om