shankaracharya ji ne kaise hindu dharm ki raksha ki- Kumaril Bhatt aur Mandan Mishra
ฝัง
- เผยแพร่เมื่อ 6 ต.ค. 2024
- हिंदू धर्म की रक्षा हेतु किस तरह कुमारिल भट्ट ने बलिदान किया और आचार्य शंकर ने किस तरह हिंदू धर्म की रक्षा के लिए भारत भ्रमण किया । वाचस्पति मिश्र ने क्यों ब्रह्मसूत्र की टीका का नाम भामती टीका रखा।
जय श्रीराम...
सर्व बौद्धा नरा स्मृता
सब जन बौद्ध हो गए थे।
- भविष्य पुराण
प्रथम कृत युग में जो धर्म अस्तित्व में था वह त्रेता युग में भी कार्य कर रहा था। द्वापर में उम्र और तीव्र रूप से प्रभावित होने के बाद कलियुग में यह विलुप्त हो जाता है। उस युग में जातियों के (वर्गीकरण) का सर्वथा विनाश हो जाता है। इसी प्रकार, जीवन के विभिन्न चरण अस्त-व्यस्त और मिश्रित हो जाते हैं। उस युग में श्रुति और स्मृति एक दूसरे से भिन्न हो जाते हैं। श्रुति और स्मृति में अंतर के कारण किसी निश्चित निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा जा सकता। निश्चितता के अभाव के कारण धर्म का कोई (स्पष्ट) सिद्धांत शेष नहीं बचा है।
आये कृते यो धर्मोऽस्ति स त्रेतायां प्रवर्तते ॥ द्वापरे व्याकुलीभूत्वा प्रणश्यति कली युगे ॥५॥ वर्णानां विपरिध्वंसः संकीयत तथाश्रमाः ॥ द्वैविध्यं प्रतिपद्येते युगे तस्मिञ्छुति स्मृती ॥ ६ ॥ द्वैधात्तया श्रुतिस्मृत्योर्निश्चयी नाधिगम्यते । अनिश्चयादिगमनाद्धर्मतत्वं न विद्यते ॥ ७ ॥
ब्रह्माण्ड पुराण 2:31.5-7
🙏🙏🙏
🚩🙏
We need more video
Buddhism ke ander women ke liye bhohot ganda ganda likha hua hai sir apko padhna chaiye itna burra laga tha jab mene Janna tha unkii books kii duara and sir need more vedios