बीजयलाल हों चाहे कोई भी कलाकार हो किसी को इस तरह से चैलेंज नहीं देना चाहिए क्योंकि धरती बीरों से खाली नहीं है और बिरहा में विजयलाल बहुत बड़ा नाम है आप जो भुमिका बोल रहे हैं वह हम पर लीखी गई है हम का मतलब अहंकार होता है कबीर दास जी लिखे हैं कि जब हम थे तब हरि नहीं अब हरि हैं हम नाहिं सब अंधियारा मिट गया जब दीपक देखा मांहि
बुढ़वा बाबा में दम बा। नटखट अखाड़े जैसा गाना सच मे कहीं नही है। बहुत समय बाद गणेश अखाड़े में चंद्रिका कवि सिरमौर हुए जिनकी सदाशयता का बेजा फायदा उठाकर उन्ही के लोगों ने उन्हें पारा दे दिया। अब कोई नही है
बहुत ही अच्छा लगा लेकिन धरती ज्ञानी और अति ज्ञानी विद्वानों से भरी पड़ी है❤❤❤❤
बीजयलाल हों चाहे कोई भी कलाकार हो किसी को इस तरह से चैलेंज नहीं देना चाहिए क्योंकि धरती बीरों से खाली नहीं है और बिरहा में
विजयलाल बहुत बड़ा नाम है आप जो भुमिका बोल रहे हैं वह हम पर लीखी गई है हम का मतलब अहंकार होता है कबीर दास जी लिखे हैं कि
जब हम थे तब हरि नहीं अब हरि हैं हम नाहिं
सब अंधियारा मिट गया जब दीपक देखा मांहि
Very.best
Dada.ji.jai
Bhim
Guru ge pranam
बहुत बढ़िया पंडित जी
❤❤❤🙏🙏🙏
पांडेय जी को प्रणाम
बुढ़वा बाबा में दम बा। नटखट अखाड़े जैसा गाना सच मे कहीं नही है।
बहुत समय बाद गणेश अखाड़े में चंद्रिका कवि सिरमौर हुए जिनकी सदाशयता का बेजा फायदा उठाकर उन्ही के लोगों ने उन्हें पारा दे दिया।
अब कोई नही है