आंबा पिकवणे तंत्र! मार्केट मध्ये आलेला आंबा असा पिकवला जातो

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  • เผยแพร่เมื่อ 13 เม.ย. 2023

ความคิดเห็น • 41

  • @dnyaneshKanthali
    @dnyaneshKanthali หลายเดือนก่อน

    भाऊ तुम्ही करता तेच योग्य आहे . माझ्या कडे गावरान आंबे आहेत मी नैसर्गिक पद्धतीने पिकवतो आंबे खूप गोड आहेत पण लोकांना कमी भावात पाहिजे कलर पण पाहिजे गोड पण पाहिजे तरी पण लोक आंब्याला नावचं ठेवतात

  • @unmeshshinde9940
    @unmeshshinde9940 ปีที่แล้ว +1

    जयहिंद मीत्रा छान मार्गदर्शन व माहीती मीत्रा

  • @dhirajraut2852
    @dhirajraut2852 หลายเดือนก่อน

    Sir ashe pikavleli phale kallyavar aajar konte hotat tyacha sudha vdo taka plls

  • @dipalishinderoyal2757
    @dipalishinderoyal2757 ปีที่แล้ว +2

    लवकरच सेंद्रिय पद्धतीने घरगुती आंबे pikawinyacha व्हिडीओ टाका आम्ही पाहायला आवाढेल

    • @satishnene9363
      @satishnene9363 ปีที่แล้ว

      th-cam.com/video/HlmbP2xCJec/w-d-xo.html

  • @ravikiranghante417
    @ravikiranghante417 2 หลายเดือนก่อน

    Sarvsadharan mango vyapari kiti rs kg kharedi kartat chalu bhav kiti he

  • @user-kc8ug8ik5d
    @user-kc8ug8ik5d ปีที่แล้ว +4

    बायर कंपनीच काय जे फवारतात ते शरीरासाठी घातक नाही का औताडे सर आपण हा व्हिडीओ दाखवण्याऐवजी नेर्सगीक पध्दतीने आंबा कसा पिकवावा याचा व्हिडीओ दाखवत जा

    • @satishnene9363
      @satishnene9363 ปีที่แล้ว

      th-cam.com/video/HlmbP2xCJec/w-d-xo.html
      ही हर्बल आंबा पिकविण्याची विषमुक्त पावडर आहे.Dip-N-Ripe

  • @wahidkhanpathan1274
    @wahidkhanpathan1274 ปีที่แล้ว +1

    Etreil pirman kite

  • @nirmalakumarikarukoti1197
    @nirmalakumarikarukoti1197 2 หลายเดือนก่อน +1

  • @sumitbhagat3294
    @sumitbhagat3294 2 หลายเดือนก่อน +1

    Jasta pramanat Wapas any cancer la aamantran

  • @Ganesh-fk9ib
    @Ganesh-fk9ib 2 หลายเดือนก่อน +1

    इथरेल आम्हाला मिळेल का

  • @vedantkhandare96
    @vedantkhandare96 2 หลายเดือนก่อน +1

    सरकार ने ethrel वर बंदी घातली पाहिजे व्यापारी योग्य प्रमानात वापर करत नाही

  • @dipalishinderoyal2757
    @dipalishinderoyal2757 ปีที่แล้ว

    Sir chan vhidio aahe pan ase rasaynik ghatak waparun shariras hani pohachate tenwha sarwani thodech uttpadan घ्या पण ते विष मुक्त पने पिकवा,साठवा असे आपल्या vidiotun लोकांना सांगा कारण विषमुक्त अन्न खाणे आणि आरोग्य जपणे काळाची गरज आहे,

    • @satishnene9363
      @satishnene9363 ปีที่แล้ว

      th-cam.com/video/HlmbP2xCJec/w-d-xo.html

  • @avinashghodke2896
    @avinashghodke2896 ปีที่แล้ว +1

    hya spry madhe konta kemikal aahe

    • @surajavatade
      @surajavatade  ปีที่แล้ว

      कोणत्याही कृषी सेवा केंद्र मधे मिळेल

  • @shubhamcr266
    @shubhamcr266 ปีที่แล้ว +2

    Market madhe enripe navach packet ahe tyavar kahi mahiti dyal ka sir?

    • @Dhannu235
      @Dhannu235 3 หลายเดือนก่อน

      Amchya kade vyapari hech pocket use kartat

  • @ProAgriculture
    @ProAgriculture ปีที่แล้ว +3

    Dada Etherel vishari ahe

    • @surajavatade
      @surajavatade  ปีที่แล้ว +1

      हो, पण व्यापारी हेच वापर करत आहेत

  • @kishorharwande9209
    @kishorharwande9209 2 หลายเดือนก่อน

    असे करून लोकांच्या किडण्या खराब करा व क्यांसरला आमंत्रण द्या .परमेश्वरा याना सुबुद्धी दे.

  • @user-xe9uu6sj3y
    @user-xe9uu6sj3y ปีที่แล้ว +1

    एक लीटर मे Ethrel कितना दाल है

  • @suyogbhosale3702
    @suyogbhosale3702 ปีที่แล้ว +3

    Ethrel ne amba kharab hoto

    • @surajavatade
      @surajavatade  ปีที่แล้ว

      प्रमाण जास्त झाल्यास होतो

  • @user-xe9uu6sj3y
    @user-xe9uu6sj3y ปีที่แล้ว

    जबाब दो

  • @sagarbabar9460
    @sagarbabar9460 ปีที่แล้ว +2

    आंबा पिकविण्यासाठी Ethrel चे प्रमाण प्रति लिटर किती वापरावे

    • @ashutosh9504
      @ashutosh9504 ปีที่แล้ว +1

      १.५ ते २ मि. प्रति लि.

  • @suyogbhosale3702
    @suyogbhosale3702 ปีที่แล้ว +2

    Rip to eaters in advance

    • @surajavatade
      @surajavatade  ปีที่แล้ว +2

      म्हणून चार पैसे जास्त गेले तरी डायरेक्ट शेतकऱ्यांकडून शेतमाल खरेदी करा आणि तो ही बार्गेनिंग न करता

  • @Pratik_art5639
    @Pratik_art5639 ปีที่แล้ว +1

    कलमी आंब्याला चालतो का

  • @shivpawal3443
    @shivpawal3443 ปีที่แล้ว +1

    रसायन के प्रयोग का चलन अब खेती के अलावा कच्चे फलों को समय पहले पकाने और स्वादिष्ट बनाने में भी होने लगा है। लोग बिना जानकारी बाजार से रोजाना फल खरीद कर स्वाद तो चख रहें, लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि उसे पकाने और रसीला बनाने के लिए कितने प्रकार के रसायनों का प्रयोग हो रहा और इससे उन्हें क्या नुकसान हो सकता है। इसे लेकर दैनिक भास्कर की टीम ने पड़ताल की। जिसमें यह बात सामने आई की व्यवसायी फल पकाने लिए एथलीन गैस, कार्बाइड और इथ्रेल 39 नामक रसायनों का प्रयोग कर रहे हैं। जिसके सेवन से मानव शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
    भास्कर टीम ने सेामवार को शहर के संजय मार्केट, कोतरा रोड में थोक व चिल्हर फल व्यवसायियों के बीच जाकर पड़ताल की। उनके द्वारा फल पकाने की तकनीक को जाना और पाया कि उनके द्वारा उपयोग किए जा रहे रसायन का कोई मापदंड नहीं है। कार्बाइड की अलग-अलग पुडिय़ा बनाकर केलो के बीच रख कर केला पका रहे हैं। कुछ व्यवसायी इथ्रेल 39 के घोल में फलों को डुबाकर फल पका रहे हैं। संजय मार्केट के एक दो थोक व्यवसायी ही ऐसे है, जो एथिलीन गैस का प्रयोग कर रहे हैं। इस तकनीक को लेकर जब स्थानीय विशेषज्ञों से जब बात की तो यह बात सामने आई की कार्बाइड और इथ्रेल की अधिकता से कैंसर की संभावना बढ़ जाती है। दोनों ही एक तरह के रसायन है, सिर्फ इनके नाम में अंतर है। पानी के संपर्क में आते ही दोनों एथिलीन गैस रिलीज करती है, जिससे फल समय से पहले पक जाते हैं। जो कि मानव शरीर के लिए बेहद नुकसानदायक है।

    • @satishnene9363
      @satishnene9363 ปีที่แล้ว

      th-cam.com/video/HlmbP2xCJec/w-d-xo.html

  • @user-xe9uu6sj3y
    @user-xe9uu6sj3y ปีที่แล้ว +1

    एक लीटर पानी मे Ethrel कितना दाल ते है