अपने लेखन की इतनी गहरी और सूक्ष्म परख सुन कर सुखद आश्चर्य हुआ। चार वर्ष बाद।धन्यवाद कमलेश कुमारी जी। जब मैं लिखती हूँ तो किसी अजेंडा को लेकर नहीं, मेरे विचार और कल्पना शक्ति ही धारा रूप में बहती है।स्त्री मुक्ति का संदेश मुझे अपने परिवार से मिला।मेरे भाई स्वतंत्रता संग्राम में जुटे रहे।गांधी जी के सम्पर्क में रहे और गांधी जी ने ही उन्हें यह संदेश दिया कि देश की स्वतंत्रता के लिए स्त्री की स्वतंत्रता आवश्यक है।
अपने लेखन की इतनी गहरी और सूक्ष्म परख सुन कर सुखद आश्चर्य हुआ। चार वर्ष बाद।धन्यवाद कमलेश कुमारी जी। जब मैं लिखती हूँ तो किसी अजेंडा को लेकर नहीं, मेरे विचार
और कल्पना शक्ति ही धारा रूप में बहती है।स्त्री मुक्ति का संदेश मुझे अपने परिवार से मिला।मेरे भाई स्वतंत्रता संग्राम में जुटे रहे।गांधी जी के सम्पर्क में रहे और गांधी जी ने ही उन्हें यह संदेश दिया कि देश की स्वतंत्रता के लिए स्त्री की स्वतंत्रता आवश्यक है।
बहुत बहुत आभार मैम 🙏🙏
एक पिता की मार्मिक कहानी: वापसी (उषा प्रियंवदा)
th-cam.com/video/86diYIm9qqc/w-d-xo.html
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