जय श्री राधे कृष्णा/नमस्ते जी/बहुत ही अच्छी बातें आप ने रखी हम इस बात और राय से सहमत हैं जी बात यह है कि आज की जनरेशन आजकल के बच्चे क्योंकि यहां कोई व्यवसाय या कोई खेती करता है तो उसे अपने लिए भी होता तो ज्यादातर जंगली जानवरों से बचना😂 मुश्किलें हो जातीहै अगर किसी किसान गरीब का बच्चा/पढलिखकर मेहनत करता भी है तो जंगली जानवरों की आतंक से अपने लिए भी अनाज या फल फ्रूट प्राप्त नहीं कर पाता यही वजह है कि पहाड़ों में अब समय पे बारिश का ना होना समस्या है इसीलिए पहाड़ों में कोई ज्यादा रुचि भी नहीं रखते और हिम्मत से हार जाते हैं जी मुख्य तौर से पहाड़ों से पलायन का कारण यही है जी ( धन्यवाद जी)🙏👏🕉️🇮🇳
पहाड़ के उन बड़बोले नौनियों व उनके माता-पिता से मेरा यक्ष प्रश्न यही है कि वे अपने कद से ऊंचे लोगों अर्थात लड़कों से शादी करने की महत्वाकांक्षा पाले हुए हैं जो एक हद से ठीक भी है परन्तु सिक्के का दूसरा पहलू भी है कि उन्ही लड़कियों के छोटे बड़े भाई भी शादी के लायक होंगे तो यही प्रश्न उनके सामने भी होगा, फिर तो समझो कि वे भी बहुओं की खोज में दर दर भटकेंगे, इन यक्ष प्रश्नों का उनके पास कोई जवाब ही नहीं होगा तो फिर उनका मायका भी सूना पड़ा रहेगा बिना बहू भाभी के।❤❤❤
सही कहा भाई पहाड़ी लड़कियां पहाड़ी लड़कों से शादी नहीं कर रही है क्योंकि पाहडी लड़कियां को सरकारी नौकरी वाला लड़का जिसका 100 गज की कम से कम जमीन हरिद्वार, ऋषिकेश, देहरादून में हो चहिऐ
सबसे पहले जो गावों में है उनको देहरादून कोटद्वार और ऋषिकेश वालो को महत्व मत दो जो रिटायर होकर गाँव छोड़ रहे हैं जबकि उनकी आर्थिक हालत सही है, इन लोगों की वेवजह की चमक धमक देखकर कौन पहाड़ में रहना चाहेगा। सरकारी और रिटायर्ड लोगों को आइडल बनना चाहिए था पहाड़ के विकास के लिए वही बसना चाहिए था, आज जो गरीब लोग गाँव में रह गए वो दूसरो को क्या रोज गार दे पाऐंगे। इसी असुरक्षा के कारण गाँव के लोग भी अपने बच्चों का भविष्य सुरक्षित चाहते हैं।
😄😄😄😄👌 भाईसाहब आप ने बहुत अच्छा कहा कि खाना खा लेती अपने हाथ से खासकर मां का हाथ होता है लड़की का रिश्ता करने में जब अपने लड़के के लिए लड़की ढूंढेगी तो तो वो लोग भी ऐसे ही बोलेंगे तो तभी तो रिस्ते नहीं हो रहै है लड़के वाले भी पूछेंगे कि तुम्हारा मकान कहां है गाड़ी है बैंक बैलेंस कितना है
Bahi phad mai hi nahi gadwali samudai mai ladki dehradun mai bhi nahi mill rahi hai mera bhai pvt company mai fair enginer hai 05 sal se ladki nahi miil rahi abb majburi mai deshi yo sai krna pad raha hai phadiyo ko sarkari ladka jo chiye
सीधी सी बात है सर माँ बाप ही लड़की को खेती बाड़ी, गाय भैंस बकरी वाले घर में देना नही चाहते, भले ही लड़का चार पांच हजार रुपये में बनिये की नौकरी कर ले उसे दे देंगे, ये अक्ल समय के अनुसार लड़के लड़की को होनी चाहिए कि घर पर ही रहकर जानवर पालन खेती बाड़ी का काम करे और पूर्वजों की जमीन को आबाद करे, और उसी मे अपना उज्जवल भविष्य बनाये, देर जरूर होगी पर परिणाम अच्छा ही होगा यकीन मानो क्योंकि सरकार इस दिशा में मदद भी कर रही हैं।
Bhagwan Dharti per aaye hue hain kya shaadi ke chakkar mein padh rahe ho Bhagwan ko pahchano Brahma Kumari mein jao 7 din ka course karo kuchh nahin Rakha
सबसे पहले सरकार को पहाड़ी इलाके में यहाँ के वातावरण के अनुसार फैक्टरी लगवाएं। 13 जिलो के जिला मुख्यालय स्मार्ट बनाए जाए।पूरे पहाड़ी इलाकों को रेलवे से जोड़ा जाय।जिससे यहां पहाड़ ओर मैदान का भेदभाव खत्म हो।खेती करने वाले लोगों को स्पेशल योजनाओं को बनाया जाय
पहाड़ की दुर्दशा के लिए सियासत दान, शिक्षक और महिलाएं पूर्णतः जिम्मेदार हैं क्योंकि पहाड़ के लोग मेहनत नहीं करना चाहते हैं फ्री ration से तो और बुरा हाल हो गया
, आजकल लड़कियां के लड़की के मां बाप कह रहे हमें मकान दो बना के और हमारे सारे बच्चों का शादी का खर्च उठायेगा उसको ही लड़की देंगे ये नहीं सोच रहे कि कोई हमारे लड़के को भी कहेगा अपने आप कुछ भी नहीं है पर नखरे है और लड़की को दहेज में मकान दे और लड़की भी सरकारी नौकरी वाली बहू चाहिए तब क्या करेंगे लड़की वाले येसी लड़की से नहीं करना चाहिए जिन्होंने मांग करते हैं 🙏🙏👍
Sir ji I live in Chandigarh and my native from rishikesh bhai ki ladki ne haryanvi se sadi ki my daughter msc bed teacher in reputed school good salary wishing not marriage garhwali boys whereas garwali boys are well settled. My son also doing MBBS what's going on I don't know.
कितने गढ़वाली लड़के हैं वेल क्वालिफाइड। ढूंढेगे तो सैकड़ों मिल जाएंगे। ये अलग बात है कि आपके बच्चों ने व आपने जो माइंड मेक कर रखा है वहाँ तलाश समाप्त हो जाती है।
पहले लड़की अपने पिता का कद देंखे, मकान कहां है फिर हल्द्वानी या देहरादून की बात करें।ऐस और आराम मुफ्त में चाहिए, लड़कियां पहले नौकरी करें, फिर नौकरी वाला लड़का ढूंढे।
सर अगर सरकार चाहती तो कोरोना काल में सरकार बहुत लोगों को गांव में रोक सकती थी रोजगार देकर, योजनाएं तो आई मगर परवान कितनी चडी़ नहीं मालूम गाँव कौन छोडना चाहता है मगर बिना काम के कोई क्या करे। मैने भी बहुत कोशिश की गाँव में रुकने की मगर मेरा कोई काम नहीं बना सरकार के नियम ही ऐसे थे हम पहाड़ी होकर भी सरकारी योजनाओं से वंचित रह जाते हैं और बाहर के लोग मजे कर जाते हैं पहले इस नीति को बदलने की जरूरत है पहाड़ तो अपने आप ही बदल जायगे ।
Ane wale samy m uttarakhand pahad ki ladkiya kuwari rah jayengi kiyo jaisa wo cha rahi hai waisa harvkoi nahi ho sakta isliye lad ke bahar videsh aur nepal se saadi kar rahe hai
खेतों में लोग क्या बो रहे हैं, जांच करते हुए लोग गांव में भ्रमण करने आते सब अच्छा है बोल कर बढ़ावा दे कर दो घूंट मट्ठे से खुश हो चले जाते आम आदमी गुमसुम हो जाता है, कार्य करता , सही को सही ग़लत को बढ़ावा दे रहे हैं,
भाई जी लड़कियों को सरकारी लड़के चाहिए क्युकी लड़कियों को कानुन भी सपोर्ट क लड़कियों को मट कहता है लड़कियों को पैसा दो रता है चाहे लड़की गलत भी हो लेकिन कानुन कहता है
बाबा जी करेंगे कौशल विकास हर कोई अपने बच्चे का सुरक्षित भविष्य चाहता है पहाड का युवा सेना मे सबसे ज्यादा जाता था वह भी खत्म कर दिया अब बच गया प्राइवेट सेक्टर बस कौशल तो कल्पना कर सकती है क्योकि सरकार ने ही आम पहाड़ी को हक हूकूक से दूर कर दिया
यह मां बाप के कमी के कारण लड़कियां पर पाबंदी नहीं है वो जैसा कह रहीं हैं वैसा ही मां बाप कर रहे हैं दूसरा हाईस्कूल में गणित अनिवार्य किया जय सरकार ने इसपल ठोस कदम उठाए
Bhagwan Dharti per aaye hue hain kya shaadi ke chakkar mein pad rahe ho vaise bhi hai Kalyug ka ant chal raha hai jyada time kisi ke pass bhi nahin hai Brahma Kumari centre mein jaaun 7 din ka course
आप क्यों परेशान हैं इस संगीत से? क्या आपको शब्द साफ नहीं सुनाई दे रहे हैं। दरअसल बैक ग्राउंड म्यूजिक फिलर का काम करता है। पहाड़ की बात हो और पहाड़ का संगीत न हो तो वाह लोक से कैसे जुड़ा रहेगा।
पहाड़ों में लड़कों की शादी इसलिए नहीं हो पा रही हैं कि एक तो पहाड़ों का विकास नहीं हो रहा है दूसरी बात यह है मां बाप अपने बच्चों को संभाल नहीं पा रहे हैं और बच्चों को अपने औकात में नहीं रंग पि रहे हैं बच
Yeh mahashay bhi nahi karenge apni beti ki shaadi gaon mein. Betiyon ko kosne se achcha hai iss baat par charcha ho ki mahilaon par hi saare kam ka bojh kyun hai . Ghar bhi sambhale, khet bhi, gai bhains bhi, jungle se ghaas lakdi bhi laaye, bachcha bhi paale. Kaun ma chahegi uski beti ki bhi uske jaisi hi doordasha ho.
भाई जी ये सब बकवास इसमे सबसे पहले मां बाप के संस्कार होने चाहिए जब मां बाप के संस्कार ही खत्म हो गया तो इसमें जिसकी बेटी होगी वो तो किधर भी जा सकती हैं
When I was 6 years old -Manoj sir came to our village for video shooting📸And today I am 24 years old 😇Today I am very happy to see 😍😍
भाई जी आपने बहुत सुन्दर बात बताई लड़की अपने घर मैं सब काम करती ससूराल मैं जाके कोई काम नहीं आता
आप बिल्कुल एक एक शब्दों को सही कह रहे हैं। हमारे साथ यही दिन देखने को मिलता है।
सभी का हृदय से आभार
जय श्री राधे कृष्णा/नमस्ते जी/बहुत ही अच्छी बातें आप ने रखी हम इस बात और राय से सहमत हैं जी बात यह है कि आज की जनरेशन आजकल के बच्चे क्योंकि यहां कोई व्यवसाय या कोई खेती करता है तो उसे अपने लिए भी होता तो ज्यादातर जंगली जानवरों से बचना😂 मुश्किलें हो जातीहै अगर किसी किसान गरीब का बच्चा/पढलिखकर मेहनत करता भी है तो जंगली जानवरों की आतंक से अपने लिए भी अनाज या फल फ्रूट प्राप्त नहीं कर पाता यही वजह है कि पहाड़ों में अब समय पे बारिश का ना होना समस्या है इसीलिए पहाड़ों में कोई ज्यादा रुचि भी नहीं रखते और हिम्मत से हार जाते हैं जी मुख्य तौर से पहाड़ों से पलायन का कारण यही है जी ( धन्यवाद जी)🙏👏🕉️🇮🇳
हल्के म्यूजिक में भी इंटरव्यू हो सकता है हमें समझ में नहीं आ रही कि हम इंटरव्यू सुन रहे हैं या म्यूजिक
पहाड़ के उन बड़बोले नौनियों व उनके माता-पिता से मेरा यक्ष प्रश्न यही है कि वे अपने कद से ऊंचे लोगों अर्थात लड़कों से शादी करने की महत्वाकांक्षा पाले हुए हैं जो एक हद से ठीक भी है परन्तु सिक्के का दूसरा पहलू भी है कि उन्ही लड़कियों के छोटे बड़े भाई भी शादी के लायक होंगे तो यही प्रश्न उनके सामने भी होगा, फिर तो समझो कि वे भी बहुओं की खोज में दर दर भटकेंगे, इन यक्ष प्रश्नों का उनके पास कोई जवाब ही नहीं होगा तो फिर उनका मायका भी सूना पड़ा रहेगा बिना बहू भाभी के।❤❤❤
सही कहा भाई पहाड़ी लड़कियां पहाड़ी लड़कों से शादी नहीं कर रही है क्योंकि पाहडी लड़कियां को सरकारी नौकरी वाला लड़का जिसका 100 गज की कम से कम जमीन हरिद्वार, ऋषिकेश, देहरादून में हो चहिऐ
सबसे पहले जो गावों में है उनको देहरादून कोटद्वार और ऋषिकेश वालो को महत्व मत दो जो रिटायर होकर गाँव छोड़ रहे हैं जबकि उनकी आर्थिक हालत सही है, इन लोगों की वेवजह की चमक धमक देखकर कौन पहाड़ में रहना चाहेगा। सरकारी और रिटायर्ड लोगों को आइडल बनना चाहिए था पहाड़ के विकास के लिए वही बसना चाहिए था, आज जो गरीब लोग गाँव में रह गए वो दूसरो को क्या रोज गार दे पाऐंगे। इसी असुरक्षा के कारण गाँव के लोग भी अपने बच्चों का भविष्य सुरक्षित चाहते हैं।
Veri good discussion and analysis
Music?
Thq bro good work apka kide pad jayange aaj kal ki ladkiya ka
मुख्य वजह लड़कियों का शिक्षित होना और नोकरी करना है।
हर किसी की अपनी अपनी इच्छा है।
Very good video formats
Bilkul sahi kha sir aap ne ❤
बिल्कुल सही बात कही असवाल जी ने
😄😄😄😄👌 भाईसाहब आप ने बहुत अच्छा कहा कि खाना खा लेती अपने हाथ से खासकर मां का हाथ होता है लड़की का रिश्ता करने में जब अपने लड़के के लिए लड़की ढूंढेगी तो तो वो लोग भी ऐसे ही बोलेंगे तो तभी तो रिस्ते नहीं हो रहै है लड़के वाले भी पूछेंगे कि तुम्हारा मकान कहां है गाड़ी है बैंक बैलेंस कितना है
Bilkul sahi baat kaha aapane bilkul right
Bahi phad mai hi nahi gadwali samudai mai ladki dehradun mai bhi nahi mill rahi hai mera bhai pvt company mai fair enginer hai 05 sal se ladki nahi miil rahi abb majburi mai deshi yo sai krna pad raha hai phadiyo ko sarkari ladka jo chiye
सीधी सी बात है सर माँ बाप ही लड़की को खेती बाड़ी, गाय भैंस बकरी वाले घर में देना नही चाहते, भले ही लड़का चार पांच हजार रुपये में बनिये की नौकरी कर ले उसे दे देंगे, ये अक्ल समय के अनुसार लड़के लड़की को होनी चाहिए कि घर पर ही रहकर जानवर पालन खेती बाड़ी का काम करे और पूर्वजों की जमीन को आबाद करे, और उसी मे अपना उज्जवल भविष्य बनाये, देर जरूर होगी पर परिणाम अच्छा ही होगा यकीन मानो क्योंकि सरकार इस दिशा में मदद भी कर रही हैं।
Bhagwan Dharti per aaye hue hain kya shaadi ke chakkar mein padh rahe ho Bhagwan ko pahchano Brahma Kumari mein jao 7 din ka course karo kuchh nahin Rakha
Kalyug ka ant ant chal raha h
Enhi Sarkari naukri wala chiye
हाँ वहाँ लड़की ही लडकी है पूरी मौज है शादी क्यों करनी।
Wo is isliye ladka saadi se pehle to Bahar jop kr leta h . Or jo hi saadi huyi to wo jop pr jata hi ni
Abaki bar 100 percent Satya hai
Apnea sahi pahadon ki ladkiyon aur sadiyon ke bare me aage ķya hoga m l sharma hp
Anker sahab pahad jo sarkari naukari hogi to ladki milegi nahi to ladki bahi milegi pahad mai
बहुत ही अच्छी पहल जहां तक होमस्टे की बात है वहां बाहर के लोगों का कब्जा बहुत ज्यादा है
सबसे पहले सरकार को पहाड़ी इलाके में यहाँ के वातावरण के अनुसार फैक्टरी लगवाएं। 13 जिलो के जिला मुख्यालय स्मार्ट बनाए जाए।पूरे पहाड़ी इलाकों को रेलवे से जोड़ा जाय।जिससे यहां पहाड़ ओर मैदान का भेदभाव खत्म हो।खेती करने वाले लोगों को स्पेशल योजनाओं को बनाया जाय
समस्या तो बड़ी गंभीर है हमें भी दुख हो रहा है पर क्या कर सकते हैं 😭😭😭😭😭
पहाड़ में बाहरी लोग भर गए हैं.......भूल जाइए, कुछ साल बाद आप खुद को पर्यटक बन कर आता देखें यहां
पहाड़ की दुर्दशा के लिए सियासत दान, शिक्षक और महिलाएं पूर्णतः जिम्मेदार हैं क्योंकि पहाड़ के लोग मेहनत नहीं करना चाहते हैं फ्री ration से तो और बुरा हाल हो गया
, आजकल लड़कियां के लड़की के मां बाप कह रहे हमें मकान दो बना के और हमारे सारे बच्चों का शादी का खर्च उठायेगा उसको ही लड़की देंगे ये नहीं सोच रहे कि कोई हमारे लड़के को भी कहेगा अपने आप कुछ भी नहीं है पर नखरे है और लड़की को दहेज में मकान दे और लड़की भी सरकारी नौकरी वाली बहू चाहिए तब क्या करेंगे लड़की वाले येसी लड़की से नहीं करना चाहिए जिन्होंने मांग करते हैं 🙏🙏👍
सही बात है
Sir ji I live in Chandigarh and my native from rishikesh bhai ki ladki ne haryanvi se sadi ki my daughter msc bed teacher in reputed school good salary wishing not marriage garhwali boys whereas garwali boys are well settled. My son also doing MBBS what's going on I don't know.
कितने गढ़वाली लड़के हैं वेल क्वालिफाइड। ढूंढेगे तो सैकड़ों मिल जाएंगे। ये अलग बात है कि आपके बच्चों ने व आपने जो माइंड मेक कर रखा है वहाँ तलाश समाप्त हो जाती है।
Meri Hath jodkar vinati hai gaon ki ladisso ke liye bhi Kuchh kam Laya Jaaye pleasegaon ki ladiss ke liye bhi Kuchh kam Laya Jaaye please
आजकल लड़की बुहत बिगड़ गई है वह स्कूल नहीं आवरा गर्दी में रहती हैं उन्हें काम करने में सक्षम मानने लगी है यह बहुत दुःख की बात है
🎉🎉❤ Sundar
The line is write
अब तो हल्द्वानी से लड़की पिथौरागढ़ आना नहीं चा रही है
👍👍👍👍👍
Sach hai
पहले लड़की अपने पिता का कद देंखे, मकान कहां है फिर हल्द्वानी या देहरादून की बात करें।ऐस और आराम मुफ्त में चाहिए, लड़कियां पहले नौकरी करें, फिर नौकरी वाला लड़का ढूंढे।
सही कहा आपने
सही बात
सबको अग़ेज ही लड़का चाहिए तो पहाडौ में कौन रहैगे
Ji ha hamara pahaad aane waale time m Khali ho sakta h
दिन ब दिन स्थिति चिंताजनक होती जा रही है 😢
सर अगर सरकार चाहती तो कोरोना काल में सरकार बहुत लोगों को गांव में रोक सकती थी रोजगार देकर, योजनाएं तो आई मगर परवान कितनी चडी़ नहीं मालूम गाँव कौन छोडना चाहता है मगर बिना काम के कोई क्या करे। मैने भी बहुत कोशिश की गाँव में रुकने की मगर मेरा कोई काम नहीं बना सरकार के नियम ही ऐसे थे हम पहाड़ी होकर भी सरकारी योजनाओं से वंचित रह जाते हैं और बाहर के लोग मजे कर जाते हैं पहले इस नीति को बदलने की जरूरत है पहाड़ तो अपने आप ही बदल जायगे ।
Sidhi bat jo log city me rhkr gyan de rhe hai unki vjh se ye sab ho rha hai
Ane wale samy m uttarakhand pahad ki ladkiya kuwari rah jayengi kiyo jaisa wo cha rahi hai waisa harvkoi nahi ho sakta isliye lad ke bahar videsh aur nepal se saadi kar rahe hai
Samya bhut vikat cha ayu bhut dukh ki batt
ये बहुत विकट समस्या है
लडकी वालो की यही डिमांड है कुछ न हो एक कत्तर तो ज़रूर होना चाहिए देहरादून में ....
खेतों में लोग क्या बो रहे हैं, जांच करते हुए लोग गांव में भ्रमण करने आते सब अच्छा है बोल कर बढ़ावा दे कर दो घूंट मट्ठे से खुश हो चले जाते आम आदमी गुमसुम हो जाता है, कार्य करता , सही को सही ग़लत को बढ़ावा दे रहे हैं,
स्थिति अब विकट है.. पलायन नहीं रुकेगा
Har Gaon Ka Yahi hal hai
भाई जी लड़कियों को सरकारी लड़के चाहिए क्युकी लड़कियों को कानुन भी सपोर्ट क लड़कियों को मट कहता है लड़कियों को पैसा दो रता है चाहे लड़की गलत भी हो लेकिन कानुन कहता है
कुछ सालों बाद पहाड़ी मैदानों में, और मैदान वाले पहाड़ों में नजर आएंगे
Are bhai ladkiyan Kyon Nahin Milegi majbut Ghar Mein Jaaye ladkiyan bus milati hai
बाबा जी करेंगे कौशल विकास हर कोई अपने बच्चे का सुरक्षित भविष्य चाहता है पहाड का युवा सेना मे सबसे ज्यादा जाता था वह भी खत्म कर दिया अब बच गया प्राइवेट सेक्टर बस कौशल तो कल्पना कर सकती है क्योकि सरकार ने ही आम पहाड़ी को हक हूकूक से दूर कर दिया
,👌👌👍🥰
Boys should coincide eligibility with time
Kyuki maa baap ko ladka chaiye desi ameer apni beti ke liye or bete ke liye chaiye pahad ki ladki 😂iss chakkar mai pura pahad barbad ho gaya😂
Mumbai mai kroge
Free ration have made the people idle n kamchore this should be stopped imdtly
Inhi bhari bangali chiye chahiye sarkari nukri na ho
यह मां बाप के कमी के कारण लड़कियां पर पाबंदी नहीं है वो जैसा कह रहीं हैं वैसा ही मां बाप कर रहे हैं दूसरा हाईस्कूल में गणित अनिवार्य किया जय सरकार ने इसपल ठोस कदम उठाए
Good night sweet dreams tq best wishes
😂😂😂🎉🎉mamla gadbad hai na 🙉🙈🙊
देहरादून में मकान चाहिए तभी लडकी देंगे। ओर उसके बाद बेरोजगारी के लिए सरकार को दोषी ठहरा दिया जायेगा। 😂😂😂
सरकार ने कितना रोज़गार दिया ये भी बता दो ?
अंजली की शादी भी हो गई और पटवारी भी ना बन पाए ....
@@harichauhan6401 hakam singh ko paise diyai the.
@@shaktisingh-yl6ed 😀
पहले मरा हाकम का मुर्दा उसके बाद मरा चर्तुवेदी का मेहनत जितनी करो फल ये लोग ही ले जा रहे .....
Thodi. Akak. Ki. Baat. Kar. Kyon. Apna. Jaloo. Khudh. Hi. Nikal. Rahe. Ho
❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉g̤a̤j̤a̤b̤ g̤
Bhagwan Dharti per aaye hue hain kya shaadi ke chakkar mein pad rahe ho vaise bhi hai Kalyug ka ant chal raha hai jyada time kisi ke pass bhi nahin hai Brahma Kumari centre mein jaaun 7 din ka course
Dehradoon ki achhi padhi likhi ladki phaad me khaa skti apna dimaag lga kr rojgaar khool skti lekin phaad ki ladki phaad nahi reha skti
लड़की की मां ही मना करती है।मा तेज हो गई है।
😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
Apki????
बैकग्राउंड में म्यूजिक जरूरी है? क्यों मज़ाक बना रहे हो?
यह बैकग्राउंड म्यूजिक भाई आपके समझ में नहीं आएगा यह पीड़ा है हमारे उत्तराखंड की जो पीड़ा है ना उस को दर्शाने के लिए यह बैकग्राउंड म्यूजिक
आप क्यों परेशान हैं इस संगीत से? क्या आपको शब्द साफ नहीं सुनाई दे रहे हैं। दरअसल बैक ग्राउंड म्यूजिक फिलर का काम करता है। पहाड़ की बात हो और पहाड़ का संगीत न हो तो वाह लोक से कैसे जुड़ा रहेगा।
Teko kya promblam h
मेरा ध्यान म्यूजिक पर गया ही नहीं , शब्द ही शब्द थे जो साफ साफ सुनाई दिए और मन पर चोट करते रहे।
कटु सत्य..
Bihari se Karo Sadi pahadi ladkiyo ke
भाई जी लड़कियों को सरकारी लड़के की नोकरी चाहिए पैसा और मायका चाहिए को कानुन सपोर्ट न करें तों खुद समाज सुधार में आएगा
Burger, pizza, golgappe walo ko bharti karo sab uttrakhand lot ...
पहाड़ों में लड़कों की शादी इसलिए नहीं हो पा रही हैं कि एक तो पहाड़ों का विकास नहीं हो रहा है दूसरी बात यह है मां बाप अपने बच्चों को संभाल नहीं पा रहे हैं और बच्चों को अपने औकात में नहीं रंग पि रहे हैं बच
उन्हें मुस्लिमो और ईसाईयों में शादी करनी चाहिए
Instagram Chalana or reel bana ata hai bs or bf k sath gar se bagana
Dikhawa ho gaya
Desiyon se krri hain paiso ke liye 😂😂😂
पलायन की मानसिकता बन गई है..
Yeh mahashay bhi nahi karenge apni beti ki shaadi gaon mein.
Betiyon ko kosne se achcha hai iss baat par charcha ho ki mahilaon par hi saare kam ka bojh kyun hai . Ghar bhi sambhale, khet bhi, gai bhains bhi, jungle se ghaas lakdi bhi laaye, bachcha bhi paale. Kaun ma chahegi uski beti ki bhi uske jaisi hi doordasha ho.
मुझे तो सब काम आता है और नौकरी भी करती हूं
सादी पहाड़ से करनी हो तो बताओ
Gaon ki auraten bhi Kuchh karna chahti Hain enjoy wale Aake photo khinch le Jaate Hain aur Hota Kuchh Nahin Hai
Kuchh Tabi kar payagi na aga jab Instagram se hatenge
Aadha se jyada log social media ke shikar Ho rakhe hain
Mujhe bhi ek grib ghr ke larki chaiye jisse mai marriage kr sku from : haryana hisar
Apne state or apni biradri ki ladkiyaan toh maar di ab yahan aara hai ladki lene
भाई जी ये सब बकवास इसमे सबसे पहले मां बाप के संस्कार होने चाहिए जब मां बाप के संस्कार ही खत्म हो गया तो इसमें जिसकी बेटी होगी वो तो किधर भी जा सकती हैं
to bhad me jaye pahadi ldki😅😅kahi or se le aayenge
rahne do bhaaw khnae wali ladkiyo ko nepaaal se le aao bwariii ...... ...... ..... ... ......
Deekha dekhi me sab ko deharadun hee rahna hai.ladkio ko comfort chahiye.