इसके जिमेदार सिर्फ़ हम पहाड़ी हे।जब हमे अपनी बेटी के लिए रिश्ते ढूंढने हैं तो सिर्फ शहरों में,सरकारी नौकरी,चाहिए लेकिन जब बहू ढूंढते हैं तो गांव में काम करने वाली चाहिए ऐसी मानसिकता होगी तो समस्या तो होगी।
Dil ki bat kah di apne .iske liye responsible to ma bap khud hainnn.. maa baap apni beti k liye aisa rishta dhundhte hain jiske pas city m ghr ho , government job ho jb bat aati h apne liye bahu lane ki to sochte hain ghr m kam kregi pahad ka ,jb khud apni beti k liye tumhein normal ldka nhi chlta to dusra apni beti ko aise hi thodi de dega ,use bhi to vhi requirements chahiye n 😅
पहाड़ का पहाड़ी अपने पहाड़ में ही नहीं रहना चाहता…और देहरादून मी आके बोलता है की i am proud to be gharwali… ऐसा तो होना ही था…..हर पहाड़ी को प्लेन में ही रहना है…तो लड़कियाँ डिमांड क्यों ना करे
@@stayhealthyfit1394apki baat shi h Bhai par dehradun me rahne wale Garhwali log apne ko Garhwali nhi mante hai wo bi Jo 2,4 saal phle dehradun gye honge, humne khud dekha h yr wha ki ledies bolti thi hme ki aa gye garhwal se kya ho ra tumare garhwal me fir ham unko jawab dete the ki garhwal me dehradun aata hai na ki dehradun me garhwal
Bhai pahad ki Zindagi bahut achhi h. Jo ye ni samajh paya wo backward hai. Uttarakhand m business ki bahut possibility Hain. Delhi ki gandi hawa gande Pani traffic wali Zindagi jyada mushkil h. Baat bus itni h ki log alsi h.
Accha log aalsi hai to khud kar lo set up bolne or krne mai faraq hota hai .....hotel ya restraunt kholne mai kitna paisa lagta hai pta hai?? Dukn wLe kya guzara kar lete ...orato ko becharo ko ghas katna ...gaye bhains or khetii us k bd kya haalat ho jati un ki ? @@mayankdewli1010
@@mayankdewli1010 to business kholo???kon mana karra q ki pta hai hotel or restaurant ka budget ....or dukan ni chalti ... aree apna seher mai sahab bn k pocket mai haath daal k agle ko kamchor bolre bhot asaan hai
बहुत सुंदर विश्लेषण यह समस्या गांव से ज्यादा शहरों में होने लगी है लड़कियां लड़कों के मुकाबले ज्यादा मेहनती, शिक्षित, और सुंदर,हेल्थ जागरूक हैं जिस कारण उन्हें अपने कास्ट के बजाय दूसरे कास्ट के लड़के ज्यादा उपयुक्त या मोहित कर रहे हैं
बहुत ही सटीक और शोधपूर्ण चित्रण किया है आपने। आज से २० वर्ष पूर्व कन्या भ्रूण हत्या को जो दुष्चक्र उत्तराखंड में फैला उसकी ही सजा मिल रही है अब। साथ ही उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों का समुचित संसाधनों के साथ विकास न हो पाने के कारण भी समाज में असंतुलन की स्थिति प्रकट हो रही है, जिसमे सर्व विदित स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार को समस्या प्रमुख है। पहाड़ से पलायन के मुख्य तीन कारण यही थे। अब समस्या हमारे सम्मुख भू कानून और मूल निवास जैसे संवेदनशील मुद्दों को लेकर है, लेकिन नेतृत्वकर्ता किन्ही और ही दिशाओं की और अग्रसर है। बड़ा मुश्किल है।
Lol toh fr pahadi ldkiyan apne Desi patiyo k sath kya kr rhi h bro??? 2001 m pahadi community m 1000 ldko pr 1050 ldkiyan thi average jbki HRYANA m 800 thi Aisa hi paap apne sar lena h toh ldki paida hi q krni
बिल्कुल सही कहा क्योंकि लड़कियां लड़कों से दहेज के रूप में घर पैसा वसूल रही है जबकि इतनी संवेदनशीलता उनमें नहीं की समाज के मूल रूप ढांचे को यथोचित रूप से बनाने की कवायद होनी चाहिए.
@@justprank4786 mere comment ka matlab sayad aap samjhe nhi Jb hm log khud chahte ki hmari betiya bhaar rhe gaon k kaam se door sehro mai rhe to bahu gaon mai rehne wali kis mu se laaenge .... Jitne b comment is video mai aae hai utne mai se kitne logo ne apni beti k lie delhi dehradun mai sasural dhudha hai pucho jra ...ye log khud nhi chahte ki inki betiya gaon mai kaam kre...
पहाड़ों में भी विचित्र स्थिति बनी हुई है- "शादी के लिए सरकारी नौकरी वाला लड़का चाहिए । लेकिन भागने के लिए फेरीवाला, नाई, वेल्डिंगवाला कोई भी चलेगा ।। " 🤣😂🤣😂
hrithik roshan jasi zindagi se accha Salman hi bankr rho khula sand banke 😁single aadmi raja hota hai.. Yogi ji modi ji atal ji ap j kalam ji sab single the isiliye desh sambhal paye 😎.. Aaj ladki milne se badi samasya hai shadi k tutne ki.. Celebrities se leke aam aadmi sabki shadi hone k bad bhi ladkiyan bhag ja rhi hain 😎
उत्तराखण्ड की लड़कियों के डिमांड डिविजन के आधार पर । 1.(कुमाऊँ प्रभाग) a. लड़का सरकारी नौकरी वाला हो। b.हल्द्वानी, रामनगर, काशीपुर इत्यादि शहरों में प्लॉट हो अथवा मकान हो। c.लड़का माँ बाप भाईयों से अलग रहे। अधिकतर लड़कियों के परिजन अपनी बेटी को उस परिवार में ब्याहना चाहते हैं जहाँ इकलौता बेटा हो सरकारी नौकरी और मकान तो कंप्यूटर के triple c exam के जैसे कम्पल्सरी हो गया है। 2.(गढ़वाल प्रभाग) a. लड़का सरकारी नौकरी वाला हो। b.देहरादून , हरिद्वार, ऋषिकेश में मकान या पलॉट हो। अतिरिक्त:- पौड़ी गढ़वाल की लड़कियों को दिल्ली वाला लड़का चाहिए बल। ब्राह्मण और राजपूत में सामान्य लड़कों के लिए लड़कियाँ नहीं हैं लेकिन कबाड़ी वाले,फेरीवाले, रिक्शे वाले,नाई,और मुसलमानों के साथ भागने के लिए लड़कियां पर्याप्त हैं। ------------------------------------------------ अब तो अग्निवीरों की भी शादी होने से रही क्योंकि लड़कियों को स्थाई नौकरी वाले लड़के ही चाहिए अब कहां गई वो देशभक्ति वाली लड़कियां? _____________________________ कुछ लड़कियां तो ऐसी हैं जिनके पास खुद का मकान नही है झोपड़ पट्टी में रह रही हैं घर में भाई बेरोजगार पड़े हैं और फिर भी देखा देखी में अच्छे खासे रिश्ते ठुकरा देती हैं फिर यही लड़कियाँ बाद में ओवर एज हो जाती हैं और फिर लास्ट में इनकी शादी किसी गंजू पटेल के साथ होती है। हर पिता और माँ अपनी बेटी का सुनहरा भविष्य चाहती हैं क्योंकि प्राचीन काल में महिलाओं का भी बहुत शोषण हुआ है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप अपने ही समतुल्य पुरुष समाज को नकार कर उनके सारे रास्ते बंद कर दो जिन लड़कियों के घर में बेरोजगार भाई हैं उन्हें तो सोचना चाहिए कल को यही सब उनके भाइयों के साथ भी होना है। मनुष्य कोई भी हो धीरे-धीरे संघर्ष करके आगे बढ़ता है मैं उत्तराखण्ड के लड़कों से विनम्र निवेदन और अपील करता हूं कि अथक परिश्रम के पश्चात अगर आपकी सरकारी नौकरी लगती भी है तो क्या आप उस लड़की को चुनेंगे जिसने संपत्ति के लिए 10-12 लड़कों को ठुकराया होगा?
मात्र लड़के ही नहीं लडकियां भी 34-35 उम्र की हो चुकी हैं परंतु इनकी इच्छाएं असीमित हो गई हैं। सरकारी नौकरी तो लगभग समाप्त हो चुकी हैं। गांव ही नहीं शहरों में भी ब्योलियों की किल्लत है ब्योलियोँ की असीमित इच्छाओं के कारण समस्या बढ़ती जा रही है।
वक्त के हिसाब से चलें, 35 से ऊपर के युवा विधवा विवाह को प्राथमिकता दें। ऐसी तलाकशुदा लडकी का भी घर बसायें जिसके साथ ससुराल ने गलत किया हो। इसमे समाज क्या सोचेगा ये न देखें। आपकी जिदंगी है, आपने तय करना है।
मैने भी 5 साल काफी कोशिश की थी शादी करने की, पर देहरादून में मकान और सरकारी नौकरी के बिना बात ही नही बनी, बहुत अच्छी सैलरी वाली प्राइवेट जॉब की भी कोई वैल्यू नही है, अब मेने शादी नही करने का प्रण कर लिया है, 35 का तो हो ही चुका हूं, समाज सेवा को ही लक्ष्य बना लिया है और वैसे भी कुछ नहीं तो जनसंख्या नियंत्रण में सक्रिय भूमिका तो निभा ही रहा हूं।
यहां comments में देख रहा हूँ कि सभी लोग ये ही कमेंट कर रहे हैं को लड़का govt job वाला चाहिए, पर सचाई तो ये है कि govt job वालों को भी नही मिल रही लड़कियां
बहुत सही कहा आपने आजकल गाओं मे यही पूछा जा रहा है की... लड़के वाले कहा रहते है प्लेन मे रहते है तो ख़ुश अच्छा लड़की वालो की सोच ये है की... लड़की तो देनी है कोटद्वार रामनगर दिल्ली देहरादून हल्द्वानी और बहु ऐसी चाहिए जो गाओं मे ही रहे हमारे साथ ये बड़ी बिडंबना है इस समय गढ़वाल मे
इस समस्या मैं पूर्णत सत्य ही है इस समस्या के दुष्परिणाम भयावह होने वाली है कम समय में ही उत्तराखंड विहार वासियों तथा नेपाली या मुस्लिमों का बर्चस्व बढ़ने के रास्ते सहज हो जायेंगे उत्तराखंड का अस्तित्व ही समाप्ति की गर्त में जाना निश्चित है 🙏🙏🙏
उत्तराखंड की बहुत सी लड़कियां शहरों में आकर परदेसी लड़कों के झांसे में आकर फंस रही है इन लड़कियों को उत्तराखंड के लड़के पसंद नहीं आ रहे हैं शहर के लड़कों का पहनावे और रहन सहन पहाड़ की लड़की को अच्छा लग रहा है और वह इन परदेसी लड़कों के झांसे में फंस जाते हैं मैंने ऐसी बहुत सी लड़कियों को देखा है
Shai baath bandhu. In ladkiyo ka liya fariwala, welding wala he tik hai Jo jis like hoti hai uski wasi hi dasha hoti hai. Acha hai asi aurth na mila toh radwa rehana hi tik. Shadhi ussa kero jo shadhi like ho verna jail jana mein dar nahi lagagi.
Reasons why uttarakhand's youth getting to stage of unmarried:- 1- trend of love marriage 2- jobless youth generation 3- parents searching suitable climate for their daughter 4- mentality Of parents is that, we have to build up our relationship to rich family 5- Girls doesn't want to do work as pahadi cultural women, thats why the want a perfect life 6- everyone searching better then him I think These are some kind of reasons To make a higher percentage chance .
I don't think being jobless is the reason for not getting married, sbse pehle to berojgar logo ki hi shadi hoti he bhai .... dikkat to unko he jo job hone ke bad v rista dhund rahey he or reject ho rahey he .. kyo ki ladki ka mamla instagram pe alredy set he ..
@@superboy3633 bhai muje kuch samjh nahi aa raha chal kya raha he 😶🌫️ buddhe 2 2 shadi kr rahey he or jawan ko ldki nhi mil rhi , or jinki shadi hogye wo ldkiya bhabiya kisi or ke sath bhag rahi he , bhabiya boyfriend dhudn rahi he or single ladke rah dekh rahe he ki koi ldka ha bole ,pr ladki ke to instagram pe alredy 10 10 boyfriend or close frnd he usko to lgra he wo lakho me ek ban chuki he 1000 followers hogye uske😁😁😁😁
क्या करें हम उत्तराखंड के लड़के सन्यास ले लें सब की सोच बदल गई पहाड़ में न रहना पहाड़ में न काम करना इन लड़कियों को पसंद नहीं है सब को शहर में में ही रहकर मौज लेनी है ❤❤❤❤
शहर में रहने वाली लडकियां भी बहुत तेज हैं। इनको भी सरकारी नौकरी वाला चाहिए साथ मैं मकान दुकान प्लॉट आदि सारी सुविधा वाला लड़का चाहिए भले ही इन लड़कियों मैं सगोर न हो। अपने आप खाली बैठी हैं बिना नौकरी के 34-35 साल उम्र ही चुकी है और इनको सरकारी दामाद ही चाहिए।
मैडम आपने सही विश्लेषण किया है पहले ही लोग पहाड़ों से पलायन कर चुके हैं जो बचे कुचे हैं उनकी शादियां नहीं हो रही है इससे लगता है कि एक दिन पहाड़ों में गैर उत्तराखंडी का कब्जा होने वाला है
जिन लड़कियों की इतना डिमांड है कि लड़का सरकारी नौकरी हो और दिल्ली देहरादून m घर हो वो वही लडकिया है जिन्होंने जैसे तैसे करके बीए एमए पास किया है और इंस्टाग्राम m reel बना रही हैं जो लड़की खुद मेहनती और समझदार है और जिन्होंने बाहर जाके दुनिया देखी है उनको पता है बाहर कितना कॉम्पिटेशन है और लडको के पास पूरे घर की जिम्मेदारी भी होती हैं uttrakhand के लडको से मुझे कहना कि ऐसी डिमांडिंग लडकी से अच्छा है जिंदगी मै शादी ना ही वही अच्छा है क्योंकि ऐसी लड़कियां दूसरो की देखा देखी करके शादी के बाद भी bhag जाती हैं जिन लड़कियों की इतनी डिमांड है उनको बोलो खुद सरकारी नौकरी लगे और कमाए और फिर वो देहरादून m rhe या अमेरिका चली जाए मेरी बातो को जिसको बुरा लगे उसके लिए माफी जय उत्तराखंड जय भारत 🙏 edited - I am female 🙏
सभी उत्तराखंडी अविवाहित लडको, मेरे विचार से हम लडको को ही अपनी सोच बदलनी चाहिए l अगर लड़किया समाज से बाहर शादी कर रही है तो करने दो । हम लडको को भी इस बदलाव को स्वीकार करके समाज से बाहर शादी करनी चाहिए और अपनी जिंदगी में आगे बढ़ना चाहिए। धन्यवाद ।
आजकल ये समस्या पूरे उत्तराखंड की हो गई है जिन भाइयों की सरकारी नौकरी के साथ प्लेन में मकान भी है उनसे मेरा अनुरोध है जहा भी शादी करते हो दबा के दहेज लिया करो लड़की पक्ष से, इसमें कोई ज्यादा सोचने की बात नहीं है l जब किसी सरकारी नौकर को दहेज देने की हैसियत नहीं होगी तो खुद पहाड़ के हो किसी युवक से से शादी करने को खुद बा खुद तयार हो जायेगी ,शादी बराबरी में होनी चाहिए ll उत्तराखंड की लड़किया कर कुछ नी रही 12th करके रील बना रही और दामाद चाहिए सरकारी गजब हाल है l
सगोर सिर्फ लड़कियों में नहीं बल्कि लडकों में भी होना चाहिए।गाडी का एक पहिया अगर शराबी और अंहकारी होगा तो कैसे चलेगा। और लड़कियों को भी सिर्फ मौल में घूमना मोबाइल में चिपके रहना पिजा बर्गर खाना यहीं जीवन बना दिया है लड़कियों का। और सास के नाम से भी डर।
Ab to jo ladke daaru nahi Peete unko ladki nahi mil rahi hai or Jo peete vo to ese hi bhaga le jate hai or ladkiyan bhag bhi jati hai ente sath pr jo peeta nahi ldki us pr ykeen krti hi nahi
यार इधर हम समतल जमीन वाले सोचते हे कि काश हमारा भी एक घर उत्तराखंड के पहाडो मे होता, हमे भी प्रकृति के पास रहने का मौका मिलता, मेरे पास 2 मकान है गाडी़या है, बस पहाडो़ जैसा सचकून नही है
बहुत सुंदर आज पहाड़ की सामाजिक वास्तविक स्थिति पर सुंदर कहानी का चित्रण किया गया है। आपके द्वारा जो भी पहाड़ के सामाजिक सरोकार से जुड़ी अतीत एवं वर्तमान समय पर आधारित आम जन समस्याओं का फीचर प्रस्तुत किया जाता है। वाकई काबिले तारीफ होता है एंकर महोदया। उम्मीद है आगे भी आप यह क्रम जारी रख कर एक और हकीकत भरी सच्ची कहानी के साथ मिलेगी🙏।
Sabhi ladkiya ese hi hoti hai. Y ek bitter truth hai jo ldko ko ptaa nahi hota.Movies k kaaran esa lgta hai ki ek ladke ko sabse jyada pyar ek ldki s hi milta hai lekin asal m ladki Saadi comfortable life k liye hi krti hai naa ki koi pyar k liye.
@@madankathait2369 peheli baat toh dahej lena hi nahi chhaiye, aur itna bhi self respect nahi h toh dahej leke atleast saari sahuliyat do ladki ko tumhari naukrani banne nahi aayi h woh...aur ye sab maang toh ab karr rhi hai ladkiya pehele tak toh dahej bhi lete the ladki k gharwalo se aur upar se naukaro jaisa bana rakhte the, toh achi baat hai ki ab ladkiya ye sab maang kar rhi hai!
मेरा छोटा भाई MCA फर्स्ट क्लास IT cumpny में जॉब भी है किंतु कोई भी शादी के लिए हामी नहीं भर रहा है, बात सिर्फ यहीं पर अटक रही है कि हमारा घर गाँव में है! उत्तराखण्ड आज दूसरा हरियाणा बन गया है!
Uttrakhand दूसरा हरियाणा नही uttarakhand के लोगो की सोच गंदी है। उत्तराखंड k लोग रहते तो tribal तरीके से है लेकिन शहर में जाकर हवा लग गईं तो बच्चो को घंटा शिक्षा देंगे। बस यही उत्तराखंड का हाल वहा के लोगो ने ही खराब कर दीया
@@Ritujoshipandey मिलेगा कालू हलवाई क्या गोरा हलवाई भी मिलेगा। टेंशन क्यों है एक समय वो भी था कि एक राजा की कई रानियाँ और कई राजाओं की एक ही रानी थी।😂😂😂
पहाड़ की लड़कियों को अपनी पसंद से ही शादी करनी चाहिए। मैंने बचपन में अपने ही घर की महिलाओं और रिश्तेदारों को अत्यधिक बिसम परिस्थितियों तथा अभावों में कार्यरत देखा है। ऐसा जीवन तो मैं अपनी पुत्री को कभी न दूँ चाहे वो कुवारी ही रहे। पहाड़ में अब घरों में बिजली तो आ चुकी है पर परिवार अभी भी मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर हैं। बेशक आमदनी कम हो परंतु कुछ तो बेसिक स्टैण्डर्ड मेनटेन कीजिए। यदि ये हो गया तो समस्या अपने आप ख़त्म हो जाएगी।
ना नोकरी की गलती है , ना मकान की गलती है , ना लड़कों की गलती है , ना लड़की की गलती है , सारी गलती है मा बाप की , इनके संबंध किसी से नहीं है , सब अपनी ऐंठ मे रहते है ।
Excellent piece of journalism, Baramasa team. “Missing women” was a phenomenon first mentioned by Amartya Sen in 1990. For 921/1000 ratio in Dehradun, there are 79 females per 1000 males who were killed as foetuses. Multiply that for any generation, 90s kids for example, and you get the number of women who should have been among us from that generation.
Overall pahadi ratio tha 1000 ldko pr 1050 ldkiyo ka bahar 1000 pr 800 tha, pahadi ldkiyan jha aaj gap clear kr rhi h aur hmare yha gap bdha rhi h... Aur agr jis cause ko tm mention kr rhi ho uss age ki ldkiyo ki shadi honi hi nhi chahiye jbki Uttrakhand m, ya Delhi, haryana walo m sbse jyda wo ldkiyan gyi h...
@@walterwhite9520 आजकल सबि का भाव मैंगा हुया छन। Jyada nhi bol sakta hu. Mujhe U tube ne notification bheja hai. Shayad Negetive comments krne k liye🤐😏
Agni veer me se hi 50% sainik v rahenge jo apne aapko fit rakhega aur jo retired ho kar aayega uske liye kaie make h bhai ainsi nakaratmakta mat failao Agni veeron k prati.
क्यू कि पहाड़ों मैं केवल सरकारी वो भी फौजी से ही लड़किया शादी करना पसंद करती है, फ्यूचर सुरक्षित रहता है और जीवन भर, मरते दम तक पेंशन सेवा मिलती है, यही वजह है, कड़वा है पर सच है।
आजकल की बेटी ब्वारी को रील बनाने और कुछ आता तो है नही और उन्हे लड़का चाइए अमीर और जिन लड़कियों पे दिमाग होता है वो तो पड़ती है और एसे नखरे नही करती है और जो BA BSC KRKE GHR PE BHET K GHASH KAATHE H UNHEE KI BHAW SARR PR H BS ( Agree or not )
Having a plot and house in Dehradun, though is true but a bit exaggerated at the same time, most of the bachelors in villages don't have any stable sources of income and hence the girl after getting married will be the one who'll have to face the consequences of getting the ends meet to run the household and she's will end up facing all the pressure. I feel ways of self employment should be promoted in the hills where the youngsters from the hills do something which makes them churn decent money and money leading to give their better half a better life!
बेटियाँ घर की शान होती हैं। भ्रूणहत्या बहुत बड़ा पाप है। बेटियों को गर्भ में दफनाने वालों को पता नहीं है कि उनके इस पाप का प्रतिफल कितना भयानक होगा। हमारे पहाड़ की बेटियाँ बहुत बहादुर, स्वाभिमानी और मेहनती होती हैं।
One of the other reasons included is that social media and it's popularity in Uttaranchal, nowdays would be brides not only seek a perfect groom but a perfect salary and perfect family, however the thing is that perfect groom neither exists nor can be made
लड़कियों कुछ भी नही है शहर में प्रदूषण और गटर के पानी के अलावा आपको बता दू, पहाड़ में मेहनत करोगे तो शरीर भी स्वस्थ रहेगा शुद्ध पानी और शुद्ध हवा जीवन के लिए जरूरी है, बाकी आने वाला समय भोहोत खतरनाक हैं
Sex ratio is not a problem at all. 963 is not a joke. Moreover, govt job and 'land in urban areas' is demanded only in case of arrange marriage. Otherwise, couples are marrying even if he earns only 10000/month in love marriage. Problem is not that girls are demanding things, problem is that parents are still living in old generation, they can't approve love marriage in most of the cases specially in case of girl. I think, parents should approve the love marriage of a girl even if he earns 10000/month. Afterall it's her choice.
Choice के नाम पर यदि हमारी भटकी हुई बहनों को जेहादियों द्वारा Love_Jihad मे फंसाकर uttrakhand का ही नागरिक बनाने को विवश होना पड़े तो ये बहुत विकट परिस्थिति होगी 🙄
@@himanshusharma-uf9rm Agree. But I think you didn't get my point. I'm not saying 10k enough for family expenditure. I'm saying some girls are happy with 10k in love marriage. I know many girls who are even happy with 8k. ( Delivery boys too have girlfriends bro).
हमारे उत्तराखंड मे एक तो दहेज नही मांगे जाते हैं इसलिए लड़किया इतनी अकड़ में है Up विहार जैसे होता तभी ठीक था जब देना होता 4/5lakh और अलग से bike कार तब कोई नही बोलता❤❤❤
An important factor is migration as well. Uttarakhandi people go and settle in outside states, wards of armed forces personal included. 1. The next generation is away from their roots. 2. They go to schools, colleges and workplaces where they may find a partner, although an apt partner, of non-Uttarakhandi origin. This not only happens with males but females as well, simply leading to "Lack of 'Byloli' for Uttarakhandi men". I myself know many of Uttarakhandi ladies getting married to men of other states and vice-versa for Uttarakhandi men as well. Simple solution would be to stay connected with roots as much as possible.
I can't live in pahad bro. It's good for tourism only. I am happy to settle in the hills if good schools and hospitals are there, job opportunities are there. Only tourism is flourishing in the hill state and that too is substandard. Of course people have survived for ages and lived in the hills for a long time. But in today's time we Need good infrastructure , at the least good schools and hospitals.
We Need to bring that party to power which fights for garhwali kumaoni and the hills. A party which talks about hill people then only we can improve the healthcare system and infra of hill state.
@@vijaybhatt8467 do agree with you Vijay Instead of giving holidays for Chatt pooja Recognition to Nepali language And free land to outside communities from Najibabad Bijnore They need to fucking concentrate on us. They're just behind their vote band
When people like your fly like pigeons and only talk shit on social media..then such things happen. Rather than expecting , do something here.@@vijaybhatt8467
पहाड़ों से पूरा प्लान करने में लड़कियों का ही तो हाथ है औरतों का ही तो हाथ है माता-पिता कहीं तो हाथ है वरना लड़के लोग तो सब पहाड़ों में ही अपना जीवन गुजारना चाहते हैं और पहाड़ का विकास करना चाहते हैं🙏
@@birendersinghrawat6424sir ye puchiye nhi ,, balki btaiye logon k kr kya kya skte hi ham pahadon me reh kar,, hamare parents gaon me rehkar v education liya job liya phrr delhi aa gye pr mann to wahi hi n aur jab retire honge to phrr whi apne pahadon par hi jayenge Suniye dil chhota mat kariye sirf questions nahi answers khud v dhundiye jai badri vishal❤
क्या जिस लड़की की ये डिमांड है देहरादून में जगह हो सरकारी नोकरी हो। तो ऐसी लालची लड़की इस लड़के को कभी खुशी देगी। सिर्फ धन से ही उस लड़की का लगाव रहेगा
नेपाल जाओ और मेहनत कस दुल्हन लाओ, जो खेती, जानवर पाल सके और हर परिस्तिथि मे कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग कर जिंदगी भर आपका साथ निभा सके, पहाड़ की लड़कियों से शादी करो तो जिंदगी खत्म हो जायेगी पर उनकी डिमांड पूरी नही कर पाओगे, जिंदगी नरक बन जायेगी और क्लेश झेलते रहो, उनको सरकारी नौकरी और हल्द्वानी में प्लॉट या मकान चाहिए, नही तो सात समन्दर पार अंग्रेज दुल्हा चाहिए😅😅😅
@@rakhibisht1❤❤❤❤❤India ki ladkiyon ko sarkari nokri wala chahiye, vaise ladkiyaan kam hai ladko se to unko sarkari nokri wala mil bhi jata hai, agar ladki ladkon ki jansankhya barabar ho to sab ki shadi ho jati, India me 20,22 crore ladke jyada hai ladkiyon se to shadi kaise hogi main khud kuwara huin balki main character plan area ka huin fir bhi shadi nhi ho rahi
इसका सबसे बड़ा कारण सोशल मीडिया है , जिस कारण 80 % लडकिया अपना हमसफर (boyfriend) social media के जरिए चुन लेती हैं बाकी बची 20% लड़कियों को डिमांड ज़्यादा है जिस कारण से अब विवाह होना बोहत बड़ी समस्या बनता जा रहा है उत्तराखंड में ।
Female Infanticides sabse zyada Haryana, Rajasthan, Punjab, Uttarakhand me bahut adhik hota h..aaj bhi ye kam nhi hua ha in ilaakon me..isliye ladkiyan ha hi nhi in states me.. Shaadi kahan se hogi fer???
लड़की वालों की इच्छाएं असीमित हो गई है, मैं सरकारी नौकरी पे भी था और देहरादून में दो माले का मकान भी, पर मुझे एक प्राइवेट बैंक में नौकरी करने वाले परिवार जिनके पास देने को भी कुछ नहीं था ये कहके मना कर दिया कि लड़के के एक साइड से बाल कम हो रहे है और उन दिनों में क्रिकेट खेलने जाता था तो टैनिंग हो गई थी तो बोल दिया लड़का काला है, बस उनकी लड़की मेरे से दिखने में थोड़ी बेहतर थी तो इतना घमंड, ऐसे ही एक लड़की M.Tech थी पर घर पे बैठी थी, मैंने exact salary बता दी की कटके इतनी आती है इन hand मैंने बढ़ा चढ़ा के कुछ नहीं बताया तो मुझे मना करके अपनी लड़की की शादी बैंगलोर में IT में जॉब करने वाले एकदम काले लड़के से शादी करवा दी। सबकी अपनी अपनी डिमांड्स है और वैसे भी अरेंज मैरिज का concept खत्म हो जाना चाहिए बहुत कम अरेंज्ड शादियां ही कामयाब है आज के समय में।
@@rajendrasinghrautela7185ye kis jamane ki baat kr rhe kaha Nasha milta h aapko ya kahi bahar baith kr 1.5gb se jo mrzi wo bak do yhaa yaa phir special Nasha yhi hota h
@@manoj1827 bhai uttrakhand ki baat Kar raha huin. Bina daaru ke toh shaadi mai koi aana bhi nahi chahta hai. Meri pahchaan mai hi 5-6 aadmi daaru se barbaad hain.
इसमें एक कारण यह भी है कि जिनकी शादी नहीं हो रही है, उनकी सब की उम्र 30 से ऊपर है और आज से 10 साल पहले फोन आया था उसे हिसाब से उनके साथ वाले सभी लड़कियों की शादी हो चुकी है और आप जिनके हाथ में मोबाइल है, उन्होंने अपना जीवन साथी चुन रखा है। इसलिए 30 साल से ऊपर वाले लड़कों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
Hmare waha ek bhaiya ne MTech kiya hai .unki monthly salary 75k h unko hm ladki dekhne gaye ladki ne bola mujhe fauji chahiye bl😂😂 badi hasii aayi .. Khair ab unki saadi ho gyi h unko achi padhi likhi ladki mil gayi h .
One of the solution could be: Goverment ko health facilities, village level development and reforms karny hongy. Constructing just roads is not development.
सब को भाबर में जमीन चाहिए या तो सरकारी नौकर, लड़कियां आज सोशियल मिडिया की दिखावे की चक्काचौंध में लड़कों को मानसिक दबाब दें रही। "कम खोला, सुखी रोंला, बस हम यखी डांडी-कंठीयों मा रोळा। बस लड़कों के दिल से मत खेलों 😊
यह भी सच है कि उत्तराखंड की पढी लिखी ,नौकरी ,प्रोफेशनल लडकियां भारत के दूसरे प्रान्तों के लडको से विवाह कर रही है । परिणामस्वरूप उत्तराखंड के पढे लिखे,30_40 लाख सालाना बेतन पाने वाले पेशेवर लडके,जो अपने उत्तराखंड से ही विवाह करना चाहते ,को अपने समकक्ष, प्रोफेशनल लडकियां नहीं मिल रही हैं ।
इसके जिमेदार सिर्फ़ हम पहाड़ी हे।जब हमे अपनी बेटी के लिए रिश्ते ढूंढने हैं तो सिर्फ शहरों में,सरकारी नौकरी,चाहिए लेकिन जब बहू ढूंढते हैं तो गांव में काम करने वाली चाहिए ऐसी मानसिकता होगी तो समस्या तो होगी।
100 percent sure
Right
Correct
Dil ki bat kah di apne .iske liye responsible to ma bap khud hainnn.. maa baap apni beti k liye aisa rishta dhundhte hain jiske pas city m ghr ho , government job ho jb bat aati h apne liye bahu lane ki to sochte hain ghr m kam kregi pahad ka ,jb khud apni beti k liye tumhein normal ldka nhi chlta to dusra apni beti ko aise hi thodi de dega ,use bhi to vhi requirements chahiye n 😅
Raight
पहाड़ का पहाड़ी अपने पहाड़ में ही नहीं रहना चाहता…और देहरादून मी आके बोलता है की i am proud to be gharwali…
ऐसा तो होना ही था…..हर पहाड़ी को प्लेन में ही रहना है…तो लड़कियाँ डिमांड क्यों ना करे
देहरादून मैदान नहीं है, वो भी लोअर हिमालय के शिवालिक पहाड क्षेत्र है, आप शहर कह सकते हैं।
Right 👍
@@stayhealthyfit1394apki baat shi h Bhai par dehradun me rahne wale Garhwali log apne ko Garhwali nhi mante hai wo bi Jo 2,4 saal phle dehradun gye honge, humne khud dekha h yr wha ki ledies bolti thi hme ki aa gye garhwal se kya ho ra tumare garhwal me fir ham unko jawab dete the ki garhwal me dehradun aata hai na ki dehradun me garhwal
समझ आ रहा है कि लड़कियों की वजह से देहरादून और हदवानी की जमीनों के रेट बढ़ गये 😂😂
@@stayhealthyfit1394 is hisab se to saharanpur bhi same hi hai 😅
Pahadi train dekhne dehradun aaya tha aur vahi bus gaya…ab isko gharwal bolne laga 😂😂
पहली बार एक अच्छा चैनल देखा जो उत्तराखंड की वास्तविक चित्रण को बयां कर रहा है..
सब परिवर्तन का असर है।
पहाड़ की जिंदगी को लोग अब कष्ट से भरी जान रहे है।
संचार के साधनों ने इंसानों के लिए एक ऐसी आभाषी दुनियां बना दी है।
ठीक बोले भाई
Bhai pahad ki Zindagi bahut achhi h. Jo ye ni samajh paya wo backward hai. Uttarakhand m business ki bahut possibility Hain. Delhi ki gandi hawa gande Pani traffic wali Zindagi jyada mushkil h. Baat bus itni h ki log alsi h.
Accha log aalsi hai to khud kar lo set up bolne or krne mai faraq hota hai .....hotel ya restraunt kholne mai kitna paisa lagta hai pta hai?? Dukn wLe kya guzara kar lete ...orato ko becharo ko ghas katna ...gaye bhains or khetii us k bd kya haalat ho jati un ki ? @@mayankdewli1010
@@mayankdewli1010 to business kholo???kon mana karra q ki pta hai hotel or restaurant ka budget ....or dukan ni chalti ... aree apna seher mai sahab bn k pocket mai haath daal k agle ko kamchor bolre bhot asaan hai
उत्तराखंड के समाज के हर पहलू का तार्किक विश्लेषण करने वाले बारामासा चैनल को बहुत साधुवाद
बहुत सुंदर विश्लेषण यह समस्या गांव से ज्यादा शहरों में होने लगी है लड़कियां लड़कों के मुकाबले ज्यादा मेहनती, शिक्षित, और सुंदर,हेल्थ जागरूक हैं जिस कारण उन्हें अपने कास्ट के बजाय दूसरे कास्ट के लड़के ज्यादा उपयुक्त या मोहित कर रहे हैं
बहुत ही सटीक और शोधपूर्ण चित्रण किया है आपने। आज से २० वर्ष पूर्व कन्या भ्रूण हत्या को जो दुष्चक्र उत्तराखंड में फैला उसकी ही सजा मिल रही है अब। साथ ही उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों का समुचित संसाधनों के साथ विकास न हो पाने के कारण भी समाज में असंतुलन की स्थिति प्रकट हो रही है, जिसमे सर्व विदित स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार को समस्या प्रमुख है। पहाड़ से पलायन के मुख्य तीन कारण यही थे। अब समस्या हमारे सम्मुख भू कानून और मूल निवास जैसे संवेदनशील मुद्दों को लेकर है, लेकिन नेतृत्वकर्ता किन्ही और ही दिशाओं की और अग्रसर है।
बड़ा मुश्किल है।
Lol toh fr pahadi ldkiyan apne Desi patiyo k sath kya kr rhi h bro???
2001 m pahadi community m 1000 ldko pr 1050 ldkiyan thi average jbki HRYANA m 800 thi
Aisa hi paap apne sar lena h toh ldki paida hi q krni
कन्या भ्रूण हत्या इसका सबसे बड़ा कारण है।
बिल्कुल सही कहा क्योंकि लड़कियां लड़कों से दहेज के रूप में घर पैसा वसूल रही है जबकि इतनी संवेदनशीलता उनमें नहीं की समाज के मूल रूप ढांचे को यथोचित रूप से बनाने की कवायद होनी चाहिए.
Ye baat nahi hai ladkiyan bahot hai magar unke nakhre. Kuhd chahe kuch na ho
Yeh bat galat hai uttrakhand me Kanya bhrun hatya baki rajyo se Kam hai kai generation se har ghar me lagbhag 3 ya usse jyada ladkiya hai
अपने बेटी बहनों के लिए सरकारी नौकरी और दिल्ली देहरादून वाला लड़का चाहिए सभी को और बहु चाहिए गांव में रहने के लिए।।।
अपने घर से शुरुवात करो सभी ।
Bilkul sahi baat ..
नहीं 😂😂😂😂😂😊
कौन सी बहू आजकल गांव में रहने को तैयार है आप ही बता दो
@@justprank4786 mere comment ka matlab sayad aap samjhe nhi
Jb hm log khud chahte ki hmari betiya bhaar rhe gaon k kaam se door sehro mai rhe to bahu gaon mai rehne wali kis mu se laaenge ....
Jitne b comment is video mai aae hai utne mai se kitne logo ne apni beti k lie delhi dehradun mai sasural dhudha hai pucho jra ...ye log khud nhi chahte ki inki betiya gaon mai kaam kre...
बहुत सुंदर और सटीक जवाब 💐🙏👌
पहाड़ों में भी विचित्र स्थिति बनी हुई है-
"शादी के लिए सरकारी नौकरी वाला लड़का चाहिए ।
लेकिन भागने के लिए फेरीवाला, नाई, वेल्डिंगवाला कोई भी चलेगा ।। "
🤣😂🤣😂
hrithik roshan jasi zindagi se accha Salman hi bankr rho khula sand banke 😁single aadmi raja hota hai.. Yogi ji modi ji atal ji ap j kalam ji sab single the isiliye desh sambhal paye 😎.. Aaj ladki milne se badi samasya hai shadi k tutne ki.. Celebrities se leke aam aadmi sabki shadi hone k bad bhi ladkiyan bhag ja rhi hain 😎
😂😂😅
😂
Bilkul sahi kaha
😂😂😂
उत्तराखण्ड की लड़कियों के डिमांड डिविजन के आधार पर ।
1.(कुमाऊँ प्रभाग)
a. लड़का सरकारी नौकरी वाला हो।
b.हल्द्वानी, रामनगर, काशीपुर इत्यादि शहरों में प्लॉट हो अथवा मकान हो।
c.लड़का माँ बाप भाईयों से अलग रहे।
अधिकतर लड़कियों के परिजन अपनी बेटी को उस परिवार में ब्याहना चाहते हैं जहाँ इकलौता बेटा हो सरकारी नौकरी और मकान तो कंप्यूटर के triple c exam के जैसे कम्पल्सरी हो गया है।
2.(गढ़वाल प्रभाग)
a. लड़का सरकारी नौकरी वाला हो।
b.देहरादून , हरिद्वार, ऋषिकेश में मकान या पलॉट हो।
अतिरिक्त:- पौड़ी गढ़वाल की लड़कियों को दिल्ली वाला लड़का चाहिए बल।
ब्राह्मण और राजपूत में सामान्य लड़कों के लिए लड़कियाँ नहीं हैं लेकिन कबाड़ी वाले,फेरीवाले, रिक्शे वाले,नाई,और मुसलमानों के साथ भागने के लिए लड़कियां पर्याप्त हैं।
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अब तो अग्निवीरों की भी शादी होने से रही क्योंकि लड़कियों को स्थाई नौकरी वाले लड़के ही चाहिए अब कहां गई वो देशभक्ति वाली लड़कियां?
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कुछ लड़कियां तो ऐसी हैं जिनके पास खुद का मकान नही है झोपड़ पट्टी में रह रही हैं घर में भाई बेरोजगार पड़े हैं और फिर भी देखा देखी में अच्छे खासे रिश्ते ठुकरा देती हैं फिर यही लड़कियाँ बाद में ओवर एज हो जाती हैं और फिर लास्ट में इनकी शादी किसी गंजू पटेल के साथ होती है।
हर पिता और माँ अपनी बेटी का सुनहरा भविष्य चाहती हैं क्योंकि प्राचीन काल में महिलाओं का भी बहुत शोषण हुआ है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप अपने ही समतुल्य पुरुष समाज को नकार कर उनके सारे रास्ते बंद कर दो जिन लड़कियों के घर में बेरोजगार भाई हैं उन्हें तो सोचना चाहिए कल को यही सब उनके भाइयों के साथ भी होना है।
मनुष्य कोई भी हो धीरे-धीरे संघर्ष करके आगे बढ़ता है मैं उत्तराखण्ड के लड़कों से विनम्र निवेदन और अपील करता हूं कि अथक परिश्रम के पश्चात अगर आपकी सरकारी नौकरी लगती भी है तो क्या आप उस लड़की को चुनेंगे जिसने संपत्ति के लिए 10-12 लड़कों को ठुकराया होगा?
बिलकुल सही कह रहे हो।
What if someone Have a house In Banguluru, B. Tech From NIT, M. Tech from IIT bombay. And Software Engineer At Google.
Sbko nhi milega sarkari job wala mindset wale logo ko milta b ni h 😂😂
मात्र लड़के ही नहीं लडकियां भी 34-35 उम्र की हो चुकी हैं परंतु इनकी इच्छाएं असीमित हो गई हैं। सरकारी नौकरी तो लगभग समाप्त हो चुकी हैं। गांव ही नहीं शहरों में भी ब्योलियों की किल्लत है ब्योलियोँ की असीमित इच्छाओं के कारण समस्या बढ़ती जा रही है।
Aajkal ki vadhu to draupadi se jiyada ya 25 Guna ho gayi hai
वक्त के हिसाब से चलें, 35 से ऊपर के युवा विधवा विवाह को प्राथमिकता दें। ऐसी तलाकशुदा लडकी का भी घर बसायें जिसके साथ ससुराल ने गलत किया हो। इसमे समाज क्या सोचेगा ये न देखें। आपकी जिदंगी है, आपने तय करना है।
चुप पागल😂
आपका सुझाव भी अच्छा है।
TRUE 👍
आप अपने रिश्तेदारों के लड़के लड़कियों की ऐसे ही करना शादी जो 35 के पास पहुँच चुके हैं
Bhai talak sudha bhi govment job wala hi dhoodhti hai
मैने भी 5 साल काफी कोशिश की थी शादी करने की, पर देहरादून में मकान और सरकारी नौकरी के बिना बात ही नही बनी, बहुत अच्छी सैलरी वाली प्राइवेट जॉब की भी कोई वैल्यू नही है,
अब मेने शादी नही करने का प्रण कर लिया है, 35 का तो हो ही चुका हूं, समाज सेवा को ही लक्ष्य बना लिया है और वैसे भी कुछ नहीं तो जनसंख्या नियंत्रण में सक्रिय भूमिका तो निभा ही रहा हूं।
Oh soo sweet, achi soch h aapki, bahut sundar, achi soch rakhna bhi bahut badi baat h
बहुत बढ़िया महोदय. आपका निर्णय सराहनीय है
Me punjabi hoon kasam pahadi ladkiya hum logo ko bahut pasand karti he mene bahut ladkiya gf banayi he pahadi ladkiyon ko 😂😂😂😂
@@ashishkr6810तेरी बहन भी तेरी ही तरह होगी तब तो , हैना ???
मेरा कमेंट क्यों काटा ????
यहां comments में देख रहा हूँ कि सभी लोग ये ही कमेंट कर रहे हैं को लड़का govt job वाला चाहिए, पर सचाई तो ये है कि govt job वालों को भी नही मिल रही लड़कियां
बूढ़े हो गए होंगे फिर सरकारी नौकरी की तैयारी करते करते।
@@rawatkidawat-mx4cgmera bhai 25 sal ka h govt job 6 sal s lga hua h tb bhi ldki ni milri
Un ladko k alag bhav bdhe huwe h bhai...budhapa alag aagya h unpe...baki jatiya itni h sb bate huwe h
Ladke ko bhi fir Sunder ladki chahiye hogi khud sirf job ko dekh rha hoga apni sakal nhi dekh rha hoga.
@@sanjeevprakash_R15 लड़की सरकारी नौकरी देखती है। खुद भले बेरोजगार हो। तो लड़का सुन्दरता देखेगा ही भले ही अपनी सकल बेकार हो्
बहुत सही कहा आपने आजकल गाओं मे यही पूछा जा रहा है की... लड़के वाले कहा रहते है प्लेन मे रहते है तो ख़ुश
अच्छा लड़की वालो की सोच ये है की... लड़की तो देनी है कोटद्वार रामनगर दिल्ली देहरादून हल्द्वानी और बहु ऐसी चाहिए जो गाओं मे ही रहे हमारे साथ ये बड़ी बिडंबना है इस समय गढ़वाल मे
Jab ladki panjabi bihari Bangali yo mai hogi to yehi hal hoga hi
ye samudai appni phcan ko dega
Bhut dukh ki batt hai ham appni saskrti bhi kho rahi hai
@@DeepakDabral-wl9elmean??
@@raghavvats613Culture Of Uttarakhand Is Getting vanished
इस समस्या मैं पूर्णत सत्य ही है इस समस्या के दुष्परिणाम भयावह होने वाली है कम समय में ही उत्तराखंड विहार वासियों तथा नेपाली या मुस्लिमों का बर्चस्व बढ़ने के रास्ते सहज हो जायेंगे उत्तराखंड का अस्तित्व ही समाप्ति की गर्त में जाना निश्चित है 🙏🙏🙏
सहमत।
अगर देवो की भूमि में दूसरे धर्म के लोग आ गए तो अनर्थ हो जायेगा।
पहाड़ ही हैं जो गंध से बचे हुए हैं।
उत्तराखंड की बहुत सी लड़कियां शहरों में आकर परदेसी लड़कों के झांसे में आकर फंस रही है इन लड़कियों को उत्तराखंड के लड़के पसंद नहीं आ रहे हैं शहर के लड़कों का पहनावे और रहन सहन पहाड़ की लड़की को अच्छा लग रहा है और वह इन परदेसी लड़कों के झांसे में फंस जाते हैं मैंने ऐसी बहुत सी लड़कियों को देखा है
Right ❤
Love marriage ka chakkar apne Samaj tek hi achha legta h .
Ji shi baat aur unn pardesi ldko k jhanse m fsti h jinki bhn ne love marriage ki sochi bhi toh unhe maar diya jata h
Shai baath bandhu. In ladkiyo ka liya fariwala, welding wala he tik hai Jo jis like hoti hai uski wasi hi dasha hoti hai. Acha hai asi aurth na mila toh radwa rehana hi tik. Shadhi ussa kero jo shadhi like ho verna jail jana mein dar nahi lagagi.
Reasons why uttarakhand's youth getting to stage of unmarried:-
1- trend of love marriage
2- jobless youth generation
3- parents searching suitable climate for their daughter
4- mentality Of parents is that, we have to build up our relationship to rich family
5- Girls doesn't want to do work as pahadi cultural women, thats why the want a perfect life
6- everyone searching better then him
I think
These are some kind of reasons To make a higher percentage chance .
I don't think being jobless is the reason for not getting married, sbse pehle to berojgar logo ki hi shadi hoti he bhai .... dikkat to unko he jo job hone ke bad v rista dhund rahey he or reject ho rahey he .. kyo ki ladki ka mamla instagram pe alredy set he ..
@@kabirsdqHmare yhaa to kisi bhi berojgar ki Saadi nahi hui hai.
@@superboy3633 bhai muje kuch samjh nahi aa raha chal kya raha he 😶🌫️ buddhe 2 2 shadi kr rahey he or jawan ko ldki nhi mil rhi , or jinki shadi hogye wo ldkiya bhabiya kisi or ke sath bhag rahi he , bhabiya boyfriend dhudn rahi he or single ladke rah dekh rahe he ki koi ldka ha bole ,pr ladki ke to instagram pe alredy 10 10 boyfriend or close frnd he usko to lgra he wo lakho me ek ban chuki he 1000 followers hogye uske😁😁😁😁
Excellent explanation. Your language of analysis is very simple, clear and to the point.
क्या करें हम उत्तराखंड के लड़के सन्यास ले लें सब की सोच बदल गई पहाड़ में न रहना पहाड़ में न काम करना इन लड़कियों को पसंद नहीं है सब को शहर में में ही रहकर मौज लेनी है ❤❤❤❤
सोसल मीडिया भी कम भूमिका नहीं निभा रहा
शहर में रहने वाली लडकियां भी बहुत तेज हैं। इनको भी सरकारी नौकरी वाला चाहिए साथ मैं मकान दुकान प्लॉट आदि सारी सुविधा वाला लड़का चाहिए भले ही इन लड़कियों मैं सगोर न हो। अपने आप खाली बैठी हैं बिना नौकरी के 34-35 साल उम्र ही चुकी है और इनको सरकारी दामाद ही चाहिए।
M to shar se phad me bhag rhi hu 😅
Brahmchari ban jayenge.😂Lekin phir Uttarakhandi kon rahega?😢
बहुत ही सुन्दर तरीके से दी आपने एक महत्वपूर्ण विषय को प्रस्तुत किया ❤❤
मैडम आपने सही विश्लेषण किया है पहले ही लोग पहाड़ों से पलायन कर चुके हैं जो बचे कुचे हैं उनकी शादियां नहीं हो रही है इससे लगता है कि एक दिन पहाड़ों में गैर उत्तराखंडी का कब्जा होने वाला है
जिन लड़कियों की इतना डिमांड है कि लड़का सरकारी नौकरी हो और दिल्ली देहरादून m घर हो वो वही लडकिया है जिन्होंने जैसे तैसे करके बीए एमए पास किया है और इंस्टाग्राम m reel बना रही हैं जो लड़की खुद मेहनती और समझदार है और जिन्होंने बाहर जाके दुनिया देखी है उनको पता है बाहर कितना कॉम्पिटेशन है और लडको के पास पूरे घर की जिम्मेदारी भी होती हैं uttrakhand के लडको से मुझे कहना कि ऐसी डिमांडिंग लडकी से अच्छा है जिंदगी मै शादी ना ही वही अच्छा है क्योंकि ऐसी लड़कियां दूसरो की देखा देखी करके शादी के बाद भी bhag जाती हैं जिन लड़कियों की इतनी डिमांड है उनको बोलो खुद सरकारी नौकरी लगे और कमाए और फिर वो देहरादून m rhe या अमेरिका चली जाए मेरी बातो को जिसको बुरा लगे उसके लिए माफी जय उत्तराखंड जय भारत 🙏 edited - I am female 🙏
Ye baat theek hai
Sahi kaha sir ji aapne
Om namah shivay ❤
😂😂😂 salute sir 💯 line for all girls
Sahi baat, sab social media se kamchrori seekh rahi hain, kaam krna nhi, ladko ko torchor
सभी उत्तराखंडी अविवाहित लडको,
मेरे विचार से हम लडको को ही अपनी सोच बदलनी चाहिए l
अगर लड़किया समाज से बाहर शादी कर रही है तो करने दो ।
हम लडको को भी इस बदलाव को स्वीकार करके समाज से बाहर शादी करनी चाहिए और अपनी जिंदगी में आगे बढ़ना चाहिए।
धन्यवाद ।
आपने इस समस्या को बहुत ही अच्छे तरीके से समझाया है। आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
Thank you Baramasa, chalo aapki aisi videos se pahadi kahi to apna frustration nikal leta h.😂😂😂
आजकल ये समस्या पूरे उत्तराखंड की हो गई है
जिन भाइयों की सरकारी नौकरी के साथ प्लेन में मकान भी है उनसे मेरा अनुरोध है जहा भी शादी करते हो दबा के दहेज लिया करो लड़की पक्ष से, इसमें कोई ज्यादा सोचने की बात नहीं है l जब किसी सरकारी नौकर को दहेज देने की हैसियत नहीं होगी तो खुद पहाड़ के हो किसी युवक से से शादी करने को खुद बा खुद तयार हो जायेगी ,शादी बराबरी में होनी चाहिए ll
उत्तराखंड की लड़किया कर कुछ नी रही 12th करके रील बना रही और दामाद चाहिए सरकारी गजब हाल है l
सगोर सिर्फ लड़कियों में नहीं बल्कि लडकों में भी होना चाहिए।गाडी का एक पहिया अगर शराबी और अंहकारी होगा तो कैसे चलेगा। और लड़कियों को भी सिर्फ मौल में घूमना मोबाइल में चिपके रहना पिजा बर्गर खाना यहीं जीवन बना दिया है लड़कियों का। और सास के नाम से भी डर।
Bhu ko bhu nhi balki beti bna ke laoge to
Bro politics mai jao ,,yaha sirf like mil sakte hai...balanced talks koi bhi kar sakta hai
Ab to jo ladke daaru nahi Peete unko ladki nahi mil rahi hai or Jo peete vo to ese hi bhaga le jate hai or ladkiyan bhag bhi jati hai ente sath pr jo peeta nahi ldki us pr ykeen krti hi nahi
सरकारी नौकरी भी है और देहरादून में जमीन भी है पर शर्त बस इतनी है की लड़की भी सरकारी नौकरी वाली चाहिए और उसकी भी देहरादून में जमीन होनी चाहिए
Waah kya baat kahi ...lekin agr ladki k pass ye sb huwa to wo sidha ias ldka chahenge usse niche nhi ladkiya aajkl hawa m ud rhi h
यार इधर हम समतल जमीन वाले सोचते हे कि काश हमारा भी एक घर उत्तराखंड के पहाडो मे होता, हमे भी प्रकृति के पास रहने का मौका मिलता, मेरे पास 2 मकान है गाडी़या है, बस पहाडो़ जैसा सचकून नही है
Y Aadhe s jyada pahadi log chutiye hai.Lekin me nahi😂
agreed
बहुत सुंदर आज पहाड़ की सामाजिक वास्तविक स्थिति पर सुंदर कहानी का चित्रण किया गया है। आपके द्वारा जो भी पहाड़ के सामाजिक सरोकार से जुड़ी अतीत एवं वर्तमान समय पर आधारित आम जन समस्याओं का फीचर प्रस्तुत किया जाता है। वाकई काबिले तारीफ होता है एंकर महोदया। उम्मीद है आगे भी आप यह क्रम जारी रख कर एक और हकीकत भरी सच्ची कहानी के साथ मिलेगी🙏।
पहाड़ के लड़को को अब सलमान खान बनने से कोई नही रोक सकता 😎
😂😂😂😂
🤣🤣🤣
😂😂😂
राईट, बहुत ही बढ़िया
😂😂
बहुत ही दुखद स्थिति है दिल्ली में मकान और अच्छी नौकरी होने के बाद भी कोई पिता अपनी लड़की देने को तैयार नही है 😢
Dilli Wale khud ladkiya dhudhne pahad aate hai , dili ki ladkiya kaisi hai sbko malum hai
Ji dehli jne ko bahut jda ladki tyr. Nhi h sbko dehradun chahiye
Hamara yahan ek Bhandari ka Delhi mei Ghar hai aur sarkari teacher hai uski shadi to gai lekin bahut kamjor ladki uske samne
@@ContraDoxक्या शारीरिक कमजोर ?
@@meerasingh3496हांजी शारीरिक रूप से उससे सामने बकरी लगती। शारीरिक सौष्ठव नहीं बीमार भी रहतीं। जहां मैं रहता वहां पूरा पहाड़ी भरा पड़ा
आपका विश्लेषण यथार्थ तथ्यात्मक है। पहाड़ का भयावह भविष्य की ओर इंगित करता है।सड़क पहाड़ में, पहाड़ भाबर में
बहुत ही चिंताजनक बात है।। पासा ही पलट दिया आज की नोनियो ने।😢😢😢😢।। अरे हम लडको ही फीलिंग को तो समझो। हम लड़के है हमारे साथ ऐसा ही होता है
ऐसी लालची लड़की को कोई पागल ही गले लगाएगा लड़कों जाग जाओ ऐसी लड़की को घर मत लाना
Sabhi ladkiya ese hi hoti hai.
Y ek bitter truth hai jo ldko ko ptaa nahi hota.Movies k kaaran esa lgta hai ki ek ladke ko sabse jyada pyar ek ldki s hi milta hai lekin asal m ladki Saadi comfortable life k liye hi krti hai naa ki koi pyar k liye.
Aur dahej maangne wale lalchi ladko ka kya???
Wo gift hota hai 😢usko kese mana kar sakta hai koi@@561sn
@@561sn aise deemand ke lyea dahej jaruri hai tbi to sudhrengee
@@madankathait2369 peheli baat toh dahej lena hi nahi chhaiye, aur itna bhi self respect nahi h toh dahej leke atleast saari sahuliyat do ladki ko tumhari naukrani banne nahi aayi h woh...aur ye sab maang toh ab karr rhi hai ladkiya pehele tak toh dahej bhi lete the ladki k gharwalo se aur upar se naukaro jaisa bana rakhte the, toh achi baat hai ki ab ladkiya ye sab maang kar rhi hai!
मेरा छोटा भाई MCA फर्स्ट क्लास IT cumpny में जॉब भी है किंतु कोई भी शादी के लिए हामी नहीं भर रहा है, बात सिर्फ यहीं पर अटक रही है कि हमारा घर गाँव में है! उत्तराखण्ड आज दूसरा हरियाणा बन गया है!
IT COMPANY MEIN KANHA HAI
Kitane sal ka hai ladka
Uttrakhand दूसरा हरियाणा नही uttarakhand के लोगो की सोच गंदी है। उत्तराखंड k लोग रहते तो tribal तरीके से है लेकिन शहर में जाकर हवा लग गईं तो बच्चो को घंटा शिक्षा देंगे। बस यही उत्तराखंड का हाल वहा के लोगो ने ही खराब कर दीया
Koi bhi ladki gaon mein nahi rehena chahti yeh fact hai.
Musalmano ke sath bhag rahi hai.hindu pasand nahi hai.
बहुत बुरा हाल है हम पहाड़ी लोंडो का 😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢
😂😂सै बात
😂😂सै बात
टेंशन मत लो कलयुग है अभी देखते जाओ जब लड़को की कमी हो जाएगी फिर लड़कियों को कालू हलवाई भी मिलना मुस्किल है😂😂😂
Dukh, dard, peera.... 😢😢
@@Ritujoshipandey मिलेगा कालू हलवाई क्या गोरा हलवाई भी मिलेगा। टेंशन क्यों है एक समय वो भी था कि एक राजा की कई रानियाँ और कई राजाओं की एक ही रानी थी।😂😂😂
पहाड़ की लड़कियों को अपनी पसंद से ही शादी करनी चाहिए। मैंने बचपन में अपने ही घर की महिलाओं और रिश्तेदारों को अत्यधिक बिसम परिस्थितियों तथा अभावों में कार्यरत देखा है। ऐसा जीवन तो मैं अपनी पुत्री को कभी न दूँ चाहे वो कुवारी ही रहे। पहाड़ में अब घरों में बिजली तो आ चुकी है पर परिवार अभी भी मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर हैं। बेशक आमदनी कम हो परंतु कुछ तो बेसिक स्टैण्डर्ड मेनटेन कीजिए। यदि ये हो गया तो समस्या अपने आप ख़त्म हो जाएगी।
लड़कियों को प्यार और भागने के मुसलमान और देसी चाहिए,तब कोई डिमांड नही होती सिवाय एक चीज के।
Bhaiya sab ladkiyan aisi nahin Hoti
@@poojajoshi7782apki baat bhi sahi hai
@@poojajoshi7782aap to samjhdar ho dusari girls ko bhi samjhaya kro na
Desi kya hota h thoda to unity lao aisa anya dharm me nhi hota
Teri kyu jal Rahi h desi ke sath bhage to tu bhi bhagale fir desi ladki
ना नोकरी की गलती है , ना मकान की गलती है , ना लड़कों की गलती है , ना लड़की की गलती है , सारी गलती है मा बाप की , इनके संबंध किसी से नहीं है , सब अपनी ऐंठ मे रहते है ।
Shi
Shi kha
Yes parents ko apine ladke or ladki dono ko kho pado or kamaou
❤ ye baat ek dam sahi hai
Sahi kaha
Excellent piece of journalism, Baramasa team. “Missing women” was a phenomenon first mentioned by Amartya Sen in 1990. For 921/1000 ratio in Dehradun, there are 79 females per 1000 males who were killed as foetuses. Multiply that for any generation, 90s kids for example, and you get the number of women who should have been among us from that generation.
Overall pahadi ratio tha 1000 ldko pr 1050 ldkiyo ka bahar 1000 pr 800 tha, pahadi ldkiyan jha aaj gap clear kr rhi h aur hmare yha gap bdha rhi h...
Aur agr jis cause ko tm mention kr rhi ho uss age ki ldkiyo ki shadi honi hi nhi chahiye jbki Uttrakhand m, ya Delhi, haryana walo m sbse jyda wo ldkiyan gyi h...
@@walterwhite9520 correct.
@@walterwhite9520 बिन मम्मा से बढया काण मम्मा बढया रीन्द♥️😎
@@walterwhite9520 आजकल सबि का भाव मैंगा हुया छन। Jyada nhi bol sakta hu. Mujhe U tube ne notification bheja hai. Shayad Negetive comments krne k liye🤐😏
@@mr.nickey8517pahadi ladkio ke khwaab unche ho chuke hain ... Bade shehero me jakar love marriage kar rahi hain
This is not a problem of PAHAD .It's a tragedy of entire nation.
100% true
Right
@@sapnasimplevlog9298 aap married ho ?
@@Sage_soul-e5ptum ho?
@@InshruTripathi nhi ji
बहुत सुंदर रिपोर्ट प्रस्तुत की है उसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद
इस समस्या का हल बहुत आसान है,सरकार को पहाड़ की राजधानी पहाड़ मे बनानी चाहिए.ये सरकार को इस विषय पर सोचना चाहिए
पहले पहाड़ की लड़कियां फौजी खोजने थे लेकिन फौजी भी अब अग्नि वीर में तब्दील हो गए हैं तो अब थोड़ी सी समस्या तो फिर हो ही गई है 🙏
भाई ji जो अग्निवीर ban के आया तो ट्रेनिंग, स्किल ले के आया. Bhai usko नौकरी तो milni hi है. टटपुंजिए तो ये आर्मी की सोच भी नहीं सकते
Agni veer me se hi 50% sainik v rahenge jo apne aapko fit rakhega aur jo retired ho kar aayega uske liye kaie make h bhai ainsi nakaratmakta mat failao Agni veeron k prati.
अग्नीबीर सेना के लिए एक बहुत बड़ा धोखा है बहुत मुश्किल हो रहा है सेना में।
मतलब य बस की लड़की अब agnover से भी सादी nahi करना चाहती है
और कोई nahi है मतलब
Fauji or agniveer ek hi to h mere bhai dono desh ke liye hi ladenge
Agar ladkiyo ko fauji se nhi uske paise se mtlb hai to bhaad me jaye aisi ladkiya
क्यू कि पहाड़ों मैं केवल सरकारी वो भी फौजी से ही लड़किया शादी करना पसंद करती है, फ्यूचर सुरक्षित रहता है और जीवन भर, मरते दम तक पेंशन सेवा मिलती है, यही वजह है, कड़वा है पर सच है।
Sahi kha bro❤......
Baithe baithe khane ki aadat dla di hai na 😂😂😂
अब कोई अग्निबिरो से सादी नही करना चाहता है
@@ramlalnautiyal5642😂😂😂😂😂😂
Aisa nahi hai bhai sarkari nokri jo bhi ho usse matlb nhi h ki voh fauji hai ya nahi ladkiya shaadi kr leti hai me bhi gao me rehta hu
Well researched and presented report
What a great presentation 🙏
Pahadi girls first priority should be pahadi boys … Don’t fall for money..
culture is more important than money
@@eyesoffloraandfauna8728 Pahadi girls first priority should be education. Not boys. Be it Pahadi or non Pahadi.
@@ksb7467 ask any Pahadi or non pahadi boys what majority of girls do in dun universities… hookups & drugs …
आजकल की बेटी ब्वारी को रील बनाने और कुछ आता तो है नही और उन्हे लड़का चाइए अमीर और जिन लड़कियों पे दिमाग होता है वो तो पड़ती है और एसे नखरे नही करती है और जो BA BSC KRKE GHR PE BHET K GHASH KAATHE H UNHEE KI BHAW SARR PR H BS ( Agree or not )
Bilkul sahi bat bhai sahab
हरियाणा की बेटियां खेलों में, हिमाचल की बेटियां बागवानी में और उत्तराखंड की बेटियां रील बनाने में आगे हैं
😂😂bilkul sahi
@@negi9650 sahi baat hai bhai
Aur aisi ladkiyan laani bhi nahi hai na to ghar walo ki respect karegi aur na hi kisi ki baat maanegi aisi ladkiyan
@@VinodPandey000hm bhi kisi dur gawon se gareeb ki beti lawo takhi uske bhagh bhee khul jayen aur apne b ❤
अब पहाड़ी लोगो के पास सिर्फ रील बनाने का काम है। youtuber कमाई🤣
सही kaha bahi आपने
@@parveen-papola-pahade-guru-RJaap to pinky gusain ke fan h dekha h aapko
😂
Excellent video with a balanced discussion of issue. Suggestion for solutions, if any?
th-cam.com/video/C_9Q1ocl_O4/w-d-xo.htmlsi=jcESecCvIeq_486s
Focus on the career, be confident, baaki ladki khud dhund loge
Having a plot and house in Dehradun, though is true but a bit exaggerated at the same time, most of the bachelors in villages don't have any stable sources of income and hence the girl after getting married will be the one who'll have to face the consequences of getting the ends meet to run the household and she's will end up facing all the pressure. I feel ways of self employment should be promoted in the hills where the youngsters from the hills do something which makes them churn decent money and money leading to give their better half a better life!
बेहद खूबसूरत जानकारी दी है आपने और एक कङवा सच भी बताया है।
बेटियाँ घर की शान होती हैं। भ्रूणहत्या बहुत बड़ा पाप है। बेटियों को गर्भ में दफनाने वालों को पता नहीं है कि उनके इस पाप का प्रतिफल कितना भयानक होगा। हमारे पहाड़ की बेटियाँ बहुत बहादुर, स्वाभिमानी और मेहनती होती हैं।
Bahut aacha topic baramasa ❤
One of the other reasons included is that social media and it's popularity in Uttaranchal, nowdays would be brides not only seek a perfect groom but a perfect salary and perfect family, however the thing is that perfect groom neither exists nor can be made
लड़कियों कुछ भी नही है शहर में प्रदूषण और गटर के पानी के अलावा आपको बता दू, पहाड़ में मेहनत करोगे तो शरीर भी स्वस्थ रहेगा शुद्ध पानी और शुद्ध हवा जीवन के लिए जरूरी है, बाकी आने वाला समय भोहोत खतरनाक हैं
बहुत सुंदर वर्णन किया आपने इस विषय पर।
Thanks Baramasa pahad ki sad reality dikhane ke liye
Sex ratio is not a problem at all. 963 is not a joke. Moreover, govt job and 'land in urban areas' is demanded only in case of arrange marriage. Otherwise, couples are marrying even if he earns only 10000/month in love marriage. Problem is not that girls are demanding things, problem is that parents are still living in old generation, they can't approve love marriage in most of the cases specially in case of girl. I think, parents should approve the love marriage of a girl even if he earns 10000/month. Afterall it's her choice.
10k a month is to little for starting new family bro
Mahngayi badti rahegi
At least 20k a month to honi chahiye😅
Choice के नाम पर यदि हमारी भटकी हुई बहनों को जेहादियों द्वारा Love_Jihad मे फंसाकर uttrakhand का ही नागरिक बनाने को विवश होना पड़े तो ये बहुत विकट परिस्थिति होगी 🙄
@@himanshusharma-uf9rm Agree. But I think you didn't get my point. I'm not saying 10k enough for family expenditure. I'm saying some girls are happy with 10k in love marriage. I know many girls who are even happy with 8k. ( Delivery boys too have girlfriends bro).
@@daretoknowbaba having girlfriend and getting married are not the same thing brother
@@daretoknowbaba They are happy until they are good sex after that they become unhappy couple 😅
I have seen this to happen with my class mate 💀
स्क्रीन शॉट ले लो चाहे अगले 10 15 सालो में गढ़वाल में लड़के नही मिलेंगे लड़कियो को शादी के लिए
हमारे उत्तराखंड मे एक तो दहेज नही मांगे जाते हैं
इसलिए लड़किया इतनी अकड़ में है
Up विहार जैसे होता तभी ठीक था जब देना होता 4/5lakh
और अलग से bike कार तब कोई नही बोलता❤❤❤
शादी, बर्बादी की पहली सीडी़ है। कृपया अपना अमूल्य समय व जीवन व्यर्थ न करें। 😂😂😂
An important factor is migration as well.
Uttarakhandi people go and settle in outside states, wards of armed forces personal included.
1. The next generation is away from their roots.
2. They go to schools, colleges and workplaces where they may find a partner, although an apt partner, of non-Uttarakhandi origin.
This not only happens with males but females as well, simply leading to "Lack of 'Byloli' for Uttarakhandi men".
I myself know many of Uttarakhandi ladies getting married to men of other states and vice-versa for Uttarakhandi men as well.
Simple solution would be to stay connected with roots as much as possible.
I can't live in pahad bro. It's good for tourism only. I am happy to settle in the hills if good schools and hospitals are there, job opportunities are there. Only tourism is flourishing in the hill state and that too is substandard. Of course people have survived for ages and lived in the hills for a long time. But in today's time we Need good infrastructure , at the least good schools and hospitals.
We Need to bring that party to power which fights for garhwali kumaoni and the hills. A party which talks about hill people then only we can improve the healthcare system and infra of hill state.
@@vijaybhatt8467 do agree with you Vijay
Instead of giving holidays for Chatt pooja
Recognition to Nepali language
And free land to outside communities from Najibabad Bijnore
They need to fucking concentrate on us. They're just behind their vote band
When people like your fly like pigeons and only talk shit on social media..then such things happen. Rather than expecting , do something here.@@vijaybhatt8467
मुझे पलायन करने के लिए मेरी पत्नी जिम्मेदार है,🤣🤣🤣
😂😂😂😂😂😂
😂
😂
ऐसे हालात में जिस कि दो लड़कियो से जादा होती है इन मां बाप को सरकार को पुरूस्कार देना चाहिए
Your way of explaining the issue is very sweet, soothing.
ये पुरे भारत की समस्या है मैं मध्यप्रदेश से हूं
सटीक बिस्लेशन❤
जिनको दामाद चाहिए सरकारी नोकरी वाला उनका अपना बेटा बेरोजगार बैठा होगा 😂
😂😂😂
पहाड़ों से पूरा प्लान करने में लड़कियों का ही तो हाथ है औरतों का ही तो हाथ है माता-पिता कहीं तो हाथ है वरना लड़के लोग तो सब पहाड़ों में ही अपना जीवन गुजारना चाहते हैं और पहाड़ का विकास करना चाहते हैं🙏
Bhai ji वहां करेंगे क्या ?
@@birendersinghrawat6424sir ye puchiye nhi ,, balki btaiye logon k kr kya kya skte hi ham pahadon me reh kar,, hamare parents gaon me rehkar v education liya job liya phrr delhi aa gye pr mann to wahi hi n aur jab retire honge to phrr whi apne pahadon par hi jayenge
Suniye dil chhota mat kariye sirf questions nahi answers khud v dhundiye jai badri vishal❤
Behar mai be nhe rojgar wo log to kabe ampna gar bar nhe chodate h pahade Longo ki soch shbse gteya h
EXCELLENT ANCHOR... far better than todays news channel anchors who knows only how to bark loudly
क्या जिस लड़की की ये डिमांड है देहरादून में जगह हो सरकारी नोकरी हो। तो ऐसी लालची लड़की इस लड़के को कभी खुशी देगी। सिर्फ धन से ही उस लड़की का लगाव रहेगा
Yes many pahadi girls are marrying boys of other state . Pahadi girl always deserve to have good life rather than doing house work
नेपाल जाओ और मेहनत कस दुल्हन लाओ, जो खेती, जानवर पाल सके और हर परिस्तिथि मे कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग कर जिंदगी भर आपका साथ निभा सके, पहाड़ की लड़कियों से शादी करो तो जिंदगी खत्म हो जायेगी पर उनकी डिमांड पूरी नही कर पाओगे, जिंदगी नरक बन जायेगी और क्लेश झेलते रहो, उनको सरकारी नौकरी और हल्द्वानी में प्लॉट या मकान चाहिए, नही तो सात समन्दर पार अंग्रेज दुल्हा चाहिए😅😅😅
इस धोखे में न रहना साथ में खूँखरी भी लाएगी, नेपाल की लड़कियां विदेश जा रही हैं अब इंडिया नहीं आने वाली
भुला गये ओ दिन जब भेस .......
@@rakhibisht1❤❤❤❤❤India ki ladkiyon ko sarkari nokri wala chahiye, vaise ladkiyaan kam hai ladko se to unko sarkari nokri wala mil bhi jata hai, agar ladki ladkon ki jansankhya barabar ho to sab ki shadi ho jati, India me 20,22 crore ladke jyada hai ladkiyon se to shadi kaise hogi main khud kuwara huin balki main character plan area ka huin fir bhi shadi nhi ho rahi
इसका सबसे बड़ा कारण सोशल मीडिया है , जिस कारण 80 % लडकिया अपना हमसफर (boyfriend) social media के जरिए चुन लेती हैं बाकी बची 20% लड़कियों को डिमांड ज़्यादा है जिस कारण से अब विवाह होना बोहत बड़ी समस्या बनता जा रहा है उत्तराखंड में ।
Very nice vedio, Thxs.❤
बहुत सुंदर प्रस्तुति
जन्मपत्री भी रिश्ता न बन पाने का एक कारण है। जन्मपत्री से मुक्त हो कर कर्मपत्री अपनाएं। जन्मपत्री सब बहम है।
कुल मिलाकर लड़कियों का एक ही सपना
बस शहरों में ही जीवन कटे अपना😅
Bhai tu rap kr le😂
,👍
Bhai muslamano k sath bhagte wakat kuch na dekhti ye sabkuch arrange marriage Me hi chahiye inko
😂😂😂😂😂
😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
खुद को मुंह धोना नही आता। और लड़का चाहिए सरकारी नौकरी वाला,, हे भगवान अब तू ही देख😂😂
सत्य बात बताई है पहाड़ों की समस्या के बारे में 🙏🙏🌹🌻❤️💚
अपना पहाड़ी ही पहाड़ में नही रहना चाह रहा है और कैप्शन है proud to be पहाड़ी 😢😢😢😢
और मुझे लगता है की पौड़ी की स्थिति ज्यादा ही खराब है 👍👍👍👍
बड़ी समस्या है मैं भी इसका दर्द झेल रहा हूँ 😭
मैं भी 😂😂😂
बहुत ही दुखद है पहाड़ी लड़कों के लिए। लड़कियों के कुछ मिजाज में भारीपन आ गया है।जब लड़का योग्य है तो शादी कर लेनी चाहिए।
Govt ki policy ne ldkiyo k bhaav aasman me pahucha rkhe hain
Female Infanticides sabse zyada Haryana, Rajasthan, Punjab, Uttarakhand me bahut adhik hota h..aaj bhi ye kam nhi hua ha in ilaakon me..isliye ladkiyan ha hi nhi in states me.. Shaadi kahan se hogi fer???
लड़की वालों की इच्छाएं असीमित हो गई है, मैं सरकारी नौकरी पे भी था और देहरादून में दो माले का मकान भी, पर मुझे एक प्राइवेट बैंक में नौकरी करने वाले परिवार जिनके पास देने को भी कुछ नहीं था ये कहके मना कर दिया कि लड़के के एक साइड से बाल कम हो रहे है और उन दिनों में क्रिकेट खेलने जाता था तो टैनिंग हो गई थी तो बोल दिया लड़का काला है, बस उनकी लड़की मेरे से दिखने में थोड़ी बेहतर थी तो इतना घमंड, ऐसे ही एक लड़की M.Tech थी पर घर पे बैठी थी, मैंने exact salary बता दी की कटके इतनी आती है इन hand मैंने बढ़ा चढ़ा के कुछ नहीं बताया तो मुझे मना करके अपनी लड़की की शादी बैंगलोर में IT में जॉब करने वाले एकदम काले लड़के से शादी करवा दी। सबकी अपनी अपनी डिमांड्स है और वैसे भी अरेंज मैरिज का concept खत्म हो जाना चाहिए बहुत कम अरेंज्ड शादियां ही कामयाब है आज के समय में।
Radhey Radhey🎉🎉 ... everything is here don't lose the hope ladies and gentlemen...👍
Bhai ek chij puchhna tha... Mamgain kya hota hai.
@@amitsinghamc1979 mamgain ... garhwali brahaman cast hoti h bhai
@@mamgaindeepak32 Ok
उत्तराखंड का पुरुष समाज की ही गलती है यदि पुरुष समाज पहाड़ों में खेती कार्य 60 फीसदी स्वयं करता तो। बदलाव तो आएगा
ऐसा नही है पुरुष पहाड़ों मे पहाड की तरह परिश्रम करते हैं।
किन्तु कुछ नशे में भी डूबे रहते हैं नशा भी बड़ी समक्षा है
@@rajendrasinghrautela7185ye kis jamane ki baat kr rhe kaha Nasha milta h aapko ya kahi bahar baith kr 1.5gb se jo mrzi wo bak do yhaa yaa phir special Nasha yhi hota h
@@manoj1827daaru bahut pite hain bhai
@@vikki7049 kis jagah nhi Peete?ya phir kahawat suni h
@@manoj1827 bhai uttrakhand ki baat Kar raha huin. Bina daaru ke toh shaadi mai koi aana bhi nahi chahta hai. Meri pahchaan mai hi 5-6 aadmi daaru se barbaad hain.
इसमें एक कारण यह भी है कि जिनकी शादी नहीं हो रही है, उनकी सब की उम्र 30 से ऊपर है और आज से 10 साल पहले फोन आया था उसे हिसाब से उनके साथ वाले सभी लड़कियों की शादी हो चुकी है और आप जिनके हाथ में मोबाइल है, उन्होंने अपना जीवन साथी चुन रखा है। इसलिए 30 साल से ऊपर वाले लड़कों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
Hmare waha ek bhaiya ne MTech kiya hai .unki monthly salary 75k h unko hm ladki dekhne gaye ladki ne bola mujhe fauji chahiye bl😂😂 badi hasii aayi .. Khair ab unki saadi ho gyi h unko achi padhi likhi ladki mil gayi h .
Bhai usko agniveer chahiye 4 saal wala😂
बहुत बढ़िया🎉
One of the solution could be: Goverment ko health facilities, village level development and reforms karny hongy. Constructing just roads is not development.
सब को भाबर में जमीन चाहिए या तो सरकारी नौकर, लड़कियां आज सोशियल मिडिया की दिखावे की चक्काचौंध में लड़कों को मानसिक दबाब दें रही। "कम खोला, सुखी रोंला, बस हम यखी डांडी-कंठीयों मा रोळा। बस लड़कों के दिल से मत खेलों 😊
आजकल जैसे शादियां हो रही है और जितनी जल्दी शादियां टूट रही है उसे यह भी डर बना हुआ है कि शादी तो भले हो जाए परंतु रिश्ता टीका भी रहेगा या नहीं
आपका चैनल से समाजिक समस्या को
दिखाया गया है इस समस्या को दूर करने के लिए सरकार तक आवाज पहुंचना चाहिए...
यही हाल पुरे भारत का है। कारण साफ है, अब बिटिया पढने लगी हैं उनमें समझ बढी हैं , दूसरी बात बढती हुई महंगाई तथा बेरोजगारी हैं 🤔
यह भी सच है कि उत्तराखंड की पढी लिखी ,नौकरी ,प्रोफेशनल लडकियां भारत के दूसरे प्रान्तों के लडको से विवाह कर रही है । परिणामस्वरूप उत्तराखंड के पढे लिखे,30_40 लाख सालाना बेतन पाने वाले पेशेवर लडके,जो अपने उत्तराखंड से ही विवाह करना चाहते ,को अपने समकक्ष, प्रोफेशनल लडकियां नहीं मिल रही हैं ।