गागर में सागर को ही भर दिया विनय भाई तुमने तो, कुल 47 मिनट में सत्यार्थ प्रकाश के 2 chapters को इतने सरल रूप से समझाना, गज़ब। ईश्वर तुम्हे दीर्घायु व उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करे🙏🙏🙏
अन्य महापुरुषों में किसी में एक गुण है तो किसी में दूसरा । जैसा कोई विद्वान् है तो वक्ता नही, कोई वक्ता है तो सत्य वादी नहीं। कोई सत्य वादी है तो निर्भीक नही। कोई निर्भीक है तो सुधारक नही, कोई सुधारक है तो ब्रह्मचारी नही, कोई ब्रह्मचारी है तो तपस्वी नही। कोई तपस्वी है तो संयमी नही । कोई संयमी है तो योद्धा नही, कोई योद्धा है तो त्यागी नही, कोई त्यागी है तो सन्यासी नही। कोई सन्यासी है तो वेदज्ञ नही, कोई वेदज्ञ है तो दयालु नही । कोई दयालु है तो परोपकारी नही, कोई परोपकारी है तो याज्ञिक नही। कोई याज्ञिक है तो कर्मठ नही, कोई कर्मठ है तो राष्ट्रभक्त नही, कोई राष्ट्रभक्त है तो दुष्ट संहारक नहीं। कोई दुष्ट संहारक है तो दृढ़ता नही, और किसी में दृढ़ता है तो सत्य पर विश्वास नही। किसी को सत्यपर विश्वास है तो। किसी ने पाखंड को छेड़ा नही, किसी ने पाखंड को छेड़ा तो ईश्वर का भक्त नही। कोई ईश्वर भक्त है तो उन्हें ईश्वर की पहचान नही | ये सभी गुण अगर किसी एक में देखना हो तो सिर्फ महर्षि दयानंद जी में देखा जाना सम्भव है ||
तो फिर जातिवाद के नाम पर अत्याचार केवल SC ST OBC पर ही क्यों हो रहे हैं और मान्यवर विनय जी ने तमाम विश्व यात्रियों की चर्चा की है लेकिन उन यात्रियों ने कौन सा विवरण पेश किया गया भारत के संदर्भ में और वो भी शिक्षा केन्द्र में कौन सी शिक्षा दी जाती थी और शिक्षक कौन थे। महिलाओं से निवेदन करता हूं खासकर नव युवतियों को एक बार हिंदी अनुवाद के साथ एक एक पन्ना ध्यान से पढ़ें और फिर मनन करें कि इस पुस्तक का प्रचार और एक एक पन्ने पर चर्चा क्यों नहीं होती मंचों पर।
महर्षि दयानंद सरस्वती जी द्वारा प्रणीत ग्रंथ "सत्यार्थ प्रकाश" महान ग्रंथ है जो हिन्दू जाति की रगों में उष्ण रक्त का संचार करने वाला है, इसकी विद्यमानता में कोई भी विधर्मी अपने मजहब की शेखी नही बघार सकता", सत्यार्थ प्रकाश के विषय में उक्त वाक्य हिन्दू हृदय सम्राट वी डी सावरकर के हैं।
🧘🌞॥ ओ३म् ॥🌞🧘🙏🌹🌻💐🌹🙏 आदरणीय भ्राता जी को सादर नमस्ते 🙏 आप कह रहे हैं कि आप विद्वान नही है किंतु आप आज के युवाओं के प्रेरणा दायक हैं उन्हें अपने व्याख्यान से युवाओं में शक्ति का संचार कर रहे हैं। ईश्वर आपको स्वस्थ और दीर्घायु बनाए 🙏🌹
वेदों की व्याख्यान बहुत ही आवश्यक है यूट्यूब पर ताकि हमारे युवाओं में इन बातों का ज्ञान पहुंचसके और हम चाहते हैं कि यह ज्ञान सभी धर्म तक जाना चाहिए ताकि लोग सच्ची बातों कोजान सके और इससे भी ऊपर पूरे विश्व में इन व्याख्यान को जाना चाहिए इसके लिए यह ट्रांसलेट होकर सभी विश्व के लोगों तक पहुंचे विश्व समाज में सभी लोग वयविचार को छोड़कर सब विचारों कोग्रहण करें आप लोगों की इस तरह प्रयास पूरे विश्व में हमारे में वेद ग्रंथ और दयानंद सरस्वती जी के जैसे सत्यार्थ प्रकाश ग का प्रचार प्रसार होकर अवश्य ही भारत देश विश्वगुरु होगा और रहा है औररहेगा आपको बहुत बहुत साधुवाद
विनय जी, हंसराज कॉलेज में दिया गया आपका यह भाषण बहुत सामयिक है। यदि अन्य विभागों के छात्रों और शिक्षकों ने भी यह सुना है, तब तो इसकी उपयोगिता और भी बढ़ गई है। आप आर्यसमाज के एक बहुत कर्मठ व्यक्तित्व हैं। कन्या गुरुकुल महाविद्यालय, 60 राजपुर रोड, देहरादून का हमारे स्नातिका संघ को भी आपसे बहुत आशाएं हैं। कृपया इसके पुनरुद्धार के लिए भी सतत चिंतन, मनन एवं मार्गदर्शन करते रहिए। ऋषि दयानंद के उपकारों के हम सब ही बहुत ऋणी हैं। विशेष रूप से हम महिलाएं।
विनय जी सादर प्रणाम! आपकी सत्यार्थ प्रकाश की व्याख्या सराहनीय है किंतु आपने एक दूसरी विरोधी विचारधारा मनुस्मृति को विश्व का संविधान कहकर सारा गुड़ का गोबर कर दिया।मनुस्मृति तो स्पष्ट रूप से शिक्षा कुछ सीमित समाज के वर्ग के लिए कहती है जैसा कि आपने प्रारंभ में कहा और उसके दुष्परिणाम समाज को झेलने पड़े और झेल रहा है,वहीं सत्यार्थ प्रकाश की दुहाई देते हैं कि समाज के सभी वर्गों को शिक्षा देने से समाज विश्वगुरु फिर से बन जायेगा। ये विरोधाभास क्यों? क्या आप मनुस्मृति का मोह नहीं छोड़ pa rahe?
आदरणीय पण्डित सुदामा जी नमस्कार,यह जातिवाद का भूत किसने पैदा किया?? मेरे भाई इस भूत को धर्मगुरुओ ने ही पैदा किया।क्योंकि यहां के लोग साधरण अशिक्षित लोग थे।लेकिन अज्ञानी नही थे।स्वामी दयानन्द सरस्वती जी को धन्यवाद देना चाहिए।क्योंकि उन्होंने शिक्षा ज्ञान का प्रचार प्रसार किया।
@@sudamapandit5184 यहां समस्या वर्ण वाद का है जाति वाद की नही जातियां तो हैं ही लेकिन समस्या तो तब होते हैं जब किसी जाति के लोग स्वयं को ऊंचा तथा औरों को नीचा कहते या मानते हैं 🎉❤️🎉 जै हिंद
भारत के हर विद्यालयों में महर्षि दयानंद जी तथा विवेकानंद जी ओर श्री अरविंद जी के उन ग्रंथों को पढ़ाई जाने की मांग हमे भारत सरकार से सीघ्र करना चाहिए🎉❤🎉 जय हिंद
आदरणीय महर्षि दयानंद सरस्वती जी आम जनमानस को धर्म से अवगत कराने के लिए इस महान ग्रंथ की रचना की लेकिन कुछ लोगों ने एक अलग ही आर्य समाज बनाकर खड़ा करने से इसका दायरा बहुत सीमित हो गया ब्राह्मणों को दोष देने से कुछ नहीं होगा अगर ऐसा होता तो मौर्य वंश आचार्य चाणक्य ने हीं खड़ा किया था ब्राह्मण सनातन की रीड है इन के बिना सनातन कुछ भी नहीं
Commendable vinay ji really feeling proud and pride that u r telling d importance and value of satyarth prakash in a very simple language Your speech is a revolutionary step to mk students receptive to what rishi Dayanand said in satyarath prakash
जगत् गुरु महर्षि दयानन्द सरस्वती जी को शत् शत् नमन्। आर्य समाज के प्रचार प्रसार में कार्य रत विद्वानों को हार्दिक बधाई। सादर नमस्ते।। आर्य पुत्र।।
विनय जी,
बहुत सरल व आसान शब्दों में वेद की बात, महर्षि दयानन्द सरस्वती जी की बात, आपने रखी है धन्यवाद
गागर में सागर को ही भर दिया विनय भाई तुमने तो, कुल 47 मिनट में सत्यार्थ प्रकाश के 2 chapters को इतने सरल रूप से समझाना, गज़ब। ईश्वर तुम्हे दीर्घायु व उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करे🙏🙏🙏
😂😂
महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती जी की जय
ओ३म् भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्यः धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ओ३म् ओ३म् ओ३म्
महर्षि दयानंद सरस्वती ने पूरे संसार का उपकार किया है आर्य समाज की जय
बहुत ही अच्छे विचार हैं आपके जोश और उत्साह देखतेही बनता है
दयानंद जैसा कोई नही 🙏
अन्य महापुरुषों में किसी में एक गुण है तो किसी में दूसरा । जैसा कोई विद्वान् है तो वक्ता नही, कोई वक्ता है तो सत्य वादी नहीं। कोई सत्य वादी है तो निर्भीक नही।
कोई निर्भीक है तो सुधारक नही, कोई सुधारक है तो
ब्रह्मचारी नही, कोई ब्रह्मचारी है तो तपस्वी नही। कोई तपस्वी है तो संयमी नही । कोई संयमी है तो योद्धा नही, कोई योद्धा है तो त्यागी नही, कोई त्यागी है तो सन्यासी नही। कोई सन्यासी है तो वेदज्ञ नही, कोई वेदज्ञ है तो दयालु नही । कोई दयालु है तो परोपकारी नही, कोई परोपकारी है तो याज्ञिक नही।
कोई याज्ञिक है तो कर्मठ नही, कोई कर्मठ है तो राष्ट्रभक्त नही, कोई राष्ट्रभक्त है तो दुष्ट संहारक नहीं। कोई दुष्ट संहारक है तो दृढ़ता नही, और किसी में दृढ़ता है तो सत्य पर विश्वास नही। किसी को सत्यपर विश्वास है तो। किसी ने पाखंड को छेड़ा नही, किसी ने पाखंड को छेड़ा तो ईश्वर का भक्त नही। कोई ईश्वर भक्त है तो उन्हें ईश्वर की पहचान नही | ये सभी गुण अगर किसी एक में देखना हो तो सिर्फ महर्षि दयानंद जी में देखा जाना सम्भव है ||
क्यों अपना इतना ब्रेनवाश कर लिया
Dayanand saraswati ji jaisa koi nahi.
दिल बाग बाग हो गया सत्यार्थ प्रकाश पर व्याख्यान को सुनकर .रोचक प्रस्तुति के लिए साधुवाद.
बहुत-बहुत धन्यवाद l हिंदू धर्म को कर्मकांड और जाति पाति से मुक्त करना जरूरी है l
मिश्रा जी दिल से कह रहे हो या ऊपर से ही यकीन नहीं हो रहा है, जवाब दें plz
तो फिर जातिवाद के नाम पर अत्याचार केवल SC ST OBC पर ही क्यों हो रहे हैं और मान्यवर विनय जी ने तमाम विश्व यात्रियों की चर्चा की है लेकिन उन यात्रियों ने कौन सा विवरण पेश किया गया भारत के संदर्भ में और वो भी शिक्षा केन्द्र में कौन सी शिक्षा दी जाती थी और शिक्षक कौन थे।
महिलाओं से निवेदन करता हूं खासकर नव युवतियों को एक बार हिंदी अनुवाद के साथ एक एक पन्ना ध्यान से पढ़ें और फिर मनन करें कि इस पुस्तक का प्रचार और एक एक पन्ने पर चर्चा क्यों नहीं होती मंचों पर।
अगर हिंदू धर्म के कर्मकांड को निकlल देंगे तो वह हिंदू धर्म रहेगा ही नहीं।😅
Bindu ,tu hijra hai kya?
महर्षि दयानंद सरस्वती जी द्वारा प्रणीत ग्रंथ "सत्यार्थ प्रकाश" महान ग्रंथ है जो हिन्दू जाति की रगों में उष्ण रक्त का संचार करने वाला है, इसकी विद्यमानता में कोई भी विधर्मी अपने मजहब की शेखी नही बघार सकता", सत्यार्थ प्रकाश के विषय में उक्त वाक्य हिन्दू हृदय सम्राट वी डी सावरकर के हैं।
जी सादर अभिवादन नमो नमः ❤️🙏
विनय जी आप का बहुत बहुत धन्यवाद।
ज्ञानवर्धक उद्बोधन के लिए हार्दिक आभार।
सभी आर्य भाई बहनों का परम कर्तव्य होना चाहिए आगे बढ़ ना चाहिए।
Intercaste marraige kroge hawa nikal jayegi😂
महर्षि दयानंद जी को जिसने समझ लिया बह अपने आप मैं विद्वान बन जाता है देश भक्त औऱ राष्ट्र प्रेम उसकी रगों मैं बहने लगता है इसी प्रकार विनय आर्य जी हैं
🧘🌞॥ ओ३म् ॥🌞🧘🙏🌹🌻💐🌹🙏 आदरणीय भ्राता जी को सादर नमस्ते 🙏
आप कह रहे हैं कि आप विद्वान नही है किंतु आप आज के युवाओं के प्रेरणा दायक हैं उन्हें अपने व्याख्यान से युवाओं में शक्ति का संचार कर रहे हैं।
ईश्वर आपको स्वस्थ और दीर्घायु बनाए 🙏🌹
ओउम् सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय महर्षि दयानंद सरस्वती जी की जय
AJ to jai Shree ram bolne per jor he anpadh ho ya padh likha desh ko kaha le ker jaoge pata nahi
झांसी उत्तर प्रदेश में भी आर्य समाज का गुरुकुल होना चाहिए, जिससे हमारे बच्चों को ज्यादा दूर न जानापड़े
सादर नमन आदरणीय विनय आर्य जी।अति उत्तम व्याख्या करते हुए समझाया।
वेदों की व्याख्यान बहुत ही आवश्यक है यूट्यूब पर ताकि हमारे युवाओं में इन बातों का ज्ञान पहुंचसके और हम चाहते हैं कि यह ज्ञान सभी धर्म तक जाना चाहिए ताकि लोग सच्ची बातों कोजान सके और इससे भी ऊपर पूरे विश्व में इन व्याख्यान को जाना चाहिए इसके लिए यह ट्रांसलेट होकर सभी विश्व के लोगों तक पहुंचे विश्व समाज में सभी लोग वयविचार को छोड़कर सब विचारों कोग्रहण करें आप लोगों की इस तरह प्रयास पूरे विश्व में हमारे में वेद ग्रंथ और दयानंद सरस्वती जी के जैसे सत्यार्थ प्रकाश ग का प्रचार प्रसार होकर अवश्य ही भारत देश विश्वगुरु होगा और रहा है औररहेगा आपको बहुत बहुत साधुवाद
आदरणीय विनय जी शत शत नमन
ऋषिराज के पुण्य कार्य को पूरा करने के लिए अथक प्रयासों को पुरज़ोर तरीक़े से काम कर रहे हैं ।
🙏🏻💐🔥🔥💐🙏🏻
विनय जी, हंसराज कॉलेज में दिया गया आपका यह भाषण बहुत सामयिक है। यदि अन्य विभागों के छात्रों और शिक्षकों ने भी यह सुना है, तब तो इसकी उपयोगिता और भी बढ़ गई है।
आप आर्यसमाज के एक बहुत कर्मठ व्यक्तित्व हैं। कन्या गुरुकुल महाविद्यालय, 60 राजपुर रोड, देहरादून का हमारे स्नातिका संघ को भी आपसे बहुत आशाएं हैं। कृपया इसके पुनरुद्धार के लिए भी सतत चिंतन, मनन एवं मार्गदर्शन करते रहिए।
ऋषि दयानंद के उपकारों के हम सब ही बहुत ऋणी हैं। विशेष रूप से हम महिलाएं।
विनय जी सादर प्रणाम!
आपकी सत्यार्थ प्रकाश की व्याख्या सराहनीय है किंतु आपने एक दूसरी विरोधी विचारधारा मनुस्मृति को विश्व का संविधान कहकर सारा गुड़ का गोबर कर दिया।मनुस्मृति तो स्पष्ट रूप से शिक्षा कुछ सीमित समाज के वर्ग के लिए कहती है जैसा कि आपने प्रारंभ में कहा और उसके दुष्परिणाम समाज को झेलने पड़े और झेल रहा है,वहीं सत्यार्थ प्रकाश की दुहाई देते हैं कि समाज के सभी वर्गों को शिक्षा देने से समाज विश्वगुरु फिर से बन जायेगा। ये विरोधाभास क्यों? क्या आप मनुस्मृति का मोह नहीं छोड़ pa rahe?
Acharya ji ase hi samaj ko jagruk karte rahiyen.Jay Arya Samaj 🙏
सत्यार्थ प्रकाश और आर्यसमाज का मनुष्य के कितना बड़ा योगदान है बहुत ही सुन्दर और सरल व्याख्या। बहुत बहुत धन्यवाद व आभार
विनय जी का बहुत बहुत अच्छा वक्तव्य है यह आशा है बच्चों को संदेश देगा तथा उनका आचरण बनाएगा मैं भी एक गुरुकुल काब्रह्मचारी रहा हूं
Dev dayanan ji ko shat shat naman.
बहुत ही जानकारी पूर्ण।
गुरूदेव आपको सुनकर बहुत अच्छा लगा।
जब तक जातिवाद रहेगा हिंदू कभी भी एक नही हो सकता है ।जातिवाद हिंदू समाज का कोढ़ है ।
परम ज्ञानी दिखाई दे रहे हो वानर, अंगद सुग्रीव हनुमान इन तीनों में कौन हो तुम
सर जी इ--त--ने महान विचार पंडित होते हुए, बताओ सच्चाई क्या है।
Bindu, tu hijra hai kya?
आदरणीय पण्डित सुदामा जी
नमस्कार,यह जातिवाद का भूत किसने पैदा किया?? मेरे भाई इस भूत को धर्मगुरुओ ने ही पैदा किया।क्योंकि यहां के लोग साधरण अशिक्षित लोग थे।लेकिन अज्ञानी नही थे।स्वामी दयानन्द सरस्वती जी को धन्यवाद देना चाहिए।क्योंकि उन्होंने शिक्षा ज्ञान का प्रचार प्रसार किया।
@@sudamapandit5184 यहां समस्या वर्ण वाद का है जाति वाद की नही जातियां तो हैं ही लेकिन समस्या तो तब होते हैं जब किसी जाति के लोग स्वयं को ऊंचा तथा औरों को नीचा कहते या मानते हैं 🎉❤️🎉 जै हिंद
एतद्देशप्रसूतस्य सकाशादग्रजन्मनः । स्वं स्वं चरित्रं शिक्षेरन्पृथिव्यां सर्वमानवाः
अति सारगर्भित एवं प्रेरणादायक उद्वोधन । धन्यवाद
सादर नमस्ते आर्य जी महाराज कोटि कोटि नमन 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🏵️🙏🙏🙏🏵️🏵️❤️❤️💐💐💐💐🙏🙏🏵️🏵️🙏🙏🙏👍💯
विनय आर्य जी आप बोलते रहा करिए। आपको सुनना बहुत अच्छा लगता है।
Har har samaj mein Vinay Arya jaisa hi bhashan hona chahie aise hi samjhana chahie Arya samaj ke Manch
विनय जी राम राम 🙏🍁🍁🍁🍁🍁 आपने पहली बार सत्यार्थ प्रकाश से सामान्य जनता को जागरूक किया इसके लिए आपके आभारी हैं कृपया इसे जितना हो सके उतना ही जारी रखें
कृण्वन्तोविश्वमार्यम्
आर्य समाज उधवा में आप सभी आर्य जनों का हार्दिक शुभकामनाएं
गुरु जी को प्रणाम
समाज में भ्रष्ट व्यक्ति ऊंचा स्थान को प्राप्त जल्दी कर लेता है जो सनातन देवता और वेद का शास्त्र सम्मत का विरोध करेंगे वह भगवान बन जाएंगे
सादर प्रणाम एवं आभार जी। बहुत ही सुन्दर वक्तव्य
अति सुन्दर महोदय
Ati sunder Bhai saheb dhanywad
आपका धन्यवाद विनय जी
Guru jii ap sach bol rhe hau is duniya ko fir se arya samaj ki jarurat hai jai Rishi Dayanand Saraswati jii ki
Manav ka samagra bikash ke liye bahut sunder jankari.bahut bahut dhanyawad
Bahut acha varnan kiya
Har har Mahadev 🙏
सुन्दर प्रस्तुति।
भारत के हर विद्यालयों में महर्षि दयानंद जी तथा विवेकानंद जी ओर श्री अरविंद जी के उन ग्रंथों को पढ़ाई जाने की मांग हमे भारत सरकार से सीघ्र करना चाहिए🎉❤🎉 जय हिंद
Grateful to Vinay ji for revolutionary revelations regarding Satyrtha Prakash!
Bahut hi Achchi jankari di aap ne Aacharya ji.
अद्भुत 🕉️🎉
नमस्ते जी 🙏 कैथल हरियाणा
अति सुन्दर 🙏
आपको सुनना बहुत अच्छा लगा
जी,विनय आर्य जी।
Aap ko बहुत-बहुत shubhkamnaen 🙏🙏
ओ३म सादर नमस्ते आचार्य जी 🙏
पूज्य महामंत्री जी को सादर प्रणाम।
सत्य वचन
आर्य समाज अमर रहेगा।🙏🙏
बहुत सुंदर उपयोगी प्रवचन
Nice speech !
Grateful
उत्तम उद्बोधन
Great speech sir.... ❤❤for human life
Bahut bahut dhanyvad.
jai hind
बहुत सुंदर व्याख्या
आदरणीय महर्षि दयानंद सरस्वती जी आम जनमानस को धर्म से अवगत कराने के लिए इस महान ग्रंथ की रचना की लेकिन कुछ लोगों ने एक अलग ही आर्य समाज बनाकर खड़ा करने से इसका दायरा बहुत सीमित हो गया ब्राह्मणों को दोष देने से कुछ नहीं होगा अगर ऐसा होता तो मौर्य वंश आचार्य चाणक्य ने हीं खड़ा किया था ब्राह्मण सनातन की रीड है इन के बिना सनातन कुछ भी नहीं
चाणक्य भी काल्पनिक पात्र है, वर्ना सम्राट अशोक के किसी भी शिलालेख में उनका नाम क्यों नहीं है, जबकि आम जनता के लिए छोटी-छोटी बातों का उल्लेख है।
ब्रह्मामण भी तो आर्य ही है न भाई |
नमो नमः ।
महर्षि दयानंद सरस्वती जी अद्वितीय थे।वे दूरदृष्टा थे।सम्पूर्ण मानव जाति उनकी ऋणी है।
Bahut khub.kash ye school ki course book hoti.mere father ne mujhe di .after marriage maine padi.sach par prakash dala hai
Bahaut Sunder soch
Bahut bahut badhai ho
Ati sundar
Commendable vinay ji really feeling proud and pride that u r telling d importance and value of satyarth prakash in a very simple language
Your speech is a revolutionary step to mk students receptive to what rishi Dayanand said in satyarath prakash
Great statesmen
आचार्य जी को नमस्ते
Sath Sath Naman us Jagatguru Dav Dayanand kid🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
सही बात है ❤
महाऋर्षि दयानंद सरस्वती के कालजई ग्रंथ सत्यार्थ प्रकाश की जय हो । दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा दिल्ली के महामंत्री स्वस्थ रहते हुए सतायु हों।
जय हो आर्य संस्कृति की
Jai sanatan dharm ki
महर्षि दयानन्द सरस्वती जी की जय
Sir your speech Enlighten all of us who is seeking easier knowledge about Stayarth Prakash written by Maharshi Dayanand🙏🙏♥️
Excellent explanation
आर्य समाज अमर रहे।।
हर राजनेता को यह वीडियो सुनना चाहिए
स्वामी दयानन्द सरस्वती जी जो सनातन धर्म अनादि-अनंत बचा है भगवान शिव बाबा उन्हें आत्मनिर्भर बन गई 😢
बहुत अच्छा जी
अति सुन्दर। ॐ
great .Excellent delivery respected sir.
नमस्ते जी, जय सिंह ढिल्लों पंचकूला हरियाणा
Nice presentation. 🎉🎉
Very nice 👍
जय आर्य समाज
Ati utam🕉
❤❤❤🎉🎉 Vicky Soni swarnkar samaj bhilai
Nice lecture.
जय श्री राम