हमारा सूर्य धरती से तैरह लाख गुना बङा है हमारे ओवजरवल यूनिवर्स मे इतने सूर्य है कि पूरि धरती पर रेत के कङ नही है और हमारा Actual univers 500 गुना बङा हो सकता है और आधे से ज्यादा सूर्य के ग्रह है ।
जैसे हमारी धरती सूर्य का चक्कर लगा रही है वैसे हमारा सूर्य हमारी आकाशगंगा के बीच मौजूद सूपरमेसिव ब्लेक होल का चक्कर लगा रहा है तो बताइए उस सूपरमेसिव ब्लेक होल का हम पर क्या असर पड़ रहा है ?
दूसरे सोलर सिस्टम मे तो शुक्र गृह नही है नही बृहस्पति और नही राहू केतु तो क्या वहा पर जीवन नही हो सकता और अगर भविष्य मे इंसान किसी दूसरे सोलर सिस्टम पर किसी और ग्रह पर रहने चला गया तो उस पर ज्योतिष का असर पड़ेगा के नही क्योंकि वहा पर तो अलग ग्रह है ।
There is no train of thought 😂….. mumbling in the darkness dude …that’s your thingi! Now suddenly he is talking about sakha wellness and … OSHO is absent and is being used out of context to justify the words of speaker here. Another sheela in making, exactly the same. Now it all makes more and more sense with each passing moment, about these characters; when in body OSHO specifically kept these characters around him and encouraged them play out their unconscious mind wholeheartedly. Now these characters are everywhere and they are so loud and clear.
Good video..good explanation of sankhya and Kavya….if possible make more videos like this one…regards
Bahut bahut dhanyawad iss video ke liye!
Aapki baten sunkar Mera jivan Dhanya Ho Gaya Prabhu❤❤❤❤❤
Thank you.
Very well
I agree 💯👍
Pranam sakha🙏 🙏
Pranam Swami ji 🙏
शंशाक भाई प्रणाम 🙏
🙏sakha ji🙏
हमारा सूर्य धरती से तैरह लाख गुना बङा है हमारे ओवजरवल यूनिवर्स मे इतने सूर्य है कि पूरि धरती पर रेत के कङ नही है और हमारा Actual univers 500 गुना बङा हो सकता है और आधे से ज्यादा सूर्य के ग्रह है ।
❤️❤️🙏 Gurudev Pranam 🙏❤️❤️
gazab dadabhai 🙏🪐
Parnam sakha
Sakha ji😊
❤❤❤❤❤
I love you sakha
डायनेमिक में अपने आपको बचा के रखने का दुष्परिणाम अलंकार है
जैसे हमारी धरती सूर्य का चक्कर लगा रही है वैसे हमारा सूर्य हमारी आकाशगंगा के बीच मौजूद सूपरमेसिव ब्लेक होल का चक्कर लगा रहा है तो बताइए उस सूपरमेसिव ब्लेक होल का हम पर क्या असर पड़ रहा है ?
22:13 ab sakha ne bataya ki chalti kya khandala ka matlab kya hai 😂
Mje k Bina kya Dhyan he bhai?Mje k Bina kese Dhyan???
दूसरे सोलर सिस्टम मे तो शुक्र गृह नही है नही बृहस्पति और नही राहू केतु तो क्या वहा पर जीवन नही हो सकता और अगर भविष्य मे इंसान किसी दूसरे सोलर सिस्टम पर किसी और ग्रह पर रहने चला गया तो उस पर ज्योतिष का असर पड़ेगा के नही क्योंकि वहा पर तो अलग ग्रह है ।
🙏
इसका मतलब ओशो का डायनेमिक ध्यान बेकार है? डायनेमिक के बाद उठने वाले अहंकार के प्रति भी सजग हुआ जा सकताथा ।
Dynamic kush nhin hai
इस यूनिवर्स मे बहुत बङे बङे ब्लेक होल है सूपर नोवा हो रहे है नयूटरोन स्टार मेगेनेटार है उनका हम पर क्या असर पड़ रहा है ।
❤🙏
इसका मतलब ओशो काडायनेमिक ध्यान बेकार है
😂 Kisi ko samajh nhi aaya ki chalti kya khandala ka matlab kya hai
😂😂😂😂😂😂
तुम्हारे जैसे ही लोगों ने ओशो का नाम खराब किया है, बहुत बेशर्म हो
There is no train of thought 😂….. mumbling in the darkness dude …that’s your thingi!
Now suddenly he is talking about sakha wellness and … OSHO is absent and is being used out of context to justify the words of speaker here.
Another sheela in making, exactly the same.
Now it all makes more and more sense with each passing moment, about these characters; when in body OSHO specifically kept these characters around him and encouraged them play out their unconscious mind wholeheartedly. Now these characters are everywhere and they are so loud and clear.
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