Radio Drama || Parchhaiyan by Janardan Muktidoot

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  • เผยแพร่เมื่อ 24 พ.ค. 2021
  • #RadioDrama #AkashvaniAIR
    Radio Drama || Parchhaiyan by Janardan Muktidoot
    परछाईयाँ (25.5.2021)
    सीधे तौर पर यह नाटक आज के माहौल को ध्यान में रखकर नहीं लिखी गयी है लेकिन सुनने के बाद आपको लगेगा कि कोरोना जैसी बीमारी से जूझते लोगों की झलक है इसमें | कई बार जब लोग किसी ऐसी बीमारी से जूझ रहे होते हैं जिसका कोई पक्का इलाज़ नहीं है, जिसकी कोई दवा नहीं है- तब एक डॉक्टर क्या करता है ? कैसे करता है अपने मरीज़ का इलाज़ ? उसकी क्या ज़िम्मेदारी होती है ? एक बात याद रखनी चाहिए कि बीमारी में अपना साहस बनाये रखना बहुत ज़रूरी है | लाइलाज़ बीमारी और मौत के मूंह से वापस लौटने के चमत्कार की कहानी आपने भी सुनी होगी - यह चमत्कार वही करता है जिसके मन ने हार नहीं मानी हो | मन के हारे , हार है , मन के जीते , जीत |
    यह नाटक ऐसे ही एक डॉक्टर की है जो एक मरीज़ का इलाज़ करता है और उसे मौत के मूंह से बाहर निकालता है |
    Title: PARCHHAIYAN
    Writer: Janardan Muktidoot
    Director: Satyendra Sharat
    Assistance in Production: Sudarshan Kumar
    Artists: Arun Mathur, Rajendra Verma, Manju Alok, Suniti Kohli
    (Refurbished by Sh. Vinod Kumar, Programme Executive, CDU, DG; AIR. This play was first broadcast on 20-07-82)
    A presentation of Central Drama Unit, DG;AIR

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