हरु सैम देवता गुरू गोरखनाथ जी की धूनी की तपस्या करते है महिलाओं के समीप ही होने पर तपस्या भंग हो जाएगी इसलिए महायोगी गुरूगोरखनाथ की धूनी को महिलाओं को छूना तो दूर समीप जाना भी वर्जित है ऐसा मेरा मानना है हरू सैम लटवा भाई भनारी लाकडू वीर भेलवा वीर रेठवा वीर हनुमान सुराफिरा वीर ये सभी योगी रूप में गुरू गोरखनाथ जी की धूनी की तपस्या करते है महिलाओ के संपर्क में आते ही तपस्या भंग हो जाती है
Dajyu 2saal tak mata sita raawan ki ashok waatikaa mai rahi ❤❤❤ lekin usne kbhi mata sita se jabardasti nhi ki wo mata sita ki hmm ka intjaar kar rha tha
🙏🏻👍🏻 Sare video bahut acchi Lagti Hai hemda aapke aapke dwara Hamen Apne Dev Bhumi ki baten pata chal rahi hai hemda Mujhe Apni Kuldevi jaldevi ke bare mein Jankari chahie🙏🏻
भाई नमस्कार मैं सूरज कुमार हल्द्वानी मेरी आपसे फेसबुक पर भी बात हो चुकी है हेम भाई आपके बारे में कोई कुछ भी बोले हमें कोई फर्क नहीं पड़ता आप जो कहानी लेकर आते हो सत्य घटना के आधारित पर लाते हो जो समझदार होगा भाई वह कभी गलत कमेंट कर ही नहीं सकता आप की वीडियो पर जिसको कुछ पता नहीं होगा और कोई जानकारी नहीं होगी वही व्यक्ति इसमें गलत कमेंट करेगा सर हम जानते हैं ना मैं कभी पूजा पाठ नहीं करता था जब से मैंने आपकी वीडियो देखी है तभी मुझे पता चला भक्ति में कितनी शक्ति है हेम भाई मैं आपका कोटि-कोटि धन्यवाद करता हूं जो आपसे हमें इतनी सीख मिली बड़ों का आदर कैसा करना चाहिए अपने घर के इष्ट देवताओं की पूजा पाठ करनी चाहिए जय हो गोलू देवता की जय हो मेरे सारे घर के इष्ट देवी देवताओं की हेम भाई हम हमेशा आपके सपोर्ट में है और रहेंगे जो लोग आप पर गलत कमेंट करते हैं उन लोगों को हमारा कमेंट दिखाना हेम भाई हमारे दिल में आपके लिए कितनी इज्जत है हेम भाई अगर इसमें कुछ गलत लिखा हो तो माफ करना हर हर शंभू❤❤
आज तीस साल बाद मुझे भी पता लग गया, मेरे दिमाग मे घुम्ता था ये सब जब मै मामु कि धूनि मे जाता था थैन्कू आपका आपसे एक बात पुचनि थी ऐसा हि नर्सिंग के धूनी मे भी ओर मन्दीर मे भी नहीं जाते ओर धूनी मे भी नही लगती, पर नर्सिंग तो औरतो मे भी आते है,क्या उस समय औरते धूनी मे नही लगती
भाई सप्त ऋषि कोंन है आपको पता है और वह किस समय धरती पे थी पुरी गलत कहानी सुनी है आपने दुनिया का उधार मामू करते है और मामू का उधार सप्त ऋषि करेंगे खुद ही बनादि कहानी ।
@@rakeshchandra1501 सप्त ऋषि वो है जिनसे हमारा गोत्र चलता है वशिष्ठ, कश्यप, अत्रि, जमदग्नि, गौतम, विश्वामित्र और भारद्वाज। सप्त ऋषि कलयुगी नही है वो द्वापर एवं त्रेता मे थे मामू कलयुगी जब कलयुग मे गुरु गोरक्षनाथ आये तब उनकी उतपति है.
@@MayankUk02भाई यह सप्त ऋषि की कहानी जागेश्वर की है जब महा देव वहां तपस्या कर रहे थे वही पास मे सप्त ऋषि भी तपस्या कर रहे थे एक साम को जब ऋषियों की पत्निया आग जलाने के लिए लड़की बिनने निकली तो उन्होंने देखा कि एक नौजवान साधु तपस्या में लीन है निर्वस्त तो नह महादेव की औरा को देखकर मूर्छित हो गयी जब साम तक नही लौटी तो ऋषियों ने उनकी खोज की देखा की एक नौजवान साधु तपस्या कर रहा है और उनकी पत्निया बेहोश पड़ी हैं किसी अनहोनी की आशंका से उन्होंने महादेव को श्राप दे दिया था कि आपका लिंग पतित हो जाये खण्ड खण्ड हो जाय जब भोलेनाथ ने ऑख खोली तो ऋषियों को अपनी गलती का एहसास हुआ उन्होने क्षमा मांगते कहां प्रभु हमे क्षमा कर दो अज्ञान वश हमसे बडी भूल हो गयी है अब आप ही कोई समाधान निकालो महादेव उनको मॉफ करते हुए उन्होंने बताया आज से आप लोग मेरी पूजा लिंग रूप ही करोगे दुनिया का पहला शिव लिंग जागेश्वर स्थापित हुआ वही से लिंग पूजा शुरू हुई इस लिए जागेश्वर महादेव को दुनिया का पहला शिव लिंग कहते है रही बात सैम देवता की धुनि मे औरते क्यों नही आती जब सैम देवता झाकर सैम मे तपस्या कर रहे थे तो सालो तपस्या करने के कारण उनके शरीर में दिमक ने घर बना लिया था शरीर को ढक दिया था केवल दो आखे चमक रही थी उसी जंगल मे एक घस्यारी जिसका नाम जैतुली या जैता था घास काटने गयी थी उसने देखा की दो आँखे जैसी दिख रही है जिज्ञासा बस उसने दिमक बावडी के उपर दराती के मुह से चोट मार दी वह सैम ज्यू के सर लगी और खून की धार निकलने लगी वह घबरा गयी सैम ज्यू ने उन्हे श्राप दिया आज से स्त्रीया मेरे दूर रहेंगी स्त्रीया दर्शन करती है पूजा पुजारी जी ही करते है और अवतार के टाईम औरतो की परछाई से बचाने के लिए औरतो को धुनी मे नही जाने दिया जाता है ' फिर भी वह औरत घर से नौनी घी लायी और उसको घाव मे भर दिया सैम ज्यू खुश हो गये बोले जा कभी भी मेरी जरूरत पड़े मुझे याद कर लेना वह औरत काफी दुखी थी उसने कहा अगर आप मेरे से खुश हो तो मेरे साथ मेरे गांव चलो गांव नाम भूल रहा हूं में वही पास में है पहला सैम मंदिर उस औरत ने अपने गांव मे बनाया जब भी उसकी सास उसको सताती तो सैम ज्यू उसकी मदद करते थे । कहानी लम्बी हो जायेगी सैम ज्यू कालानारा के पुत्र थे कुम्भ मेले मे जब वह स्नान कर रही थी तो उसका गर्भधान हो गया था कर्ण की तरह क्योंकि वह बिना पिता के आज्ञा के आयी थी पिता ने श्राप दिया था जा तू कुवांरी माँ बन जायेगी करके वह लौट कर घर घर नही गयी वही पास मे गुरु गोरख नाथ धुनी रमाये बैंठे थे कालनारा ने अपनी व्यथा उनको सुनाई उन्होंने उसे वही बच्चे के जनम तक रुकने को कहां फिर जब सैम पैदा हुए तो उनकी माता सातवें दिन स्नान के लिए घाट गयी तो वहां एक मसान ने उनको पकड लिया इधर सैम को पता चल गया वह दिव्य शक्ति थे वहां तुरन्त पहुच कर मसान को साद लिया जब गुस की ऑख खुली तो वह घबरा गये बच्चा कहां गया करके उन्होने सोचा काल नारा को क्या जबाब दुंगा तो कुशा से वैसा ही बच्चा बना दिया माता जब घर लौटी तो देखा एक और बच्चा सैम तो मेरे साथ है गुरु जी ने सारी बात बताई और कहां अब इसका पालन पोषण भी तुम्ही करो बाद मे सैम सन्यासी बन और दूसरा बालक का नाम हरु हित पड़ा या हर ज्यू उन्होने राज पाट संम्भाला कालानारा की एक लडकी भी हुर्ई जिसका ना था कलिंगा या कालिका जिससे ग्वल देवता हुए तभी गवल देवता को सैम ज्यू का भान्जा बोला जाता है हर ज्यू को गुरु भाई जै हो में वही का रहने वाला हूँ '🙏🙏🙏
भाई पहले तो सीता माता 11 महीने ही लंका मे रही श्री राम ने चित्रकूट मे 12 वर्ष बिताए और फिर पंचवटी को गए जहा सीता हरण हुआ पहले तो अपने यही बात गलत बोली. दूसरी देवी का हर रूप शिव की भक्ति मे लगा है भगवती शिव को अपना गुरु मानती है, माता लक्ष्मी श्री नारायण ने सदेव चरण दबाती है और जहा तक आपकी बात रही धुनि मे छुना नही है करके तो गुरु दीक्षा लो नाथ पंत मे धुनि को सिर्फ बाबा लोग ही चु सकते है आपको ये नही पता की बेसि करने के बाद ही धुनि को छु सकते है क्योकि गुरु गोरक्षनाथ की बेसि के बाद भबूति लगाने के अधिकारी होते है औरते बेसि नही कर सकती इसलिए वो धुनि को नही छु सकती कृपया पूर्ण ज्ञान अर्जित कीजिये..
धन्यवाद दादा आपका अपना बहुमूल्य समय देने के लिए और हमें बताने के लिए मैंने कहानी में पहले ही बोला है उसमें कि इसमें मात मतांतर और काफी लोगों का यह कहना है और काफी लोगों का कुछ और कहना है। मैंने कहानी में बोला हुआ है। ध्यान से सर आपने सुना नहीं दादा यदि आप इस बारे में और मुझसे बात करना चाहते हो तो मेरे फेसबुक पेज पर आकर मुझसे शांति से बात कर सकते हैं और इसमें हम बैठकर विचार करते हैं।
Hem yha aapne galt khan Ki ghar Ki laxmi TB jb vo Kama k lata h PtI kamae or pi k udae TB bhi ptni apni mehnat she ghar ka khayal rakhti h bachao KO padti h khilti h or use BH I khilati pahdi ho bhai Sana IJA KO dekha hoga bakri we dudh she jod se or or dusre khet m kam kr k BH I bachae or apna pet bharti h ladka unmarried h khub mehnat kre tbhi har jagha fel hota h pr sadi hote hi kismat chalne lagti h ghar m jiski pahli Laski hogi uske ghar Ki kisi kmi nhi hoti.
Har har Mahadev ji ❤
Jai ho golu devta 🙏🌺🌹❤️🙏🙏 Jai Ho harjyu samjyu 🙏🌹💐🌺🌹❤️🙏🙏🙏
🙏🏻💯Satya vachan hai aapke hemda🙏🏻🚩
❤❤❤❤❤
Jai jhakar devta ki jai
Jai ho esht dev
Jaiho I
Jay ho dondya bhairav ❤❤❤
Right itis
❤
Jai ho
🙏🙏🙏😌
Jai ho kul devta semju
जय हो
Jai Ho east Devta
Nice,jai sema ju ,bhagwaan ki,meri or. Bi kirpa karo
हरु सैम देवता गुरू गोरखनाथ जी की धूनी की तपस्या करते है महिलाओं के समीप ही होने पर तपस्या भंग हो जाएगी इसलिए महायोगी गुरूगोरखनाथ की धूनी को महिलाओं को छूना तो दूर समीप जाना भी वर्जित है ऐसा मेरा मानना है हरू सैम लटवा भाई भनारी लाकडू वीर भेलवा वीर रेठवा वीर हनुमान सुराफिरा वीर ये सभी योगी रूप में गुरू गोरखनाथ जी की धूनी की तपस्या करते है महिलाओ के संपर्क में आते ही तपस्या भंग हो जाती है
Jai Est Semju devta ki
Jai ho saim devta bagwan ki jai ho.
Nice
बहुत अच्छी जानकारी है
हेम भाई इस जानकारी को आज सब लोगों ने छुपाया था
🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Aylan.bisth.ki.khani.a.toz.tak.sunawo.vhai
Ok
jay isht saim devta ki ❤
Dajyu 2saal tak mata sita raawan ki ashok waatikaa mai rahi ❤❤❤ lekin usne kbhi mata sita se jabardasti nhi ki wo mata sita ki hmm ka intjaar kar rha tha
Sir kau devta ki कहानी sunao koi
Bahut badiya hem da satya ko janne ka haq sabka hai or aap usme logo ki madad kr rhe ho bahut bahut dhanywaad
Jai Semm Raja...
जय दुधाधारी नरसिंह जय डौंडिया नरसिंह देव तुम्हारी जय जय कार हो।
Sam ji toh aankh se andhe the
🙏🏻👍🏻 Sare video bahut acchi Lagti Hai hemda aapke aapke dwara Hamen Apne Dev Bhumi ki baten pata chal rahi hai hemda Mujhe Apni Kuldevi jaldevi ke bare mein Jankari chahie🙏🏻
Jai hem bhae aap jankari shi देते हो you me aap jesi jankari ko nahi deta he
Guru ji ap bhaut mehnat karte ho sabhi devo ki kripa aap par bani rhe
अगर किसी के पास यह जानकारी हो तो कृपया मुझे बताएं सैम जी का पांव कमजोर क्यों
Please
Bhai only subject par hi baat kare
आपका जैसी जानकारी कोई ओर youtuber नही देता। you are best
भाई नमस्कार मैं सूरज कुमार हल्द्वानी मेरी आपसे फेसबुक पर भी बात हो चुकी है हेम भाई आपके बारे में कोई कुछ भी बोले हमें कोई फर्क नहीं पड़ता आप जो कहानी लेकर आते हो सत्य घटना के आधारित पर लाते हो जो समझदार होगा भाई वह कभी गलत कमेंट कर ही नहीं सकता आप की वीडियो पर जिसको कुछ पता नहीं होगा और कोई जानकारी नहीं होगी वही व्यक्ति इसमें गलत कमेंट करेगा सर हम जानते हैं ना मैं कभी पूजा पाठ नहीं करता था जब से मैंने आपकी वीडियो देखी है तभी मुझे पता चला भक्ति में कितनी शक्ति है हेम भाई मैं आपका कोटि-कोटि धन्यवाद करता हूं जो आपसे हमें इतनी सीख मिली बड़ों का आदर कैसा करना चाहिए अपने घर के इष्ट देवताओं की पूजा पाठ करनी चाहिए जय हो गोलू देवता की जय हो मेरे सारे घर के इष्ट देवी देवताओं की हेम भाई हम हमेशा आपके सपोर्ट में है और रहेंगे जो लोग आप पर गलत कमेंट करते हैं उन लोगों को हमारा कमेंट दिखाना हेम भाई हमारे दिल में आपके लिए कितनी इज्जत है हेम भाई अगर इसमें कुछ गलत लिखा हो तो माफ करना हर हर शंभू❤❤
Shehi kha aap ne bro Jo glta kames marte unoko kucha pat nhi rheta he da
आज तीस साल बाद मुझे भी पता लग गया, मेरे दिमाग मे घुम्ता था ये सब जब मै मामु कि धूनि मे जाता था थैन्कू आपका
आपसे एक बात पुचनि थी ऐसा हि नर्सिंग के धूनी मे भी ओर मन्दीर मे भी नहीं जाते ओर धूनी मे भी नही लगती, पर नर्सिंग तो औरतो मे भी आते है,क्या उस समय औरते धूनी मे नही लगती
अरे भाई नागा साधु और नाथ अलग होते है
Dada. Lingam roop ka matlab ling nai hota. Ye mera maananaa hai
Ye sub juth hai hum bhi gaye hai sub ortai jati
हिस्ट्री पड़ो भाई, कुछ भी मत बोलो बाकी वीडियो सही है
Harju dhuni may be estre nahi aatihai
भाई सप्त ऋषि कोंन है आपको पता है और वह किस समय धरती पे थी पुरी गलत कहानी सुनी है आपने दुनिया का उधार मामू करते है और मामू का उधार सप्त ऋषि करेंगे खुद ही बनादि कहानी ।
सप्त ऋषियों ने दारुका वन में महादेव को श्राप दिया था और वह जागेश्वर में डंडेश्वर महादेव के रूप में पुजे गये
@@rakeshchandra1501 सप्त ऋषि वो है जिनसे हमारा गोत्र चलता है वशिष्ठ, कश्यप, अत्रि, जमदग्नि, गौतम, विश्वामित्र और भारद्वाज। सप्त ऋषि कलयुगी नही है वो द्वापर एवं त्रेता मे थे मामू कलयुगी जब कलयुग मे गुरु गोरक्षनाथ आये तब उनकी उतपति है.
मै भी तो वही बोल रहा हू
श्राप सैम को नही महादेव को मिला था जब सती के विरह मे महादेव दारुका वन मे समाधि में बैठे थे
@@MayankUk02भाई यह सप्त ऋषि की कहानी जागेश्वर की है जब महा देव वहां तपस्या कर रहे थे वही पास मे सप्त ऋषि भी तपस्या कर रहे थे एक साम को जब ऋषियों की पत्निया आग जलाने के लिए लड़की बिनने निकली तो उन्होंने देखा कि एक नौजवान साधु तपस्या में लीन है निर्वस्त तो नह महादेव की औरा को देखकर मूर्छित हो गयी जब साम तक नही लौटी तो ऋषियों ने उनकी खोज की देखा की एक नौजवान साधु तपस्या कर रहा है और उनकी पत्निया बेहोश पड़ी हैं किसी अनहोनी की आशंका से उन्होंने महादेव को श्राप दे दिया था कि आपका लिंग पतित हो जाये खण्ड खण्ड हो जाय जब भोलेनाथ ने ऑख खोली तो ऋषियों को अपनी गलती का एहसास हुआ उन्होने क्षमा मांगते कहां प्रभु हमे क्षमा कर दो अज्ञान वश हमसे बडी भूल हो गयी है अब आप ही कोई समाधान निकालो महादेव उनको मॉफ करते हुए उन्होंने बताया आज से आप लोग मेरी पूजा लिंग रूप ही करोगे दुनिया का पहला शिव लिंग जागेश्वर स्थापित हुआ वही से लिंग पूजा शुरू हुई इस लिए जागेश्वर महादेव को दुनिया का पहला शिव लिंग कहते है रही बात सैम देवता की धुनि मे औरते क्यों नही आती जब सैम देवता झाकर सैम मे तपस्या कर रहे थे तो सालो तपस्या करने के कारण उनके शरीर में दिमक ने घर बना लिया था शरीर को ढक दिया था केवल दो आखे चमक रही थी उसी जंगल मे एक घस्यारी जिसका नाम जैतुली या जैता था घास काटने गयी थी उसने देखा की दो आँखे जैसी दिख रही है जिज्ञासा बस उसने दिमक बावडी के उपर दराती के मुह से चोट मार दी वह सैम ज्यू के सर लगी और खून की धार निकलने लगी वह घबरा गयी सैम ज्यू ने उन्हे श्राप दिया आज से स्त्रीया मेरे दूर रहेंगी स्त्रीया दर्शन करती है पूजा पुजारी जी ही करते है और अवतार के टाईम औरतो की परछाई से बचाने के लिए औरतो को धुनी मे नही जाने दिया जाता है ' फिर भी वह औरत घर से नौनी घी लायी और उसको घाव मे भर दिया सैम ज्यू खुश हो गये बोले जा कभी भी मेरी जरूरत पड़े मुझे याद कर लेना वह औरत काफी दुखी थी उसने कहा अगर आप मेरे से खुश हो तो मेरे साथ मेरे गांव चलो गांव नाम भूल रहा हूं में वही पास में है पहला सैम मंदिर उस औरत ने अपने गांव मे बनाया जब भी उसकी सास उसको सताती तो सैम ज्यू उसकी मदद करते थे । कहानी लम्बी हो जायेगी सैम ज्यू कालानारा के पुत्र थे कुम्भ मेले मे जब वह स्नान कर रही थी तो उसका गर्भधान हो गया था कर्ण की तरह क्योंकि वह बिना पिता के आज्ञा के आयी थी पिता ने श्राप दिया था जा तू कुवांरी माँ बन जायेगी करके वह लौट कर घर घर नही गयी वही पास मे गुरु गोरख नाथ धुनी रमाये बैंठे थे कालनारा ने अपनी व्यथा उनको सुनाई उन्होंने उसे वही बच्चे के जनम तक रुकने को कहां फिर जब सैम पैदा हुए तो उनकी माता सातवें दिन स्नान के लिए घाट गयी तो वहां एक मसान ने उनको पकड लिया इधर सैम को पता चल गया वह दिव्य शक्ति थे वहां तुरन्त पहुच कर मसान को साद लिया जब गुस की ऑख खुली तो वह घबरा गये बच्चा कहां गया करके उन्होने सोचा काल नारा को क्या जबाब दुंगा तो कुशा से वैसा ही बच्चा बना दिया माता जब घर लौटी तो देखा एक और बच्चा सैम तो मेरे साथ है गुरु जी ने सारी बात बताई और कहां अब इसका पालन पोषण भी तुम्ही करो बाद मे सैम सन्यासी बन और दूसरा बालक का नाम हरु हित पड़ा या हर ज्यू उन्होने राज पाट संम्भाला कालानारा की एक लडकी भी हुर्ई जिसका ना था कलिंगा या कालिका जिससे ग्वल देवता हुए तभी गवल देवता को सैम ज्यू का भान्जा बोला जाता है हर ज्यू को गुरु भाई जै हो में वही का रहने वाला हूँ '🙏🙏🙏
भाई पहले तो सीता माता 11 महीने ही लंका मे रही श्री राम ने चित्रकूट मे 12 वर्ष बिताए और फिर पंचवटी को गए जहा सीता हरण हुआ पहले तो अपने यही बात गलत बोली. दूसरी देवी का हर रूप शिव की भक्ति मे लगा है भगवती शिव को अपना गुरु मानती है, माता लक्ष्मी श्री नारायण ने सदेव चरण दबाती है और जहा तक आपकी बात रही धुनि मे छुना नही है करके तो गुरु दीक्षा लो नाथ पंत मे धुनि को सिर्फ बाबा लोग ही चु सकते है आपको ये नही पता की बेसि करने के बाद ही धुनि को छु सकते है क्योकि गुरु गोरक्षनाथ की बेसि के बाद भबूति लगाने के अधिकारी होते है औरते बेसि नही कर सकती इसलिए वो धुनि को नही छु सकती कृपया पूर्ण ज्ञान अर्जित कीजिये..
धन्यवाद दादा आपका अपना बहुमूल्य समय देने के लिए और हमें बताने के लिए मैंने कहानी में पहले ही बोला है उसमें कि इसमें मात मतांतर और काफी लोगों का यह कहना है और काफी लोगों का कुछ और कहना है। मैंने कहानी में बोला हुआ है। ध्यान से सर आपने सुना नहीं दादा यदि आप इस बारे में और मुझसे बात करना चाहते हो तो मेरे फेसबुक पेज पर आकर मुझसे शांति से बात कर सकते हैं और इसमें हम बैठकर विचार करते हैं।
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Hem yha aapne galt khan Ki ghar Ki laxmi TB jb vo Kama k lata h PtI kamae or pi k udae TB bhi ptni apni mehnat she ghar ka khayal rakhti h bachao KO padti h khilti h or use BH I khilati pahdi ho bhai Sana IJA KO dekha hoga bakri we dudh she jod se or or dusre khet m kam kr k BH I bachae or apna pet bharti h ladka unmarried h khub mehnat kre tbhi har jagha fel hota h pr sadi hote hi kismat chalne lagti h ghar m jiski pahli Laski hogi uske ghar Ki kisi kmi nhi hoti.