ओजपूर्ण विवेचन। आपने selective agenda व वामपंथी-इस्लामी इतिहासकारों की बखिया उधेड़कर रखा दी। आप जैसे महानुभाव व सत्यसाधक ही देश के स्वर्णिम इतिहास को उसकी गरिमा प्रदान कर सकते हैं। साधुवाद एवम् कोटि कोटि शुभकामनाएँ।
बौद्ध धर्म पुष्यमित्र शुंग के बाद, कुषाण वंश में खुब फलां फुला। एक बौद्ध राजा के ब्राह्मण सनातनी कैसे हो सकता था। इतिहास में बहुत जोल है। क्योंकि दोनों तरफ से बहुत कुछ छूपाया जाता है। ताकि जाति श्रेष्ठता को प्रश्रय मिलता रहे। एक तरफ शाक्यो के श्रेष्ठता वाद निंदनीय है और उनके पत्तन का कारण है तो सतानन समाज में जाति श्रेष्ठता भी पतन का कारण रही है।
बौद्धों ने महाराज दाहिर के विरुद्ध अरबों का सहयोग किया था, इस बारे में तथाकथित बुद्धि जीवी इतिहासकार चुपचाप है, आपको साधुवाद पुष्यमित्र शुंग की जानकारी के लिए।जयहिंद
बौद्ध स्थापतयो का विनाश बख्तियार खिलजी ने किया क्या उसका भी प्रमाण चाहिए?? क्या बामियान में बौद्ध प्रतिमाओं को चुस्लमानो ने ध्वस्त किया था 1997 उसका भी प्रमाण चाहिए? आप एक बार बौद्ध भिक्षु असिन विराथू जी से क्यो नही बात करते?
@@laxmichitfund7234 beta tu kis dharm ko mante ho ya kis dharm se ho ya kisi majhab se ho ya nastik fir tujhe pyara sa jawab dunga pehle tera jawab ? Fir tera jawab mil jaayega 🤣😅😂😀😄
पंडित पुष्यमित्र शुंग ने अपना कर्तव्य अनुसार स्वयं आगे आकर सत्ता हाथों में लेकर सनातन धर्म और राष्ट्र की रक्षा की । वामपंथी और धर्मनिरपेक्ष हिन्दूओं का सफाया राष्ट्र को बचाने ज़रुरी है।
संपदिनो बृहस्पति पुत्रो बृहस्पतेऽर्वृषसेनो वृषसेनस्य पुष्यधर्मा पुष्यधर्मणः पुष्यमित्रः देवस्य च वंशाद् अशोको नाम्ना राजा बभूवेति । अर्थात - सम्पादि (सम्पत्ति) के पुत्र बृहस्पति हुवे, बृहस्पति से वृषसेन हुवे, वृषसेन से पुष्यधर्मा और पुष्यधर्मा से पुष्यमित्र हुवे। यह देव स्वरूप पुरुष देवानाम्प्रिय अशोक के वंशज, राजा बनते हैं ।
भीमटे लगातार ये दावा करते हैं कि नालंदा बौद्धों ने जलाया जबकि पास ही स्थित बख्तियारपुर नामक स्थान स्वयं ये घोषित करता है कि नालंदा विध्वंस बख्तियार खिलजी ने ही किया।।
अति उम्दा विश्लेषण , आपने सब कुछ एकदम साफ कर दिया , पुष्यमित्र और सातवाहनो के युग में अनेकों स्तूपों और विहारों का निर्माण किया गया , तथा हर मत को प्रश्रय दिया गया ,
जिस प्रकार बौद्ध धर्म को सम्राट अशोक, कनिष्क आदि ने संरक्षण दिया उसी सम्राट पुष्यमित्र ने सनातन धर्म को संरक्षण प्रदान किया। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। जय सनातन
राजीव रंजन प्रसाद जी, सर्वाधिक सत्य को आज के समय में युगपटल एवं मानव पटल पर अंकित करने के लिए आपको कोटि - कोटि नमन। मुझे इतिहास के विषय में सर्वाधिक रुचि है, परन्तु अनेकों इतिहास की पुस्तकों में मुझे यही मिला था कि- पुध्य मित्र सुंग ने बौद्ध धर्म को काफी क्षति पहुंचाया था, जिसे जानकर मन में पीड़ा एवं ग्लानि उत्पन्न होती थी, ऐसा प्रतीत होता था कि कोई हिन्दू राजा कैसे यह सब कर सकता है ? परन्तु आज आपने मन सभी संकाओं एवं दुराग्रहों को सदा - सदा के लिए दूर कर दिए। धन्यवाद।
राम ने अपनी गर्भित पत्नी को गंभीर आरोप लगा कर छोड़ दिया था जब कि अग्नि परीक्षा भी ले ली थी तो तेरी बहन,या बेटी के साथ ऐसा अन्याय हो तो अन्यायी राम का अनुसरण कर रहा कह कर तू चुप बैठेगा का।
आप के वीडियो पर आने वाले कमेंट को देखकर ऐसा लगता है कि जैसे हिंदुओं का यह सनातन धर्मयों का बौद्ध धर्म के अनुयायियों से कोई विरोध है, जबकि ऐसा नहीं है हर व्यक्ति की अपनी आस्था, अपना विश्वास होता है पर इससे हम भारतीय हैं हमारे पूर्वज एक है यह बात गलत तो सिद्ध नहीं हो जाती अगर एक दूसरे पर उंगली उठाते रहेंगे तो ना आपका अस्तित्व सुरक्षित रहेगा ना हमारा अस्तित्व सुरक्षित रहेगा क्योंकि हम दोनों को मिटाने वाले बहुत हैं
मैं स्वयं इस बात से बहुत आहत होता हूं। देश के दक्षिण पूर्वी हिस्सों और देहरादून में रहते हुए बौद्ध साधकों से मेरी गहरी निकटता रही थी। बहुत कुछ सीखा जाना लेकिन कुछ पूर्वाग्रही ना तो बुद्ध को सही परिप्रेक्ष्य में सामने रखते है न ही बौद्ध धर्म की महानता में वे लेश मात्र भी योगदान दे रहे हैं। मुझे इस बात की पीड़ा है। इतिहास अपनी दिशा लेता है लेकिन इसका यह अर्थ नहीं होता धार्मिक विद्वेष का वह कारण बनाया जाए।
जब उस समय कोई इस्लामी या तालिबानी था ही नही तो आपकी बात गलत सिद्ध होती है। और बाद में तो सब हिन्दू धर्म ही रहा ना तो फिर भी भारत बाद में इस्लामी राजाओ का गुलाम कैसे हो गया ? हिन्दू राजाओ के होते हुए 1000 साल तक विदेशी लोगो का गुलाम कैसे रहा ?
@@rahul7megh जब भगवान गौतम बुद्ध जी की विशालकाय मूर्ति को तालिबानियों ने तोप से उड़ा दिया 'बुत परस्ती हराम है 'उनके मजहबी सिद्धान्तों का दोष है। फारसी में बुद्ध को ही बुत कहते हैं।पहले इसे समझने की कोशिश करें नहीं तो सभी काटे जायेगें।यह आज से नहीं ग्यारहवीं शताब्दी से चला आ रहा है।हिन्दकुश पर्वत का नाम सुने होंगे जिसका तात्पर्य होता है हिन्दुओं के काटने का स्थान ।मुहम्मद गोरी, गजनवी, बाबर, औरंगजेब,तुगलक और खिलजी आदि को जाने और राष्ट्रहित में अध्ययन,मनन, चिन्तन करने की कृपा करें।
अति उत्तम 👌 👌 वैदिक धर्म को पुनः प्रतिष्ठा दिलाने वाले शासक पुष्यमित्रशुंग की उत्तम विवेचना। वामपंथी और विदेशी इतिहासकारों ने इतिहास को दूषित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। आपका प्रयास सराहनीय है।
तो इसका मतलब पुष्यमित्र शुंग नही होते तो पुरा देश थोडा दिन के लिये बुद्धिस्ट रहेता था.और उसके बाद मे पुरा देश मुस्लिम राष्ट्र हो जाता था जैसा अभी अफगाणिस्थान है और इंडोनेशिया है.
Sachai ye hai chahe sanatani ho ye bodh dushre dharam ka hathiyar na bane ye sajish to nahi ye sab ko soch na hoga ji.Islam bodh sanatan san ko jano samjo adhvishvash se bacho manavtake liye kam karo Christian ke bare me bhi jano jiyo jinedo manavtake liye jina hai ji yahi Sacha dharam yahi satyya ji.
राजीव रंजन जी बहुत बहुत साधुवाद आपको आप ने नीर क्षीर को विलग कर दिया और जो धुंध वाम प्रायोजित थी उसे दूर कर दिया और सत्य को स्थापित किया, महान पुष्यमित्र के बारे में नई और रोचक जानकारी आपने दी, माँ भारती के सच्चे सपूत है आप,,, धन्यवाद
बहुत अच्छा वेडिओ बनाया। भगवान् बुद्ध सनातन हिन्दू धर्म के ही है और हम सब हिन्दू उनसे वैसे ही श्राद्धा रखते जैसे श्री राम और कृष्ण में। दरअसल में जब अशोक ने बुद्ध मत अपनाया लिया था तो कलिंग के युद्ध में हजारों सैनिक के मरने से बिचलित हुए अशोक नें अहिंसा पर्मोधर्मार्थ हथियार दाल दिए थे । जो की एक राजा के लिए बिलकुल गलत है क्योंकि फिर राज्य की रक्षा कैसे होगी। इसी बीमारी से ग्रसित बृहद्रथ को राज्य की रक्षा में नाकारा होने की बजह से पुष्यमित्र ने बृहद्रथ की हत्या की थी यहाँ कोई हिन्दू या बौद्ध का विषय नहीं बनता। जैसा कि आजके नए बुद्धिस्ट इसे बुद्धिज़्म पर हमले का रंग देते नजर आते। दरअसल में एक सैनिक या छत्रिय के लिए बौद्ध मत बिलकुल अनावश्यक है, इसके लिए भगवत गीता, और गुरु गोविन्दसिंह, छत्रपति शिवजी स्वामी विवेकानंद के ही सिद्धांत उपयुक्त है, हाँ जिन्हें साधू संत बनना है वे तिब्बतियों के तरह बने जो विचारे आज बुद्धिज़्म के चक्कर में युद्ध न करने की प्रवृत्ति की बजह से अपना देश तिब्बत भी गवा चुके है और दर दर भटक रहे है। एक फौजी जय हिन्द
संपदिनो बृहस्पति पुत्रो बृहस्पतेऽर्वृषसेनो वृषसेनस्य पुष्यधर्मा पुष्यधर्मणः पुष्यमित्रः ...... देवस्य च वंशाद् अशोको नाम्ना राजा बभूवेति । (Ashokavadan) अर्थात - सम्पादि (सम्पत्ति) के पुत्र बृहस्पति हुवे, बृहस्पति से वृषसेन हुवे, वृषसेन से पुष्यधर्मा और पुष्यधर्मा से पुष्यमित्र हुवे। यह देव स्वरूप पुरुष देवानाम्प्रिय अशोक के वंशज, राजा बनते हैं । .... isliye baudhya Grantho me pushyamitra maurya hai...uski peedi bhi di Hui hai ... Ashok ke bete Sampatti se.
अशोकावदान के इस विवरण से सहमति हो सकती है, पुष्यमित्र शुंग पर केंद्रित एक कार्यक्रम में मैने इस संदर्भ का उल्लेख किया है और तब यह प्रश्न उठाया है कि फिर बृहद्रथ का हत्यारा ब्राम्हण सेनापति तो नही हुआ? फिर पुष्यमित्र को राम बताने वाले कहां से आए? मैं यही एजेंडा तो ध्वस्त कर रहा हूं। ये ही एजेंडे समाज तोड़क हैं, है न?
बत्तमीजी से किए गए और अभद्र भाषा में किए गए कमेंट ही नहीं व्यक्ति भी ब्लॉक किए जाते हैं। केवल सभ्य भाषा में किए गए सार्थक और अकादमिक विमर्श का ही स्वागत है।
हमारे समाज में जो भेद पैदा कर रहे हैं उनके विरुद्ध एक सशक्त प्रयास के लिए धन्यवाद। सही इतिहास क्या है इस पर मत अलग हो सकते हैं पर उसको कुछ लोग समाज को तोड़ने के लोगों को गुमराह करते हुए प्रस्तुत करते हैं तो आप जैसे लोग जोड़ने वाले ढंग से प्रस्तुत कर रहे हैं।
I am really overwhelmed and have nothing to say . I only want to request you to keep doing research on our glorious past and help people know about their great ancestors. May Lord Shiva smile upon you 🙂 Har Har Mahadev 🙏🙏🙏
बौद्धों ने अपने मठों में भारत के दुश्मनों को खास कर अरब मुसलमानों को छुपा कर षडयंत्र को हवा दे रहा था ।इसलिए बौद्धों का सफ़ाया करना जरूरी था। हमें पुष्य मित्र सुंग पर गर्व है।
@@Viraj911 bodho ne us wqt yavano ko bodh bhikshuo ke bes me bharat ki seema me gusya tha or 713 me bhi bodho ne hi raja dahir ko dhokha deke meer kasim ko bharat ki seema me gusane ke liye naksha uplabdh karwaya tha ye such hai
@@pinkeybhadula8776 lekin iska pushys mitra shunga se koi relation nhi hai. Jab Muhammad bin kasim ne attack kiya tha us smay Raja Dahir sindh ka Raja tha
@@Viraj911 ha lekin yha pushyamitr shung ke wqt bharat me baar baar yavano ka aakrman hota rha hai or yavan bharat bodh bhikshuo ke roop me bharat me guste the
@@pinkeybhadula8776 wah pata hai. Yavan aur maleccha jaise Saka/ scythian attack karte rehte the 600BCE se. Aaj Wahi Yavan aur Maleecha bharta mai kshtriye bane baithe hi. Vedic kshtriye jo the wah shisunag ke khatm hote hi khatam ho gye the. Vishnu puran mai iska jikra hai ki bharat mai kalyug ke charm pe. Bharta pe sasan Shudra karenge aur bahari Akranta karenge jaise Yavan aur saka maleecha. Brahmin yeah vidharmi ho jayenge. Aur hua bhi yehi. Bharat pe kalyug mai sasan Saka, yavan, Muslims aur Britishers ne kiya
अबे तू ये बता दे ओमवीर बोद्ध धर्म में जातिवाद है अयोध्या में अवैध बूचड़खानों पर नकल बताते और कुछतो ये वंश बो वंश हमारे राजा की हत्या किसने की थी जो अशोक को बाप कहता दादा चंन्द्रगुप्त मोय्र तो तू ये झूठ कब तक चलैगा और अम्बेडकर ने कहा था शिक्षा वो शेरनी का दूध है जो पीयेगा जो शेर की तरह दाहडेगा तो भारत कोई देश नहीं वो विदेशी थे ये पाखंडी अपने मनोज ब्लास्टर से पूछ या जयदेव से जो देवदत्त का अनुयाई है ये तो बता तू अपनी माँ से पेदाईशी नहीं किसी भेडिया की औलाद है
आप के ये संक्षिप्त व्याख्याएं इतिहास में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों के लिए रामबाण साबित होंगी ,अक्सर इतिहास पढ़ने वाले विद्यार्थी किसी निश्चित विचारधारा के अधीन हो जाते है ,परन्तु आपकी ये कृतियां उन्हें निष्पक्ष होकर इतिहास लेखन के लिए प्रेरित करेंगी ।साधारण शब्दों में आपने इतिहास मै विज्ञान वाली समझ उत्पन्न कर दी है🙏🙏🙏
कहा जाता है कि पुष्यमित्र शुंग की चौथी पीढ़ी ने तिब्बत में बौद्ध धम्म का विस्तार किया। एवं भारत में शुंग वंश का वर्तमान में कोई भी नहीं, परंतु तिब्बत, चीन, जापान, आदि बौद्ध धम्म के देशों में शुंग वंश के लोग मिल जाते हैं।
I am maurya, but i like shunga vansh. Jo samrajya mahan samrat chandragupta maurya aur bindisara ne ashoka k liye chora gya tha, ussi ashoka ne bodh dharma ko apna k apne samrajya ko barbad krr dia. Kshatriya dharma ka palan bridhrath ne ni kia.
तुम मौर्य nhi है i इन्ही शुंगियों की नजायज है अगर मौर्य होता तो इनके झूंठी बात में नही आता तर्क करता अपने रियल इतिहास के बरे मे पढ़ता अब ये इतिहास चोर तो है ही जिसमे छेड़छाड़ करना इनके डीएनए में है
Maharshi panini to pushya mitra shung ke purbabarti raja maha padmanand ke samkalin the.. Tab panini pushyamitra sung ke bare me kaise likh sakte hai.. Kripa ye batayenge?
ओजपूर्ण विवेचन।
आपने selective agenda व वामपंथी-इस्लामी इतिहासकारों की बखिया उधेड़कर रखा दी।
आप जैसे महानुभाव व सत्यसाधक ही देश के स्वर्णिम इतिहास को उसकी गरिमा प्रदान कर सकते हैं।
साधुवाद एवम् कोटि कोटि शुभकामनाएँ।
बौद्ध धर्म पुष्यमित्र शुंग के बाद, कुषाण वंश में खुब फलां फुला।
एक बौद्ध राजा के ब्राह्मण सनातनी कैसे हो सकता था। इतिहास में बहुत जोल है। क्योंकि दोनों तरफ से बहुत कुछ छूपाया जाता है। ताकि जाति श्रेष्ठता को प्रश्रय मिलता रहे। एक तरफ शाक्यो के श्रेष्ठता वाद निंदनीय है और उनके पत्तन का कारण है तो सतानन समाज में जाति श्रेष्ठता भी पतन का कारण रही है।
Sunga - True Sanatani 🕉️ Hero..... Jai ho.... 🙏🙏🙏
बौद्धों ने महाराज दाहिर के विरुद्ध अरबों का सहयोग किया था, इस बारे में तथाकथित बुद्धि जीवी इतिहासकार चुपचाप है, आपको साधुवाद पुष्यमित्र शुंग की जानकारी के लिए।जयहिंद
हार्दिक आभार संजय जी।
कृपया सपष्ट कीजिए उदाहरण देकर।
बौद्ध स्थापतयो का विनाश बख्तियार खिलजी ने किया क्या उसका भी प्रमाण चाहिए?? क्या बामियान में बौद्ध प्रतिमाओं को चुस्लमानो ने ध्वस्त किया था 1997 उसका भी प्रमाण चाहिए? आप एक बार बौद्ध भिक्षु असिन विराथू जी से क्यो नही बात करते?
@@RajeevRanjanPrasad haan sir, raja dahir ki story ko pramanik saakhsyon ke saath sandarbh se bataayein
@@laxmichitfund7234 beta tu kis dharm ko mante ho ya kis dharm se ho ya kisi majhab se ho ya nastik fir tujhe pyara sa jawab dunga pehle tera jawab ? Fir tera jawab mil jaayega 🤣😅😂😀😄
पंडित पुष्यमित्र शुंग ने अपना कर्तव्य अनुसार स्वयं आगे आकर सत्ता हाथों में लेकर सनातन धर्म और राष्ट्र की रक्षा की ।
वामपंथी और धर्मनिरपेक्ष हिन्दूओं का सफाया राष्ट्र को बचाने ज़रुरी है।
@@traderlife9301 chup kar bhimte
@@traderlife9301 Converted Buddhist ko mirchi lag rahi hai. 😅😅😅
संपदिनो बृहस्पति पुत्रो बृहस्पतेऽर्वृषसेनो वृषसेनस्य पुष्यधर्मा पुष्यधर्मणः पुष्यमित्रः
देवस्य च वंशाद् अशोको नाम्ना राजा बभूवेति ।
अर्थात - सम्पादि (सम्पत्ति) के पुत्र बृहस्पति हुवे, बृहस्पति से वृषसेन हुवे, वृषसेन से पुष्यधर्मा और पुष्यधर्मा से पुष्यमित्र हुवे। यह देव स्वरूप पुरुष देवानाम्प्रिय अशोक के वंशज, राजा बनते हैं ।
प्रस्तुति अति सुंदर, शुध्द तथा तथ्य परक वास्तविकता से परिपूर्ण है, साधुवाद।
हार्दिक आभार।
राजा पुष्यमित्र शुंग का असली और सही इतिहास आपने बताया आपका बहुत धन्यवाद 🙏
Sir sung aur pushpamitar dono alag alag insaan hai dono mein 300saal ka antar hai
Raja Pushyamitra shung nhi samrat Pushyamitra shung
भीमटे लगातार ये दावा करते हैं कि नालंदा बौद्धों ने जलाया जबकि पास ही स्थित बख्तियारपुर नामक स्थान स्वयं ये घोषित करता है कि नालंदा विध्वंस बख्तियार खिलजी ने ही किया।।
@@Mahadevbudhहद है मक्कारी की ।ये कौन सा इतिहास है कहां संभालकर रखे थे अब तक । अपने को प्रोटेक्ट करने के लिए कुछ भी कैसे गढ़ सकते हो😡😡😡
@@goswamiyogeshwar2028 makari tumare baap dada ne ki hai bharat ke saath gaddar ho tum log budh dhamm ke hathyare
अति उम्दा विश्लेषण , आपने सब कुछ एकदम साफ कर दिया , पुष्यमित्र और सातवाहनो के युग में अनेकों स्तूपों और विहारों का निर्माण किया गया , तथा हर मत को प्रश्रय दिया गया ,
आज हमारी सनातनी संस्कृति जिन्दा है उसका सम्पूर्ण श्रेय पुष्यमित्र शुंग को ही जाता है। निश्चित ही था हम तालिबानी संस्कृति के अंग होते। बहुत बहुत आभार।
जिस प्रकार बौद्ध धर्म को सम्राट अशोक, कनिष्क आदि ने संरक्षण दिया उसी सम्राट पुष्यमित्र ने सनातन धर्म को संरक्षण प्रदान किया। इसमें कुछ भी गलत नहीं है।
जय सनातन
हार्दिक आभार।
@@RajeevRanjanPrasad आप सत्य को सामने लाते रहें।
वामपंथी लेखकों के द्वारा फैलाया गया झूठ जनता के सामने बेनकाब हो जाएगा।
Samrat ashok ne jain aur ajivika samudayo ki hatya karwai thi 🙏
@@harishvalmiki1276 सत्य कथन
@@RajeevRanjanPrasad kuch waha or maurya rajput kaga se aya .
राजीव रंजन प्रसाद जी,
सर्वाधिक सत्य को आज के समय में युगपटल एवं मानव पटल पर अंकित करने के लिए आपको कोटि - कोटि नमन।
मुझे इतिहास के विषय में सर्वाधिक रुचि है, परन्तु अनेकों इतिहास की पुस्तकों में मुझे यही मिला था कि- पुध्य मित्र सुंग ने बौद्ध धर्म को काफी क्षति पहुंचाया था, जिसे जानकर मन में पीड़ा एवं ग्लानि उत्पन्न होती थी, ऐसा प्रतीत होता था कि कोई हिन्दू राजा कैसे यह सब कर सकता है ?
परन्तु आज आपने मन सभी संकाओं एवं दुराग्रहों को सदा - सदा के लिए दूर कर दिए।
धन्यवाद।
मैंने पुष्यमित्र को सदैव ही एक नायक के रूप में देखा। शुंग वंश के विषय मे आपके व्याख्यान की प्रतीक्षा लम्बे समय से थी। आपका धन्यवाद🙏
हार्दिक आभार।
@@RajeevRanjanPrasad pussayamitra sungga is real greatest hero.
@Animesh Shrivastava anty-buddhist tha isiliye.
Your Great Sir,Very Deep Reserch works Sir, thankyou 🙏🙏
@Animesh Shrivastava nahi Desh ki raksha ki Greek logose,isliye
मै जय भीम नमोस्तुते बुद्ध से नफरत नहीं करता मैं महावीर जैन के शिक्षा के महत्व को समझता हूँ सदैव राम की मर्यादा में रहो हर हर महादेव( महावीर जैन)
समन्वय ही भारतीय संस्कृति है। हार्दिक आभार।
आप जय भीम कहते ही पापी हो जाते हो खडमबरी बौध का कियो कि आप इनकी गाली खा कर जय बोलते हो|कायरहो|तिवारी
कियो की में हिन्दू हु|सभी धर्म पंथ का आदर करता हूँ|मान करता हूँ|
कियो की में हिन्दू हु|सभी धर्म पंथ का आदर करता हूँ|मान करता हूँ|
राम ने अपनी गर्भित पत्नी को गंभीर आरोप लगा कर छोड़ दिया था जब कि अग्नि परीक्षा भी ले ली थी तो तेरी बहन,या बेटी के साथ ऐसा अन्याय हो तो अन्यायी राम का अनुसरण कर रहा कह कर तू चुप बैठेगा का।
आप के वीडियो पर आने वाले कमेंट को देखकर ऐसा लगता है कि जैसे हिंदुओं का यह सनातन धर्मयों का बौद्ध धर्म के अनुयायियों से कोई विरोध है, जबकि ऐसा नहीं है हर व्यक्ति की अपनी आस्था, अपना विश्वास होता है
पर इससे हम भारतीय हैं हमारे पूर्वज एक है यह बात गलत तो सिद्ध नहीं हो जाती
अगर एक दूसरे पर उंगली उठाते रहेंगे तो ना आपका अस्तित्व सुरक्षित रहेगा ना हमारा अस्तित्व सुरक्षित रहेगा क्योंकि हम दोनों को मिटाने वाले बहुत हैं
मैं स्वयं इस बात से बहुत आहत होता हूं। देश के दक्षिण पूर्वी हिस्सों और देहरादून में रहते हुए बौद्ध साधकों से मेरी गहरी निकटता रही थी। बहुत कुछ सीखा जाना लेकिन कुछ पूर्वाग्रही ना तो बुद्ध को सही परिप्रेक्ष्य में सामने रखते है न ही बौद्ध धर्म की महानता में वे लेश मात्र भी योगदान दे रहे हैं। मुझे इस बात की पीड़ा है। इतिहास अपनी दिशा लेता है लेकिन इसका यह अर्थ नहीं होता धार्मिक विद्वेष का वह कारण बनाया जाए।
मुझे पढ़ते वक्त Doubt हुआ था और आपकी जानकारी ने Doubt Clear हो गया
आज हमारी सनातनी संस्कृति जिन्दा है उसका सम्पूर्ण श्रेय पुष्यमित्र शुंग को ही जाता है। निश्चित ही था हम तालिबानी संस्कृति के अंग होते।
Sc log mahamurkh h ...
@@mannhus sc matlab sanatani chutiye hai na
@@mannhus bhai yaad rakh sc hai to hindu Or sanatan hai sc logo ne jis din hindu dharm choda us din pta chal jayega murkh kon hai
जब उस समय कोई इस्लामी या तालिबानी था ही नही तो आपकी बात गलत सिद्ध होती है। और बाद में तो सब हिन्दू धर्म ही रहा ना तो फिर भी भारत बाद में इस्लामी राजाओ का गुलाम कैसे हो गया ? हिन्दू राजाओ के होते हुए 1000 साल तक विदेशी लोगो का गुलाम कैसे रहा ?
@@rahul7megh जब भगवान गौतम बुद्ध जी की विशालकाय मूर्ति को तालिबानियों ने तोप से उड़ा दिया 'बुत परस्ती हराम है 'उनके मजहबी सिद्धान्तों का दोष है। फारसी में बुद्ध को ही बुत कहते हैं।पहले इसे समझने की कोशिश करें नहीं तो सभी काटे जायेगें।यह आज से नहीं ग्यारहवीं शताब्दी से चला आ रहा है।हिन्दकुश पर्वत का नाम सुने होंगे जिसका तात्पर्य होता है हिन्दुओं के काटने का स्थान ।मुहम्मद गोरी, गजनवी, बाबर, औरंगजेब,तुगलक और खिलजी आदि को जाने और राष्ट्रहित में अध्ययन,मनन, चिन्तन करने की कृपा करें।
भारतीय इतिहास की पुनर व्याख्या करना बहुत ही आवश्यक है
आपने पुष्यमित्र शुंग जैसों के साथ न्याय किया, औऱ उनपर हुए वामपंथी प्रहार का पर्दाफाश किया, उसके लिए धन्यवाद।
हार्दिक आभार।
@@laxmichitfund7234 ek kuaa he jiska pani pine se bhi bachaa peda hota he tu vahee to nhi
Rajiv ranjan ji bahut achche jankari dete hai ,jo galat jankari dete hai usake upar karwahi honi chahie
अति उत्तम 👌 👌
वैदिक धर्म को पुनः प्रतिष्ठा दिलाने वाले शासक पुष्यमित्रशुंग की उत्तम विवेचना।
वामपंथी और विदेशी इतिहासकारों ने इतिहास को दूषित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
आपका प्रयास सराहनीय है।
हार्दिक आभार सिपी जी।
Pushmitra sungne kya pratishtha dilai vaidik dharmko balki usne naye naye stup banaye aur June stupoko jirnodhar Karke boddhisatvanukul banaya insise boddhisatvoko devatame badalana easy ho gaya
@@manojkamble4506 shunga ne nai karwayi uske bete agnimitra shunga ne karayi
How Pushyamitta Shung is killing Buddhist Monks and repairing Buddhist Monuments at same time. Was he suffering from Multiple Personality Disorder?
Sir aap bahut achchhe schooler ho jo hamko sachchha gyan dete ho. 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼 apko bahut bahut sadhuvad . 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
सुन्दर तार्किक विवेचन।
सत्य सार्वजनिक करने हेतु आभार सर 🙏
अशोक सम्राट कि जय हो जय विज्ञान जय जय संबिधान जय बहुजन
थोड़ा पढ़ लिख ले
आप हमारे प्राचीन इतिहास की सच्चाई को बहुत ही सटीक और सरल ढंग से प्रस्तुत करते है। आपका बहुत बहुत धन्यवाद ।
आपका हार्दिक आभार।
रञ्जन जी, आप का ज्ञान एवम् भाषा प्रशंसनीय है।
अति सुन्दर व्याख्या.....ये एक प्राचीन महानायक थे जिन्होनें विदेशियों के आक्रमण से भारतवर्ष की रक्षा की।
हार्दिक आभार।
बहुत ही रोचक और महत्वपूर्ण जानकारी
जय हो पुष्पमित्र शुंग की❤
तो इसका मतलब पुष्यमित्र शुंग नही होते तो पुरा देश थोडा दिन के लिये बुद्धिस्ट रहेता था.और उसके बाद मे पुरा देश मुस्लिम राष्ट्र हो जाता था जैसा अभी अफगाणिस्थान है और इंडोनेशिया है.
आप आदि शंकराचार्य जी के योगदान को भूल रह हैं!
Sachai ye hai chahe sanatani ho ye bodh dushre dharam ka hathiyar na bane ye sajish to nahi ye sab ko soch na hoga ji.Islam bodh sanatan san ko jano samjo adhvishvash se bacho manavtake liye kam karo Christian ke bare me bhi jano jiyo jinedo manavtake liye jina hai ji yahi Sacha dharam yahi satyya ji.
बहुत ही शानदार जानकारी देने के लिए धन्यवाद आदरणीय।
बहुत सटीक विश्लेषण किया आपने
जय हो सम्राट पुष्यमित्र शुङ्ग की❤
हार्दिक आभार।
Jai hind aur aapko bahut bahut dhanyawad .
बहुत बहुत साधूवाद सर जी
राजीव रंजन जी बहुत बहुत साधुवाद आपको आप ने नीर क्षीर को विलग कर दिया और जो धुंध वाम प्रायोजित थी उसे दूर कर दिया और सत्य को स्थापित किया, महान पुष्यमित्र के बारे में नई और रोचक जानकारी आपने दी, माँ भारती के सच्चे सपूत है आप,,, धन्यवाद
हार्दिक आभार।
प्रोफेसर साहब, बहुत सती विश्लेशण।
#राजीव रंजन जी आपने इतिहास कालीन रोचक जानकारी अपने युट्यूब चैनल के माध्यम से सुनने को मिला.... अनेक शुभकामनाएँ सहित.. छ.ग.2021
हार्दिक आभार।
Bahut sunder.
आपके इतिहास वर्णन का मैं कायल हो गया हूं।
हार्दिक आभार
Pushyamitra shung brahmino ko aan baan shaan h✊💪👏💯
साधुवाद महोदय !
यशस्वी भव !
जय महाकाल
Satay mev jayte. Sachchai se avgat karane ke bahut bahut dhanaybad Rajeev Bhai jai siyaram. Jai jai shree Ram
बहुत अच्छा वेडिओ बनाया। भगवान् बुद्ध सनातन हिन्दू धर्म के ही है और हम सब हिन्दू उनसे वैसे ही श्राद्धा रखते जैसे श्री राम और कृष्ण में। दरअसल में जब अशोक ने बुद्ध मत अपनाया लिया था तो कलिंग के युद्ध में हजारों सैनिक के मरने से बिचलित हुए अशोक नें अहिंसा पर्मोधर्मार्थ हथियार दाल दिए थे । जो की एक राजा के लिए बिलकुल गलत है क्योंकि फिर राज्य की रक्षा कैसे होगी। इसी बीमारी से ग्रसित बृहद्रथ को राज्य की रक्षा में नाकारा होने की बजह से पुष्यमित्र ने बृहद्रथ की हत्या की थी यहाँ कोई हिन्दू या बौद्ध का विषय नहीं बनता। जैसा कि आजके नए बुद्धिस्ट इसे बुद्धिज़्म पर हमले का रंग देते नजर आते। दरअसल में एक सैनिक या छत्रिय के लिए बौद्ध मत बिलकुल अनावश्यक है, इसके लिए भगवत गीता, और गुरु गोविन्दसिंह, छत्रपति शिवजी स्वामी विवेकानंद के ही सिद्धांत उपयुक्त है, हाँ जिन्हें साधू संत बनना है वे तिब्बतियों के तरह बने जो विचारे आज बुद्धिज़्म के चक्कर में युद्ध न करने की प्रवृत्ति की बजह से अपना देश तिब्बत भी गवा चुके है और दर दर भटक रहे है।
एक फौजी जय हिन्द
आपने अपने हाथ की छोटी अंगुली में मोती पहन रखा है
वैरी गुड,,,, आपकी वास्तविक पहचान इसी से हो जाती है
Sanatan Dharm ke sanrakshk Mahan yoddha pushymitra sungh
हार्दिक आभार।
Pushyamitra Shung Ek Mahan Yoddha aur Sashak the,Unka Ekmatra Dosh Unka Brahman hona tha. Jai Hind vndematrm
अद्वितीय विश्लेषण
सादर प्रणाम🙏
हार्दिक आभार शिवम् जी।
विचार धारा की लड़ाई सदियों से चलती आ रही है, चलती रहेगी।
निश्चय ही। आभार।
यह लड़ाइ सदिओ से चली आ रही है और चलती रहेगी और मनु स्मारती जलती रहेगी ! हक़ वंचित समाज आगे बढ़ेंगा और मनुवादियों की जलती रहेगी
बहुत अच्छी जानकारी, आप को बहुत बहुत धन्यवाद
शानदार. परमात्मा आपकी ऊर्जा में अपार वृद्धि करे
हार्दिक आभार।
अच्छी जानकारी सर
Bharat ka Sabse bare maha Nayak yoddha pushymitra sungh
हार्दिक आभार।
Sir Very Good jankari Mil Rahi Hai Thanks
Pushyamitr sungh real hero
हार्दिक आभार।
संपदिनो बृहस्पति पुत्रो बृहस्पतेऽर्वृषसेनो वृषसेनस्य पुष्यधर्मा पुष्यधर्मणः पुष्यमित्रः ......
देवस्य च वंशाद् अशोको नाम्ना राजा बभूवेति ।
(Ashokavadan)
अर्थात - सम्पादि (सम्पत्ति) के पुत्र बृहस्पति हुवे, बृहस्पति से वृषसेन हुवे, वृषसेन से पुष्यधर्मा और पुष्यधर्मा से पुष्यमित्र हुवे। यह देव स्वरूप पुरुष देवानाम्प्रिय अशोक के वंशज, राजा बनते हैं ।
.... isliye baudhya Grantho me pushyamitra maurya hai...uski peedi bhi di Hui hai ... Ashok ke bete Sampatti se.
Delete krna band kre ... comment ko ... Rajiv ji aapko sobha nahi...deta ..ham record kr rahe
अशोकावदान के इस विवरण से सहमति हो सकती है, पुष्यमित्र शुंग पर केंद्रित एक कार्यक्रम में मैने इस संदर्भ का उल्लेख किया है और तब यह प्रश्न उठाया है कि फिर बृहद्रथ का हत्यारा ब्राम्हण सेनापति तो नही हुआ? फिर पुष्यमित्र को राम बताने वाले कहां से आए? मैं यही एजेंडा तो ध्वस्त कर रहा हूं। ये ही एजेंडे समाज तोड़क हैं, है न?
बत्तमीजी से किए गए और अभद्र भाषा में किए गए कमेंट ही नहीं व्यक्ति भी ब्लॉक किए जाते हैं। केवल सभ्य भाषा में किए गए सार्थक और अकादमिक विमर्श का ही स्वागत है।
अति उत्तम 🙏🙏
पुष्य मित्र शुंग एक महान देश भक्त और धर्म रक्षक थे🙏🙏
हार्दिक आभार।
हमारे समाज में जो भेद पैदा कर रहे हैं उनके विरुद्ध एक सशक्त प्रयास के लिए धन्यवाद। सही इतिहास क्या है इस पर मत अलग हो सकते हैं पर उसको कुछ लोग समाज को तोड़ने के लोगों को गुमराह करते हुए प्रस्तुत करते हैं तो आप जैसे लोग जोड़ने वाले ढंग से प्रस्तुत कर रहे हैं।
हार्दिक आभार।
सुंदर विवेचना ❤
आप हमारे लिये अदरणीय है जिन्होनें सत्य का इतना सुन्दर अन्वेषण किया।
हार्दिक आभार नवीन जी।
बहुत सुन्दर प्रस्तुति,नमस्कार।
हार्दिक आभार
बहुत ही स्तुत्य प्रयास महोदय हृदय से आभार
आपके द्वारा दी गई जानकारी बहुत ही शानदार और तथ्यात्मक है
Apke mehnat ke liye salute hai apko jai shree ram
हार्दिक आभार।
Boht dhyanawaad sir apne detail me bataya
Great king of bharat varsh..I respect u sir
हार्दिक आभार।
अति सुंदर बहुत ही अच्छी जानकारी देते हैं
पुष्यमित्र शुंग एक महान राजा थे जिन्हें वामपंथियों और तथाकथित बौद्धों ने बदनाम किया है.
सही कहा आपने सागर जी, हार्दिक आभार।
Pushyamitra sungh Hatyara tha.... Kamina tha.... Badhwa tha
महान हत्यारा पुष्यमित्र शुंग।
@@shashikalamaurya2526 वो वह्दरथ की हत्या किसने की
@@shashikalamaurya2526 उससे भी बड़ा और महान हत्यारा सम्राट अशोक मौर्य
बहुत सुंदर व सटीक विवेचन
हार्दिक आभार।
Aapko pehli baar suna....Wah ....Naman hai aaapko
हार्दिक आभार ऋषभ जी।
बहुत ही अच्छे से बताया आपने धन्यवाद
हार्दिक आभार।
@@RajeevRanjanPrasad जय श्री राम 🎉🙏
इन सारे maowbadi कथित कहानी बाला इतिहास को कैसे ठीकना लगाने की भरपूर प्रयाश हो पूरा देश को बांट के रखे है जाती बाद के जहर से
राजीव रंजन जी..
बढ़िया विवेचन, सत्य कथन
I am really overwhelmed and have nothing to say .
I only want to request you to keep doing research on our glorious past and help people know about their great ancestors.
May Lord Shiva smile upon you 🙂
Har Har Mahadev 🙏🙏🙏
सुंदर विडियो
अद्धभुत विश्लेषण👍
बहुत ही उत्तम जानकारी श्रीमान....बहुत बहुत धन्यवाद🙏🙏
हार्दिक आभार।
Push mitra sung ek mahaan raja thee
बौद्धों ने अपने मठों में भारत के दुश्मनों को खास कर अरब मुसलमानों को छुपा कर षडयंत्र को हवा दे रहा था ।इसलिए बौद्धों का सफ़ाया करना जरूरी था। हमें पुष्य मित्र सुंग पर गर्व है।
Sir ji. Us samay islam ka uday bhi nhi hua tha
@@Viraj911 bodho ne us wqt yavano ko bodh bhikshuo ke bes me bharat ki seema me gusya tha or 713 me bhi bodho ne hi raja dahir ko dhokha deke meer kasim ko bharat ki seema me gusane ke liye naksha uplabdh karwaya tha ye such hai
@@pinkeybhadula8776 lekin iska pushys mitra shunga se koi relation nhi hai. Jab Muhammad bin kasim ne attack kiya tha us smay Raja Dahir sindh ka Raja tha
@@Viraj911 ha lekin yha pushyamitr shung ke wqt bharat me baar baar yavano ka aakrman hota rha hai or yavan bharat bodh bhikshuo ke roop me bharat me guste the
@@pinkeybhadula8776 wah pata hai. Yavan aur maleccha jaise Saka/ scythian attack karte rehte the 600BCE se. Aaj Wahi Yavan aur Maleecha bharta mai kshtriye bane baithe hi. Vedic kshtriye jo the wah shisunag ke khatm hote hi khatam ho gye the. Vishnu puran mai iska jikra hai ki bharat mai kalyug ke charm pe. Bharta pe sasan Shudra karenge aur bahari Akranta karenge jaise Yavan aur saka maleecha. Brahmin yeah vidharmi ho jayenge. Aur hua bhi yehi. Bharat pe kalyug mai sasan Saka, yavan, Muslims aur Britishers ne kiya
अति सुंदर व्याख्या.. साधू साधु🙏
Thanks sir for historical knowledge
हार्दिक आभार।
अब इतिहास में रुचि बढ़ गई ,बहुत बहुत साधुबाद ,महाशय ,
सत्य बोलना ही पुरस्कृत होना है।🙏🙏
हार्दिक आभार।
Jay Brahman ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
🙏 महान कृति 👍एक महान शासक के बारे में 👍प्रणाम राजीव रंजन प्रसाद जी 🙏
हार्दिक आभार।
Pushymitr was the great warrior
100 percent impartial analysis of ancient history.
अद्भुत व्याख्यान
Thanks Sir
हार्दिक आभार।
अयोध्या का पूरा इतिहास बताने की कोशिश करें
अवश्य। हार्दिक आभार।
अबे तू ये बता दे ओमवीर बोद्ध धर्म में जातिवाद है अयोध्या में अवैध बूचड़खानों पर नकल बताते और कुछतो ये वंश बो वंश हमारे राजा की हत्या किसने की थी जो अशोक को बाप कहता दादा चंन्द्रगुप्त मोय्र तो तू ये झूठ कब तक चलैगा और अम्बेडकर ने कहा था शिक्षा वो शेरनी का दूध है जो पीयेगा जो शेर की तरह दाहडेगा तो भारत कोई देश नहीं वो विदेशी थे ये पाखंडी अपने मनोज ब्लास्टर से पूछ या जयदेव से जो देवदत्त का अनुयाई है ये तो बता तू अपनी माँ से पेदाईशी नहीं किसी भेडिया की औलाद है
बहुत ही सुंदर निष्पक्ष तार्किक विवेचना
आप के ये संक्षिप्त व्याख्याएं इतिहास में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों के लिए रामबाण साबित होंगी ,अक्सर इतिहास पढ़ने वाले विद्यार्थी किसी निश्चित विचारधारा के अधीन हो जाते है ,परन्तु आपकी ये कृतियां उन्हें निष्पक्ष होकर इतिहास लेखन के लिए प्रेरित करेंगी ।साधारण शब्दों में आपने इतिहास मै विज्ञान वाली समझ उत्पन्न कर दी है🙏🙏🙏
आपका हार्दिक आभार अनुज जी
Jai hind jai sanatan
Aapke atma me Rajiv Dixit Ji ki vas ho .
Aap dhany hai
हार्दिक आभार।
sir shishunaga vansh k antim raja kalashoka nhi mahanandin hue the jinko hata k maha padmanand raja hue the 7:33 , plz
कहा जाता है कि पुष्यमित्र शुंग की चौथी पीढ़ी ने तिब्बत में बौद्ध धम्म का विस्तार किया। एवं भारत में शुंग वंश का वर्तमान में कोई भी नहीं, परंतु तिब्बत, चीन, जापान, आदि बौद्ध धम्म के देशों में शुंग वंश के लोग मिल जाते हैं।
हार्दिक आभार।
Kon hain shung ke vanshaj Tibet me?
आप का कार्य सराहनीय है।
जय दादा महाराज सम्राट पुष्यमित्र शुंग 🚩🚩
हार्दिक आभार।
@@RajeevRanjanPrasad बहुत बहुत धन्यवाद भाई साहब एक विडियो ब्राह्मण राजा पोरस और ब्राह्मण सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य पर बनाइए
Sunder
I am maurya, but i like shunga vansh. Jo samrajya mahan samrat chandragupta maurya aur bindisara ne ashoka k liye chora gya tha, ussi ashoka ne bodh dharma ko apna k apne samrajya ko barbad krr dia. Kshatriya dharma ka palan bridhrath ne ni kia.
हार्दिक आभार।
मौर्य वंश के पतन के बाद - वैदिक धर्म की स्थापना हुई है, उसके बाद भी भारत देश पे अनेको हमले हुए है, और गुलाम भी बने है
साथ ही देश के कई टुकडे भी हुए-है
तुम मौर्य nhi है i इन्ही शुंगियों की नजायज है
अगर मौर्य होता तो इनके झूंठी बात में नही आता तर्क करता
अपने रियल इतिहास के बरे मे पढ़ता
अब ये इतिहास चोर तो है ही जिसमे छेड़छाड़ करना इनके डीएनए में है
ब्राह्मण ग्रन्थ का खुबसूरत व्याख्यान
Maharshi panini to pushya mitra shung ke purbabarti raja maha padmanand ke samkalin the.. Tab panini pushyamitra sung ke bare me kaise likh sakte hai.. Kripa ye batayenge?
आपने ठीक त्रुटि की ओर इशारा किया है। पतंजलि के स्थान पर पाणिनी उच्चारित हो गया है। आभार।
अति अति उतम सत्य विवेचन|
हार्दिक आभार।
Very nice information
हार्दिक आभार।
बहुत ही सुंदर जानकारी दी गई है
हार्दिक आभार।