Anahad Mein Bisram (अनहद में बिसराम) #3-10 || osho || Bhakti Sansar

แชร์
ฝัง
  • เผยแพร่เมื่อ 22 ม.ค. 2024
  • पति-पत्नी में पति के देर से घर लौटने पर झगड़ा हो रहा था।
    पत्नी बोली, अगर आप आइंदा रात नौ बजे के बाद आएंगे, तो मैं आपको छोड़ कर किसी और से शादी कर लूंगी।
    पति ने कहा, तब तो पड़ोस वाले गुप्ताजी से ही कर लेना!
    पत्नी ने आश्चर्यचकित होते हुए पूछा, गुप्ताजी से ही क्यों?
    पति ने शांति से उतर दिया, मैं उनसे बदला लेना चाहता हूं।
    एक दोस्त अपने संगी-साथी से कह रहा था, बारिश आने वाली है, मुझे बड़ा डर लग रहा है; मेरी पत्नी बाजार गई हुई है।
    उसके मित्र ने कहा, इसमें डरने की क्या बात है! अरे, बारिश कुछ उसे गला तो न देगी। कोई मिट्टी की तो बनी नहीं। बहुत बारिश आ जाएगी, तो किसी दुकान में घुस कर खड़ी हो जाएगी। मित्र ने कहा, इसी का तो डर है। जिस दुकान में घुस जाती है, वहीं उधारी करके आ जाती है!

ความคิดเห็น • 12