Sharno Tharo Ji l Shri Rupana Dham Balaji Bhajan l Lattest Marwadi Hanuman Ji Bhajan | Manish Bhatt

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  • เผยแพร่เมื่อ 12 พ.ค. 2023
  • जय श्री राम
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    श्री रुपाणा धाम बालाजी मंदिर भीमसर
    श्री पवन पुजारी जी महाराज
    भजन : शरणों थारो जी
    गीत : पन्ना लाल जी
    स्वर : मनीष भट्ट
    निर्माता : राजेश रूंगटा
    सह निर्माता : रेणु रूंगटा
    #श्री रुपाणा धाम बालाजी भजन
    #पारंपरिक मारवाड़ी हनुमान जी भजन
    #श्री पवन पुजारी जी
    रूपाणे का देव लंगड़िया
    हाजिर रहिज्यो जी
    शरणों थारो जी
    सालासर का देव लंगड़िया
    हाजिर रहिज्यो जी
    शरणों थारो जी
    शरणों थारो बाबा शरणों थारो
    शरणों थारो बाबा शरणों थारो
    म्हारा जनम सुधारो जी
    शरणों थारो जी
    जनम सुधारो म्हारा कारज सारो
    कष्ट निवारो जी
    शरणों थारो जी
    रूपाणे का देव लंगड़िया
    हाजिर रहिज्यो जी
    शरणों थारो जी
    रूपाणे जी आप विराजे
    पवन पुजारी मन भाया जी
    सालासर जी आप विराजे
    मोहन के मन भाया जी
    भक्त जान कर करी कृपा
    शुद्ध कर दी काया जी
    शरणों थारो जी
    रूपाणे का देव लंगड़िया
    हाजिर रहिज्यो जी
    शरणों थारो जी
    साधु का धर रूप प्रभु जी
    भगतां के घर आया जी
    साधु का धर रूप प्रभु जी
    भगतां के घर आया जी
    द्वारे आ आवाज लगाई
    हरी यश गाया जी
    शरणों थारो जी
    रूपाणे का देव लंगड़िया
    हाजिर रहिज्यो जी
    शरणों थारो जी
    कान्हीं बाई आटो ल्यायी
    साधु द्वार नहीं पाया जी
    कान्हीं बाई आटो ल्यायी
    साधु द्वार नहीं पाया जी
    दो महीना की देर लगाकर
    आया बालाजी
    शरणों थारो जी
    रूपाणे का देव लंगड़िया
    हाजिर रहिज्यो जी
    शरणों थारो जी
    टेर रही मोहन को कान्ही
    सुनो ज्ञानी मम भाया जी
    टेर रही मोहन को कान्ही
    सुनो ज्ञानी मम भाया जी
    द्वार तुम्हारे फेरूं आया
    अंजनी जाया जी
    शरणों थारो जी
    रूपाणे का देव लंगड़िया
    हाजिर रहिज्यो जी
    शरणों थारो जी
    आगे आगे बजरंग बाला
    पीछे मोहन भाया जी
    आगे आगे बजरंग बाला
    पीछे मोहन भाया जी
    थोड़ी दूर जा अंजनी सुत का
    पकड्या पाया जी
    शरणों थारो जी
    रूपाणे का देव लंगड़िया
    हाजिर रहिज्यो जी
    शरणों थारो जी
    खीर खांड को भोजन पावां
    सेज अछूती सोवां जी
    खीर खांड को भोजन पावां
    सेज अछूती सोवां जी
    पग चंपी तुम म्हारी करज्यो
    पातक खोवां जी
    शरणों थारो जी
    रूपाणे का देव लंगड़िया
    हाजिर रहिज्यो जी
    शरणों थारो जी
    मोहन ने मंजूर किया है
    सागे हनुमत ल्याया जी
    मोहन ने मंजूर किया है
    सागे हनुमत ल्याया जी
    खीर खांड का भोग बनाकर
    खूब जिमाया जी
    शरणों थारो जी
    रूपाणे का देव लंगड़िया
    हाजिर रहिज्यो जी
    शरणों थारो जी
    सेज अछूती सुघड़ बिछौना
    पोढ़या अंतर्यामी जी
    सेज अछूती सुघड़ बिछौना
    पोढ़या अंतर्यामी जी
    चरण कमल की सेवा किन्हीं
    मोहन स्वामी जी
    शरणों थारो जी
    रूपाणे का देव लंगड़िया
    हाजिर रहिज्यो जी
    शरणों थारो जी
    कर आराम बालाजी बोले
    सुनो हमारी वाणी जी
    कर आराम बालाजी बोले
    सुनो हमारी वाणी जी
    मूर्ति लाकर आप विराज्यो
    दुनियां जाणी जी
    शरणों थारो जी
    रूपाणे का देव लंगड़िया
    हाजिर रहिज्यो जी
    शरणों थारो जी
    आसौटे हल के औटे से
    प्रगट्या बजरंग बाला जी
    आसौटे हल के औटे से
    प्रगट्या बजरंग बाला जी
    ठाकुर के सपने में कहते
    अंजनी लाला जी
    शरणों थारो जी
    रूपाणे का देव लंगड़िया
    हाजिर रहिज्यो जी
    शरणों थारो जी
    सालासर मोहे जल्द पहुंचावो
    सुनो हमारी वाणी जी
    सालासर मोहे जल्द पहुंचावो
    सुनो हमारी वाणी जी
    प्यारा मोहन भक्त हमारा
    बाई कान्ही जी
    शरणों थारो जी
    रूपाणे का देव लंगड़िया
    हाजिर रहिज्यो जी
    शरणों थारो जी
    प्रातः समय तांगे के अंदर
    बजरंग बली विराज्या जी
    प्रातः समय तांगे के अंदर
    बजरंग बली विराज्या जी
    सालासर से हनुमत आया
    बाज्या बाजा जी
    शरणों थारो जी
    रूपाणे का देव लंगड़िया
    हाजिर रहिज्यो जी
    शरणों थारो जी
    निज हाथां से मोहन स्वामी
    बजरंग बली विराज्या जी
    निज हाथां से मोहन स्वामी
    बजरंग बली विराज्या जी
    बंगला एक बनाया सुंदर
    इंद्र गाज्या जी
    शरणों थारो जी
    रूपाणे का देव लंगड़िया
    हाजिर रहिज्यो जी
    शरणों थारो जी
    मणी मंदिर की शोभा भारी
    अटल जोत जगती है जी
    मणी मंदिर की शोभा भारी
    अटल जोत जगती है जी
    नर नारी थारा दर्शन करके
    करसी भगति जी
    शरणों थारो जी
    रूपाणे का देव लंगड़िया
    हाजिर रहिज्यो जी
    शरणों थारो जी
    लाडू और जलेबी हलवा
    खीर चूरमां त्यारी जी
    लाडू और जलेबी हलवा
    खीर चूरमां त्यारी जी
    तरह तरह का भोग लगावे
    जीमें पुजारी जी
    शरणों थारो जी
    रूपाणे का देव लंगड़िया
    हाजिर रहिज्यो जी
    शरणों थारो जी
    अंधा आवे आंख्यां पावे
    पंगल्यां पग ले जावे जी
    अंधा आवे आंख्यां पावे
    पंगल्यां पग ले जावे जी
    निर्धनियां ने धन की चिंता
    नही सतावे जी
    शरणों थारो जी
    रूपाणे का देव लंगड़िया
    हाजिर रहिज्यो जी
    शरणों थारो जी
    बांझ नार जो ध्यान लगावे
    पुत्र पावे भारी जी
    बांझ नार जो ध्यान लगावे
    पुत्र पावे भारी जी
    करे बोलवा भेंट चढ़ावे
    बारी बारी जी
    शरणों थारो जी
    रूपाणे का देव लंगड़िया
    हाजिर रहिज्यो जी
    शरणों थारो जी
    रूपाणे का पवन पुजारी
    गुण बजरंग का गाया जी
    रूपाणे का पवन पुजारी
    गुण बजरंग का गाया जी
    वाल्मीकि का पाठ सुनाया
    पार ना पाया जी
    शरणों थारो जी
    जनम सुधारो म्हारा कारज सारो
    कष्ट निवारो जी
    शरणों थारो जी
    रूपाणे का देव लंगड़िया
    हाजिर रहिज्यो जी
    शरणों थारो जी

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