Guru gorkhnath utrkhand ke narsigh Devta ko hamare prano ki racha kare ka aadesh karne ka anurodh ha mere pariwar par kigai tantra ko nast karne ka anurodh. Jay bhole nath
भैरव के अनेक स्वरूप में एक बटुक भैरव शांतदेव माने गये नरसिंह भगवान रौद्र स्वरूप है पूजा के सात्विक, रजो ,तामस्कि भाव में. तामसिक गुण पूजा से दूर रहना अच्छा है इसका फायदा कुछ दिन का...नुकसान हमेशा-हमेशा का
दसावतार में नरसिंह पहले आये कृष्ण बाद में. नरसिंहावतार.मनुष्य के अर्द्ध सभ्य कालीन कहानी है.कृष्ण नगरीय विकासकालीन.भाई कहानी अतिशयोक्ति पूर्ण है पर सत्य है
जय हो नरसिंह देवता की
जय नरसिंह देवता की
Guru gorkhnath utrkhand ke narsigh Devta ko hamare prano ki racha kare ka aadesh karne ka anurodh ha mere pariwar par kigai tantra ko nast karne ka anurodh. Jay bhole nath
सदा खुश रहो स्वस्थ मस्त प्रसन्न रहो जय हो
नरसीह.भगवान.श्रीहरी.वीष्णु.भगवान.हे.जय.श्रीहरी.वीष्णु.भगवान.की.जय.
Jau ho
Jai ho
ठॅकीवं.भाई.साहाब.आपको.मेरी.टीपनी.अच्छी.लगी.ईसलीये.आपको.मनसे.दीलसे.धंज्ञवाद.।।जय.श्री.राम.।।
@mahendraparab9126 धन्यवाद 🌹
Bhuat sundar bhai ji
Dhanyvad bhai
Share Subscribe please
Nice one
Thank u 🙏
Thank u 🙏
Thank u 🙏
Jai shree nursing devta ki jai ho baba ji
Jai ho Narsingh
❤
Thank u 🌹
Dajyu humare yaha to narsingh ji ka avahan jagar me bhagwan vishnu ke narsingh avtar ki katha se karte hai
G bilkul
Bhai ji nadbuddhbhairav ji ki ky katha h.... Kripya btane ka kst kre🙏
O k sr jarur
@@premschaudhari2773 intzaar rhega bhai ji🙏
कौन हैं भैरव. नाम से देखिऐ आप के उत्तर
Bhaiya kya hum batuk bhairav aur natasingh bhagwan ki puja ek saath kr. Sakte hain kya ...???
भैरव के अनेक स्वरूप में एक बटुक भैरव शांतदेव माने गये
नरसिंह भगवान रौद्र स्वरूप है
पूजा के सात्विक, रजो ,तामस्कि भाव में. तामसिक गुण पूजा से दूर रहना अच्छा है
इसका फायदा कुछ दिन का...नुकसान हमेशा-हमेशा का
हमारे यहां सूअर की बलि वा शराब का भोग लगता है वह कौन से नर्सिंग है कृपया जानकारी देने की कृपा करें महाराज जी
नरसिंह भगवान तो एक ही है सर उनकी उपासना में अन्तर है
मैन पता नहीं क्यों जादा लोग तामसिक प्रवृत्ति की ओर झुके है.
आप के कहेनुसार तान्त्रिक पूजा लगती है
Dudhadhari narsingh ko krishn avtari bhi bola gaya hai
दसावतार में नरसिंह पहले आये कृष्ण बाद में.
नरसिंहावतार.मनुष्य के अर्द्ध सभ्य कालीन कहानी है.कृष्ण नगरीय विकासकालीन.भाई कहानी अतिशयोक्ति पूर्ण है पर सत्य है
Koi to hai jo is sach ko manta hai
Nahi to aksar log narsingh ko Vishnu avtari na mante aur inhe nathpanthi sadhu bolte hai
मानाना और होना अलग अलग बात है
नाथपंथ पर बौद्ध प्रभाव रहा..ऐ चमत्कारिक भी रहे.
गढवाल कुमाऊं के कल्चर जाने विना कुछ लोग यूट्यूब पर झूठ परोस रहे