रघुवंशम, कुमारसंभवम्, मेघदूत, ऋतुसंहार, आभिज्ञानकुशलतम्, मालविकानिमित्रम्, विक्रमोर्वशीयम् कालीदास जी की प्रमुख रचनाएं हैं। प्रणाम करता हूँ एेसी महान आत्मा को।
कालिदास की मृत्यु से संबंधित यह कथा निराधार है। कालिदास की मृत्यु लंका में हुई थी। और वैश्या भी लंका की ही थी। लंका के राजा ने जो कविता की एक लाइन लिखा था वह इस प्रकार hai। कमले कमलोटपती दृष्यते न तू sruyate, दूसरी पंक्ति कालिदास ने इस प्रकार पूरा किया। बाले त्वाम मुखासंभूजे कथमिंदी vardyam।
जब पूरे विश्व को भगवान चलते है और जो भी घटना घाती है भगवान के निगरानी में होता है तो मां काली ने काली दास को कैसे ज्ञान का वरदान दे दिया वो तो सब कुछ जानती थी कैसे उनका जीभ कटा था
वैश्या एक व्यापारी की श्रेणी में आती है और व्यापारी अपनी वस्तु लालच वश किसी को भी सौंप सकता है पर ज्ञान पात्र कुपात्र की कसौटी पर जो परीक्षा देने के पश्चात सही समझ आए उसे ही दिया जाना चाहिए ज्ञान का अर्थ शक्ति से भी जुड़ा है जय मां काली।
सम्मानीय कथा वाचक महोदय जी पहले पूर्ण रूप से अध्ययन करें फिर उस व्यक्ति विशेष के विषय मे कथा करें। आपके द्वारा कालिदास जी के विषय में कहा जो बताया गया है वह अधूरा है मै थोड़ा बताता हूँ वैसे तो कालिदास जी की जीवनी बहुत ही व्यापक है आपको वह श्लोक बता देता हूं कमलात् कमलोत्पत्ति श्रुयते न च दृश्यते । कालिदास जी ने बताया? वाले तव मुखाम्भोजे कथमिन्दी वर द्वयं। आप उनके विषय में पूर्ण जानकारी लेकर पुनः अपलोड करने की कृपा करें यही आपसे प्रार्थना है
समझ गया महाराज जी । कवि कालीदास की बिचारधारा सनातनी ब्राह्मणों को स्वीकार नहीं हुई। जो ब्राह्मण को स्वीकार नहीं उसका अपमान तो होना ही है। आज भी यही हो रहा है।
इसीलिए आचार्य चाणक्य ने मौर्य सम्राज्य की स्थापना कर भारत को सोने की चिड़िया बनाया, अंत्योदय के दीन दयाल उपाध्याय,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, राजीव दिक्षित,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, ,,,,
रघुवंशम, कुमारसंभवम्, मेघदूत, ऋतुसंहार, आभिज्ञानकुशलतम्, मालविकानिमित्रम्, विक्रमोर्वशीयम् कालीदास जी की प्रमुख रचनाएं हैं।
प्रणाम करता हूँ एेसी महान आत्मा को।
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जय माँ भगवती काली माता आपकी जय हो
हरे कृष्ण हरे कृष्ण
कृष्ण कृष्ण हरे हरे ।
हरे राम हरे राम
राम राम हरे हरे ।।
🌹🙏ऊँ जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तुते।
जय भवानी जय काली माँ
धन्य है माँ आपकी कृपा से मूर्ख भी विख्यात ज्ञानि हुए दण्डात्मक प्रणाम आपको 🙏
Dhanya ho Mata rani aesaya he kripa barsa te rahana agyni ko gayan dena ma durga kali laxmi sarada saraswati
@@rngaming8392
..
0 to 1q
Bahut hi sundar kahi hai katha
Dhanyawad
*आचार्य कालिदास की जय हो* ❤️
ब्रह्मण जब हार जाते तो फिर बेइज्जत किस बात की फिर लगे रहो मुन्नाभाई
बहुत सुंदर बहुत बढ़िया। धन्यवाद।
जब महाकाली ने सभी वेदों और ग्रंथो को कालिदास के ह्रदय में भर दिया तब इस तरह की किवदंतियां जैसा आप बता रहे है कैसे संभव है
बहुत ही ज्ञान प्राप्त हो बहुत ही सुंदर आदर्श समाय संवाद जो हर किसी से नहीं मिलता है विशेषकर के कालिदास की कथा
पूरा श्लोक इस प्रकार है:- कमले कमलोत्पत्ति: श्रूयते न च दृश्यते।बाले!तव मुखाम्भोजे कथमिन्दीवरद्वयम्।।"
Kamale kamlotpattih sruyte n cha drishyate bale tav mukhambhoje kathmindiberdvayam
महाराज ! सुनी-सुनाई कहानियां कब तक परोसते रहेंगे कथावाचकगण। कुछ नवीन ज्ञानवर्धक खोजिए।हर हर महादेव।
💥"ज्ञान भी पात्रता ढूँढती है!"💥 श्री कालिदास जी के जीवन की इस घटना की जानकारी आपने दी इसके लिए हृदय से धन्यवाद आदरणीय महोदय जी ।🙏🏻🙏🏻🙏🏻
K
बहुत सुन्दर कथा धन्यवाद आपका
Ati sunder
Jay srikrishna radhe radhe krishna
Great vmessag...!!!!!
Ati Sunder
श्लोक था -कमलात्कमलोत्पति श्रुयते न च दृष्यते -काली दास ने पूरा किया -बाले ,तव मुखारविंदे द्वे-द्वे कमलं कथम दृष्यते ।
सत्य
Baahot acha vidio
Sunder prvachan he mharaj
जय रघुनंदन जय सियाराम
जय श्री राम जय श्री राम
Behad ke behad ki param param param shiv shanti ho
Apne aapko aatma ko samajh paramprakash ka chintan kijiye
Om paramshanti 🙏
Bahut marmic 🙏
Great
सह अस्तित्व वाद
मध्यस्थ दर्शन
अग्रहार नागराज जी
कालिदास की मृत्यु से संबंधित यह कथा निराधार है। कालिदास की मृत्यु लंका में हुई थी। और वैश्या भी लंका की ही थी। लंका के राजा ने जो कविता की एक लाइन लिखा था वह इस प्रकार hai। कमले कमलोटपती दृष्यते न तू sruyate, दूसरी पंक्ति कालिदास ने इस प्रकार पूरा किया। बाले त्वाम मुखासंभूजे कथमिंदी vardyam।
अच्छी जानकारी
Jan kari k liye bahut bahut Dannybad
Kalidas: कालजयी कवि 🙏
जब पूरे विश्व को भगवान चलते है और जो भी घटना घाती है भगवान के निगरानी में होता है तो मां काली ने काली दास को कैसे ज्ञान का वरदान दे दिया वो तो सब कुछ जानती थी कैसे उनका जीभ कटा था
Jis Tarah ek pita pure ghar ko chalata hai fir bhi , parivar aur bachhon ke karm, pita ke hath me Nahi hota hai . Jaisa karm vaisa fal.
इस प्रश्न के उत्तर के लिए कालिदास के पूर्व जन्म के कथा को सुने
जीभ कटना तो एक बहाना था वास्तव में पूर्व जन्म का वरदान पूर्ण करने के लिए उस मां जगदंबा ने कालिदास को वरदान दिया
Pura man ghatint hain
@@rattansingh8864 तो बेटा सही क्या है मूर्ख कहीं का
वैश्या एक व्यापारी की श्रेणी में आती है और व्यापारी अपनी वस्तु लालच वश किसी को भी सौंप सकता है पर ज्ञान पात्र कुपात्र की कसौटी पर जो परीक्षा देने के पश्चात सही समझ आए उसे ही दिया जाना चाहिए ज्ञान का अर्थ शक्ति से भी जुड़ा है जय मां काली।
श्री सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम
ज्ञान💯📖📚📝 देने की वस्तु पहले👳💦 भी नहीं थी, और💆 आज हैं👉👉👉
Jai Ram ji ki
कलुआ को भगवती छिन्मस्तिका वनदुर्गा ने आशीर्वाद दिया था।
Kalua kon tha
@@ManishYadav-pg8ht kalidas
Very good jankari ji radhay radhay ji 🙏
ये कहानी हम 1970 में कक्षा 6ठी में पढ़े है
Sunder.
सम्मानीय कथा वाचक महोदय जी पहले पूर्ण रूप से अध्ययन करें फिर उस व्यक्ति विशेष के विषय मे कथा करें। आपके द्वारा कालिदास जी के विषय में कहा जो बताया गया है वह अधूरा है
मै थोड़ा बताता हूँ वैसे तो कालिदास जी की जीवनी बहुत ही व्यापक है
आपको वह श्लोक बता देता हूं
कमलात् कमलोत्पत्ति श्रुयते न च दृश्यते ।
कालिदास जी ने बताया?
वाले तव मुखाम्भोजे कथमिन्दी वर द्वयं।
आप उनके विषय में पूर्ण जानकारी लेकर पुनः अपलोड करने की कृपा करें यही आपसे प्रार्थना है
Wah
Jai shree ram
रघुवंशम or अभिज्ञानशाकुंतलम👍🙏
Good
.Think ing
संस्कृतम् भाषाएं काली दास ही मोखयम स्थाने आसित
Maharaj Shri ke vani me ras he, Maharaj Shri ka parichay batane ki kripa karen
जय श्री राम
जय श्री राम 👏🙏
Thanks for the video sir beautifully
Last sentence sahi hai, vahi important hai. Aaj to yahi ho raha hai. Kharat me appeasement politics ke liye.
अत्युत्तमम्
Jai mata rani
बहुत सुंदर कहानी
Jay shrew ram
महात्मा जी आप के अनुशार जायदा लोग जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं। उनको ज्ञान नहीं देना चाहिए।
धन्य हो 🙏
Jay man Kali ke
Jai shri sita ram
JAY SHREE RAM 🌹
Kuli n 1
Kalidas wrote some rare literature in sanskrit like .... Abhigyan Shakuntalam. He was united With Vidyottama.
समझ गया महाराज जी । कवि कालीदास की बिचारधारा सनातनी ब्राह्मणों को स्वीकार नहीं हुई। जो ब्राह्मण को स्वीकार नहीं उसका अपमान तो होना ही है। आज भी यही हो रहा है।
रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएं !"
जय श्री राम"
Kalidas ke aalavna aur kisko kali ne gyan diya
Very good
शुभकामनाएं
कालिदास को क्या हुआ ,यह सत्य से परे है परन्तु आपको जरूर दुर्गति होगी क्योंकि आज भी ज्ञान के लिए पात्र और कुपात्र की बात कह रहे हैं।
Bhai ji child ke hand me pistol dekar sabhi Ka nuksan Nahi karege so...
@@rameshchandratripathi6188स्र्टटटक
Jay Shri Sita Ram
Guru ji Pranam Mahakavi Kalidas kis Raja ke Darbar Mein Kavita Jay Shri Krishna
वैस्या फ़ोटो खींचने कौन से स्टुडियो गई थी , यह भी सोचने वाली बात है। किसने कैमरा आविस्कार किया था उस वक्त।
बेहद की परमशान्ति
Maa kali ke naam me bahut takat hai
Pranam maa
Jay sanatani
अस्तित्व मूलक
मानव केंद्रित
चिंतन ज्ञान
Good news bahut bahut dhanybad 🌳🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺💌💌💌💌💌💌💌💌💌 jay Shree Hari 🦜 jay Shree Hari 🦜 jay Shree Hari 🦜🦜🦜🦜🦜🦜🦜🦜🦜
सतीही यहां कबि काली दास अत्यंत वोधीमान कवि ही आसित
Saty hai
Jay Maa Kali
Jay Bhawani Bhagwati Bhawani Durga Bhawani chahie man
कालिदास उज्जैनी में राजा भोज की सभा में 14 सो पंडितों में सर्वश्रेष्ठ पंडित थे और इनको कोलकाता से लाए थे।
Omkaarnarayaniji
Jay Shree Ma Bhagvate Ma Kale Ma Ke e
देवी अंर्तयामी थी कालीदास को कुष्ट हुआ परंतु आपकी बातें तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत किया है तो आपको क्या सजा मिलेगी
Sir. Thank you
Sanskrit kei Advitia rachakar _meghdut rghuvansh
.kumarsambhav kaljyee rchnaye dharti ki atma hai namn
Aap ko yah sab kisne bataaya ? Jai shri ram
जबरदस्ती कालिदास जी को मूर्ख बनाने पे तुले हो 😃😃😃
कालिदास बहोत बड़े ज्ञानी न थे
हर काम में ब्राह्मण षड्यंत्र रचते हैं और अपने को श्रेष्ठ बताते हैं
इसीलिए आचार्य चाणक्य ने मौर्य सम्राज्य की स्थापना कर भारत को सोने की चिड़िया बनाया, अंत्योदय के दीन दयाल उपाध्याय,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, राजीव दिक्षित,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, ,,,,
Or aap kya karte hai
Brham hi bramhn hai
Tumse ghatiya insan koi nhi h
વો તો સત્ય હી બેટા તુમ્હારે કહે ને સે કુછ્ નહીં ઘટે ગા
काव्येषु माघ: कवि कालिदास :.
Kalidas ki jai
0
शास्त्रार्थ की चर्चा 6ठी कक्षा के पुस्तक में था
Kalidas is very great man please change your attitude
अभ्युदय संस्थान
मानवीय शिक्षा
शोध संस्थान
Maf kijie ga choti muh babi bat agar durgati isi karn hoti ta rawan ki dhi durgati honi chahie thi kyoki usne mata sita ka haran kiya
मतलब उस जमाने में भी देहव्यपार था?
Kalidas gadariya Samaj ke the jo ki Dhoop Mein Rahane ki vajah se Kale the aur unhone Swayam Gyan prapt kiya ismein brahmanon ka koi roll Nahin Hai
विशुद्ध चूतिये हो तुम
Kali Das yadav the
Aap Jo Hai Stri kisi dashara ke Bhagwati ya nahin Janti Hai Ya Vidyut mein kya hai Vidya kya hai
Hame kalidas samjho jish dal par batha hu usi ko katata hu dharm ke dhikedaro Tum log Aasi galati mAhi Kar sakate Kyo Maya satayegi