पूरा संसार योगी ऋषि मुनि संत महात्मा और संसार के सबसे महान आत्माओं को देखा तो लगा यहां धरती पर हर कोई स्वार्थ सिद्धि के लिए कुछ ना कुछ कर रहा है पर मेरा जीवन भक्ति में रहकर भी मेरा जन्म बेकार जा रहा है भक्ति करने से प्रसन्नता मिलती है लेकिन एक पल ऐसा आता है जिसमें अच्छा दुख मिलता है जब मनुष्य को भक्ति करने से शांति मिल सकती है तो एकांत में कुछ समय के लिए दुख भी प्राप्त होगा हमारे लिए तो पूरा धरती एक खेल है पर क्या करें हम भी इस धरती में फंस गए
हमारी ऐसी कहानी है जिसकी दुख से शुरुआत लेकिन दुख का अंत नहीं है हमारा बचपन से जीवन ऐसे मार्ग पर है जो भूल भुलैया का मार्ग बन चुका है हम दूसरे की भलाई करते करते अपना ही विनाश कर चुके हम जहां से चले थे वहीं पर रह गए लेकिन पूरी दुनिया आसमान पर चली गई और हम वहीं के वहीं रह गए हम दुख के गहरे सागर में हैं जहां कोई भी मदद नहीं कर सकता है
हमने करोड़ों आत्माओं को देखा जो सफलता की पथ पर जा रहे हैं अर्थात जो धन कमा रहे हैं मिलाकर सब कुछ यहीं है जो धनवान है उसे किसी की परवाह नहीं है पर हमको हमेशा सबकी परवाह है पर हम सबसे गरीब है हमको लगता ही नहीं हम अपना जीवन पूरी तरीके से जीवन जी पाएंगे भी या नहीं पर क्या करें प्रतिदिन हमारा चेहरा आनंदित हो जाता है हमने आज तक किसी से स्वार्थ नहीं किया पता नहीं हमारे आगे पीछे दुख ही दुख क्यों है ऐसा लगता है हमारा इस दुनिया से पतन तो नहीं हो रहा है
सुख के चक्कर में दुख प्राप्त होता है जहां सुख है वही दुख है सुख की खोज में दुख प्राप्त होता है जीवन किसी का भी हो सुख और दुख से कोई भाग नहीं सकता पर क्या किया जाए यदि जीवन में दुख ही दुख है तो दुख का इलाज कोई नहीं है इसी प्रकार हमारा जीवन भी दुखों से घिरा हुआ है हम एक समस्या से निकलते हैं तो दूसरी समस्या में गिर जाते हैं एक समस्या गई नहीं की दूसरी आ जाती है अब क्या किया जाए जिससे दुख ही दूर हो जाए
संसार को देखने पर यही लगता है हम ही हैं वह जो युगों युगों से अकेला है हम पूरी दुनिया को देख रहे हैं जैसे मेरी अवस्था है ऐसी अवस्था किसी की नहीं है ना तो हमें अपने जीवन में कभी प्रेम नहीं मिला दुनिया का चक्कर लगाते रह गए प्रेम के चक्कर में हम उदास रह गए अब समझ नहीं आता किस को हम अपने दुख से परिचित करें और दुख उसे ही बताया जाए जो दुख दूर करने का प्रयास करें हमारा दुख कुछ ऐसा ही है हमारा दुख देखने में दुख नहीं लगता है अंदर से दुख ही दुख है इसीलिए हमने सुख और दुख में अंतर करना ही भूल गया पता नहीं क्या होने वाला है भविष्य में क्या होगा नहीं मालूम
🙏🌹 जय कल्कि जय जगतपते पद्ममापते जय रमापते जय जगन्नाथ जय पंच सखा हर हर महादेव जय श्री राम जय बजरंग बली राम हरे कृष्ण हरे अनंत माधव हरे 🌹🙏
पूरा संसार योगी ऋषि मुनि संत महात्मा और संसार के सबसे महान आत्माओं को देखा तो लगा यहां धरती पर हर कोई स्वार्थ सिद्धि के लिए कुछ ना कुछ कर रहा है
पर मेरा जीवन भक्ति में रहकर भी मेरा जन्म बेकार जा रहा है
भक्ति करने से प्रसन्नता मिलती है
लेकिन एक पल ऐसा आता है जिसमें अच्छा दुख मिलता है
जब मनुष्य को भक्ति करने से शांति मिल सकती है तो एकांत में कुछ समय के लिए दुख भी प्राप्त होगा
हमारे लिए तो पूरा धरती एक खेल है
पर क्या करें हम भी इस धरती में फंस गए
Jai kalki Jai jagatpate 🙏🏻
Padmapati Jai ramapate 🙏🏻
मन को एकाग्र केवल कल्कि भगवान के नाम सिमरन से कर सकते हैं 🙏🙏🌹🌹👌👌👌👌
Jai shree kalki bhagwan maharaj ki 🙏
हमारी ऐसी कहानी है
जिसकी दुख से शुरुआत लेकिन दुख का अंत नहीं है
हमारा बचपन से जीवन ऐसे मार्ग पर है
जो भूल भुलैया का मार्ग बन चुका है
हम दूसरे की भलाई करते करते
अपना ही विनाश कर चुके
हम जहां से चले थे वहीं पर रह गए
लेकिन पूरी दुनिया आसमान पर चली गई
और हम वहीं के वहीं रह गए
हम दुख के गहरे सागर में हैं जहां कोई भी मदद नहीं कर सकता है
Jai, ho, Bholenath kalyankari Shiv Shakti Har Har Mahadev
जय श्री कल्कि भगवान की 🙏🙏
जय श्री कल्कि भगवान जी की 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Jay kalki Jay jagatapate padamapati Jay ramapate 🔥🔥🔥🔥😃👑😃🔥🔥🔥🔥
Jai shree kalki bhagwan ki 🙏
हमने करोड़ों आत्माओं को देखा जो सफलता की पथ पर जा रहे हैं अर्थात जो धन कमा रहे हैं
मिलाकर सब कुछ यहीं है जो धनवान है उसे किसी की परवाह नहीं है
पर हमको हमेशा सबकी परवाह है पर हम सबसे गरीब है
हमको लगता ही नहीं हम अपना जीवन पूरी तरीके से जीवन जी पाएंगे भी या नहीं
पर क्या करें
प्रतिदिन हमारा चेहरा आनंदित हो जाता है
हमने आज तक किसी से स्वार्थ नहीं किया
पता नहीं हमारे आगे पीछे दुख ही दुख क्यों है
ऐसा लगता है हमारा इस दुनिया से पतन तो नहीं हो रहा है
सुख के चक्कर में दुख प्राप्त होता है
जहां सुख है वही दुख है
सुख की खोज में दुख प्राप्त होता है
जीवन किसी का भी हो
सुख और दुख से कोई भाग नहीं सकता
पर क्या किया जाए
यदि जीवन में दुख ही दुख है
तो दुख का इलाज कोई नहीं है
इसी प्रकार हमारा जीवन भी दुखों से घिरा हुआ है
हम एक समस्या से निकलते हैं तो दूसरी समस्या में गिर जाते हैं एक समस्या गई नहीं की दूसरी आ जाती है
अब क्या किया जाए
जिससे दुख ही दूर हो जाए
जय श्री कल्कि
Jai Shri Kalki🙏
Jay.kalki.ki
Bohot sunder bhajan 🙏🙏
Man kalki kalki gaya kar
👌👌👌👌
जय माताजी
Jai shree kalki bhgwan ki
jay shree Nakalangdev
संसार को देखने पर यही लगता है
हम ही हैं वह जो युगों युगों से अकेला है
हम पूरी दुनिया को देख रहे हैं
जैसे मेरी अवस्था है ऐसी अवस्था किसी की नहीं है ना तो हमें अपने जीवन में कभी प्रेम नहीं मिला
दुनिया का चक्कर लगाते रह गए
प्रेम के चक्कर में हम उदास रह गए
अब समझ नहीं आता किस को हम अपने दुख से परिचित करें
और दुख उसे ही बताया जाए जो दुख दूर करने का प्रयास करें
हमारा दुख कुछ ऐसा ही है
हमारा दुख देखने में दुख नहीं लगता है अंदर से दुख ही दुख है
इसीलिए हमने सुख और दुख में अंतर करना ही भूल गया
पता नहीं क्या होने वाला है
भविष्य में क्या होगा नहीं मालूम
जय श्री कल्कि
जय माताजी
जय श्री कल्कि