@@krishnaswami3362 निसंदेह एकलव्य गुरु भक्त था परंतु दिव्यास्त्र धर्म स्थापना के लिए होता था किसी अधर्म की शक्ति को बढ़ावा देने के लिए नहीं ,गुरु द्रोण इस बात को भलीभांति जानते थे की एकलव्य जरासंध के सेनापति का पुत्र है और अंत में जरासंध का ही साथ देगा और अधर्म को बढ़ावा देगा इसलिए अंगूठा मांग कर समाज को अधर्म से बचाने का एक प्रयास किया।
जग गुरु द्रोणाचार्य ने एकलव्य को शिक्षा देणे से मना कर दिया तो.गुरु भिक्षा मांग ने कां भी अधिकार नही. गुरु द्रोणाचार्य ने एकलव्य से छल कपट से अंगुटा मांगलिया............. कितने महान हे एकलव्य🙏🙏🙏🚩
Eklavya Nishada kingdom Prince tha . Nishada aur kurus ki dushmani thi. Fir bhala jo drona kuru ka anna kha rha tha wo unhe dhokha dekar Eklavya ko kiase sikhata??
देने वाले का दिमाग कहां गया था पागल जब कुछ सिखाना मना कर दिया जाती का बोलकर फिर उसकी मुर्ती लगाकर सिखा ओर द्रोणाचार्य के पास मगध के सेनापति का बेटा कैसे चला गया ये सब कोगी,वामी इतिहास कारों कि कोरी कल्पना मात्र हैं मुल महाभारत में ऐसा कोई वर्णनात्मक नहीं,,,,पहले दुश्मन राज्यों के लोगों से प्रशिक्षण नहीं लिया जाता था,,,,आज भी कोई दुश्मनों से ऐसा संबंध नहीं रखता
@@lachithazarika1142 He was literally a King's son and Senapati of Magadh. He was already educated. Do you really think an illiterate person can be Senapati of a kingdom?
गुरू का यह धर्म है कि वह किसी भी जाति का हो यदि वह आपके पास आपका शिष्य बनने की इच्छा से आया हो तो उसे शिष्य बनाना चाहिए। और द्रोणाचार्य के पास यह अवसर था अर्जुन, कर्ण, एकलव्य को सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर बनाने का लेकिन द्रोणाचार्य ना तो कर्ण को ना एकलव्य को अपना शिष्य बनाया और एकलव्य चोरी-छिपे भी धनुर्विद्या का ज्ञान लिया तो गुरु दक्षिणा मैं अंगूठा ले लिया। परशुराम कर्ण को श्राप दे कर शक्ति छीन लिया।
Arjun ko khud mahadev ne sarvashreshtha Dhanurdhar kaha hai. And Bheem bhi 1000 elephants k equivalent the. Eklavya ka hame sirf itna pata hai ki unhone ek kutte ka muh beendh diya tha, but Arjun k to anginat kisse hain. Like Jaydrath ka sar kaatkar itne kos door, bina uske father ko dekhe, seedha unki god me girana. Dronacharya ya magar ko chot pahunchaye bina, sirf ek baan se Drona ko bacha lena. Ek teer se Viraat k yudh me poori sena ko behosh kar dena. Indra and baaki devtaaon ko yudha me harana. Jayadrath jab Draupadi ko le ja raha tha, tab kai Kilometere door se hi uske rath ko ek hi teer maar kar rok dena....and the list goes on. Now please list any of such amazing acts done by Eklavya or even Karna!!
Wo balak nahi tha jab ye hua. He was 21 years older to Yudhishthira, who himself was 18-20 years old at that time. Eklavya already ek senapati tha us time, jo ki already dhanurvidya jaanta tha. Please read original version of Mahabharata
Bro the thing is we don't have full knowledge of our literature that's why we are having so many doubts about our own literature. But there various TH-cam channels where they have told about later life of Eklavya so you can refer them.
गुरु ने राज धर्म के लिए अपना गुरु धर्म तोड़ा क्युकी एकलव्य एक निम्न जाति से सम्बन्ध रखता था यह भेदभाव तब भी था और अब भी है, कर्ण जैसे महादानी को शिक्षा नही दी क्युकी वह एक सूत पुत्र था इसलिए यह कैसा धर्म जहाँ महानता को समानता नही
@@kumar1805 Karna 53 saal tak Raaja raha, or Arjun 42 saal tak van me bhatka. Anyaya kiske saath hua fir? Don't talk on the basis of these fake serials!
For those who don't known what happened to eklovla later ,he became a great archer but he chose side of adarm as he supported jarasang in the battle against Shree Krishna.
@@rohitmurmu5312 ya I totally agree that at that time there were various restrictions on the lower caste and accordingly there were various punishment given to them and i feel bad what used to happen.
एक एकलव्य ऐसा ना कोई हुआ ना कोई होगा जय एकलव्य
Eklavya and abhimanyu and Karan are real hero in Mahabharata 🙏🙏🙏🙏❤️🧿🥺
Ekalavya best student in the history of mahabharat
अर्जुन और एकलव्य श्रेष्ठ थे❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
आज गुरु को भी भेद दिया जो लक्ष्य संसार में कही भी नहीं बना था!
गुरु के मान के लिए जान को भी तुच्छ समझने वाले वो महान संत को प्रणाम करता हूँ👌
Eklavya is real hero in mahabharat
एकलव्य सदा ही महान था अर्जुन एकलव्य के सामने मात्र एक चींटी के समान है 🏹🏹
Right
Good
@@vikramnishad2635 ar tum whatsp unv professor eklavya kbhi b karn bhishm ashwthama barbrik se nhi jeet pata
@@smritirajput307ek lavya ke aage yah sab kuchh nahin the
Eklavya sabka baap tha isliye uske sath sal kiya tha bevde
हमारे साथ आशा ही होता है या तो मांग लेते हैं यह फिर छीन लेते हैं जय हो एकलव्य 😢😢😢😢😢
Best warrior Eklavya
पांडव और कौरवों से भी श्रेष्ठ धनुर्धर थे एकलव्य, गुरु द्रोणाचार्य के कहने पर काटकर दे दिया था अंगूठा
Karn
गपोड़े ब्राह्मणों की काली करतूतों की कहानियां 😀
@@krishnaswami3362 shahir ludhinavi
Barbarik maham the
@@krishnaswami3362 निसंदेह एकलव्य गुरु भक्त था परंतु दिव्यास्त्र धर्म स्थापना के लिए होता था किसी अधर्म की शक्ति को बढ़ावा देने के लिए नहीं ,गुरु द्रोण इस बात को भलीभांति जानते थे की एकलव्य जरासंध के सेनापति का पुत्र है और अंत में जरासंध का ही साथ देगा और अधर्म को बढ़ावा देगा इसलिए अंगूठा मांग कर समाज को अधर्म से बचाने का एक प्रयास किया।
Jay eklvay Jay johar Jay aadiwasi Jay bhil Samaj 🏹🏹🏹🏹🏹🏹📒📒📒📒📒👍🏹🙏✊✊💪💪✊✊🙏🏹🏹👍👍📒📒👍🏹🏹🙏✊✊💪
Bhai naman hai uus yodha ko jisne aapne guru keliye apna angutha hi dan kar diya🥺🥺 Jay veer Eklavvay 🙏🙏🙏
एकलव्य जरासंध के सेनापती का बेटा था ये भी दिखावो उसके पिता आदिवासी थे लेकीन कर्म से क्षत्रिय थे
Correct bola he
Patil sir sahi he iye Rajput tu itihas sor he Eklavya ko kabhi Rajput batate
ऐकल्वय के पिता रियासत के राजा थै जो मगध साम्राज्य का क्षैत्र में आता था ओर उसके पिता मगध के सैनापती भी थै,,,,
Great eklavya hearttouching scene ❤
Great tribal eklavya 😍🏹
th-cam.com/video/-eMintziGb8/w-d-xo.html
Tribal? ..ekalavya was the son of commander in chief of the magadha Kingdom king Jarasandha ...
महान है एकलव्य
जय हो एकलव्य
Aklavya। हिरंधनु nisad का पुत्र था जो श्रीनेंगपुर राज का राजा था राजा का पुत्र।था।।जय हो nisad।पुत्र
Jay eklavya, Jay karn
Eklavya king of nishadraj ❤️
Dil kush ho gya❤❤❤❤❤
Jay parshuram ji ❤❤❤❤❤
जग गुरु द्रोणाचार्य ने एकलव्य को शिक्षा देणे से मना कर दिया तो.गुरु भिक्षा मांग ने कां भी अधिकार नही. गुरु द्रोणाचार्य ने एकलव्य से छल कपट से अंगुटा मांगलिया............. कितने महान हे एकलव्य🙏🙏🙏🚩
Eklavya Nishada kingdom Prince tha . Nishada aur kurus ki dushmani thi. Fir bhala jo drona kuru ka anna kha rha tha wo unhe dhokha dekar Eklavya ko kiase sikhata??
देने वाले का दिमाग कहां गया था पागल जब कुछ सिखाना मना कर दिया जाती का बोलकर फिर उसकी मुर्ती लगाकर सिखा ओर द्रोणाचार्य के पास मगध के सेनापति का बेटा कैसे चला गया ये सब कोगी,वामी इतिहास कारों कि कोरी कल्पना मात्र हैं मुल महाभारत में ऐसा कोई वर्णनात्मक नहीं,,,,पहले दुश्मन राज्यों के लोगों से प्रशिक्षण नहीं लिया जाता था,,,,आज भी कोई दुश्मनों से ऐसा संबंध नहीं रखता
डर ता गुरु और को इसलिए एकलव्य का अंगुठा कटवा दिया क्यूकि एकलव्य से बड़ा दनूरदर कोई नही ता वो आदिवासी भील ता इसलिए❤❤❤🎉🎉
एकलव्य और बर्बरीक ने बिना किसी कारण से दंड पाया था😢😢😢😢
Eklavya greatest of all
आज भी इस बेईमान और कपटी गुरु के नाम पर द्रोणाचार्य पुरस्कार दिया जाता है ,,,बेहद ही निंदनीय और शर्मनाक😠😠😠
Ekloveya jaisa na koi hai or na hi koi hoga jai ekloveya jai adivasi ❤❤
Jay radhe karn ❤
Raja ka beta hi Raja(Arjun) Banega , garib ka beta(great Eklavya) nhi.... waah 👏
Eklavya bhi Raja ka beta hi tha NishadRaji Hiranyadanush ke putra
Pagal veer eklavya bhi Raja ka beta tha Jay johar Jay aadiwasi Jay Nishad Raj 💪💪💪🏹🏹🏹
Ekalavya belonged to a lower caste for which he was not provided education.
@@lachithazarika1142 He was literally a King's son and Senapati of Magadh. He was already educated. Do you really think an illiterate person can be Senapati of a kingdom?
@@SuccessMotivation1109 Really? If he was a son of King then why was he denied of education?
Karn or eklavya se veer arjun kabhi ho hi nahi sakta
Adbhut dhanurbidya
Mujhe bahut garv hai aap pr
गुरू का यह धर्म है कि वह किसी भी जाति का हो यदि वह आपके पास आपका शिष्य बनने की इच्छा से आया हो तो उसे शिष्य बनाना चाहिए। और द्रोणाचार्य के पास यह अवसर था अर्जुन, कर्ण, एकलव्य को सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर बनाने का लेकिन द्रोणाचार्य ना तो कर्ण को ना एकलव्य को अपना शिष्य बनाया और एकलव्य चोरी-छिपे भी धनुर्विद्या का ज्ञान लिया तो गुरु दक्षिणा मैं अंगूठा ले लिया। परशुराम कर्ण को श्राप दे कर शक्ति छीन लिया।
द्रोणाचार्य पापी है
Jay eklavya Jay karn
एकलव्य एक योद्धा थे
और उनके गुरू द्रोणाचार्य एक कायर थे
जब तक पृथ्वी ह
लोग यही कहेंगे।।
Aa gya hero
Aklavya ❤❤
Jay Radhe Krishna
धनुर्धर के साथ दानी भी धन्य है एकलव्य
একলভ্যকে আবারও দেখানো উচিৎ ছিলো, তাঁর কি হয়েছিল পরবর্তীতে
Jai nishad raj 🙏
Eklavya is best disipal
गुरु द्रोणाचार्य का ईतना बड़ा अन्याय सच में बहुत बड़ा गलत था,,,
जय महा दंड नायक वीर एकलव्य भगवान 🏹🏹🏹🏹🏹🏹🏹🏹🏹🚩🚩🚩🚩🚩👑👑👑
गुरु द्रोण एक गौर अपराधी था
jay veer sarvshresth dhanurdhar arjun ki
JAY NAR NARAYAN
गुरु द्रोड़ाचार्य् का सिर्फ सपना हि होता अगर एकलाब का अंगूठा ना लिया होता तो अर्जुन कभी सर्बसेरठ योद्धा नहीं कहेलाते
Nishad puttra Ek lavya ki jai ho jai Nishad raj
Radhey Radhey Karn 😘❤️😍
Aklobya mahan hey or asare drun kabhi bhi khma ki Patra Nehi hey jai aklabya
Jo kisiko agey badta nhi dekh sakte hai, wo guru ho hi nhi sakte..😉
Akalabya mahan dhanudhar tha🙏🙏🙏
I hate Arjun but I love Suryaputra Karna ❤❤
Jay,nishad,Raj
❤❤❤❤❤
वीर एकलव्य❤️
Eklavya sreshta aur mahan tha Arjun se
Karn se bhi
Arjun ko khud mahadev ne sarvashreshtha Dhanurdhar kaha hai. And Bheem bhi 1000 elephants k equivalent the. Eklavya ka hame sirf itna pata hai ki unhone ek kutte ka muh beendh diya tha, but Arjun k to anginat kisse hain. Like Jaydrath ka sar kaatkar itne kos door, bina uske father ko dekhe, seedha unki god me girana. Dronacharya ya magar ko chot pahunchaye bina, sirf ek baan se Drona ko bacha lena. Ek teer se Viraat k yudh me poori sena ko behosh kar dena. Indra and baaki devtaaon ko yudha me harana. Jayadrath jab Draupadi ko le ja raha tha, tab kai Kilometere door se hi uske rath ko ek hi teer maar kar rok dena....and the list goes on.
Now please list any of such amazing acts done by Eklavya or even Karna!!
@@heller1057 aa gye karan hater🤣
Draunacharya ne kiya sachme aisa kiya tha 😥 Karna aur Eklavya k saath
Jai.eklabay.nishhad
❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Guru Parshuram ap dhanya ho❤️❤️
eklavya - the great
Eklavya is my favourite
Greatest
Eklavya
Yah sabhi mahaan hastiyaan varna vyavastha ke shikaar the.
अच्छेलाल राजपूत सादपुर शाहगढ़ सागर मध्य प्रदेश
Sansar mein sabse bada dhanurdhar Eklavya aur karna donon mein donon mein ek hi Samanta hai Arjun uske samne kuchh bhi nahin
Great Ekalabya
महा ग़लत
Eklavya Mahan Yoddha tha Arjun Uske Samne Kuchh Nahin tha
eklalavya is great 🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞
Eklavya 🥰🥰🥰🥰
Eklavya ki guru bhakti pandwose ,kaurwose, shreshth hai hamesha 🙏🙏🙏🙏🙏guru sakshat parbramh 🙏🙏🙏
Mahabharat ke Three veer
Eklaubya
Karn
Barbrik
Jai Ho Parshuram shishya radhey karn
हमारे प्राचीन गुरू महान कहे जाते हैं
महा हरामी थे ये
अभी होते तो क़त्ल कर दिए जाते
लोभी गुरू 😎😎
Mai karn fen hu par karn ka fen par eklavya ko bhagwan parshuram se siksha pai hoti to dusra charnjivi hota
एकलव्य के सामने अर्जुन कुछ भी नहीं था
To guru kehlane K khabil nhi hai droon
Aklabya mahan tha
Ek nanha balak apne guruko hi sikhya de dia.
Wo balak nahi tha jab ye hua. He was 21 years older to Yudhishthira, who himself was 18-20 years old at that time. Eklavya already ek senapati tha us time, jo ki already dhanurvidya jaanta tha. Please read original version of Mahabharata
Super video shemaroo bhakati darsan Hits and supervisorfull epesod hits
ILoveEklavyaJaiBholenath🙏🙏🙏🙏💖💖💖💖🔥🔥🔥🔥
Ekalavya is the burning example of casteism in India , how so called upper caste people exploited lower caste people.
Bro he became a great archer
later . And he was killed by Shree Krishn as he supported jarasang in the battle against Shree Krishn .
@@surajrawat9738 really? How could he become an archer without his thumb?
Bro the thing is we don't have full knowledge of our literature that's why we are having so many doubts about our own literature. But there various TH-cam channels where they have told about later life of Eklavya so you can refer them.
@@surajrawat9738 Our literature shows the truth which is based on the exploitation of dalits by upper castes
@@lachithazarika1142 yes you are right but now this reservation exploits the upper caste
Eklavya mahan tha arjun se
🙏
🚩🚩🚩🚩🚩🧡🧡🧡🧡🧡
एकलव्य सब से माहान ते
गुरु ने राज धर्म के लिए अपना गुरु धर्म तोड़ा क्युकी एकलव्य एक निम्न जाति से सम्बन्ध रखता था यह भेदभाव तब भी था और अब भी है, कर्ण जैसे महादानी को शिक्षा नही दी क्युकी वह एक सूत पुत्र था इसलिए यह कैसा धर्म जहाँ महानता को समानता नही
Use Jamane mein Aacharya drone Jaise Gire hue Guru bhi the
Unko pata tha... Wo arjun se acha h
सभी ने मिलकर कर्ण के साथ अन्याय किया है।
Ekdm shi
@@kumar1805 Karna 53 saal tak Raaja raha, or Arjun 42 saal tak van me bhatka. Anyaya kiske saath hua fir? Don't talk on the basis of these fake serials!
गद्दार गुरु और डाक्टर नहीं होता आचार्य तुम्हारे अहम होगया था, गुरु सबका होता है
गुरुधर्म बड़ा या राजधर्म
दोस्तों कमेंट करो
Baap bda na bhiya sabse bdaa rupaiya..😂😂
GURU dharam
Guru dhram bada hai
Paise Dharam 🤣
भगवान परशुराम 🙏🙏
Politics were played from the era of Mahabharat...
A1
Karna se mahan dhanurdhar tatha danveer koi nhi hai
God eklavya ji parsuram kaya saman haya khud dron nain kaha tha
Eklavya ke samne koi nhi til sakta agar mahabharat ke yudh me hota
Super video Shemaroo bhakti darshan full episode hits and superior
jai parshuram sesta the great karn
Sabse bade dhanurdhar Karn or eklavya hi the
For those who don't known what happened to eklovla later ,he became a great archer but he chose side of adarm as he supported jarasang in the battle against Shree Krishna.
Good or bad is based on explanation
Nothing is good and nothing is bad all are relative terms
@@rohitmurmu5312 that's your personal opinion not a fact.
@@surajrawat9738 Even Fact might be just OPINION before new FACT is accepted 😎😎
@@surajrawat9738 You are talking about FACT so do you accept it or not That BRAHMAN exploited the Lower Caste people very badly
@@rohitmurmu5312 ya I totally agree that at that time there were various restrictions on the lower caste and accordingly there were various punishment given to them and i feel bad what used to happen.