जो गुरु शिष्य के जीवन में अंधेरा कर दे वो गुरु नाम पर कलंक है क्योंकि किसी और को श्रेष्ठ घोषित करने के लिए किसी की जड़ काट ले वो गुरु तो हो ही नहीं सकता 🌺👌🏻🌺👍
ऐकलव्य द्वारा दी गयी गुरुदक्षिणा ने यह साबित कर दिया कि अर्जुन के श्रेष्ठ धनुर्धर होने से पूर्व ही एकलव्य ने यह विद्या द्रोणाचार्य की पतिमा पर ध्यान आस्था से हासिल कर ली थी और अँगूठा देकर अपना आत्मसंम्मान गुरु के दिल में पा लिया था ,
@@sunilmeena2789 दोगली मानसिकता रामायण महाभारत सिरीयल ग्रंथों को काल्पनिक बताने वाले सिरीयल में ऐकल्वय को निषाद बताने पर असली मानने लगे जब महाभारत रामायण काल्पनिक है फिर अर्जुन, द्रोणाचार्य कहां हुऐ क्योंकि वाट्सएप युनिवर्सिटी में जातीय वैमनस्यता ही सिखाई जाती है
बहुत बहुत धन्यवाद मेरे प्रिय भाई जी जो एक गरीब निषाद समाज का इतिहास प्रस्तुत किया मैं चाहता हूं कि आप और भी निषाद समाज के बारे में दिखाये मैं अरबिन्द निषाद छात्र संघ उपाध्यक्ष वर्तमान आजमगढ़ से
भाई जय भीम मैं उत्तर बिहार जिला सहरसा से हूँ आज देश मैं सिर्फ जती वाद होता हैं एकल्व्व जेसे महान योध्दा को अंगूठा देना परा क्यकि वो निचे जात का थे मैं चहता हूँ की हम सब मिलकर बहुजान समाज को जती वाद को खत्म कर देश को बचा सकते हैं
एकलव्य ही महा धनुष- बाज़ था, अर्जुन तो कृष्ण की वजह से जीता था, जो अर्जुन का रथ चला रहा था.... उस समय भगवान शब्द सिर्फ ब्राह्मण लोगो के लिए था...... किसी निषाद और दलित के लिए नही... द्रौणाचार्य एक ब्राह्मण था वो सिर्फ ब्राह्मण कुल के लिए ही सोचता था.......लेकिन अब समय बदल गया है...ऐसे गुरुओ के लिये बाबा साहेब द्वारा बनाये गए संविधान में कानून है *समानता का अधिकार* अगर किसी भी वर्ग की श्रेणी के व्यक्ति के साथ समान व्यवहार नही किया यानी भेद-भाव किया तो खिलाफ कानूनन कार्यवाही हो सकती है... अगर द्रौणाचार्य इस समय होता तो कही जेल में सड़ रहा होता. सारी धनु विद्या पुलिस वाले सिखाते........दुष्ट द्रौणाचार्य
ये तो मनुष्य के कर्मो का स्वभाव है कही जाती वाद, क्षेत्रवाद, भाषावाद, रंगभेद ये अंहकार के दंभ है पृकती जब-तक है तब-तब रहेगा,,,,ये हर समय हर जगह है था रहेगा,,,, क्योंकी मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन चंचल मन होता है ये नइ नइ कल्पनाएं गढता है,,,,आज भी जाती जाती में भैदभाव है
केवल अर्जुन के लिये द्रोणाचार्य ने ऐसा अन्याय किया फिर भी बिना अगुठाहोकर भी ओ अर्जुन से कही गुना धनुर्विद्या मे पारंगत थालेकिन जब भीस्म्क नरेश के पुत्र रुख्मी भगवान श्रीकृष्ण सेयुद्ध कर ने एकलव्य रूख्क मा के साथ था उसी समय श्री कृष्ण ने ऊस का वध किया नही तो अर्जुन कभी भी ऊस के सामने नही टिकपाता ये सब भगवान श्रीकृष्ण जान ते थे कीव कि ओ साक्षात नारायण थे
@@JagritiOrganicGardeningShorts नहीं सिरयल कल्पनाएं के आधार पर बनाऐ जाते हैं ज्यादातर ऐकल्वय मगध के सेनापति का बेटा था जो क्षैत्रिय ही था जो शिशुपाल के सेना के साथ विधर्भ में मृत्यु हो गई थी भगवान कृष्ण जी के हाथों,,,, ऐकल्वय,कर्ण, अर्जुन ये जन्मजात शुत्रता जैसी घटना प्रतित होती है श्रैष्ठ धनुर्धर कहलाने कि कल्पना के चक्कर में,,,,,
द्रोणाचार्य ने इतिहास में गुरू के पद को कलंकित किया है, आज भी गुरू के भेष कितने कपटी, चालाक द्रोणाचार्य है इनको समझने की जरुरत है जिनके मन में जातिवाद कूट कूट कर भरा होता है
Surya veer too karna tha jo apne jibon ki ontok lorte Rohe somaj poriborton ke liye Aklobya too vogoban Sri Krishna se youdh karke pran tyag kiya tha Karn ne vogoban krisna ki shoda vokti ki thi Isliye vogoban Sri Krishna ki joy aur ush surya veer karna ko pronam korta hu jo ye bhi jante thi ki uska koboj use ojeyo kor sakta hei lekin unhune Use dan de diya Isliye wo sonsar ka danveer ho goyi Usne sobki ohongkar ko tor diya tha bolki Indra dev ki ohongkar ko bhi Jai maharothi karna🙏🙏
One of the greatest and highly strict to his principles , ever happened in the Indian history , the Aacharya Drona. I love his principles and the teaching technics to disciples.
19:17 Sri Krishna declared Dronacharya death on that day when Dronacharya treacherously asked for Eklavya thumb as guru dakshina.. Dhristadumna was actually re birth of Eklavya.. Sri Krishna gave boon to Ekalvya that one day will come, Drona will put his Weapons down.. That time you can avenge for the treachery done by Drona in same manner. To fulfill this boon Ekalavya got salvation in hands of Sri Krishna and born as Adult Son of Durupad as Dhrishtadumna, elder brother of Draupadi from holy fire. Dhrishtadumna was excellent swordsman and Archer. He can defeat two maharati's (Great Warriors) at a time..
गुरु द्रोणाचार्य क्यों अंगूठा मांगे? क्यों अर्जुन को श्रेष्ठ बनाना चाहते थे? क्यों अपने बदले के लिए गाय के लिए सिर्फ राजा को सबक सिखाए?? जिनको पता चलेगा वो समझ जायेंगे,,, न गुरु गलत थे और न एकलव्य गलत थे... वरना एकलव्य महाभारत में अधर्म को जीत दिलवा देते ❤❤❤❤ एकलव्य जैसा त्याग, सिर्फ वही दे सकता है जिसको भविसय में पता है मेरी विधा अधर्म को जीतने के काम न आए ❤❤❤ जय एकलव्य, जय श्री कृष्ण, जय हो गुरु की ❤❤❤
ऐसे गुरुओं के लिए बाबासाहेब द्वारा बनाए गए कानून है समानता का अधिकार अगर गुरु द्रोणाचार्य इस समय होता तो कहीं जेल में सड़ रहा होता सारी धनुर्विद्या पुलिसवाले सिखाते. .... दुष्ट द्रोणाचार्य
गर्व है मुझे ज एकलव्य की जाति से हूं द्रोणाचार्य ने अर्जुन को सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए बहुत बड़ा धर्म किया
अधर्म kiya ha
एकलव्य के साथ धोखाहुआ था असली योद्धा यह एकलव्य थे अर्जुन नही एकलव्य की जय हो
धन्यवाद उस लेखकों का जिसने हमारे निषाद समाज का इतिहास टीवी पर दिखाए।
Lekin fake serial banayi hai iske makers ne.
@@GameZone-ib7eu macalo
Ni ni
Yadav Hai
@@sanfomoumouni626lk by GB😅 in un po p ol lo😊😊 ki 😊😊😅😊😊😅😅😅
@@sanfomoumouni626😄😃 ZZ xßzd On. C-444 QA sa zzzz in n b ssß34rrrr do bf zo zzzddgErrrfffás4 arju tare eeeerdff GD wwwe to
आपकी पूरी टीम को बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएं जय निषाद
जो गुरु शिष्य के जीवन में अंधेरा कर दे वो गुरु नाम पर कलंक है क्योंकि किसी और को श्रेष्ठ घोषित करने के लिए किसी की जड़ काट ले वो गुरु तो हो ही नहीं सकता 🌺👌🏻🌺👍
ऐकलव्य द्वारा दी गयी गुरुदक्षिणा ने यह साबित कर दिया कि अर्जुन के श्रेष्ठ धनुर्धर होने से पूर्व ही एकलव्य ने यह विद्या द्रोणाचार्य की पतिमा पर ध्यान आस्था से हासिल कर ली थी और अँगूठा देकर अपना आत्मसंम्मान गुरु के दिल में पा लिया था ,
11q1
Kiya bat he👍💯❤️❤️❤️
@@nixlofi0076iikii
क्योंकि अर्जुन से महान धनुर्धर कोई नही होना चाहिए था इसलिए अंगूठा मांग लिया
@@sunilmeena2789 दोगली मानसिकता रामायण महाभारत सिरीयल ग्रंथों को काल्पनिक बताने वाले सिरीयल में ऐकल्वय को निषाद बताने पर असली मानने लगे जब महाभारत रामायण काल्पनिक है फिर अर्जुन, द्रोणाचार्य कहां हुऐ क्योंकि वाट्सएप युनिवर्सिटी में जातीय वैमनस्यता ही सिखाई जाती है
जय जोहार जय एकलव्य 😢😢😢😢😢 एकलव्य ही असली धनूधर अर्जुन नहीं 😢😢😢😢😢😢😢😢
हिंदू आदिवासी एकलव्य सच्चे शिव भक्त सनातन धर्म के बहादुर वीर योद्धा थे जय हिंदू राष्ट्र जय सनातन धर्म जय बाबा विश्वनाथ
Aadivasiyo ka alg dharm h maharaj ,aklvy ,mahabali karn me jati vat k khilaf the ,hindu dharm me lakho vrso se jativad tha
जय वीर एकलव्य जय निषाद राज
L 13:37
😅😅klll no@@NiranjanSikdar-ss7cg
बहुत बहुत धन्यवाद मेरे प्रिय भाई जी जो एक गरीब निषाद समाज का इतिहास प्रस्तुत किया
मैं चाहता हूं कि आप और भी निषाद समाज के बारे में दिखाये
मैं अरबिन्द निषाद छात्र संघ उपाध्यक्ष वर्तमान आजमगढ़ से
Arjandeep
भाई जय भीम मैं उत्तर बिहार जिला सहरसा से हूँ
आज देश मैं सिर्फ जती वाद होता हैं
एकल्व्व जेसे महान योध्दा को अंगूठा देना परा क्यकि वो निचे जात का थे मैं चहता हूँ की हम सब मिलकर बहुजान समाज को जती वाद को खत्म कर देश को बचा
सकते हैं
आदिवासी के राज शोर्य वींर एकलव्य की जय
Panpnon m
Adivasi nahi hai nishad kshtriya varn se hai
@@adityasinghsahani Nishad bhi advishi m atta h
my idol Ekalavya and karna😍😍
😊❤
मैं तो इतने में बहुत खुश हूं कि मुझे एकलव्य के नाम के स्कुल में पढ़ने को मिला ।।
(🐒
@@pandeykaptan5498 😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😊😊😀😀
@@pandeykaptan5498yuresian 😂
Wah
Jab tak duniya he tab tak
Eklavya ka naam rahega
Salute he aise survir ko
D
Tanksشكراmadsanid xasan xusen loodow mi naamkihe somli
One of the best and greatest follower eklavya in world ,,,,,,,,,,,,,,,
Jay ho eklavya maharaaj ki 🙏🙏🙏🙏🙏
एकलव्य ही महा धनुष- बाज़ था, अर्जुन तो कृष्ण की वजह से जीता था, जो अर्जुन का रथ चला रहा था.... उस समय भगवान शब्द सिर्फ ब्राह्मण लोगो के लिए था...... किसी निषाद और दलित के लिए नही... द्रौणाचार्य एक ब्राह्मण था वो सिर्फ ब्राह्मण कुल के लिए ही सोचता था.......लेकिन अब समय बदल गया है...ऐसे गुरुओ के लिये बाबा साहेब द्वारा बनाये गए संविधान में कानून है
*समानता का अधिकार* अगर किसी भी वर्ग की श्रेणी के व्यक्ति के साथ समान व्यवहार नही किया यानी भेद-भाव किया तो खिलाफ कानूनन कार्यवाही हो सकती है...
अगर द्रौणाचार्य इस समय होता तो कही जेल में सड़ रहा होता. सारी धनु विद्या पुलिस वाले सिखाते........दुष्ट द्रौणाचार्य
Vivekma urgent
Eklavya nishad ka rajkumar tha. Wo koi dalit nahi tha.
Jai nishad raj
गुरू बीच में नहीं आता तो अर्जुन ख़त्म हो जाता
Pure महाभारत मे उसे बचाते रहे जैसे कृष्ण ने और द्रोणाचार्य ne
I am proud great dhanurdhar in 🌅🙏🙏karn in Eklavya🙏🙏🙏
किसको किसको देखने समय बचपन की याद आ गई 😍😘
Eklavya or karn hi Mahabharat ke legends the Arjun nhi Arjun sirf shree Krishna ki vajah se jite the
हामे र्गव है कि हम भी एक आदिवासी हैं
नीशात राज पुत्र धनुरविध्या 🚩मे है 2 सबसे माहान थे विर एकलव्य ओर कर्ण
20:19
Mai dhanya hu ki mujhe aisa guru nhi mila...mere guruo ne kabhi mere sath jatiwad nhi kiya......i love my all teachers..
Eklavya shuder tha hme shudar hone pr proud hai
Jai nishad raj 🏹🏹🏹🏹🏹🏹
ये सारा जहर जातिवाद का था अंगराज करण और एकलवय इस बात के गवाह है कि महाभारत के समय भी जाति वयवसथा चरम सीमा पर थी
Ai is
😍😍😍aapne sahi kaha
@@AjeetKumar-rr5ut ತತತ
ये तो मनुष्य के कर्मो का स्वभाव है कही जाती वाद, क्षेत्रवाद, भाषावाद, रंगभेद ये अंहकार के दंभ है पृकती जब-तक है तब-तब रहेगा,,,,ये हर समय हर जगह है था रहेगा,,,, क्योंकी मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन चंचल मन होता है ये नइ नइ कल्पनाएं गढता है,,,,आज भी जाती जाती में भैदभाव है
Jai Aklavya nishad
श्रध्दा आस्था और लक्ष्य का विषय है, सत्य की नीति ने एकलव्य को चुना था
0
7
Jay Johar Jay eklavy bhil ki Jay
जौहार एकलव्य दादा
एकलव्य की शुरवीरता के आगे द्रोणाचार्य ने भी हार मानी है ।
केवल अर्जुन के लिये द्रोणाचार्य ने ऐसा अन्याय किया फिर भी बिना अगुठाहोकर भी ओ अर्जुन से कही गुना धनुर्विद्या मे पारंगत थालेकिन जब भीस्म्क नरेश के पुत्र रुख्मी भगवान श्रीकृष्ण सेयुद्ध कर ने एकलव्य रूख्क मा के साथ था उसी समय श्री कृष्ण ने ऊस का वध किया नही तो अर्जुन कभी भी ऊस के सामने नही टिकपाता ये सब भगवान श्रीकृष्ण जान ते थे कीव कि ओ साक्षात नारायण थे
Jay nishad Raj 🚩⚔️
भाग्य से हिंदू, सौभाग्य से निषाद 🚩 जय श्री राम 🚩, जय निषाद राज 🚩🙏🏻
Jay veer mahan dhanurdhar Veer eklavy ji bhil 💪🏻💪🏻💪🏻💪🏻💪🏻🏹🏹🏹🏹🏹🏹🏹🏹🎯🎯🎯🎯🎯🎯🎯👍👍👍👍👍👍
हिए घटीया गुरू था जिसने अगूंठा ही मागां। अन्य कुछ नहीं
भाई अंगूठा खोने के बाद भी वह सूरवीर बन गया था
घटिया गुरु भले थे किन्तु उन्होने एकलव्य को और ज्यादा शक्तिशाली बना दिया
Good
Agar angutha ni mangte to aaj Mahabharat ke yudhh me paap jit jata Satya har jata kyunki ye duryodhana ki taraf se the
@@JagritiOrganicGardeningShorts नहीं सिरयल कल्पनाएं के आधार पर बनाऐ जाते हैं ज्यादातर ऐकल्वय मगध के सेनापति का बेटा था जो क्षैत्रिय ही था जो शिशुपाल के सेना के साथ विधर्भ में मृत्यु हो गई थी भगवान कृष्ण जी के हाथों,,,, ऐकल्वय,कर्ण, अर्जुन ये जन्मजात शुत्रता जैसी घटना प्रतित होती है श्रैष्ठ धनुर्धर कहलाने कि कल्पना के चक्कर में,,,,,
सूर्य वीर महान धनूधर एकलव्य की जय
असली योधा अर्जुन नही एकलवय था अर्जुन को योधा वनाने के लिए एकलवय के साथ छल किया
Yes
जय जोहार जय आदिवासी भील
Karn ke sath bhi chhal kiya gaya 😢😢😢
@@MathswithSureshSirviukok😂
Gyaanwan purush ....sab niyati ke anusaar hi hota uske virusddh koi chaah kar bhi nahi ja sakta hai
धन्यवाद देता हूँ big magic चैनल को
Eklavya is super hero of archery
I like
Veer Eklavya Sher Eklavya ....
50
Thank you so much for making this video 🙏🙏🙏🙏🙏
Hie
Mahadsanidشكرا
@@binodkajibasnet667 By
@@binodkajibasnet667 bzxxzazzzszxzXabzxvnxasax
Xxxzxc
@@xassan1492 ax
Xzzxvz
ZxbCxzazaxbxzzbxaxnbzzczxzzzsazzxzzXzzxaczazzsXdsazzxzzzxxxazzzzasfdaazxzzzzsbzsxx
Veer Eklavya is the best jai nishad raj
Jai veer Eklavya 🏹🙏🏻
Jai ho Ekvalavya🏹
Itna bada Dhokha Kiya hai Guru ne Nishad Raj ka itihaas mitane ke liye. Jai nishad Raj ki
Veer eklavya jaisa koi nhi Jay Nishad Raj
अँगूठा नहीं खोता तो मगध की धरती पर राजा होता
Raja hai bhai...sarv srest bandhari hai...arjun se bhi...jay bhil 🏹
Eklavya is the best
द्रोणाचार्य ने इतिहास में गुरू के पद को कलंकित किया है, आज भी गुरू के भेष कितने कपटी, चालाक द्रोणाचार्य है इनको समझने की जरुरत है जिनके मन में जातिवाद कूट कूट कर भरा होता है
Surya veer too karna tha jo apne jibon ki ontok lorte Rohe somaj poriborton ke liye
Aklobya too vogoban Sri Krishna se youdh karke pran tyag kiya tha
Karn ne vogoban krisna ki shoda vokti ki thi
Isliye vogoban Sri Krishna ki joy aur ush surya veer karna ko pronam korta hu jo ye bhi jante thi ki uska koboj use ojeyo kor sakta hei lekin unhune
Use dan de diya
Isliye wo sonsar ka danveer ho goyi
Usne sobki ohongkar ko tor diya tha bolki Indra dev ki ohongkar ko bhi
Jai maharothi karna🙏🙏
Surya Putr karna 😍❤
wah eklavy I'm proud of You 🙏🙏
Rima
7
S
ो|ढ़
Vansh
Proud of you Nishad Sher 💪
Eklavya aur karna is great warrior in mahabharat
On nous non
Eklavya Tu bhot hi cute baccha hai
Jai.bir.eklavy.ki.jai
Jai nisad jai aklavy
Jay aadivasi Veer Aklvy
VERY GOD FILM BOY SUPER STAR A D FAMILY SUPER FILM BRAVO. HUNGRY ZOZO.
देश में ब्रह्मण लोगों अनुसूचित जाति और जनजाति लोगों को संचित करते थे और डॉ भीमराव अम्बेडकर जी के साथ भेदभाव किया करते थे।
Wow Bhut khub jin log viedo bna rahe h jug jug jiye vo log unke kul ke laal 😘🤝🙏
Aklavy is best
W383k7i
Isiliye ham Olympic me 1 padak pakar khush ho jate hai.
اتعبودو من تصنعه بيدك ولاتعبودو من يصنعك بيده لاحول ولاقوة الابالله العلي العظيم
Name Chunnu kumar Nishad Raj😮😮😮😮😮😮😮😮😮😮😮😮Jay Nishad Raj Jay Nishad Raj Jay Nishad Raj Jay
Jo Vidya sikhai hi nahi to guru daxina kaisi....koi vidwam vistar se damjaye
One of the greatest and highly strict to his principles , ever happened in the Indian history , the Aacharya Drona.
I love his principles and the teaching technics to disciples.
Tanks شكراmahsanid
19:17 Sri Krishna declared Dronacharya death on that day when Dronacharya treacherously asked for Eklavya thumb as guru dakshina..
Dhristadumna was actually re birth of Eklavya.. Sri Krishna gave boon to Ekalvya that one day will come, Drona will put his Weapons down.. That time you can avenge for the treachery done by Drona in same manner.
To fulfill this boon Ekalavya got salvation in hands of Sri Krishna and born as Adult Son of Durupad as Dhrishtadumna, elder brother of Draupadi from holy fire.
Dhrishtadumna was excellent swordsman and Archer. He can defeat two maharati's (Great Warriors) at a time..
Don't spread lies
Wrong
Eklavya was killed by krishna himself
गुरु द्रोणाचार्य क्यों अंगूठा मांगे? क्यों अर्जुन को श्रेष्ठ बनाना चाहते थे? क्यों अपने बदले के लिए गाय के लिए सिर्फ राजा को सबक सिखाए?? जिनको पता चलेगा वो समझ जायेंगे,,, न गुरु गलत थे और न एकलव्य गलत थे... वरना एकलव्य महाभारत में अधर्म को जीत दिलवा देते ❤❤❤❤ एकलव्य जैसा त्याग, सिर्फ वही दे सकता है जिसको भविसय में पता है मेरी विधा अधर्म को जीतने के काम न आए ❤❤❤ जय एकलव्य, जय श्री कृष्ण, जय हो गुरु की ❤❤❤
Nishad raj ❤❤❤❤ eklavya
Eklavya I proud of you 🙏🙏🙏
Barwo شكراmahsanid
tmm mhan ho eklavy sachem koi dhanurdhr tmmra samanta ni kr payega 🙏🙏🙏
एकलव्य क्षत्रिय जाति केथे 🚩
ये कैसे द्रोणाचार्य है जिनमे संयम और सहनशीलता नहीं मात्र गुस्सा भरा हुआ है अगर गुरु इस प्रकार शिष्यों का मनोबल गिराएंगे तो कैसे चलेगा
Vah shaurya veer ekalavya ❤❤❤❤❤❤🎉
Kashyap ka sher❤❤❤❤
अगर एकलव्य ऐसा होता जैसा इस सीरियल में बताया गया है तो भगवान कृष्ण को इशका वध। नहीं करना पड़ता🙏🙏🙏
Sahi kha .....
गुरु वो जो भटके हुए को भी सुधार दे
ना की वो जो शिष्य का अंगुठा ही कटवा ले
Jay nishad Raj Jay Ho veer eklavya
Apn nambar do
Eklavy aap ki jai ho
Aap mahan ho
Jai Nishad raj🚩🚩🚩🚩
सुपर
जय एकलव्य
Suryaputra Karn jaisa yodha na hai na hoga
ऐसे गुरुओं के लिए बाबासाहेब द्वारा बनाए गए कानून है
समानता का अधिकार अगर गुरु द्रोणाचार्य इस समय होता तो कहीं जेल में सड़ रहा होता सारी धनुर्विद्या पुलिसवाले सिखाते. .... दुष्ट द्रोणाचार्य
Arjun kaha ka mahan dhanudhar eklavya or karn jaisa koi Nahi
Anpad gawaar 😆😆🤬
Aklavya jai hooo
शुरू से ही गरीब आदिवासी को आगे नहीं बढ़ने दिया अर्जुन से महान था इसलिए गुरु दक्षिणा में अंगूठा मांग लिया और आज भी वही हो रहा है
Mahan 🙏🙏Karn or aklvya
So funny direction to such agreat character
Jay bhim jay bhim army✊✊✊✊✊✊✊✊✊✊✊✊✊✊✊✊✊✊✊✊✊✊
जय निषाद राज जय निषाद राज
द्रोणाचार्य ने एकलव्य के साथ धोखाधड़ी किया बहुत बड़ा नीचा कार्य
Surye veer eklavya jaisa koi nhi Jay Nishad Raj
My fev story...1lavya is great
Than you mam
Bahadur to
Eklavya he tha or
Hamesa rahega
Arjun to gamandi tha
Tuje bada pata tune dekha tha kya arjun ko
Jay nisad raj ❤❤❤❤
अर्जुन को भले ही द्रोणाचाय धनोधर मन लिया हो लेकिन एकलव्य के बराबर अर्जुन कभी नही को सकता एकलव्य की बुद्धि विवेक निपुणता
Rong hey Arjun is great warrior
@@debadattatripathy6345 बिल्कुल गलत
वीर धनुर्धर एकलव्य अमर रहे
@@kunjbiharinishad1645 Arjun sri krisna ka priya thaa oh sarbagun sampana thaa,bhagoban siv ka bhakta thaa Arjun great
@@kunjbiharinishad1645 jo bhagaban ka priya hey ohh sabka priya hey
Agar dronacharya ne eklavya ka angootha na bhi liya hota fir bhi Arjun sarvasresth dhanurdar kahelata.
ek lavya very very super hero
Very Nice 💖💖💗💗