अंगुली माल डाकू ने जीते जी बुराई को छोड़ा था बुद्ध जी ने जीते जी ही कई लोगों को सुधारा था .उन्होंने कहा था कि अपना दीपक खुद बनो .पहले जानो फिर मानो अशोक सम्राट के समय पूरा भारत अखंड भारत था और भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था . भारत को विश्व गुरु का खिताब भी उसी समय मिला था आज भी भारत की पहचान बुद्ध की धरती के नाम पर ही की जाती है
We 🙏 Salute our Buddhist Monks Who R giving Real Meaning of Buddhism Which is based on Science We 🙏 Really appreciated🙏❤ Save Buddhism Save Dhamma Save Constitution of🙏 India🇮🇳 Jaibhim🇮🇳 Namo Buddhay
Sat Sahebji,Jay Bhim नामोबुद्धाए,Jeev Hamari Jati Hae, Manav Dharm Hamara, Hindu, Muslim, Sikh, Crise, Dharm Nahi Koe Nitara,Very Very Nice Really Point,Jay Hind, Jay Bharat, Jay संविधान, बामसेफ, थैंक्स।
जयभीम नमो बुध्दाय, सर जी, कौन करता है, विषय नहीं, हमें बाबा साहेब जी ने,, बुद्ध और उनका धम्म, पुस्तक में, भगवान बुद्ध ने, आत्मा को स्वीकार नहीं किया है, जब आत्मा ही नही, तो परमात्मा के विषय में, महात्मा से दूर रहना है, महात्मा गांधी, महात्मा बुद्ध,, में अन्तर बात की, सत्य मार्ग पर, दोनो विचार, पंचशील को मानते हैं, मानव मे मानवता, करूणा मैत्री, जिओ और जीने दो, दया, हो, अमानवीय व्यवस्था से दूर, रहना है,, बुद्ध ने स्वयं कहा मै मार्ग दाता हूँ, मोछ दाता नहीं, ,जो मनुष्य पृराणी मात्र से पृरेम करे, बुद्ध वचन है,यदि इसमें किसी की भावना आहत तो,खेद है जयभारतीय संविधान सोनेलाल बौद्ध
मतलब बुद्ध भी आत्मा मे विश्वास करते थे बस नाम अलग रख दिया था जो की है "मन" और मन इन्द्रियों द्वारा काम करती है . इससे और एक बात सिद्ध होती है की पांच तत्वो से बना जड शरीर कुछ भी करने योग्य नहीं जब तक उसमे " मन " ना हो . भागवत् गिता मे जो आत्मा का वर्णन है वो बिल्कुल सत्य है मन आत्मा का हिस्सा है और वो प्रकाश स्वरूप है एनर्जी है और एनर्जी का कभी विनाश नही होता यह विज्ञान भी मानती है . मन का काम है सोचना . सोचने वाली , बोलने वाली , शरीर द्वारा कर्म करने वाली आत्मा है . यह मेरा हाथ, यह मेरी आंख , यह मेरा दिमाग यह मेरा मेरा कहने वाली शरीर से एक अलग सत्ता है वो है आत्मा . हम अपने को आत्मा भुल खुद को शरीर समझ बैठे है यह है सभी दुखों का मूल कारण .
Wrong , atma is permanent. Man is changing which is imprinted by sanskaras. Atma is pure and permanemt. Shayad tumko pata nahi, Geeta budha ke baad likhi gayi h jiski budha ki baat ko tor maror ke pesh kiya gaya h
@@mrdean2306 TUMKO SHAYAD MALUM NAHI KUCH CHEEZE MAI TUMKO SAKZANE KI KOSHISH KARTI HU .. YESSS SOUL PERMANENT HAI . JAISE BODY KE PART HAI EXACTLY WAISE HI AATMA KE PART HAI MANN + BUDDHU + SANSAKAR ( HABITS) MANNN SOCHNE KA KAAM KARTA HAI CONTINUE SOCHTA HAI + BUDDHI THOUGHTS KO JUDGE KARTI HAI PHIR VOH THOUGHT KARMA ME AATA HAI + JAB HUM CHEEZE BAAR BAAR KARTE HAI VOH HAMARE SANSKAR MEANS HABITS BAN JATE HAI . TOH BODY USE KAR KE KAAM KARVANE WALI AATMA HAI , ISLIYE AATMA ( I) HAMESHA BOLTI HAI KI MERA SHARIR HAI , MAI SHARIR HUM KABHI NAHI BOLTE MERA SHARIR HAI AISA HUM BOLTE HAI . BODY KO MERA CLAIM KARNE WALI SOUL HAI . PAAP AATMA PER LAGTA HAI AUR SOUL BODY DWARA APNE PAAP - PUNYA JA RESULT BHOGTI HAI .
भंतेजी ने सभी बाते बहोत अच्छी तरह से बताई. पर मरने के बाद चेतना शक्ती का क्या होता है, यह बात सही नही बतायी. मरने के बाद शरीर के भौतिक तत्वओंका विघटन होता है, चेतना भी निकल जाती है. चेतना का अस्तित्व खाली शरीर के साथ होता है. जैसे इलेक्ट्रिक field के साथ मॅग्नेटिक field. इसलिये हमे इसी जनम मे अपना स्वभाव बदलना होता है. हमारा स्वभाव घर, माँ बाप, रिश्तेदार, स्कूल, सभोवताल का माहोल और अपने खुदके विचार, इन चिजोनसे बनता है. इसमे पुनर्जन्म कि बात ही नही.
बौद्ध धर्म में आत्मा की परिकल्पना भी नहीं हैं तो फिर बौद्ध धर्म में पुनर्जन्म की मान्यता है, कैसे बिना आत्मा की पुनर्जन्म कैसे होता है..!! क्या कोई आप में से कोई बता सकते हैं ?
Bahut confused ho gaya hu kripaya bataye Yadi ishwar nahi hai atma nahi toh ham paap aur adharm kar sakte hai na, koi dand dene wala hai hi nahi aur na koi dusra janm milega karma bhogne?
आत्मा का मतलब ऊर्जा, यह ऊर्जा है तुम्हारे शरीर में तभी यह बोल रहे हो सांस ले रहे हो जी रहे हो अच्छा बुरा का ज्ञान बता रहे हो फिर भी नहीं मानते हो कि आत्मा होती है आत्मा तुम्हारे शरीर में ना होती तो तुम निर्जीव पड़े होते
You are ignorent, Gautam Buddha were ignorent about God.You are God.When you are pure heart and investigat God.Then you May realise God.When you are without wishes and free from all slavery.
Desh आजाद होने से पहले ३० करोड़ भारत की जनसंख्या थी अब १४०करोड़ आत्मा भी क्या एक्सपोर्ट की है चीन से आत्म एक शरीर से दूसरे शरीर में जाति रहती हैं, तो क्या कुछ शरीर बिना आत्म के है
महाराज जी आपने तो सब गुड़ गोबर कर दिया है। बुद्ध ने कभी नहीं कहा कि ईश्वर, ब्रह्म, आत्मा नहीं है। वे इन प्रश्नों पर मोन रहते थे। उनका कहना था कि बताने से नहीं जानने से होगा। क्योंकि लोग सिर्फ मजे लेने के लिए पूछते थे।उनकी ईश्वर प्राप्ति की कोई लग्न नहीं होती थी। आपको जरूरत है कबीर साहब को पढ़ने की।आपका ज्ञान प क्षपात पर आधारित है। आप आज के नेताओं की भाषा बोलते हैं।यानी घृणा फैलाते हैं। जो कि हिंसा का ही रूप है आप वचनों से हिंसा फैला रहे हैं।जोकि बुद्ध के विरुद्ध है । ऐसा न करके सही ज्ञान दीजिए प्लीज़।
इतनी देर से गाली देरहा था ब्राह्मण को इतना समय बुद्ध का नाम लिया होता लास्ट में चेतना कर्म व पुर्नजन्म पर आ ही गया वस शब्दों के हेरफेर के साथ गदा घूम फिर कर खूंटे पर आ हो गया
अंगुली माल डाकू ने जीते जी बुराई को छोड़ा था बुद्ध जी ने जीते जी ही कई लोगों को सुधारा था .उन्होंने कहा था कि अपना दीपक खुद बनो .पहले जानो फिर मानो अशोक सम्राट के समय पूरा भारत अखंड भारत था और भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था . भारत को विश्व गुरु का खिताब भी उसी समय मिला था आज भी भारत की पहचान बुद्ध की धरती के नाम पर ही की जाती है
अधर्म को बहुत अच्छा समझाया भंतेजीने
नमो बुद्धाय
❤
उत्कृष्ट प्रस्तुति आनंददायक है आदरणीय साधो साधो..🌾🌾
जयभीम नमो बुध्दाय,, भन्ते जी बंदामि,, सत्य का बोध कराने के लिए बहुत बहुत साधुवाद,
Vandami bhante...
Namo Buddhay 💐🙏🙏🙏💐💐🙏💐🙏💐🙏💐🙏💐🙏💐🙏💐🙏💐🙏🙏💐💐🙏💐🙏 Vandami bhante 💐🙏🙏💐💐🙏💐🙏🙏💐🙏🙏💐🙏💐🙏💐🙏🙏💐🙏🙏💐🙏🙏💐🙏🙏💐
Namoh Budhay
Namo buddhay🎉jaybhim🙏🏻💙🇪🇺🖊🌹💐👌💯
Namo Buddhay Vandami Bhante Ji 🙏🙏🙏
Vandami bhanteji ati uttam man ka vishalesan sadhu sadhu sadhu
नमो बुद्धाय
We 🙏 Salute our Buddhist Monks
Who R giving Real Meaning of Buddhism Which is based on Science We 🙏 Really appreciated🙏❤
Save Buddhism Save Dhamma
Save Constitution of🙏 India🇮🇳
Jaibhim🇮🇳 Namo Buddhay
बहुत अच्छी जानकारी दी आपने.नमो बुधाय.जय भीम
नमो बुद्धाय जय भीम
Sat Sahebji,Jay Bhim नामोबुद्धाए,Jeev Hamari Jati Hae, Manav Dharm Hamara, Hindu, Muslim, Sikh, Crise, Dharm Nahi Koe Nitara,Very Very Nice Really Point,Jay Hind, Jay Bharat, Jay संविधान, बामसेफ, थैंक्स।
Thanks jai Bheem namo buddy pujy bhante ji 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Adrniy Bhante Ji Aap jase Dhamm gyaniyon ke dwara Bodh Dhamm ki sahi vyakhya pranimatra ka kalyan sambhav hai Jai Bhim Namo Buddhay
Namo bhudhaye ati sunder aor sattreya hai
Namo buddhai jai bhim 👍🇮🇳🌷
Namo buddhay jay bhim
Jay bhim
Vandami Bhante Sadhu Sadhu Sadhu
Nomo Buddha ...Jai Bhim
Nmo buddhay jaybhim sir ji naman
साधु साधु साधु💐💐💐
11:00 bhante ji mahayan Buddhist log v aatma me bishwash karte hai.
जयभीम नमो बुध्दाय, सर जी, कौन करता है, विषय नहीं, हमें बाबा साहेब जी ने,, बुद्ध और उनका धम्म, पुस्तक में, भगवान बुद्ध ने, आत्मा को स्वीकार नहीं किया है, जब आत्मा ही नही, तो परमात्मा के विषय में, महात्मा से दूर रहना है, महात्मा गांधी, महात्मा बुद्ध,, में अन्तर बात की, सत्य मार्ग पर, दोनो विचार, पंचशील को मानते हैं, मानव मे मानवता, करूणा मैत्री, जिओ और जीने दो, दया, हो, अमानवीय व्यवस्था से दूर, रहना है,, बुद्ध ने स्वयं कहा मै मार्ग दाता हूँ, मोछ दाता नहीं, ,जो मनुष्य पृराणी मात्र से पृरेम करे, बुद्ध वचन है,यदि इसमें किसी की भावना आहत तो,खेद है जयभारतीय संविधान सोनेलाल बौद्ध
Jay bhim Jay sanvidhan namo buddhay.
Namo buddhai 🌷🌷🌷
Namo Buddha
Namo buddhay
जय भीम जय भारत
काश भारत के सभी लोग समझ ले, अभी से भी हम bahot आगे जा सकते हैं।
Vandami banteji
Namo budhay 🙏🙏🙏
Bharat ki pahecan tatha gat gotam buddh ka giyan namo buddhay jai asok samrath jai bhim jai mulniwashi
Budhu Damma is the the most scientific Damma no Bujruki though I am Hindu. I very much loove Bippasana.
Jai bhim namo budhay
अद् भूत
Sadhu sadhu sadhu🙏🙏🙏
namo budhay Jai bhim
सर मे सुलेमान हु मुझे बुद्ध का सब सही लगा.
Jay bheem namo budhaay
Namo buddhay jay samvidhan Jay bhim barabanki up,
Namo Buddhay
Sa
वंदामी भन्तेजी🙏
Ekdat sahi vachan
🙏☸️🙏🌹🤝
Thanks for your post for disclosing the truth....the thought tree..IAS RAS COACHING CENTRE JAIPUR RAJASTHAN INDIA DIRECTOR SHRAWAN YADAV.
साधू साधू साधू 🙏
Jai Bhim Namo Bhuday
Is dunia ko dekher hi yanha aisa lagta hai ki iswar nahi hota
ईश्वर,देव, भगवान मानना , यें मैं कीतना माहामुर्ख हूं . ये जबरजस्ती साबीत करणां होतां है ।
क्या आप भी कुछ साबीत करनां चाहतें हों !
Bandana bhixu 🙏🙏🙏🇳🇵🇳🇵🇳🇵
मतलब बुद्ध भी आत्मा मे विश्वास करते थे बस नाम अलग रख दिया था जो की है "मन" और मन इन्द्रियों द्वारा काम करती है . इससे और एक बात सिद्ध होती है की पांच तत्वो से बना जड शरीर कुछ भी करने योग्य नहीं जब तक उसमे " मन " ना हो .
भागवत् गिता मे जो आत्मा का वर्णन है वो बिल्कुल सत्य है मन आत्मा का हिस्सा है और वो प्रकाश स्वरूप है एनर्जी है और एनर्जी का कभी विनाश नही होता यह विज्ञान भी मानती है . मन का काम है सोचना . सोचने वाली , बोलने वाली , शरीर द्वारा कर्म करने वाली आत्मा है . यह मेरा हाथ, यह मेरी आंख , यह मेरा दिमाग यह मेरा मेरा कहने वाली शरीर से एक अलग सत्ता है वो है आत्मा . हम अपने को आत्मा भुल खुद को शरीर समझ बैठे है यह है सभी दुखों का मूल कारण .
Wrong , atma is permanent. Man is changing which is imprinted by sanskaras. Atma is pure and permanemt. Shayad tumko pata nahi, Geeta budha ke baad likhi gayi h jiski budha ki baat ko tor maror ke pesh kiya gaya h
@@mrdean2306 TUMKO SHAYAD MALUM NAHI KUCH CHEEZE MAI TUMKO SAKZANE KI KOSHISH KARTI HU ..
YESSS SOUL PERMANENT HAI . JAISE BODY KE PART HAI EXACTLY WAISE HI AATMA KE PART HAI MANN + BUDDHU + SANSAKAR ( HABITS)
MANNN SOCHNE KA KAAM KARTA HAI CONTINUE SOCHTA HAI + BUDDHI THOUGHTS KO JUDGE KARTI HAI PHIR VOH THOUGHT KARMA ME AATA HAI + JAB HUM CHEEZE BAAR BAAR KARTE HAI VOH HAMARE SANSKAR MEANS HABITS BAN JATE HAI .
TOH BODY USE KAR KE KAAM KARVANE WALI AATMA HAI , ISLIYE AATMA ( I) HAMESHA BOLTI HAI KI MERA SHARIR HAI , MAI SHARIR HUM KABHI NAHI BOLTE MERA SHARIR HAI AISA HUM BOLTE HAI . BODY KO MERA CLAIM KARNE WALI SOUL HAI . PAAP AATMA PER LAGTA HAI AUR SOUL BODY DWARA APNE PAAP - PUNYA JA RESULT BHOGTI HAI .
भंतेजी ने सभी बाते बहोत अच्छी तरह से बताई. पर मरने के बाद चेतना शक्ती का क्या होता है, यह बात सही नही बतायी. मरने के बाद शरीर के भौतिक तत्वओंका विघटन होता है, चेतना भी निकल जाती है. चेतना का अस्तित्व खाली शरीर के साथ होता है. जैसे इलेक्ट्रिक field के साथ मॅग्नेटिक field. इसलिये हमे इसी जनम मे अपना स्वभाव बदलना होता है. हमारा स्वभाव घर, माँ बाप, रिश्तेदार, स्कूल, सभोवताल का माहोल और अपने खुदके विचार, इन चिजोनसे बनता है. इसमे पुनर्जन्म कि बात ही नही.
Insaan bhi sristi hain toh unka parivartan hona chahiye manushya ka mrityu q hota hai
Vanta ji name of the book please.
Namo buddhay gurujee par kisi
Ke andar aatma ghus gaya hai kahte hai wo kya hai kirpya batayenge
Bhanteji budha aatma ko nahi mantethye.
Awaaz.nahi
Most informative thanks.
Bus bhante g
बौद्ध धर्म में आत्मा की परिकल्पना भी नहीं हैं
तो फिर बौद्ध धर्म में पुनर्जन्म की मान्यता है, कैसे बिना आत्मा की पुनर्जन्म कैसे होता है..!!
क्या कोई आप में से कोई बता सकते हैं ?
बौद्ध धम्म मे पुर्नजनम
बिच निय्म के अनुसार है
ब्राह्मण दर्म मे जेस नहि
Bahut confused ho gaya hu kripaya bataye Yadi ishwar nahi hai atma nahi toh ham paap aur adharm kar sakte hai na, koi dand dene wala hai hi nahi aur na koi dusra janm milega karma bhogne?
Buddhism me atma hai par wo permanent nahi hai shanik hai.anatta( non self) practice karne kaha buddha ne
Bat. Garam. Karane.) Layak. Hai.
Bhagwat Geeta me atma hai
Lakin bhanteji ne thoda thyre change ki hai Osho itne bade darshanik tha usne bhi kaha hai atma hote hai
Ye konsi book hai aadrniy bhnte ji
आत्मा का मतलब ऊर्जा, यह ऊर्जा है तुम्हारे शरीर में तभी यह बोल रहे हो सांस ले रहे हो जी रहे हो अच्छा बुरा का ज्ञान बता रहे हो फिर भी नहीं मानते हो कि आत्मा होती है आत्मा तुम्हारे शरीर में ना होती तो तुम निर्जीव पड़े होते
Ab Ishwar naam pr koi ladai, koi hamla nhi hota, ab to kewal apna swarth poora krne ke liye ladai, hamla hota hai
सुना है बुध संप्रदाय वाले बना कर खा जाते हैं
जय भीम नमो बुधया
Buddh ko antar Gyan nahin tha Keval bahirgyan hi tha
Maan yane vicharonka data hai......atma nahi hota
Kyu uthna h man se upar??
You are ignorent, Gautam Buddha were ignorent about God.You are God.When you are pure heart and investigat God.Then you May realise God.When you are without wishes and free from all slavery.
Desh आजाद होने से पहले ३० करोड़ भारत की जनसंख्या थी अब १४०करोड़ आत्मा भी क्या एक्सपोर्ट की है चीन से
आत्म एक शरीर से दूसरे शरीर में जाति रहती हैं, तो क्या कुछ शरीर बिना आत्म के है
Atma hona yakin nahin karnewaala 5 tarika se atma parivartan hone ka batein keherehe hain ye kaisa hua.
Nemo buddhay🙏
Mujhe lagta hai book hata lu to aap kuch nhi jante
sorry bhante ji I think you don,t have knowledge of Buddha Vachans.
E=MCxC
बुध के समय में ब्राह्मण नहीं थे
स हि. है
जय भिम जय भारत
Atma toh nahin unka 5 tukede keise hota hain
अरे भाई।आत्मा की बात नही मन बात केह रहे हैं।
Yah sab baten gobar aur gomutra peene walon Ko kabhi samajh mein nahin aaegi
महाराज जी आपने तो सब गुड़ गोबर कर दिया है। बुद्ध ने कभी नहीं कहा कि ईश्वर, ब्रह्म, आत्मा नहीं है। वे इन प्रश्नों पर मोन रहते थे। उनका कहना था कि बताने से नहीं जानने से होगा। क्योंकि लोग सिर्फ मजे लेने के लिए पूछते थे।उनकी ईश्वर प्राप्ति की कोई लग्न नहीं होती थी। आपको जरूरत है कबीर साहब को पढ़ने की।आपका ज्ञान प क्षपात पर आधारित है। आप आज के नेताओं की भाषा बोलते हैं।यानी घृणा फैलाते हैं। जो कि हिंसा का ही रूप है आप वचनों से हिंसा फैला रहे हैं।जोकि बुद्ध के विरुद्ध है । ऐसा न करके सही ज्ञान दीजिए प्लीज़।
Agar pichle janm ki karm age nehi jate to bache Amir or gareeb Ghar Mai paida kyu hote, janm lete hi kyu mar jate?
Pura app ka gyan Or budha ka gyaan bakbas hain
Matlab AAP boht gyaani ho aap mahan ho
इतनी देर से गाली देरहा था ब्राह्मण को इतना समय बुद्ध का नाम लिया होता लास्ट में चेतना कर्म व पुर्नजन्म पर आ ही गया वस शब्दों के हेरफेर के साथ गदा घूम फिर कर खूंटे पर आ हो गया
Jay bhim
Namo Bodhay Jai Bhim