حافظوا على صلوات في اوقاتها , صلاة الضحى ، على سنن الرواتب ، قيام الليل ، قراءة القرآن ، الأذكار ، صيام يومين الاثنين والخميس ، اكثروا من قول لا حول ولاقوة الا بالله فأنها كنز من كنوز الجنة ، اكثروا من صلاة على النبي ، حافظوا على قراءة اية الكرسي بعد كل صلاة ، بعد كل صلاة لاتستعجل بقيام اجلس مكان وادعي ربك لان الملائكة تدعوا لك.
يسلم رأسه من لقبك( آسر القلوب ❤)فعلا هذا القب ما يليق إلا ع صاحبه وهوا انت يا ابو راشد اخذت من اسمك ولقبك نصيب يالله ادخله الجنه ووالديه واهله ومحبينه واجعلنا وياهم من يصافحون يد رسول الله عليه افضل الصلاة والسلام واجعل شيخنا ياسر الدوسري من يقرأ ويرتل ع مسامع سيدنا ونبينا محمد وعلى أصحابه رضي الله عنهم في أعلى منازل الجنه اللهم إجعلنا لشيخنا شفعاء وشهداء له ولا عليه يارب العالمين
الحمد لله الذي رزقني حضوري هذه الصلاه كانت صلاه فيها من الخشوع والسكينه لم أشعر ولن أشعر بها في حياتي ياربي اسئلك ان لا تجعل هذا اخر عهد بيني وبين بيتك الحرام😢
ماشاءالله تبارك الله الله كبير الله كبير سبحان الله وبحمده سبحان الله العظيم واتوب اليه عدد خلقه ورضا نفسه وزنة عرشه ومداد كلماته اللهم صل وسلم على نبينا محمد وعلى آله وصحبه أجمعين وسلم تسليما كثيرا إلى يوم الدين اللهم امين يارب العالمين يا الله يارب افوز جنى محمد وعلى آله وصحبه أجمعين وسلم تسليما كثيرا إلى يوم الدين اللهم امين يارب العالمين يا الله يارب افوز جنى ❤❤❤❤
13:16 Say, "Who is Lord of the heavens and earth?" Say, "Allāh." Say, "Have you then taken besides Him allies not possessing [even] for themselves any benefit or any harm?" Say, "Is the blind equivalent to the seeing? Or is darkness equivalent to light? Or have they attributed to Allāh partners who created like His creation so that the creation [of each] seemed similar to them?" Say, "Allāh is the Creator of all things, and He is the One, the Prevailing." 13:17 He sends down from the sky, rain, and valleys flow according to their capacity, and the torrent carries a rising foam. And from that [ore] which they heat in the fire, desiring adornments and utensils, is a foam like it. Thus Allāh presents [the example of] truth and falsehood. As for the foam, it vanishes, [being] cast off; but as for that which benefits the people, it remains on the earth. Thus does Allāh present examples. 13:18 For those who have responded to their Lord is the best [reward], but those who did not respond to Him - if they had all that is in the earth entirely and the like of it with it, they would [attempt to] ransom themselves thereby. Those will have the worst account, and their refuge is Hell, and wretched is the resting place. 13:19 Then is he who knows that what has been revealed to you from your Lord is the truth like one who is blind? They will only be reminded who are people of understanding - 13:20 Those who fulfill the covenant of Allāh and do not break the contract, 13:21 And those who join that which Allāh has ordered to be joined and fear their Lord and are afraid of the evil of [their] account, 13:22 And those who are patient, seeking the face [i.e., acceptance] of their Lord, and establish prayer and spend from what We have provided for them secretly and publicly and prevent evil with good - those will have the good consequence of [this] home - 13:23 Gardens of perpetual residence; they will enter them with whoever were righteous among their forefathers, their spouses and their descendants. And the angels will enter upon them from every gate, [saying], 13:24 "Peace [i.e., security] be upon you for what you patiently endured. And excellent is the final home." 13:25 But those who break the covenant of Allāh after contracting it and sever that which Allāh has ordered to be joined and spread corruption on earth - for them is the curse, and they will have the worst home. 13:26 Allāh extends provision for whom He wills and restricts [it]. And they rejoice in the worldly life, while the worldly life is not, compared to the Hereafter, except [brief] enjoyment. 13:27 And those who disbelieved say, "Why has a sign not been sent down to him from his Lord?" Say, [O Muḥammad], "Indeed, Allāh leaves astray whom He wills and guides to Himself whoever turns back [to Him] - 13:28 Those who have believed and whose hearts are assured by the remembrance of Allāh. Unquestionably, by the remembrance of Allāh hearts are assured." 13:29 Those who have believed and done righteous deeds - a good state is theirs and a good return. 13:30 Thus have We sent you to a community before which [other] communities have passed on so you might recite to them that which We revealed to you, while they disbelieve in the Most Merciful. Say, "He is my Lord; there is no deity except Him. Upon Him I rely, and to Him is my return."
تلاوته اليوم تبارك الله ذكرتني بتلاوته المسجلة في تطبيق آية لسورة الرعد نفس الترتيل والأسلوب ما شاء الله تبارك الله الفرق بالمد الجائز المنفصل فقط. ربي يحفظه ويطول بعمره ويمده بالصحة والعافية ويرزقنا بصلوات جهرية خلفية وبتروايح معه يا رب ❤
انا اول🎉🎉❤❤♥️♥️😍😍😍 منور شيخنا الحبيب الغالي ابو راشد ♥️♥️♥️ الأسر الحرم المكي ♥️♥️ ماشاءالله تبارك الله الله عليك يا شيخنا ابو راشد الدوسري أمام وخطيب المسجد الحرام اليوم إبداع بن راشد ♥️♥️
ما شاء الله لا قوة إلا بالله بارك الله فيكم جميعاً اللهم صل على محمد وعلى ال محمد كما صليت على ابراهيم وعلى ال ابراهيم انك حميد مجيد وبارك على محمد وعلى ال محمد كما باركت على ابراهيم وعلى ال ابراهيم انك حميد مجيد
- أَوْصَانِي خَلِيلِي بثَلَاثٍ لا أدَعُهُنَّ حتَّى أمُوتَ: صَوْمِ ثَلَاثَةِ أيَّامٍ مِن كُلِّ شَهْرٍ، وصَلَاةِ الضُّحَى، ونَوْمٍ علَى وِتْرٍ.. الراوي: أبو هريرة المحدث: البخاري المصدر: صحيح البخاري الصفحة أو الرقم: 1178 خلاصة حكم المحدث: [صحيح] الحديث من تطبيق (الموسوعة الحديثية)
أشعر وكأن جدارن الحرم تكاد تتزعزع من مكانها من فرط الخشوغ وجمال الصوت كيف بحالنا نحن ومن هم خلفه هنيئا لكم حقا 🥹 أدامك الله لنا يا غالي وما حرمنا منك ومن الصلاة خلفك 🤲
تلاوة عذبة طيبة مؤثرة، كان لي الشرف أن صليت خلفه في الحج ولكنني كم أرجو وأتمنى من محبتي له أن يدع ترعيد الصوت، وتقطيع المدود، وترعيد الغنن و تطنينها، ونحو هذه الأمور التي تحدث عنها أهل الإقراء المختصون به، العالمون له. وحفظ الله الشيخ، وبارك فيه.
يارب يا حفيظ احفظ شيخنا الكبير كروان هذا الزمان فتح قلوبنا على نور القرآن الكريم وجعل اجسامنا تقشعر عند سماعه إلهم ارفعه فى الدرجات العلى آمين يارب العالمين اللهم أمين يارب العالمين 💖 💖 💝 💚 💙 💜 💚 💟 💝 💜 💜 💜
ماشاء الله تبارك الله تلاوة رائعة جدا و هذا ليس جديد عليك الله يحفظك ويطول في عمرك ويمتعك بالصحة والعافية والعمر المديد يارب . فضيلة الشيخ الاستاذ الدكتور ياسر بن راشد الدوسري اللهم آمين
13:16 उनसे पूछो : आकाशों तथा धरती का पालनहार कौन है? कह दो : अल्लाह। कहो : फिर क्या तुमने अल्लाह के सिवा उन्हें सहायक बना रखे हैं, जो अपने लिए न किसी लाभ का अधिकार रखते हैं और न किसी हानि का? उनसे कहो : क्या अंधा और देखने वाला बराबर होते हैं? या क्या अँधेरे और प्रकाश बराबर होते हैं? या उन्होंने अल्लाह के लिए कुछ साझी बना लिए हैं, जिन्होंने उसके पैदा करने की तरह पैदा किया है, अतः पैदा करने का मामला उनपर उलझ गया है? आप कह दें : अल्लाह ही प्रत्येक चीज़ को पैदा करने वाला है और वही अकेला, अत्यंत प्रभुत्वशाली है। 13:17 उसने आकाश से कुछ पानी उतारा, तो कई नाले अपनी-अपनी समाई के अनुसार बह निकले। फिर (पानी के) रेले ने उभरा हुआ झाग उठा लिया। और जिस चीज़ को वे कोई आभूषण अथवा सामान बनाने के लिए आग में तपाते हैं, उससे भी ऐसा ही झाग उभरता है। इसी प्रकार, अल्लाह सत्य तथा असत्य का उदाहरण प्रस्तुत करता है। फिर जो झाग है, वह सूखकर नष्ट हो जाता है और जो चीज़ लोगों को लाभ पहुँचाती है, वह धरती में रह जाती है। इसी प्रकार, अल्लाह उदाहरण प्रस्तुत करता है। 13:18 जिन लोगों ने अपने पालनहार की बात स्वीकार कर ली, उन्हीं के लिए भलाई है। और जिन्होंने उसकी बात स्वीकार न की, यदि उनके पास वह सब कुछ हो जो धरती में हैं और उसके साथ उतना और भी हो, तो वे अवश्य उसे (अल्लाह के दंड से) छुड़ौती में दे दें। यही लोग हैं जिनके लिए बुरा हिसाब है तथा उनका ठिकाना नरक है और वह बुरा ठिकाना है। 13:19 फिर क्या वह व्यक्ति जो जानता है कि जो कुछ आपके पालनहार की ओर से आपपर उतारा गया है, वही सत्य है, उस व्यक्ति के समान है, जो अंधा है? उपदेश तो बुद्धि और समझ वाले ही स्वीकार करते हैं। 13:20 जो अल्लाह के साथ की हुई प्रतिज्ञा को पूरा करते हैं और दृढ़ प्रतिज्ञा को नहीं तोड़ते। 13:21 और वे जो उस चीज़ को जोड़ते हैं, जिसके जोड़ने का अल्लाह ने आदेश दिया है और अपने पालनहार का भय रखते हैं तथा बुरे हिसाब से डरते हैं। 13:22 तथा वे जिन्होंने अपने पालनहार का चेहरा चाहने के लिए धैर्य से काम लिया, और नमाज़ का आयोजन किया तथा हमने उन्हें जो कुछ प्रदान किया है, उसमें से छिपे और खुले ख़र्च किया, तथा भलाई के द्वारा बुराई को दूर करते हैं, यही लोग हैं जिनके लिए आख़िरत के घर का अच्छा परिणाम है। 13:23 सदैव रहने के बाग़, जिनमें वे प्रवेश करेंगे और उनके बाप-दादा और उनकी पत्नियों और उनकी संतानों में से जो नेक हुए (वे भी प्रवेश करेंगे)। तथा फ़रिश्ते प्रत्येक द्वार से उनके पास आएँगे। 13:24 (वे कहेंगे :) सलाम (शांति) हो तुमपर उसके बदले जो तुमने धैर्य किया। तो क्या ही अच्छा है इस घर (आखिरत) का परिणाम! 13:25 और जो लोग अल्लाह की प्रतिज्ञा को उसे दृढ़ करने के बाद तोड़ देते हैं और उस चीज़ को काट देते हैं, जिसे अल्लाह ने जोड़ने का आदेश दिया है और धरती में बिगाड़ पैदा करते हैं, यही लोगो हैं जिनके लिए लानत (धिक्कार) है और उन्हीं के लिए (आख़िरत का) बुरा घर है। 13:26 और अल्लाह जिसके लिए चाहता है, जीविका विस्तृत कर देता है और (जिसके लिए चाहता है) तंग कर देता है। और वे (काफ़िर) सांसारिक जीवन पर प्रसन्न हो गए। हालाँकि सांसारिक जीवन आख़िरत के मुक़ाबले में थोड़े-से सामान के सिवा कुछ नहीं है। 13:27 और जिन लोगों ने कुफ़्र किया, वे कहते हैं : इसपर इसके पालनहार की ओर से कोई निशानी क्यों नहीं उतारी गई? (ऐ नबी!) आप कह दें : निःसंदेह अल्लाह जिसे चाहता है, पथभ्रष्ट कर देता है। और अपनी ओर उसे राह दिखाता है, जो उसकी ओर ध्यानमग्न हो। 13:28 वे जो ईमान लाए और उनके दिलों को अल्लाह की याद से संतुष्टि मिलती है। सुन लो! अल्लाह की याद ही से दिलों को संतुष्टि मिलती है। 13:29 जो लोग ईमान लाए और उन्होंने अच्छे कर्म किए उनके लिए आनंद और उत्तम ठिकाना है। 13:30 इसी प्रकार हमने आपको एक ऐसे समुदाय में रसूल बनाकर भेजा, जिससे पहले बहुत-से समुदाय गुज़र चुके हैं। ताकि आप उन्हें वह संदेश सुनाएँ, जो हमने आपकी ओर वह़्य द्वारा भेजा है। इस हाल में कि वे अत्यंत दयावान् (अल्लाह) का इनकार करते हैं। आप कह दें : वही मेरा पालनहार है। उसके सिवा कोई पूज्य नहीं है। मैंने उसी पर भरोसा किया है और उसी की ओर मुझे जाना है।
AlhadoulillAhi Rabi l' enlamines ❤ Macha Allah là kouwata Ila BillAh Allah MMA barik en lahi Là tahzanes INNa LL'Aha Maenas Amine Amine Amine 🙏❤️🙏 incha Allah Taenla j' ai bien reçu votre soutien ❤
الحمد لله رب العالمين اللذي اكرمني ورزقني الصلاة في الحرم المكي في هذا اليوم وهذه الجماعة وبفضل وكرم من الله كانت اول صلاة لي في الحرم واول زيارة لي لبيت الله الحرام الحمد لله رب العالمين الحمد والشكر لله
سبحان الله وبحمده سبحان الله العظيم 😂😂سبحان الله والحمدلله ولا إله إلا الله وحده لاشريك له له الملك وله الحمد يحيي ويميت وهو على كل شيء قدير ❤❤❤ثلاثه مرات كل يوم وانا لله وانا اليه راجعون ❤❤
حافظوا على صلوات في اوقاتها , صلاة الضحى ، على سنن الرواتب ، قيام الليل ، قراءة القرآن ، الأذكار ، صيام يومين الاثنين والخميس ، اكثروا من قول لا حول ولاقوة الا بالله فأنها كنز من كنوز الجنة ، اكثروا من صلاة على النبي ، حافظوا على قراءة اية الكرسي بعد كل صلاة ، بعد كل صلاة لاتستعجل بقيام اجلس مكان وادعي ربك لان الملائكة تدعوا لك.
عليه افضل الصلاه والسلام ❤
بارك الله فيك أخي الكريم ❤
جزاك الله خير الجزاء في الدنيا والاخره ❤❤شكرا لك ان شاء الله في ميزان حسناتك
🤲 Mashallah 😥 SubhanAllah 🕋 Allah 🙏 Soniya 🤲 Ameen 😥 SumAmeen 🤲😥🕋🙏
نصيحة: "لا تدع احد يسبقك على تحفيظ الصغار سورة الفاتحة، لان سيصلي بها طوال حياته"🤍
جزاك الله خيرا يا حبيب 🥰♥️
6:05 عاد الاسير لأسلوبه القديم ❤
2:03 لله
الله الله 🤍وربي من أجمل فجريات هذا الأسبوع 😢كل يوم يبدع أكثر من اليوم الذي يسبقه ما شاء الله
اي والله
ربي يديمه يارب
@@Nourhan-tr9pn يارب اللهم آمين
بسم الله الرحمن الرحيم
قُلْ مَن رَّبُّ السَّمَاوَاتِ وَالأَرْضِ قُلِ اللَّهُ قُلْ أَفَاتَّخَذْتُم مِّن دُونِهِ أَوْلِيَاء لاَ يَمْلِكُونَ لِأَنفُسِهِمْ نَفْعًا وَلاَ ضَرًّا قُلْ هَلْ يَسْتَوِي الأَعْمَى وَالْبَصِيرُ أَمْ هَلْ تَسْتَوِي الظُّلُمَاتُ وَالنُّورُ أَمْ جَعَلُواْ لِلَّهِ شُرَكَاء خَلَقُواْ كَخَلْقِهِ فَتَشَابَهَ الْخَلْقُ عَلَيْهِمْ قُلِ اللَّهُ خَالِقُ كُلِّ شَيْءٍ وَهُوَ الْوَاحِدُ الْقَهَّارُ
أَنزَلَ مِنَ السَّمَاء مَاء فَسَالَتْ أَوْدِيَةٌ بِقَدَرِهَا فَاحْتَمَلَ السَّيْلُ زَبَدًا رَّابِيًا وَمِمَّا يُوقِدُونَ عَلَيْهِ فِي النَّارِ ابْتِغَاء حِلْيَةٍ أَوْ مَتَاعٍ زَبَدٌ مِّثْلُهُ كَذَلِكَ يَضْرِبُ اللَّهُ الْحَقَّ وَالْبَاطِلَ فَأَمَّا الزَّبَدُ فَيَذْهَبُ جُفَاء وَأَمَّا مَا يَنفَعُ النَّاسَ فَيَمْكُثُ فِي الأَرْضِ كَذَلِكَ يَضْرِبُ اللَّهُ الأَمْثَالَ
لِلَّذِينَ اسْتَجَابُواْ لِرَبِّهِمُ الْحُسْنَى وَالَّذِينَ لَمْ يَسْتَجِيبُواْ لَهُ لَوْ أَنَّ لَهُم مَّا فِي الأَرْضِ جَمِيعًا وَمِثْلَهُ مَعَهُ لافْتَدَوْا بِهِ أُوْلَئِكَ لَهُمْ سُوءُ الْحِسَابِ وَمَأْوَاهُمْ جَهَنَّمُ وَبِئْسَ الْمِهَادُ
أَفَمَن يَعْلَمُ أَنَّمَا أُنزِلَ إِلَيْكَ مِن رَبِّكَ الْحَقُّ كَمَنْ هُوَ أَعْمَى إِنَّمَا يَتَذَكَّرُ أُوْلُواْ الأَلْبَابِ
الَّذِينَ يُوفُونَ بِعَهْدِ اللَّهِ وَلاَ يَنقُضُونَ الْمِيثَاقَ
وَالَّذِينَ يَصِلُونَ مَا أَمَرَ اللَّهُ بِهِ أَن يُوصَلَ وَيَخْشَوْنَ رَبَّهُمْ وَيَخَافُونَ سُوءَ الْحِسَابِ
وَالَّذِينَ صَبَرُواْ ابْتِغَاء وَجْهِ رَبِّهِمْ وَأَقَامُواْ الصَّلاةَ وَأَنفَقُواْ مِمَّا رَزَقْنَاهُمْ سِرًّا وَعَلانِيَةً وَيَدْرَؤُونَ بِالْحَسَنَةِ السَّيِّئَةَ أُوْلَئِكَ لَهُمْ عُقْبَى الدَّارِ
جَنَّاتُ عَدْنٍ يَدْخُلُونَهَا وَمَنْ صَلَحَ مِنْ آبَائِهِمْ وَأَزْوَاجِهِمْ وَذُرِّيَّاتِهِمْ وَالْمَلائِكَةُ يَدْخُلُونَ عَلَيْهِم مِّن كُلِّ بَابٍ
سَلامٌ عَلَيْكُم بِمَا صَبَرْتُمْ فَنِعْمَ عُقْبَى الدَّارِ
وَالَّذِينَ يَنقُضُونَ عَهْدَ اللَّهِ مِن بَعْدِ مِيثَاقِهِ وَيَقْطَعُونَ مَا أَمَرَ اللَّهُ بِهِ أَن يُوصَلَ وَيُفْسِدُونَ فِي الأَرْضِ أُوْلَئِكَ لَهُمُ اللَّعْنَةُ وَلَهُمْ سُوءُ الدَّارِ
اللَّهُ يَبْسُطُ الرِّزْقَ لِمَنْ يَشَاء وَيَقْدِرُ وَفَرِحُواْ بِالْحَيَاةِ الدُّنْيَا وَمَا الْحَيَاةُ الدُّنْيَا فِي الآخِرَةِ إِلاَّ مَتَاعٌ
وَيَقُولُ الَّذِينَ كَفَرُواْ لَوْلاَ أُنزِلَ عَلَيْهِ آيَةٌ مِّن رَّبِّهِ قُلْ إِنَّ اللَّهَ يُضِلُّ مَن يَشَاء وَيَهْدِي إِلَيْهِ مَنْ أَنَابَ
الَّذِينَ آمَنُواْ وَتَطْمَئِنُّ قُلُوبُهُم بِذِكْرِ اللَّهِ أَلاَ بِذِكْرِ اللَّهِ تَطْمَئِنُّ الْقُلُوبُ
الَّذِينَ آمَنُواْ وَعَمِلُواْ الصَّالِحَاتِ طُوبَى لَهُمْ وَحُسْنُ مَآبٍ
كَذَلِكَ أَرْسَلْنَاكَ فِي أُمَّةٍ قَدْ خَلَتْ مِن قَبْلِهَا أُمَمٌ لِّتَتْلُوَ عَلَيْهِمُ الَّذِيَ أَوْحَيْنَا إِلَيْكَ وَهُمْ يَكْفُرُونَ بِالرَّحْمَنِ قُلْ هُوَ رَبِّي لا إِلَهَ إِلاَّ هُوَ عَلَيْهِ تَوَكَّلْتُ وَإِلَيْهِ مَتَابِ
صدق الله العظيم .
ما اسم السورة
@@هدهودة سورة الرعد
@@youssefmohammed965 شكرا وجزاك الله خيرا
(أَلاَ بِذِكِرِ اللهِ تَطمَئنُ القُلوُبُ)
تلاوة بياتية من أجمل ماسمعت للشيخ ياسر أعادتني لذكريات جامع الدخيل .. فعلاً الذهب لايصدأ .. ماشاء الله تبارك حفظك الله شيخنا ❤
احسنت
إنه الإخلاص التام لله سبحانه وتعالي
العمل بإخلاص هو الذي يبقي ويستمر
حفظ الله شيخنا وبارك الله فيه ورزقنا واياه الإخلاص في القول والعمل
تلاوة بياتية؟! اللهم اهدهم
ما شاء الله والله ابهرني تلاوه لاتوصف بكل ماتعنيه الكلمه😢😢
والله *
أجمل التلاوات للشيخ.رزقني ربي الحضور في الحرم هذا الفجر.الله لا تحرم منها مؤمن
اللهم امين عاجلاغير اجل
1:04
2:17
4:48
عشقي هالنبره❤😢
كلنا و الله كلنا 😭
عشق الجميع 😍😁
❤❤
الوالد والوالدة اليوم صلوا خلفه اول مره احسدهم على هالفجريه الرهيبه😂😂
قول اغبطهم و احترم أبويك في ألفاظك. فجرية رهيبة؟! احذر من تجلب لهذه الصفحة البيضاء من سواد صفحات الغناء
@@الراحل-ف1ي يارجال على شحم بس
نفس الآيات قرأها ب
24 شوال 1445
نفس الآيات بتراتيل مختلفة وكلهم أجمل من بعض ما شاء الله
غريد الحرم وآسر القلوب فعلا 🤍🤍🤍🤍🤍
براي الآسر أبدع في ذي اكثر ❤❤
@@Shindy-ko5sz صح ، فجرية اليوم غير ما شاء الله😍
غريد الحرم و آسر القلوب؟! قدح في صورة مدح
13:16
قُلْ مَن رَّبُّ ٱلسَّمَـٰوَٰتِ وَٱلْأَرْضِ قُلِ ٱللَّهُ ۚ قُلْ أَفَٱتَّخَذْتُم مِّن دُونِهِۦٓ أَوْلِيَآءَ لَا يَمْلِكُونَ لِأَنفُسِهِمْ نَفْعًۭا وَلَا ضَرًّۭا ۚ قُلْ هَلْ يَسْتَوِى ٱلْأَعْمَىٰ وَٱلْبَصِيرُ أَمْ هَلْ تَسْتَوِى ٱلظُّلُمَـٰتُ وَٱلنُّورُ ۗ أَمْ جَعَلُوا۟ لِلَّهِ شُرَكَآءَ خَلَقُوا۟ كَخَلْقِهِۦ فَتَشَـٰبَهَ ٱلْخَلْقُ عَلَيْهِمْ ۚ قُلِ ٱللَّهُ خَـٰلِقُ كُلِّ شَىْءٍۢ وَهُوَ ٱلْوَٰحِدُ ٱلْقَهَّـٰرُ ١٦
13:17
أَنزَلَ مِنَ ٱلسَّمَآءِ مَآءًۭ فَسَالَتْ أَوْدِيَةٌۢ بِقَدَرِهَا فَٱحْتَمَلَ ٱلسَّيْلُ زَبَدًۭا رَّابِيًۭا ۚ وَمِمَّا يُوقِدُونَ عَلَيْهِ فِى ٱلنَّارِ ٱبْتِغَآءَ حِلْيَةٍ أَوْ مَتَـٰعٍۢ زَبَدٌۭ مِّثْلُهُۥ ۚ كَذَٰلِكَ يَضْرِبُ ٱللَّهُ ٱلْحَقَّ وَٱلْبَـٰطِلَ ۚ فَأَمَّا ٱلزَّبَدُ فَيَذْهَبُ جُفَآءًۭ ۖ وَأَمَّا مَا يَنفَعُ ٱلنَّاسَ فَيَمْكُثُ فِى ٱلْأَرْضِ ۚ كَذَٰلِكَ يَضْرِبُ ٱللَّهُ ٱلْأَمْثَالَ ١٧
13:18
لِلَّذِينَ ٱسْتَجَابُوا۟ لِرَبِّهِمُ ٱلْحُسْنَىٰ ۚ وَٱلَّذِينَ لَمْ يَسْتَجِيبُوا۟ لَهُۥ لَوْ أَنَّ لَهُم مَّا فِى ٱلْأَرْضِ جَمِيعًۭا وَمِثْلَهُۥ مَعَهُۥ لَٱفْتَدَوْا۟ بِهِۦٓ ۚ أُو۟لَـٰٓئِكَ لَهُمْ سُوٓءُ ٱلْحِسَابِ وَمَأْوَىٰهُمْ جَهَنَّمُ ۖ وَبِئْسَ ٱلْمِهَادُ ١٨
13:19
۞ أَفَمَن يَعْلَمُ أَنَّمَآ أُنزِلَ إِلَيْكَ مِن رَّبِّكَ ٱلْحَقُّ كَمَنْ هُوَ أَعْمَىٰٓ ۚ إِنَّمَا يَتَذَكَّرُ أُو۟لُوا۟ ٱلْأَلْبَـٰبِ ١٩
13:20
ٱلَّذِينَ يُوفُونَ بِعَهْدِ ٱللَّهِ وَلَا يَنقُضُونَ ٱلْمِيثَـٰقَ ٢٠
13:21
وَٱلَّذِينَ يَصِلُونَ مَآ أَمَرَ ٱللَّهُ بِهِۦٓ أَن يُوصَلَ وَيَخْشَوْنَ رَبَّهُمْ وَيَخَافُونَ سُوٓءَ ٱلْحِسَابِ ٢١
13:22
وَٱلَّذِينَ صَبَرُوا۟ ٱبْتِغَآءَ وَجْهِ رَبِّهِمْ وَأَقَامُوا۟ ٱلصَّلَوٰةَ وَأَنفَقُوا۟ مِمَّا رَزَقْنَـٰهُمْ سِرًّۭا وَعَلَانِيَةًۭ وَيَدْرَءُونَ بِٱلْحَسَنَةِ ٱلسَّيِّئَةَ أُو۟لَـٰٓئِكَ لَهُمْ عُقْبَى ٱلدَّارِ ٢٢
13:23
جَنَّـٰتُ عَدْنٍۢ يَدْخُلُونَهَا وَمَن صَلَحَ مِنْ ءَابَآئِهِمْ وَأَزْوَٰجِهِمْ وَذُرِّيَّـٰتِهِمْ ۖ وَٱلْمَلَـٰٓئِكَةُ يَدْخُلُونَ عَلَيْهِم مِّن كُلِّ بَابٍۢ ٢٣
13:24
سَلَـٰمٌ عَلَيْكُم بِمَا صَبَرْتُمْ ۚ فَنِعْمَ عُقْبَى ٱلدَّارِ ٢٤
13:25
وَٱلَّذِينَ يَنقُضُونَ عَهْدَ ٱللَّهِ مِنۢ بَعْدِ مِيثَـٰقِهِۦ وَيَقْطَعُونَ مَآ أَمَرَ ٱللَّهُ بِهِۦٓ أَن يُوصَلَ وَيُفْسِدُونَ فِى ٱلْأَرْضِ ۙ أُو۟لَـٰٓئِكَ لَهُمُ ٱللَّعْنَةُ وَلَهُمْ سُوٓءُ ٱلدَّارِ ٢٥
13:26
ٱللَّهُ يَبْسُطُ ٱلرِّزْقَ لِمَن يَشَآءُ وَيَقْدِرُ ۚ وَفَرِحُوا۟ بِٱلْحَيَوٰةِ ٱلدُّنْيَا وَمَا ٱلْحَيَوٰةُ ٱلدُّنْيَا فِى ٱلْـَٔاخِرَةِ إِلَّا مَتَـٰعٌۭ ٢٦
13:27
وَيَقُولُ ٱلَّذِينَ كَفَرُوا۟ لَوْلَآ أُنزِلَ عَلَيْهِ ءَايَةٌۭ مِّن رَّبِّهِۦ ۗ قُلْ إِنَّ ٱللَّهَ يُضِلُّ مَن يَشَآءُ وَيَهْدِىٓ إِلَيْهِ مَنْ أَنَابَ ٢٧
13:28
ٱلَّذِينَ ءَامَنُوا۟ وَتَطْمَئِنُّ قُلُوبُهُم بِذِكْرِ ٱللَّهِ ۗ أَلَا بِذِكْرِ ٱللَّهِ تَطْمَئِنُّ ٱلْقُلُوبُ ٢٨
13:29
ٱلَّذِينَ ءَامَنُوا۟ وَعَمِلُوا۟ ٱلصَّـٰلِحَـٰتِ طُوبَىٰ لَهُمْ وَحُسْنُ مَـَٔابٍۢ ٢٩
13:30
كَذَٰلِكَ أَرْسَلْنَـٰكَ فِىٓ أُمَّةٍۢ قَدْ خَلَتْ مِن قَبْلِهَآ أُمَمٌۭ لِّتَتْلُوَا۟ عَلَيْهِمُ ٱلَّذِىٓ أَوْحَيْنَآ إِلَيْكَ وَهُمْ يَكْفُرُونَ بِٱلرَّحْمَـٰنِ ۚ قُلْ هُوَ رَبِّى لَآ إِلَـٰهَ إِلَّا هُوَ عَلَيْهِ تَوَكَّلْتُ وَإِلَيْهِ مَتَابِ ٣٠
يسلم رأسه من لقبك( آسر القلوب ❤)فعلا هذا القب ما يليق إلا ع صاحبه وهوا انت يا ابو راشد اخذت من اسمك ولقبك نصيب يالله ادخله الجنه ووالديه واهله ومحبينه واجعلنا وياهم من يصافحون يد رسول الله عليه افضل الصلاة والسلام
واجعل شيخنا ياسر الدوسري من يقرأ ويرتل ع مسامع سيدنا ونبينا محمد وعلى أصحابه رضي الله عنهم في أعلى منازل الجنه
اللهم إجعلنا لشيخنا شفعاء وشهداء له ولا عليه يارب العالمين
@@amena31 اي تعليق
آسر القلوب؟! كأنك تصف فنان أو مغنيا ساقطا حاشا الشيخ ياسر
@@الراحل-ف1ي اذلف مالك دخل بصفه مثل ما ابي
انت اول روح شوف معنى الكلمه وبعدين نتفاهم
@@sahm.2030 ردك دال على صحة مقالي
وفي الحديث (كان خلقه القرآن)
الشيخ اعادنا بفجريات ذي الايام بفجريات 1441
الحمدلله الذي جعلني من احد المصلين🤍
@@yasseraldosry9 هنيئاً لك ربي يرزقنا مما رزقك قريباً يارب
@@amena31امين
قُلْ مَن رَّبُّ السَّمَاوَاتِ وَالْأَرْضِ قُلِ اللَّهُ ۚ قُلْ أَفَاتَّخَذْتُم مِّن دُونِهِ أَوْلِيَاءَ لَا يَمْلِكُونَ لِأَنفُسِهِمْ نَفْعًا وَلَا ضَرًّا ۚ قُلْ هَلْ يَسْتَوِي الْأَعْمَىٰ وَالْبَصِيرُ أَمْ هَلْ تَسْتَوِي الظُّلُمَاتُ وَالنُّورُ ۗ أَمْ جَعَلُوا لِلَّهِ شُرَكَاءَ خَلَقُوا كَخَلْقِهِ فَتَشَابَهَ الْخَلْقُ عَلَيْهِمْ ۚ قُلِ اللَّهُ خَالِقُ كُلِّ شَيْءٍ وَهُوَ الْوَاحِدُ الْقَهَّارُ (16) أَنزَلَ مِنَ السَّمَاءِ مَاءً فَسَالَتْ أَوْدِيَةٌ بِقَدَرِهَا فَاحْتَمَلَ السَّيْلُ زَبَدًا رَّابِيًا ۚ وَمِمَّا يُوقِدُونَ عَلَيْهِ فِي النَّارِ ابْتِغَاءَ حِلْيَةٍ أَوْ مَتَاعٍ زَبَدٌ مِّثْلُهُ ۚ كَذَٰلِكَ يَضْرِبُ اللَّهُ الْحَقَّ وَالْبَاطِلَ ۚ فَأَمَّا الزَّبَدُ فَيَذْهَبُ جُفَاءً ۖ وَأَمَّا مَا يَنفَعُ النَّاسَ فَيَمْكُثُ فِي الْأَرْضِ ۚ كَذَٰلِكَ يَضْرِبُ اللَّهُ الْأَمْثَالَ (17) لِلَّذِينَ اسْتَجَابُوا لِرَبِّهِمُ الْحُسْنَىٰ ۚ وَالَّذِينَ لَمْ يَسْتَجِيبُوا لَهُ لَوْ أَنَّ لَهُم مَّا فِي الْأَرْضِ جَمِيعًا وَمِثْلَهُ مَعَهُ لَافْتَدَوْا بِهِ ۚ أُولَٰئِكَ لَهُمْ سُوءُ الْحِسَابِ وَمَأْوَاهُمْ جَهَنَّمُ ۖ وَبِئْسَ الْمِهَادُ (18)۞ أَفَمَن يَعْلَمُ أَنَّمَا أُنزِلَ إِلَيْكَ مِن رَّبِّكَ الْحَقُّ كَمَنْ هُوَ أَعْمَىٰ ۚ إِنَّمَا يَتَذَكَّرُ أُولُو الْأَلْبَابِ (19) الَّذِينَ يُوفُونَ بِعَهْدِ اللَّهِ وَلَا يَنقُضُونَ الْمِيثَاقَ (20) وَالَّذِينَ يَصِلُونَ مَا أَمَرَ اللَّهُ بِهِ أَن يُوصَلَ وَيَخْشَوْنَ رَبَّهُمْ وَيَخَافُونَ سُوءَ الْحِسَابِ (21) وَالَّذِينَ صَبَرُوا ابْتِغَاءَ وَجْهِ رَبِّهِمْ وَأَقَامُوا الصَّلَاةَ وَأَنفَقُوا مِمَّا رَزَقْنَاهُمْ سِرًّا وَعَلَانِيَةً وَيَدْرَءُونَ بِالْحَسَنَةِ السَّيِّئَةَ أُولَٰئِكَ لَهُمْ عُقْبَى الدَّارِ (22) جَنَّاتُ عَدْنٍ يَدْخُلُونَهَا وَمَن صَلَحَ مِنْ آبَائِهِمْ وَأَزْوَاجِهِمْ وَذُرِّيَّاتِهِمْ ۖ وَالْمَلَائِكَةُ يَدْخُلُونَ عَلَيْهِم مِّن كُلِّ بَابٍ (23) سَلَامٌ عَلَيْكُم بِمَا صَبَرْتُمْ ۚ فَنِعْمَ عُقْبَى الدَّارِ (24)وَالَّذِينَ يَنقُضُونَ عَهْدَ اللَّهِ مِن بَعْدِ مِيثَاقِهِ وَيَقْطَعُونَ مَا أَمَرَ اللَّهُ بِهِ أَن يُوصَلَ وَيُفْسِدُونَ فِي الْأَرْضِ ۙ أُولَٰئِكَ لَهُمُ اللَّعْنَةُ وَلَهُمْ سُوءُ الدَّارِ (25)
الحمدلله كنت مع المصلين في هذا اليوم دمعت عيني والله تلاوة خاشعة الله يزيد شيخنا من فصله
انشهد حتى انا كنت اصلي واجواء روحانيه لا تنسى ودمعت عيني مثلك
6:27 اللهم بارك يا غريدنا 🥺🤎🤎
يعجبك الترعيد؟
غريدنا؟! فكنا الله يصلح حالك
اللهم يحفظ شيخنا يا الله امنح الشيخ أفضل صحة وامنحه جنة، اللهم اجعلني إماما للمسجد الحرام ومسجد النبوي🕋
ماشاء الله تبارك الله
تلاوة عطرة خاشعة ماتعة بصوت جميل ندي من سورة الرعد
حفظ الله شيخنا المبارك وبارك الله فيه
ما شاء الله *
الله على جمال التلاوة
ذكرني بتلاوته يوم 24 شوال 1445
ربي لا تحرمنا من صوته يا رب العالمين
فجرية عطِرة بامتياز بأسلوب الشيخ القديم..
بارك الله فيكم شيخنا ونفع بكم 🍃
واخيرا مقام البيات من زمان انتظره الله هم احفظ ياسر الدوسري وجميع الائمة الحرم
الذين آمنوا وتطمئن قلوبهم 6:27
Voilà vive L'amour de L' islam ❤
ماشاء الله تبارك الله حفظك الله شيخنا الغالي وأطال في عمرك يارب العالمين
انا احب الشيخ ياسر الدوسري حب كبير والله انا نفسي ازور الكعبه المشرفه واصلي خلفه صوته رائع جدا والله رائع جدا
مشاء الله تبارك الله، حضور الشيخ في المحراب و تدبر للأيات وثبات وسكينة حفظه الله وادامه. كم أراح آنفسنا و أرواحنا بالقران العظيم
ما شاء الله *
الله لايحرمنا من صوتك حفظك المولى ياغريد الحرم
سورة الفاتحه خياليه ❤❤❤
الحمد لله الذي رزقني حضوري هذه الصلاه كانت صلاه فيها من الخشوع والسكينه لم أشعر ولن أشعر بها في حياتي ياربي اسئلك ان لا تجعل هذا اخر عهد بيني وبين بيتك الحرام😢
يارب تكتب لي عمره قريبه تكفون دعواتك
كنت حاضرها وكتب لي ربي صلاه الفجر في الحرم وخلف الشيخ الفاضل الحمد الله الحمد الله الحمد الله
الله الله ما اخشعها من تلاوه❤الاسلوب القديم ما شا الله ابدعت يا الاسر
عاد الآسر الى التلاوات القديمه ❤❤❤
فجرية بهية😍🤍🤍🤍🤍🤍
ما شاء الله ربي يرزقني صلاة خلفه
تبارك الرحمن! الله يطول بعمره على طاعته ويحفظه الشيخ الآسر الودعاني الدوسري
نفسي أن أعتمر ولكن ظروفي المادية لاتؤهلني لذلك أرجو أن تدعوا لي أنّ الله ييسر أموري ويحقق لي رغبتي بارك الله فيكم .
ماشالله آنا آحب شیخ ياسر الدوسري وانا یقرو بصوت ياسر الدوسري شکر الحمدالله
حفظك الله يا أسطورة المسجد الحرام ❤
أسطورة المسجد الحرام؟!
ألفاظ طفولية
@@الراحل-ف1ي 🐶🐶🐶🐶🐶
ماشاءالله تبارك الله الله كبير الله كبير سبحان الله وبحمده سبحان الله العظيم واتوب اليه عدد خلقه ورضا نفسه وزنة عرشه ومداد كلماته اللهم صل وسلم على نبينا محمد وعلى آله وصحبه أجمعين وسلم تسليما كثيرا إلى يوم الدين اللهم امين يارب العالمين يا الله يارب افوز جنى محمد وعلى آله وصحبه أجمعين وسلم تسليما كثيرا إلى يوم الدين اللهم امين يارب العالمين يا الله يارب افوز جنى ❤❤❤❤
مشاء الله بارك صوت جميل الشيخ ياسر راشد الدوسري❤
الله الله الله .. اللهم استودعك صوته وروحه وعافيته انت الذي لا تضيع ودائعه .. اللهم ادم هذا الحضور واجعل صحته ك ظله ترافقه اينما ذهب .. اللهم اعطه دون اكتفاء واسعده وارح قلبه واجعل الطمأنينة تسكن اعماقه .. اللهم بَشره فيما ينتظر منك فانت خيرُ المُبشرين .. ❤❤❤❤
يار اللهم آمين 🤲🏻
سورة الرعد
13:16
Say, "Who is Lord of the heavens and earth?" Say, "Allāh." Say, "Have you then taken besides Him allies not possessing [even] for themselves any benefit or any harm?" Say, "Is the blind equivalent to the seeing? Or is darkness equivalent to light? Or have they attributed to Allāh partners who created like His creation so that the creation [of each] seemed similar to them?" Say, "Allāh is the Creator of all things, and He is the One, the Prevailing."
13:17
He sends down from the sky, rain, and valleys flow according to their capacity, and the torrent carries a rising foam. And from that [ore] which they heat in the fire, desiring adornments and utensils, is a foam like it. Thus Allāh presents [the example of] truth and falsehood. As for the foam, it vanishes, [being] cast off; but as for that which benefits the people, it remains on the earth. Thus does Allāh present examples.
13:18
For those who have responded to their Lord is the best [reward], but those who did not respond to Him - if they had all that is in the earth entirely and the like of it with it, they would [attempt to] ransom themselves thereby. Those will have the worst account, and their refuge is Hell, and wretched is the resting place.
13:19
Then is he who knows that what has been revealed to you from your Lord is the truth like one who is blind? They will only be reminded who are people of understanding -
13:20
Those who fulfill the covenant of Allāh and do not break the contract,
13:21
And those who join that which Allāh has ordered to be joined and fear their Lord and are afraid of the evil of [their] account,
13:22
And those who are patient, seeking the face [i.e., acceptance] of their Lord, and establish prayer and spend from what We have provided for them secretly and publicly and prevent evil with good - those will have the good consequence of [this] home -
13:23
Gardens of perpetual residence; they will enter them with whoever were righteous among their forefathers, their spouses and their descendants. And the angels will enter upon them from every gate, [saying],
13:24
"Peace [i.e., security] be upon you for what you patiently endured. And excellent is the final home."
13:25
But those who break the covenant of Allāh after contracting it and sever that which Allāh has ordered to be joined and spread corruption on earth - for them is the curse, and they will have the worst home.
13:26
Allāh extends provision for whom He wills and restricts [it]. And they rejoice in the worldly life, while the worldly life is not, compared to the Hereafter, except [brief] enjoyment.
13:27
And those who disbelieved say, "Why has a sign not been sent down to him from his Lord?" Say, [O Muḥammad], "Indeed, Allāh leaves astray whom He wills and guides to Himself whoever turns back [to Him] -
13:28
Those who have believed and whose hearts are assured by the remembrance of Allāh. Unquestionably, by the remembrance of Allāh hearts are assured."
13:29
Those who have believed and done righteous deeds - a good state is theirs and a good return.
13:30
Thus have We sent you to a community before which [other] communities have passed on so you might recite to them that which We revealed to you, while they disbelieve in the Most Merciful. Say, "He is my Lord; there is no deity except Him. Upon Him I rely, and to Him is my return."
تلاوته اليوم تبارك الله ذكرتني بتلاوته المسجلة في تطبيق آية لسورة الرعد نفس الترتيل والأسلوب ما شاء الله تبارك الله الفرق بالمد الجائز المنفصل فقط.
ربي يحفظه ويطول بعمره ويمده بالصحة والعافية ويرزقنا بصلوات جهرية خلفية وبتروايح معه يا رب ❤
سبحان الله وبحمده سبحان الله العظيم
سبحان الله
الحمدلله
لاإله إلا الله
الله أكبر
ولا حول ولا قوة الا بالله العلي العظيم
الحمدلله صليتها معاه وهي اول صلاة لي خلف الامام ياسر الدوسري❤
مشاءالله تبارك الرحمن ما اجمل القرءان اللهم أحفظه وبارك له في صحته وعمره اللهم احفظ بلاد الحرمين الشريفين وأهل السعودية من كل شر ومن كل سوء
الله يحفظ لنا آسرنا
انا اول🎉🎉❤❤♥️♥️😍😍😍
منور شيخنا الحبيب الغالي ابو راشد ♥️♥️♥️ الأسر الحرم المكي ♥️♥️
ماشاءالله تبارك الله الله عليك يا شيخنا ابو راشد الدوسري أمام وخطيب المسجد الحرام اليوم إبداع بن راشد ♥️♥️
أنت الرابع
اهاا @@Animo464
@@Animo464مين الاول
كتر يا شيخ من هذه التلاوات الجميلة ما شاء الله ❤❤
ما شاء الله تبارك الرحمن تلاوة جميلة 🤍🤍
تلاوة خاشعة و عطرة
شيخ ياسر الدوسري
بارك الله فيكم 🤍
يا الله ما أجملها من فجرية تبارك الله 🥹🤍
ما شاء الله لا قوة إلا بالله
بارك الله فيكم جميعاً
اللهم صل على محمد وعلى ال محمد كما صليت على ابراهيم وعلى ال ابراهيم انك حميد مجيد وبارك على محمد وعلى ال محمد كما باركت على ابراهيم وعلى ال ابراهيم انك حميد مجيد
ماشاءالله تبارك الله الله كبير الله كبير الله كبير سبحان الله وبحمده سبحان الله العظيم ♥️👍
ربنا آتنا في الدنيا حسنة وفي الآخرة حسنة وقنا عذاب النار
ما شاء اللّٰه تبارك الرحمن 🤍
تلاوة خاشعة ❤
بالقرآن تسكن القلوب وتستقر الأنفس
ما شاء الله عليك يا شيخ ياسر الدوسري
بارك الله فيك على هذا الصوت والخشوع
❤🌹❤🌹❤🌹❤🌹❤
ماذا حل بالشيخ الدكتور عبدالعزيز الحاج 🥺🥺
لم أراه في هذه الأيام 😢 عساه بخير بكل صراحة اشتقت لرؤيته في الحرم 🥺🥺
لم أره *
يد الكاتب أعمى
@@SalimDrameh عمياء *
اليد مؤنّث 😂
سبحان الله و بحمده سبحان الله العظيم
مشاء الله تبارك الله عليك يا شيخ ياسر ابداع لا يوصف كالعادة 😍😍😍
Did Sheikh just return to his old style today?😮❤❤❤
ما شاء اللّٰه
- أَوْصَانِي خَلِيلِي بثَلَاثٍ لا أدَعُهُنَّ حتَّى أمُوتَ: صَوْمِ ثَلَاثَةِ أيَّامٍ مِن كُلِّ شَهْرٍ، وصَلَاةِ الضُّحَى، ونَوْمٍ علَى وِتْرٍ..
الراوي: أبو هريرة
المحدث: البخاري
المصدر: صحيح البخاري
الصفحة أو الرقم: 1178
خلاصة حكم المحدث: [صحيح]
الحديث من تطبيق (الموسوعة الحديثية)
يا زينها بترتيله القديم
أشعر وكأن جدارن الحرم تكاد تتزعزع من مكانها من فرط الخشوغ وجمال الصوت كيف بحالنا نحن ومن هم خلفه
هنيئا لكم حقا 🥹
أدامك الله لنا يا غالي وما حرمنا
منك ومن الصلاة خلفك 🤲
@@roqayah-o1m الحمد لله صليت خلفه البارحة في صلاة الفجر
@@عبودالعياف-ط2ك ما شاء الله هنيئا لك وتقبل الله منك طاعتك 😍
ورزقني وكل مؤمن ما رزقك به🤲
@@roqayah-o1m امين يارب العالمين اللهم لك الحمد كما ينبغي لجلال وجهك وعظيم سلطانك أن ترزقه زيارة بيتك الحرام
@@عبودالعياف-ط2ك آمين يارب
جبر الله قلبك ، أسعدتني بدعوتك.🥹
اللهم صلِّ وسلم على نبينا محمد مصطفى خاتم الانبياء❤❤❤
عليه أفضل الصلاة والسلام ❤
تلاوة عذبة طيبة مؤثرة، كان لي الشرف أن صليت خلفه في الحج ولكنني كم أرجو وأتمنى من محبتي له أن يدع ترعيد الصوت، وتقطيع المدود، وترعيد الغنن و تطنينها، ونحو هذه الأمور التي تحدث عنها أهل الإقراء المختصون به، العالمون له.
وحفظ الله الشيخ، وبارك فيه.
ماشاء الله ❤❤❤❤ سورة الرعد
ما شاء الله *
لا حول ولا قوه الا بالله العلي العظيم
سبحان الله
الحمد لله
الله اكبر
لا اله الا الله
سبحان الله وبحمده
سبحان الله العظيم
استغفر الله
فجرية خاشعة بمقام البيات
6:26
يارب يا حفيظ احفظ شيخنا الكبير كروان هذا الزمان فتح قلوبنا على نور القرآن الكريم وجعل اجسامنا تقشعر عند سماعه إلهم ارفعه فى الدرجات العلى آمين يارب العالمين اللهم أمين يارب العالمين 💖 💖 💝 💚 💙 💜 💚 💟 💝 💜 💜 💜
ربي يحفظك ولا يحرمنا من هذه الفجريات ❤
ماشاء الله تبارك الله
تلاوة رائعة جدا و هذا ليس جديد عليك
الله يحفظك ويطول في عمرك ويمتعك بالصحة والعافية والعمر المديد يارب .
فضيلة الشيخ الاستاذ الدكتور ياسر بن راشد الدوسري
اللهم آمين
13:16
उनसे पूछो : आकाशों तथा धरती का पालनहार कौन है? कह दो : अल्लाह। कहो : फिर क्या तुमने अल्लाह के सिवा उन्हें सहायक बना रखे हैं, जो अपने लिए न किसी लाभ का अधिकार रखते हैं और न किसी हानि का? उनसे कहो : क्या अंधा और देखने वाला बराबर होते हैं? या क्या अँधेरे और प्रकाश बराबर होते हैं? या उन्होंने अल्लाह के लिए कुछ साझी बना लिए हैं, जिन्होंने उसके पैदा करने की तरह पैदा किया है, अतः पैदा करने का मामला उनपर उलझ गया है? आप कह दें : अल्लाह ही प्रत्येक चीज़ को पैदा करने वाला है और वही अकेला, अत्यंत प्रभुत्वशाली है।
13:17
उसने आकाश से कुछ पानी उतारा, तो कई नाले अपनी-अपनी समाई के अनुसार बह निकले। फिर (पानी के) रेले ने उभरा हुआ झाग उठा लिया। और जिस चीज़ को वे कोई आभूषण अथवा सामान बनाने के लिए आग में तपाते हैं, उससे भी ऐसा ही झाग उभरता है। इसी प्रकार, अल्लाह सत्य तथा असत्य का उदाहरण प्रस्तुत करता है। फिर जो झाग है, वह सूखकर नष्ट हो जाता है और जो चीज़ लोगों को लाभ पहुँचाती है, वह धरती में रह जाती है। इसी प्रकार, अल्लाह उदाहरण प्रस्तुत करता है।
13:18
जिन लोगों ने अपने पालनहार की बात स्वीकार कर ली, उन्हीं के लिए भलाई है। और जिन्होंने उसकी बात स्वीकार न की, यदि उनके पास वह सब कुछ हो जो धरती में हैं और उसके साथ उतना और भी हो, तो वे अवश्य उसे (अल्लाह के दंड से) छुड़ौती में दे दें। यही लोग हैं जिनके लिए बुरा हिसाब है तथा उनका ठिकाना नरक है और वह बुरा ठिकाना है।
13:19
फिर क्या वह व्यक्ति जो जानता है कि जो कुछ आपके पालनहार की ओर से आपपर उतारा गया है, वही सत्य है, उस व्यक्ति के समान है, जो अंधा है? उपदेश तो बुद्धि और समझ वाले ही स्वीकार करते हैं।
13:20
जो अल्लाह के साथ की हुई प्रतिज्ञा को पूरा करते हैं और दृढ़ प्रतिज्ञा को नहीं तोड़ते।
13:21
और वे जो उस चीज़ को जोड़ते हैं, जिसके जोड़ने का अल्लाह ने आदेश दिया है और अपने पालनहार का भय रखते हैं तथा बुरे हिसाब से डरते हैं।
13:22
तथा वे जिन्होंने अपने पालनहार का चेहरा चाहने के लिए धैर्य से काम लिया, और नमाज़ का आयोजन किया तथा हमने उन्हें जो कुछ प्रदान किया है, उसमें से छिपे और खुले ख़र्च किया, तथा भलाई के द्वारा बुराई को दूर करते हैं, यही लोग हैं जिनके लिए आख़िरत के घर का अच्छा परिणाम है।
13:23
सदैव रहने के बाग़, जिनमें वे प्रवेश करेंगे और उनके बाप-दादा और उनकी पत्नियों और उनकी संतानों में से जो नेक हुए (वे भी प्रवेश करेंगे)। तथा फ़रिश्ते प्रत्येक द्वार से उनके पास आएँगे।
13:24
(वे कहेंगे :) सलाम (शांति) हो तुमपर उसके बदले जो तुमने धैर्य किया। तो क्या ही अच्छा है इस घर (आखिरत) का परिणाम!
13:25
और जो लोग अल्लाह की प्रतिज्ञा को उसे दृढ़ करने के बाद तोड़ देते हैं और उस चीज़ को काट देते हैं, जिसे अल्लाह ने जोड़ने का आदेश दिया है और धरती में बिगाड़ पैदा करते हैं, यही लोगो हैं जिनके लिए लानत (धिक्कार) है और उन्हीं के लिए (आख़िरत का) बुरा घर है।
13:26
और अल्लाह जिसके लिए चाहता है, जीविका विस्तृत कर देता है और (जिसके लिए चाहता है) तंग कर देता है। और वे (काफ़िर) सांसारिक जीवन पर प्रसन्न हो गए। हालाँकि सांसारिक जीवन आख़िरत के मुक़ाबले में थोड़े-से सामान के सिवा कुछ नहीं है।
13:27
और जिन लोगों ने कुफ़्र किया, वे कहते हैं : इसपर इसके पालनहार की ओर से कोई निशानी क्यों नहीं उतारी गई? (ऐ नबी!) आप कह दें : निःसंदेह अल्लाह जिसे चाहता है, पथभ्रष्ट कर देता है। और अपनी ओर उसे राह दिखाता है, जो उसकी ओर ध्यानमग्न हो।
13:28
वे जो ईमान लाए और उनके दिलों को अल्लाह की याद से संतुष्टि मिलती है। सुन लो! अल्लाह की याद ही से दिलों को संतुष्टि मिलती है।
13:29
जो लोग ईमान लाए और उन्होंने अच्छे कर्म किए उनके लिए आनंद और उत्तम ठिकाना है।
13:30
इसी प्रकार हमने आपको एक ऐसे समुदाय में रसूल बनाकर भेजा, जिससे पहले बहुत-से समुदाय गुज़र चुके हैं। ताकि आप उन्हें वह संदेश सुनाएँ, जो हमने आपकी ओर वह़्य द्वारा भेजा है। इस हाल में कि वे अत्यंत दयावान् (अल्लाह) का इनकार करते हैं। आप कह दें : वही मेरा पालनहार है। उसके सिवा कोई पूज्य नहीं है। मैंने उसी पर भरोसा किया है और उसी की ओर मुझे जाना है।
ما شاء الله
ربي يحفظك ويديم هذه النعمه علينا❤
اي إبداع ماشاء الله تبارك الله
حفظه اللّٰه من كل حاسد ❤
الله يحفظك ويدخلك جنات الفردوس
لا إله إلا الله وحده لا شريك له له الملك و له الحمد يحيي و يميت و هو على كل شيء قدير
مشا اللاه تلاوة جميلة
ما شاء الله
لا اله الا الله وحده لا شريك له له الملك وله الحمد وهو على كل شيء قدير ❤❤
احلي فجريه للغريد ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ ما شاء الله ربنا يحفظه ❤❤
تلاوة رمضانية ❤❤
AlhadoulillAhi Rabi l' enlamines ❤ Macha Allah là kouwata Ila BillAh Allah MMA barik en lahi Là tahzanes INNa LL'Aha Maenas Amine Amine Amine 🙏❤️🙏 incha Allah Taenla j' ai bien reçu votre soutien ❤
جزاكم الله خيراً
الحمد لله رب العالمين اللذي اكرمني ورزقني الصلاة في الحرم المكي في هذا اليوم وهذه الجماعة وبفضل وكرم من الله كانت اول صلاة لي في الحرم واول زيارة لي لبيت الله الحرام
الحمد لله رب العالمين الحمد والشكر لله
3:23
الحمدالله كنت موجوده اصلي بهذا الفجر 🥺 يارب يكتبها لي دائماً
سبحان الله وبحمده سبحان الله العظيم 😂😂سبحان الله والحمدلله ولا إله إلا الله وحده لاشريك له له الملك وله الحمد يحيي ويميت وهو على كل شيء قدير ❤❤❤ثلاثه مرات كل يوم وانا لله وانا اليه راجعون ❤❤
ذكرني بأيام رمضان ❤❤❤
اسأل الله ان يحفظ الشيخ ياسر