दलित साहित्य मनुष्यता की पाठशाला है: जयप्रकाश कर्दम | Dalit Discourse | BR Ambedkar | Ambedkar News

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  • เผยแพร่เมื่อ 19 ม.ค. 2025

ความคิดเห็น • 15

  • @dr.omprakashmeena4584
    @dr.omprakashmeena4584 21 วันที่ผ่านมา +1

    प्रेरणादायक विचार जय भीम

  • @SUKHPALSINGH-vc2tz
    @SUKHPALSINGH-vc2tz 9 วันที่ผ่านมา

    बहुत ही सार्थक और प्रेरणाप्रद साक्षात्कार है। कर्दम साहेब के द्वारा विचार से मैं सौ प्रतिशत सहमत हूं कि दलित साहित्य मानवीय गुणों की पाठशाला है। दलित साहित्य ने अनेक प्रचलित मिथ्यों को ध्वस्त कियाहै।
    बहुत-बहुत साधुवाद❤❤

  • @c.psingh1169
    @c.psingh1169 21 วันที่ผ่านมา +1

    Awesome thoughts

  • @shyamnirmohiBkn
    @shyamnirmohiBkn 14 วันที่ผ่านมา

    बहुत बेहतरीन तरीके से आपने हर एक पहलू को गंभीरता से समझाया है सर,सुनकर बहुत कुछ सीखने को मिला।
    राज वाल्मीकि जी ने बहुत ही सधे हुए सवाल किए और जयप्रकाश कर्दम जी सर ने हर एक जवाब पूरे विश्लेषित ढंग से रखा है।
    बहुत बहुत आभार..... बेबाक 🙏🏻

  • @ShyamChangra
    @ShyamChangra 14 วันที่ผ่านมา

    एक बेहतरीन साक्षात्कार

  • @rekhasingh3675
    @rekhasingh3675 14 วันที่ผ่านมา

    Bahut sundar Sir
    Aapko bahut bahut haardik badhai Sir 🙏🙏

  • @dr.sunitamanju3305
    @dr.sunitamanju3305 21 วันที่ผ่านมา +1

    नमस्कार सर। जय भीम।

  • @mayraandpihu4083
    @mayraandpihu4083 21 วันที่ผ่านมา +1

    Jai bheem sir ji

  • @AngrejSingh-b3b
    @AngrejSingh-b3b 18 วันที่ผ่านมา

    👍👍👍👍very nice

  • @ashishdipankar9733
    @ashishdipankar9733 14 วันที่ผ่านมา

    सारगर्भित

  • @sumandharmvir8876
    @sumandharmvir8876 9 วันที่ผ่านมา

    विचारधाराओं का टकराव। बहुत सही बात समझा रहे हैं।