निशांत सिंह ने बहुत ही अच्छी बात कही की हमने 11वी पंच वर्षीय योजना में शहरीकरण को बढ़ावा दिया गया पर उसका एक बेहतर प्लान नही बनाया गया था, जो आज भी उसकी एक कमी झलकती है।
बड़े शहरो का विकास ग्रोथ डाउन इस लिए है क्योकि वंहा मिडिलक्लास और हायर क्लास अधिकांश क्षेत्रो पर संरक्षणवाद की विचारधारा से ग्रसित हो गया है संरक्षणवाद शब्द ठीक मुनासिब हो सकता है महाराष्ट्र और गुजरात मे ये देखने को मिला है महाराष्ट्र के लोग यूपी और बिहार के लेबर क्लास को पसंद नहीं करते विदित रहे की जब प्रधानमंत्री गुजरात के सीएम थे तो उन्होने कहा था कि मायावती अपने लोगो को अपने यंहा नौकरी क्यो नहीं देती उस समय मायावती जी यूपी की मुख्यमंत्री थी
Such an irony This is just for academic interests. To answer a few exam questions. To pass and become a clerk in an office. Whereas the truth is, All such present incumbent clerks are responsible, accountable and causes of such urban problems. How did the need to launch an anti encroachment drive arise? Why the newly laid road was dug to lay a pipe? How do the unregistered, uninsured, uncertified vehicles ply? Why the electric poles carry a jungle of wires, cables? And above all, Why is the municipal body always under staffed? These things have nothing to do with any other problem. These are man made things, intentionally introduced into the system.
𝕄𝕪 𝕘𝕠𝕕 !!! इतनी बडी प्राॅब्लेम पर 𝕕𝕚𝕤𝕔𝕦𝕤𝕤 हो रही है ! इस चॅनल के सबस्क्रायबर्स 802𝕜 है और इस व्हिडिओ मे 𝕚𝕟𝕥𝕖𝕣𝕖𝕤𝕥𝕖𝕕 व्ह्युअर्स सिर्फ 20𝕜 है ?? इसी बात से समझता है कि भारत की जनता अपने देश के लिए कितनी जागरुक है !! साला,पागल थे वो क्रांतिकारी जो अपने खूबसूरत वतन और ऐसे हरामजादो के लिए कुर्बान हो गये !
निशांत सिंह ने बहुत ही अच्छी बात कही की हमने 11वी पंच वर्षीय योजना में शहरीकरण को बढ़ावा दिया गया पर उसका एक बेहतर प्लान नही बनाया गया था, जो आज भी उसकी एक कमी झलकती है।
बड़े शहरो का विकास ग्रोथ डाउन इस लिए है क्योकि वंहा मिडिलक्लास और हायर क्लास अधिकांश क्षेत्रो पर संरक्षणवाद की विचारधारा से ग्रसित हो गया है संरक्षणवाद शब्द ठीक मुनासिब हो सकता है महाराष्ट्र और गुजरात मे ये देखने को मिला है महाराष्ट्र के लोग यूपी और बिहार के लेबर क्लास को पसंद नहीं करते विदित रहे की जब प्रधानमंत्री गुजरात के सीएम थे तो उन्होने कहा था कि मायावती अपने लोगो को अपने यंहा नौकरी क्यो नहीं देती उस समय मायावती जी यूपी की मुख्यमंत्री थी
Thnks dhyeya team
Good ❤
सोसाइटी की तैयारी के लिए डिबेट फॉर्म में करना बहुत लाभकारी होता है इससे न सिर्फ मेंस की तैयारी बल्कि इंटरव्यू तक हो जाती है
Very useful and very nice 🌼🌼🌿🌿
Thanks ध्येय IAS
बहुत अच्छा
Nice vedio thanks dhyey ias
Thank you so much Dhyeya ias
Thanks for your urban problem
He's very calm and cool ✌
Thanks
Topic content discussions sb best h bas ek request h guest ke liye chair (sofa) comfortable arrange kariye
Good
Nice discussion
ध्येय आईएएस के वीडियो काफी लंबे होते है, कृपया थोड़ा छोटा बनाने का प्रयास करें।
Best topic selection thanks sir g
Sir app yojna ayog ki jo sachib Sir unko latey q nehi? Wo sir bahut ache boltey hey
Thankyou sir
Please sir agar Rashtriya mudde ka bhi PDF form mil Jaye to achha hota jisse ki samay ka bachat ho sake thanks
Very important topic...sir ji
Thanks for this...!!!
Some points were very good.
But the debate was quite different from the topic.
Most of the time it was totally derailed.
👌👌👌👌👌
Such an irony
This is just for academic interests. To answer a few exam questions.
To pass and become a clerk in an office.
Whereas the truth is,
All such present incumbent clerks are responsible, accountable and causes of such urban problems.
How did the need to launch an anti encroachment drive arise?
Why the newly laid road was dug to lay a pipe?
How do the unregistered, uninsured, uncertified vehicles ply?
Why the electric poles carry a jungle of wires, cables?
And above all,
Why is the municipal body always under staffed?
These things have nothing to do with any other problem. These are man made things, intentionally introduced into the system.
मैं बस में हूँ🚌🚌🚌 पर मौका मिलते ही देखूंगा
Sir aapki discount scheme(1=10%,1+1=30%,1+1+1=50%) Sirf English medium k liye h ya dono medium k liye?
𝕄𝕪 𝕘𝕠𝕕 !!! इतनी बडी प्राॅब्लेम पर 𝕕𝕚𝕤𝕔𝕦𝕤𝕤 हो रही है ! इस चॅनल के सबस्क्रायबर्स 802𝕜 है और इस व्हिडिओ मे 𝕚𝕟𝕥𝕖𝕣𝕖𝕤𝕥𝕖𝕕 व्ह्युअर्स सिर्फ 20𝕜 है ?? इसी बात से समझता है कि भारत की जनता अपने देश के लिए कितनी जागरुक है !! साला,पागल थे वो क्रांतिकारी जो अपने खूबसूरत वतन और ऐसे हरामजादो के लिए कुर्बान हो गये !