हर हर महादेव सभी हिंदू भाई ध्यान दें। यदि आप चाहते हैं कि संस्था आपके लिए शास्त्रों में शोध अनुसंधान करके धर्म के गंभीर विषयों को आपके समक्ष रखे तो आप कृपया संस्था को सहयोग करें। संस्था को पुस्तकालय निर्माण के लिए धन की बहुत आवश्यकता है। संस्था को दान करने पर 80जी के तहत आप टैक्स में छूट भी पा सकते हैं। Name- JAGADGURU SHANKARACHARYA SANATANDHARMA SANRAKSHAN NYAS PhonePe, GooglePay, Paytm UPI No. 8439945763 किसी भी जानकारी के लिए संस्था के इस नंबर पर संपर्क करें। 8439945762
बहुत सुंदर शास्त्रीय एवं प्रमाणित वा स्पष्ट व्याख्यान आप के द्वारा किया जाता है आचार्य जी आपने जो श्रृंखला चलाई है यह निश्चित ही सभी सनातनियों के लिए बहुत ही लाभकारी है सभी को श्रवण करना चाहिए मैं आपके प्रत्येक वीडियो को देखता सुनता हूँ बहुत अच्छा लगता है नई नई चीजें प्राप्त हो रही हैं बहुत ही आनंद आ रहा है आपको कोटिशः धन्यवाद सादर प्रणाम 🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹
सभी कर्म में दो उपनयन धारण करना ही चाहिए , इसमें सभी कर्मकांड करने वाले ब्राह्मणों को धारण करना चाहिए ।बृहद ब्रह्म नित्य कर्म ।।बहुत धन्यवाद आपका ।।। जय शंकर ।।
Shuchita bhang hone par punar dharan ka vidhaan hai toh striyon ko yagyopavit dhaaran ka pathan paathan evam hawan aur shruti ka adhikaar kyu nahi hai...uttar dijiyega kripa karke
Suna Goya he panditoko ved anusar Sutra pehena jata he wese satryaka wese hi hota he ya nehi or srikrishna ji ka ved kya the or Sri Ramjike ved Sutra kya the batayen jara
गुरू देव प्रणाम 🙏 जीवक्पितृकेण जीवज्ज्येष्ठभ्रातृकेण चोत्तरीयं तत्स्थाने तृतीयं यज्ञोपवीतं वा न धार्यम् जिनके पिता या ज्येष्ठ भाई जीवित हो उसे दुपट्टा या तृतीय यज्ञोपवीत धारण नहीं करना चाहिए-धर्म सिन्धु गुरू देव इसको विस्तृत रूप से समझाने कि कृपा करे सविनय निवेदन 🙏
गुरुजी पारद शिवलिंग के बारे में आप बताएं और यह भी बताएं कि उसकी जलहरी जो होती है वह क्या भारत की पारद शिवलिंग की होगी क्योंकि कुछ लोगों का मत है कि जलहरी और शिवलिंग दोनों एक ही धातु की होनी चाहिए इस संशय को बताएं और मार्गदर्शन करें कैसे रखें चाहिए
गुरुजी किस वेद में यह वर्णित है कि स्त्रियां यज्ञोपवीत धारण नहीं कर सकती है कृपया बताएं बहुत से लोगों को यह मत है कि कर सकती है परन्तु मैं सहमत नहीं है कृपया मार्गदर्शन करे🙏🙏
मेरा वर्ण कौनसा है ? क्या आप बताने में समर्थ है गुरूजी क्युकी मुझे जानना है वो भी प्रमाण के साथ और क्या में जनेऊ पहन सकता हु ??? कृपया कर मुझे जल्दी से उत्तर बताएगा।। जय श्री राम 🚩🚩।।
पंडित जी हम भट्टाचार्य है,मेरा बेटा 09/02/2022के दिन 15 साल का होगा।16 वा साल शुरु होगा( जन्म तारीख 09/02/2007है।)।तो क्या 18/02/2022, के दिन उपनयन संस्कार कर शकते है?।क्या कानभेदन जरुरी है?मेहरबानी करके जल्द उत्तर दे। धन्यवाद 🙏
Yadi upnayan shudron ka nhi Kiya jasakta to kya ye unke sath bhedbhaav nhi hai yadi koi shudra ved padhna chahta hai to vo to padh hi nhi sakta iske liye to upnayan sanskar hota hai kripya karke batayain
मेरा प्रश्न यह है कि क्या जनेऊ पहन कर मांसभक्षण उचित है ? यदि कोई जनेऊ पहन कर मांस मदिरा का सेवन करता है तो क्या जनेऊ अपवित्र हो जाता है जनेऊ की पवित्रता की मर्यादा खंडित होती है? इसके विषय में भी दक्षिण कान पर जनेऊ को ३ बार लगाने का विधान है क्या? क्योंकि जनेऊ को उतारा नहीं जाता और अगर कोई तामसी वस्तु का सेवन कर ले तो इसका प्रायश्चित क्या है? ~अतुल पाण्डेय यजुर्वेदीय सरयूपारीण ब्राह्मण गाजीपुर उत्तरप्रदेश
@@jsaps_org 😂😂 Ye aapka banaya hindu dharm hai ki bina ache karm ke hi Banda brahman kshatriya ban jae Sanatan Vedic Dharm karm anusar varn deta hai .... Ishwar se prarthna hai Ap jaiso ko sadbuddhi de Apne bat bat ke uch nich karke Dharm ki ekta ki aisi taisi kar di hai Aj jihadio ka itna bada khatra hai Ekta laane ke bajae Batne me lage hai ap jaise log Dharm ko apne hisab se chala rahe hai Ishar ka Vedic Dharm to chal hi nahi rha .
मे एक क्षत्रिय हू ओर मेरी विद्द्यारंभ ११वर्ष की आयु में शुरू हूवा पर मेरा यजञोपवीत नहीं किया अभितक मेरी आयु २० वर्ष हैं क्या मे २२ की आयु में यजञोपवीत संस्कार कर जनेऊ धारण कर सकता हू??🙏🚩
जाती वर्ण का निर्धारण करती है ना की कर्म। एक मनुष्य शुभह से शाम तक चारो वर्ण का कर्म करता रहता है परिस्थिति अनुशार । तो क्या उस मनुष्य को हर दो घडी बाद नया वर्ण दे दे महोदय। मूर्खता की प्रकाष्ट इसे कहते है। आज की राजनीति रोटिया और विधर्मी आर्य समाज की विसङतीय का यह प्रिणाम है।
क्या विवाह संस्कार के बाद यज्ञोपवित किया जा सकता हैं? यज्ञोपवित में बहुत ताकत होती हैं, तो फिर विवाहित पुरुष जो इस से लाभान्वित नही है उसे एक और अवसर देना उचित नहीं है?
Kyuki apne Jo age bataya usase jayada age hoo Jane par upnayan nahi hota hai To kripya apji Hume ye bataye ki Upnayan nahi Kiya hai ya fir nahi karvaya hai to kya wo sanatani nahi hai Kya wo Hindu nahi hai Kyuki kahi log Aisa khate hai ki agar jnoyi Dharan nahi Kiya hai to apji sanatani nahi hai Kaya ye sach hai
उपनयन संस्कार. बामनी षणयन्त्र ब्राहमण बच्चे का ८से १६वर्ष क्षत्रिय बच्चे का १२ से २४ वर्ष वैश्य बच्चे का १६ से ३२ वर्ष शुद्र ब्च्चे का कोई जनेऊ संस्कार नही ।और गुरूकुल मे शिक्षा ग्रहण की प्रथम अनिवार्य शर्त है कि जनेऊ धारी होना चाहिए अब सोचने का विषय है कि शुद्र बच्चो को इन बामनो ने कितनी चालाकी व धुर्तता से शिक्षा से वंचित किया था तो बामनो का जनेऊ सम्माननीय है या मूतनीय है या गटरनीय है
गुरुजी किस वेद में यह वर्णित है कि स्त्रियां यज्ञोपवीत धारण नहीं कर सकती है कृपया बताएं बहुत से लोगों को यह मत है कि कर सकती है परन्तु मैं सहमत नहीं है कृपया मार्गदर्शन करे🙏🙏
हर हर महादेव
सभी हिंदू भाई ध्यान दें।
यदि आप चाहते हैं कि संस्था आपके लिए शास्त्रों में शोध अनुसंधान करके धर्म के गंभीर विषयों को आपके समक्ष रखे तो आप कृपया संस्था को सहयोग करें। संस्था को पुस्तकालय निर्माण के लिए धन की बहुत आवश्यकता है। संस्था को दान करने पर 80जी के तहत आप टैक्स में छूट भी पा सकते हैं।
Name- JAGADGURU SHANKARACHARYA SANATANDHARMA SANRAKSHAN NYAS
PhonePe, GooglePay, Paytm
UPI No. 8439945763
किसी भी जानकारी के लिए संस्था के इस नंबर पर संपर्क करें।
8439945762
नमः पार्वतीपतये हर हर महादेव
नमो नमः आचार्य जी
बहुत सुंदर विवेचन
@@RudralifeRajeshPandey m
वैदिक जी को सादर प्रणाम।
हर हर महादेव
वाह बहुत सुंदर शास्त्रीय विधि से विवेचन किया गया है।
नमः पार्वतीपतये हर हर महादेव।
वैदिक जी को सादर प्रणाम
बहुत सुंदर शास्त्रीय एवं प्रमाणित वा स्पष्ट व्याख्यान आप के द्वारा किया जाता है आचार्य जी आपने जो श्रृंखला चलाई है यह निश्चित ही सभी सनातनियों के लिए बहुत ही लाभकारी है सभी को श्रवण करना चाहिए मैं आपके प्रत्येक वीडियो को देखता सुनता हूँ बहुत अच्छा लगता है नई नई चीजें प्राप्त हो रही हैं बहुत ही आनंद आ रहा है आपको कोटिशः धन्यवाद सादर प्रणाम 🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹
सभी कर्म में दो उपनयन धारण करना ही चाहिए , इसमें सभी कर्मकांड करने वाले ब्राह्मणों को धारण करना चाहिए ।बृहद ब्रह्म नित्य कर्म ।।बहुत धन्यवाद आपका ।।। जय शंकर ।।
Bahut sundar jaankari ke liye dhanyawad.
बहुत सुंदर जानकारी प्रदान किया आपने आपको धन्यवाद
#जयगुरुदेव !
Radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe radhe
प्रणाम ब्राह्मण देव मैं क्षत्रिय वर्ण से हूं इस समय मेरी आयु 32 वर्ष है मैं कौन सा जनेऊ धारण करूं मेरा मार्गदर्शन करें और किस प्रकार करूं
हर हर महादेव 🙏 🙏
Jai ho hamar janeu sanatan dharm bhagwan Rishi
पर मैंने तो लड़कियों का उपनयन होता हुआ देखा है और एक गुरुजी से भी सुना है के किसी भी शास्त्र में लड़कियों का उपनयन मना नहीं है
Har har Mahadev
हर हर महादेव
चरण वंदना
🙏🙏🚩
हर हर महादेव
Sugam gyan preshan hai bhagwan
हर हर महादेव ।
🙏🙏
Guru ji mne 6 dhage wali janeu dharn ki h Or mri sadhi bhi nhi hui to koi nuksaan to nhi hoga na pls 🙏reply. Batana jarur
प्रणाम करता हूँ🙏🙏
Shuchita bhang hone par punar dharan ka vidhaan hai toh striyon ko yagyopavit dhaaran ka pathan paathan evam hawan aur shruti ka adhikaar kyu nahi hai...uttar dijiyega kripa karke
For them we women are only valueable if we bear child and do the so called patiseva
Ram ram
What nansensho bhai jobhi bakraheho jo
Or bhraman dwara jo upnayan krvaya jata hai usame kitna karcha aata hai
🙏🙏🙏🙏
Jagat guru brahmin, brahmin guru sanyasi, sanyasi guru avinsahi. Jay dasnami goswami shivanshi
Gurujii bina mundon kye kya upanayan phean sakte hain....
Janeu me 5 gnath aur 7 gnath kya hain aur inke name bata dijiye guru adhik abhilasa janne ki hai
Shadi ke baad kitne yagyopavit pehanne chaheye.
18years ka hu kya 6dhaga janeu pahan sakte hai ya 3
Suna Goya he panditoko ved anusar Sutra pehena jata he wese satryaka wese hi hota he ya nehi or srikrishna ji ka ved kya the or Sri Ramjike ved Sutra kya the batayen jara
Kayasthon ka upnayan kab hota h kitne warsa ki aayu me ?? Kripya jawab dw
Sir kya me 20 years ke bad janeu pehan skata hu... Mene aaj tak janeu nahi pehna
@@rambabu3335 kya baate kar rahe hi pehna jaruri hai📣📣
Shastri ji Gayatri privar me ygyopavitam
Jo upnayan dharan karvate hai wo welid hai ya nahi
Hai,janeu dharan mantra padea aspast ho jayga
🕉️🙏🕉️🔱
गुरू देव प्रणाम 🙏 जीवक्पितृकेण जीवज्ज्येष्ठभ्रातृकेण चोत्तरीयं तत्स्थाने तृतीयं यज्ञोपवीतं वा न धार्यम् जिनके पिता या ज्येष्ठ भाई जीवित हो उसे दुपट्टा या तृतीय यज्ञोपवीत धारण नहीं करना चाहिए-धर्म सिन्धु गुरू देव इसको विस्तृत रूप से समझाने कि कृपा करे सविनय निवेदन 🙏
यज्ञोपवीत अभिमंत्रित करने के लिए श्रावणी कब है आचार्य जी
गुरुजी पारद शिवलिंग के बारे में आप बताएं और यह भी बताएं कि उसकी जलहरी जो होती है वह क्या भारत की पारद शिवलिंग की होगी क्योंकि कुछ लोगों का मत है कि जलहरी और शिवलिंग दोनों एक ही धातु की होनी चाहिए इस संशय को बताएं और मार्गदर्शन करें कैसे रखें चाहिए
प्रणाम आचार्य, शास्त्रों कायस्थ जाति के बालकों को किस आयु तक जनेऊ धारण करने की अनुमति है ?
गुरुजी किस वेद में यह वर्णित है कि स्त्रियां यज्ञोपवीत धारण नहीं कर सकती है कृपया बताएं बहुत से लोगों को यह मत है कि कर सकती है परन्तु मैं सहमत नहीं है कृपया मार्गदर्शन करे🙏🙏
मेरा वर्ण कौनसा है ? क्या आप बताने में समर्थ है गुरूजी क्युकी मुझे जानना है वो भी प्रमाण के साथ और क्या में जनेऊ पहन सकता हु ???
कृपया कर मुझे जल्दी से उत्तर बताएगा।।
जय श्री राम 🚩🚩।।
Han Janeu sabhi Hindu ka adhikar hai, par apka upanayan hona anibarya hai.
Vaishno ko kitni Sutra hoti hai?
9
पंडित जी हम भट्टाचार्य है,मेरा बेटा 09/02/2022के दिन 15 साल का होगा।16 वा साल शुरु होगा( जन्म तारीख 09/02/2007है।)।तो क्या 18/02/2022, के दिन उपनयन संस्कार कर शकते है?।क्या कानभेदन जरुरी है?मेहरबानी करके जल्द उत्तर दे। धन्यवाद 🙏
Acharya ji striya janeu ke baad sadi karti hai ki nhi
प्रणाम वैदिक जी
वैश्य वर्ण का बालक का न्यूनतम उम्र16 से ३२ सालहै तब वह वेदाध्ययन उपनयन के पहले करेगा या बाद में
यज्ञोपवीत संस्कार मैं व्रात्य संध्या हो जाने पर किस विधि से यज्ञोपवीत होता है
Yadi upnayan shudron ka nhi Kiya jasakta to kya ye unke sath bhedbhaav nhi hai yadi koi shudra ved padhna chahta hai to vo to padh hi nhi sakta iske liye to upnayan sanskar hota hai kripya karke batayain
आचार्य जी क्या यज्ञोपवीत बदलने अथवा नया धारण करने के लिए किसी विशेष दिन तिथि अथवा मूहर्त का होना आवश्यक है?
मेरा प्रश्न यह है कि क्या जनेऊ पहन कर मांसभक्षण उचित है ?
यदि कोई जनेऊ पहन कर मांस मदिरा का सेवन करता है तो क्या जनेऊ अपवित्र हो जाता है जनेऊ की पवित्रता की मर्यादा खंडित होती है? इसके विषय में भी दक्षिण कान पर जनेऊ को ३ बार लगाने का विधान है क्या?
क्योंकि जनेऊ को उतारा नहीं जाता
और
अगर कोई तामसी वस्तु का सेवन कर ले तो इसका प्रायश्चित क्या है?
~अतुल पाण्डेय यजुर्वेदीय सरयूपारीण ब्राह्मण
गाजीपुर उत्तरप्रदेश
जन्म से तो सभी शुद्र होते हैं
उपनयन संस्कार होने के बाद ही वह दिजातिये हो जाता है।
जन्म से सभी शुद्र नही होते जन्म से केवल शुद्र ही शुद्र होता है बाकी जो जिस जाति में जन्म लेता है जन्म से उसी जाति का होता है।
@@jsaps_org पंडित जी इसका मतलब द्विज समुदाय में जन्म से 100 % आरक्षण है.
शूद्र कभी द्विज नही बन सकता?
@@sachinbharti6308 nahi bhai Esa nahi hai, dwij banane ke liye upanayan abashyak hai, janam se sabhi shudra hai.
@@jsaps_org वाह अपने तो भगवान को भी छोटा बनना दिया गुरुवर शायद भगवान भी आपके सामने छोटे है बड़े महान है🙏🙏🙏🙏🤭🤭
@@jsaps_org 😂😂
Ye aapka banaya hindu dharm hai ki bina ache karm ke hi
Banda brahman kshatriya ban jae
Sanatan Vedic Dharm karm anusar varn deta hai ....
Ishwar se prarthna hai
Ap jaiso ko sadbuddhi de
Apne bat bat ke uch nich karke
Dharm ki ekta ki aisi taisi kar di hai
Aj jihadio ka itna bada khatra hai
Ekta laane ke bajae
Batne me lage hai ap jaise log
Dharm ko apne hisab se chala rahe hai
Ishar ka Vedic Dharm to chal hi nahi rha .
प्रायश्चित के लिए क्या करना होगा अगर समय से पहले नई कर पाए तो अब कैसे जनेऊ धारण करे
वशिष्ट गोत्र को कितने प्रवर की जनेव धारण करना चाहिए श्री मान जी सुगन सिंह राजपुरोहित जसनगर जिला नागौर राजस्थान
Me bairwa hu
जो लोग अनुपनीत हैं वो श्री दुर्गा सप्तशती के ऋग्वेदोक्त रात्रिसूक्त एवं देवीसूक्त का पाठ कर सकते हैं?
मे एक क्षत्रिय हू ओर
मेरी विद्द्यारंभ ११वर्ष की आयु में शुरू हूवा
पर मेरा यजञोपवीत नहीं किया अभितक
मेरी आयु २० वर्ष हैं
क्या मे २२ की आयु में यजञोपवीत संस्कार कर जनेऊ धारण कर सकता हू??🙏🚩
😢मै पंजाबी क्षतरीय हूं बिना यज्ञोपवित के बिना शराद कैसे करें कृप्या मदद करें
गुरु जी प्रणाम। मेरी आयु 43 वर्ष है तो क्या मैं जनेऊ धारण कर सकता हूं। कृपया मार्गदर्शन करें
Nhi
Play it 2x for time management
Upanayan na hoo to wo sanatani dhrami nahi khelata
Kya hai sach hai
Kripya utar dijiyega
जब भगवान ने वर्ण व्यवस्था कर्म के आधार पर बनाई, तो ऐसे में कोई कैसे जन्म से ब्राह्मण,क्षत्रिय, वैश्य या शूद्र हो सकता है।
Nhi hote hai kon bola
Sb apne karm se hote hai baki nam ka bs
Bilkul sahi kah bhai
Ye sab apna banaya dharm chala rahe hain
Sanatan ishwar ka vedic dharm nahi...
जाती वर्ण का निर्धारण करती है ना की कर्म। एक मनुष्य शुभह से शाम तक चारो वर्ण का कर्म करता रहता है परिस्थिति अनुशार । तो क्या उस मनुष्य को हर दो घडी बाद नया वर्ण दे दे महोदय। मूर्खता की प्रकाष्ट इसे कहते है। आज की राजनीति रोटिया और विधर्मी आर्य समाज की विसङतीय का यह प्रिणाम है।
क्या विवाह संस्कार के बाद यज्ञोपवित किया जा सकता हैं? यज्ञोपवित में बहुत ताकत होती हैं, तो फिर विवाहित पुरुष जो इस से लाभान्वित नही है उसे एक और अवसर देना उचित नहीं है?
प्रायश्चित पूर्वक हो सकता है
Mobile dekkor bol roha hain
Gurujii mai to 9 pahanta hu
सुवर्ण की जनेउ कौन धारण कर सकता है ? कोइ विधि-विधान है ?
नौ तन्तु का अर्थ क्या है---
Kya aapka mobile no mil sakta hai
Kyuki apne Jo age bataya usase jayada age hoo Jane par upnayan nahi hota hai
To kripya apji Hume ye bataye ki
Upnayan nahi Kiya hai ya fir nahi karvaya hai to kya wo sanatani nahi hai
Kya wo Hindu nahi hai
Kyuki kahi log Aisa khate hai ki agar jnoyi Dharan nahi Kiya hai to apji sanatani nahi hai
Kaya ye sach hai
तर्पण में यज्ञोपवीत - उत्तरीय वस्त्र एवं घुटनों को वीती - उपवीती - निवीती क्यों करते हैं ?
Mai vishwakarma hu mera janeu 15 saal me hua hai
विश्व कर्मा द्विज नही है आप अपना जेनयू अपराध है और आप और आप को कराने वाला यदि कोई द्विज होगा वह और आप दोनों नर्क के बागी है
Haa Vishwakarma Brahmins hote hai
bina dakshida ke koi kam nhi ho sakta
स्त्रियों का यज्ञोपवीत क्यों नही होता है । ऐसा किसी भी बंधु ने वेदों में पढ़ा हो और चारों वेदों में ऐसा लिखा हो तो कृपया करके मार्गदर्शन अवश्य करें
prahman ki kyu krega
उपनयन संस्कार.
बामनी षणयन्त्र
ब्राहमण बच्चे का ८से १६वर्ष
क्षत्रिय बच्चे का १२ से २४ वर्ष
वैश्य बच्चे का १६ से ३२ वर्ष
शुद्र ब्च्चे का
कोई जनेऊ संस्कार नही
।और गुरूकुल मे शिक्षा ग्रहण की प्रथम अनिवार्य शर्त है कि जनेऊ धारी होना चाहिए
अब सोचने का विषय है कि शुद्र बच्चो को इन बामनो ने कितनी चालाकी व धुर्तता से शिक्षा से वंचित किया था
तो बामनो का जनेऊ
सम्माननीय है
या मूतनीय है
या गटरनीय है
क्या मानव धर्म है जहा स्त्रियों और शूद्रों को शुरू से ही कोई अधिकार नहीं दिया!
Ye मानव धर्म नही bhrahman धर्म है भाई🤭🤭😂🤣🤣
भागवत पुराण के कौन सी स्कंध के कौन सा अध्याय में कितने नं के श्लोक में वर्णन है जरा स्पष्ट करे | आप भारत में पाखंड फैला रहे है |
हर हर महादेव
गुरुजी किस वेद में यह वर्णित है कि स्त्रियां यज्ञोपवीत धारण नहीं कर सकती है कृपया बताएं बहुत से लोगों को यह मत है कि कर सकती है परन्तु मैं सहमत नहीं है कृपया मार्गदर्शन करे🙏🙏
यदि किसी शास्त्र में लिखा बतला दें तो फिर मानोगे या नहीं।
Stree bhi yagyopavit dharan kar sakti hai
Kahin mana nhi kiya gya hai shashtra me
@@jsaps_org ha kya