हर हर महादेव सभी हिंदू भाई ध्यान दें। यदि आप चाहते हैं कि संस्था आपके लिए शास्त्रों में शोध अनुसंधान करके धर्म के गंभीर विषयों को आपके समक्ष रखे तो आप कृपया संस्था को सहयोग करें। संस्था को पुस्तकालय निर्माण के लिए धन की बहुत आवश्यकता है। संस्था को दान करने पर 80जी के तहत आप टैक्स में छूट भी पा सकते हैं। Name- JAGADGURU SHANKARACHARYA SANATANDHARMA SANRAKSHAN NYAS PhonePe, GooglePay, Paytm UPI No. 8439945763 किसी भी जानकारी के लिए संस्था के इस नंबर पर संपर्क करें। 8439945762
आचार्य जी आपको सादर प्रणाम मैं विपिन कुमार शर्मा पाराशर गोत्र दिल्ली से बोल रहा हूं नवरात्रि आ रहे हैं इसलिए कृपया करके आप सप्तशती के स्तोत्र और महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र पर विस्तृत व्याख्या करके एक वीडियो बनाएं
जय श्री राम प्रणाम गुरुदेव हमारे त्रिकाल संध्या में विधान में गायत्री शाप विमोचन है यहां किस कारण से है क्या गायत्री जी को ब्रह्मा वशिष्ठ शुक्राचार्य जी विश्वामित्र जी का श्राप प्राप्त है अगर है तो इसका विधान कथा किस शास्त्र में वर्णित है कृपा करके बताएं और किस प्रकार से है
श्री गुरुजी सादर प्रणाम,क्या महिला गायत्री माँ का जप,पुरश्चरण कर सकती है,उनके लिये आयुमर्यादा है क्या,कुमारी और वृद्ध स्त्री जाप कर सकती है,मार्गदर्शन किजीए,धन्यवाद
गुरु जी नमस्ते गुरुजी पारद शिवलिंग जो होता है उसके बारे में आप बताएं क्या पारद शिवलिंग में शिवलिंग के साथ-साथ में अंधा भी पारद शिवलिंग का ही होता होता है अगर अरघा पारद शिवलिंग का नहीं हो तो क्या करें मतलब कि अगर अरघा पारद का का ना हो तो क्या दूसरे धातु से काम चल सकता है
गायत्री हृदय और गायत्री कवच का अगर पाठ ना करें तो क्या होगा गुरुदेव समाधान , तथा अगर किसी का जनेऊ संस्कार समय रहते ना हुआ हो तो वह पश्चाताप कैसेकरें मेरा जनेऊ संस्कार 21 साल 2 महीने परहुआ विधि पूर्व से मैं 2 महीने पीछे हूं मार्गदर्शन करें गुरुदेव
जय सीताराम! कृपा मार्गदर्शन का कष्ट करे । क्या संध्या उपासना सहीत उपस्थान आवहन् मुद्रा के पश्चात लगातार तीन चार धंटे तक पुनश्चचर हेतु जाप जारी रह सकता है क्या ? तत् पश्चात विसर्जन कर दे ।
@@Gokul_kanpuriya जय सीताराम! कोई भी कुछ प्रति उत्तर नहीं मिला। तथा अन्य भी कहीं उक्त प्रश्न का शास्त्रोक्त समाधान नहीं मिला। आपके पास इस विषय का कोई समाधान हो तो कृपा प्रेषित करें।
In breaks, shall I do the count as I wish? In a day, can I do as I wish or morning afternoon and evening only after Sandhya? In a day, each session, is the count is fixed? Dhasamsam havanam, dhasamsam tharpanam, dhasamsam bhojanam. Will these counts in 24 lakhs? Should I do as and when I complete 1 L? Which samith i should use? Can I do bhojan side by side?
नमस्कार पंडित जी, हवनविधि तो प्रायः मिल जाती है लेकिन कृपया हवन कुंड के आकार के बारे में बताएं ....अरत्नि, हस्त प्रमाण इन मापों के विषय में कृपया बताएं....आजकल जो तांबे के छोटे कुंड मिलते हैं क्या वो वैध हैं... यदि स्थन्डिल बनाना चाहें तो उसकी नाप क्या हो...?
आचार्य जी सादर जय गुरुदेव मैं ये जानना चाहता हुं हमनें गायत्री पुरश्चण प्रारम्भ कर दिया यदि बीच में कोई जनना शौच अथवा मरणा शौच मैं क्या बीच बंद करना चाहिए या कोई ऐसा बिधान है जिससे जप बंद न करना पड़े बताने कि कृपा करें
कृपया पूजनीय आचार्य श्रीराम शर्मा आचार्य जी द्वारा लिखित पुस्तक गायत्री महाविज्ञान का अध्ययन करें इसके उपरांत आपकी गायत्री विषयक सभी प्रश्न का समाधान हो जाएगा
आचार्य जी संध्या के समय गायत्री की गिनती नही होती है संध्या के मध्य मे ही आवहन, मुद्रा कवच है विसर्जन भी है विसर्जन तक की संध्या होती है फिर गायत्री जप करना है तो क्या पुनः आवहन, उपस्थान,शापविमोचन, मुद्रा, कवच करना है अथवा सिर्फ़् संध्या के समय ही करना है 🙏🏻🙏🏻
कर्म की प्रधानता का भाव ही शास्त्रों में विहित है। शंका का कोई स्थान नहीं । जन्म, जन्म स्थान का कोई भेद नहीं। लिंग का भेद कुछ विद्वानों ने बताया है जो की स्त्री के नैसर्गिक प्रकृति के चलते जाप अनुष्ठान के खंडित हो जाने की प्रबल संभावना के अधीन है।
Mahaubhav, mantra jap ko itna Kathin aur jatil bana dijiye ki koi Mantra jap ka sahas hi na kar paye.Ek to vaisay hi kaliyug hai, ek ghantay Tak ek aasan may baithna kafi kathin hai. Ek mala Gayatri karnay may 15 minutes lagtay hen. Speed badanay say mantra ki quality, Shradha gunvata Prabhavit hogi . Kuchh log ek minit may ek Puri 108 Bar kar lene ki shamta rakhtay hongay. Dikhava karna ek baat hai Shradha aur vishwas purvak Jap karna alag baat hai. Kaliyug kay kashton say Bachnay Kay liye Bahut saaray log Gayatri jap karna chahtay hen paruntu kuchh Baba log sadhak ko bahut bhramit Kar detay hen. Sabkuch bahut jatil, kathin bana detay hen. Subah Brammuhurat may thanday Pani say nahao. Ghar Kay log jag jayen to ladai jhagda shuru kar do. Vidhi vidhan ko bada kathin rakho. Dhanya ho Babaji. Jai ho. Mai keval 3 baar Ram Ram Ram Kehta hu to Kamal Ho jata hai.
आचार्य जी प्रणाम 🙏🏻🙏🏻 मेरा एक प्रश्न है मै प्रति दिन गौरी गणेश जी सहित सभी देवता की मानसिक पूजा करता हू उसमे 3 घण्टे का समय लगता है 3 समय संध्या करता हू उसमे 3 घण्टे लगते है और अब इनके साथ ही 24 लक्ष्य का पुरस्चरण करने का इक्चुक हू तो क्या गायत्री मन्त्र जप करते हुवे ही प्रत्येक मन्त्र के साथ ही सभी devi देवता का मानस पूजन कर सकता हू क्या मार्ग दर्शन करे क्योकि गायत्री जप करने के समय 5 घण्टे का समय लगता है समय तो मिल जाता है पर प्रति दिन समय निकाल पाना मुश्किल हो जाता है
Sir you have made Gayatri mantra too complicated. I believe,it can be done mentally anywhere,in any condition, without bathing. The mantra japa Itself gives purity, divinity.
प्रति दिन ....अतित्वरायां सार्धत्रय पहरावधि जप्तवान्ते प्रणवमुक्तवा माला प्रार्थना...!! उत्तम जपो द्विसाहस्र: मध्यम:सार्धद्विसाहस्र:। अधमस्त्रिसाहस्रो ज्ञेय:..!! और भी बहुत कुछ कड़क नियम है । कृपया भ्रमित न हो कोई..!!
It is impossible to do Gayatri japa 24 lakhs rosaries .It is not possible to sit in sukhasan with erect spine for .more than two hours. One rosary takes 15 minutes. In an hour a man can do four rosaries of 108 beads . Maximum I can sit for two hours. Doing it rapidly,in a hurry to complete a fixed number is not desirable ,it won't give desired results.
शेष नारायण श्रीवास्तव =अकिञ्चन= मैंने आपके चैनल के कुछ वीडियो देखा सुना। आप स्त्रियों और शूद्रों के सन्ध्योपासना, यज्ञ आदि करने के विरुद्ध हैं। मैं आपसे जानना चाहता हूं कि प्राचीन काल में गार्गी, मैत्रेई, अपोला, घोषा, लोपामुद्रा, भारती आदि वेदविदुषियां जो शास्त्रार्थ भी करती थीं क्या वे सन्ध्योपासना, यज्ञ आदि नहीं करती थीं।आप शास्त्र प्रमाण की बात तो करते हैं किन्तु किसी एक भी शास्त्र का प्रमाण नहीं दिया। वर्तमान समय में आर्य समाज में हजारों वेदविदुषियां हैं। चलो अभी इतने का ही उत्तर दीजिए शेष बाद में। ओ३म् शम्।
शेष नारायण श्रीवास्तव =अकिञ्चन= आपके कहने से आर्य समाज सनातन धर्मी नहीं है तो सही हो गया? और प्रश्नों का उत्तर कहां दिया है बताना जरा। गायत्री परिवार और स्वामी रामदेव जी के बारे में आप क्या कहेंगे? आर्य समाज की तरह इनके संगठन में भी स्त्री और शूद्र के साथ किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाता। स्वामी विवेकानन्द, महर्षि अरविन्द घोष, महर्षि महेश योगी किस जाति के थे सभी वेदों के ज्ञाता थे। स्वामी रामदेव जी किस जाति के हैं पता है आपको? स्वामी रामदेव जी ने वेद और योग का झण्डा सारे विश्व में फहरा रहे हैं। आप शास्त्र का नाम लेकर लोगों को दिग्भ्रमित करने कार्य कर रहे हैं आपको तो यह भी नहीं पता कि शास्त्र कहते किसे हैं।
@@sheshnarayan4615 स्वामी रामदेव आर्यसमाजी ही हैं। गायत्री परिवार के श्री राम शर्मा भी आर्यसमाजी ही थें बाद में अपना अलग सङ्गठन बना लिया। ये सब 100-50 वर्ष पुराने सुधारवादी सङ्गठन मनमाना करते हैं और लोगों को भी मनमाना सिखाते हैं जबकि शंकराचार्य या अन्य आचार्य हजारो वर्षों से सनातन धर्म के सही स्वरूप को प्रस्तुत करते हैं। आपको हजारों वर्ष की परंपरा से प्राप्त सिद्धान्त को नही मानना है और मनमाने धूर्त संगठनों को मानना है। हमारे आचार्य शास्त्रनुसार कहते हैं मनमाना नही। आपको जो मानना है मानिए अथवा मत मानिए। हर बात को कहने के लिए शास्त्र प्रमाण दिया गया है। आप वीडियो देख लीजिए इस चैनल पर मिल जायेंगे बाकी अपलोड किए जाने वाले अगले वीडियो में भी आपके प्रश्नों का उत्तर सम्मिलित है आज रात तक अपलोड हो जाएगा देख लीजियेगा।
शेष नारायण श्रीवास्तव =अकिञ्चन= जगद्गुरु शंकराचार्य अनुसंधान--- मनमानी वे लोग नहीं आप लोग करते हैं आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानन्द सरस्वती जी महाराज ने कोई नवीन मत नहीं चलाया हिन्दू समाज में आप लोग जैसे लोगों ने जो पाखण्ड भर दिया था उसी की सफाई किया था। आप किस शास्त्र की बात करते हैं नाम शास्त्र का लेते हैं और उदाहरण कहीं और से देते हैं। देश और समाज के प्रति तो आप लोगों का एक प्रतिशत भी योगदान नहीं है। आदि शंकराचार्य ने चार मठों की स्थापना की थी आज सैकड़ों शंकराचार्य बने बैठे हैं जो स्वयं को असली और दूसरे को नकली सिद्ध करने में लगे रहते हैं। लगभग तीन वर्ष कोई राघवाचार्य नामक पाखण्डी ने कहा था कि स्त्रियों को गायत्री मन्त्र का जाप नहीं करना चाहिए जब पाणिनि कन्या महाविद्यालय वाराणसी की आचार्याओं ने उसे शास्त्रार्थ की खुली चुनौती दिया तो उसकी हिम्मत नहीं पड़ी। अच्छा शेष वार्ता कर। शुभ रात्रि। ओ३म् शम्।
हर हर महादेव
सभी हिंदू भाई ध्यान दें।
यदि आप चाहते हैं कि संस्था आपके लिए शास्त्रों में शोध अनुसंधान करके धर्म के गंभीर विषयों को आपके समक्ष रखे तो आप कृपया संस्था को सहयोग करें। संस्था को पुस्तकालय निर्माण के लिए धन की बहुत आवश्यकता है। संस्था को दान करने पर 80जी के तहत आप टैक्स में छूट भी पा सकते हैं।
Name- JAGADGURU SHANKARACHARYA SANATANDHARMA SANRAKSHAN NYAS
PhonePe, GooglePay, Paytm
UPI No. 8439945763
किसी भी जानकारी के लिए संस्था के इस नंबर पर संपर्क करें।
8439945762
नमः पार्वतीपतये हर हर महादेव
प्रणाम प्रणाम प्रणाम अद्भुत उपदेश नमो नमः
वैदिक जी को सादर प्रणाम करती हूँ
वैदिक जी को सादर प्रणाम हर हर महादेव
आचार्य जी को सादर नमन
राधे राधे राधे राधे
महाराज जी को सादर प्रणाम करती हूँ
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे,
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
बहुत सुन्दर आप पूर्ण सत्य कह रहे है आपको कोटि कोटि नमन
जय श्री सीताराम
भगवन् सादर वंदन
बहुत सुंदर प्रस्तुति, जयगुरुदेव
हर हर महादेव 🙏🏻
आचार्य जी को प्रणाम
Bahut sundar pandit ji
आचार्य जी आपको सादर प्रणाम मैं विपिन कुमार शर्मा पाराशर गोत्र दिल्ली से बोल रहा हूं नवरात्रि आ रहे हैं इसलिए कृपया करके आप सप्तशती के स्तोत्र और महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र पर विस्तृत व्याख्या करके एक वीडियो बनाएं
Koti koti pranam.....Sanatan dharm ki jai...jai Shiv Shankar....
आप श्री को प्रणाम्
जानकारियां देनेके लिए धन्यवाद !
हर हर श्री महादेव! 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Guru ji pranam 🙏🙏🙏
संस्कृत ग्रंथों का अर्थ हिंदी है किसी भी प्रांत की अपनी निजी भाषा इंग्लिश नहीं। विदेशी भाषा है।
हमे अपनी संस्कृति , संस्कार, और भाषा को ही अपनाना है।
👍👍👍👍👍👍👍👍
Bahut sundar jaankari ke liye dhanyawad.
प्रणमामि🙏🏻🙏🏻
जै गुरुदेव शादर चरण श्पर्श
जय गुरुदेव प्रणाम स्वीकार करे
गुरू जी आपके चरणों में प्रणाम
प्रानाम महाराज जी! आपकाचरण मे मेराप्रनाम!❤️♥️♥️🇳🇵🇳🇵🇳🇵🌷🌺🌺🌺
प्रणाम करता हूँ🙏🙏🙏🙏
Dhanyavad sharmaji. Aap ko pranam....sridhara sharma
ॐ नमो गणपति 🙏ॐ हर संभु 🙏ॐ नमो नारायण 🙏🥰ॐ भगवती 🙏🥰❤
Parnam gurudev
हर हर महादेव
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Har har Mahadev
कृपया गायत्री उत्कीलन और शापोद्धार मंत्र के बारे में बताने का कृपा करे
गुरू देव बंदन
🙏🙏
How much it may cost to do 24 lakh Gayatri Mantra jaap through purohits.
Vratyastome ki puri vidhi bataie krupya
Kya grihasth shiv gayatri jp kr sakte hai.
🙏🏼 mey janna chata hu, keya gayotri punoscharan sidhi se hum savi kali adi debi puja kar sakte hein? 🙏🏼
Ñamo Narayan. Acharya ji, pranam. Purushcharan se purva, Gayatri shaap vimochan/ nishkilan ka vidhan batane ki kripa karein. Dhanyawad 🙏
Is ke liye bramvan hone ki uprant dusra guru karan karna joruri hai?
Kya gayatri purascharan se paap ka fal kat jata hei
Gayatri m mudra aur shrap bimochan ki vedio update kre
Shree hari
Purascharan ke samay yadi sutak padta hai tab kya vidhan hoga
महराज जी पृणाम
Jo kiyab aapne kaha wo kaise milega kripiya btayen🙏🏼🙏🏼
Gayatri sandhya tilak choti janeu jap ye sirf brahmno ke karm hai ya savi barn ke hiduo ke liye hai
Aap jis divya kitab ka reference de rahe hain vo to puri sanskrit mein hai. Vo bhi bina hindi anuvad.
पुस्तक का क्या नाम है
Guruji kya sudra Gayatri mantra ka purascharan ya mantra jap nhi kar sakte ? Or kyu?
जय श्री राम प्रणाम गुरुदेव हमारे त्रिकाल संध्या में विधान में गायत्री शाप विमोचन है यहां किस कारण से है क्या गायत्री जी को ब्रह्मा वशिष्ठ शुक्राचार्य जी विश्वामित्र जी का श्राप प्राप्त है अगर है तो इसका विधान कथा किस शास्त्र में वर्णित है कृपा करके बताएं और किस प्रकार से है
ये पुस्तक कंहा मिलेगी
कृपया मार्गदर्शन करें
श्री गुरुजी सादर प्रणाम,क्या महिला गायत्री माँ का जप,पुरश्चरण कर सकती है,उनके लिये आयुमर्यादा है क्या,कुमारी और वृद्ध स्त्री जाप कर सकती है,मार्गदर्शन किजीए,धन्यवाद
गुरु जी नमस्ते गुरुजी पारद शिवलिंग जो होता है उसके बारे में आप बताएं क्या पारद शिवलिंग में शिवलिंग के साथ-साथ में अंधा भी पारद शिवलिंग का ही होता होता है अगर अरघा पारद शिवलिंग का नहीं हो तो क्या करें मतलब कि अगर अरघा पारद का का ना हो तो क्या दूसरे धातु से काम चल सकता है
माँ गायत्री के कितने सापविमोचन है?
आचार्य जी 5000 जप या इससे अधिक करना बंद करदे 3 हजार ही श्रेष्ठ h क्या
Namste gurji
रोज घर मे कितना गायत्री मंत्र माला करंना है हामे
गायत्री हृदय और गायत्री कवच का अगर पाठ ना करें तो क्या होगा गुरुदेव समाधान , तथा अगर किसी का जनेऊ संस्कार समय रहते ना हुआ हो तो वह पश्चाताप कैसेकरें मेरा जनेऊ संस्कार 21 साल 2 महीने परहुआ विधि पूर्व से मैं 2 महीने पीछे हूं मार्गदर्शन करें गुरुदेव
१६वर्ष से २१वर्ष ५वर्ष तो ५पुराशाचरण जप करना चाहिए।
गुरुजी प्रणाम मेरा यज्ञोपवित नही हुआ लेकिन में गायत्री जप करना चाहता हूं कृपया मार्ग दर्शन करे
जय सीताराम!
कृपा मार्गदर्शन का कष्ट करे ।
क्या संध्या उपासना सहीत उपस्थान आवहन्
मुद्रा के पश्चात लगातार तीन चार धंटे तक पुनश्चचर हेतु जाप जारी रह सकता है क्या ?
तत् पश्चात विसर्जन कर दे ।
आप श्रीमान जी ने क्या निर्देश प्राप्त किया इस संबंध में।
कृपया अवश्य सूचित करें।
सादर।
@@Gokul_kanpuriya
जय सीताराम!
कोई भी कुछ प्रति उत्तर नहीं मिला।
तथा अन्य भी कहीं उक्त प्रश्न का शास्त्रोक्त समाधान नहीं मिला।
आपके पास इस विषय का कोई समाधान हो तो कृपा प्रेषित करें।
श्रीमान जी, आप कौन सी पुस्तक से उद्धरण दे रहे है कृपया नाम और प्रकाशन बताए जी
गायत्रीपुरश्चरणपद्धति से
कृपा करके विधान बतलाये
गुरू जी के चरणों में नमन गुरू जी क्या गायत्री ह्रदय के पाठ से 60लाख गायत्री मंत्र के जाप का फल मिलता है समाधान करने की कृपा करें
हमारे पुत्र का उपनयन किन्हीं कारणों से नहीं हो पाया कृपया प्रायश्चित बताए
In breaks, shall I do the count as I wish?
In a day, can I do as I wish or morning afternoon and evening only after Sandhya?
In a day, each session, is the count is fixed?
Dhasamsam havanam, dhasamsam tharpanam, dhasamsam bhojanam.
Will these counts in 24 lakhs?
Should I do as and when I complete 1 L?
Which samith i should use?
Can I do bhojan side by side?
नमस्कार पंडित जी, हवनविधि तो प्रायः मिल जाती है लेकिन कृपया हवन कुंड के आकार के बारे में बताएं ....अरत्नि, हस्त प्रमाण इन मापों के विषय में कृपया बताएं....आजकल जो तांबे के छोटे कुंड मिलते हैं क्या वो वैध हैं... यदि स्थन्डिल बनाना चाहें तो उसकी नाप क्या हो...?
विधान पद्धति भी आती है कुंड विधान
टेलीग्राम से प्रश्न करें। यूट्यूब डिस्क्रिप्शन देखें
विप्र देव के चरणों मे कोटि कोटि प्रणाम क्या नित्य संध्या में शाप विमोचन व तर्पन गायत्री कवच आवश्यक है या नही
न करने पर दोष नहीं है।
पर करने पर फल की प्राप्ति होती है। नमः पार्वतीपतये हर हर महादेव
गुरु जी क्या गायत्री शाप विमोचन करके गायत्री जप कर सकते हैं
हा कर सकते है मुद्रा भी करनी होती है बस हित ना करो
जिनका यज्ञोपवीत हो चुका है ,उन्हें पुनश्चरन करने की आवश्यकता रहेगी क्या ?
आचार्य जी सादर जय गुरुदेव मैं ये जानना चाहता हुं हमनें गायत्री पुरश्चण प्रारम्भ कर दिया यदि बीच में कोई जनना शौच अथवा मरणा शौच मैं क्या बीच बंद करना चाहिए या कोई ऐसा बिधान है जिससे जप बंद न करना पड़े बताने कि कृपा करें
कृपया पूजनीय आचार्य श्रीराम शर्मा आचार्य जी द्वारा लिखित पुस्तक गायत्री महाविज्ञान का अध्ययन करें इसके उपरांत आपकी गायत्री विषयक सभी प्रश्न का समाधान हो जाएगा
गुरुजी गायत्री मंत्र में हर बार भू भूव: स्वह: लगाना है या सिर्फ एक बार बोलना है फिर सिर्फ तत्सवितूर्वर वरेण्य से ही पूरा मंत्र जप करना है?????
प्रत्येक वार बोलना है
आचार्य जी संध्या के समय गायत्री की गिनती नही होती है संध्या के मध्य मे ही आवहन, मुद्रा कवच है विसर्जन भी है
विसर्जन तक की संध्या होती है फिर गायत्री जप करना है तो क्या पुनः आवहन, उपस्थान,शापविमोचन, मुद्रा, कवच करना है अथवा सिर्फ़् संध्या के समय ही करना है 🙏🏻🙏🏻
महिला गायत्री पुरसचरण कर सकते है या नहीं? अगर कर सकते है तो कृप्या नियम बताए।
ब्राह्मण, से वैष्णव बैरागी सन्यासी गिरी पुरी गोस्वामी लोग श्रेष्ठ होते हैं इसके लिए भी विडियो डालो
क्यों बेवकूफी वाली बातें करते हो
Kya Gayatri ka mandir banana or Gayatri ki pratishta karna uchit hai yadi nahin to log kyon kar rahe hai.
शुद्र जाति से नहीं कर सकता जाप या कर्म से कह रहे हैं शुद्र
जवाब अनिवार्य रूप से देना
कर्म की प्रधानता का भाव ही शास्त्रों में विहित है। शंका का कोई स्थान नहीं । जन्म, जन्म स्थान का कोई भेद नहीं। लिंग का भेद कुछ विद्वानों ने बताया है जो की स्त्री के नैसर्गिक प्रकृति के चलते जाप अनुष्ठान के खंडित हो जाने की प्रबल संभावना के अधीन है।
सवा लाख में भी पुरश्चरण होता है या नही
Mahaubhav, mantra jap ko itna
Kathin aur jatil bana dijiye ki koi
Mantra jap ka sahas hi na kar paye.Ek to vaisay hi kaliyug hai, ek ghantay Tak ek aasan may baithna kafi kathin hai. Ek mala Gayatri karnay may 15
minutes lagtay hen. Speed badanay say mantra ki quality,
Shradha gunvata
Prabhavit hogi .
Kuchh log ek minit may ek Puri
108 Bar kar lene ki shamta rakhtay
hongay. Dikhava karna ek baat hai
Shradha aur vishwas purvak
Jap karna alag baat hai. Kaliyug
kay kashton say
Bachnay Kay liye
Bahut saaray log
Gayatri jap karna chahtay hen paruntu kuchh
Baba log sadhak
ko bahut bhramit
Kar detay hen. Sabkuch bahut jatil, kathin bana detay hen. Subah
Brammuhurat may thanday Pani say nahao. Ghar Kay log jag jayen to ladai jhagda shuru kar do. Vidhi vidhan ko bada kathin rakho. Dhanya ho
Babaji. Jai ho.
Mai keval 3 baar
Ram Ram Ram
Kehta hu to Kamal
Ho jata hai.
आचार्य जी प्रणाम 🙏🏻🙏🏻
मेरा एक प्रश्न है मै प्रति दिन गौरी गणेश जी सहित सभी देवता की मानसिक पूजा करता हू उसमे 3 घण्टे का समय लगता है 3 समय संध्या करता हू उसमे 3 घण्टे लगते है
और अब इनके साथ ही 24 लक्ष्य का पुरस्चरण करने का इक्चुक हू तो क्या गायत्री मन्त्र जप करते हुवे ही प्रत्येक मन्त्र के साथ ही सभी devi देवता का मानस पूजन कर सकता हू क्या
मार्ग दर्शन करे क्योकि गायत्री जप करने के समय 5 घण्टे का समय लगता है समय तो मिल जाता है पर प्रति दिन समय निकाल पाना मुश्किल हो जाता है
Sandhaya kaise karte hai kripa karke bataye
एके साधे सब साधे।
Sir you have made
Gayatri mantra too complicated.
I believe,it can be done mentally anywhere,in
any condition, without bathing.
The mantra japa
Itself gives purity,
divinity.
You can do Rama naama...na sesaachara niyamaha
तो आज के समय ( कलियुग) में 3 लाख गुणा 4 = 12 लाख, 8 लाख गुणा 4 = 32 लाख, 24 लाख गुणा 4 = 96 लाख, मंत्रो का जप करना पड़ेगा पुरश्चरण के लिए?
प्रति दिन ....अतित्वरायां सार्धत्रय पहरावधि जप्तवान्ते प्रणवमुक्तवा माला प्रार्थना...!!
उत्तम जपो द्विसाहस्र: मध्यम:सार्धद्विसाहस्र:।
अधमस्त्रिसाहस्रो ज्ञेय:..!!
और भी बहुत कुछ कड़क नियम है ।
कृपया भ्रमित न हो कोई..!!
माला मे108 दा
Teen hazaar ek din me impossible
It is impossible to do Gayatri japa 24 lakhs rosaries .It is not possible to sit in sukhasan with erect spine for .more than two hours. One rosary takes 15 minutes. In an hour a man can do four rosaries of 108 beads .
Maximum I can sit for two hours.
Doing it rapidly,in
a hurry to complete a fixed number is not desirable ,it won't
give desired results.
शेष नारायण श्रीवास्तव =अकिञ्चन= मैंने आपके चैनल के कुछ वीडियो देखा सुना। आप स्त्रियों और शूद्रों के सन्ध्योपासना, यज्ञ आदि करने के विरुद्ध हैं। मैं आपसे जानना चाहता हूं कि प्राचीन काल में गार्गी, मैत्रेई, अपोला, घोषा, लोपामुद्रा, भारती आदि वेदविदुषियां जो शास्त्रार्थ भी करती थीं क्या वे सन्ध्योपासना, यज्ञ आदि नहीं करती थीं।आप शास्त्र प्रमाण की बात तो करते हैं किन्तु किसी एक भी शास्त्र का प्रमाण नहीं दिया। वर्तमान समय में आर्य समाज में हजारों वेदविदुषियां हैं। चलो अभी इतने का ही उत्तर दीजिए शेष बाद में। ओ३म् शम्।
इन सब प्रश्नों का उत्तर दिया जा चुका है। बाकी आर्यसमाज सनातन धर्मी सङ्गठन नही है अतः वो क्या करता है क्या नही उससे हमें कोई मतलब नही है।
शेष नारायण श्रीवास्तव =अकिञ्चन= आपके कहने से आर्य समाज सनातन धर्मी नहीं है तो सही हो गया? और प्रश्नों का उत्तर कहां दिया है बताना जरा। गायत्री परिवार और स्वामी रामदेव जी के बारे में आप क्या कहेंगे? आर्य समाज की तरह इनके संगठन में भी स्त्री और शूद्र के साथ किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाता। स्वामी विवेकानन्द, महर्षि अरविन्द घोष, महर्षि महेश योगी किस जाति के थे सभी वेदों के ज्ञाता थे। स्वामी रामदेव जी किस जाति के हैं पता है आपको? स्वामी रामदेव जी ने वेद और योग का झण्डा सारे विश्व में फहरा रहे हैं। आप शास्त्र का नाम लेकर लोगों को दिग्भ्रमित करने कार्य कर रहे हैं आपको तो यह भी नहीं पता कि शास्त्र कहते किसे हैं।
@@sheshnarayan4615 स्वामी रामदेव आर्यसमाजी ही हैं। गायत्री परिवार के श्री राम शर्मा भी आर्यसमाजी ही थें बाद में अपना अलग सङ्गठन बना लिया। ये सब 100-50 वर्ष पुराने सुधारवादी सङ्गठन मनमाना करते हैं और लोगों को भी मनमाना सिखाते हैं जबकि शंकराचार्य या अन्य आचार्य हजारो वर्षों से सनातन धर्म के सही स्वरूप को प्रस्तुत करते हैं।
आपको हजारों वर्ष की परंपरा से प्राप्त सिद्धान्त को नही मानना है और मनमाने धूर्त संगठनों को मानना है।
हमारे आचार्य शास्त्रनुसार कहते हैं मनमाना नही। आपको जो मानना है मानिए अथवा मत मानिए। हर बात को कहने के लिए शास्त्र प्रमाण दिया गया है।
आप वीडियो देख लीजिए इस चैनल पर मिल जायेंगे बाकी अपलोड किए जाने वाले अगले वीडियो में भी आपके प्रश्नों का उत्तर सम्मिलित है आज रात तक अपलोड हो जाएगा देख लीजियेगा।
शेष नारायण श्रीवास्तव =अकिञ्चन= जगद्गुरु शंकराचार्य अनुसंधान--- मनमानी वे लोग नहीं आप लोग करते हैं आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानन्द सरस्वती जी महाराज ने कोई नवीन मत नहीं चलाया हिन्दू समाज में आप लोग जैसे लोगों ने जो पाखण्ड भर दिया था उसी की सफाई किया था। आप किस शास्त्र की बात करते हैं नाम शास्त्र का लेते हैं और उदाहरण कहीं और से देते हैं। देश और समाज के प्रति तो आप लोगों का एक प्रतिशत भी योगदान नहीं है। आदि शंकराचार्य ने चार मठों की स्थापना की थी आज सैकड़ों शंकराचार्य बने बैठे हैं जो स्वयं को असली और दूसरे को नकली सिद्ध करने में लगे रहते हैं। लगभग तीन वर्ष कोई राघवाचार्य नामक पाखण्डी ने कहा था कि स्त्रियों को गायत्री मन्त्र का जाप नहीं करना चाहिए जब पाणिनि कन्या महाविद्यालय वाराणसी की आचार्याओं ने उसे शास्त्रार्थ की खुली चुनौती दिया तो उसकी हिम्मत नहीं पड़ी। अच्छा शेष वार्ता कर। शुभ रात्रि। ओ३म् शम्।
@@sheshnarayan4615 हमें आर्यसमाजियों से प्रमाण पत्र नही चाहिए। हमारे लिए कोई व्यक्ति महत्वपूर्ण नही है हमारे लिए केवल शास्त्राज्ञा महत्वपूर्ण हैं।
Aap ka number chahiye
हर हर महादेव 🙏 🙏
हर हर महादेव
हर हर महादेव 🙏🙏🙏
हर हर महादेव
हर हर महादेव