(गीता-30) जिनका मन बहुत भागता हो, वे ध्यान से सुनें || आचार्य प्रशांत, भगवद् गीता पर (2023)
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- เผยแพร่เมื่อ 11 ก.ย. 2024
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⚡ आचार्य प्रशांत कौन हैं?
अध्यात्म की दृष्टि कहेगी कि आचार्य प्रशांत वेदांत मर्मज्ञ हैं, जिन्होंने जनसामान्य में भगवद्गीता, उपनिषदों ऋषियों की बोधवाणी को पुनर्जीवित किया है। उनकी वाणी में आकाश मुखरित होता है।
और सर्वसामान्य की दृष्टि कहेगी कि आचार्य प्रशांत प्रकृति और पशुओं की रक्षा हेतु सक्रिय, युवाओं में प्रकाश तथा ऊर्जा के संचारक, तथा प्रत्येक जीव की भौतिक स्वतंत्रता व आत्यंतिक मुक्ति के लिए संघर्षरत एक ज़मीनी संघर्षकर्ता हैं।
संक्षेप में कहें तो,
आचार्य प्रशांत उस बिंदु का नाम हैं जहाँ धरती आकाश से मिलती है!
आइ.आइ.टी. दिल्ली एवं आइ.आइ.एम अहमदाबाद से शिक्षाप्राप्त आचार्य प्रशांत, एक पूर्व सिविल सेवा अधिकारी भी रह चुके हैं।
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#acharyaprashant #gita #geeta
वीडियो जानकारी: 12.12.23, गीता समागम, ग्रेटर नॉएडा
प्रसंग:
आचार्य जी अध्याय 3 के अंतिम श्लोक, श्लोक क्रमांक 43, को समझा रहे है।
एवं बुद्धे: परं बुद्ध्वा संस्तभ्यात्मानमात्मना।
जहि शत्रु महाबाहो कामरूपं दुरासदम्।।
इस प्रकार हे महाबाहो अर्जुन! अपने आप को भौतिक इन्द्रियों, मन तथा बुद्धि से परे जानकर और मन को निश्चयात्मिका बुद्धि की सहायता से स्थिर करके इस काम-रूपी दुर्जय शत्रु को जीतो।
~ श्रीमद्भगवद्गीता, श्लोक 3.43
आचार्य जी द्वारा दिया गया श्लोक का काव्यात्मक अर्थ:
बुद्धि तुम्हारी शुद्ध रहे
तो तुम ही अपने मीत हो
काम शत्रु भागे छुपे
खुद ही खुद को जीत लो
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संगीत: मिलिंद दाते
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😊😊😊😊
@@tikaramadhikari2607ll
aap ko jo ak baar sunle uska man kahi nahi bhagtaa or fir bhi jiska man bhagta hai to samjo aap ko wo samaj hi nahi paya
बहुत कुछ ऐसा है जहां man नहीं रुकता
@@Hero-hinduसही जगह रोकने के लिए मन के साथ जबरदस्ती करना ज़रूरी होता है, यदि समझ आ जाए कि ग़लत क्या है।
💯👍
Ha sahi hai,AP sir bhi yahi baat bole the.@@anukaushal8689
❤
अध्यात्म = अपनी हालत के प्रति विद्रोह्... ❤
मै कहता हु जागत रहियो तू कहता है सोई रे
~🌹 कबीर🌹
मन तभी शांत होता है जब अध्यात्म में रुचि हो अध्यात्म में मन लगे तो मन नहीं भटकता ।
कोटि कोटि नमन आचार्य जी कोटि कोटि धन्यवाद 🙏🏻🙏🏻
अहम की गति
भाव
विचार
कर्म❤
मन को नही मैं को बदलो।मन खुद सही हो जाएगा। प्रणाम आचार्य जी🙏🙏
आचार्य जी इस युग के संत हैं।🙏सभी लोग केवल सुने नहीं,जीवन में भी उतारें,तभी फ़ायदा होगा।
यथा संभव दान💸 करें।🫵कौन-कौन चाहता है आचार्य जी का चैनल 100✓Milion का हो।🥰
आत्म अज्ञान ही मन की तमाम परेशानियों का कारण है
बिना विरोध और विद्रोह के अध्यात्म नही हो सकता।खुद की खराब हालत पर घिन आनी चाहिए। आचार्य जी🙏
स्वयं का ज्ञान याने पहले अपने तन की गति फिर मन की गति को जानना ही सबसे पहली जरूरत है, ये आचार्य जी को सुनने के बाद ही समझ आया वरना तो जीवन में भटकाव ही भटकाव था।
जब तक न मैं ठीक होगा, न मन ठीक होगा, न उसका माहौल ठीक होगा, न मूड। आत्म अज्ञान ही मन की तमाम परेशानियों का कारण होता है।
"जब पता नहीं हो क्या चाहिए, तब कुछ भी मत चाहना"
लोगों को खुद से नफरत और घिन्न होनी चाहिए,,नही तो इंसान वही लोटता रहेगा jaja pahle tha
जब पता नहीं हो, की क्या चाहना है तब कुछ भी मत चाहना। 🙏
तो कृष्ण मन की सफाई करने को नहीं कह रहे हैं
कृष्ण मैं की सफाई करने को कह रहे हैं।
आत्मज्ञान माने मन को जानना नहीं होता
आत्मज्ञान माने मैं(अहं) को जानना।
-आचार्य प्रशांत
सादर प्रणाम आचार्य जी को। 🙏
आचार्य जी ......रोज आप हमे अपने आप से रुबरू कराते हो.......❤
झुनुलाल(अहंकार) की हालत है ऐसी😄i remember i was live in this geeta session♥️
❤😂
इंसान की पहचान होता है उसका मौन, सच के सामने उसके सिर का झुक जाना 51:36
धन्यवाद आचार्य जी 🙏🏻🙏🏻♥️
Aaj k duniya me aap jaise koi nahi koti koti pranaam
आचार्य जी आप जी को कोटि कोटि प्रणाम करता हूं🙏🙏❤
सभी दर्शक को विनंती है आचार्य प्रशांत जी के विङीयो मे जो सिध्दांतीक वाक्य और सुञ गुढ बाते कमेंट मे लिखा करे धन्यवाद
Thik hai
30million subscribers hote hue bhi social media par kahi bhi Acharya ji ka ullekh nahi but chhichhore log jaldi famous ho jate hai
Apka dhyan kyo ja rha hai subscriber pr
सही राह दिखाने के लिए धन्यवाद आचार्य जी।🙏
बुद्धी तुम्हारी शुद्ध रहे, तो तुम ही अपने मीत हो।
काम शत्रु भागे छुपे , खुद ही खुद को जीत लो।।
❤❤🎉🎉शत शत नमन आचार्य जी🌹🌹🌹🙏
वट वृक्ष जैसा मनुष्य , भगवान श्री राम जी की तरह महान होता है ।
कौन-कौन मानता है आचार्य प्रशांत बहुत अच्छे वक्ता है ❤❤❤😊
❤
😊
"हाल जानना हो तो हरकत देख लो।" #AP_साहब
19:04 अहम की गति कहलाती है भाव, विचार और कर्म, इन्हीं का का संज्ञान लिया जा सकता है,,
गति का ही संज्ञान लिया जा सकता है
Jay shree seeta ram
Right 👍 acharya ji 🙏💯❤
प्रणाम आचार्य जी
Jai shree krishna 🙏
कैसे: -
१) जो सही है वह कठिन कैसे हो जाता है।
२) जो सहज है उसे इनकार कैसे किया जा सकता है।
३) जो चीज पता है कि सच है ही उसकी पीठ कैसे दिखाई जा सकती है।
४) सही जानते हुए भी गलत जीने की कला।
५) कर्तव्य जानते हुए भी कामना पालने की कला।
Pranaam...❤❤
Bahut kuch sikh liya
Or Bahut kuch sikhne ke talash mai hai guru ji ham bhi ❤
जय श्री कृष्ण आचार्य श्री आपको सादर चरणस्पर्श और सादर प्रणाम 🙏🙏🙏🙏🙏
Love you aachariye ji ❤❤
Koti koti naman mere bhagwan shri Acharya prashant ji 🙏🙏
शत शत नमन आचार्य जी 🙏🙏🙏❣️
Love you so much आचार्य जी❤
AP need all sensible people with him for mission , Pls pay minimum 1000Rs. It is billion dollar knowledge we are getting free.
शत शत नमन आचार्य जी 🙏🙏
नमन गुरुवर 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
अहं है
मन का केंद्र।
जब केंद्र ही कूद फांद कर रहा हो तो क्षेत्र का क्या होगा?
मन में चंचलता रहती है
तो उसका कारण है कि मन का केंद्र(अहं) स्थिर नहीं रहता है।
-आचार्य प्रशांत
प्रमाण आचार्य जी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤❤❤
Sir apka ek ek shbd gyan sr bhra hua h
Apki ek speech se he life change ho skti h
धन्यवाद आचार्य जी ❤❤
मन क्या है?
अहं के आस-पास का पूरा क्षेत्र।
-आचार्य प्रशांत
Pranaam Aacharya ji....
Pranaman Acharya Ji🙏
Aapke jaisa maarg Darshan karaney wala shayad hi koi ho.
We are very fortunate to get you. 🙏
Jai ho Aacharya ji Satyam Shivam Sundaram Bhut Khub sundar Tarike Se Samjhaya Satya Dharm kamjori oR majbuti Ke Visay m ❤❤❤
कोटि कोटि प्रणाम आचार्य जी...🙏❤🥰💫
Itna precious knowledge free mai de rhe hai bahut bahut dhanyavaad 🙏
सुप्रभात शत् शत् नमन आचार्य श्री🙏🙏🙏
आज आचार्य जी के सत्र से मैंने सीखा कि हमें वो ग्राहक नहीं बनना चाहिए जिसके लिए दुकानदार प्रार्थना करता है। रोज सुबह🙏🏻
सपने देखना एक आम बात है🌟 💪
वो जो व्यक्ति सपने देखता है🌟 💪
वो ही भविष्य में सफलता प्राप्त करता है🌟 💪
Sapne Mane kya
Aap sahi kah rahe hai aacharya ji
Pranam acharya ❤
East or west our Acharya ji is the best ❤🔥🙏💯
सिर्फ़ गति ही पकड़ी जा सकती है।
जो स्थिर हो उसका संज्ञान नहीं लिया जा सकता।
इसीलिए आत्मा अज्ञेय होती है
क्योंकि आत्मा गति नहीं करती।
अहं की गति कहलाती है- भाव, विचार और कर्म।
तो अहं को जानने का तरीका हुआ उसकी गति पकड़ो।
आत्मज्ञान के लिए अहं की गति को पकड़ो।
वही गति जब सूक्ष्म होती है तो विचार कहलाती है और स्थूल होती है तो कर्म कहलाती है।
इन्हीं दोनों के द्वारा आत्मज्ञान हो सकता है- तन की गति देखो और मन की गति देखो।
देखो शरीर किधर को भाग रहा है और मन किधर को भाग रहा है?
-आचार्य प्रशांत
गुरु जी आप की चरणों में कोटि कोटि नमन 🙏🕉️❤️🚩
No one in the world at present time like you acharya ji 🌹🙅🏻♂️@Raje0397🧎🏻♂️🧎🏻♂️🧎🏻♂️
Bhot jada achha laga samjhane ke liye 🙏🙏🙏
Parnam acharya Ji ❤❤❤❤❤😊😊😊
जितना धन्यवाद करे उतना कम है।।।🙏🙏🙏
Ek baar fir se mnn thik kr diya apne. Ya fir ye kahun ki aham ❤. Acharya ji 🙏
बढ़िया बाते!! बढ़िया भजन🎉❤
Naman gurudev ❤
Acharya G 🙏🏻🙏🏻❤
जय गुरुदेव
मन का केंद्र है अहम - तो जीवन में दुःख ही दुःख है..।
यदि मन का केंद्र हो जाए आत्मा - तो जीवन में आनंद ही आनंद होगा..।
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पर मन का केंद्र अहम से आत्मा होगा कैसे? - सिर्फ और सिर्फ आत्मज्ञान के प्रकाश में...।। 🙇🏻♂️🙏
Pranam acharya ji🙏🙏🙏🙏
Bohat bohat dhanyavad 🙏🙂❤️
Bhot bhot pyar आचार्य जी
नमस्कार आचार्य जी ❤
Pranaam acharya ji 🙏🙏🙏🙏❤️💖♥️♥️❤️❤️❤️💖
Aaz bahut kuch ya kahun kuch bhi nahi jaana,
अहम्(में)- मन का केन्द्र। जब तक अहम् गलत है, तब तक मन भागता या गंदा रहेगा।
आत्मज्ञान - में(अहम्) को बदलने का, एक मात्र तरीका। हाल जानना हो, तो हरकत पकडो। जो बदल रहा है, केवल उसे, जाना जा सकता है। 🙏🏻🪔
चरण स्पर्श, आचार्य जी। 🙇🏻🪔
The greatest reformer in the world right now.
Jay Shree Krishna ❤️🙏 Dear Sir ❤️🙏
आचार्य जी के उदाहरण बहुत सटीक होते हैं और शायद इसीलिए प्रभावशाली भी होते हैं।
Aap babul he, pita h aap guru h, sathi ho aap achary ji kaise kahu mere liye kya ho achary ji aap❤
आत्मज्ञान माने मैं को जानना, मन के पास कोई स्वतंत्र तत्व नही होती।
I can proudly say "You are my Gurujii" ❤
My guruji ❤❤
आचार्य जी के शुभ विचारों से ही मेरे दिन की शुरुआत होती है🙏🙏🥰
अपने कर्मो विचारों भावों को जानो यही आत्मज्ञान है अपने को जानना है❤🎉❤
Thankyou aacharya ji to show life in the right direction
आत्मज्ञान के द्वारा मन को स्थिर करो अर्जुन
When you will acquire right knowledge, you will be always happy ❤❤❤
❤❤❤ pranam guruji
❤❤❤❤❤
आपके मन में क्या चल रहा है
इससे बस ये पता चलता है
कि आप क्या बने बैठे हो।
-आचार्य प्रशांत
सब कुछ सीखा हमने ना सीखी चतुराई सच्चाई सरलता सहजता का यही रास्ता है❤🎉
मैनें सीखा -
सच्चा इंसान = मजबूत स्तम्भ/खम्भा = निश्चल भी, गहरा भी, अटूट भी 🙏
Jay shree Ram acharya G. Jay sanatan wishwa
ज्ञान दर्पण है आचार्य जी❤