Om shanti main apka patient bhi hun Mera sugar ekdam normal ho gaya hai Last yr. I met Dr sachin Prescribed Glycomet gp3 2 times Dapadox 10 Par mujhe prostate nahi hai hai Fir bhi tkoda jyada pani ya dudh chaye piya to bar bar urine ko jana parta hai. Iska koi upaye? Mountt abu se aane ke baad mujhe harpis ho gaya right side pith chhati pe since nov. 2022. Abhi tak pain hai kya karen right hannd se bhari kaam nahi kar sakte...
बाबा का इतना पुराना बच्चा कैसे चला गया, माना कि आप बाबा के हैं और बाबा आपके हैं लेकिन मधुबन की धरनी ईतनी पावन है आप कैसे दूर रह पायेंगे भाई, कितने लोग तरस्ते हैं उस पावन भूमि के दर्शन के के लिए,वैसे प्रभू इक्षा 🙏🙏 ओम शान्ति
भगवान, बापदादा साकार में कहाँ भी आवे, हमे तो अब अव्यक्त होना हैl so पृथ्वी का कोई भी स्थान हमें छोडने की जरूरत नहीं है...साकार के पिछे भागो नहीं उडो़ बापदादा के साथ...सदा खुश रहो..कल्याण ही कल्याण समाया हुआ है..
अभी तक बाबा से सुना था गज (हाथी अर्थात् महारथी) को ग्राह (मगरमच्छ अर्थात् माया ) हप कर लेती है! अब प्रैक्टिकल देख भी लिया! आगे और भी ऐसे दृश्य और परीक्षाएँ आयेंगी लकिन भटकना नहीं है!
Unhone bola to when I found baba I left my govt job all I got a suprime power now I got real thing then I left all kisi pe comment mat karo kisi ka jeewan real kya wahi janta ya god bahut story suni hongi guru se badker shishya ho jaate but guru ko bhulo mat jisko jaha se gyaan mile jaha se bodh ho wahi sahi no matter kis dharam se kis guru se
हर कोई से कुछ प्रेरणा लेनी चाहिए । इस भाई से हमे समझना चाहिए कि सिर्फ दिखावे की नही लेकिन दिल से सेवा करनी चाहिए । तब दुआ जमा होती और ऐसे समय पर मदद मिलती, जो भगवान के घर मधुबन मे ठहरने का भाग्य और बल देती।
Manmat-parmat patan ka karan baba ne pehle hi bata rakkha hai ...ab aise aise bhi scene dekhne me aayenge ...🤔😏....really Drama is v.wonderfull... Inke hisab se sare Madhuban vasi wrong hain bs ye hi sahi chl rahe hain....aho mum Maya tum kitni balshali ho.....kitne purane ped(Trees) maharathi Ko bhi dharashahi kar sakti ho....Maya baba ki right Hand hai ...maya ko bhi Namaste😂🙏
Don't have two faces aaplog saamne kuchh or h peeth pichhe kuchh or , phle aap ye khte h ki gussa ni Krna jhooth ni bolna but aapke hi Bhai bhen logo k saamne achha bnne k baad pichhe apne juniors ko daante h or fr gussa bhi krte h gossips bhi vo bhi kisi k character pr , vinash kaale viprit buddhi to aapki h uncle g i hope aapko bhi realise ho jaye all the best
बाबा ने कहा है हर सीन में कल्याण छुपा हुआ है ,,शायद भाई जी की बातों में भी कुछ ना कुछ कल्याण छिपा हुआ है,,, क्योंकि ड्रामा एक्यूरेट चल रहा है इसमें हम कुछ नहीं कह सकते💖💖
भाईजी खाली भ्रम है और कुछ नही कुछ बाबा का फील नही आता इस बेहद यज्ञ को बाबा कैसे छोड सकते है आप कैसे भ्रम मे आ गये हम तो दूसरी जगह बाबा का आना सोच भी नही सकते है
Muje to is aatma par taras aa rahi he....kitna bhagya , kitni palna pane ke baad itni jabardast durgati?? Baba hamari buddhi hammesha Baba ke Gyan anusar hi chale esa vardan dijiye pyare Baba...drama is really very wonderful
Tum unke upar Taras khane ka jarurat nahi. Tum apne upar Taras Khao ki ek diamond ko khoya Hai.Aur baat rahi Durgati ki, abhi to bramhakumaries ki durgati suru hai dekhte jao age kya kya aur hone wala hai. Wese bhi baba to chhod chuke hain. Khali haat baithe ho. Baba to sirf tumhara nahin hai Baba to sabhi ka hai. Baba agar kahin aate hen to itni jalan kyun? Kya aap log baba ko bandh ke rakha kya?
Om shanti bhai ji Maya k prabhav k karan aap galat track per chaley gaye h is karan aap ki budhi right aur wrong ko nahi samajh pa rahey baba aap ki madad kareyaur aap phir madhban vapas aa jaye apna bhagya bananey
@@Komalsharma-or1oj Comment karnese pahle soch lo ki aap log kis andhakar me hen. Sahi galat kya hay samaj nahin aata. Baba to gayab hai Kitna bhi kousish Karlo baba madhuban me aane wale nahi hay. Unka gaddi ko saja kar yaad karte raho. Isi me ap log ka bhalai hay. Wese bhi Kisi ko bhala bura kahna thik nahi hay. Haan ek option hay Ek duplicate baba ko bulao aur uski Seva Karo. Dukan phir chamkega. Jis ka marji jahan jana jayega. Isme koi jabardasti hai kya.
आदरणीय राजू भाई सूरज भाई निर्वैर भाई बृजमोहन भाई आदि सभी वरिष्ठ भाई लोग आप से काफी वरिष्ठ हैं क्या इनको बाबा की खुशबू नहीं आई होगी जरा आप यह विचार करके देखें सभी ब्राह्मण परिवार इस टाइप से विचार करके देखें ऐसे वीडियो बनाकर आप केवल भ्रम फैला रहे हैं जबकि परमात्मा ने मुरलिया में कहा है मैं केवल मधुबन में आता हूं और कहीं नहीं मेरे प्यारे भाई बहनों आप इस प्रकार की वीडियोस के भरोसे मत रहे
कुछ भी सफाई दे लीजिए , आपके जैसे महावीर आत्मा के लिए यह शोभा नहीं देता है कि बाबा के तीसरे रथ की बात खुलेआम social media से फैलाएं, बाबा पुनः आपको सद्बुद्धि दें ओमशांति
भगवान ईतना महान है जो खुद का रचा हुआ यज्ञ मधुवन की महिमा कर रहे है, करते रहेंगे और भगवान की आश्था विश्वास पर चल रहे वच्चों का भावना का भावना जरूर पुरा करेंगे । बाबा को ईस यज्ञ और परिवार से नफरत कैसे हो सकता । बेहद का बाबा बेहद का भावना दृष्टि रखेगा ना । विशेषताओं को देखकर विशेषता सम्पन्न बन्नेकी प्रेरणा देता है ना ...स्थान परिवर्तन करने की प्रेरणा कैसे दे सकता, कहीं से भी उनसे मिल सकते है ना । मनमनाभव कहा था ना । गुप्त बाप से गुप्त रीति से मिलन मनाना ही तो अभी तक बाबा नें हमें सिखाया है , वातावरण में जो हलचल मचाई है क्या आप का मन शान्त है? बहुत बढा कमाल करके दिखाया, बाबा का और बाबा के यज्ञ का प्रत्यक्ष किया , अभी दैवी परिवार से दुर जाकर , आदरणीय दादी दिदीओं का प्यार को ठुकराकर कौनसी सतयुग में जाकर कौनसा पद लेना चाहते है ? सबकी प्यार पालना झुठा था ..यह आप ने सावित कर दिया । दादी दिदीयाँ, बहनें बडे भाई , भाईयों से भी समझदार बनकर आप चले गये । तिसरा नेत्र मिल गया...दो दिन की चांदनी फिर अंधरी रात... सभी का मन में विचलन लाकर , हलचल की वातावरण बनाकर , बाबा से बेमुख करके आप नें बाबाका कौनसा श्रीमत का पालन किया है, पूण्य कर्म किया है ? जहां से बाबा ने बीज डाला था, यज्ञ का शुभारंभ किया था , उस पूण्य भूमि को जानते हुए बीज को छोडकर पत्ते मे जाकर अटक गए , ड्रामा की भावी ...ईस में भी कोई कल्याण होगा ।
आप बुद्धू नही हो आत्मन, ये मै के सूक्ष्म अहंकार ने, बुद्धी पर लॉक लगा दिया है, बुध्दी का ताला खोलो, आप खुद ही कह रहे हो, की मैं झॉपड पट्टी मे आया हू, मधुबन को कभी ऐसा कहा था क्या? माया को पहचानो, बाबा भी राह देख रहा है, उसका 35 साल का बच्चा. ... गया
भाई इसी को कहते हैं विनाश काले विपरीत बुद्धि इसमें आपका भी दोष नहीं है आपका यह पार्ट है अंत काल में ऐसे बहुत सी घटनाएं होनी हैं जिसका आप साक्षात उदाहरण हो बाबा के बच्चों के लिए कोई अनोखी बात नहीं है बाबा ने सब कुछ पहले ही बता दिया है बाकी आपके प्रति शुभ भावना है
कभी यह मत कहिए कि मैं डॉक्टर हूं , मैं इंजीनियर हूं इसलिए मुझे समझ में आएगा कि बाबा आया है यहां आया है वहां आया है अरे बाबा तो गरीब निवाज , बेबी बुद्धि, लवफुल बुद्धि बच्चों को ही समझ में आता है बाबा को समझने के लिए ज्यादा बुद्धि लगाने की जरूरत नहीं है बाबा किसी साधारण आत्मा का शरीर धारण नहीं करता। ओम शांति 🙏
वाह मेरे भाई दिल की बात कह दी एक तुच्छ इंसान के देह की उस ईश्वर को कोई जरूरत नही ईश्वर एक तुच्छ प्राणी का सहारा क्यों लेगा आखिर क्या मुश्किल है उसके लिए कुछ करना नही लेकिन लोग अपनी अपनी डफली बजा रहे ये नए बाबा नए ज्ञान हिंदुओ से पूछो गीता का के पहले पृष्ठ पर क्या लिखा है तो बता नहीं पाएंगे 99%
आप सिर्फ एक काम करो बाबा को प्रत्यक्ष करना है। वो कैसे होगा आप अच्छी तरह से जानते हो चहरे ओर चलन से ना कि बाबा ईधर आता उधर आता ये छोटे बच्चो की तरह कर रहे हो ।
बाबा ने कोई संकेत नहीं दिया तीसरे रथ का बाबा सिर्फ मधुबन में आते हैं ,और कही नहीं दादीयो जो तपस्वी थी उनमे ही आ सकते है आपने इसको सपोर्ट करके अपना निश्चय बाबा से डगमगाया हैं बाबा भी इसकी मुर्खता पर मुस्कुरा रहेंगे क्या करे ड्रामा तो बना बनाया है ऐसी मुर्खता पूर्ण कार्य होते रहेगे, अच्छा यही है अपना अपना पुरुषार्थ करो मुरली चिंतन करो जो सारे प्रश्नो का जवाब हैं मुझे पूर्ण विश्वास है आने वाले समय मे इसका भी जवाब मिलेगा
प्रश्नः- एक बल और एक भरोसे पर चलने वाले किस बात पर निश्चय रखकर चलते रहते हैं? उत्तर:- एक बल एक भरोसा अर्थात् सदा निश्चय हो कि जो साकार की मुरली है, वही मुरली है, जो मधुबन से श्रीमत मिलती है वही श्रीमत है, बाप सिवाय मधुबन के और कहीं मिल नहीं सकता। सदा एक बाप की पढ़ाई में निश्चय हो। मधुबन से जो पढ़ाई का पाठ पढ़ाया जाता, वही पढ़ाई है, दूसरी कोई पढ़ाई नहीं। अगर कहाँ भोग आदि के समय सन्देशी द्वारा बाबा का पार्ट चलता है तो यह बिल्कुल रांग है, यह भी माया है, इसको ‘एक बल एक भरोसा नहीं कहेंगे'। मधुबन से जो मुरली आती है उस पर ध्यान दो, नहीं तो और रास्ते पर चले जायेंगे। मधुबन में ही बाबा की मुरली चलती है, मधुबन में ही बाबा आते हैं इसलिए हरेक बच्चा यह सावधानी रखे, नहीं तो माया धोखा दे देगी। ~ अव्यक्त बापदादा, 11 अप्रैल 1982
मैं ही पूर्ण हूं यह एक अहंकार है। मैं ही सत्य हूं यह भी एक अहंकार है। सत्य सिर्फ एक है वैदिक सत्य सनातन धर्म। जिसमे हमारे ऋषियों ने हमको सभी ज्ञान प्रदान करें है। निराकार ईश्वर की परिभाषा सर्वप्रथम सनातन वैदिक धर्म ने सबको समझाई है। अब नए नए पंथ मजहब आ रहे है जो सनातन के भगवान को हटा कार अपनी मूर्ति को नई नई किताबें छप कर स्थापित कर रहे हैं वह कतई सकते नहीं है।
राजा भर्तृहरि के साथ अपनी तुलना मत कीजिए । वो तो माया छोड़ने के लिए संन्यास किया था। आप माया को पाने इतने श्रेष्ठ जीवन से दूर जा रहे हो। जितने भी विडियो बना लो पाप ही चढाओगे। लोगो को गुमराह मत करो।
अरे नासमझ आत्मा 4 से 6 घंटे योग तो कर लो!!! परख सकती बढेगा। तुम भाई जी को क्यों भरा बुला बोल रहे हो ? तुम्हें समझाना है तो ब्रह्माकुमारीज को समझाओ ना!!! बुद्धू कहीं की..
Drama ke itne wondar seen ke samne aane aap sab aatmaye itni halchal me kyu hai...kaha gya aapka purusarth ...vo saxi bhaw....vo vishw ek pariwaar ki bhawna ...bas...chhoti si baat me hi apni swistithi bigad gyi ...kaha gyi vishv ki har aatma ke prati aapki shub kamna or shub bhavna ka stock..bas..itna hi jma kiya ka ..ki drama ki ek seen me hi sab stock khatm...har ek apne ko check kro ki ..ham kitne purusarthi hai...ham kaha tak drama ki seen ko saxi hokar osme kalyaan ko dekhte hai..baba ki srimat apne jiwan me kitni dharna ki hai..ek.pepar se hi ghabra gye bas....apni sresth istithi ki seet se niche otar gye..waah...sach me aap brahamn aatmao ke sanklpo se aisa lag rha hai ki baba ne baba ne achha hi kiya jo aise bachho ko chhodkar ,kahi or part play kar rehe h....waah baba waah..🌷🙏🏽
Ab nasamjo ko kon samjhaye ki bhagwaan se badhkar es sansaar me kuch nhi nhi hai..bhawaan ki prapti se badhkar koi or prapti iske samne kuch nhi hai...
OmShanti MereBaba Very Very thanks ShivBaba ShukriyaBaba Shukriya Thanks Bk Bhai Bharat Bhushan ji We Must be SoulConscious OmShanti MereBaba ShivBaba ShukriyaBaba Shalom 🙏 Hallelujah Shalom Glory to Jesus Christ Amen We Must be SoulConscious
Bhai g thank u so much. Agar aap naa jaate to aaj shaayad hum logo ko ye pta naa chalta ki hume baba par kitna nishchay hai. Or vaakai me aapne jo khaa ki last me nishchay ka part baba check karenge. Baba ne kiya. Or baba ne ye bhi kha hai maaya acche acche maharathi ko naak se pakad kar gira deti hai. Aaj Tak samajh nhi paaye kaise par ye bhi baba ne pratyaksh dikha diya. So thank u so much and be blessed. Or aapka ye ehsaan kabhi nhi bhoolenge. Om Shanti🕉️
अरे देख लिया सब कुछ वीडियो में। कोई पावर फुल आत्मा आती है बहन जी में और बाबा की, दादी की नकल करती है। बहुत जगह ऐसी आत्मा को आते हम ने देखा है लेकिन दो तीन साल के बाद एंड हो जाता है। जे डाक्टर तो पागल हो गया है मधुवन से इतनी पालना ली तो बफादर होना चाहिए लेकिन निकला बेबफा।
भाईजी मधुबन या बाबा को छोड़ने के दो ही कारण होते है, या तो अपवित्रता (अब्रह्मचर्य) या तो आप किसी की कमी कमजोरी से नाराज हो गए हो..…. वास्तव में अभी भी रतनमोहिनी दादीजी जीवित है, उनको तो बताया नही और आपको सब मालूम हो गया, वा भई वा... आपके पास हम क्यो आएंगे ? आप क्या संपूर्ण बन गए हो जो आपको ही सब कुछ मालूम है.... आपने ज्ञान लिया ब्रह्माकुमारी में..... बाबा से मिले मधुबन में, समर्पित हुए मधुबन में, खाते पीते रहे मधुबन का, सेवा की मधुबन की, नाम कमाया मधुबन में..…. अब छोड़कर चले गए.... ऐसे छोडकर जाने वाले को गद्दार कहा जाता है.... वो देविका माता भी आप पर विश्वास नही करेगी, सोचेगी ये मधुबन के सगे नहीं हुए मेरे क्या होंगे?? इतिहास में ऐसे लोगो को क्या हश्र हुआ है... सबको पता है
Aisa lag raha jaise bhai bhi Madhuban ki internal politics k shikar ho gaye , aur inko baatoin se yehi lagta hain yeh sabb se dur hoke baba ki sewa karna hi inka paramdharm hain. So please don't abuse him , he did nothing, most of the ppls will still get benefitted from him , I support him fully. Om Shanti !
*अतिगुप्तज्ञान"* *Q.इंसान का शरीर का अस्तित्व क्या है?* *A.इंसान इस दुनिया में तीन चीज़ों के लिए मेहनत करते हैं1.मेरा नाम ऊँचा हो2.मेरा वस्त्र अच्छा हो3.मेरा मकान खूबसूरत हो।* *आत्मा,शरीर से निकल जाने के बाद उसकी तीनों चीज़ सबसे पहले बदल जाता है।1.नाम=(स्वर्गीय)2.वस्त्र=(कफन)3.मकान=(श्मशान)।आत्माविहीन शरीर का स्थान श्मशानघाट है।* *Q.आपको,भगवान का निमंत्रण क्या है?* *A.सबसे पहले जानना आवश्यक है कि भगवान कौन है?प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में साप्ताहिक राजयोग कोर्स मे़ स्वयं भगवान बताते है,भगवान सभी मनुष्य आत्माओं का रूहानी पिता परमपिता परमात्मा है।उनका नाम शिव है।उनका रूप और आकार अतिसूक्ष्म एक ज्योतिबिंदू है।उनका धाम-ब्रह्मलोक है।उनको ही हम ज्योतिर्लिंग या शिवलिंग के रूप में याद व पूजा करते है।वे सभी मनुष्य आत्माओं का रूहानी पिता है।भगवान के बच्चे सभी मनुष्य आत्माएं है,मनुष्य के शरीर नहीं।मनुष्य शरीर का पिता मनुष्य है।सभी मनुष्य आत्माएं एक परमात्मा की रूहानी संतान है।भक्ति में आत्माएं एक परमात्मा को ही खोजती है और पुकारती है।भक्ति माना भगवान की खोज।भगवान अभी स्वयं अवतरण लेकर अपनी रूहानी संतान यानि आत्माओं को प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालयों के द्वारा निमंत्रण देकर खोज रहे है।* *भगवान बताते है परमात्मा और सभी आत्मा अव्यक्त सूक्ष्म ज्योतिबिंदु है।परमात्मा और सभी आत्माओं का घर-चांद,तारा,सूर्य से पार ब्रह्मलोक है,जहां अभी वापस जाना है,क्योंकि विश्व सृष्टिनाटक अब पूरा हो रहा है।यह सृष्टि5000वर्ष और5युग का एक अनादि अविनाशी विश्व सृष्टिनाटक है,जो एक कल्प यानि5000वर्ष के पश्चात फिरता ही रहता है।* *शरीर में आप आत्मा है तो आप सजीव मनुष्य है,शरीर से आप आत्मा निकल गई तो शरीर निर्जीव मृतदेह है।* *प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में नि:शुल्क साप्ताहिक राजयोग कोर्स कर आप जानेंगे कि इस विश्व सृष्टिनाटक में एक आत्मा न्यूनतम1और अधिकतम84बार कैसे मानव शरीर लेती और छोड़ती है।मनुष्य आत्मा कहां से आती है और कहां जाती है।* *भगवान को भगवान के द्वारा यथार्थ जानने,उनसे मिलने,पढ़़ने व राजयोग सिखने का एकमात्र पता:-* *प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के कोई भी केन्द्र।* *पूर्णिया केन्द्र:-प्रभात कलोनी,पर्णिया,बिहार।* *परमात्मा का आध्यात्मिक ज्ञान हेतु टी०भी० चैनेल"पीस आफ माइंड"अवश्य देखें:-* *1.VIDEOCON CH NO.497* *2.AIRTEL** CH NO.678* *3.TATASKY CH NO.1065* *4.DISHTVCHNO.1087* *Q.WHO IS GOD?A-GOD is ONE.GOD is LIGHT.GOD is SUPREAM SOUL.We r soul.All soulr r children of ONEGOD* *प्रस्तुति:-स्वयं गाड परमात्मा* *निमित्त:-किशोर भाईM.7903833159*
ओउम शान्ती, भाईजी आपने सर्वस्व बाबा को समर्पित कर दिया फिर ये मैं कहां से आया इस मैं की सोच स्वभाव से ही आपने मीठे मीठे लाडले प्यारे प्यारे बाबा का घर छोड़ दिया है हमारे तन मन धन सब में सिर्फ एक मीठे मीठे लाडले प्यारे प्यारे बाबा समाये है हमारा सेंटर मधुबन और परमधाम इसके अलावा ना कोई नाम ना कोई धाम और ना कोई काम ओउम शान्ती
सभी ब्राह्मण बच्चों प्रति विशेष अटेन्शन - परमात्म महावाक्य एक बल एक भरोसा अर्थात् सदा निश्चय हो कि जो साकार की मुरली है, वही मुरली है जो मधुबन से श्रीमत मिलती है वही श्रीमत है, बाप सिवाय मधुबन के और कहीं मिल नहीं सकता। सदा एक बाप की पढ़ाई में निश्चय हो। मधुबन से जो पढ़ाई का पाठ जाता वही पढ़ाई है, दूसरी कोई पढ़ाई नहीं। अगर कहाँ भोग आदि के समय सन्देशी द्वारा बाबा का पार्ट चलता है तो यह बिल्कुल रांग है, यह भी माया है, इसको एक बल एक भरोसा नहीं कहेंगे। मधुबन से जो मुरली आती है उस पर ध्यान दो नहीं तो और रास्ते पर चले जायेंगे। मधुबन में ही बाबा की मुरली चलती है, मधुबन में ही बाबा आते हैं इसलिए हरेक बच्चा यह सावधानी रखे, नहीं तो माया धोखा दे देगी।
Bilkul sahi.. Baba Sirf aur sirf Madhuban mein hi aate hai. Agar kahin bhi aata toh, Madhuban ka naam itna baala nahi hota... Koi bhi bhai bahane, maya ka shikaar nahi huyiye... Baba Madhuban ke alawa kahaan bhi aa hi nahi sakte hai... Abhi har taraf kuchh aatmaaye virodh jaa rahe hai,... ulta prachar kar rahe hai... Yahi vo samay hai, parixa ki... Jo Nishtit buddhiwale hai, vo vijayi hai... Sanshay buddhiwale vinashyanti. Om Shanti 🇲🇰🇲🇰
Uskeliye Paramdham chale jate he ham Babase Milan Manane,avi hame waha janeki jarurat nehi he.Madhubanme Baba ayenge tab hi jayenge ham,Baba se Milne🧚♀🌸🌻🌼👏👍🤗🙏☺
*Topic: मधुबन* *🌷अव्यक्त बापदादा🌷* *================* *अव्यक्त वानी 24-01-1978 Original* *जैसे मधुबन में मेला है, वैसे अन्त में आत्माओं का मेला भी होने वाला है। मधुबन अच्छा लगता है, या विदेश अच्छा लगता है? मधुबन किसको कहा जाता है? जहाँ ब्राह्मणों का संगठन है, वह मधुबन है - तो हरेक विदेश के स्थान को मधुबन बनाओ। मधुबन बनावेंगे तो बाप-दादा भी आयेंगे। क्योंकि बाप का वायदा है कि मधुबन में आना है। तो जहाँ मधुबन, वहाँ बाप-दादा। आगे चल कर बहुत वन्डर्स देखेंगे। अभी जैसे भारत की संख्या बढ़ती जा रही है, वैसे थोड़े समय में विदेश की संख्या बढ़ाओ। जहाँ रहते हो वहाँ चारों ओर आवाज़ फैल जाए। क्वेश्चन उत्पन्न हो कि यह कौन है, और क्या है। जब ऐसे संगठन तैयार करेंगे - तो जहाँ संगठन है, वहाँ बाप-दादा भी हाज़िर-नाज़िर हैं। मधुबन जैसा नक्शा बनाओ।* *अव्यक्त वानी 11-05-1984 Original* *संगमयुग है ही मिलने का युग। जितना मिलेंगे उतना और मिलने की आशा बढ़ेगी। और मिलने की शुभ आशा होनी भी चाहिए। क्योंकि यह मिलने की शुभ आशा ही माया-जीत बना देती है।* … *अव्यक्त वानी 24-02-1983 Original* *आकार रूप में भी मिलन मनाते - फिर भी साकार रूप द्वारा मिलने की शुभ आशा सदा ही रहती है, सब दिन गिनती करते रहते कि आज हमको मिलना है, यह संकल्प हर बच्चे का बापदादा के पास पहुँचता रहता है - और बापदादा भी यही रेसपान्ड देने के लिए, हर बच्चे को याद करते रहते हैं। इसलिए आज मुरली चलाने नहीं, लेकिन मिलने का संकल्प पूरा करने के लिये आये हैं। कोई-कोई बच्चे दिल ही दिल में मीठे-मीठे उल्हनें भी देते हैं कि हमें तो बोल द्वारा मुलाकात नहीं कराई। *बापदादा भी हरेक बच्चे से दिल भर-भर के मिलने चाहते हैं। लेकिन समय और माध्यम को देखना पड़ता है* *अव्यक्त वानी 05-04-1983 Original* *बापदादा आपस में रूह-रूहान कर रहे थे। ब्रह्मा बोले - ब्राह्मणों की वृद्धि तो यज्ञ समाप्ति तक होनी है। *लेकिन साकारी सृष्टि में, साकारी रूप से मिलन मेला मनाने की विधि, वृद्धि के साथ-साथ, परिवर्तन तो होगी ना!* … *लोन ली हुई पुरानी वस्तु को चलाने की विधि भी देखनी होगी ना? तो शिव बाप मुस्कराते हुए बोले कि तीन सम्बन्धों से, तीन रीति की विधि, वृद्धि प्रमाण परिवर्तन हो ही जायेगा। वह क्या होगा?* *बाप रूप से विशेष अधिकार है - मिलन की विशेष ‘टोली’। और *शिक्षक के रूप में ‘मुरली’। *सतगुरू के रूप में ‘नजर से निहाल’ - अर्थात् अव्यक्त मिलन की रूहानी स्नेह की दृष्टि। इसी विधि के प्रमाण, वृद्धि को प्राप्त होने वाले बच्चों का स्वागत और मिलन मेला चलता रहेगा।* *अव्यक्त वानी 07-06-1970 Original* *जैसे बाप सर्व-समर्थ है, तो बच्चों को भी मास्टर सर्व-समर्थ बनना है। *विनाश के पहले अगर स्नेह के साथ सहयोगी बनेंगे, तो वर्से के अधिकारी बनेंगे। विनाश के समय भल सभी आत्माएं पहचान लेंगी, लेकिन वर्सा नहीं पा सकेंगी क्योंकि सहयोगी नहीं बन सकेंगी।* *अव्यक्त वानी 18-01-1978 Original* *हज़ार भुजा वाले ब्रह्मा के रूप का वर्तमान समय पार्ट चल रहा है, तब तो साकार सृष्टि में इस रूप का गायन और यादगार है। भुजाएं बाप के बिना कर्त्तव्य नहीं कर सकतीं। भुजाएं बाप को प्रत्यक्ष करा रही हैं। कराने वाला है, तब तो कर रहे हैं।* *जैसे आत्मा के बिना, भुजा कुछ नहीं कर सकती - वैसे बाप-दादा कम्बाइन्ड (combined) रूप की सोल (soul) के बिना, भुजाएं रूपी बच्चे क्या कर सकते? हर कर्त्तव्य में अन्त तक पहले कार्य का हिस्सा ब्रह्मा का ही तो है। *ब्रह्मा अर्थात् आदि देव। आदि देव अर्थात् हर शुभ कार्य की आदि करने वाला। बाप-दादा के आदि करने के बिना, अर्थात् आरम्भ करने के बिना, कोई भी कार्य सफल कैसे हो सकता?*
भाईजी कोई कुछ भी कहे ,लेकिन पहले आपने बहुत अच्छी सेवा की है। आप ने क्या सोचा और मधुबन छोड़ दिया। आप बहुत मीठे हो पर बाबा को नहीं पहचान सके । भाईजी ऐसा तो होना ही है। भगवान उवाच।कहीं भी रहो लेकिन अपनी पवित्रता नहीं गवाना।खुश रहो आबाद रहो।तपस्या आपकी कम हुई, नाम मान शान को महत्व दिया।
Om shanti Bhaiji , Aap ne bilkul sahi kah rahe hai,byearth viveration na faila kar Kisi par galat arop nahi lagana chahiye,Jin Brahaman atmaoko Parakhsakti hai wo Parakh Lena chahiye 🙏🙏🙏🙏
और कितना नीचे गिरोन्गे भाई माया बडी रुस्तम है ये तो आपकी हालत देख के समझ जाएंगे सभी. .. बाबा का हात और साथ छोड दिया है तो बॅच भी लगाणा छोड दो और कितना पाप करोन्गे. एक बात याद रखना सद्गुरू का निंदक थौर ना पाये. .. आपको जल्दी ही सद्बुद्धी आये. ..
भाईजी इस सफाई की आपको कोई आवश्यकता नही . हमारे बाबा के घर मधुबन ही आपको रहना था पूरे संगम युग क्या बाबा ने हमारी दादियो को मैसिज नही दिया मैवहाँ आया हूँ । भाई जी आप कैसे भम्र मे आगये
भाई जी आप का दुर्भाग्य पकड़ लिया ग्रह चारी सता दिया जो पवित्रता आपके जीवन में होना चाहिए वह नहीं था सिर्फ बाहर दिखावा था लेकिन आपके पवित्रता के फाउंडेशन पक्का नहीं था इसीलिए आपके कर्म प्रदर्शन हुआ है भगवान के गोद से निकाल दिया
ज्यादा लाड़ प्यार और दुलार जब राह पड़े को मिल जाये तो उसका एक दिन बिगड़ना तय होता है। क्योंकि ऐसी हालत में कई बार व्यक्ति अपनी असली औकात भूल स्वयं को ही भाग्यविधाता समझ बैठता है। मधुबन छोड़ना या इस भूमि से नाता तोड़ना कोई त्याग नही है मेरे भाई... यह बुद्धि भ्रष्ट होने का स्पष्ट संकेत है। आप गए तो गए... औरों के जीवन को बरगलाकर भटकाने का पाप कम करें तो अच्छा है।
🕉️ शांति शांति शांति। आपकी दिव्य दृष्टि आपको मुबारक। समय समय ड्रामा हर एक्टर की ekt बदलती रहती है। आपकी रिकॉर्डिंग अभी कलयुगी पार्ट की हो रही है। हमें वहां आके समय और माथा खराब नहीं करना है। 🕉️ शांति शांति शांति।
मैं ये भी जानना चाहता हूं आपकी दुकान सिर्फ हिंदू मोहल्लो में क्यों खुलती है किसी मुस्लिम बाहुलय एरिया में क्यों नही खुलती है। हिंदू तो वो मूर्ख है जिसको जो चाहे पागल बना लो कोई बेहद की बेहद वाली बाते करता है कोई मीठा मीठा करता है एक मंत्र का श्लोक का अर्थ पूछ लो तो सारे भागते पायेंगे।
एक बार एक लड़का अपने बाप के साथ घूमने गया तो उन्होंने एक दुकान पर लडडू देख कर अपने बाप से लेने को कहा तोबाप उसे पेड़ा दिया लेकिन बच्चा खुश नहीं हुआ और घर जाकर फेक दिया बाप ने कहा क्यों बच्चे ने कहा ममरा का लड्डू चाहिए।
Om Shanti. मुख्य बात है कि हम सभी आत्माओं को अपने देव कुल के पवित्र संस्कार को धारण करना है. यह भी सच है बाबा का parmananat घर परमधाम है. हमे बाबा को परमधाम या shusham vatan मे याद करना है. अगर हम निरंतर बाबा की पवित्र याद मे रहते है तो बाबा हर सेकंड हमारे साथ है हमारे घर मे है. मधुबन या कहीं और बाद मे. हमारा उद्धेश्य ही है निरंतर याद मे रह पवित्रता की किरणें चारो और फैलाकर सारे विश्व को प्रकृति को पावन बनाना. अब जब समय थोड़े का भी थोड़ा है तो बाकी बातों मे kue जाए. बाबा कहीं भी आए हम बस हर सेकंड परमधाम मे स्थित रहने का पुरुषार्थ करे बस.
@MANN GARG जहा हम ही खुद मे अबतक पूरा परिवर्तन नहीं ला पाए है. जैसा बाबा हमे देखना चाहता है वैसे संपूर्ण हम अबतक हम नहीं बने है. अगर परिवार मे ग्रुप पड़ गए मतभेद हो गए तो इसका असर आगे पूरे ब्राम्हण परिवार पर पड़ेगा सेवा पर padege. इसलिए जो भी nimit बड़े है उनको बहुत सोच samzakar अब decision लेना चाहिए
@@rajyashreedas8667 baba ne apko ya kisi maharathi ko kabi bola ki vo tisra Rath nhi lenge Jo sab maharathi bol rahe he ki Gyan sab apko mil chuka he isse hi apka agyan and abhiman spast dikta he. Baba Gyan ka sagar he usko Dene k lie itna Gyan he ki pure madhuban nivasi samj nhi sakoge
Baba Ne Ek Murali mein kaha tha ki Maya Royal Roop bhi dharan kar kar Aaegi Aisa Hi Kuchh doctor sahab ke sath Hua Hai Baba doctor sahab ko sadbuddhi pradan Karen Om Shanti
Om shanti, mera spiritual brother 👏 Very studiously & keenly heard your spiritual words.... So honest and true words... I sincerely wish much and more words from you my spiritual brother... After becoming Bapdada's millennium child, l have also the same bitter experience from the ruhani family... The so called ruhani family is simply after wealth and luxury... 🕉shanti!!!
बेहद के बापदादा के बेहदके बच्चे बनकर बहुत ही चतुराई से चतुर बात करी है आपने.... सचमे कहु..! आपने अर्धसत्य कहा है... ! एक सच्ची आत्मा , दुसरी सच्ची आत्मा से अर्धसत्य कैसे बोल सकती है..? ...! सच को कोई पर्दे कि जरुरत नहीं होती है , सत्य तो पार दर्शक होता है... सत्य अगर सचमुच में सत्य है तो पर्दा क्यों ? आपने कहने कि इतनी हिम्मत दिखाई तो फिर अर्धसत्य क्यु कहा...! एक सच्ची आत्मा बनकर दुसरी सच्ची आत्मा से क्यु ठगी...!आपका का शुभ चिंतक....ओम शांति शांति शांति।
Maine apne jeevan me bahot pareshani uthayi aur abhi bhi bahot pareshani utha rahi hu, per pareshaniyo ne mera baba per vishwash aur gehra kiya... aise hi lagta ki shareer chut jaye, baba na chute bus... sach me baba ke prem aur sneh ka koi paar hi nahi h... bhai g, aap bhale kahi bhi rahe, but dil se baba ko nahi chodhna... sthan mahatav nahi rakhta bhai g, baba ka har ashram hi mahal h... dil se parivartan sweekar kigiye, aur purusharth continue rakhen... baba bahot rehamdil h, hume her haal me sweekar ker lete h...
MUJHE TO RAHAM ARAHA HAI. MAYA KITNA BALBAN HAI. ITNA BADA MAHARATHI KO VI GIRAYA. BHAI JI ESA MAT KIJIYE. WAPAS MADHUBAN AJAYIYE. APKO MAIVI OUR BABA VI BAHUT PYAR KARTE HAI. BABA SERF AUR SERF MADHUBAN ME HI ATE HAI. SHIV BABA KA DO RATH HAI. BADI NANDI ( BRAHMA BABA) AUR CHHOTI NANDI (DADI GULZAR). TISRA RATH KA KOI GAYAN NAHIN HAI. BABA NE SPAST RUP ME MURLI ME KAHA YE MAYA HAI. LAST SAMAY ME YE TO MAYA RAAVAAN KA PUMP HAI. ISSE KHUD BHRAMIT MAT HOIYE AUR DUSRON KO VI MAT KIJIYE. NAHIN TO 1000 GUNA DAND PADEGA. WAPAS MADHUBAN AJAYIYE MERE BHAI ,MERA YE DILSE PUKAR HAI. OM SHANTI.
Ye kya karege kuch nahi kar sakte ye bhai.... jisne swam bap ka sacha pyar anubhav kia hoga vo aise logo mai nahi fus sakta.... Inhone ne bap se bhi natak kia hai...jo uska na bana vo kisi or ka kya banega....100 baat ki 1 baat hai
B coz you r one of the best medicos of India and served the people relentlessly and I don't care wherever you are but u mind ur medical profession first as society needs you most.
After receiving so much love and care from BABA, you are right now doing a great disservice to the Yagya that took so much effort and time to get established by our Bapdada, Dadi, Didi, Bhai and all. It is a Great Disservice to Shiv Baba. Please stop.
भाई जी आपने स्पष्ट नहीं बताया कि आपने क्यों छोड़ा। बार-बार यह बोल रहे हैं कि मैंने छोड़ दिया छोड़ दिया वजह तो बताइए ।शायद आपका मधुबन में समय पूरा हो गया था इसलिए आपने छोड़ दिया। खुश रहिए। ओम शांति🙏🏼🙏🏼
Respected Doctor bhai ji, maine apki 'Ant samay ka pursharth' video dekhi hai, ant samay mein madhuban ke andar walay brahmnon ka jhar hilega and big pillars shall behave indifferently. Are you the first among them, please revisit that video and rate yourself else it is indicating towards inner mahabharat. Om Shanti.
Dr. Bhai ji, ek baat dhyan mein rakhna, baba ne usi sthan par do rath liye, agar teesra rath lena hota to vaheen madhuban mein hi leta, idhar udhar bhatakne ki jarurat nahin hai oos param dham vasi param pita ko, kabhi is daal par kbhi oos daal par. Take pity on you mere bare bhai. Om Shanti.
Prapti ki hatti ek hi hatti se hoti hai bhai aur apke apne kahne ke mutabik 'ant samay' sabse jyada pashchatap ke aansu brahman bachche hi bahayenge, vapis laut aao hey meethi aatma isi mein tumhara kalyan hai, Baba aapko sadbudhi de, Om Shanti.
Om shanti sabhi ko..hum sabhi ko bhut teever purusharth krna h.. Ye example h humare samne ki maya kis kis roop m aati h. Sabhi prerna lo or aage badho
वैसे तो बुद्धिमानों की बुद्धि परमात्मा शिव बाबा के लिए कहा जाता है, लेकिन लगता है, अब से एक और शीट बढ़ा कर आप को भी दूसरी बुद्धिमान की शीट प्राप्त हो गई है।मुझे यह भी विश्वास है कि बाबा के इस ब्राह्मण परिवार से आप जैसा बुध्दिमान कोई एक भी नहीं निकलेगा, जो आप जैसी बुध्दिमानी दिखाये।
O. S. Jismani Doctor ho Lekin ruhani doctor banne me fail ho. Ye Kya kar rahe ho? Uper se jo ye disservice karte ho Ye to kade te kade pap kyu banate ho. Vinash kale viprit BUDHDHHI Ho gai hei Ager apki BUDHDHHI Bhuli hoti to baba ko parakh lete or eiase disservice kabhi nahi karte. Apko pata hei mamma abhi kaha hei? Jiski budhhi ka tala khuljata vo eaise raz achchhi samaj sakte. APNA samay or sanklp disservice karne me nahi gavate
जो भाई बहने बाबा से मिलना चाहते हैं call-9425530996,7014986512,9098052056,7905614924
Om shanti main apka patient bhi hun
Mera sugar ekdam normal ho gaya hai
Last yr. I met Dr sachin
Prescribed
Glycomet gp3 2 times
Dapadox 10
Par mujhe prostate nahi hai hai
Fir bhi tkoda jyada pani ya dudh chaye piya to bar bar urine ko jana parta hai. Iska koi upaye?
Mountt abu se aane ke baad mujhe harpis ho gaya right side pith chhati pe since nov. 2022.
Abhi tak pain hai kya karen right hannd se bhari kaam nahi kar sakte...
ओम शांति भाई जी दुसरे को भटकाने का काम नहीं करना
❤❤❤@@subhashischatterjee8240
Balls all shit
अब ये भाई दुसरो को भी गिराने के चक्कर में पड़ेगा।
Sahi kia he madhuban chodke
आपने ये क्लियर नहीं किया कि क्यों छोड़ा? ये प्रश्नचिन्ह छोड़ दिया, बात अधूरी रह गई है. धन्यवाद.
विनाशकाले विपरीत बुद्धि शिव बाबा तुम्हें सद्बुद्धि दे ओम् शांति जी
Yeh bhai ji khna kya chhate hai samj nhi aaya
बाबा का इतना पुराना बच्चा कैसे चला गया, माना कि आप बाबा के हैं और बाबा आपके हैं लेकिन मधुबन की धरनी ईतनी पावन है आप कैसे दूर रह पायेंगे भाई, कितने लोग तरस्ते हैं उस पावन भूमि के दर्शन के के लिए,वैसे प्रभू इक्षा 🙏🙏 ओम शान्ति
भगवान, बापदादा साकार में कहाँ भी आवे, हमे तो अब अव्यक्त होना हैl so पृथ्वी का कोई भी स्थान हमें छोडने की जरूरत नहीं है...साकार के पिछे भागो नहीं उडो़ बापदादा के साथ...सदा खुश रहो..कल्याण ही कल्याण समाया हुआ है..
Sahi bhai
Ekdam sahi gyan accha hai ya bura hai bhul jau ......Baba to ek hai naa
ओम शांति भाई जी
बाबा ने कह दिया है अच्छे अचछे महारथी छोड कर जायेगे
भाई जी बाबा ने मधुबन बीते पांच वर्षो से छोड़ दिया तो कोई बड़ी बात नहीं भाई श्रीमंत साहू जी छोड़े तो इतनी बड़ी बात
@@bksunil7069 चमड़ी की आंखों से देखने वालो को बाबा दिखाई नहीं देता है
@@bksunil7069 baba abhi bhi aate hai aapko nishchya ni shayad
अभी तक बाबा से सुना था गज (हाथी अर्थात् महारथी) को ग्राह (मगरमच्छ अर्थात् माया ) हप कर लेती है! अब प्रैक्टिकल देख भी लिया! आगे और भी ऐसे दृश्य और परीक्षाएँ आयेंगी लकिन भटकना नहीं है!
भरत भाई कंस्ट्रक्शन वाले ने मधुबन क्यों छोड़ा
आपको बाबा से सब कुछ मिल गया आप सबसे बड़े भाग्यशाली हैं आप संतुष्ट आत्मा सचमुच प्रतीत हो रहे महान है आप जो बाब को जान गए और man भी गए शुक्रिया आपका
आपने अपनी स्पीड में रामायण कथा तो बहुत सुनाई पर मधुबन क्यों छोड़ा यह बात तो आपने बताई ही नहीं
😂😂😂😂😂करेक्ट
Unhone bola to when I found baba I left my govt job all I got a suprime power now I got real thing then I left all kisi pe comment mat karo kisi ka jeewan real kya wahi janta ya god bahut story suni hongi guru se badker shishya ho jaate but guru ko bhulo mat jisko jaha se gyaan mile jaha se bodh ho wahi sahi no matter kis dharam se kis guru se
राजमहल महल छोड, बाबा की गोद छोड, झोपड पट्टी मे, माया ने ढकेला,.... वापिस मूड जावो आत्मन,... अभी भी वक्त है....
हमारी शुभ कामना आपके साथ है
Meri bhi shubh bhavna hai..
Good
abhi bhi waqt h. wapis madhuban ayo.
मधुबन वापस जाओ।इस गटर से निकल जाओ।नहीं तो पवित्रता खो देंगे
Vapas aa jao bhai hamari shub bhavnayei hai
हर कोई से कुछ प्रेरणा लेनी चाहिए ।
इस भाई से हमे समझना चाहिए कि सिर्फ दिखावे की नही लेकिन दिल से सेवा करनी चाहिए । तब दुआ जमा होती और ऐसे समय पर मदद मिलती, जो भगवान के घर मधुबन मे ठहरने का भाग्य और बल देती।
Manmat-parmat patan ka karan baba ne pehle hi bata rakkha hai ...ab aise aise bhi scene dekhne me aayenge ...🤔😏....really Drama is v.wonderfull...
Inke hisab se sare Madhuban vasi wrong hain bs ye hi sahi chl rahe hain....aho mum Maya tum kitni balshali ho.....kitne purane ped(Trees) maharathi Ko bhi dharashahi kar sakti ho....Maya baba ki right Hand hai ...maya ko bhi Namaste😂🙏
आप ने मधुवन छोड़ा ,यह कैसे हो सकता है , बस बाबा जाने और आप जानो ओम शांति भाई जी 🙏🙏
रावन भी तो बहुत विद्वान था लेकिन अंत में बिनाश काले बिपरीत बुद्धि हो गई
👍👌
Congratulations .....Binash kalme bipart budhi...
ओम शान्ति, ओम शान्ति, ओम शान्ति, 🙏💕धन्यवाद
वह रावण नहीं विभिशण है जिसे रावण के गलत कृत्य का विरोध किया और नहीं मानने पर भगवान की शरण में आ गया।सही तर्क दो गुमराह न करो
Don't have two faces aaplog saamne kuchh or h peeth pichhe kuchh or , phle aap ye khte h ki gussa ni Krna jhooth ni bolna but aapke hi Bhai bhen logo k saamne achha bnne k baad pichhe apne juniors ko daante h or fr gussa bhi krte h gossips bhi vo bhi kisi k character pr , vinash kaale viprit buddhi to aapki h uncle g i hope aapko bhi realise ho jaye all the best
बाबा ने कहा है हर सीन में कल्याण छुपा हुआ है ,,शायद भाई जी की बातों में भी कुछ ना कुछ कल्याण छिपा हुआ है,,, क्योंकि ड्रामा एक्यूरेट चल रहा है इसमें हम कुछ नहीं कह सकते💖💖
भाईजी खाली भ्रम है और कुछ नही कुछ बाबा का फील नही आता इस बेहद यज्ञ को बाबा कैसे छोड सकते है आप कैसे भ्रम मे आ गये हम तो दूसरी जगह बाबा का आना सोच भी नही सकते है
Muje to is aatma par taras aa rahi he....kitna bhagya , kitni palna pane ke baad itni jabardast durgati?? Baba hamari buddhi hammesha Baba ke Gyan anusar hi chale esa vardan dijiye pyare Baba...drama is really very wonderful
Esne yeh nahi bataya ki kyo madhuban chhora esa kya dekha jo etni glani hui
Ye fraud hai jis thaali me khaya usi me chhed.
Tum unke upar Taras khane ka jarurat nahi. Tum apne upar Taras Khao ki ek diamond ko khoya Hai.Aur baat rahi Durgati ki, abhi to bramhakumaries ki durgati suru hai dekhte jao age kya kya aur hone wala hai. Wese bhi baba to chhod chuke hain. Khali haat baithe ho. Baba to sirf tumhara nahin hai Baba to sabhi ka hai. Baba agar kahin aate hen to itni jalan kyun? Kya aap log baba ko bandh ke rakha kya?
Om shanti bhai ji
Maya k prabhav k karan aap galat track per chaley gaye h is karan aap ki budhi right aur wrong ko nahi samajh pa rahey baba aap ki madad kareyaur aap phir madhban vapas aa jaye apna bhagya bananey
@@Komalsharma-or1oj Comment karnese pahle soch lo ki aap log kis andhakar me hen. Sahi galat kya hay samaj nahin aata. Baba to gayab hai Kitna bhi kousish Karlo baba madhuban me aane wale nahi hay. Unka gaddi ko saja kar yaad karte raho. Isi me ap log ka bhalai hay. Wese bhi Kisi ko bhala bura kahna thik nahi hay. Haan ek option hay Ek duplicate baba ko bulao aur uski Seva Karo. Dukan phir chamkega. Jis ka marji jahan jana jayega. Isme koi jabardasti hai kya.
डक्टर साहबकाे माया ने फसाया इतने ज्ञानी हाेकरभि पतानहि चला बाबा मधुबन के सिबय कहि नहि अाता अापताे बुद्धू बनगये अाेरकाे ताे बद्धु नबनाअाे
👌👍💥🌹💖❤
आदरणीय राजू भाई सूरज भाई निर्वैर भाई बृजमोहन भाई आदि सभी वरिष्ठ भाई लोग आप से काफी वरिष्ठ हैं क्या इनको बाबा की खुशबू नहीं आई होगी जरा आप यह विचार करके देखें सभी ब्राह्मण परिवार इस टाइप से विचार करके देखें ऐसे वीडियो बनाकर आप केवल भ्रम फैला रहे हैं जबकि परमात्मा ने मुरलिया में कहा है मैं केवल मधुबन में आता हूं और कहीं नहीं मेरे प्यारे भाई बहनों आप इस प्रकार की वीडियोस के भरोसे मत रहे
👍👌💥💥
Aye hogi ya Nehi .une kya acchi trusty atma mil jye sambhalne wali.or kya chahiye.yeh sb ase bhi sampurnta ki stage PR hain
Aisa nahi kaha jata kaun pehle laga kaun baad jab jisko bodh hona keh nahi sakte sab gehrai ka khel
कुछ भी सफाई दे लीजिए , आपके जैसे महावीर आत्मा के लिए यह शोभा नहीं देता है कि बाबा के तीसरे रथ की बात खुलेआम social media से फैलाएं, बाबा पुनः आपको सद्बुद्धि दें ओमशांति
आ प माहाबिर नही है! महाबिर बच्चा एइसे नही करते!आँप ढाे ङि बच्चा होगए!
Teesre rath mtlb?
भगवान ईतना महान है जो खुद का रचा हुआ यज्ञ मधुवन की महिमा कर रहे है, करते रहेंगे और भगवान की आश्था विश्वास पर चल रहे वच्चों का भावना का भावना जरूर पुरा करेंगे । बाबा को ईस यज्ञ और परिवार से नफरत कैसे हो सकता । बेहद का बाबा बेहद का भावना दृष्टि रखेगा ना । विशेषताओं को देखकर विशेषता सम्पन्न बन्नेकी प्रेरणा देता है ना ...स्थान परिवर्तन करने की प्रेरणा कैसे दे सकता, कहीं से भी उनसे मिल सकते है ना । मनमनाभव कहा था ना । गुप्त बाप से गुप्त रीति से मिलन मनाना ही तो अभी तक बाबा नें हमें सिखाया है , वातावरण में जो हलचल मचाई है क्या आप का मन शान्त है? बहुत बढा कमाल करके दिखाया, बाबा का और बाबा के यज्ञ का प्रत्यक्ष किया , अभी दैवी परिवार से दुर जाकर , आदरणीय दादी दिदीओं का प्यार को ठुकराकर कौनसी सतयुग में जाकर कौनसा पद लेना चाहते है ? सबकी प्यार पालना झुठा था ..यह आप ने सावित कर दिया । दादी दिदीयाँ, बहनें बडे भाई , भाईयों से भी समझदार बनकर आप चले गये । तिसरा नेत्र मिल गया...दो दिन की चांदनी फिर अंधरी रात... सभी का मन में विचलन लाकर , हलचल की वातावरण बनाकर , बाबा से बेमुख करके आप नें बाबाका कौनसा श्रीमत का पालन किया है, पूण्य कर्म किया है ? जहां से बाबा ने बीज डाला था, यज्ञ का शुभारंभ किया था , उस पूण्य भूमि को जानते हुए बीज को छोडकर पत्ते मे जाकर अटक गए , ड्रामा की भावी ...ईस में भी कोई कल्याण होगा ।
હમારા શીવ બા બા સે કનેક્શન હોગયા તો હમ કહાભી બેઠકર શી વ બાબાનો દિલ સે યા દ કરશકતે સે તો ફીર ઈધર ઉધર ભાગને કી ક્યાં જરુરત હે અબ બાબા કીશીકે ભી તન મેં આવે હમેં કોઈ લેના જેના નહીં હે ઓમ્ શાંતિ
Request Sahu bhaili to come back madhuban to play the role in this world stage drama. Om shanti.
Not allowed in madhuban
@@watankefariste9243 bulayenge to v nehi jayenge, app thik se jante nehi bhaiji ko,wo to sab kuch chod ke aye fir kaun jayenge??
@@hemantsahuHemant-tj2vv Koi jarurt nahi shiv baba ko quantity nahi quality chahie
madhuban bhi ab brahmababa wala nahi hai ab loge yaha sukh suvidha ke liye samarpit hote hi tyage Kam ashaye jyada hi
भाई साहब आपकी बातें गले नहीं उतर रही हैं। एक कहावत है "पढ़ा भुलता है, तैराक डूबता है"।
आप बुद्धू नही हो आत्मन, ये मै के सूक्ष्म अहंकार ने, बुद्धी पर लॉक लगा दिया है, बुध्दी का ताला खोलो, आप खुद ही कह रहे हो, की मैं झॉपड पट्टी मे आया हू, मधुबन को कभी ऐसा कहा था क्या? माया को पहचानो, बाबा भी राह देख रहा है, उसका 35 साल का बच्चा. ... गया
baba ne kha h. brahmano ka jharr hilega
👍👌👌🌹💖❤
Wah maya, baba inhe sadbudhi dena
तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो ,क्या ग़म है जिसको छिपा रहे हो ..... कॉमेंट पढ़ो तुम कितने बुद्धिमान हो पता चल जाएगा
🥰
भाई इसी को कहते हैं विनाश काले विपरीत बुद्धि इसमें आपका भी दोष नहीं है आपका यह पार्ट है अंत काल में ऐसे बहुत सी घटनाएं होनी हैं जिसका आप साक्षात उदाहरण हो बाबा के बच्चों के लिए कोई अनोखी बात नहीं है बाबा ने सब कुछ पहले ही बता दिया है बाकी आपके प्रति शुभ भावना है
om shanti
Sahi hy..
माया महा रथी को भी गीरादीया इतना तपस्या करने से बेकारी हो गई
👌👍🌹💖❤💥
अहो मम माया बाबा से सुना था आज देख भी लिया ।
Right बाबा ने कहा है माया भी अपना विकराल रूप दिखाएंगी
Dr Bhai ji,Service to mankind service to God,,You are DOCTOR, 2nd God of earth you are May service any where,,so respected to God not the man🙏🙏
कभी यह मत कहिए कि मैं डॉक्टर हूं , मैं इंजीनियर हूं इसलिए मुझे समझ में आएगा कि बाबा आया है यहां आया है वहां आया है अरे बाबा तो गरीब निवाज , बेबी बुद्धि, लवफुल बुद्धि बच्चों को ही समझ में आता है बाबा को समझने के लिए ज्यादा बुद्धि लगाने की जरूरत नहीं है बाबा किसी साधारण आत्मा का शरीर धारण नहीं करता। ओम शांति 🙏
आप स्वयं से स्वयं का प्रश्न करते हैं यह कोई समझने समझाने की बात नहीं है। ओम् शांति।
वाह मेरे भाई दिल की बात कह दी एक तुच्छ इंसान के देह की उस ईश्वर को कोई जरूरत नही ईश्वर एक तुच्छ प्राणी का सहारा क्यों लेगा आखिर क्या मुश्किल है उसके लिए कुछ करना नही लेकिन लोग अपनी अपनी डफली बजा रहे ये नए बाबा नए ज्ञान हिंदुओ से पूछो गीता का के पहले पृष्ठ पर क्या लिखा है तो बता नहीं पाएंगे 99%
Achhi brainwash hui hai. Is se jyada budhi chalega nahin. Tum agle janm me ek doctor ban jao. Kyun ki is janm me to sambhab nahin.
जब किसी को देह से प्यार हो जाये तो कुछ भी कर सकता है वो लेकिन ज्यादा दिन नही चलता 😄😄😄
👍👌👑🤴❤
आप सिर्फ एक काम करो बाबा को प्रत्यक्ष करना है। वो कैसे होगा आप अच्छी तरह से जानते हो चहरे ओर चलन से ना कि बाबा ईधर आता उधर आता ये छोटे बच्चो की तरह कर रहे हो ।
Bilkul shai bola ap na
th-cam.com/video/X24SoI7LneI/w-d-xo.html bhrama kumar kumari ke liye sandesh
Drama....Dr.sahib Sach ki hatti to kewal ek hi hai ,akhir aaoge to ek din vapis, jayoge kahan 🌹🌹🌹🙏
जो एक बार बाबा का हो गया वो कहीं भी रहे हर स्थान उसके लिए मधुवन है ओम शांति भाई जी आपको वही पहचानेंगे जो आप जैसे होगें ओम शांति भाई जी
बाबा ने कोई संकेत नहीं दिया तीसरे रथ का
बाबा सिर्फ मधुबन में आते हैं ,और कही नहीं
दादीयो जो तपस्वी थी उनमे ही आ सकते है
आपने इसको सपोर्ट करके अपना निश्चय बाबा से डगमगाया हैं बाबा भी इसकी मुर्खता पर मुस्कुरा रहेंगे क्या करे ड्रामा तो बना बनाया है ऐसी मुर्खता पूर्ण कार्य होते रहेगे, अच्छा यही है अपना अपना पुरुषार्थ करो मुरली चिंतन करो जो सारे प्रश्नो का जवाब हैं मुझे पूर्ण विश्वास है आने वाले समय मे इसका भी जवाब मिलेगा
प्रश्नः- एक बल और एक भरोसे पर चलने वाले किस बात पर निश्चय रखकर चलते रहते हैं?
उत्तर:- एक बल एक भरोसा अर्थात् सदा निश्चय हो कि जो साकार की मुरली है, वही मुरली है, जो मधुबन से श्रीमत मिलती है वही श्रीमत है, बाप सिवाय मधुबन के और कहीं मिल नहीं सकता। सदा एक बाप की पढ़ाई में निश्चय हो। मधुबन से जो पढ़ाई का पाठ पढ़ाया जाता, वही पढ़ाई है, दूसरी कोई पढ़ाई नहीं। अगर कहाँ भोग आदि के समय सन्देशी द्वारा बाबा का पार्ट चलता है तो यह बिल्कुल रांग है, यह भी माया है, इसको ‘एक बल एक भरोसा नहीं कहेंगे'। मधुबन से जो मुरली आती है उस पर ध्यान दो, नहीं तो और रास्ते पर चले जायेंगे। मधुबन में ही बाबा की मुरली चलती है, मधुबन में ही बाबा आते हैं इसलिए हरेक बच्चा यह सावधानी रखे, नहीं तो माया धोखा दे देगी।
~ अव्यक्त बापदादा, 11 अप्रैल 1982
मैं ही पूर्ण हूं यह एक अहंकार है।
मैं ही सत्य हूं यह भी एक अहंकार है।
सत्य सिर्फ एक है वैदिक सत्य सनातन धर्म।
जिसमे हमारे ऋषियों ने हमको सभी ज्ञान प्रदान करें है।
निराकार ईश्वर की परिभाषा सर्वप्रथम सनातन वैदिक धर्म ने सबको समझाई है।
अब नए नए पंथ मजहब आ रहे है जो सनातन के भगवान को हटा कार अपनी मूर्ति को नई नई किताबें छप कर स्थापित कर रहे हैं वह कतई सकते नहीं है।
તમે કેમ છોડ્યું શું પ્રાપ્ત થયુ
राजा भर्तृहरि के साथ अपनी तुलना मत कीजिए । वो तो माया छोड़ने के लिए संन्यास किया था। आप माया को पाने इतने श्रेष्ठ जीवन से दूर जा रहे हो। जितने भी विडियो बना लो पाप ही चढाओगे। लोगो को गुमराह मत करो।
अरे नासमझ आत्मा 4 से 6 घंटे योग तो कर लो!!! परख सकती बढेगा। तुम भाई जी को क्यों भरा बुला बोल रहे हो ? तुम्हें समझाना है तो ब्रह्माकुमारीज को समझाओ ना!!! बुद्धू कहीं की..
@@mebabakababamera va om mandli vale gali dena bhi sikha te he
Tital diya hai madhuban kyo chhoda?
Shortcut answer- papo ka ghada bhar gaya isliye.
Drama ke itne wondar seen ke samne aane aap sab aatmaye itni halchal me kyu hai...kaha gya aapka purusarth ...vo saxi bhaw....vo vishw ek pariwaar ki bhawna ...bas...chhoti si baat me hi apni swistithi bigad gyi ...kaha gyi vishv ki har aatma ke prati aapki shub kamna or shub bhavna ka stock..bas..itna hi jma kiya ka ..ki drama ki ek seen me hi sab stock khatm...har ek apne ko check kro ki ..ham kitne purusarthi hai...ham kaha tak drama ki seen ko saxi hokar osme kalyaan ko dekhte hai..baba ki srimat apne jiwan me kitni dharna ki hai..ek.pepar se hi ghabra gye bas....apni sresth istithi ki seet se niche otar gye..waah...sach me aap brahamn aatmao ke sanklpo se aisa lag rha hai ki baba ne baba ne achha hi kiya jo aise bachho ko chhodkar ,kahi or part play kar rehe h....waah baba waah..🌷🙏🏽
Ab nasamjo ko kon samjhaye ki bhagwaan se badhkar es sansaar me kuch nhi nhi hai..bhawaan ki prapti se badhkar koi or prapti iske samne kuch nhi hai...
ब्राह्मणों का कार्य याद और सेवा हे। याद तो कहीं भी कर सकते हे लेकिन सेवा मधुबन बाबा का ऐक प्लेटफॉर्म हे जहा से जितनी चाहो सेवा कर सकते हे।
लेक्चर इतनी देर दिया, लेकिन यह नहीं बताया कि मधुबन क्यों छोड़ा, केवल सब स्टंट बाजी है
डॉ टी एन मिश्रा
OmShanti MereBaba Very Very thanks ShivBaba ShukriyaBaba Shukriya Thanks Bk Bhai Bharat Bhushan ji We Must be SoulConscious OmShanti MereBaba ShivBaba ShukriyaBaba Shalom 🙏 Hallelujah Shalom Glory to Jesus Christ Amen We Must be SoulConscious
Bhai ji 🙏 Shiv baba apka Kalyan krai apki budhi dhik krai Om Shanti
बाबा ने पहले ही कहा था 50 60 साल वालो भी छोड़ कर चले जायेंगे आज देख भी लिया बाबा आप सत बुद्धि दे
👍👌💥❤
ए तो होना ही था।सच जो सामने आने लगा
उसको पता था कि हमारे कुकर्मो का राज खुलेगा और समझदार लोग छोड़ कर जाने लगेगें।केबल रोवौ ही बचेंगे
Ji, baba ne kaha drama jhad ko to hilna hai, kamjor patto ko to jhadna hai... Om shanti🙏
Bhai g thank u so much.
Agar aap naa jaate to aaj shaayad hum logo ko ye pta naa chalta ki hume baba par kitna nishchay hai.
Or vaakai me aapne jo khaa ki last me nishchay ka part baba check karenge. Baba ne kiya.
Or baba ne ye bhi kha hai maaya acche acche maharathi ko naak se pakad kar gira deti hai.
Aaj Tak samajh nhi paaye kaise par ye bhi baba ne pratyaksh dikha diya.
So thank u so much and be blessed.
Or aapka ye ehsaan kabhi nhi bhoolenge.
Om Shanti🕉️
अरे देख लिया सब कुछ वीडियो में। कोई पावर फुल आत्मा आती है बहन जी में और बाबा की, दादी की नकल करती है। बहुत जगह ऐसी आत्मा को आते हम ने देखा है लेकिन दो तीन साल के बाद एंड हो जाता है। जे डाक्टर तो पागल हो गया है मधुवन से इतनी पालना ली तो बफादर होना चाहिए लेकिन निकला बेबफा।
I could not under stand what is actual matter ? Further aa jao parakh lo wali baat samz me nahi aayi ?
Om shanti
भाईजी मधुबन या बाबा को छोड़ने के दो ही कारण होते है, या तो अपवित्रता (अब्रह्मचर्य) या तो आप किसी की कमी कमजोरी से नाराज हो गए हो..….
वास्तव में अभी भी रतनमोहिनी दादीजी जीवित है, उनको तो बताया नही और आपको सब मालूम हो गया, वा भई वा...
आपके पास हम क्यो आएंगे ? आप क्या संपूर्ण बन गए हो जो आपको ही सब कुछ मालूम है....
आपने ज्ञान लिया ब्रह्माकुमारी में..... बाबा से मिले मधुबन में, समर्पित हुए मधुबन में, खाते पीते रहे मधुबन का, सेवा की मधुबन की, नाम कमाया मधुबन में..…. अब छोड़कर चले गए.... ऐसे छोडकर जाने वाले को गद्दार कहा जाता है.... वो देविका माता भी आप पर विश्वास नही करेगी, सोचेगी ये मधुबन के सगे नहीं हुए मेरे क्या होंगे?? इतिहास में ऐसे लोगो को क्या हश्र हुआ है... सबको पता है
भाई जी का भाग्य खराब है
Aisa lag raha jaise bhai bhi Madhuban ki internal politics k shikar ho gaye , aur inko baatoin se yehi lagta hain yeh sabb se dur hoke baba ki sewa karna hi inka paramdharm hain.
So please don't abuse him , he did nothing, most of the ppls will still get benefitted from him ,
I support him fully.
Om Shanti !
*अतिगुप्तज्ञान"*
*Q.इंसान का शरीर का अस्तित्व क्या है?*
*A.इंसान इस दुनिया में तीन चीज़ों के लिए मेहनत करते हैं1.मेरा नाम ऊँचा हो2.मेरा वस्त्र अच्छा हो3.मेरा मकान खूबसूरत हो।*
*आत्मा,शरीर से निकल जाने के बाद उसकी तीनों चीज़ सबसे पहले बदल जाता है।1.नाम=(स्वर्गीय)2.वस्त्र=(कफन)3.मकान=(श्मशान)।आत्माविहीन शरीर का स्थान श्मशानघाट है।*
*Q.आपको,भगवान का निमंत्रण क्या है?*
*A.सबसे पहले जानना आवश्यक है कि भगवान कौन है?प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में साप्ताहिक राजयोग कोर्स मे़ स्वयं भगवान बताते है,भगवान सभी मनुष्य आत्माओं का रूहानी पिता परमपिता परमात्मा है।उनका नाम शिव है।उनका रूप और आकार अतिसूक्ष्म एक ज्योतिबिंदू है।उनका धाम-ब्रह्मलोक है।उनको ही हम ज्योतिर्लिंग या शिवलिंग के रूप में याद व पूजा करते है।वे सभी मनुष्य आत्माओं का रूहानी पिता है।भगवान के बच्चे सभी मनुष्य आत्माएं है,मनुष्य के शरीर नहीं।मनुष्य शरीर का पिता मनुष्य है।सभी मनुष्य आत्माएं एक परमात्मा की रूहानी संतान है।भक्ति में आत्माएं एक परमात्मा को ही खोजती है और पुकारती है।भक्ति माना भगवान की खोज।भगवान अभी स्वयं अवतरण लेकर अपनी रूहानी संतान यानि आत्माओं को प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालयों के द्वारा निमंत्रण देकर खोज रहे है।*
*भगवान बताते है परमात्मा और सभी आत्मा अव्यक्त सूक्ष्म ज्योतिबिंदु है।परमात्मा और सभी आत्माओं का घर-चांद,तारा,सूर्य से पार ब्रह्मलोक है,जहां अभी वापस जाना है,क्योंकि विश्व सृष्टिनाटक अब पूरा हो रहा है।यह सृष्टि5000वर्ष और5युग का एक अनादि अविनाशी विश्व सृष्टिनाटक है,जो एक कल्प यानि5000वर्ष के पश्चात फिरता ही रहता है।*
*शरीर में आप आत्मा है तो आप सजीव मनुष्य है,शरीर से आप आत्मा निकल गई तो शरीर निर्जीव मृतदेह है।*
*प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में नि:शुल्क साप्ताहिक राजयोग कोर्स कर आप जानेंगे कि इस विश्व सृष्टिनाटक में एक आत्मा न्यूनतम1और अधिकतम84बार कैसे मानव शरीर लेती और छोड़ती है।मनुष्य आत्मा कहां से आती है और कहां जाती है।*
*भगवान को भगवान के द्वारा यथार्थ जानने,उनसे मिलने,पढ़़ने व राजयोग सिखने का एकमात्र पता:-*
*प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के कोई भी केन्द्र।*
*पूर्णिया केन्द्र:-प्रभात कलोनी,पर्णिया,बिहार।*
*परमात्मा का आध्यात्मिक ज्ञान हेतु टी०भी० चैनेल"पीस आफ माइंड"अवश्य देखें:-*
*1.VIDEOCON CH NO.497*
*2.AIRTEL** CH NO.678*
*3.TATASKY CH NO.1065*
*4.DISHTVCHNO.1087*
*Q.WHO IS GOD?A-GOD is ONE.GOD is LIGHT.GOD is SUPREAM SOUL.We r soul.All soulr r children of ONEGOD*
*प्रस्तुति:-स्वयं गाड परमात्मा*
*निमित्त:-किशोर भाईM.7903833159*
ओउम शान्ती, भाईजी आपने सर्वस्व बाबा को समर्पित कर दिया फिर ये मैं कहां से आया इस मैं की सोच स्वभाव से ही आपने मीठे मीठे लाडले प्यारे प्यारे बाबा का घर छोड़ दिया है हमारे तन मन धन सब में सिर्फ एक मीठे मीठे लाडले प्यारे प्यारे बाबा समाये है हमारा सेंटर मधुबन और परमधाम इसके अलावा ना कोई नाम ना कोई धाम और ना कोई काम ओउम शान्ती
सभी ब्राह्मण बच्चों प्रति विशेष अटेन्शन - परमात्म महावाक्य
एक बल एक भरोसा अर्थात् सदा निश्चय हो कि जो साकार की मुरली है, वही मुरली है जो मधुबन से श्रीमत मिलती है वही श्रीमत है, बाप सिवाय मधुबन के और कहीं मिल नहीं सकता। सदा एक बाप की पढ़ाई में निश्चय हो। मधुबन से जो पढ़ाई का पाठ जाता वही पढ़ाई है, दूसरी कोई पढ़ाई नहीं। अगर कहाँ भोग आदि के समय सन्देशी द्वारा बाबा का पार्ट चलता है तो यह बिल्कुल रांग है, यह भी माया है, इसको एक बल एक भरोसा नहीं कहेंगे। मधुबन से जो मुरली आती है उस पर ध्यान दो नहीं तो और रास्ते पर चले जायेंगे। मधुबन में ही बाबा की मुरली चलती है, मधुबन में ही बाबा आते हैं इसलिए हरेक बच्चा यह सावधानी रखे, नहीं तो माया धोखा दे देगी।
Bilkul sahi.. Baba Sirf aur sirf Madhuban mein hi aate hai. Agar kahin bhi aata toh, Madhuban ka naam itna baala nahi hota... Koi bhi bhai bahane, maya ka shikaar nahi huyiye...
Baba Madhuban ke alawa kahaan bhi aa hi nahi sakte hai...
Abhi har taraf kuchh aatmaaye virodh jaa rahe hai,... ulta prachar kar rahe hai... Yahi vo samay hai, parixa ki... Jo Nishtit buddhiwale hai, vo vijayi hai... Sanshay buddhiwale vinashyanti.
Om Shanti 🇲🇰🇲🇰
Uskeliye Paramdham chale jate he ham Babase Milan Manane,avi hame waha janeki jarurat nehi he.Madhubanme Baba ayenge tab hi jayenge ham,Baba se Milne🧚♀🌸🌻🌼👏👍🤗🙏☺
Sir mujhe to aap par Daya aa rahi h Shiv Baba ke yagya ko disturb kr dia aapne ... Baap dada apko sahi rasta dikhyen... 🙏
ଓଁମ ଶାନ୍ତି ଭାଇ। ମୁଁ 4 ଥର ବାବା ମିଳନ ରେ ଆବୁ ଯାଇଛି।ଶ୍ରୀମନ୍ତ ଭାଇ ଙ୍କ ପ୍ରୋଗ୍ରାମ 2012 ରାଉରକେଲା ରେ attend କରିଛି।ସେ ଜଣେ ଅତ୍ୟନ୍ତ ସରଳ ଓ ସ୍ୱଚ୍ଛ ହୃଦୟ ର ଆତ୍ମା। ସେ ବାବାଙ୍କର ଓ ବାବା ତାଙ୍କର। ବାବା ତାଙ୍କୁ ଯାଉଠିକି ନେଇଛନ୍ତି ସେ ସେଇଠି କି ଯାଇଛନ୍ତି। This is also a part of DRAMA.
Saari ki kamaai gavaa di mere bhai taras aa rha hai mujhe.
*Topic: मधुबन*
*🌷अव्यक्त बापदादा🌷*
*================*
*अव्यक्त वानी 24-01-1978 Original*
*जैसे मधुबन में मेला है, वैसे अन्त में आत्माओं का मेला भी होने वाला है। मधुबन अच्छा लगता है, या विदेश अच्छा लगता है? मधुबन किसको कहा जाता है? जहाँ ब्राह्मणों का संगठन है, वह मधुबन है - तो हरेक विदेश के स्थान को मधुबन बनाओ। मधुबन बनावेंगे तो बाप-दादा भी आयेंगे। क्योंकि बाप का वायदा है कि मधुबन में आना है। तो जहाँ मधुबन, वहाँ बाप-दादा। आगे चल कर बहुत वन्डर्स देखेंगे। अभी जैसे भारत की संख्या बढ़ती जा रही है, वैसे थोड़े समय में विदेश की संख्या बढ़ाओ। जहाँ रहते हो वहाँ चारों ओर आवाज़ फैल जाए। क्वेश्चन उत्पन्न हो कि यह कौन है, और क्या है। जब ऐसे संगठन तैयार करेंगे - तो जहाँ संगठन है, वहाँ बाप-दादा भी हाज़िर-नाज़िर हैं। मधुबन जैसा नक्शा बनाओ।*
*अव्यक्त वानी 11-05-1984 Original*
*संगमयुग है ही मिलने का युग। जितना मिलेंगे उतना और मिलने की आशा बढ़ेगी। और मिलने की शुभ आशा होनी भी चाहिए। क्योंकि यह मिलने की शुभ आशा ही माया-जीत बना देती है।* …
*अव्यक्त वानी 24-02-1983 Original*
*आकार रूप में भी मिलन मनाते - फिर भी साकार रूप द्वारा मिलने की शुभ आशा सदा ही रहती है, सब दिन गिनती करते रहते कि आज हमको मिलना है, यह संकल्प हर बच्चे का बापदादा के पास पहुँचता रहता है - और बापदादा भी यही रेसपान्ड देने के लिए, हर बच्चे को याद करते रहते हैं। इसलिए आज मुरली चलाने नहीं, लेकिन मिलने का संकल्प पूरा करने के लिये आये हैं। कोई-कोई बच्चे दिल ही दिल में मीठे-मीठे उल्हनें भी देते हैं कि हमें तो बोल द्वारा मुलाकात नहीं कराई। *बापदादा भी हरेक बच्चे से दिल भर-भर के मिलने चाहते हैं। लेकिन समय और माध्यम को देखना पड़ता है*
*अव्यक्त वानी 05-04-1983 Original*
*बापदादा आपस में रूह-रूहान कर रहे थे। ब्रह्मा बोले - ब्राह्मणों की वृद्धि तो यज्ञ समाप्ति तक होनी है। *लेकिन साकारी सृष्टि में, साकारी रूप से मिलन मेला मनाने की विधि, वृद्धि के साथ-साथ, परिवर्तन तो होगी ना!* …
*लोन ली हुई पुरानी वस्तु को चलाने की विधि भी देखनी होगी ना? तो शिव बाप मुस्कराते हुए बोले कि तीन सम्बन्धों से, तीन रीति की विधि, वृद्धि प्रमाण परिवर्तन हो ही जायेगा। वह क्या होगा?*
*बाप रूप से विशेष अधिकार है - मिलन की विशेष ‘टोली’। और *शिक्षक के रूप में ‘मुरली’। *सतगुरू के रूप में ‘नजर से निहाल’ - अर्थात् अव्यक्त मिलन की रूहानी स्नेह की दृष्टि। इसी विधि के प्रमाण, वृद्धि को प्राप्त होने वाले बच्चों का स्वागत और मिलन मेला चलता रहेगा।*
*अव्यक्त वानी 07-06-1970 Original*
*जैसे बाप सर्व-समर्थ है, तो बच्चों को भी मास्टर सर्व-समर्थ बनना है। *विनाश के पहले अगर स्नेह के साथ सहयोगी बनेंगे, तो वर्से के अधिकारी बनेंगे। विनाश के समय भल सभी आत्माएं पहचान लेंगी, लेकिन वर्सा नहीं पा सकेंगी क्योंकि सहयोगी नहीं बन सकेंगी।*
*अव्यक्त वानी 18-01-1978 Original*
*हज़ार भुजा वाले ब्रह्मा के रूप का वर्तमान समय पार्ट चल रहा है, तब तो साकार सृष्टि में इस रूप का गायन और यादगार है। भुजाएं बाप के बिना कर्त्तव्य नहीं कर सकतीं। भुजाएं बाप को प्रत्यक्ष करा रही हैं। कराने वाला है, तब तो कर रहे हैं।* *जैसे आत्मा के बिना, भुजा कुछ नहीं कर सकती - वैसे बाप-दादा कम्बाइन्ड (combined) रूप की सोल (soul) के बिना, भुजाएं रूपी बच्चे क्या कर सकते? हर कर्त्तव्य में अन्त तक पहले कार्य का हिस्सा ब्रह्मा का ही तो है। *ब्रह्मा अर्थात् आदि देव। आदि देव अर्थात् हर शुभ कार्य की आदि करने वाला। बाप-दादा के आदि करने के बिना, अर्थात् आरम्भ करने के बिना, कोई भी कार्य सफल कैसे हो सकता?*
भाईजी कोई कुछ भी कहे ,लेकिन पहले आपने बहुत अच्छी सेवा की है। आप ने क्या सोचा और मधुबन छोड़ दिया। आप बहुत मीठे हो पर बाबा को नहीं पहचान सके । भाईजी ऐसा तो होना ही है। भगवान उवाच।कहीं भी रहो लेकिन अपनी पवित्रता नहीं गवाना।खुश रहो आबाद रहो।तपस्या आपकी कम हुई, नाम मान शान को महत्व दिया।
Pair dagmaga gaye hain
Srimant Sahu Ji itne padhe likhe itne samajhdaar aur Baba ko pahchanane me 30 varsh laga diya. Sach me Taras khane wali hi baat hai is Atma pe to.
Om shanti bhai ji
Maarich bn gye aap to
Sone ke hiran ke lobh me fas gye abhi bhi time hai smbhal jaiye
Keep well Bhaiji.. Baba’s hand is always on your head. Shrimat will ultimately differentiate right from wrong.
Om shanti Bhaiji ,
Aap ne bilkul sahi kah rahe hai,byearth viveration na faila kar
Kisi par galat arop nahi lagana chahiye,Jin Brahaman atmaoko Parakhsakti hai wo
Parakh Lena chahiye 🙏🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🌠
Baba Toh Aapke Sath Hamesha Hai,Madhuban Chodneki Kya Jarurat Hai,Madhuban Se Toh Aapki Seva Lakho Bcchotak Pahuch Rahi Hai🙏😇
श्रीमंत भाई जी ,, राजमहल छोड़कर झोपड़ी में क्यों चले गए,,, **"गुड जाने -- गुड़ की गोथरी जाने ***
विकार के आकर्षण से
आप बी एक दिन पसतायेगे भाई बाबा सिर्फ मधुवन में ही आते ह ड्रामा सामने आयेगा देवीकी माता का
👌👍🌹💖❤💥
Aap shiv Baba ke Anmol bachey hain....Shiv Baba aap par apni rahmat rakhein🤚
Shiva Baba sirf madhuban Mai hi ate hai bhaiji.Hum ye mante hai .Om Shanti mithe baba pyare baba 🙏
Dr, will you conduct health camps, like you did earlier. People are really in need of your help.
और कितना नीचे गिरोन्गे भाई माया बडी रुस्तम है ये तो आपकी हालत देख के समझ जाएंगे सभी. ..
बाबा का हात और साथ छोड दिया है तो बॅच भी लगाणा छोड दो और कितना पाप करोन्गे. एक बात याद रखना सद्गुरू का निंदक थौर ना पाये. ..
आपको जल्दी ही सद्बुद्धी आये. ..
👍👌👑❤💥💖
भाईजी इस सफाई की आपको कोई आवश्यकता नही . हमारे बाबा के घर मधुबन ही आपको रहना था पूरे संगम युग क्या बाबा ने हमारी दादियो को मैसिज नही दिया मैवहाँ आया हूँ । भाई जी आप कैसे भम्र मे आगये
👌👍🌹💖❤💥
भाई जी आप का दुर्भाग्य पकड़ लिया ग्रह चारी सता दिया जो पवित्रता आपके जीवन में होना चाहिए वह नहीं था सिर्फ बाहर दिखावा था लेकिन आपके पवित्रता के फाउंडेशन पक्का नहीं था इसीलिए आपके कर्म प्रदर्शन हुआ है भगवान के गोद से निकाल दिया
अगर आप जैसी आत्माने मधुवन छोड़कर बाबा के कौन से इसारे को व्यक्त कर रहे हों?💐🙏💐💖
जिसे मैं की हवा लगी उसे ना दवा लगी ना दुआ लगी
Omshanti Srimanto bhai plz come back to Modhubon. Baba ka shorir dohi hai , kohi bhi nahi aana hai Phir.
सत्य kbhi khud ko sabit krne ki mehnt nhi krta ye kaam hi jhuth ka h jo khud ko shabit krne lge smjho vo jhuth h.. Om shanti 🙏
सच में बुद्धू ही हो। भाई सुधर जाओ अपने तीसरे नेत्र से बाप को पहचानो। देवकी माता की छमचा मत बनो।
Devaki naam apne aapke rakthi hei. Ham kyom vunko vus naam se bolthe ..vus ka naam se hi bolna.
👍👌🌹💖❤💥
ज्यादा लाड़ प्यार और दुलार जब राह पड़े को मिल जाये तो उसका एक दिन बिगड़ना तय होता है। क्योंकि ऐसी हालत में कई बार व्यक्ति अपनी असली औकात भूल स्वयं को ही भाग्यविधाता समझ बैठता है। मधुबन छोड़ना या इस भूमि से नाता तोड़ना कोई त्याग नही है मेरे भाई... यह बुद्धि भ्रष्ट होने का स्पष्ट संकेत है। आप गए तो गए... औरों के जीवन को बरगलाकर भटकाने का पाप कम करें तो अच्छा है।
🕉️ शांति शांति शांति। आपकी दिव्य दृष्टि आपको मुबारक। समय समय ड्रामा हर एक्टर की ekt बदलती रहती है। आपकी रिकॉर्डिंग अभी कलयुगी पार्ट की हो रही है। हमें वहां आके समय और माथा खराब नहीं करना है। 🕉️ शांति शांति शांति।
रिकॉर्डिंग का कोई सबूत है ?
कर्म ही प्रधान है क्या आप नही जानते हो ये।
मैं ये भी जानना चाहता हूं आपकी दुकान सिर्फ हिंदू मोहल्लो में क्यों खुलती है किसी मुस्लिम बाहुलय एरिया में क्यों नही खुलती है।
हिंदू तो वो मूर्ख है जिसको जो चाहे पागल बना लो कोई बेहद की बेहद वाली बाते करता है कोई मीठा मीठा करता है एक मंत्र का श्लोक का अर्थ पूछ लो तो सारे भागते पायेंगे।
@@arunyana9596इन्ही पाखण्डीयों से ही ज्यादा खतरा है।सनातन धर्म के लिए ❤
एक बार एक लड़का अपने बाप के साथ घूमने गया तो उन्होंने एक दुकान पर लडडू देख कर अपने बाप से लेने को कहा तोबाप उसे पेड़ा दिया लेकिन बच्चा खुश नहीं हुआ और घर जाकर फेक दिया बाप ने कहा क्यों बच्चे ने कहा ममरा का लड्डू चाहिए।
Om Shanti. मुख्य बात है कि हम सभी आत्माओं को अपने देव कुल के पवित्र संस्कार को धारण करना है. यह भी सच है बाबा का parmananat घर परमधाम है. हमे बाबा को परमधाम या shusham vatan मे याद करना है. अगर हम निरंतर बाबा की पवित्र याद मे रहते है तो बाबा हर सेकंड हमारे साथ है हमारे घर मे है. मधुबन या कहीं और बाद मे. हमारा उद्धेश्य ही है निरंतर याद मे रह पवित्रता की किरणें चारो और फैलाकर सारे विश्व को प्रकृति को पावन बनाना. अब जब समय थोड़े का भी थोड़ा है तो बाकी बातों मे kue जाए. बाबा कहीं भी आए हम बस हर सेकंड परमधाम मे स्थित रहने का पुरुषार्थ करे बस.
@MANN GARG जहा हम ही खुद मे अबतक पूरा परिवर्तन नहीं ला पाए है. जैसा बाबा हमे देखना चाहता है वैसे संपूर्ण हम अबतक हम नहीं बने है. अगर परिवार मे ग्रुप पड़ गए मतभेद हो गए तो इसका असर आगे पूरे ब्राम्हण परिवार पर पड़ेगा सेवा पर padege. इसलिए जो भी nimit बड़े है उनको बहुत सोच samzakar अब decision लेना चाहिए
Ap madhuwan kyu chhore ye bataiye bas aur bat ghuma fira k kyu karte ho
बकवास बहुत की ,सच्चाई nhi बताई
Baba sirf madhuban me aa skte h bs or kuch nhi baba ne khud avyakta murli me bola h ki me sirf madhuban me aa skta hu
Maya ne apko pakad liya nak se
Baba sirf maduban m he aate h or aa k ja chuke . In bhai ko nishchay nii tha isliye esa hua.God Is One.MERA BABA.🙏❤️Om Shanti.
बाबा सबको साथ लेजाये बगैर नही जा सकता....
बाबा का अब अव्यक्त part चल रहा।इनसब को यह भी पता नहीं।चले बाबा बनने।
@@rajyashreedas8667 TRUE👍🙏
Om shanti 🙏
@@rajyashreedas8667 baba ne apko ya kisi maharathi ko kabi bola ki vo tisra Rath nhi lenge
Jo sab maharathi bol rahe he ki Gyan sab apko mil chuka he isse hi apka agyan and abhiman spast dikta he. Baba Gyan ka sagar he usko Dene k lie itna Gyan he ki pure madhuban nivasi samj nhi sakoge
Vinashkale vipreeth buddhi...."
Baba Ne Ek Murali mein kaha tha ki Maya Royal Roop bhi dharan kar kar Aaegi Aisa Hi Kuchh doctor sahab ke sath Hua Hai Baba doctor sahab ko sadbuddhi pradan Karen Om Shanti
વીના્શ કાલે વીપરીત બુધ્ધિ
પરમ પિતા પરમાત્મા એમના આત્મા ને સારા વિચારો આપે માયાના ચક્કર માંથી મુક્તિ આપે
बाबा सबका है जी,,किसी के भी बन्धन में नही रहेगा,, हा कोशिस सब कर रहे है जी,,जय हो शिव बाबा की,,,
Om shanti, mera spiritual brother 👏
Very studiously & keenly heard your spiritual words.... So honest and true words... I sincerely wish much and more words from you my spiritual brother... After becoming Bapdada's millennium child, l have also the same bitter experience from the ruhani family... The so called ruhani family is simply after wealth and luxury... 🕉shanti!!!
Yess
.. Hum sabko thoda bibek lagana chahiye isme.. Jald se jald
He has not revealed why he has left. What is the point of this video?
Yes was waiting for the reason
बेहद के बापदादा के बेहदके बच्चे बनकर बहुत ही चतुराई से चतुर बात करी है आपने....
सचमे कहु..! आपने अर्धसत्य कहा है... !
एक सच्ची आत्मा , दुसरी सच्ची आत्मा से अर्धसत्य कैसे बोल सकती है..? ...! सच को कोई पर्दे कि जरुरत नहीं होती है , सत्य तो पार दर्शक होता है... सत्य अगर सचमुच में सत्य है तो पर्दा क्यों ?
आपने कहने कि इतनी हिम्मत दिखाई तो फिर अर्धसत्य क्यु कहा...! एक सच्ची आत्मा बनकर दुसरी सच्ची आत्मा से क्यु ठगी...!आपका का शुभ चिंतक....ओम शांति शांति शांति।
😂❤ ओम शांति भाई जी इतना बड़ा मधुबन आपने थोड़ी सी किसी बात के कारण छोड़ दिया अगर कुछ सहन कर लिट्टी तो आपको मधुबन छोड़ना नहीं पड़ता ओम शांति भाई
Aap shiv baba ke pakke bacchhe hai , jaha bhi rahenge shiv baba ke bardaani haatha rahenge so donot worry be happy, shiv baba bless you always
Satguru ka nindak thhaur na paye
Aisa feel ho raha baba is aatma ke dawra ham sabka test le rahe h. Or kuch bhi nhi. God bless u bhaiji aapka drama me sayad aisa hi role hoga
Tum pagal hi nhi maha pagal ho
उड़ीसा के लोग ऐसे ही होता है अपना इच्छा पूरा नहीं होने पर पूरी संस्था की बदनाम करते हैं और दूसरों का भी नाम खराब करता है
👍👌🌹💖❤💥
Kisne kaha
Isiliye toe Samrat ASHOK ne bhayankar Pitai kiya thaa Kaling(Odissa) ki.
Aisa maar maara thaa ki abhi tak asar hai uskaa -----😅😅😅
You cannot insult all Oriya people. You are insulting entire Oriyan. Is this the teaching of Brahmakumaris?
@@dharamdas356by me yhi shiksha our sanskar h
जिसने बाबा को जान लिया वो कभी किसी पे ब्लेम नहीं करेगा जो हुआ अच्छा
Maine apne jeevan me bahot pareshani uthayi aur abhi bhi bahot pareshani utha rahi hu, per pareshaniyo ne mera baba per vishwash aur gehra kiya... aise hi lagta ki shareer chut jaye, baba na chute bus... sach me baba ke prem aur sneh ka koi paar hi nahi h... bhai g, aap bhale kahi bhi rahe, but dil se baba ko nahi chodhna... sthan mahatav nahi rakhta bhai g, baba ka har ashram hi mahal h... dil se parivartan sweekar kigiye, aur purusharth continue rakhen... baba bahot rehamdil h, hume her haal me sweekar ker lete h...
MUJHE TO RAHAM ARAHA HAI.
MAYA KITNA BALBAN HAI.
ITNA BADA MAHARATHI KO VI GIRAYA.
BHAI JI ESA MAT KIJIYE. WAPAS MADHUBAN AJAYIYE.
APKO MAIVI OUR BABA VI BAHUT PYAR KARTE HAI.
BABA SERF AUR SERF MADHUBAN ME HI ATE HAI.
SHIV BABA KA DO RATH HAI. BADI NANDI ( BRAHMA BABA) AUR CHHOTI NANDI (DADI GULZAR).
TISRA RATH KA KOI GAYAN NAHIN HAI.
BABA NE SPAST RUP ME MURLI ME KAHA YE MAYA HAI.
LAST SAMAY ME YE TO MAYA RAAVAAN KA PUMP HAI.
ISSE KHUD BHRAMIT MAT HOIYE AUR DUSRON KO VI MAT KIJIYE. NAHIN TO 1000 GUNA DAND PADEGA.
WAPAS MADHUBAN AJAYIYE MERE BHAI ,MERA YE DILSE PUKAR HAI.
OM SHANTI.
महारथी जब साधारण कर्म करता तब महारथी नहीं कहलाते।यह हमसे भी साधारण आत्मा है जो शरीर में फंस गए।
सभी बीके भाई बहन सावधान रहें इस तरह की वीडियो देखकर अपना दिमाग खराब नही करो । ये आत्मा खुद तो गिराऔर सब को प्रेरित कर रहा है ।
Ye kya karege kuch nahi kar sakte ye bhai....
jisne swam bap ka sacha pyar anubhav kia hoga vo aise logo mai nahi fus sakta.... Inhone ne bap se bhi natak kia hai...jo uska na bana vo kisi or ka kya banega....100 baat ki 1 baat hai
बिलकुल सही कहा आपने। खुद गिरा दुसरो को भी दिग्भर्मित कर रहा है।
बीचारा वीनाशकाले वीपरीत बुधदी
विकारों में फंस गयें डाॅक्टर
सोच लिया
अच्छे अच्छे की माया नाक काट देतीं हैं।
Om shanti, baba ka gyan ye samazata hai ki drama ke har scene ko sakshibhav hoke dekho. Aap sab itna kyon Bhai ko pareshan kar rahe ho
B coz you r one of the best medicos of India and served the people relentlessly and I don't care wherever you are but u mind ur medical profession first as society needs you most.
Kya app jaisa Maharathi atma ko Maya khap karlia?
After receiving so much love and care from BABA, you are right now doing a great disservice to the Yagya that took so much effort and time to get established by our Bapdada, Dadi, Didi, Bhai and all. It is a Great Disservice to Shiv Baba. Please stop.
Bhai ji aap bhut achha ho but yesab u tube per chercha nahi honi chahye
सत्य कहने और सत्य के मार्ग में चलने के साहस सबके पास नही होता
11/4/82 की मुरली पढ लीजीए
भगवान का घर तब छूटता है जब पाप का घड़ा भर जाए .... पता नहीं क्या किया है इसने.....
भाई जी आपने स्पष्ट नहीं बताया कि आपने क्यों छोड़ा। बार-बार यह बोल रहे हैं कि मैंने छोड़ दिया छोड़ दिया वजह तो बताइए ।शायद आपका मधुबन में समय पूरा हो गया था इसलिए आपने छोड़ दिया। खुश रहिए। ओम शांति🙏🏼🙏🏼
Aapne bataya nahi ki aap abhi kahan hain,to hum vahan kaise aayenge,so please poori baat batane ki kripa karenge, thanks.
Respected Doctor bhai ji, maine apki 'Ant samay ka pursharth' video dekhi hai, ant samay mein madhuban ke andar walay brahmnon ka jhar hilega and big pillars shall behave indifferently. Are you the first among them, please revisit that video and rate yourself else it is indicating towards inner mahabharat. Om Shanti.
Please reply to the above ASAP, Om Shanti.
Don't become first dignified casuality and take pity on yourself and don't defame Baba's palna.
Dr. Bhai ji, ek baat dhyan mein rakhna, baba ne usi sthan par do rath liye, agar teesra rath lena hota to vaheen madhuban mein hi leta, idhar udhar bhatakne ki jarurat nahin hai oos param dham vasi param pita ko, kabhi is daal par kbhi oos daal par. Take pity on you mere bare bhai. Om Shanti.
Prapti ki hatti ek hi hatti se hoti hai bhai aur apke apne kahne ke mutabik 'ant samay' sabse jyada pashchatap ke aansu brahman bachche hi bahayenge, vapis laut aao hey meethi aatma isi mein tumhara kalyan hai, Baba aapko sadbudhi de, Om Shanti.
Om shanti sabhi ko..hum sabhi ko bhut teever purusharth krna h.. Ye example h humare samne ki maya kis kis roop m aati h. Sabhi prerna lo or aage badho
आप हमें क्या बोल रहे हो आप पहचानो अपने आप को
Om shanti baba
Governor bodi meeting 5 to13 may 2022 pta chal gya tha madhuben mai sab kuch theek nhee chal rha hai
वैसे तो बुद्धिमानों की बुद्धि परमात्मा शिव बाबा के लिए कहा जाता है, लेकिन लगता है, अब से एक और शीट बढ़ा कर आप को भी दूसरी बुद्धिमान की शीट प्राप्त हो गई है।मुझे यह भी विश्वास है कि बाबा के इस ब्राह्मण परिवार से आप जैसा बुध्दिमान कोई एक भी नहीं निकलेगा, जो आप जैसी बुध्दिमानी दिखाये।
Drama accurate, blissful
O. S. Jismani Doctor ho Lekin ruhani doctor banne me fail ho.
Ye Kya kar rahe ho?
Uper se jo ye disservice karte ho Ye to kade te kade pap kyu banate ho.
Vinash kale viprit BUDHDHHI
Ho gai hei
Ager apki BUDHDHHI Bhuli hoti to baba ko parakh lete or eiase disservice kabhi nahi karte.
Apko pata hei mamma abhi kaha hei?
Jiski budhhi ka tala khuljata vo eaise raz achchhi samaj sakte.
APNA samay or sanklp disservice karne me nahi gavate
फिर भी आप को बेहद का बाप कोन है ये पता नही है.
बेहद के बेहद की परम परम परम महाशांती है.