मुंशी प्रेमचंद की कहानी कहानी नहीं वास्तविकता बताती है और ये कहानी आज के जमाने के हिसाब से सटीक बैठ रही है शुरुआत में दरोगा के पिता ने तो ऊपर के कमाई की बात कही है जिसको घुस कहते हैं लेकिन इसको नजरंदाज नहीं किया जा सकता क्योंकि इंसान के जीवन में मासिक वेतन के अलावा भी कोई अलग कमाई होनी चाहिए जरूरी नहीं की वो घुस हो Other source of income ke liye perfect example hai ye
अफसोस इमानदारी शब्द ब्राहमणों के किसी भी धर्म ग्रंथ में नहीं लिखा मिलेगा सब के सब काल्पनिक धर्म ग्रंथों में झूठ और फरेब ही भरा पडा है। दारोगा को उसकी इंमानदारी की सजा से ज्यादा उसके इमान के बुलंद किरदार की असली जगह उसे मिली।
इस कहानी में सबसे बुद्धिमान कोई है तो वह है पण्डित आलोकि दिन का किरदार । अपने ईमानदार दुश्मन से फायदा भी उठाया जा सकता है ।यह उसने साबित कर दिया ।☺️☺️☺️
Acting done by daroga man is rare in the rarest ,, no match of his acting in my life ,his expressions, simplicity after suspension,eye contact at perfect time, everything was just perfect,OSCAR award is nothing for him...
Prem Chand, the master story-teller, here has a surprise for his audience in the form of the unexpected ending, so that they do not completely lose faith in goodness and uprightness!
हमसे पूछो ईमानदारी की सजा इस दुनिया में क्या है ऊपर से लेकर सारा सिस्टम भ्रष्ट हैं ईमानदारी से तो कोई काम करने देता नहीं ना अधिकारी ना विधायक ना मंत्री ना मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री
वर्तमान में पुलिस अगर ईमानदारी से काम कर रही है तो उसमे मिडिया का बहुत-बहुत बड़ा रोल है जी अंकिता भंडारी के मौत के मामले में मिडिया और जनता के साथ ने इस मामले में अहम योगदान दिया गया है जी
Arya aaye the desh mein 😂🤣 ek false theory ki baat kar rahe yahan waah kese jahilo wala serial hai no wonder aaj kal koi inn bakwas kahaniyo ko nhi sunta
Nice story by Honorable Premchand munshi ji
12वीं class में पढ़ी थी । अद्भुत रचना प्रेमचंद की
मुंशी प्रेमचंद्र समय से बहुत आगे का सोचते थे
धन्य हैं आप
sahi, lekin
us time bhi ye sab bahut chalta tha
Bhut achi kahani hai ☺
नमक का दरोगा मै आठवीं कक्षा में पढ़ा था।
और हम 3rd year me pd rhe h ba bed me
Mai to 11th me padha hu bhai
मुंशी प्रेमचंद की कहानी कहानी नहीं वास्तविकता बताती है और ये कहानी आज के जमाने के हिसाब से सटीक बैठ रही है शुरुआत में दरोगा के पिता ने तो ऊपर के कमाई की बात कही है जिसको घुस कहते हैं लेकिन इसको नजरंदाज नहीं किया जा सकता क्योंकि इंसान के जीवन में मासिक वेतन के अलावा भी कोई अलग कमाई होनी चाहिए जरूरी नहीं की वो घुस हो
Other source of income ke liye perfect example hai ye
अफसोस इमानदारी शब्द ब्राहमणों के किसी भी धर्म ग्रंथ में नहीं लिखा मिलेगा सब के सब काल्पनिक धर्म ग्रंथों में झूठ और फरेब ही भरा पडा है। दारोगा को उसकी इंमानदारी की सजा से ज्यादा उसके इमान के बुलंद किरदार की असली जगह उसे मिली।
Maza aa gya
Jai jai siya Ram
ईमानदारी की कीमत बहुत कुछ गवां के चुकाना पड़ता है।
मुंशी प्रेमचन्द ने बहुत अच्छी कहानी लिखी है
Munshi premchand kitne marmik kahaniya banate the masik aay yani puranmasi ka chand aur Upari aay(income) bhi honi chahiye sahi bat namak ke daroga
इस कहानी में सबसे बुद्धिमान कोई है तो वह है पण्डित आलोकि दिन का किरदार । अपने ईमानदार दुश्मन से फायदा भी उठाया जा सकता है ।यह उसने साबित कर दिया ।☺️☺️☺️
premchandji ki kahaniyon me kitni simplicity hai.. kitni man se judti hai kahaniyan...
Wah Kya story h.....💓💓💓
❤❤❤ nice
जय हो मुंशी जी शत शत नमन
Daroga ji ki Imandari na toh tab jhuki na ab ....what a great character
मुंशी प्रेमचंद कि कहानी इस कहानी से यह स्पष्ट करती हैं। मनुष्य के जीवन में मासिक वेतन के अलावा अलग कमाई होना भी जरूरी हैं।
पर जरूरी नहीं कि वो घूस ही हो 🧐😡
@@ayushyaduvanshi3449 usi khoosh nhi nazarana kehte hi
Nahin bhai, aisa nahin. Imandar ki jeet hai,
@@ayushyaduvanshi3449 हूं
@@koraishansari7667 है
Ju
Munshi Premchand Bahut acche kavi the
kavi nhi sahityakar the
कहानियाँ सिर्फ क़िताबों में ही अच्छी लागती हैं असल जीवन इन आदर्शों और ईमानदारी का कोई महत्व नही होता।।।
Nhi bhai
सच्चाई कभी हारती नहीं 😊✌️
India 🇮🇳 is great
मुझे तो अपने समय का सभी कहानी पुनः याद आ रही
सचमुच
Good video 🙏🙏
ये सच है कि यह कहानी जीवन की वास्तविकता को स्पष्ट करती है।
ईमानदारी मानव मूल्य की पराकाष्ठा है।
Waah
रोजाना ऐसी कहानियां पर वीडियो डाला करो
Lamhi gaav ko naman...
Munshi ji ke janmsthali ko naman...
Aur hum tumko naman karte hain..
बहुत सुन्दर
Hum ne High school ke zamane yeh quisa padha tha ,aaj bhi yaad hai 55 saal baad .
Kay imanadari hai 😍😍😍
Wonderful
So relaxing short movie every scene every character acts amazing. True reflection of India. So nostalgia .
super manyvar
हर दो महीने में एक बार ये स्टोरी जरूर देखता हु
Very nice video ek samaye ke liye toh maine socha tha tha 😂 tha prem chandra ji ne iss movie se idea liya tha
Nice
Munshi Prem Chand ji was a great writer and a genious thinker.
Old serial wass too good
These Stories touch the heart
Old is gold
@@muteylinggi775 नकर पा
Mere par vidio ke liy dhanbad
Agr aisa hi hoja to desh 1 saal m jannat bn jayga
👍
Yhi hai brahman ka dya dharm
brahman baki logo se kam hi corrupt hote hain aaj bhi
chote hote hai bramhand
enhi sab ne esh samaj ke chhote jati ko dabaya hai
@@aniketmaurya2897 Jake aag laga na apne aap ko
Good ending. Pandit beimaan hai par achai ki kadar hai usko.
Loyalty is the best ❤
Acting done by daroga man is rare in the rarest ,, no match of his acting in my life ,his expressions, simplicity after suspension,eye contact at perfect time, everything was just perfect,OSCAR award is nothing for him...
Prem Chand, the master story-teller, here has a surprise for his audience in the form of the unexpected ending, so that they do not completely lose faith in goodness and uprightness!
Hire ki kimat ka andaza sirf jouhari hi kar sakta h
Or stories upload kro
Hlo
ye khud munshi ji ki jivan ki kahani ha
Iye zameendar to ab crime patrol me acting karta hy
Chale hum baliya se chhapra.
Bhai kaun sa software use kiya hai thumbnail ke liye
Un. Dino. Main. ८
Me.. Tha
हमसे पूछो ईमानदारी की सजा इस दुनिया में क्या है ऊपर से लेकर सारा सिस्टम भ्रष्ट हैं ईमानदारी से तो कोई काम करने देता नहीं ना अधिकारी ना विधायक ना मंत्री ना मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री
Ghar me ekad chammach bhi rakhkha karo.....status...
Apps opprrs khy lyyun bas to passi
कहानी जितनी अच्छी है, इसके संवाद उतने ही खराब है।
किताब में यह हिन्दी की कहानी है, जबकि यहाँ यह उर्दू की बना दी गई है।
Phle log kitne khudaar the
मै जब आठवीं कक्षा में था तब हिंदी की किताब में नमक का दारोगा पाठ आता था .
यदि मुन्नी प्रेमचंद के लिखे स्वाद इस कहानी में दिए होते तो कहानी और भी अधिक अच्छी लगती।
Ham log आलोपीदिन ko अलुपुदीन बोलते थे 😂
Salary apko rich nhi bna skti
👌👌👌🫡
O kakka on marri , bass Kom enj khatm karr dallo hayyko
वर्तमान में पुलिस अगर ईमानदारी से काम कर रही है तो उसमे मिडिया का बहुत-बहुत बड़ा रोल है जी अंकिता भंडारी के मौत के मामले में मिडिया और जनता के साथ ने इस मामले में अहम योगदान दिया गया है जी
वर्तमान में मीडिया है ही नहीं,,बस गोदी मीडिया है,,, और दोगले अंधभक्त
Ek supari de dena
ईमानदार
Who else is watching this episode on 03Feb2022
आर्यो और हिन्दुओं बदनाम करने के लिए ये सीरियल चला रहे हैं. क्या आर्य भाहर से आये थे.
agenda chala rahe bro
maine dekhne ka socha par ye dialogue sunte hi dimag kharab ho gaya
Now in few months there will be ban on Munshi Premchandji too.... Will be labeled deshdrohi too 🤔📺 Re, ze, in, aaj... chanel
Chap bagh
Arya aaye the desh mein 😂🤣 ek false theory ki baat kar rahe yahan waah kese jahilo wala serial hai no wonder aaj kal koi inn bakwas kahaniyo ko nhi sunta
इसलिए प्रेमचंद की रचनाओं को यथार्थ आदर्शनोन्मुख कहा जाता है।
Bahut acchi kahani
Nice
बहुत सुंदर
Nice
Jabardast story