अगर घर में नज़र लग जाती है तो क्या उपाए करे और बच्चा ग़लत रास्ते चला गया है तो उसे कौनसे उपाए करके सही रास्ते पर लाए। शराब की आदत और बुरी संगत से कैसे अपने बच्चे को बचाए आप इन समस्यो पर भी कार्यक्रम बनाए
*📕जीवन में भाग्य साथ बहुत ही महत्वपूर्ण होता है.* 📕 *भाग्य कमज़ोर होने पर जीवन में कदम कदम पर असफलताओं का मुंह देखना पड़ता है...* 📕 *भाग्य मंदा होने पर कर्म का फल भी संतोष जनक नहीं मिल पाता है. परेशानियां और कठिनाईयां सिर उठाए खड़ी रहती है.....* *📕मुश्किल समय में अपने भी पराए हो जाते हैं.....* *📕भाग्य का घर जन्मपत्री में नवम भाव होता है....* *📕भाग्य भाव और भाग्येश अशुभ स्थिति में होना भी एक मुख्य कारण है* *भाग्य को बलवान बनाने हेतु अपनी जन्मकुंडली अनुसार सरल ज्योतिष उपाय अवश्य ही करने चाहिए* *📕यदि आपको किसी प्रकार कोई समस्या बनी हुई है या........ आप अपनी जन्मपत्री के विषय मे कुछ जानना चाहते है तो....... अपनी जन्मतिथि (Date of birth ...Time and place) हमारे what's app number 08078665041 पर सेंड करें.........📕वह अपनी कुंडली में बने ग्रह दोष के सरल ज्योतिष उपाय प्राप्त करें..... यदि आपको अपनी बर्थडिटेल्स नही मालूम तो आप अपने दोनों हाथों की तस्वीर(फोटो) हमें सेंड करे* *📕Consultant चार्जेज अप्लाई.....* *What's app Number 080786-65041*
गुरुजी मुझे गाड़ी का लाइसेंस बनवाना है जिसका मुझे समय दिया गया है जो बुधवार सुबह 10:३0 से 12:00 बजे के बीच का है जो कि गुलिक काल का समय है चौघडिया शुभ लाभ की है क्या ये गुलिक काल सुभ होता है या नही इस समय लाइसेंस बनवाना उचित रहेगा या नही क्रपया इस भ्रम को उचित मार्गदर्शन दे कर दूर करने की कृपा करें 🙏 कुंभ राशि
पंडितजी!! नमस्कारम् " पूराणो पुस्तक मैं किडे लग गया हैं तो क्या करे ? पंडितजी मैं उसमैं कपूर पावडर कर लगाती हुं मगर संपूणँ फायदा नहि मिल रहा हैं तो मेरे पास हर पुराण पुस्तक का पेज किडे खाकर पुराणो को बहोत नुकशान करते हैं । तो आप बताये मैं क्या करू ? ऐसा हैं किडे जो दिखते हैं मगर जो पढते समय दिखेतो जरासा हाथ लगाया तो तुरंत मर कर बाद मैं उसका बोडी ही नहि दिखती हैं ये सब मुजे दु:ख के साथ कहना पडता हैं । मेरा अच्छा जो पुराणा शिवपुरान हैं ओर भी पुराण पुस्तको हैं वो खतम करदेता हैं । मैं तो बहोत दयान, सफाइ रखती हुं । मगर कोइ भी *संपूणँ सटीक परिणाम* नहि मिलता हैं । 😭 तो 👏प्लीस आप सटीक उपाय बताये । जयशिवशंभो ...ॐ... तो शुभलाभ मिले वैसा कोनसा काम हैं जो मंगलवार को करे ?
*📕हम सभी चाहते हैं हमारे घर का वातावरण हंसी - खुशी से भरा और प्रफुल्लित हो।* *सबके चेहरे पर प्यार की चमक हो। सभी एक दूसरे का सम्मान करे और घर में किसी भी तरह का मानसिक तनाव और क्लेश नहीं हो , लेकिन कई बार ऐसा होता नहीं है।* *कुंडली का चतुर्थ घर व्यक्ति के ज़ीवन में मिलने वाले सुख, खुशियों, सुविधाओं, तथा उसके घर के अंदर के वातावरण अर्थात घर के अन्य सदस्यों के साथ उसके संबंधों को भी दर्शाता है।* *मानसिक शान्ति तथा व्यक्ति के स्वभाव पर भी चतुर्थ भाव का विशेष प्रभाव होता है।* *किसी व्यक्ति के जीवन में वाहन-सुख,नौकरों-चाकरों का सुख, उसके अपने मकान बनने या खरीदने जैसे भावों को भी कुंडली के इस घर से देखा जाता है।* *कुंडली में चतुर्थ घर के बलवान होने से तथा किसी अच्छे ग्रह के प्रभाव में होने से कुंडली धारक को अपने जीवन काल में अनेक प्रकार की सुख-सुविधाओं तथा ऐश्वर्यों का भोग करने को मिलता है तथा उसे बढिया वाहनों का सुख तथा नए मकान प्राप्त होने का सुख़ भी मिलता है।* *कुंडली के चतुर्थ भाव के कमजोर अथवा किसी बुरे ग्रह के प्रभाव में होने की स्थिति में व्यक्ति के जीवन काल में सुख-सुविधाओं का आम तौर पर अभाव ही रहता है या सब कुछ होते हुए भी मानसिक अशांति बानी रहती है ।* *इस घर पर किन्हीं विशेष बुरे ग्रहों का प्रभाव होने से कुंडली धारक के अपने रिश्तेदारों के साथ संबंधों में भी तनाव रहताहै।* *मंगल भूमि का कारक होता है। यदि जातक की कुंडली में मंगल चतुर्थ भाव में दुष्ट प्रभाव में है तो भी व्यक्ति की जमीन जायदाद के कारण मानसिक शांति प्रभावित होती है।* *शुक्र को भी चतुर्थ भाव का कारक माना जाता है। शुक्र चतुर्थ भाव में वाहन सुख साधनों को प्रदर्शित करता है। यदि जातक की कुंडली में शुक्र पाप प्रभाव में हो तो व्यक्ति की मानसकि शांति वाहन तथा अन्य भौतिक सुख-सुविधा के साधनों के कारण प्रभावित होती है।* *जातक मानसिक शांति, भौतिक सुख-साधनों को तभी भोग सकता है जबकि उसका चतुर्थ भाव तथा चतुर्थ भाव का स्वामी तथा कारक ग्रह किसी भी दुष्ट प्रभाव में न हों। शुभ ग्रहों का प्रभाव चतुर्थ भाव में होने से व्यक्ति खुश मिजाज, मिलनसार और उत्साह से परिपूर्ण होता है* *तथा माता, वाहन, मकान तथा भौतिक सुखों की प्राप्ति करता है।* *व्यक्ति अच्छे चरित्र का तथा मानसिक रुप से संतुलित होता है* *अंतिम निष्कर्ष तक पहुँचने हेतु सम्पूर्ण कुंडली का अध्ययन आवश्यक होता है* *📕यदि आपको किसी प्रकार की कोई समस्या बनी हुई है या अपनी जन्मकुंडली के विषय मे कुछ जानना चाहते है तो..... अपनी जन्मतिथि ( date of birth) हमारे what's app number...080786-65041 पर सेंड करें..........वह अपनी कुंडली मे बने ग्रह दोष के सरल ज्योतिष उपाय प्राप्त करे....* *यदि आपको अपनी बर्थ डिटेल्स नही मालूम तो आप अपने दोनों हाथों की तस्वीर (फोटो) भेज देवे..* *📕Consultant चार्जेज अप्लाई....Whats app Number....080786-65041...*
*📕हम सभी चाहते हैं हमारे घर का वातावरण हंसी - खुशी से भरा और प्रफुल्लित हो।* *सबके चेहरे पर प्यार की चमक हो। सभी एक दूसरे का सम्मान करे और घर में किसी भी तरह का मानसिक तनाव और क्लेश नहीं हो , लेकिन कई बार ऐसा होता नहीं है।* *कुंडली का चतुर्थ घर व्यक्ति के ज़ीवन में मिलने वाले सुख, खुशियों, सुविधाओं, तथा उसके घर के अंदर के वातावरण अर्थात घर के अन्य सदस्यों के साथ उसके संबंधों को भी दर्शाता है।* *मानसिक शान्ति तथा व्यक्ति के स्वभाव पर भी चतुर्थ भाव का विशेष प्रभाव होता है।* *किसी व्यक्ति के जीवन में वाहन-सुख,नौकरों-चाकरों का सुख, उसके अपने मकान बनने या खरीदने जैसे भावों को भी कुंडली के इस घर से देखा जाता है।* *कुंडली में चतुर्थ घर के बलवान होने से तथा किसी अच्छे ग्रह के प्रभाव में होने से कुंडली धारक को अपने जीवन काल में अनेक प्रकार की सुख-सुविधाओं तथा ऐश्वर्यों का भोग करने को मिलता है तथा उसे बढिया वाहनों का सुख तथा नए मकान प्राप्त होने का सुख़ भी मिलता है।* *कुंडली के चतुर्थ भाव के कमजोर अथवा किसी बुरे ग्रह के प्रभाव में होने की स्थिति में व्यक्ति के जीवन काल में सुख-सुविधाओं का आम तौर पर अभाव ही रहता है या सब कुछ होते हुए भी मानसिक अशांति बानी रहती है ।* *इस घर पर किन्हीं विशेष बुरे ग्रहों का प्रभाव होने से कुंडली धारक के अपने रिश्तेदारों के साथ संबंधों में भी तनाव रहताहै।* *मंगल भूमि का कारक होता है। यदि जातक की कुंडली में मंगल चतुर्थ भाव में दुष्ट प्रभाव में है तो भी व्यक्ति की जमीन जायदाद के कारण मानसिक शांति प्रभावित होती है।* *शुक्र को भी चतुर्थ भाव का कारक माना जाता है। शुक्र चतुर्थ भाव में वाहन सुख साधनों को प्रदर्शित करता है। यदि जातक की कुंडली में शुक्र पाप प्रभाव में हो तो व्यक्ति की मानसकि शांति वाहन तथा अन्य भौतिक सुख-सुविधा के साधनों के कारण प्रभावित होती है।* *जातक मानसिक शांति, भौतिक सुख-साधनों को तभी भोग सकता है जबकि उसका चतुर्थ भाव तथा चतुर्थ भाव का स्वामी तथा कारक ग्रह किसी भी दुष्ट प्रभाव में न हों। शुभ ग्रहों का प्रभाव चतुर्थ भाव में होने से व्यक्ति खुश मिजाज, मिलनसार और उत्साह से परिपूर्ण होता है* *तथा माता, वाहन, मकान तथा भौतिक सुखों की प्राप्ति करता है।* *व्यक्ति अच्छे चरित्र का तथा मानसिक रुप से संतुलित होता है* *अंतिम निष्कर्ष तक पहुँचने हेतु सम्पूर्ण कुंडली का अध्ययन आवश्यक होता है* *📕यदि आपको किसी प्रकार की कोई समस्या बनी हुई है या अपनी जन्मकुंडली के विषय मे कुछ जानना चाहते है तो..... अपनी जन्मतिथि ( date of birth) हमारे what's app number...080786-65041 पर सेंड करें..........वह अपनी कुंडली मे बने ग्रह दोष के सरल ज्योतिष उपाय प्राप्त करे....* *यदि आपको अपनी बर्थ डिटेल्स नही मालूम तो आप अपने दोनों हाथों की तस्वीर (फोटो) भेज देवे..* *📕Consultant चार्जेज अप्लाई....Whats app Number....080786-65041...*
Sir Mera name suchi Sharma Meri age :19 year Mai aapne Ghar ke bare me puchhna chati hun mere Ghar pr mummy Papa kafi bimar rehtehai unke liye kya kare kaise thik honge mere mummy Papa Kya meri job lagegi please jarur btana
pandit Ji main Rinku kashyap Rahul garden se main apne de naat ki photo khinch kar aapko WhatsApp kar raha hun kripya mujhe comment mein likhkar bhejen ki ki mera bhavishya kaisa rahega main aapse jankari Lena chahta hun meri koi janmkundli nahin hai na hi mujhe pata hai hai ki mere Mata pita mujhe pahle Hi chhod Kar chale Gaye
जय श्री री जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय राम जय श्री री जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय श्रीरी जय श्री कृष्ण जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय
ओमप्रकाश सोलंकी मोहेङा पिको 312615राजस्थान बीबी है शुशीलाबाई दोनोमेअनबन है पांच वृक्ष से मायके में ही है आनेकानामनहीलेतीमेरेसेकीसीतरहकीकोईबाथनहीकरती गाव मोहेङा पिको 312615राजस्थान अकेले बीबी है शुशीलाबाई दोनोमेअनबन है ऊपाय के लिए क्या करना चाहिए ताकि वापस ग्सती बसजाये ओमनंयशीवाय 9636186961964जनवरी ने संभाली कमान से मायके आई थी कुछ
*📕हम सभी चाहते हैं हमारे घर का वातावरण हंसी - खुशी से भरा और प्रफुल्लित हो।* *सबके चेहरे पर प्यार की चमक हो। सभी एक दूसरे का सम्मान करे और घर में किसी भी तरह का मानसिक तनाव और क्लेश नहीं हो , लेकिन कई बार ऐसा होता नहीं है।* *कुंडली का चतुर्थ घर व्यक्ति के ज़ीवन में मिलने वाले सुख, खुशियों, सुविधाओं, तथा उसके घर के अंदर के वातावरण अर्थात घर के अन्य सदस्यों के साथ उसके संबंधों को भी दर्शाता है।* *मानसिक शान्ति तथा व्यक्ति के स्वभाव पर भी चतुर्थ भाव का विशेष प्रभाव होता है।* *किसी व्यक्ति के जीवन में वाहन-सुख,नौकरों-चाकरों का सुख, उसके अपने मकान बनने या खरीदने जैसे भावों को भी कुंडली के इस घर से देखा जाता है।* *कुंडली में चतुर्थ घर के बलवान होने से तथा किसी अच्छे ग्रह के प्रभाव में होने से कुंडली धारक को अपने जीवन काल में अनेक प्रकार की सुख-सुविधाओं तथा ऐश्वर्यों का भोग करने को मिलता है तथा उसे बढिया वाहनों का सुख तथा नए मकान प्राप्त होने का सुख़ भी मिलता है।* *कुंडली के चतुर्थ भाव के कमजोर अथवा किसी बुरे ग्रह के प्रभाव में होने की स्थिति में व्यक्ति के जीवन काल में सुख-सुविधाओं का आम तौर पर अभाव ही रहता है या सब कुछ होते हुए भी मानसिक अशांति बानी रहती है ।* *इस घर पर किन्हीं विशेष बुरे ग्रहों का प्रभाव होने से कुंडली धारक के अपने रिश्तेदारों के साथ संबंधों में भी तनाव रहताहै।* *मंगल भूमि का कारक होता है। यदि जातक की कुंडली में मंगल चतुर्थ भाव में दुष्ट प्रभाव में है तो भी व्यक्ति की जमीन जायदाद के कारण मानसिक शांति प्रभावित होती है।* *शुक्र को भी चतुर्थ भाव का कारक माना जाता है। शुक्र चतुर्थ भाव में वाहन सुख साधनों को प्रदर्शित करता है। यदि जातक की कुंडली में शुक्र पाप प्रभाव में हो तो व्यक्ति की मानसकि शांति वाहन तथा अन्य भौतिक सुख-सुविधा के साधनों के कारण प्रभावित होती है।* *जातक मानसिक शांति, भौतिक सुख-साधनों को तभी भोग सकता है जबकि उसका चतुर्थ भाव तथा चतुर्थ भाव का स्वामी तथा कारक ग्रह किसी भी दुष्ट प्रभाव में न हों। शुभ ग्रहों का प्रभाव चतुर्थ भाव में होने से व्यक्ति खुश मिजाज, मिलनसार और उत्साह से परिपूर्ण होता है* *तथा माता, वाहन, मकान तथा भौतिक सुखों की प्राप्ति करता है।* *व्यक्ति अच्छे चरित्र का तथा मानसिक रुप से संतुलित होता है* *अंतिम निष्कर्ष तक पहुँचने हेतु सम्पूर्ण कुंडली का अध्ययन आवश्यक होता है* *📕यदि आपको किसी प्रकार की कोई समस्या बनी हुई है या अपनी जन्मकुंडली के विषय मे कुछ जानना चाहते है तो..... अपनी जन्मतिथि ( date of birth) हमारे what's app number...080786-65041 पर सेंड करें..........वह अपनी कुंडली मे बने ग्रह दोष के सरल ज्योतिष उपाय प्राप्त करे....* *यदि आपको अपनी बर्थ डिटेल्स नही मालूम तो आप अपने दोनों हाथों की तस्वीर (फोटो) भेज देवे..* *📕Consultant चार्जेज अप्लाई....Whats app Number....080786-65041...*
Jay Mahakali Maa Laxami Maa Vishnu Bhaghvan Ki Jay Jay Mataji Radhe Radhe Radhe Krishna Jay Sanidev Ki Jay Jay Mahakaleshwar Mahadev Ki Jay Jay Mataji Jay Aadhay Shakti AmbeMataji ki Jay Jay Sanidev Ki Jay Jay Maa Durvashni
पुष्पेन्द्र सिंह भदौरिया सिखू औरय गुरुजी पैर छू आज मैं बहुत दुखी जो भी कार्य करता हूं इस असफलता ही मिलती है गुरु जी मेरे कुछ उपाय बताएं जो मुझे सफलता मिले और कुछ धंधा पानी कर किससे शेखर का संचालन हो सकेआपकी बहुत कृपा होगी आपने ना जाने कितने लोगों का भला किया है कुछ आपकी मुझ पर भी कृपा हो जाए तो आप की महान दया होगी आपका मैं कल इसी समय आपके प्लीज जवाब देना व्हाट्सएप कर देना महान दया होगी आपकी गुरुजी पैर छूता हूं प्लीज जवाब जरुर देना व्हाट्सएप पर भेज देना मैं इंतजार करूंगा आपके जवाब का गुरु जी
*📕 प्रायः कुछ जन हमे शिकायत करते हैं कि कुछ समय पहले तक हमारा व्यापार खूब चल रहा था किंतु एकाएक व्यापार बिल्कुल मंदा पड़ गया, ऐसी स्थिति में व्यक्ति अपने स्तर पर कुछ उपाय करता है, कार्य के तौर-तरीके बदलकर देखता है, माल की गुणवत्ता की ओर भी ध्यान देता है तथापि अपेक्षित परिणाम नहीं मिल पाता, आखिर क्यों? क्या कारण है कि बिना किसी ठोस वजह के व्यापार मंदा होने लगा? अवश्य ही इसका कारण होता है हस्तरेखाओं में दोष और व्यापार पर किसी की कुदृष्टि। आज के दौर में सरकारी नौकरियां सीमित हो गयी हैं, निजी क्षेत्रों में जबरदस्त प्रतिस्पर्धा चल रही है और जनसंख्या की वृद्धि तेजी से हो रही है। ऐसे में लोग व्यवसाय करना चाहते हैं। व्यवसाय में पर्याप्त अवसर और विकल्प मौजूद हैं, साथ ही आर्थिक उन्नति की सीमा भी नहीं है जबकि नौकरी में कमाने की सीमा है। यूं तो व्यवसाय में उतार-चढ़ाव, नफा-नुकसान सामान्य बात है किंतु अचानक कोई बड़ा नुकसान हो जाना या अचानक मंदी छा जाना कोई सामान्य बात नहीं हो सकती। इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि आपके व्यवसाय पर किसी की नजर लग गई, या कुंडली मे बने ग्रह दोष के कारण ऐसा हो रहा है.. हस्तरेखाओं अनुसार इसके कारण ... यदि हाथ में शनि ग्रह कमजोर हो, शनि की अंगुली भी ठीक न हो, शुक्र उठा हुआ और गुरु की अंगुली भी छोटी हो तो व्यवसाय पर किसी की बुरी नजर पड़ने से व्यवसाय में घाटा होता है। जीवनरेखा सीधी हो, भाग्यरेखा दूषित हो और मस्तिष्क रेखा पर ही रुक गई हो और गुरु की अंगुली भी छोटी एवं टेढ़ी-मेढ़ी हो तो धोखा होता है, व्यवसाय चैपट होने के कगार पर आ जाता है। भाग्यरेखा देर से शुरु हो और चैड़ी हो, हृदयरेखा की एक शाखा मस्तिष्क रेखा पर आ रही हो, शुक्र उन्नत हो तथा मोटी भाग्यरेखा मस्तिष्क रेखा पर समाप्त हो रही हो तो व्यवसाय रुक-रुक कर चलने के कारण आर्थिक समस्या खड़ी हो जाती है। भारी हाथ में शनि ग्रह दबा हुआ हो और भाग्यरेखा व जीवन रेखा दूषित या खंडित हों तो व्यवसाय में नित नवीन बाधाएं खड़ी होती हैं, दुश्मनों की बुरी नज़र व्यापार पर विपरीत असर डालती है। हाथ की उंगलियां छिद्रयुक्त हों, रेखाएं दोषयुक्त हों और हाथ में कम रेखाएं हों तो टोने-टोटके की वजह से व्यापार ठप्प हो सकता है। हाथ पतला हो, सख्त हो, उंगलियों में छिद्र हों और गुरु की स्थिति खराब होने के साथ-साथ गुरु की अंगुली छोटी, दूषित और टेढ़ी हो तो व्यापार-व्यवसाय पर संकट आता है, मस्तिष्करेखा पर रुकी भाग्यरेखा हो, दोहरी जीवनरेखा हो किंतु वह मोटी हो, भाग्यरेखा लहरदार हो और हाथ भारी हो तो व्यावसायिक असफलता का मुख्य कारण होता है.....* *यदि आपको किसी प्रकार कोई समस्या बनी हुई है या........ आप अपनी जन्मपत्री के विषय मे कुछ जानना चाहते है तो....... अपनी जन्मतिथि (Date of birth ...Time and place) हमारे what's app number 08078665041 पर सेंड करें.........वह अपनी कुंडली में बने ग्रह दोष के सरल ज्योतिष उपाय प्राप्त करें..... यदि आपको अपनी बर्थडिटेल्स नही मालूम तो आप अपने दोनों हाथों की तस्वीर(फोटो) हमें सेंड करे* *📕Consultant चार्जेज अप्लाई.....* *What's app Number 080786-65041*
Pranam pandit ji bahot sahi kaha apne mere ghr me achank chimkadad aa gya tha tb se ghr me kuch bhi sahi nhi he sb bimar he ghr ka ek sadas chod ke ghr chala gya
*📕 विवाह शादी का शुभ मुहर्त प्रारंभ हो चुके है....यदि प्रयत्न के पश्चात भी आपका या आपके किसी परिचित का विवाह नही हो रहा है ...तो इसका एक मुख्य कारण जन्म कुंडली मे बैठे ग्रहों की स्थिति भी है.* *कुंडली में 6, 8, 12 स्थानों को अशुभ माना जाता है।मंगल, शनि, राहु-केतु और सूर्य को क्रूर ग्रह माना है। इनके अशुभ स्थिति में होने पर दांपत्य सुख में कमी आती है। सप्तमाधिपति द्वादश भाव में हो और राहू लग्न में हो, तो वैवाहिक सुख में बाधा होना संभव है। सप्तम भावस्थ राहू युक्त द्वादशाधिपति से वैवाहिक सुख में कमी होना संभव है। द्वादशस्थ सप्तमाधिपति और सप्तमस्थ द्वादशाधिपति से यदि राहू की युति हो तो दांपत्य सुख में कमी के साथ ही अलगाव भी उत्पन्न हो सकता है। लग्न में स्थित शनि-राहू भी दांपत्य सुख में कमी करते हैं। सप्तमेश छठे, अष्टम या द्वादश भाव में हो, तो वैवाहिक सुख में कमी होना संभव है। षष्ठेश का संबंध यदि द्वितीय, सप्तम भाव, द्वितीयाधिपति, सप्तमाधिपति अथवा शुक्र से हो, तो दांपत्य जीवन का आनंद बाधित होता है। छठा भाव न्यायालय का भाव भी है। सप्तमेश षष्ठेश के साथ छठे भाव में हो तो पति-पत्नी में न्यायिक संघर्ष होना भी संभव है।* *📕यदि आपको किसी प्रकार की कोई समस्या बनी हुई है या अपनी जन्मकुंडली के विषय मे कुछ जानना चाहते है तो..... अपनी जन्मतिथि ( date of birth) हमारे what's app number...080786-65041 पर सेंड करें..........वह अपनी कुंडली मे बने ग्रह दोष के सरल ज्योतिष उपाय प्राप्त करे....* *यदि आपको अपनी बर्थ डिटेल्स नही मालूम तो आप अपने दोनों हाथों की तस्वीर (फोटो) भेज देवे..* *📕Consultant चार्जेज अप्लाई.
*📕 विवाह शादी का शुभ मुहर्त प्रारंभ हो चुके है....यदि प्रयत्न के पश्चात भी आपका या आपके किसी परिचित का विवाह नही हो रहा है ...तो इसका एक मुख्य कारण जन्म कुंडली मे बैठे ग्रहों की स्थिति भी है.* *कुंडली में 6, 8, 12 स्थानों को अशुभ माना जाता है।मंगल, शनि, राहु-केतु और सूर्य को क्रूर ग्रह माना है। इनके अशुभ स्थिति में होने पर दांपत्य सुख में कमी आती है। सप्तमाधिपति द्वादश भाव में हो और राहू लग्न में हो, तो वैवाहिक सुख में बाधा होना संभव है। सप्तम भावस्थ राहू युक्त द्वादशाधिपति से वैवाहिक सुख में कमी होना संभव है। द्वादशस्थ सप्तमाधिपति और सप्तमस्थ द्वादशाधिपति से यदि राहू की युति हो तो दांपत्य सुख में कमी के साथ ही अलगाव भी उत्पन्न हो सकता है। लग्न में स्थित शनि-राहू भी दांपत्य सुख में कमी करते हैं। सप्तमेश छठे, अष्टम या द्वादश भाव में हो, तो वैवाहिक सुख में कमी होना संभव है। षष्ठेश का संबंध यदि द्वितीय, सप्तम भाव, द्वितीयाधिपति, सप्तमाधिपति अथवा शुक्र से हो, तो दांपत्य जीवन का आनंद बाधित होता है। छठा भाव न्यायालय का भाव भी है। सप्तमेश षष्ठेश के साथ छठे भाव में हो तो पति-पत्नी में न्यायिक संघर्ष होना भी संभव है।* *📕यदि आपको किसी प्रकार की कोई समस्या बनी हुई है या अपनी जन्मकुंडली के विषय मे कुछ जानना चाहते है तो..... अपनी जन्मतिथि ( date of birth) हमारे what's app number...080786-65041 पर सेंड करें..........वह अपनी कुंडली मे बने ग्रह दोष के सरल ज्योतिष उपाय प्राप्त करे....* *यदि आपको अपनी बर्थ डिटेल्स नही मालूम तो आप अपने दोनों हाथों की तस्वीर (फोटो) भेज देवे..* *📕Consultant चार्जेज अप्लाई....Whats app Number....080786-65041...*
*📕हम सभी चाहते हैं हमारे घर का वातावरण हंसी - खुशी से भरा और प्रफुल्लित हो।* *सबके चेहरे पर प्यार की चमक हो। सभी एक दूसरे का सम्मान करे और घर में किसी भी तरह का मानसिक तनाव और क्लेश नहीं हो , लेकिन कई बार ऐसा होता नहीं है।* *कुंडली का चतुर्थ घर व्यक्ति के ज़ीवन में मिलने वाले सुख, खुशियों, सुविधाओं, तथा उसके घर के अंदर के वातावरण अर्थात घर के अन्य सदस्यों के साथ उसके संबंधों को भी दर्शाता है।* *मानसिक शान्ति तथा व्यक्ति के स्वभाव पर भी चतुर्थ भाव का विशेष प्रभाव होता है।* *किसी व्यक्ति के जीवन में वाहन-सुख,नौकरों-चाकरों का सुख, उसके अपने मकान बनने या खरीदने जैसे भावों को भी कुंडली के इस घर से देखा जाता है।* *कुंडली में चतुर्थ घर के बलवान होने से तथा किसी अच्छे ग्रह के प्रभाव में होने से कुंडली धारक को अपने जीवन काल में अनेक प्रकार की सुख-सुविधाओं तथा ऐश्वर्यों का भोग करने को मिलता है तथा उसे बढिया वाहनों का सुख तथा नए मकान प्राप्त होने का सुख़ भी मिलता है।* *कुंडली के चतुर्थ भाव के कमजोर अथवा किसी बुरे ग्रह के प्रभाव में होने की स्थिति में व्यक्ति के जीवन काल में सुख-सुविधाओं का आम तौर पर अभाव ही रहता है या सब कुछ होते हुए भी मानसिक अशांति बानी रहती है ।* *इस घर पर किन्हीं विशेष बुरे ग्रहों का प्रभाव होने से कुंडली धारक के अपने रिश्तेदारों के साथ संबंधों में भी तनाव रहताहै।* *मंगल भूमि का कारक होता है। यदि जातक की कुंडली में मंगल चतुर्थ भाव में दुष्ट प्रभाव में है तो भी व्यक्ति की जमीन जायदाद के कारण मानसिक शांति प्रभावित होती है।* *शुक्र को भी चतुर्थ भाव का कारक माना जाता है। शुक्र चतुर्थ भाव में वाहन सुख साधनों को प्रदर्शित करता है। यदि जातक की कुंडली में शुक्र पाप प्रभाव में हो तो व्यक्ति की मानसकि शांति वाहन तथा अन्य भौतिक सुख-सुविधा के साधनों के कारण प्रभावित होती है।* *जातक मानसिक शांति, भौतिक सुख-साधनों को तभी भोग सकता है जबकि उसका चतुर्थ भाव तथा चतुर्थ भाव का स्वामी तथा कारक ग्रह किसी भी दुष्ट प्रभाव में न हों। शुभ ग्रहों का प्रभाव चतुर्थ भाव में होने से व्यक्ति खुश मिजाज, मिलनसार और उत्साह से परिपूर्ण होता है* *तथा माता, वाहन, मकान तथा भौतिक सुखों की प्राप्ति करता है।* *व्यक्ति अच्छे चरित्र का तथा मानसिक रुप से संतुलित होता है* *अंतिम निष्कर्ष तक पहुँचने हेतु सम्पूर्ण कुंडली का अध्ययन आवश्यक होता है* *📕यदि आपको किसी प्रकार की कोई समस्या बनी हुई है या अपनी जन्मकुंडली के विषय मे कुछ जानना चाहते है तो..... अपनी जन्मतिथि ( date of birth) हमारे what's app number...080786-65041 पर सेंड करें..........वह अपनी कुंडली मे बने ग्रह दोष के सरल ज्योतिष उपाय प्राप्त करे....* *यदि आपको अपनी बर्थ डिटेल्स नही मालूम तो आप अपने दोनों हाथों की तस्वीर (फोटो) भेज देवे..* *📕Consultant चार्जेज अप्लाई....Whats app Number....080786-65041...*
ओमप्रकाश सोलंकी मोहेङा पिको 312615राजस्थान अकेले बीबी है शुशीलाबाई दोनोमेअनबन है ऊपाय के लिए क्या करना चाहिए ताकि वापस ग्सती बसजाये ओमनंयशीवाय 9636186961964जनवरी ने संभाली कमान से मायके में ही है आनेकानामनहीलेतीमेरेसेकीसीतरहकीकोईबाथनहीकरती गाव मोहेङा पिको 312615राजस्थान अकेले आनेकानामनहीलेतीमेरेसेकीसीतरहकीकोईबाथनहीकरती गाव मोहेङा पिको 312615राजस्थान अकेले बीबी है शुशीलाबाई दोनोमेअनबन है ऊपाय के
Me jis ghar me rehti thi baha kali chitiya thi lekin kya huya 50000 ka credit card ka ghapla jo aaj tak bapas nahi huya paise ki tangi to aaj bhi bani huyi h ghar badal diya fir bhi daridrta door hone ka naam hi nahi le rahi h
*📕हम सभी चाहते हैं हमारे घर का वातावरण हंसी - खुशी से भरा और प्रफुल्लित हो।* *सबके चेहरे पर प्यार की चमक हो। सभी एक दूसरे का सम्मान करे और घर में किसी भी तरह का मानसिक तनाव और क्लेश नहीं हो , लेकिन कई बार ऐसा होता नहीं है।* *कुंडली का चतुर्थ घर व्यक्ति के ज़ीवन में मिलने वाले सुख, खुशियों, सुविधाओं, तथा उसके घर के अंदर के वातावरण अर्थात घर के अन्य सदस्यों के साथ उसके संबंधों को भी दर्शाता है।* *मानसिक शान्ति तथा व्यक्ति के स्वभाव पर भी चतुर्थ भाव का विशेष प्रभाव होता है।* *किसी व्यक्ति के जीवन में वाहन-सुख,नौकरों-चाकरों का सुख, उसके अपने मकान बनने या खरीदने जैसे भावों को भी कुंडली के इस घर से देखा जाता है।* *कुंडली में चतुर्थ घर के बलवान होने से तथा किसी अच्छे ग्रह के प्रभाव में होने से कुंडली धारक को अपने जीवन काल में अनेक प्रकार की सुख-सुविधाओं तथा ऐश्वर्यों का भोग करने को मिलता है तथा उसे बढिया वाहनों का सुख तथा नए मकान प्राप्त होने का सुख़ भी मिलता है।* *कुंडली के चतुर्थ भाव के कमजोर अथवा किसी बुरे ग्रह के प्रभाव में होने की स्थिति में व्यक्ति के जीवन काल में सुख-सुविधाओं का आम तौर पर अभाव ही रहता है या सब कुछ होते हुए भी मानसिक अशांति बानी रहती है ।* *इस घर पर किन्हीं विशेष बुरे ग्रहों का प्रभाव होने से कुंडली धारक के अपने रिश्तेदारों के साथ संबंधों में भी तनाव रहताहै।* *मंगल भूमि का कारक होता है। यदि जातक की कुंडली में मंगल चतुर्थ भाव में दुष्ट प्रभाव में है तो भी व्यक्ति की जमीन जायदाद के कारण मानसिक शांति प्रभावित होती है।* *शुक्र को भी चतुर्थ भाव का कारक माना जाता है। शुक्र चतुर्थ भाव में वाहन सुख साधनों को प्रदर्शित करता है। यदि जातक की कुंडली में शुक्र पाप प्रभाव में हो तो व्यक्ति की मानसकि शांति वाहन तथा अन्य भौतिक सुख-सुविधा के साधनों के कारण प्रभावित होती है।* *जातक मानसिक शांति, भौतिक सुख-साधनों को तभी भोग सकता है जबकि उसका चतुर्थ भाव तथा चतुर्थ भाव का स्वामी तथा कारक ग्रह किसी भी दुष्ट प्रभाव में न हों। शुभ ग्रहों का प्रभाव चतुर्थ भाव में होने से व्यक्ति खुश मिजाज, मिलनसार और उत्साह से परिपूर्ण होता है* *तथा माता, वाहन, मकान तथा भौतिक सुखों की प्राप्ति करता है।* *व्यक्ति अच्छे चरित्र का तथा मानसिक रुप से संतुलित होता है* *अंतिम निष्कर्ष तक पहुँचने हेतु सम्पूर्ण कुंडली का अध्ययन आवश्यक होता है* *📕यदि आपको किसी प्रकार की कोई समस्या बनी हुई है या अपनी जन्मकुंडली के विषय मे कुछ जानना चाहते है तो..... अपनी जन्मतिथि ( date of birth) हमारे what's app number...080786-65041 पर सेंड करें..........वह अपनी कुंडली मे बने ग्रह दोष के सरल ज्योतिष उपाय प्राप्त करे....* *यदि आपको अपनी बर्थ डिटेल्स नही मालूम तो आप अपने दोनों हाथों की तस्वीर (फोटो) भेज देवे..* *📕Consultant चार्जेज अप्लाई....Whats app Number....080786-65041...*
Pandit ji aap ka phone nhi milta hai aap ke sath baat karna chahte hai ab kya kre pandit ji mai aapne ghar wale ke bare me puchna chati hnu aap us ke baare .me kuch ntadoo ki umar 2 - 4 - 1983 hai us ki
*📕हम सभी चाहते हैं हमारे घर का वातावरण हंसी - खुशी से भरा और प्रफुल्लित हो।* *सबके चेहरे पर प्यार की चमक हो। सभी एक दूसरे का सम्मान करे और घर में किसी भी तरह का मानसिक तनाव और क्लेश नहीं हो , लेकिन कई बार ऐसा होता नहीं है।* *कुंडली का चतुर्थ घर व्यक्ति के ज़ीवन में मिलने वाले सुख, खुशियों, सुविधाओं, तथा उसके घर के अंदर के वातावरण अर्थात घर के अन्य सदस्यों के साथ उसके संबंधों को भी दर्शाता है।* *मानसिक शान्ति तथा व्यक्ति के स्वभाव पर भी चतुर्थ भाव का विशेष प्रभाव होता है।* *किसी व्यक्ति के जीवन में वाहन-सुख,नौकरों-चाकरों का सुख, उसके अपने मकान बनने या खरीदने जैसे भावों को भी कुंडली के इस घर से देखा जाता है।* *कुंडली में चतुर्थ घर के बलवान होने से तथा किसी अच्छे ग्रह के प्रभाव में होने से कुंडली धारक को अपने जीवन काल में अनेक प्रकार की सुख-सुविधाओं तथा ऐश्वर्यों का भोग करने को मिलता है तथा उसे बढिया वाहनों का सुख तथा नए मकान प्राप्त होने का सुख़ भी मिलता है।* *कुंडली के चतुर्थ भाव के कमजोर अथवा किसी बुरे ग्रह के प्रभाव में होने की स्थिति में व्यक्ति के जीवन काल में सुख-सुविधाओं का आम तौर पर अभाव ही रहता है या सब कुछ होते हुए भी मानसिक अशांति बानी रहती है ।* *इस घर पर किन्हीं विशेष बुरे ग्रहों का प्रभाव होने से कुंडली धारक के अपने रिश्तेदारों के साथ संबंधों में भी तनाव रहताहै।* *मंगल भूमि का कारक होता है। यदि जातक की कुंडली में मंगल चतुर्थ भाव में दुष्ट प्रभाव में है तो भी व्यक्ति की जमीन जायदाद के कारण मानसिक शांति प्रभावित होती है।* *शुक्र को भी चतुर्थ भाव का कारक माना जाता है। शुक्र चतुर्थ भाव में वाहन सुख साधनों को प्रदर्शित करता है। यदि जातक की कुंडली में शुक्र पाप प्रभाव में हो तो व्यक्ति की मानसकि शांति वाहन तथा अन्य भौतिक सुख-सुविधा के साधनों के कारण प्रभावित होती है।* *जातक मानसिक शांति, भौतिक सुख-साधनों को तभी भोग सकता है जबकि उसका चतुर्थ भाव तथा चतुर्थ भाव का स्वामी तथा कारक ग्रह किसी भी दुष्ट प्रभाव में न हों। शुभ ग्रहों का प्रभाव चतुर्थ भाव में होने से व्यक्ति खुश मिजाज, मिलनसार और उत्साह से परिपूर्ण होता है* *तथा माता, वाहन, मकान तथा भौतिक सुखों की प्राप्ति करता है।* *व्यक्ति अच्छे चरित्र का तथा मानसिक रुप से संतुलित होता है* *अंतिम निष्कर्ष तक पहुँचने हेतु सम्पूर्ण कुंडली का अध्ययन आवश्यक होता है* *📕यदि आपको किसी प्रकार की कोई समस्या बनी हुई है या अपनी जन्मकुंडली के विषय मे कुछ जानना चाहते है तो..... अपनी जन्मतिथि ( date of birth) हमारे what's app number...080786-65041 पर सेंड करें..........वह अपनी कुंडली मे बने ग्रह दोष के सरल ज्योतिष उपाय प्राप्त करे....* *यदि आपको अपनी बर्थ डिटेल्स नही मालूम तो आप अपने दोनों हाथों की तस्वीर (फोटो) भेज देवे..* *📕Consultant चार्जेज अप्लाई....Whats app Number....080786-65041...*
*📕 विवाह शादी का शुभ मुहर्त प्रारंभ हो चुके है....यदि प्रयत्न के पश्चात भी आपका या आपके किसी परिचित का विवाह नही हो रहा है ...तो इसका एक मुख्य कारण जन्म कुंडली मे बैठे ग्रहों की स्थिति भी है.* *कुंडली में 6, 8, 12 स्थानों को अशुभ माना जाता है।मंगल, शनि, राहु-केतु और सूर्य को क्रूर ग्रह माना है। इनके अशुभ स्थिति में होने पर दांपत्य सुख में कमी आती है। सप्तमाधिपति द्वादश भाव में हो और राहू लग्न में हो, तो वैवाहिक सुख में बाधा होना संभव है। सप्तम भावस्थ राहू युक्त द्वादशाधिपति से वैवाहिक सुख में कमी होना संभव है। द्वादशस्थ सप्तमाधिपति और सप्तमस्थ द्वादशाधिपति से यदि राहू की युति हो तो दांपत्य सुख में कमी के साथ ही अलगाव भी उत्पन्न हो सकता है। लग्न में स्थित शनि-राहू भी दांपत्य सुख में कमी करते हैं। सप्तमेश छठे, अष्टम या द्वादश भाव में हो, तो वैवाहिक सुख में कमी होना संभव है। षष्ठेश का संबंध यदि द्वितीय, सप्तम भाव, द्वितीयाधिपति, सप्तमाधिपति अथवा शुक्र से हो, तो दांपत्य जीवन का आनंद बाधित होता है। छठा भाव न्यायालय का भाव भी है। सप्तमेश षष्ठेश के साथ छठे भाव में हो तो पति-पत्नी में न्यायिक संघर्ष होना भी संभव है।* *📕यदि आपको किसी प्रकार की कोई समस्या बनी हुई है या अपनी जन्मकुंडली के विषय मे कुछ जानना चाहते है तो..... अपनी जन्मतिथि ( date of birth) हमारे what's app number...080786-65041 पर सेंड करें..........वह अपनी कुंडली मे बने ग्रह दोष के सरल ज्योतिष उपाय प्राप्त करे....* *यदि आपको अपनी बर्थ डिटेल्स नही मालूम तो आप अपने दोनों हाथों की तस्वीर (फोटो) भेज देवे..* *📕Consultant चार्जेज अप्लाई....Whats app Number....080786-65041...*
Thank you Panditji 🌹🌹🙏🙏
Thank you.... Guruji 😥🥲🥲🥲we are really really blessed to have you ❤️🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻jaii maa bindewaasini🙏🏻
अगर घर में नज़र लग जाती है तो क्या उपाए करे और बच्चा ग़लत रास्ते चला गया है तो उसे कौनसे उपाए करके सही रास्ते पर लाए। शराब की आदत और बुरी संगत से कैसे अपने बच्चे को बचाए
आप इन समस्यो पर भी कार्यक्रम बनाए
Rite h ji
Aap molvi ji Ko call krlo mera bhi kaam huaa h 84270-96580 $$ Fees kaam ke baad lete h molvi ji $$
*📕जीवन में भाग्य साथ बहुत ही महत्वपूर्ण होता है.*
📕 *भाग्य कमज़ोर होने पर जीवन में कदम कदम पर असफलताओं का मुंह देखना पड़ता है...*
📕 *भाग्य मंदा होने पर कर्म का फल भी संतोष जनक नहीं मिल पाता है. परेशानियां और कठिनाईयां सिर उठाए खड़ी रहती है.....*
*📕मुश्किल समय में अपने भी पराए हो जाते हैं.....*
*📕भाग्य का घर जन्मपत्री में नवम भाव होता है....*
*📕भाग्य भाव और भाग्येश अशुभ स्थिति में होना भी एक मुख्य कारण है*
*भाग्य को बलवान बनाने हेतु अपनी जन्मकुंडली अनुसार सरल ज्योतिष उपाय अवश्य ही करने चाहिए*
*📕यदि आपको किसी प्रकार कोई समस्या बनी हुई है या........ आप अपनी जन्मपत्री के विषय मे कुछ जानना चाहते है तो....... अपनी जन्मतिथि (Date of birth ...Time and place) हमारे what's app number 08078665041 पर सेंड करें.........📕वह अपनी कुंडली में बने ग्रह दोष के सरल ज्योतिष उपाय प्राप्त करें..... यदि आपको अपनी बर्थडिटेल्स नही मालूम तो आप अपने दोनों हाथों की तस्वीर(फोटो) हमें सेंड करे* *📕Consultant चार्जेज अप्लाई.....* *What's app Number 080786-65041*
Amol sadashiv jawale
गुरुजी मुझे गाड़ी का लाइसेंस बनवाना है जिसका मुझे समय दिया गया है जो बुधवार सुबह 10:३0 से 12:00 बजे के बीच का है जो कि गुलिक काल का समय है चौघडिया शुभ लाभ की है क्या ये गुलिक काल सुभ होता है या नही इस समय लाइसेंस बनवाना उचित रहेगा या नही क्रपया इस भ्रम को उचित मार्गदर्शन दे कर दूर करने की कृपा करें 🙏 कुंभ राशि
पंडितजी!! नमस्कारम् "
पूराणो पुस्तक मैं किडे लग गया हैं तो क्या करे ?
पंडितजी मैं उसमैं कपूर पावडर कर लगाती हुं मगर संपूणँ फायदा नहि मिल रहा हैं तो मेरे पास हर पुराण पुस्तक का पेज किडे खाकर पुराणो को बहोत नुकशान करते हैं । तो आप बताये मैं क्या करू ?
ऐसा हैं किडे जो दिखते हैं मगर जो पढते समय दिखेतो जरासा हाथ लगाया तो तुरंत मर कर बाद मैं उसका बोडी ही नहि दिखती हैं ये सब मुजे दु:ख के साथ कहना पडता हैं । मेरा अच्छा जो पुराणा शिवपुरान हैं ओर भी पुराण पुस्तको हैं वो खतम करदेता हैं । मैं तो बहोत दयान, सफाइ रखती हुं । मगर कोइ भी *संपूणँ सटीक परिणाम* नहि मिलता हैं । 😭
तो 👏प्लीस आप सटीक उपाय बताये ।
जयशिवशंभो ...ॐ...
तो शुभलाभ मिले वैसा कोनसा काम हैं जो मंगलवार को करे ?
*📕हम सभी चाहते हैं हमारे घर का वातावरण हंसी - खुशी से भरा और प्रफुल्लित हो।* *सबके चेहरे पर प्यार की चमक हो। सभी एक दूसरे का सम्मान करे और घर में किसी भी तरह का मानसिक तनाव और क्लेश नहीं हो , लेकिन कई बार ऐसा होता नहीं है।*
*कुंडली का चतुर्थ घर व्यक्ति के ज़ीवन में मिलने वाले सुख, खुशियों, सुविधाओं, तथा उसके घर के अंदर के वातावरण अर्थात घर के अन्य सदस्यों के साथ उसके संबंधों को भी दर्शाता है।* *मानसिक शान्ति तथा व्यक्ति के स्वभाव पर भी चतुर्थ भाव का विशेष प्रभाव होता है।*
*किसी व्यक्ति के जीवन में वाहन-सुख,नौकरों-चाकरों का सुख, उसके अपने मकान बनने या खरीदने जैसे भावों को भी कुंडली के इस घर से देखा जाता है।*
*कुंडली में चतुर्थ घर के बलवान होने से तथा किसी अच्छे ग्रह के प्रभाव में होने से कुंडली धारक को अपने जीवन काल में अनेक प्रकार की सुख-सुविधाओं तथा ऐश्वर्यों का भोग करने को मिलता है तथा उसे बढिया वाहनों का सुख तथा नए मकान प्राप्त होने का सुख़ भी मिलता है।*
*कुंडली के चतुर्थ भाव के कमजोर अथवा किसी बुरे ग्रह के प्रभाव में होने की स्थिति में व्यक्ति के जीवन काल में सुख-सुविधाओं का आम तौर पर अभाव ही रहता है या सब कुछ होते हुए भी मानसिक अशांति बानी रहती है ।* *इस घर पर किन्हीं विशेष बुरे ग्रहों का प्रभाव होने से कुंडली धारक के अपने रिश्तेदारों के साथ संबंधों में भी तनाव रहताहै।*
*मंगल भूमि का कारक होता है। यदि जातक की कुंडली में मंगल चतुर्थ भाव में दुष्ट प्रभाव में है तो भी व्यक्ति की जमीन जायदाद के कारण मानसिक शांति प्रभावित होती है।*
*शुक्र को भी चतुर्थ भाव का कारक माना जाता है। शुक्र चतुर्थ भाव में वाहन सुख साधनों को प्रदर्शित करता है। यदि जातक की कुंडली में शुक्र पाप प्रभाव में हो तो व्यक्ति की मानसकि शांति वाहन तथा अन्य भौतिक सुख-सुविधा के साधनों के कारण प्रभावित होती है।*
*जातक मानसिक शांति, भौतिक सुख-साधनों को तभी भोग सकता है जबकि उसका चतुर्थ भाव तथा चतुर्थ भाव का स्वामी तथा कारक ग्रह किसी भी दुष्ट प्रभाव में न हों। शुभ ग्रहों का प्रभाव चतुर्थ भाव में होने से व्यक्ति खुश मिजाज, मिलनसार और उत्साह से परिपूर्ण होता है* *तथा माता, वाहन, मकान तथा भौतिक सुखों की प्राप्ति करता है।* *व्यक्ति अच्छे चरित्र का तथा मानसिक रुप से संतुलित होता है* *अंतिम निष्कर्ष तक पहुँचने हेतु सम्पूर्ण कुंडली का अध्ययन आवश्यक होता है*
*📕यदि आपको किसी प्रकार की कोई समस्या बनी हुई है या अपनी जन्मकुंडली के विषय मे कुछ जानना चाहते है तो..... अपनी जन्मतिथि ( date of birth) हमारे what's app number...080786-65041 पर सेंड करें..........वह अपनी कुंडली मे बने ग्रह दोष के सरल ज्योतिष उपाय प्राप्त करे....* *यदि आपको अपनी बर्थ डिटेल्स नही मालूम तो आप अपने दोनों हाथों की तस्वीर (फोटो) भेज देवे..*
*📕Consultant चार्जेज अप्लाई....Whats app Number....080786-65041...*
Prnam guru ji 🙏🙏🙏🙏
🙏🙏🙏
Jai
Jai shree ram 🙏🙏 guruji 🙏🙏
रातके सपनेमे मेरे घरमे एक जोडा पंछी हारा रंगका घौसलामे अंदर आना और जानेका संकेतका मतलब क्या है।
Jay Ho
JAI SHRI Ram
🙏
Thank you ji 🙏🙏🙏🙏🙏
Parnaam guru ji mere ghar madhumakhki ka chhata bana rahi he guru ji upya bataiye me kya karu
गुरु जी कोटि कोटि प्रणाम जय माँ विन्ध्यवासिनी🙏 गुरुजी हमारे घर में चमगादड़ आ जाती है और बहुत ज्यादा नुकसान हुआ
*📕हम सभी चाहते हैं हमारे घर का वातावरण हंसी - खुशी से भरा और प्रफुल्लित हो।* *सबके चेहरे पर प्यार की चमक हो। सभी एक दूसरे का सम्मान करे और घर में किसी भी तरह का मानसिक तनाव और क्लेश नहीं हो , लेकिन कई बार ऐसा होता नहीं है।*
*कुंडली का चतुर्थ घर व्यक्ति के ज़ीवन में मिलने वाले सुख, खुशियों, सुविधाओं, तथा उसके घर के अंदर के वातावरण अर्थात घर के अन्य सदस्यों के साथ उसके संबंधों को भी दर्शाता है।* *मानसिक शान्ति तथा व्यक्ति के स्वभाव पर भी चतुर्थ भाव का विशेष प्रभाव होता है।*
*किसी व्यक्ति के जीवन में वाहन-सुख,नौकरों-चाकरों का सुख, उसके अपने मकान बनने या खरीदने जैसे भावों को भी कुंडली के इस घर से देखा जाता है।*
*कुंडली में चतुर्थ घर के बलवान होने से तथा किसी अच्छे ग्रह के प्रभाव में होने से कुंडली धारक को अपने जीवन काल में अनेक प्रकार की सुख-सुविधाओं तथा ऐश्वर्यों का भोग करने को मिलता है तथा उसे बढिया वाहनों का सुख तथा नए मकान प्राप्त होने का सुख़ भी मिलता है।*
*कुंडली के चतुर्थ भाव के कमजोर अथवा किसी बुरे ग्रह के प्रभाव में होने की स्थिति में व्यक्ति के जीवन काल में सुख-सुविधाओं का आम तौर पर अभाव ही रहता है या सब कुछ होते हुए भी मानसिक अशांति बानी रहती है ।* *इस घर पर किन्हीं विशेष बुरे ग्रहों का प्रभाव होने से कुंडली धारक के अपने रिश्तेदारों के साथ संबंधों में भी तनाव रहताहै।*
*मंगल भूमि का कारक होता है। यदि जातक की कुंडली में मंगल चतुर्थ भाव में दुष्ट प्रभाव में है तो भी व्यक्ति की जमीन जायदाद के कारण मानसिक शांति प्रभावित होती है।*
*शुक्र को भी चतुर्थ भाव का कारक माना जाता है। शुक्र चतुर्थ भाव में वाहन सुख साधनों को प्रदर्शित करता है। यदि जातक की कुंडली में शुक्र पाप प्रभाव में हो तो व्यक्ति की मानसकि शांति वाहन तथा अन्य भौतिक सुख-सुविधा के साधनों के कारण प्रभावित होती है।*
*जातक मानसिक शांति, भौतिक सुख-साधनों को तभी भोग सकता है जबकि उसका चतुर्थ भाव तथा चतुर्थ भाव का स्वामी तथा कारक ग्रह किसी भी दुष्ट प्रभाव में न हों। शुभ ग्रहों का प्रभाव चतुर्थ भाव में होने से व्यक्ति खुश मिजाज, मिलनसार और उत्साह से परिपूर्ण होता है* *तथा माता, वाहन, मकान तथा भौतिक सुखों की प्राप्ति करता है।* *व्यक्ति अच्छे चरित्र का तथा मानसिक रुप से संतुलित होता है* *अंतिम निष्कर्ष तक पहुँचने हेतु सम्पूर्ण कुंडली का अध्ययन आवश्यक होता है*
*📕यदि आपको किसी प्रकार की कोई समस्या बनी हुई है या अपनी जन्मकुंडली के विषय मे कुछ जानना चाहते है तो..... अपनी जन्मतिथि ( date of birth) हमारे what's app number...080786-65041 पर सेंड करें..........वह अपनी कुंडली मे बने ग्रह दोष के सरल ज्योतिष उपाय प्राप्त करे....* *यदि आपको अपनी बर्थ डिटेल्स नही मालूम तो आप अपने दोनों हाथों की तस्वीर (फोटो) भेज देवे..*
*📕Consultant चार्जेज अप्लाई....Whats app Number....080786-65041...*
Jai shri Ram ji
Pandit Ji pranam 🙏🙏
प्रणाम मेरे सपने में बार-बार साफ दिखाई देता है इसका मतलब क्या है
Nice
Jay Mata Di
Jay maa vindavahsni, 🙏🙏🙏
Sir Mera name suchi Sharma
Meri age :19 year
Mai aapne Ghar ke bare me puchhna chati hun mere Ghar pr mummy Papa kafi bimar rehtehai unke liye kya kare kaise thik honge mere mummy Papa
Kya meri job lagegi please jarur btana
pandit Ji main Rinku kashyap Rahul garden se main apne de naat ki photo khinch kar aapko WhatsApp kar raha hun kripya mujhe comment mein likhkar bhejen ki ki mera bhavishya kaisa rahega main aapse jankari Lena chahta hun meri koi janmkundli nahin hai na hi mujhe pata hai hai ki mere Mata pita mujhe pahle Hi chhod Kar chale Gaye
Hi
Up
Apse Kab baat Kar sakte hai
Panditji aapki charanme mera pranam 🙏🙏🙇♀️🙇♀️👣👣🙇♀️🙇♀️🙏🙏.
Sadh
जय शिरी राम जय हनूमान जय शिरी शनिदेव की जय हो
Joy
Pandit je Mera beta aur bet ki vibhaha Kab hoga twins Hai date of birth Hai 10 12 19194 aur ek ka hai 27. 3 1992
Pranam guruji
Guru ji charan vandna shimla
Guru ji hamaray ghur ky halat kaysy hongy health kaysi rehygi
Om namah shivaya 🙏🌹🙏
Very nice
Aap guru ji Ko call krlo mera bhi kaam huaa h 84270-96580 $$ Fees kaam ke baad lete h baba ji $$ ....
Aap molvi ji Ko call krlo mera bhi kaam huaa h 84270-96580 $$ Fees kaam ke baad lete h molvi ji $$
Aap molvi ji Ko call krlo mera bhi kaam huaa h 84270-96580 $$ Fees kaam ke baad lete h molvi ji $$
Pandit ji 🙏 mera nam Kanchan tiwari aaj subh 2 drvaja kholi to mere ghr me chipkali aa gyi mere ghr me uska puch kti uska kya sanket smjhu
Jaysanidev
अच्छी एवं सुंदर प्रसंग के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद। जै मां विंध्यवासिनी के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम।🌹🌹🌷🌷🙏🙏
विनोद कुमार सिंह मेरा नाम है मेरा भाग क्या है बहुत नुकसान में हैं
विनोद कुमार सिंह मेरा बहुत हाल खराब है
@@vinodkumarsingh4875 pppppppp
Ok
@@vinodkumarsingh4875 ⁰0⁰0⁰⁰⁰⁰00⁰0p0lllll
महालक्ष्मी जी
Khup chhan mahiti sangitali thankyou
Veech mei Rashifal na bnaya kare jo topic hei khali usika bataya kare
Namaskar guru g
Agar ghar me sbhi lod dheere dheere bimar pdne lag jaye to kya krna chahiye
Xjj
Om Shanti
Jai mata de
Mera date of Barth 1966hai mayi kya cam krun, pls, mghy batay 11october haye
Jay mata dii
जय श्री री जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय राम जय श्री री जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय श्रीरी जय श्री कृष्ण जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय जय
Namaskar pandit ji
Om jay mata di
आप का फोन लगाते है लेकिन आप रिसीव नहीं करते है।
Koti koti pranam guruji 🙏💐💐💐💐💐💐💐💐💐🙏🙏🙏
ओमप्रकाश सोलंकी मोहेङा पिको 312615राजस्थान बीबी है शुशीलाबाई दोनोमेअनबन है पांच वृक्ष से मायके में ही है आनेकानामनहीलेतीमेरेसेकीसीतरहकीकोईबाथनहीकरती गाव मोहेङा पिको 312615राजस्थान अकेले बीबी है शुशीलाबाई दोनोमेअनबन है ऊपाय के लिए क्या करना चाहिए ताकि वापस ग्सती बसजाये ओमनंयशीवाय 9636186961964जनवरी ने संभाली कमान से मायके आई थी कुछ
*📕हम सभी चाहते हैं हमारे घर का वातावरण हंसी - खुशी से भरा और प्रफुल्लित हो।* *सबके चेहरे पर प्यार की चमक हो। सभी एक दूसरे का सम्मान करे और घर में किसी भी तरह का मानसिक तनाव और क्लेश नहीं हो , लेकिन कई बार ऐसा होता नहीं है।*
*कुंडली का चतुर्थ घर व्यक्ति के ज़ीवन में मिलने वाले सुख, खुशियों, सुविधाओं, तथा उसके घर के अंदर के वातावरण अर्थात घर के अन्य सदस्यों के साथ उसके संबंधों को भी दर्शाता है।* *मानसिक शान्ति तथा व्यक्ति के स्वभाव पर भी चतुर्थ भाव का विशेष प्रभाव होता है।*
*किसी व्यक्ति के जीवन में वाहन-सुख,नौकरों-चाकरों का सुख, उसके अपने मकान बनने या खरीदने जैसे भावों को भी कुंडली के इस घर से देखा जाता है।*
*कुंडली में चतुर्थ घर के बलवान होने से तथा किसी अच्छे ग्रह के प्रभाव में होने से कुंडली धारक को अपने जीवन काल में अनेक प्रकार की सुख-सुविधाओं तथा ऐश्वर्यों का भोग करने को मिलता है तथा उसे बढिया वाहनों का सुख तथा नए मकान प्राप्त होने का सुख़ भी मिलता है।*
*कुंडली के चतुर्थ भाव के कमजोर अथवा किसी बुरे ग्रह के प्रभाव में होने की स्थिति में व्यक्ति के जीवन काल में सुख-सुविधाओं का आम तौर पर अभाव ही रहता है या सब कुछ होते हुए भी मानसिक अशांति बानी रहती है ।* *इस घर पर किन्हीं विशेष बुरे ग्रहों का प्रभाव होने से कुंडली धारक के अपने रिश्तेदारों के साथ संबंधों में भी तनाव रहताहै।*
*मंगल भूमि का कारक होता है। यदि जातक की कुंडली में मंगल चतुर्थ भाव में दुष्ट प्रभाव में है तो भी व्यक्ति की जमीन जायदाद के कारण मानसिक शांति प्रभावित होती है।*
*शुक्र को भी चतुर्थ भाव का कारक माना जाता है। शुक्र चतुर्थ भाव में वाहन सुख साधनों को प्रदर्शित करता है। यदि जातक की कुंडली में शुक्र पाप प्रभाव में हो तो व्यक्ति की मानसकि शांति वाहन तथा अन्य भौतिक सुख-सुविधा के साधनों के कारण प्रभावित होती है।*
*जातक मानसिक शांति, भौतिक सुख-साधनों को तभी भोग सकता है जबकि उसका चतुर्थ भाव तथा चतुर्थ भाव का स्वामी तथा कारक ग्रह किसी भी दुष्ट प्रभाव में न हों। शुभ ग्रहों का प्रभाव चतुर्थ भाव में होने से व्यक्ति खुश मिजाज, मिलनसार और उत्साह से परिपूर्ण होता है* *तथा माता, वाहन, मकान तथा भौतिक सुखों की प्राप्ति करता है।* *व्यक्ति अच्छे चरित्र का तथा मानसिक रुप से संतुलित होता है* *अंतिम निष्कर्ष तक पहुँचने हेतु सम्पूर्ण कुंडली का अध्ययन आवश्यक होता है*
*📕यदि आपको किसी प्रकार की कोई समस्या बनी हुई है या अपनी जन्मकुंडली के विषय मे कुछ जानना चाहते है तो..... अपनी जन्मतिथि ( date of birth) हमारे what's app number...080786-65041 पर सेंड करें..........वह अपनी कुंडली मे बने ग्रह दोष के सरल ज्योतिष उपाय प्राप्त करे....* *यदि आपको अपनी बर्थ डिटेल्स नही मालूम तो आप अपने दोनों हाथों की तस्वीर (फोटो) भेज देवे..*
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Beehive mere uncle ke ghar mein bhi thi but everything is fine.
घर में कुछ समय के बाद चूहे की संख्या बढ़ जाती है और घर के फिछे गली में कबूतर AC आउटडोर पर बैठकत आवाज निकालते रहते है और कई बार रोने की आबाज आती है
Mene guru ji se kaam karwaya tha aaj me bhut kush hu
@@joyabano970 कौन सा काम कराया था दीदी।
Jay mata di
Koti koti aavhar guru ji!
Jay Mahakali Maa Laxami Maa Vishnu Bhaghvan Ki Jay Jay Mataji Radhe Radhe Radhe Krishna Jay Sanidev Ki Jay Jay Mahakaleshwar Mahadev Ki Jay Jay Mataji Jay Aadhay Shakti AmbeMataji ki Jay Jay Sanidev Ki Jay Jay Maa Durvashni
Steel Iron ka windows doors
Almirahs bnwayen 😀
Llllglgllgl
Flo mettle ooogglgl gl
पुष्पेन्द्र सिंह भदौरिया सिखू औरय गुरुजी पैर छू आज मैं बहुत दुखी जो भी कार्य करता हूं इस असफलता ही मिलती है गुरु जी मेरे कुछ उपाय बताएं जो मुझे सफलता मिले और कुछ धंधा पानी कर किससे शेखर का संचालन हो सकेआपकी बहुत कृपा होगी आपने ना जाने कितने लोगों का भला किया है कुछ आपकी मुझ पर भी कृपा हो जाए तो आप की महान दया होगी आपका मैं कल इसी समय आपके प्लीज जवाब देना व्हाट्सएप कर देना महान दया होगी आपकी गुरुजी पैर छूता हूं प्लीज जवाब जरुर देना व्हाट्सएप पर भेज देना मैं इंतजार करूंगा आपके जवाब का गुरु जी
*📕 प्रायः कुछ जन हमे शिकायत करते हैं कि कुछ समय पहले तक हमारा व्यापार खूब चल रहा था किंतु एकाएक व्यापार बिल्कुल मंदा पड़ गया, ऐसी स्थिति में व्यक्ति अपने स्तर पर कुछ उपाय करता है, कार्य के तौर-तरीके बदलकर देखता है, माल की गुणवत्ता की ओर भी ध्यान देता है तथापि अपेक्षित परिणाम नहीं मिल पाता, आखिर क्यों? क्या कारण है कि बिना किसी ठोस वजह के व्यापार मंदा होने लगा? अवश्य ही इसका कारण होता है हस्तरेखाओं में दोष और व्यापार पर किसी की कुदृष्टि। आज के दौर में सरकारी नौकरियां सीमित हो गयी हैं, निजी क्षेत्रों में जबरदस्त प्रतिस्पर्धा चल रही है और जनसंख्या की वृद्धि तेजी से हो रही है। ऐसे में लोग व्यवसाय करना चाहते हैं। व्यवसाय में पर्याप्त अवसर और विकल्प मौजूद हैं, साथ ही आर्थिक उन्नति की सीमा भी नहीं है जबकि नौकरी में कमाने की सीमा है। यूं तो व्यवसाय में उतार-चढ़ाव, नफा-नुकसान सामान्य बात है किंतु अचानक कोई बड़ा नुकसान हो जाना या अचानक मंदी छा जाना कोई सामान्य बात नहीं हो सकती। इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि आपके व्यवसाय पर किसी की नजर लग गई, या कुंडली मे बने ग्रह दोष के कारण ऐसा हो रहा है.. हस्तरेखाओं अनुसार इसके कारण ... यदि हाथ में शनि ग्रह कमजोर हो, शनि की अंगुली भी ठीक न हो, शुक्र उठा हुआ और गुरु की अंगुली भी छोटी हो तो व्यवसाय पर किसी की बुरी नजर पड़ने से व्यवसाय में घाटा होता है। जीवनरेखा सीधी हो, भाग्यरेखा दूषित हो और मस्तिष्क रेखा पर ही रुक गई हो और गुरु की अंगुली भी छोटी एवं टेढ़ी-मेढ़ी हो तो धोखा होता है, व्यवसाय चैपट होने के कगार पर आ जाता है। भाग्यरेखा देर से शुरु हो और चैड़ी हो, हृदयरेखा की एक शाखा मस्तिष्क रेखा पर आ रही हो, शुक्र उन्नत हो तथा मोटी भाग्यरेखा मस्तिष्क रेखा पर समाप्त हो रही हो तो व्यवसाय रुक-रुक कर चलने के कारण आर्थिक समस्या खड़ी हो जाती है। भारी हाथ में शनि ग्रह दबा हुआ हो और भाग्यरेखा व जीवन रेखा दूषित या खंडित हों तो व्यवसाय में नित नवीन बाधाएं खड़ी होती हैं, दुश्मनों की बुरी नज़र व्यापार पर विपरीत असर डालती है। हाथ की उंगलियां छिद्रयुक्त हों, रेखाएं दोषयुक्त हों और हाथ में कम रेखाएं हों तो टोने-टोटके की वजह से व्यापार ठप्प हो सकता है। हाथ पतला हो, सख्त हो, उंगलियों में छिद्र हों और गुरु की स्थिति खराब होने के साथ-साथ गुरु की अंगुली छोटी, दूषित और टेढ़ी हो तो व्यापार-व्यवसाय पर संकट आता है, मस्तिष्करेखा पर रुकी भाग्यरेखा हो, दोहरी जीवनरेखा हो किंतु वह मोटी हो, भाग्यरेखा लहरदार हो और हाथ भारी हो तो व्यावसायिक असफलता का मुख्य कारण होता है.....*
*यदि आपको किसी प्रकार कोई समस्या बनी हुई है या........ आप अपनी जन्मपत्री के विषय मे कुछ जानना चाहते है तो....... अपनी जन्मतिथि (Date of birth ...Time and place) हमारे what's app number 08078665041 पर सेंड करें.........वह अपनी कुंडली में बने ग्रह दोष के सरल ज्योतिष उपाय प्राप्त करें..... यदि आपको अपनी बर्थडिटेल्स नही मालूम तो आप अपने दोनों हाथों की तस्वीर(फोटो) हमें सेंड करे* *📕Consultant चार्जेज अप्लाई.....* *What's app Number 080786-65041*
Jai maa vindhyvashini 🙏🙏
Jai mam Vindhyavasini
Mera dress hai hi Rahul garden behta hajipur Loni ghaziabad ka rahane wala hun
Kol mi 9772728149
Ram 🙏Ram pandit ji
Ok lp by by
,G
Pranam pandit ji bahot sahi kaha apne mere ghr me achank chimkadad aa gya tha tb se ghr me kuch bhi sahi nhi he sb bimar he ghr ka ek sadas chod ke ghr chala gya
Guru ji jivo ke bare me jo jankari di bahut accha lga aap🙏🏼
Jai shree ram 🙏🙏🙏💐💐🌹🌹🙏
Pandi ji mere baye pair ke talve me khujli hone par mere pati se ladai hoti hai to mujhe kya karna chahiye
Pranam
Ghare ke chat pr khishkoli ane se ky kare ky wo apshakun hh
*📕 विवाह शादी का शुभ मुहर्त प्रारंभ हो चुके है....यदि प्रयत्न के पश्चात भी आपका या आपके किसी परिचित का विवाह नही हो रहा है ...तो इसका एक मुख्य कारण जन्म कुंडली मे बैठे ग्रहों की स्थिति भी है.* *कुंडली में 6, 8, 12 स्थानों को अशुभ माना जाता है।मंगल, शनि, राहु-केतु और सूर्य को क्रूर ग्रह माना है। इनके अशुभ स्थिति में होने पर दांपत्य सुख में कमी आती है। सप्तमाधिपति द्वादश भाव में हो और राहू लग्न में हो, तो वैवाहिक सुख में बाधा होना संभव है। सप्तम भावस्थ राहू युक्त द्वादशाधिपति से वैवाहिक सुख में कमी होना संभव है। द्वादशस्थ सप्तमाधिपति और सप्तमस्थ द्वादशाधिपति से यदि राहू की युति हो तो दांपत्य सुख में कमी के साथ ही अलगाव भी उत्पन्न हो सकता है। लग्न में स्थित शनि-राहू भी दांपत्य सुख में कमी करते हैं। सप्तमेश छठे, अष्टम या द्वादश भाव में हो, तो वैवाहिक सुख में कमी होना संभव है। षष्ठेश का संबंध यदि द्वितीय, सप्तम भाव, द्वितीयाधिपति, सप्तमाधिपति अथवा शुक्र से हो, तो दांपत्य जीवन का आनंद बाधित होता है। छठा भाव न्यायालय का भाव भी है। सप्तमेश षष्ठेश के साथ छठे भाव में हो तो पति-पत्नी में न्यायिक संघर्ष होना भी संभव है।*
*📕यदि आपको किसी प्रकार की कोई समस्या बनी हुई है या अपनी जन्मकुंडली के विषय मे कुछ जानना चाहते है तो..... अपनी जन्मतिथि ( date of birth) हमारे what's app number...080786-65041 पर सेंड करें..........वह अपनी कुंडली मे बने ग्रह दोष के सरल ज्योतिष उपाय प्राप्त करे....* *यदि आपको अपनी बर्थ डिटेल्स नही मालूम तो आप अपने दोनों हाथों की तस्वीर (फोटो) भेज देवे..*
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Ok kuiyyy6 the same day as well as ukki.. No Cr credit
Pandit ji humne jahan gaushala banai hai vahan saamp aur dimag bahut hi ab aap bataiye hamen kya karna chahie
Jai mata di
Jai Shri Ram 🕉️🔱🚩
Ram ram🙏🙏🙏🙏🙏
Thanks
Guruji 🙏 lal chutiyo ko kon sa Kapur dale puja wala ya kapde wala pls reply
Apse bàat kese possible h gurudev ji
Ji hamara bhi yehi question hai 🙏🙏🙏🙏
@@Kriticrazymusic mko lgta nhi ye baat krte h sayd selected person hi baat kr skte h
*📕 विवाह शादी का शुभ मुहर्त प्रारंभ हो चुके है....यदि प्रयत्न के पश्चात भी आपका या आपके किसी परिचित का विवाह नही हो रहा है ...तो इसका एक मुख्य कारण जन्म कुंडली मे बैठे ग्रहों की स्थिति भी है.* *कुंडली में 6, 8, 12 स्थानों को अशुभ माना जाता है।मंगल, शनि, राहु-केतु और सूर्य को क्रूर ग्रह माना है। इनके अशुभ स्थिति में होने पर दांपत्य सुख में कमी आती है। सप्तमाधिपति द्वादश भाव में हो और राहू लग्न में हो, तो वैवाहिक सुख में बाधा होना संभव है। सप्तम भावस्थ राहू युक्त द्वादशाधिपति से वैवाहिक सुख में कमी होना संभव है। द्वादशस्थ सप्तमाधिपति और सप्तमस्थ द्वादशाधिपति से यदि राहू की युति हो तो दांपत्य सुख में कमी के साथ ही अलगाव भी उत्पन्न हो सकता है। लग्न में स्थित शनि-राहू भी दांपत्य सुख में कमी करते हैं। सप्तमेश छठे, अष्टम या द्वादश भाव में हो, तो वैवाहिक सुख में कमी होना संभव है। षष्ठेश का संबंध यदि द्वितीय, सप्तम भाव, द्वितीयाधिपति, सप्तमाधिपति अथवा शुक्र से हो, तो दांपत्य जीवन का आनंद बाधित होता है। छठा भाव न्यायालय का भाव भी है। सप्तमेश षष्ठेश के साथ छठे भाव में हो तो पति-पत्नी में न्यायिक संघर्ष होना भी संभव है।*
*📕यदि आपको किसी प्रकार की कोई समस्या बनी हुई है या अपनी जन्मकुंडली के विषय मे कुछ जानना चाहते है तो..... अपनी जन्मतिथि ( date of birth) हमारे what's app number...080786-65041 पर सेंड करें..........वह अपनी कुंडली मे बने ग्रह दोष के सरल ज्योतिष उपाय प्राप्त करे....* *यदि आपको अपनी बर्थ डिटेल्स नही मालूम तो आप अपने दोनों हाथों की तस्वीर (फोटो) भेज देवे..*
*📕Consultant चार्जेज अप्लाई....Whats app Number....080786-65041...*
@@ronaksingh5087 ji ho sakta hai maybe 🙏🙏
JSK 🕉 🛐 panditgi CHANDAGHAR kya hee?? 😇 Please answer dijeya. 🛐
Jai maa vindhya vasini pandit Ji Maharaj 🙏🙏
Pandit ji kundli ki fees kya h.......
*📕हम सभी चाहते हैं हमारे घर का वातावरण हंसी - खुशी से भरा और प्रफुल्लित हो।* *सबके चेहरे पर प्यार की चमक हो। सभी एक दूसरे का सम्मान करे और घर में किसी भी तरह का मानसिक तनाव और क्लेश नहीं हो , लेकिन कई बार ऐसा होता नहीं है।*
*कुंडली का चतुर्थ घर व्यक्ति के ज़ीवन में मिलने वाले सुख, खुशियों, सुविधाओं, तथा उसके घर के अंदर के वातावरण अर्थात घर के अन्य सदस्यों के साथ उसके संबंधों को भी दर्शाता है।* *मानसिक शान्ति तथा व्यक्ति के स्वभाव पर भी चतुर्थ भाव का विशेष प्रभाव होता है।*
*किसी व्यक्ति के जीवन में वाहन-सुख,नौकरों-चाकरों का सुख, उसके अपने मकान बनने या खरीदने जैसे भावों को भी कुंडली के इस घर से देखा जाता है।*
*कुंडली में चतुर्थ घर के बलवान होने से तथा किसी अच्छे ग्रह के प्रभाव में होने से कुंडली धारक को अपने जीवन काल में अनेक प्रकार की सुख-सुविधाओं तथा ऐश्वर्यों का भोग करने को मिलता है तथा उसे बढिया वाहनों का सुख तथा नए मकान प्राप्त होने का सुख़ भी मिलता है।*
*कुंडली के चतुर्थ भाव के कमजोर अथवा किसी बुरे ग्रह के प्रभाव में होने की स्थिति में व्यक्ति के जीवन काल में सुख-सुविधाओं का आम तौर पर अभाव ही रहता है या सब कुछ होते हुए भी मानसिक अशांति बानी रहती है ।* *इस घर पर किन्हीं विशेष बुरे ग्रहों का प्रभाव होने से कुंडली धारक के अपने रिश्तेदारों के साथ संबंधों में भी तनाव रहताहै।*
*मंगल भूमि का कारक होता है। यदि जातक की कुंडली में मंगल चतुर्थ भाव में दुष्ट प्रभाव में है तो भी व्यक्ति की जमीन जायदाद के कारण मानसिक शांति प्रभावित होती है।*
*शुक्र को भी चतुर्थ भाव का कारक माना जाता है। शुक्र चतुर्थ भाव में वाहन सुख साधनों को प्रदर्शित करता है। यदि जातक की कुंडली में शुक्र पाप प्रभाव में हो तो व्यक्ति की मानसकि शांति वाहन तथा अन्य भौतिक सुख-सुविधा के साधनों के कारण प्रभावित होती है।*
*जातक मानसिक शांति, भौतिक सुख-साधनों को तभी भोग सकता है जबकि उसका चतुर्थ भाव तथा चतुर्थ भाव का स्वामी तथा कारक ग्रह किसी भी दुष्ट प्रभाव में न हों। शुभ ग्रहों का प्रभाव चतुर्थ भाव में होने से व्यक्ति खुश मिजाज, मिलनसार और उत्साह से परिपूर्ण होता है* *तथा माता, वाहन, मकान तथा भौतिक सुखों की प्राप्ति करता है।* *व्यक्ति अच्छे चरित्र का तथा मानसिक रुप से संतुलित होता है* *अंतिम निष्कर्ष तक पहुँचने हेतु सम्पूर्ण कुंडली का अध्ययन आवश्यक होता है*
*📕यदि आपको किसी प्रकार की कोई समस्या बनी हुई है या अपनी जन्मकुंडली के विषय मे कुछ जानना चाहते है तो..... अपनी जन्मतिथि ( date of birth) हमारे what's app number...080786-65041 पर सेंड करें..........वह अपनी कुंडली मे बने ग्रह दोष के सरल ज्योतिष उपाय प्राप्त करे....* *यदि आपको अपनी बर्थ डिटेल्स नही मालूम तो आप अपने दोनों हाथों की तस्वीर (फोटो) भेज देवे..*
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नॉर्मल fee है जी message on what's app or कॉल.....
ओमप्रकाश सोलंकी मोहेङा पिको 312615राजस्थान अकेले बीबी है शुशीलाबाई दोनोमेअनबन है ऊपाय के लिए क्या करना चाहिए ताकि वापस ग्सती बसजाये ओमनंयशीवाय 9636186961964जनवरी ने संभाली कमान से मायके में ही है आनेकानामनहीलेतीमेरेसेकीसीतरहकीकोईबाथनहीकरती गाव मोहेङा पिको 312615राजस्थान अकेले आनेकानामनहीलेतीमेरेसेकीसीतरहकीकोईबाथनहीकरती गाव मोहेङा पिको 312615राजस्थान अकेले बीबी है शुशीलाबाई दोनोमेअनबन है ऊपाय के
Guru ji aapka number chahiye
Me jis ghar me rehti thi baha kali chitiya thi lekin kya huya 50000 ka credit card ka ghapla jo aaj tak bapas nahi huya paise ki tangi to aaj bhi bani huyi h ghar badal diya fir bhi daridrta door hone ka naam hi nahi le rahi h
*📕हम सभी चाहते हैं हमारे घर का वातावरण हंसी - खुशी से भरा और प्रफुल्लित हो।* *सबके चेहरे पर प्यार की चमक हो। सभी एक दूसरे का सम्मान करे और घर में किसी भी तरह का मानसिक तनाव और क्लेश नहीं हो , लेकिन कई बार ऐसा होता नहीं है।*
*कुंडली का चतुर्थ घर व्यक्ति के ज़ीवन में मिलने वाले सुख, खुशियों, सुविधाओं, तथा उसके घर के अंदर के वातावरण अर्थात घर के अन्य सदस्यों के साथ उसके संबंधों को भी दर्शाता है।* *मानसिक शान्ति तथा व्यक्ति के स्वभाव पर भी चतुर्थ भाव का विशेष प्रभाव होता है।*
*किसी व्यक्ति के जीवन में वाहन-सुख,नौकरों-चाकरों का सुख, उसके अपने मकान बनने या खरीदने जैसे भावों को भी कुंडली के इस घर से देखा जाता है।*
*कुंडली में चतुर्थ घर के बलवान होने से तथा किसी अच्छे ग्रह के प्रभाव में होने से कुंडली धारक को अपने जीवन काल में अनेक प्रकार की सुख-सुविधाओं तथा ऐश्वर्यों का भोग करने को मिलता है तथा उसे बढिया वाहनों का सुख तथा नए मकान प्राप्त होने का सुख़ भी मिलता है।*
*कुंडली के चतुर्थ भाव के कमजोर अथवा किसी बुरे ग्रह के प्रभाव में होने की स्थिति में व्यक्ति के जीवन काल में सुख-सुविधाओं का आम तौर पर अभाव ही रहता है या सब कुछ होते हुए भी मानसिक अशांति बानी रहती है ।* *इस घर पर किन्हीं विशेष बुरे ग्रहों का प्रभाव होने से कुंडली धारक के अपने रिश्तेदारों के साथ संबंधों में भी तनाव रहताहै।*
*मंगल भूमि का कारक होता है। यदि जातक की कुंडली में मंगल चतुर्थ भाव में दुष्ट प्रभाव में है तो भी व्यक्ति की जमीन जायदाद के कारण मानसिक शांति प्रभावित होती है।*
*शुक्र को भी चतुर्थ भाव का कारक माना जाता है। शुक्र चतुर्थ भाव में वाहन सुख साधनों को प्रदर्शित करता है। यदि जातक की कुंडली में शुक्र पाप प्रभाव में हो तो व्यक्ति की मानसकि शांति वाहन तथा अन्य भौतिक सुख-सुविधा के साधनों के कारण प्रभावित होती है।*
*जातक मानसिक शांति, भौतिक सुख-साधनों को तभी भोग सकता है जबकि उसका चतुर्थ भाव तथा चतुर्थ भाव का स्वामी तथा कारक ग्रह किसी भी दुष्ट प्रभाव में न हों। शुभ ग्रहों का प्रभाव चतुर्थ भाव में होने से व्यक्ति खुश मिजाज, मिलनसार और उत्साह से परिपूर्ण होता है* *तथा माता, वाहन, मकान तथा भौतिक सुखों की प्राप्ति करता है।* *व्यक्ति अच्छे चरित्र का तथा मानसिक रुप से संतुलित होता है* *अंतिम निष्कर्ष तक पहुँचने हेतु सम्पूर्ण कुंडली का अध्ययन आवश्यक होता है*
*📕यदि आपको किसी प्रकार की कोई समस्या बनी हुई है या अपनी जन्मकुंडली के विषय मे कुछ जानना चाहते है तो..... अपनी जन्मतिथि ( date of birth) हमारे what's app number...080786-65041 पर सेंड करें..........वह अपनी कुंडली मे बने ग्रह दोष के सरल ज्योतिष उपाय प्राप्त करे....* *यदि आपको अपनी बर्थ डिटेल्स नही मालूम तो आप अपने दोनों हाथों की तस्वीर (फोटो) भेज देवे..*
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जय मां विंध्यवासिनी
Sunita mhera guru gram say yhana to hmsha
कालभैरब
Jk
Pandit ji keke ka ped ghar k bahar kyari mein lga sakte hain
वृषभ राशि फल बताते रहे हर हर महादेव
2
पंडितजी प्रणाम ततैया का छत्ता घर लग गया है क्या करूं।
Mere nana ji ke ghar me jab tak chamgada thi tab tak sab acha tha but chamgadado me jane ke bad sab kharab ho gaya adha ghar nipat gaya 😑
🙏🙏🙏🙏🙏
Namskar Sir
9772728149
Pandit ji aap ka phone nhi milta hai aap ke sath baat karna chahte hai ab kya kre pandit ji mai aapne ghar wale ke bare me puchna chati hnu aap us ke baare .me kuch ntadoo
ki umar 2 - 4 - 1983 hai us ki
*📕हम सभी चाहते हैं हमारे घर का वातावरण हंसी - खुशी से भरा और प्रफुल्लित हो।* *सबके चेहरे पर प्यार की चमक हो। सभी एक दूसरे का सम्मान करे और घर में किसी भी तरह का मानसिक तनाव और क्लेश नहीं हो , लेकिन कई बार ऐसा होता नहीं है।*
*कुंडली का चतुर्थ घर व्यक्ति के ज़ीवन में मिलने वाले सुख, खुशियों, सुविधाओं, तथा उसके घर के अंदर के वातावरण अर्थात घर के अन्य सदस्यों के साथ उसके संबंधों को भी दर्शाता है।* *मानसिक शान्ति तथा व्यक्ति के स्वभाव पर भी चतुर्थ भाव का विशेष प्रभाव होता है।*
*किसी व्यक्ति के जीवन में वाहन-सुख,नौकरों-चाकरों का सुख, उसके अपने मकान बनने या खरीदने जैसे भावों को भी कुंडली के इस घर से देखा जाता है।*
*कुंडली में चतुर्थ घर के बलवान होने से तथा किसी अच्छे ग्रह के प्रभाव में होने से कुंडली धारक को अपने जीवन काल में अनेक प्रकार की सुख-सुविधाओं तथा ऐश्वर्यों का भोग करने को मिलता है तथा उसे बढिया वाहनों का सुख तथा नए मकान प्राप्त होने का सुख़ भी मिलता है।*
*कुंडली के चतुर्थ भाव के कमजोर अथवा किसी बुरे ग्रह के प्रभाव में होने की स्थिति में व्यक्ति के जीवन काल में सुख-सुविधाओं का आम तौर पर अभाव ही रहता है या सब कुछ होते हुए भी मानसिक अशांति बानी रहती है ।* *इस घर पर किन्हीं विशेष बुरे ग्रहों का प्रभाव होने से कुंडली धारक के अपने रिश्तेदारों के साथ संबंधों में भी तनाव रहताहै।*
*मंगल भूमि का कारक होता है। यदि जातक की कुंडली में मंगल चतुर्थ भाव में दुष्ट प्रभाव में है तो भी व्यक्ति की जमीन जायदाद के कारण मानसिक शांति प्रभावित होती है।*
*शुक्र को भी चतुर्थ भाव का कारक माना जाता है। शुक्र चतुर्थ भाव में वाहन सुख साधनों को प्रदर्शित करता है। यदि जातक की कुंडली में शुक्र पाप प्रभाव में हो तो व्यक्ति की मानसकि शांति वाहन तथा अन्य भौतिक सुख-सुविधा के साधनों के कारण प्रभावित होती है।*
*जातक मानसिक शांति, भौतिक सुख-साधनों को तभी भोग सकता है जबकि उसका चतुर्थ भाव तथा चतुर्थ भाव का स्वामी तथा कारक ग्रह किसी भी दुष्ट प्रभाव में न हों। शुभ ग्रहों का प्रभाव चतुर्थ भाव में होने से व्यक्ति खुश मिजाज, मिलनसार और उत्साह से परिपूर्ण होता है* *तथा माता, वाहन, मकान तथा भौतिक सुखों की प्राप्ति करता है।* *व्यक्ति अच्छे चरित्र का तथा मानसिक रुप से संतुलित होता है* *अंतिम निष्कर्ष तक पहुँचने हेतु सम्पूर्ण कुंडली का अध्ययन आवश्यक होता है*
*📕यदि आपको किसी प्रकार की कोई समस्या बनी हुई है या अपनी जन्मकुंडली के विषय मे कुछ जानना चाहते है तो..... अपनी जन्मतिथि ( date of birth) हमारे what's app number...080786-65041 पर सेंड करें..........वह अपनी कुंडली मे बने ग्रह दोष के सरल ज्योतिष उपाय प्राप्त करे....* *यदि आपको अपनी बर्थ डिटेल्स नही मालूम तो आप अपने दोनों हाथों की तस्वीर (फोटो) भेज देवे..*
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Sb kuchh bata te hai pr kurona ka khatm hogaa
Guru ji se bat krni ho to konse no. pr call kre
*📕 विवाह शादी का शुभ मुहर्त प्रारंभ हो चुके है....यदि प्रयत्न के पश्चात भी आपका या आपके किसी परिचित का विवाह नही हो रहा है ...तो इसका एक मुख्य कारण जन्म कुंडली मे बैठे ग्रहों की स्थिति भी है.* *कुंडली में 6, 8, 12 स्थानों को अशुभ माना जाता है।मंगल, शनि, राहु-केतु और सूर्य को क्रूर ग्रह माना है। इनके अशुभ स्थिति में होने पर दांपत्य सुख में कमी आती है। सप्तमाधिपति द्वादश भाव में हो और राहू लग्न में हो, तो वैवाहिक सुख में बाधा होना संभव है। सप्तम भावस्थ राहू युक्त द्वादशाधिपति से वैवाहिक सुख में कमी होना संभव है। द्वादशस्थ सप्तमाधिपति और सप्तमस्थ द्वादशाधिपति से यदि राहू की युति हो तो दांपत्य सुख में कमी के साथ ही अलगाव भी उत्पन्न हो सकता है। लग्न में स्थित शनि-राहू भी दांपत्य सुख में कमी करते हैं। सप्तमेश छठे, अष्टम या द्वादश भाव में हो, तो वैवाहिक सुख में कमी होना संभव है। षष्ठेश का संबंध यदि द्वितीय, सप्तम भाव, द्वितीयाधिपति, सप्तमाधिपति अथवा शुक्र से हो, तो दांपत्य जीवन का आनंद बाधित होता है। छठा भाव न्यायालय का भाव भी है। सप्तमेश षष्ठेश के साथ छठे भाव में हो तो पति-पत्नी में न्यायिक संघर्ष होना भी संभव है।*
*📕यदि आपको किसी प्रकार की कोई समस्या बनी हुई है या अपनी जन्मकुंडली के विषय मे कुछ जानना चाहते है तो..... अपनी जन्मतिथि ( date of birth) हमारे what's app number...080786-65041 पर सेंड करें..........वह अपनी कुंडली मे बने ग्रह दोष के सरल ज्योतिष उपाय प्राप्त करे....* *यदि आपको अपनी बर्थ डिटेल्स नही मालूम तो आप अपने दोनों हाथों की तस्वीर (फोटो) भेज देवे..*
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Sara episode youtube ma update kariya
Guruji ko paranam madhu makhi ke bare me btye
Pandit Ji Charan Bandhan Mein Subah Puja Karke Mala firne Baithi hun To ubasi Aane lagti hai kya karun
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
ज़यमाविध़यवासिनी