यह हर जगह अधिकारी की ही बात की जा रही है तो वक्त है अधिकारी और पीबीओआर को जांचने की कि क्या लड़ाई केवल अधिकारी ने लड़ी।और इस तरह कि भेदभाव यदि सेना के मुख्यालयों से जारी किया जा रहा है तो यह दोनों वर्गों मैं भेदभाव को और बढ़ावा देना है जो सुरक्षा के लीहाज से सेना व देश के लिए उचित सोच नहीं बना पायेगा।जो गलत है।
Respected Sir, कृपया बताने का कष्ट करे कि हम लोग क्या करें? चुपचाप बैठ जाये? या जो application and format भेजा था कि ये सब भरकर DESW, RECORD OFFICE AND ZILA SAINIK BOARD में भेज दो। क्या अभी ना भेजे? कृपया सही मार्ग दर्शन करें। बहुत भ्रम में पड़ गयें है।
अधिकारी बेचारे गरीब है ये फ़टी कुरता पजामा पहनते है इनकी आँखो से डीध निकल रही है इनको दे दो 15 लाख or साथ मे पुरे देश के पेंशनर्स कि पेंशन गरीब है n बेचारे
1965 ki larai savi ladai se kathin thi kuch to is duniya mey hai nehi,ye bohut peheley dena chhaiye tha,unko salary bhi itni kom thi ki family ki puri khusi bhi nehi dey pate,overall sabhi ko dijiye,agar o dono husband and wife is duniya mey nehi hai ,to unkey dependent ko dena chhahiye
1965की लड़ाई में cap.A. S Shukla. 104 Inf Bridged Sig Sec में कार्यरत थे। बहादुरी से लड़ाई लड़ी थी। क्या उनका नाम लिस्ट में शामिल है? Owl signal man Sham Chand.
Yeh sab galt hai ladai ka in 125. Ne hi jiti hai baaki jo shaheed huye hai unko kya kuch nhi jo retirement hoke ghar baithe hai jinhone goli khai hai ab tak ghar me bina chalne firne ke baithe huye hai unka kya kasoor hai hamare dada ji v 1980 me retired huye hai unke eyes ke paas goli lagi legs ke paas chot lagi ladai ke time unko sirf pension hi milti rahegi koi benifit nhi milega fir to unka ladai me jana bhut galt tha sab ko hak milna chahiye mai khud apne liye nhi sab ke liye bol raha hu kitne sainik the sab ko hak mile
सभी सैनिको को देना चाहिए जिन्होने 1965 व 1971 में भाग लिया गया है
यह हर जगह अधिकारी की ही बात की जा रही है तो वक्त है अधिकारी और पीबीओआर को जांचने की कि क्या लड़ाई केवल अधिकारी ने लड़ी।और इस तरह कि भेदभाव यदि सेना के मुख्यालयों से जारी किया जा रहा है तो यह दोनों वर्गों मैं भेदभाव को और बढ़ावा देना है जो सुरक्षा के लीहाज से सेना व देश के लिए उचित सोच नहीं बना पायेगा।जो गलत है।
1965 1971 ladai ladne wale sabhi sainikon ko Milana chahie
सरकार ने सभि सैनिक और आधिकारी को पेंसन देना चाहिए
यह वाला लेटर भेजने की कृपा करें सर
मोदीजी ये कौन सा 125 हिरो है जिस्ने 1965 और 1971 कि लडाई लडी जरा हमे भि दिखाना लडाई तो हमने भि लडी है 15 लाख तो हमे भि मिल्ना चाहिए
Yeh Na insaafi hogi baaki non pensioner jawano k liye jinhone 1965 & 1971 ki ladai ladi hai. Govt of India ko ispar zarur sochna chahiye. Pls
125 lokhi pakistan me ladai me tha our hamlog waha ghumne gaya tha 😊
You always provide authentic information.
Thanks 🙏
ये समझ नही आ रहा कि क्या अकेले ओफिसर लड़ाईयां जीत सकते हैं।
Hare Mera pithaaji Naya bank account khola hai
Respected Sir, कृपया बताने का कष्ट करे कि हम लोग क्या करें? चुपचाप बैठ जाये? या जो application and format भेजा था कि ये सब भरकर DESW, RECORD OFFICE AND ZILA SAINIK BOARD में भेज दो। क्या अभी ना भेजे? कृपया सही मार्ग दर्शन करें। बहुत भ्रम में पड़ गयें है।
क्या इस शर्त पर सरकार की नजर मै या सही मैं अधिकिरी के अलावा और कोई पीबीओआर नहीं हैं क्या यह संभव है।इस पर भी बात करने की जरूरत है।
कोर्ट केस लगाओ
Thank you sir
क्या यह सब जो पीबीओआर से डाटा मांगा जा रहा वह सभी क्या उन से भी मांगा जो 125 को सरकार देने को कह रही है।
अधिकारी बेचारे गरीब है ये फ़टी कुरता पजामा पहनते है इनकी आँखो से डीध निकल रही है इनको दे दो 15 लाख or साथ मे पुरे देश के पेंशनर्स कि पेंशन गरीब है n बेचारे
Financial support should be paid to all participants unconditionally. Rs. 15 lacs amount may be reduced.
Mere fathar 2no yudhaka he star madel
Very nice
कितना खर्च आएगा, इतनी राशि कहाँ से सरकार लाएगी, १८ महीने का DA देने के लिए सरकार के पास है
Reksha medal 1965 ko benifit milega kyaa sir raksha medal 1965 bhi 1965 war may diyaa gaya tha sir please give advice
1965 ki larai savi ladai se kathin thi kuch to is duniya mey hai nehi,ye bohut peheley dena chhaiye tha,unko salary bhi itni kom thi ki family ki puri khusi bhi nehi dey pate,overall sabhi ko dijiye,agar o dono husband and wife is duniya mey nehi hai ,to unkey dependent ko dena chhahiye
🙏🙏
1965की लड़ाई में
cap.A. S Shukla.
104 Inf Bridged Sig Sec में कार्यरत थे। बहादुरी से लड़ाई लड़ी थी। क्या उनका नाम लिस्ट में शामिल है?
Owl signal man Sham Chand.
Kya sochate hain ki sabko milega
जे सी ओज़ एवं अदर रेंक पहले से जानते थे कि सिर्फ अफसरों के लिए हैनाकि जे सी ओज़ एवं अदर रैंक के लिए
Hamare pitaji ko raksha medal mila hai kya pitaji ko milenge 1965 ki ladai ka pitaji ne teen ladai Ladi thi
Some people, Courtesy Court, Stay Order, Best way to disperse , Country's fund to the selected ones of theirs own near dears ones
Sir, Hyderabad mein Sainik welfare officer sir se baat hua, unhone bola ki aap record office se baat karo, Jila sainik board ka koi role nahi hai.
Echc jco panchmi star hai unko pension milta tha unko 15 lac meline
Jawanok arr ears paid karo aur kirtane years lagayenge
र 16:37
Sirf officers ne ladi thee kya jung,what about the common soldiers coming from poor families,
Yeh sab galt hai ladai ka in 125. Ne hi jiti hai baaki jo shaheed huye hai unko kya kuch nhi jo retirement hoke ghar baithe hai jinhone goli khai hai ab tak ghar me bina chalne firne ke baithe huye hai unka kya kasoor hai hamare dada ji v 1980 me retired huye hai unke eyes ke paas goli lagi legs ke paas chot lagi ladai ke time unko sirf pension hi milti rahegi koi benifit nhi milega fir to unka ladai me jana bhut galt tha sab ko hak milna chahiye mai khud apne liye nhi sab ke liye bol raha hu kitne sainik the sab ko hak mile
Sai namebhibhaidbhavehonelagahai1965and1971warriorkobhi❤a150000dainachahiye
मोदीजी ये कौन सा 125 हिरो है जिस्ने 1965 और 1971 कि लडाई लडी जरा हमे भि दिखाना लडाई तो हमने भि लडी है 15 लाख तो हमे भि मिल्ना चाहिए