राजा वीर सिंह बघेल आए कबीर साहेब के शरण में।कबीर साहेब की कहानी।Raja Virsingh Baghel Ki Kahani।

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  • เผยแพร่เมื่อ 28 ก.พ. 2024
  • राजा वीर सिंह बघेल आए कबीर साहेब के शरण में।कबीर साहेब की कहानी।Raja Virsingh Baghel Ki Kahani।
    @Dkhistory
    ब्योरा:-इस वीडियो में हम सब जानेंगे कि राजा वीर सिंह बघेल ने कबीर साहेब जी के शरण में कैसे आए। और कबीर साहेब जी के शिष्य बने। यह कहानी जानने के लिए इस वीडियो को पूरा जरूर देखें धन्यवाद।
    1. एक समय की बात है। राजा बिरदेव सिंह बघेल काशी के राजा थे। राजा का महल एक सुंदर बगीचे में था। एक बार राजा ने अपने गुरु ब्राह्मण की आज्ञा अनुसार भजन कीर्तन का आयोजन करवा रखा था। मंदिर के नजदीक की एक बगीची में भजन कीर्तन चल रहा था। कई श्रोताओं के बीच कई ब्राह्मण अपने अपने ईस्ट देवों का जिक्र कर रहे थे। पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब जी भी कीर्तन में पहुंच गए। कुछ दूरी पर आसन लगाकर बैठ गए। सभी ब्राह्मण अपने इष्ट देवों की महिमा सुना रहे थे।
    2. राजा का गुरु ब्राह्मण कबीर साहेब के पास गया।
    सभी ब्राह्मण तथा भक्त कबीर साहेब से ज्ञान सुनने के लिए अनुरोध करने लगे।
    3. कबीर साहेब ने कई देर तक इस प्रकार का तत्वज्ञान सुनाया। कबीर साहेब के ऐसे ज्ञान से सभी श्रोता आश्चर्यचकित थे और ब्राह्मणों से उत्तर सुनना चाहते थे। जबकि ब्राह्मण और पंडित जी निरुत्तर हो गए।
    राजा बीर देव सिंह का गुरु ब्राह्मण, राजा के पास गया।
    4. राजा अपने एक मंत्री को कबीर साहेब जी को बुलाने के लिए भेजता है।
    5. राजा ने बुद्धि से काम लिया और सोचा की यह तो कोई परम संत लगता है। वरना संत को ऐसे राजा का बुलावा जाता है तो धन के लालच में दौड़कर आता है।
    6. राजा पैदल ही कबीर साहेब जी से मिलने पहुंचा। जब राजा कबीर साहेब के निकट सा पहुंचा तो देखा की कबीर साहेब पृथ्वी से सवा हाथ ऊपर हवा में स्थित है। राजा को समझते देर नहीं लगी और जाते ही कबीर साहेब के चरणो में अपना शिर रख दिया।
    7. राजा के विशेष आग्रह करने पर कबीर साहेब राजा के साथ महल के लिए चल पड़े।
    8. राजा ने सम्मान पूर्वक कबीर साहेब और अपने ब्राह्मण गुरु का आसन लगवा दिया और ज्ञान चर्चा करने के लिए कहने लगा।
    9. ब्राह्मण उसी समय देवी भागवत पुराण का तीसरा स्कंद पढ़ने लगे।
    9. ब्राह्मण उसी समय देवी भागवत पुराण का तीसरा स्कंद पढ़ने लगा। भगवान की रजा से ब्राह्मण को पुराण का वही प्रकरण हाथ लगा जिसमे ब्रह्मा विष्णु महेश की जन्म मृत्यु सिद्ध होती है। ब्राह्मण के चेहरे का रंग फीका पड़ गया। कुछ देर तक स्तब्ध सा रह गया। लेकिन सोचा की इन्हे मना कर देता हूं, ये सब तो अशिक्षित है। कबीर साहेब ब्राह्मण के चेहरे का भाव समझ गए।
    10. राजा ने कबीर साहेब जी के चरण पकड़ लिए।
    तब कबीर साहेब ने राजा रानी और ब्राह्मण को सम्पूर्ण सृष्टि रचना सुनाई और तत्वज्ञान समझाया। राजा बीर देव सिंह बघेल तथा रानी मानक देई और ब्राह्मण पुरोहित ने कबीर साहेब से दीक्षा ली और सत भक्ति करनी शुरू की।
    #कबीर
    #history
    #kahani

ความคิดเห็น • 3

  • @nazira3344
    @nazira3344 3 หลายเดือนก่อน +1

    Sat Saheb sat Saheb jivan parichay sat Saheb jivan parichay bandi chhod satguru rampal ki Jay ho majedar 🙏🙏🙏🙏🙏🇸🇩👈🙏🫂🙏🙏🙏😊

  • @BashishthSingh-nb6wx
    @BashishthSingh-nb6wx 2 หลายเดือนก่อน

    Sat sahab ji ❤❤

  • @user-ox2tz4cw9n
    @user-ox2tz4cw9n 2 วันที่ผ่านมา

    🥰😍🥰😭😢💝💖🙏🙏🙏🙏🙏💯❣️