हाथ से कलम ना छोड़ी गुलामी की बेड़ी तोडी गीतकार अंजली बौद्ध और उनके पिता जी
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- เผยแพร่เมื่อ 26 ก.ย. 2020
- इस गीत में सहयोग कर रहे हैं विशेष मेरे अंकल जी जयपाल सिंह लोको पायलट और मेरे भाई संदीप बौद्ध जी और हमारे भाई रामवीर अटल जी और यदि आपको ऐसी ही रिकॉर्डिंग करवानी हो तो हमारे भाई रामवीर अटल जी का स्टूडियो है कैलारस जिला मुरैना मध्य प्रदेश और चैनल को सब्सक्राइब जरूर करें
Super song Anjali ji Namo buddhay Jay Bheem Jay Bharat
समाज को जगाने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद जय भीम जय संविधान जय सतनाम
Very good sis,,,, jåy Bhîm 🙏
Bahut sundar didi
Salute 👍👍👍👍👍
नमो बुद्धाय जय भीम बहुत ही सुन्दर गीत प्रस्तुत किया
बहन बहुत-बहुत धन्यवाद जय भीम नमो बुद्धाय समाज को ऐसे ही जग आते रहना
इंसानों को गुलाम बना कर बहुत बादशाह बने लेकिन गुलामों को इंसान बनाकर एक ही बादशाह हुए
O m g wonderful
Jai Bhim Nice Song Sister Ji
बहुत सुंदर गीत है। हार्दिक शुभकामनाएं एवं साधुवाद
जय भीम जय मूलनिवासी
बहुत अच्छी प्रस्तुति गीत के माध्यम से समाज को जागृत करने के लिए
Super
Sandar song
Veri nice
Nice song anjali ji
अतिसुंदर जयभीमनमोबुधाय
Very good song jai Bhim Namo buddhay
अंजली बौद्ध जी आपके पिताजी को सविनय अभिवादन 🙏