IAS और गांव का गरीब बच्चा एक बराबर कैसे? *जस्टिस गवई ने स्पष्ट रूप से कहा है कि राज्य यानी शासन प्रणाली को एक नीति लानी चाहिए, जो अनुसूचित जाति-जनजाति वर्गों में क्रीमी लेयर की पहचान कर सके और इसके आधार पर आरक्षण का लाभ उठाकर समर्थ हो चुके लोगों को इसके दायरे से बाहर किया जा सके। जस्टिस गवई अनुसूचित जाति समाज से आते हैं और अगले साल प्रधान न्यायाधीश बनने वाले हैं। वह केजी बालाकृष्णन के बाद इस समुदाय से प्रधान न्यायाधीश बनने वाले दूसरे जज होंगे। * जस्टिस बीआर गवई का कहना था कि अधिक पिछड़े समुदायों को तरजीह देना राज्य का कर्तव्य है. एससी-एसटी की श्रेणी में केवल कुछ लोग ही आरक्षण का आनंद ले रहे हैं.उन्होंने कहा कि इस जमीनी हकीकत से इनकार नहीं किया जा सकता कि एससी-एसटी के भीतर ऐसी श्रेणियां हैं, जिन्हें सदियों से अधिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है. उन्होंने सामाजिक लोकतंत्र की जरूरत पर बीआर आंबेडकर के एक भाषण का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है, ''इतिहास बताता है कि जब नैतिकता का सामना अर्थव्यवस्था से होता है,तो जीत अर्थव्यवस्था की होती है.'' * creamy layer obc me lagu hai( kya aapko lagta hai ki yah obc me fut dalne ki sajis thi)
@@bhuballbcuet2730फिर तो जातीजनगनना बहुत जरुरी है, पता तो चले कौन लोग कहा है, मंत्री, MLA, MP, IAS, IPS, PROFESSOR, VICE CHANCELLOR, और सब कुछ पता तो चले 😅 जाटव जाटव करने वालोको, और सबको पता तो चले, जाटवो का भी प्रतिनिधीत्व और बाकी लोगो का प्रतिनिधीत्व भी.. 👌
@@bhuballbcuet2730लेकिन सुप्रीम कोर्ट का ज्यादा तर intrest sub categorisation मे ज्यादा दिख रहा है, यही intrest EWS के Subcatogorisation मे भी होगा क्या🤔 फिर तो EWS मे भी sub categorisation होगा, जैसे ब्राह्मण को 2%, बनीया को 2%, श्रत्रिय को 2% और मुस्लिम को 2% और अन्य को 2% आरक्षण मीलेंगा😇
🟥🟦 🟥🟦 4-5 जाति ही ST SC का पूरा आरक्षण खा जाते है, तब इन 4 - 5 जातियों को अपने ST SC के जातियों के भाई का याद नहीं आया। आज जब सुप्रीम कोर्ट ने इन 4- 5 जाति से आरक्षण लेकर असली दबे कुचले ST SC हकदार को उसका आरक्षण देने का आदेश दिया गया तो तब याद आने लगी ST SC एकता 😂😂 अब और कितना मूर्ख बनाओगे ST SC के दबे कुचले जाति को। छोड़ना होगा आरक्षण उन 4- 5 जातियों को जो ST SC के नाम पे 76 साल से अकेले मलाई खा रहे। सुप्रीम कोर्ट का फैसला बिलकुल सही है। 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
IAS और गांव का गरीब बच्चा एक बराबर कैसे? *जस्टिस गवई ने स्पष्ट रूप से कहा है कि राज्य यानी शासन प्रणाली को एक नीति लानी चाहिए, जो अनुसूचित जाति-जनजाति वर्गों में क्रीमी लेयर की पहचान कर सके और इसके आधार पर आरक्षण का लाभ उठाकर समर्थ हो चुके लोगों को इसके दायरे से बाहर किया जा सके। जस्टिस गवई अनुसूचित जाति समाज से आते हैं और अगले साल प्रधान न्यायाधीश बनने वाले हैं। वह केजी बालाकृष्णन के बाद इस समुदाय से प्रधान न्यायाधीश बनने वाले दूसरे जज होंगे। * जस्टिस बीआर गवई का कहना था कि अधिक पिछड़े समुदायों को तरजीह देना राज्य का कर्तव्य है. एससी-एसटी की श्रेणी में केवल कुछ लोग ही आरक्षण का आनंद ले रहे हैं.उन्होंने कहा कि इस जमीनी हकीकत से इनकार नहीं किया जा सकता कि एससी-एसटी के भीतर ऐसी श्रेणियां हैं, जिन्हें सदियों से अधिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है. उन्होंने सामाजिक लोकतंत्र की जरूरत पर बीआर आंबेडकर के एक भाषण का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है, ''इतिहास बताता है कि जब नैतिकता का सामना अर्थव्यवस्था से होता है,तो जीत अर्थव्यवस्था की होती है.'' * creamy layer obc me lagu hai( kya aapko lagta hai ki yah obc me fut dalne ki sajis thi)
नीतीश जी घोषणा किए हैं हर जाति के बच्चों को उनकी ही जाति का टीचर और हर जाति के मरीज को उनकी ही जाति का डॉक्टर मिलेगा। तब सच्चे मायने में सामाजिक न्याय का सपना पूरा होगा।
IAS और गांव का गरीब बच्चा एक बराबर कैसे? *जस्टिस गवई ने स्पष्ट रूप से कहा है कि राज्य यानी शासन प्रणाली को एक नीति लानी चाहिए, जो अनुसूचित जाति-जनजाति वर्गों में क्रीमी लेयर की पहचान कर सके और इसके आधार पर आरक्षण का लाभ उठाकर समर्थ हो चुके लोगों को इसके दायरे से बाहर किया जा सके। जस्टिस गवई अनुसूचित जाति समाज से आते हैं और अगले साल प्रधान न्यायाधीश बनने वाले हैं। वह केजी बालाकृष्णन के बाद इस समुदाय से प्रधान न्यायाधीश बनने वाले दूसरे जज होंगे। * जस्टिस बीआर गवई का कहना था कि अधिक पिछड़े समुदायों को तरजीह देना राज्य का कर्तव्य है. एससी-एसटी की श्रेणी में केवल कुछ लोग ही आरक्षण का आनंद ले रहे हैं.उन्होंने कहा कि इस जमीनी हकीकत से इनकार नहीं किया जा सकता कि एससी-एसटी के भीतर ऐसी श्रेणियां हैं, जिन्हें सदियों से अधिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है. उन्होंने सामाजिक लोकतंत्र की जरूरत पर बीआर आंबेडकर के एक भाषण का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है, ''इतिहास बताता है कि जब नैतिकता का सामना अर्थव्यवस्था से होता है,तो जीत अर्थव्यवस्था की होती है.'' * creamy layer obc me lagu hai( kya aapko lagta hai ki yah obc me fut dalne ki sajis thi)
@@amitranjan700 hak ki baat ka tumhara hak hai aur general category ke gariba ka nhi , aaj tum aapna hak hak ker rahe , ager tum logo ko aaj tak aarakchhan labh nhi diya esthiti nhi sudhara to kya faida h eska 75 saal me nhi sudhra tum logo ka esthiti matlab ye kaam ka nhi hata do esse, ager labh huaa to ab kitna labh loge ab to labh me ho to aarakhchaann kiss baat ka OR HACCC
अंग्रेज इसीलिए ब्राह्मणो को जज नही बनाते थे अंग्रेजो को मालूम था कि ब्राह्मणो का नियती ठीक नही होता है वह ठीक से न्याय नही करेंगे । जय भीम जय कांशीराम नमो बुद्धाय
🟥🟦 🟥🟦 4-5 जाति ही ST SC का पूरा आरक्षण खा जाते है, तब इन 4 - 5 जातियों को अपने ST SC के जातियों के भाई का याद नहीं आया। आज जब सुप्रीम कोर्ट ने इन 4- 5 जाति से आरक्षण लेकर असली दबे कुचले ST SC हकदार को उसका आरक्षण देने का आदेश दिया गया तो तब याद आने लगी ST SC एकता 😂😂 अब और कितना मूर्ख बनाओगे ST SC के दबे कुचले जाति को। छोड़ना होगा आरक्षण उन 4- 5 जातियों को जो ST SC के नाम पे 76 साल से अकेले मलाई खा रहे। सुप्रीम कोर्ट का फैसला बिलकुल सही है। 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
@@ajitseth2356 🟥🟦 🟥🟦 4-5 जाति ही ST SC का पूरा आरक्षण खा जाते है, तब इन 4 - 5 जातियों को अपने ST SC के जातियों के भाई का याद नहीं आया। आज जब सुप्रीम कोर्ट ने इन 4- 5 जाति से आरक्षण लेकर असली दबे कुचले ST SC हकदार को उसका आरक्षण देने का आदेश दिया गया तो तब याद आने लगी ST SC एकता 😂😂 अब और कितना मूर्ख बनाओगे ST SC के दबे कुचले जाति को। छोड़ना होगा आरक्षण उन 4- 5 जातियों को जो ST SC के नाम पे 76 साल से अकेले मलाई खा रहे। सुप्रीम कोर्ट का फैसला बिलकुल सही है। 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
🟥🟦 🟥🟦 4-5 जाति ही ST SC का पूरा आरक्षण खा जाते है, तब इन 4 - 5 जातियों को अपने ST SC के जातियों के भाई का याद नहीं आया। आज जब सुप्रीम कोर्ट ने इन 4- 5 जाति से आरक्षण लेकर असली दबे कुचले ST SC हकदार को उसका आरक्षण देने का आदेश दिया गया तो तब याद आने लगी ST SC एकता 😂😂 अब और कितना मूर्ख बनाओगे ST SC के दबे कुचले जाति को। छोड़ना होगा आरक्षण उन 4- 5 जातियों को जो ST SC के नाम पे 76 साल से अकेले मलाई खा रहे। सुप्रीम कोर्ट का फैसला बिलकुल सही है। 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
IAS और गांव का गरीब बच्चा एक बराबर कैसे? *जस्टिस गवई ने स्पष्ट रूप से कहा है कि राज्य यानी शासन प्रणाली को एक नीति लानी चाहिए, जो अनुसूचित जाति-जनजाति वर्गों में क्रीमी लेयर की पहचान कर सके और इसके आधार पर आरक्षण का लाभ उठाकर समर्थ हो चुके लोगों को इसके दायरे से बाहर किया जा सके। जस्टिस गवई अनुसूचित जाति समाज से आते हैं और अगले साल प्रधान न्यायाधीश बनने वाले हैं। वह केजी बालाकृष्णन के बाद इस समुदाय से प्रधान न्यायाधीश बनने वाले दूसरे जज होंगे। * जस्टिस बीआर गवई का कहना था कि अधिक पिछड़े समुदायों को तरजीह देना राज्य का कर्तव्य है. एससी-एसटी की श्रेणी में केवल कुछ लोग ही आरक्षण का आनंद ले रहे हैं.उन्होंने कहा कि इस जमीनी हकीकत से इनकार नहीं किया जा सकता कि एससी-एसटी के भीतर ऐसी श्रेणियां हैं, जिन्हें सदियों से अधिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है. उन्होंने सामाजिक लोकतंत्र की जरूरत पर बीआर आंबेडकर के एक भाषण का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है, ''इतिहास बताता है कि जब नैतिकता का सामना अर्थव्यवस्था से होता है,तो जीत अर्थव्यवस्था की होती है.'' * creamy layer obc me lagu hai( kya aapko lagta hai ki yah obc me fut dalne ki sajis thi)
@@bhuballbcuet2730लेकिन सुप्रीम कोर्ट का ज्यादा तर intrest sub categorisation मे ज्यादा दिख रहा है, यही intrest EWS के Subcatogorisation मे भी होगा क्या🤔 फिर तो EWS मे भी sub categorisation होगा, जैसे ब्राह्मण को 2%, बनीया को 2%, श्रत्रिय को 2% और मुस्लिम को 2% और अन्य को 2% आरक्षण मीलेंगा😇
बसपा सिर्फ कमजोर हुई है तो यह हाल है यदि बसपा खत्म हो गई तो दलितो का हालचाल पुछने वाला कोई नही होगा । इस टाइम इन्डी, पिण्डी वाले लगता है मर गए है । जय भीम जय कांशीराम जय बसपा
@@AshishKumar-qx7nsअभी पिछले माह की बात है कांग्रेस शासित राज्य कर्नाटक मे अनसुचित जाति के विकास के पैसे का घोटाला हुआ है राहुल गांधी इस मुद्दे पर चुप है लगता है मर गए है
🟥🟦 🟥🟦 4-5 जाति ही ST SC का पूरा आरक्षण खा जाते है, तब इन 4 - 5 जातियों को अपने ST SC के जातियों के भाई का याद नहीं आया। आज जब सुप्रीम कोर्ट ने इन 4- 5 जाति से आरक्षण लेकर असली दबे कुचले ST SC हकदार को उसका आरक्षण देने का आदेश दिया गया तो तब याद आने लगी ST SC एकता 😂😂 अब और कितना मूर्ख बनाओगे ST SC के दबे कुचले जाति को। छोड़ना होगा आरक्षण उन 4- 5 जातियों को जो ST SC के नाम पे 76 साल से अकेले मलाई खा रहे। सुप्रीम कोर्ट का फैसला बिलकुल सही है। 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
अगर क्रीमी लेयर लगाना है तो सब जगह लगाए। जज का बेटा जज वकील नहीं बनेंगे, नेता का बेटा नेता नहीं बने, जाति छुआ छूत खत्म करों। हिम्मत है तो ऐसा कानून बनाओ जो सबको बराबर अधिकार और सम्मान मिले।।
533 में से 524 सुदामा ने कब्जा कर रखी है। 9 सीटों मेंOBC, SC, ST लोगों ने स्थान पाया है। और गलतफहमी फैला रहे हैं की आपके हिस्से का कोटा मतलब ST, SC, OBC के कोटा में सारा हिस्सा #दबंग ST, SC, OBC खा रहे हैं हकीकत आपके सामने है। वो सारा हिस्सा खा रहे हैं और बहुजनों को आपस में लड़ा रहे है
आरक्षण सिर्फ 10 साल के लिए लागू किया गया था मगर 70 साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी अगर किसी समाज की उन्नति नहीं है तो वह इस जन्म में कभी उन्हें तीन नहीं कर सकता इसलिए अब आरक्षण समाप्त हो आरक्षण का आधार अगर देना है तो आर्थिक आधार पर दिया जाना चाहिए
IAS और गांव का गरीब बच्चा एक बराबर कैसे? *जस्टिस गवई ने स्पष्ट रूप से कहा है कि राज्य यानी शासन प्रणाली को एक नीति लानी चाहिए, जो अनुसूचित जाति-जनजाति वर्गों में क्रीमी लेयर की पहचान कर सके और इसके आधार पर आरक्षण का लाभ उठाकर समर्थ हो चुके लोगों को इसके दायरे से बाहर किया जा सके। जस्टिस गवई अनुसूचित जाति समाज से आते हैं और अगले साल प्रधान न्यायाधीश बनने वाले हैं। वह केजी बालाकृष्णन के बाद इस समुदाय से प्रधान न्यायाधीश बनने वाले दूसरे जज होंगे। * जस्टिस बीआर गवई का कहना था कि अधिक पिछड़े समुदायों को तरजीह देना राज्य का कर्तव्य है. एससी-एसटी की श्रेणी में केवल कुछ लोग ही आरक्षण का आनंद ले रहे हैं.उन्होंने कहा कि इस जमीनी हकीकत से इनकार नहीं किया जा सकता कि एससी-एसटी के भीतर ऐसी श्रेणियां हैं, जिन्हें सदियों से अधिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है. उन्होंने सामाजिक लोकतंत्र की जरूरत पर बीआर आंबेडकर के एक भाषण का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है, ''इतिहास बताता है कि जब नैतिकता का सामना अर्थव्यवस्था से होता है,तो जीत अर्थव्यवस्था की होती है.'' * creamy layer obc me lagu hai( kya aapko lagta hai ki yah obc me fut dalne ki sajis thi)
@@bhuballbcuet2730लेकिन सुप्रीम कोर्ट का ज्यादा तर intrest sub categorisation मे ज्यादा दिख रहा है, यही intrest EWS के Subcatogorisation मे भी होगा क्या🤔 फिर तो EWS मे भी sub categorisation होगा, जैसे ब्राह्मण को 2%, बनीया को 2%, श्रत्रिय को 2% और मुस्लिम को 2% और अन्य को 2% आरक्षण मीलेंगा😇
सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय दलितों के साथ पूरा न्याय करता है. दलितों और अनुसूचित जनजाति में सैकड़ो जातियों को अब न्याय मिलेगा. दलितों में मुसहर, डोम, नेटुआ जैसी अनेकों जातियाँ अभी आरक्षण के लाभ से वंचित हैं. अब सबको न्याय मिलेगा. 👌
IAS और गांव का गरीब बच्चा एक बराबर कैसे? *जस्टिस गवई ने स्पष्ट रूप से कहा है कि राज्य यानी शासन प्रणाली को एक नीति लानी चाहिए, जो अनुसूचित जाति-जनजाति वर्गों में क्रीमी लेयर की पहचान कर सके और इसके आधार पर आरक्षण का लाभ उठाकर समर्थ हो चुके लोगों को इसके दायरे से बाहर किया जा सके। जस्टिस गवई अनुसूचित जाति समाज से आते हैं और अगले साल प्रधान न्यायाधीश बनने वाले हैं। वह केजी बालाकृष्णन के बाद इस समुदाय से प्रधान न्यायाधीश बनने वाले दूसरे जज होंगे। * जस्टिस बीआर गवई का कहना था कि अधिक पिछड़े समुदायों को तरजीह देना राज्य का कर्तव्य है. एससी-एसटी की श्रेणी में केवल कुछ लोग ही आरक्षण का आनंद ले रहे हैं.उन्होंने कहा कि इस जमीनी हकीकत से इनकार नहीं किया जा सकता कि एससी-एसटी के भीतर ऐसी श्रेणियां हैं, जिन्हें सदियों से अधिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है. उन्होंने सामाजिक लोकतंत्र की जरूरत पर बीआर आंबेडकर के एक भाषण का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है, ''इतिहास बताता है कि जब नैतिकता का सामना अर्थव्यवस्था से होता है,तो जीत अर्थव्यवस्था की होती है.'' * creamy layer obc me lagu hai( kya aapko lagta hai ki yah obc me fut dalne ki sajis thi)
100%sahi kaha bhai aapne salute hai aapko bhai hum aapki baat se sahmat Hain sir Jay Bheem Jay Bharat Jay sambidhan namo buddhay sabhi log AEK hokar lado bhai
@@Himanshusingh-hh7vjIAS और गांव का गरीब बच्चा एक बराबर कैसे? *जस्टिस गवई ने स्पष्ट रूप से कहा है कि राज्य यानी शासन प्रणाली को एक नीति लानी चाहिए, जो अनुसूचित जाति-जनजाति वर्गों में क्रीमी लेयर की पहचान कर सके और इसके आधार पर आरक्षण का लाभ उठाकर समर्थ हो चुके लोगों को इसके दायरे से बाहर किया जा सके। जस्टिस गवई अनुसूचित जाति समाज से आते हैं और अगले साल प्रधान न्यायाधीश बनने वाले हैं। वह केजी बालाकृष्णन के बाद इस समुदाय से प्रधान न्यायाधीश बनने वाले दूसरे जज होंगे। * जस्टिस बीआर गवई का कहना था कि अधिक पिछड़े समुदायों को तरजीह देना राज्य का कर्तव्य है. एससी-एसटी की श्रेणी में केवल कुछ लोग ही आरक्षण का आनंद ले रहे हैं.उन्होंने कहा कि इस जमीनी हकीकत से इनकार नहीं किया जा सकता कि एससी-एसटी के भीतर ऐसी श्रेणियां हैं, जिन्हें सदियों से अधिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है. उन्होंने सामाजिक लोकतंत्र की जरूरत पर बीआर आंबेडकर के एक भाषण का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है, ''इतिहास बताता है कि जब नैतिकता का सामना अर्थव्यवस्था से होता है,तो जीत अर्थव्यवस्था की होती है.'' * creamy layer obc me lagu hai( kya aapko lagta hai ki yah obc me fut dalne ki sajis thi)
आजकल यह हाल हो गया है जो हम लोग ओबीसी और जनरल के फीस पर पढ़ते हैं । उनका फ्री स्कूल माफ करके हम लोगों से लिया जाता है आज वही लोग थोड़ा शिक्षित होकर हमें ही गाली देरहे हैं😢😢😢😢😢
आज भी हम देख सकते हैं जो जनजाति पिछड़ी जाति है उनसे भेदभाव किया जाता है और मंदिरों में भी आज भी उनको नहीं आने दिया जाता है और हम सब ने इस लड़ाई को जितना है अगर आज हम कुछ नहीं कर पाए तो आने वाले कल मैं हम कुछ नहीं कर पाएंगे हम सब ने एक झूठ होना है जय भीम 🙏🙏🙏🙏🙏
सारा सरकारी नौकरी पे कब्जा पासी, चमार, पासवान का है कितने कितने गरीब sc को आगे बढ़ाने का काम किए हो आप सब खुद आगे बढ़ने के बाद जितने भी अंबेडकर हॉस्टल है 98% यही लोग कब्जा किए हुएं है
तू नाले में रहता है क्या 75 साल से तूझे भी आजादी 1947 ई में ही थी तो तू कहा गाड़ मरा रहा था ये लोग तेरा हिस्सा खा लिया अबे साले अगर इतना ही है तो अलग से ews सुदामा कोटा जैसे क्यों नहीं मांग लिया आरक्षण 👉🤔🤔
@@naturedeserverespect3164IAS और गांव का गरीब बच्चा एक बराबर कैसे? *जस्टिस गवई ने स्पष्ट रूप से कहा है कि राज्य यानी शासन प्रणाली को एक नीति लानी चाहिए, जो अनुसूचित जाति-जनजाति वर्गों में क्रीमी लेयर की पहचान कर सके और इसके आधार पर आरक्षण का लाभ उठाकर समर्थ हो चुके लोगों को इसके दायरे से बाहर किया जा सके। जस्टिस गवई अनुसूचित जाति समाज से आते हैं और अगले साल प्रधान न्यायाधीश बनने वाले हैं। वह केजी बालाकृष्णन के बाद इस समुदाय से प्रधान न्यायाधीश बनने वाले दूसरे जज होंगे। * जस्टिस बीआर गवई का कहना था कि अधिक पिछड़े समुदायों को तरजीह देना राज्य का कर्तव्य है. एससी-एसटी की श्रेणी में केवल कुछ लोग ही आरक्षण का आनंद ले रहे हैं.उन्होंने कहा कि इस जमीनी हकीकत से इनकार नहीं किया जा सकता कि एससी-एसटी के भीतर ऐसी श्रेणियां हैं, जिन्हें सदियों से अधिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है. उन्होंने सामाजिक लोकतंत्र की जरूरत पर बीआर आंबेडकर के एक भाषण का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है, ''इतिहास बताता है कि जब नैतिकता का सामना अर्थव्यवस्था से होता है,तो जीत अर्थव्यवस्था की होती है.'' * creamy layer obc me lagu hai( kya aapko lagta hai ki yah obc me fut dalne ki sajis thi)
IAS और गांव का गरीब बच्चा एक बराबर कैसे? *जस्टिस गवई ने स्पष्ट रूप से कहा है कि राज्य यानी शासन प्रणाली को एक नीति लानी चाहिए, जो अनुसूचित जाति-जनजाति वर्गों में क्रीमी लेयर की पहचान कर सके और इसके आधार पर आरक्षण का लाभ उठाकर समर्थ हो चुके लोगों को इसके दायरे से बाहर किया जा सके। जस्टिस गवई अनुसूचित जाति समाज से आते हैं और अगले साल प्रधान न्यायाधीश बनने वाले हैं। वह केजी बालाकृष्णन के बाद इस समुदाय से प्रधान न्यायाधीश बनने वाले दूसरे जज होंगे। * जस्टिस बीआर गवई का कहना था कि अधिक पिछड़े समुदायों को तरजीह देना राज्य का कर्तव्य है. एससी-एसटी की श्रेणी में केवल कुछ लोग ही आरक्षण का आनंद ले रहे हैं.उन्होंने कहा कि इस जमीनी हकीकत से इनकार नहीं किया जा सकता कि एससी-एसटी के भीतर ऐसी श्रेणियां हैं, जिन्हें सदियों से अधिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है. उन्होंने सामाजिक लोकतंत्र की जरूरत पर बीआर आंबेडकर के एक भाषण का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है, ''इतिहास बताता है कि जब नैतिकता का सामना अर्थव्यवस्था से होता है,तो जीत अर्थव्यवस्था की होती है.'' * creamy layer obc me lagu hai( kya aapko lagta hai ki yah obc me fut dalne ki sajis thi)
@@shamshersinghgk99trt64 सालाना आय 8 लाख रुपये से कम है. साथ ही अभ्यर्थी के पास पांच एकड़ से कम जमीन होनी चाहिए. इसके अलावा आवेदक का घर 1000 वर्ग फीट से कम होना चाहिए *यही sc st लागू किया जा सकता है sc st में 8 लाख से कम कमाई करते हैं उनको reservation milega *जो 8 लाख से ज्यादा कमाई करते हैं उसके लिए सरकार के पास पावर होगी कि उसको कितना आरक्षण देगी या अनारक्षित श्रेणी में रखेगी जो सबके लिए है @ईससे गरीबsc st को मदद मिलेगी
मेरा पूरा समर्थन दलित आरक्षण की रक्षा के लिए
IAS और गांव का गरीब बच्चा एक बराबर कैसे?
*जस्टिस गवई ने स्पष्ट रूप से कहा है कि राज्य यानी शासन प्रणाली को एक नीति लानी चाहिए, जो अनुसूचित जाति-जनजाति वर्गों में क्रीमी लेयर की पहचान कर सके और इसके आधार पर आरक्षण का लाभ उठाकर समर्थ हो चुके लोगों को इसके दायरे से बाहर किया जा सके। जस्टिस गवई अनुसूचित जाति समाज से आते हैं और अगले साल प्रधान न्यायाधीश बनने वाले हैं। वह केजी बालाकृष्णन के बाद इस समुदाय से प्रधान न्यायाधीश बनने वाले दूसरे जज होंगे।
* जस्टिस बीआर गवई का कहना था कि अधिक पिछड़े समुदायों को तरजीह देना राज्य का कर्तव्य है. एससी-एसटी की श्रेणी में केवल कुछ लोग ही आरक्षण का आनंद ले रहे हैं.उन्होंने कहा कि इस जमीनी हकीकत से इनकार नहीं किया जा सकता कि एससी-एसटी के भीतर ऐसी श्रेणियां हैं, जिन्हें सदियों से अधिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है. उन्होंने सामाजिक लोकतंत्र की जरूरत पर बीआर आंबेडकर के एक भाषण का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है, ''इतिहास बताता है कि जब नैतिकता का सामना अर्थव्यवस्था से होता है,तो जीत अर्थव्यवस्था की होती है.''
* creamy layer obc me lagu hai( kya aapko lagta hai ki yah obc me fut dalne ki sajis thi)
@@bhuballbcuet2730बिल्कुल
@@bhuballbcuet2730फिर तो जातीजनगनना बहुत जरुरी है, पता तो चले कौन लोग कहा है, मंत्री, MLA, MP, IAS, IPS, PROFESSOR, VICE CHANCELLOR, और सब कुछ पता तो चले 😅
जाटव जाटव करने वालोको, और सबको पता तो चले, जाटवो का भी प्रतिनिधीत्व और बाकी लोगो का प्रतिनिधीत्व भी.. 👌
@@bhuballbcuet2730लेकिन सुप्रीम कोर्ट का ज्यादा तर intrest sub categorisation मे ज्यादा दिख रहा है, यही intrest EWS के Subcatogorisation मे भी होगा क्या🤔
फिर तो EWS मे भी sub categorisation होगा, जैसे ब्राह्मण को 2%, बनीया को 2%, श्रत्रिय को 2% और मुस्लिम को 2% और अन्य को 2% आरक्षण मीलेंगा😇
@@sanket3782 creamy layer phle se lagu hai
* sc st reservation me creamy layer hin lagu hoga( that is reasonable classification)
भारत बंद होना चाहिए, 21 तारीख को विरोध भी होना चाहिए
@redp-pt1tb अच्छा देख लेते है हमलोग भी
@redp-pt1tbबांग्लादेश वाला हाल कर दूंगा फिर प्रधानमंत्री को इस्तीफा देना पड़ जाएगा फिर मोदी भी भाग जाएगा देश छोड़कर😊😊😊
2 अप्रैल 2018 को चंद्रशेखर आजाद भारत को बंद किए थे
और 21 अगस्त 2024 को भी चंद्रशेखर ही ही भारत बंद किए करेंगे जय भीम जय संविधान
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🟥🟦 4-5 जाति ही ST SC का पूरा आरक्षण खा जाते है, तब इन 4 - 5 जातियों को अपने ST SC के जातियों के भाई का याद नहीं आया।
आज जब सुप्रीम कोर्ट ने इन 4- 5 जाति से आरक्षण लेकर असली दबे कुचले ST SC हकदार को उसका आरक्षण देने का आदेश दिया गया तो तब याद आने लगी ST SC एकता 😂😂
अब और कितना मूर्ख बनाओगे ST SC के दबे कुचले जाति को।
छोड़ना होगा आरक्षण उन 4- 5 जातियों को जो ST SC के नाम पे 76 साल से अकेले मलाई खा रहे।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला बिलकुल सही है।
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
हमारे दलित एडवोकेट जिन्दाबाद, बहुजन एकता जिन्दाबाद, जय भीम, जय सविधान❤❤
IAS और गांव का गरीब बच्चा एक बराबर कैसे?
*जस्टिस गवई ने स्पष्ट रूप से कहा है कि राज्य यानी शासन प्रणाली को एक नीति लानी चाहिए, जो अनुसूचित जाति-जनजाति वर्गों में क्रीमी लेयर की पहचान कर सके और इसके आधार पर आरक्षण का लाभ उठाकर समर्थ हो चुके लोगों को इसके दायरे से बाहर किया जा सके। जस्टिस गवई अनुसूचित जाति समाज से आते हैं और अगले साल प्रधान न्यायाधीश बनने वाले हैं। वह केजी बालाकृष्णन के बाद इस समुदाय से प्रधान न्यायाधीश बनने वाले दूसरे जज होंगे।
* जस्टिस बीआर गवई का कहना था कि अधिक पिछड़े समुदायों को तरजीह देना राज्य का कर्तव्य है. एससी-एसटी की श्रेणी में केवल कुछ लोग ही आरक्षण का आनंद ले रहे हैं.उन्होंने कहा कि इस जमीनी हकीकत से इनकार नहीं किया जा सकता कि एससी-एसटी के भीतर ऐसी श्रेणियां हैं, जिन्हें सदियों से अधिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है. उन्होंने सामाजिक लोकतंत्र की जरूरत पर बीआर आंबेडकर के एक भाषण का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है, ''इतिहास बताता है कि जब नैतिकता का सामना अर्थव्यवस्था से होता है,तो जीत अर्थव्यवस्था की होती है.''
* creamy layer obc me lagu hai( kya aapko lagta hai ki yah obc me fut dalne ki sajis thi)
नीतीश जी घोषणा किए हैं हर जाति के बच्चों को उनकी ही जाति का टीचर और हर जाति के मरीज को उनकी ही जाति का डॉक्टर मिलेगा। तब सच्चे मायने में सामाजिक न्याय का सपना पूरा होगा।
21 bharat close Full support
Bihar police ka exam h hum vi paswan h
Mera exam h hum vi paswan h
IAS और गांव का गरीब बच्चा एक बराबर कैसे?
*जस्टिस गवई ने स्पष्ट रूप से कहा है कि राज्य यानी शासन प्रणाली को एक नीति लानी चाहिए, जो अनुसूचित जाति-जनजाति वर्गों में क्रीमी लेयर की पहचान कर सके और इसके आधार पर आरक्षण का लाभ उठाकर समर्थ हो चुके लोगों को इसके दायरे से बाहर किया जा सके। जस्टिस गवई अनुसूचित जाति समाज से आते हैं और अगले साल प्रधान न्यायाधीश बनने वाले हैं। वह केजी बालाकृष्णन के बाद इस समुदाय से प्रधान न्यायाधीश बनने वाले दूसरे जज होंगे।
* जस्टिस बीआर गवई का कहना था कि अधिक पिछड़े समुदायों को तरजीह देना राज्य का कर्तव्य है. एससी-एसटी की श्रेणी में केवल कुछ लोग ही आरक्षण का आनंद ले रहे हैं.उन्होंने कहा कि इस जमीनी हकीकत से इनकार नहीं किया जा सकता कि एससी-एसटी के भीतर ऐसी श्रेणियां हैं, जिन्हें सदियों से अधिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है. उन्होंने सामाजिक लोकतंत्र की जरूरत पर बीआर आंबेडकर के एक भाषण का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है, ''इतिहास बताता है कि जब नैतिकता का सामना अर्थव्यवस्था से होता है,तो जीत अर्थव्यवस्था की होती है.''
* creamy layer obc me lagu hai( kya aapko lagta hai ki yah obc me fut dalne ki sajis thi)
@@SauravKumar-lz6oxjab haq hi nahi rahega to police bankar kiya करेगा बनने के बाद भी तुम्हे ठीक से काम नही करने देगा
@@amitranjan700 hak ki baat ka tumhara hak hai aur general category ke gariba ka nhi , aaj tum aapna hak hak ker rahe , ager tum logo ko aaj tak aarakchhan labh nhi diya esthiti nhi sudhara to kya faida h eska 75 saal me nhi sudhra tum logo ka esthiti matlab ye kaam ka nhi hata do esse, ager labh huaa to ab kitna labh loge ab to labh me ho to aarakhchaann kiss baat ka OR HACCC
अंग्रेज इसीलिए ब्राह्मणो को जज नही बनाते थे अंग्रेजो को मालूम था कि ब्राह्मणो का नियती ठीक नही होता है वह ठीक से न्याय नही करेंगे ।
जय भीम जय कांशीराम नमो बुद्धाय
🟥🟦
🟥🟦 4-5 जाति ही ST SC का पूरा आरक्षण खा जाते है, तब इन 4 - 5 जातियों को अपने ST SC के जातियों के भाई का याद नहीं आया।
आज जब सुप्रीम कोर्ट ने इन 4- 5 जाति से आरक्षण लेकर असली दबे कुचले ST SC हकदार को उसका आरक्षण देने का आदेश दिया गया तो तब याद आने लगी ST SC एकता 😂😂
अब और कितना मूर्ख बनाओगे ST SC के दबे कुचले जाति को।
छोड़ना होगा आरक्षण उन 4- 5 जातियों को जो ST SC के नाम पे 76 साल से अकेले मलाई खा रहे।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला बिलकुल सही है।
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
अंग्रेज किसको जज बनाते थे फिर 😂😂
FIR likhaa dunga Brahmin se khilaaf aisa Comment Crime hai NON Bailable
@@ajitseth2356 🟥🟦
🟥🟦 4-5 जाति ही ST SC का पूरा आरक्षण खा जाते है, तब इन 4 - 5 जातियों को अपने ST SC के जातियों के भाई का याद नहीं आया।
आज जब सुप्रीम कोर्ट ने इन 4- 5 जाति से आरक्षण लेकर असली दबे कुचले ST SC हकदार को उसका आरक्षण देने का आदेश दिया गया तो तब याद आने लगी ST SC एकता 😂😂
अब और कितना मूर्ख बनाओगे ST SC के दबे कुचले जाति को।
छोड़ना होगा आरक्षण उन 4- 5 जातियों को जो ST SC के नाम पे 76 साल से अकेले मलाई खा रहे।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला बिलकुल सही है।
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too woo angrej tumhare sath nya kiya n achhe se , are ullu woo esliye nhi banate the jaude kyunki unhe malm tha yh samaj ka sabse sikchhit verg h
न्यायिक सेवा का बिलकुल गठन होना चाहिए और ये कोलेजियम सिस्टम को bhut jald खतम करना चाहिए
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🟥🟦 4-5 जाति ही ST SC का पूरा आरक्षण खा जाते है, तब इन 4 - 5 जातियों को अपने ST SC के जातियों के भाई का याद नहीं आया।
आज जब सुप्रीम कोर्ट ने इन 4- 5 जाति से आरक्षण लेकर असली दबे कुचले ST SC हकदार को उसका आरक्षण देने का आदेश दिया गया तो तब याद आने लगी ST SC एकता 😂😂
अब और कितना मूर्ख बनाओगे ST SC के दबे कुचले जाति को।
छोड़ना होगा आरक्षण उन 4- 5 जातियों को जो ST SC के नाम पे 76 साल से अकेले मलाई खा रहे।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला बिलकुल सही है।
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
चिराग पासवान जिंदाबाद नंबर वन मुख्यमंत्री बिहार में चिराग पासवान को बनना है
बांग्लादेश जैसा होगा यहां भी अब और अत्याचार नही सहेंगे जय भीम
IAS और गांव का गरीब बच्चा एक बराबर कैसे?
*जस्टिस गवई ने स्पष्ट रूप से कहा है कि राज्य यानी शासन प्रणाली को एक नीति लानी चाहिए, जो अनुसूचित जाति-जनजाति वर्गों में क्रीमी लेयर की पहचान कर सके और इसके आधार पर आरक्षण का लाभ उठाकर समर्थ हो चुके लोगों को इसके दायरे से बाहर किया जा सके। जस्टिस गवई अनुसूचित जाति समाज से आते हैं और अगले साल प्रधान न्यायाधीश बनने वाले हैं। वह केजी बालाकृष्णन के बाद इस समुदाय से प्रधान न्यायाधीश बनने वाले दूसरे जज होंगे।
* जस्टिस बीआर गवई का कहना था कि अधिक पिछड़े समुदायों को तरजीह देना राज्य का कर्तव्य है. एससी-एसटी की श्रेणी में केवल कुछ लोग ही आरक्षण का आनंद ले रहे हैं.उन्होंने कहा कि इस जमीनी हकीकत से इनकार नहीं किया जा सकता कि एससी-एसटी के भीतर ऐसी श्रेणियां हैं, जिन्हें सदियों से अधिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है. उन्होंने सामाजिक लोकतंत्र की जरूरत पर बीआर आंबेडकर के एक भाषण का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है, ''इतिहास बताता है कि जब नैतिकता का सामना अर्थव्यवस्था से होता है,तो जीत अर्थव्यवस्था की होती है.''
* creamy layer obc me lagu hai( kya aapko lagta hai ki yah obc me fut dalne ki sajis thi)
@@bhuballbcuet2730लेकिन सुप्रीम कोर्ट का ज्यादा तर intrest sub categorisation मे ज्यादा दिख रहा है, यही intrest EWS के Subcatogorisation मे भी होगा क्या🤔
फिर तो EWS मे भी sub categorisation होगा, जैसे ब्राह्मण को 2%, बनीया को 2%, श्रत्रिय को 2% और मुस्लिम को 2% और अन्य को 2% आरक्षण मीलेंगा😇
You are right 👍
बसपा सिर्फ कमजोर हुई है तो यह हाल है यदि बसपा खत्म हो गई तो दलितो का हालचाल पुछने वाला कोई नही होगा । इस टाइम इन्डी, पिण्डी वाले लगता है मर गए है ।
जय भीम जय कांशीराम जय बसपा
अरे भाई कल से कांग्रेस 9 अगस्त को जातिवाद जनगणना अभियान चल रही है
@@AshishKumar-qx7ns कांग्रेस भी अपने सासन मे वही करती है जो भाजपा कर रही है
@@ajitseth2356 कांग्रेस क्रीमी लेयर का ही मुद्दा उठाएगी कोटा में कोटा का ही मुद्दा उठाएगी इसीलिए तो अभियान चला रही है
@@AshishKumar-qx7nsअभी पिछले माह की बात है कांग्रेस शासित राज्य कर्नाटक मे अनसुचित जाति के विकास के पैसे का घोटाला हुआ है राहुल गांधी इस मुद्दे पर चुप है लगता है मर गए है
बिल्कुल सही
सुप्रीम कोर्ट से बामन जजो का कब्जा हटाव देश के जमीन का समान बटवारा बहुजन समाज मे होना चाहिए अब हम बहुजन मुलनिवासी है ईस देश के...
Bahujan Africa se aaye hain.Sabko Africa Bhejo.
मनुवादी ब्राह्मन अभी भी अंग्रेजों वाली सोच पर काम कर रहा है
जनता को दो टोकडो में बाट दो ओर देश पर राज करो
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🟥🟦 4-5 जाति ही ST SC का पूरा आरक्षण खा जाते है, तब इन 4 - 5 जातियों को अपने ST SC के जातियों के भाई का याद नहीं आया।
आज जब सुप्रीम कोर्ट ने इन 4- 5 जाति से आरक्षण लेकर असली दबे कुचले ST SC हकदार को उसका आरक्षण देने का आदेश दिया गया तो तब याद आने लगी ST SC एकता 😂😂
अब और कितना मूर्ख बनाओगे ST SC के दबे कुचले जाति को।
छोड़ना होगा आरक्षण उन 4- 5 जातियों को जो ST SC के नाम पे 76 साल से अकेले मलाई खा रहे।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला बिलकुल सही है।
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
Bahujan Ka DNA Africa Se Hai
Bhik mango hamse tereko de denge jamin
जय भीम जय संविधान जय मुल निवासी
21 अगस्त हो। भारत बंद हो
MERA LOARA BAND HOGA
@@AmitPanday-uq2me क्या हुआ तुम्हारा बहन को कोई लेकर भाग गया जो इतना गुस्सा देखा रहे हो सेल
😂😂👏👏@@khansirresarch0.2M
@@khansirresarch0.2M kitna goo kyoge reservation ka 😂😂 kabhi tobhi apne dam pe bano
एससी एसटी के गरीब लोगों की आड़ में बहुत बड़ी चाल खेल दी गई है। जिसका भयंकर विरोध जरूरी है।
जय भीम बाबा साहेब आंबेडकर अमर रहें
भारत बंद भारत बंद करने का ऐलान
😂😂
अगर क्रीमी लेयर लगाना है तो सब जगह लगाए। जज का बेटा जज वकील नहीं बनेंगे, नेता का बेटा नेता नहीं बने, जाति छुआ छूत खत्म करों। हिम्मत है तो ऐसा कानून बनाओ जो सबको बराबर अधिकार और सम्मान मिले।।
में प्रमोद पासवान दुसाध अनुसूचित जाति जनजाति मुजफ्फरपुर बिहार से पूरे भारत जय भीम जय भीम भाई सबको मेरे तरफ पूरा भारत बंद बद
एसी कॅटेगिरी की सब लोगो ने बडी दादा पर मोर्चे निकालने चाहिये
Bahut bada aandolan hoga.( Jai bhim 💙)
533 में से 524 सुदामा ने कब्जा कर रखी है।
9 सीटों मेंOBC, SC, ST लोगों ने स्थान पाया है।
और गलतफहमी फैला रहे हैं की आपके हिस्से का कोटा मतलब ST, SC, OBC के कोटा में सारा हिस्सा #दबंग ST, SC, OBC खा रहे हैं हकीकत आपके सामने है। वो सारा हिस्सा खा रहे हैं और बहुजनों को आपस में लड़ा रहे है
बिल्कुल सही बात है
21 को पूरा भारत बंद
Bharat band 21 August
Right thanks 🙏🙏
Mehnat se lete h aarkshanbhagat nahi h general OBC vale tum ko aadat h free ka khane ki
OBC ko kyo ghsit raha hai
सबसे ज्यादा दुखी चमार, पासवान, पासी है गरीब sc मंझी, नट, भुइयां, राजबार, भोगता, तुरी के हित में ये फैसला है
आरक्षण सिर्फ 10 साल के लिए लागू किया गया था मगर 70 साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी अगर किसी समाज की उन्नति नहीं है तो वह इस जन्म में कभी उन्हें तीन नहीं कर सकता इसलिए अब आरक्षण समाप्त हो आरक्षण का आधार अगर देना है तो आर्थिक आधार पर दिया जाना चाहिए
नितीश कुमार को सबक सिखाए बिहार की जनता .
आरक्षण के लिए हमें जान भी देना होगा तो हम सब पीछे नहीं हटेंगे ❤❤❤❤❤
जो जहाज एसटीएससी का आरक्षण को हटाने की बात किया उसको सुप्रीम कोर्ट का जज पदों से हटाए दियाजाए
21Aug sampuran Bharat Close
Advocate Ji jindabad
जोरदार प्रदर्शन होगा और जरूर होगा ।
जय भीम 💙💙💙 जय भारत🇮🇳🇮🇳🇮🇳
रामबिलास के चक्कर में दलित महादलित चिराग पासवान के चक्कर में कोटे में कोटा वाह क्या बाप बेटा का राजनीतिक कैरियर हैं 😂😂😂😂
Tumko pta is nirnaya virodh kiye chirag paswan jee
@@aashishkumarji3085to alag kyon nahi hue party se aaj alag ho jae..... supreme court bhi maujuda sarkar ke niche lag kar ye decision le rahi hae....
Tum faaltu ka Gyan mat do ...
Chirag paswan against hai
Tumko koi jaan raha hai aaj to ...bua Ramvilas paswan ke chalte...
भाई बिलकुल सही कहा ।
OBC SC St
जय संविधान
जय सम्राट ⚔️💪🔥 कुशवाहा
IAS और गांव का गरीब बच्चा एक बराबर कैसे?
*जस्टिस गवई ने स्पष्ट रूप से कहा है कि राज्य यानी शासन प्रणाली को एक नीति लानी चाहिए, जो अनुसूचित जाति-जनजाति वर्गों में क्रीमी लेयर की पहचान कर सके और इसके आधार पर आरक्षण का लाभ उठाकर समर्थ हो चुके लोगों को इसके दायरे से बाहर किया जा सके। जस्टिस गवई अनुसूचित जाति समाज से आते हैं और अगले साल प्रधान न्यायाधीश बनने वाले हैं। वह केजी बालाकृष्णन के बाद इस समुदाय से प्रधान न्यायाधीश बनने वाले दूसरे जज होंगे।
* जस्टिस बीआर गवई का कहना था कि अधिक पिछड़े समुदायों को तरजीह देना राज्य का कर्तव्य है. एससी-एसटी की श्रेणी में केवल कुछ लोग ही आरक्षण का आनंद ले रहे हैं.उन्होंने कहा कि इस जमीनी हकीकत से इनकार नहीं किया जा सकता कि एससी-एसटी के भीतर ऐसी श्रेणियां हैं, जिन्हें सदियों से अधिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है. उन्होंने सामाजिक लोकतंत्र की जरूरत पर बीआर आंबेडकर के एक भाषण का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है, ''इतिहास बताता है कि जब नैतिकता का सामना अर्थव्यवस्था से होता है,तो जीत अर्थव्यवस्था की होती है.''
* creamy layer obc me lagu hai( kya aapko lagta hai ki yah obc me fut dalne ki sajis thi)
@@bhuballbcuet2730EWS kyu nahi वर्गीकरण हुआ
@@bhuballbcuet2730लेकिन सुप्रीम कोर्ट का ज्यादा तर intrest sub categorisation मे ज्यादा दिख रहा है, यही intrest EWS के Subcatogorisation मे भी होगा क्या🤔
फिर तो EWS मे भी sub categorisation होगा, जैसे ब्राह्मण को 2%, बनीया को 2%, श्रत्रिय को 2% और मुस्लिम को 2% और अन्य को 2% आरक्षण मीलेंगा😇
@@bhuballbcuet2730
पहले EWS में वर्गीकरण होना चाहिए
इसमें भी बहुत गरीब है उनको लाभ नहीं मिल रहा है सब मलाई एक ही समाज खा जा रहा है
@@amitranjan700 creamy layer lagu hai
Pura dalit samaj ko ek ho jana chahiye
21 अगस्त को भारत बंद जय भीम जय भारत
Hall bol ho ke rahega.Bharat band 21August2024.utho jago Bahujan bhaiyon.Apne Adhikar ko Chhinlo.ab ek hi Rasta h.pls Janhit m jari.🙏
21 August 2024 ko Pura bharat close
👍🏻👍🏻
Jai Bhim
21 August ko andolan hoga aur eet say eet baja dengay
भारतीय न्यायिक सेवा का गठन होना चाहिए और इस परीक्षा को पास करने वाले ही जज बनेंगे UPSC कि तरह
सुप्रीम कोर्ट से ब्राह्मण जजो का कबजा हटाओ सभी जातीयो को हीसे दारी मीले जय किसान जय भीम
सब स्वार्थी है l सामाजिक न्याय वाला resign करे
पूरा भारत बंद होना चाहिए हम सब तैयार है पान समाज को न्याय मिलना चाहिए मधेपुरा
21 को बंद
सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय दलितों के साथ पूरा न्याय करता है. दलितों और अनुसूचित जनजाति में सैकड़ो जातियों को अब न्याय मिलेगा. दलितों में मुसहर, डोम, नेटुआ जैसी अनेकों जातियाँ अभी आरक्षण के लाभ से वंचित हैं.
अब सबको न्याय मिलेगा. 👌
मेरा पूरा साथ है बहुजन के साथ sc,st,obc जिंदाबाद
जय भीम
जय संविधान 💙💙
JAI BHIM
LEKIN SC, ST MAT KER
जीतन राम मांझी जी बीजेपी का कमियां गिरी करने के लिए बीजेपी में शामिल हुए हैं
IAS और गांव का गरीब बच्चा एक बराबर कैसे?
*जस्टिस गवई ने स्पष्ट रूप से कहा है कि राज्य यानी शासन प्रणाली को एक नीति लानी चाहिए, जो अनुसूचित जाति-जनजाति वर्गों में क्रीमी लेयर की पहचान कर सके और इसके आधार पर आरक्षण का लाभ उठाकर समर्थ हो चुके लोगों को इसके दायरे से बाहर किया जा सके। जस्टिस गवई अनुसूचित जाति समाज से आते हैं और अगले साल प्रधान न्यायाधीश बनने वाले हैं। वह केजी बालाकृष्णन के बाद इस समुदाय से प्रधान न्यायाधीश बनने वाले दूसरे जज होंगे।
* जस्टिस बीआर गवई का कहना था कि अधिक पिछड़े समुदायों को तरजीह देना राज्य का कर्तव्य है. एससी-एसटी की श्रेणी में केवल कुछ लोग ही आरक्षण का आनंद ले रहे हैं.उन्होंने कहा कि इस जमीनी हकीकत से इनकार नहीं किया जा सकता कि एससी-एसटी के भीतर ऐसी श्रेणियां हैं, जिन्हें सदियों से अधिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है. उन्होंने सामाजिक लोकतंत्र की जरूरत पर बीआर आंबेडकर के एक भाषण का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है, ''इतिहास बताता है कि जब नैतिकता का सामना अर्थव्यवस्था से होता है,तो जीत अर्थव्यवस्था की होती है.''
* creamy layer obc me lagu hai( kya aapko lagta hai ki yah obc me fut dalne ki sajis thi)
नौवीं अनुसूची में डाला जाए
मेरा पूरा समर्थन है दलित आरक्षण की रक्षा के लिए जय भीम 🙏 जय संविधान जय मूलनिवासी जय बहुजन
21 अगस्त 2024 का संपूर्ण भारत एससी एसटी बंद करेगा बाबासाहेब अंबेडकर जिंदाबाद मूल निवासी sc st jindabad ✅✅✅💙💙💙💙💙💙💙💙
उप वर्गीकरण जिंदाबाद
मिलकर अपने आरक्षण रक्षा करे...
सभी एसटी/एससी साथ में आय...💪💪💪💪
जब इतना ही ताकतवर हैं, तो रिजर्वेशन की जरूरत है।
हम सब दलित एक होकर लड़ लेगे सर जी छोड़ दीजिए। जीतन राम मांझी।।
Super ved Prakash ji aap bahut achcha media hai
एससी समाज में मुस्लिम समाज को भी आरक्षण दिया जाना चाहिए ताकि उनका भी जीवन स्तर शुद्र
100%sahi kaha bhai aapne salute hai aapko bhai hum aapki baat se sahmat Hain sir Jay Bheem Jay Bharat Jay sambidhan namo buddhay sabhi log AEK hokar lado bhai
क्लोजिंयम सिस्टम बंद होना चाहिए यह भारत के बहुत ही खिलाफहै एससी एसटी ओबीसी सभी एक हो जाइए अपनी एकता दिखाइए
वो सभी लोग जो आज तक आरक्षण का लाभ नहीं ले सके है उनको ऐसे लोगों को ऐसे लोगों से दूर रहना होगा।
चंद्रशेखर भैया आज सांसद भवन में इस मुद्दा को उठाए है कल SC ST ke Mamla ko
Only bsp.. Chandu congress k product hai
@@Himanshusingh-hh7vjIAS और गांव का गरीब बच्चा एक बराबर कैसे?
*जस्टिस गवई ने स्पष्ट रूप से कहा है कि राज्य यानी शासन प्रणाली को एक नीति लानी चाहिए, जो अनुसूचित जाति-जनजाति वर्गों में क्रीमी लेयर की पहचान कर सके और इसके आधार पर आरक्षण का लाभ उठाकर समर्थ हो चुके लोगों को इसके दायरे से बाहर किया जा सके। जस्टिस गवई अनुसूचित जाति समाज से आते हैं और अगले साल प्रधान न्यायाधीश बनने वाले हैं। वह केजी बालाकृष्णन के बाद इस समुदाय से प्रधान न्यायाधीश बनने वाले दूसरे जज होंगे।
* जस्टिस बीआर गवई का कहना था कि अधिक पिछड़े समुदायों को तरजीह देना राज्य का कर्तव्य है. एससी-एसटी की श्रेणी में केवल कुछ लोग ही आरक्षण का आनंद ले रहे हैं.उन्होंने कहा कि इस जमीनी हकीकत से इनकार नहीं किया जा सकता कि एससी-एसटी के भीतर ऐसी श्रेणियां हैं, जिन्हें सदियों से अधिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है. उन्होंने सामाजिक लोकतंत्र की जरूरत पर बीआर आंबेडकर के एक भाषण का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है, ''इतिहास बताता है कि जब नैतिकता का सामना अर्थव्यवस्था से होता है,तो जीत अर्थव्यवस्था की होती है.''
* creamy layer obc me lagu hai( kya aapko lagta hai ki yah obc me fut dalne ki sajis thi)
हमारे लोग जितना सड़क पर संघर्ष करेंगे और अपने लोगों के ऊपर हो रहे अत्याचार के खिलाफ बुलंद आवाज और पुरजोर विरोध जरूरी है।
Jay bhim patna district se
माननीय सुप्रीम कोर्ट के फैसले का समर्थन करते हैं और 21 अगस्त को भारत बंद का विरोध करते हैं
बहुत सही सर हम सब मिलकर के चक्का जाम करेंगे और इन पाखंडी मनुवादी को जी मत बोला करिए जय भीम नमो बुद्धाय।
सभी एससी, एसटी वर्ग को 21अगस्त को भारत बंद कर इस फैसला को वापस करवाना है।
आजकल यह हाल हो गया है जो हम लोग ओबीसी और जनरल के फीस पर पढ़ते हैं । उनका फ्री स्कूल माफ करके हम लोगों से लिया जाता है आज वही लोग थोड़ा शिक्षित होकर हमें ही गाली देरहे हैं😢😢😢😢😢
हम सब आपके साथ है
वापस होना चाहिये ये फैसला
आंदोलन होना चाहिए जोरदार
आज भी हम देख सकते हैं जो जनजाति पिछड़ी जाति है उनसे भेदभाव किया जाता है और मंदिरों में भी आज भी उनको नहीं आने दिया जाता है और हम सब ने इस लड़ाई को जितना है अगर आज हम कुछ नहीं कर पाए तो आने वाले कल मैं हम कुछ नहीं कर पाएंगे हम सब ने एक झूठ होना है जय भीम 🙏🙏🙏🙏🙏
चंद्रशेखर आजाद अगला प्रधानमंत्री चंद्रशेखर आजाद के सामने कोई नही बोल रहा है संसद भवन में चंद्रशेखर आजाद चंद्रशेखर सर मामला उठा दिए है
I love Chandrashekhar Ravan
Only Asp
जय भीम बाबा साहेब आंबेडकर अमर रहें ❤❤❤❤❤ 9:25 ❤
Best,repoter,bedprakashji
JAI bheem jai bharat namo buddhay Jai savidhan Jai mulnivasi ki jai
JAI jatav ji ki
Ghaziabad UP 14
Chandra SHAKHAR Azad Sahib JINDABAD 🫖🫖🫖🫖🫖🫖💙💙💙
आंदोलन,रुकना नही चाहिए,,,,,,,,,,,,, हर बार आंदोलन लगे रहिए
बिल्कुल सही यही होना चाहिए जो सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया है वही होना चाहिए अक्सर छोटी मछलियों को बड़ी मछलियां खा जातीहै
Ved sir,very good speech.jai bhim jai bharat jai samvidhan.
पब्लिक को तकलीफ देने वाले जॉर्ज कभी भी न्याय नहीं दे सकतीनहीं इसलिए उन सब को हटाए दिया जाए
21 अगस्त भारत बंद 💯💯💯% सभी sc st obc के सभी साथी एक बल के साथ घर से बाहर निकले अपने अधिकार के लिए जय भीम
श्रीलंका के बाद बंगलादेश में हुआ अगला नंबर भारत का है
अब राहुल गाँधी जी कहाँ चले गए केवल इनको दलितो का वोट चाहिए ये सब मनुvadi है
Sc st obc ekta jindabad 🇮🇳💙🫂
सारा सरकारी नौकरी पे कब्जा पासी, चमार, पासवान का है कितने कितने गरीब sc को आगे बढ़ाने का काम किए हो आप सब खुद आगे बढ़ने के बाद जितने भी अंबेडकर हॉस्टल है 98% यही लोग कब्जा किए हुएं है
तू नाले में रहता है क्या 75 साल से तूझे भी आजादी 1947 ई में ही थी तो तू कहा गाड़ मरा रहा था ये लोग तेरा हिस्सा खा लिया अबे साले अगर इतना ही है तो अलग से ews सुदामा कोटा जैसे क्यों नहीं मांग लिया आरक्षण 👉🤔🤔
Jai bhim jai samidhan Jai ved Parkash bhaiya aap super man hai 🇮🇳❤❤❤❤❤❤
कॉलेजीएम सिस्टम हटाओ का भी साथ साथ नारा होना चाहिए
Bhim army jindabad
यह असंवैधानिक नियम जल्द वापस हो।
Sc/ST आरक्षण मिलना चाहिए
हमलोग पूरे देश मैं चक्का जाम कर देंगे
Hamko karna hee padega Warna arakshan khatam ho jaega
@@naturedeserverespect3164IAS और गांव का गरीब बच्चा एक बराबर कैसे?
*जस्टिस गवई ने स्पष्ट रूप से कहा है कि राज्य यानी शासन प्रणाली को एक नीति लानी चाहिए, जो अनुसूचित जाति-जनजाति वर्गों में क्रीमी लेयर की पहचान कर सके और इसके आधार पर आरक्षण का लाभ उठाकर समर्थ हो चुके लोगों को इसके दायरे से बाहर किया जा सके। जस्टिस गवई अनुसूचित जाति समाज से आते हैं और अगले साल प्रधान न्यायाधीश बनने वाले हैं। वह केजी बालाकृष्णन के बाद इस समुदाय से प्रधान न्यायाधीश बनने वाले दूसरे जज होंगे।
* जस्टिस बीआर गवई का कहना था कि अधिक पिछड़े समुदायों को तरजीह देना राज्य का कर्तव्य है. एससी-एसटी की श्रेणी में केवल कुछ लोग ही आरक्षण का आनंद ले रहे हैं.उन्होंने कहा कि इस जमीनी हकीकत से इनकार नहीं किया जा सकता कि एससी-एसटी के भीतर ऐसी श्रेणियां हैं, जिन्हें सदियों से अधिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है. उन्होंने सामाजिक लोकतंत्र की जरूरत पर बीआर आंबेडकर के एक भाषण का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है, ''इतिहास बताता है कि जब नैतिकता का सामना अर्थव्यवस्था से होता है,तो जीत अर्थव्यवस्था की होती है.''
* creamy layer obc me lagu hai( kya aapko lagta hai ki yah obc me fut dalne ki sajis thi)
21 August ko apni akjutata ka parichaya de sabhi dalit samaj,parantu santipuravak se mere bhai
We are ready to revolution.
Jay Bheem Jay Bharat
Jay moolnivasi
Jay saman sangh
Namo Budhhay
माननीय सुप्रीम कोर्ट का वर्गीकरण का विषय सही है. Sc वंचित जाती को लाभ मिलेगा जय संविधान सुप्रीम कोर्ट का मैं स्वागत करता है
Foot dalo raaj kro suna h. Wahi h foot dalo raaj kro. Yeh SC ST ki ekta ko hjm nhi kr paaye isliye sc ko todna h inko
IAS और गांव का गरीब बच्चा एक बराबर कैसे?
*जस्टिस गवई ने स्पष्ट रूप से कहा है कि राज्य यानी शासन प्रणाली को एक नीति लानी चाहिए, जो अनुसूचित जाति-जनजाति वर्गों में क्रीमी लेयर की पहचान कर सके और इसके आधार पर आरक्षण का लाभ उठाकर समर्थ हो चुके लोगों को इसके दायरे से बाहर किया जा सके। जस्टिस गवई अनुसूचित जाति समाज से आते हैं और अगले साल प्रधान न्यायाधीश बनने वाले हैं। वह केजी बालाकृष्णन के बाद इस समुदाय से प्रधान न्यायाधीश बनने वाले दूसरे जज होंगे।
* जस्टिस बीआर गवई का कहना था कि अधिक पिछड़े समुदायों को तरजीह देना राज्य का कर्तव्य है. एससी-एसटी की श्रेणी में केवल कुछ लोग ही आरक्षण का आनंद ले रहे हैं.उन्होंने कहा कि इस जमीनी हकीकत से इनकार नहीं किया जा सकता कि एससी-एसटी के भीतर ऐसी श्रेणियां हैं, जिन्हें सदियों से अधिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है. उन्होंने सामाजिक लोकतंत्र की जरूरत पर बीआर आंबेडकर के एक भाषण का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है, ''इतिहास बताता है कि जब नैतिकता का सामना अर्थव्यवस्था से होता है,तो जीत अर्थव्यवस्था की होती है.''
* creamy layer obc me lagu hai( kya aapko lagta hai ki yah obc me fut dalne ki sajis thi)
ये आरक्षण खत्म करने की तरफ कदम ये नौकरियों को उच्च जतियो की तरफ ले जाने का कार्य हैं बहुजनो सम्भल जाओ
@@shamshersinghgk99trt64 सालाना आय 8 लाख रुपये से कम है. साथ ही अभ्यर्थी के पास पांच एकड़ से कम जमीन होनी चाहिए. इसके अलावा आवेदक का घर 1000 वर्ग फीट से कम होना चाहिए
*यही sc st लागू किया जा सकता है sc st में 8 लाख से कम कमाई करते हैं उनको reservation milega
*जो 8 लाख से ज्यादा कमाई करते हैं उसके लिए सरकार के पास पावर होगी कि उसको कितना आरक्षण देगी या अनारक्षित श्रेणी में रखेगी जो सबके लिए है
@ईससे गरीबsc st को मदद मिलेगी
जय भीम जय संविधान नामोबुध्दाय... 🙏🏻💐🙏🏻
Raju Jay Bheem
भारत बन्ध भारत बन्ध जय भीम जय मूलनीवासी
Chirag paswan jindabad❤❤❤❤❤
इसके लिए आन्दोलन होना चाहिए ❤❤❤
Next CM And PM Bhai Ajad
भारत होना चाहिए
हमारा पुरा सपोर्ट हैं l हमें अपने आरक्षण,हक , अधिकार मिलने चाहिए l भारत बंद होना चाहिए
आरक्षण का बंटवारा करने से अच्छा है।सबका प्रतिनिधित्व सब जगह सब समाज का प्रतिनिधित्व होना चाहिए।