@@CSCAADHARUPDATE जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय
तो क्या चुपचाप बैठ कर तमाशा देखते रहे और सब आदिवासियों को ईसाई धर्म में परिवर्तन करने दे? जिस प्रकार विकास करना जरूरी है उसी प्रकार आदिवासियों का धर्म संस्कृति को बचाना भी जरूरी है।
विधायक जी आदिवासी त्योहार करम पर्व का अवकाश क्यों नहीं दिला पा रहीं हैं। बीजेपी विधायक आदिवासी कि बात करना बंद कर दिजीऐ या 14 सितंबर 2024 को अवकाश दिलाए।
आदिवासी अगर हिन्दू नहीं है सनातनी नहीं है तो हम आदिवासी लोगों का जनसंख्या इतना कम क्यों है आदिवासी सनातनी हैं और जो आदिवासी पहले होसियार हो गए और अपनी प्राकृतिक पुजा को नहीं छोड़ा है वह आज भी करते हैं सब हिन्दु भी करते हैं।
@@shilaoraon2142 हर हिन्दू प्राकृतिक की पुजा करता है इससे जाहिर होता है कि आदिवासी ही विकसित होकर हिन्दू धर्म या सनातन धर्म को बनाया है वह चाहे कितना भी विकसित हो गया लेकिन आज भी सब प्राकृतिक कि पुजा करते हैं हर हिन्दू।
ऐसे लोग अपने बेटा की शादी ब्राह्मण की बेटी से करवा के दिखा दे तब मानेंगे हम कि राय मुनी जैसी लोग और कृपा शंकर भगत जैसे लोग हिंदू हैं आदिवासी ब्राह्मणों के किसीवर्ण व्यवस्था नहीं आते हैं आदिवासियों का अपना खुद का व्यवस्था है आदिवासी की पूजा पद्धति है आदिवासी रीति रिवाज से सभी पूजा पाठ किए जाते हैं ना कि ब्राह्मण रीति रिवाज से यह तक की शादी विवाह भी आदिवासी रीति रिवाज से किया जाता है जन्म हो मरण हो सारी क्रिया कर्म आदिवासी रीति रिवाज से किया जाता है तो कहां से आदिवासी हिंदू हैं जाति में आदिवासियों का जबरजसति जाति प्रमाण पत्र में ब्राह्मणों के द्वारा हिंदू लिखाया गया नाम के केवल आदिवासी हिंदू है राजनीतिक फायदे के लिए मनुवादी विचारधारा के लोग आदिवासियों को हिंदू बोल रहे हैं मनुवादी लोग की देश में मात्र 3% आबादी है जो कल तक अपने धर्म मन्दिर में जाने तक नहीं देते थे छुआछूत मानते थे आज भी यही हाल है 😡🏹
@@ankirtsunyani8026naam rakh dene se kisi ka dhram change nahi ho jata aur rahi baat jab adivasi kshetra ka demography change hua toh hindu logo ke sampark me ane se adiwasiyo ke naam me bhinnata aane lagi😊
@@rajnishlinda जब तुमको हिंदू और आदिवासियों के बारे में 25 पैसा का भी ज्ञान नहीं है तो फिर तुम बिना मतलब का बहुत बड़ा विद्वान क्यों बन रहा है? क्या तुमको पता है कि हिंदुओं के धर्म ग्रंथ रामायण और महाभारत में आदिवासियों का वर्णन किया गया है। और एक बात सिर्फ उरांव जाति के लोग ही आदिवासी नहीं है बल्कि हमारे देश में 700 से भी अधिक आदिवासी जातियां रहती है और झारखंड के खड़िया,उरांव और मुंडा जातियों के कुछ लोगों को छोड़ कर बाकी सभी लोग हिंदू संस्कृति का पालन करते हैं।
@@rajnishlinda क्या तुम अपने किसी बच्चे का नाम विष्णु रखोगे? जब तुमको बाइबल और ईसा मसीह के अलावा कुछ भी ज्ञान नहीं है तो फिर बिना मतलब तुम बहुत बड़ा विद्वान क्यों बन रहे हो?Q.1,क्या तुमको पता है कि हिंदुओं के धर्म ग्रंथ रामायण और महाभारत में भी आदिवासियों का वर्णन किया गया है।Q.2,क्या तुमको पता है कि भारत के संविधान में भी आदिवासियों को हिंदू माना गया है।Q.3, क्या तुमको पता है कि भारत की सबसे पुरानी सभ्यता सिंधु घाटी सभ्यता की खुदाई में भी भगवान शिव का मूर्ति मिला है।
हिन्दू उरांव , सरना उरांव, व ईसाई उरांव यह वर्गो में दिखा कर बता कर हम अपनी ताकत को क्यो बाट रहे है हम सब एक है एक दूसरे से क्यो बैर उरांव होना हमारे लिए गर्व की बात है ।
पढो लिखो किसी भी धर्म को मानने से पहले जानो समझो खोज करो वास्त्विकता को आदिसीयों का धर्म संस्कृती रीति रिवाज पुजा पद्धति परब त्योहार किसी भी धर्म ग्रंथो से नहीं मिलता जूलता खोज करो किसी भी धर्म ग्रंथ मे करमा,ख़द्दी ,टुंटा सोहरइ तुसगो का उल्लेख नही है जनो तब मनो आदिवासी मूलवासी प्राकृतिक पुजक है जय धर्मे
Vidhayak manniye Raymuni bhagat ek oraon aadivasi hai jo BJP ke gulaam me hai aur BJP tatha RSS ke liye kam kar rahi hai apni jati ke liye nahin. Isiliye wah rajnaitik bate kar rahi hai
हर एक मनुष्य को किसी भी धर्म मानने का अधिकार होना चाहिए, इसलिए नहीं की संविधान हमें इसकी इजाजत देता है। आदिवासी हिन्दू धर्म भी इस्लाम भी ईसाई भी और सरना धर्म भी माने, लेकिन सभी आदिवासियों को एक होना ही होगा,ऐसा करना आदिवासी हित में ही होगा ।
छत्तीसगढ में कितने मंत्री है उरांव समाज से किसी उरांव विधायक को मंत्री बनाए तब हिंदू ईसाई की बात करो cm खुद ईसाई स्कूल में पढ़ा और सबसे ज्यादा छिड़ता है ईसाई से उस समय ईसाई स्कूल भी हिंदू को नही पढ़ाएंगे बोलते तो कही भैंस चरा रहा होता
@@Qeung हम नहीं तुम लोग जिस थाली में खा रहे हो वहीं पर छेद कर रहे हो। तुम लोग भारत का खा रहे हो और इटली,इंग्लैंड और अमेरिका जैसे मिशनरी देश का एजेंटी कर रहे हो। इसलिए जब देश में कोई संकट आता है तो देश के सहयोग के लिए एक रुपया भी तुम लोग और तुम्हारा चर्च नहीं देते हो। जबकि चंदा के नाम पर करोड़ों रुपए तुम लोग विदेश भेज रहे हो।जो भारत सरकार तुम लोगों को पक्का घर,शौचालय,गैस कनेक्शन,बिजली,राशन,खेती करने के लिए पैसा,तुम्हारे मिशनरी स्कूलों को अनुदान और तुम्हारे शिक्षकों को वेतन दे रही है। इतना करने के बावजूद भी तुम लोग भारत सरकार को सपोर्ट नहीं करके उल्टा गाली देते हो।
यह लोग हिंदू धर्म अपने हुए आदिवासी लोग हैं यह भी कन्वर्टेड की श्रेणी में आते हैं। असली आदिवासी कोई धर्म को नहीं मानता सिर्फ अपना आदिवासी और प्राकृतिक धर्म को मानता है।
आदिवासी सनातन है वही हिंदू के नाम से जाना जाता है बाकी सब सरना धर्म बाद में नाम दिया गया है महादेव पार्वती राम को जो मानता है बूढ़ी दाई धरती माई को चांद सूरज को मानता है वही भारती है बाकी सब बाहरी धर्म को अपनाए लोग हैं नही तो आज बिरसा मुंडा भी ईसाई होता।
तो फिर तुम लोग नेताओं के चक्कर में क्यों पड़ते हो? तुम लोग भी तो पढ़े लिखे हो ना तुम्हारा भी तो दिमाग है ना। क्या तुम लोग क्या सही है और क्या गलत है यह नहीं जान पाते हो? यह मामला तो प्रशासन और आदिवासियों के बीच का था न, तो फिर बंधन तिग्गा बीजेपी और रायमुनी को बीच में क्यों घसीट रहा है।छोटा सा मामला के लिए महरौली करके राजनीति करने की क्या जरूरत है, सिर्फ गांव के कुछ लोगों को मिलकर प्रशासन के पास जाना था और चाबी ले लेना था। हां अगर चाबी नहीं मिलती तो उसके बाद रैली हो या फिर महारैली करने की जरूरत होती।
विधायक काैन सा उराँव खुद है बात करती है ये नेता है रायमुनी ताे काई पीढ़ी का पैसा कमा ली है उसकाे क्या चिंता है जशपुर के लाेग बेवकूब है साब नेतागिरी काे समझ नहीं आ रहा है लाेगाें का आपस में लाेगाें लड़ाते रहेगें इसलिए साेच समझ के वाेट देना था अब भुगताे जशपुर वाशियाें
आदिवासी कौंन? आदिवासी ना जाति है ना धर्म है आदिवासी एक समुदाय है आदिवासी एक परिवार है आदिवासी एक कुटुम्ब है आदिवासी एक कोम है आदिवासी एक नस्ल है आदिवासी एक कबिलाई है आदिवासी ना आस्तिक है आदिवासी ना नास्तिक है आदिवासी तो वास्तविक है आदिवासी धर्मपूर्वी है आदिवासी ना वैदिक हिन्दू धर्मी है आदिवासी ना ईसाई क्रिश्चियन धर्मी है आदिवासी ना सिक्ख,जैन, बौद्ध हैं आदिवासी ना कोई मुस्लिम समाज है ☝️☝️☝️ तो फिर आप इस बात को क्लीयर कीजिए 👇👇👇 कि आदिवासी समुदायों का कोई धर्म ग्रंथ या मत या पंथ कुछ नहीं है तो फिर किस आधार से आस्तिक हुए कोई सही उल्लेख बताइए 😆 आदिवासी धर्मी नहीं बल्कि धर्मपूर्वी हैं आदिवासी समुदायों में 👇👇👇 Hindu code Bill, Hindu civil code लागू नहीं होता है 👉(१) Hindu marriage act 1955 👉(२) Hindu succession & amendment act 2005 👉(३) The Hindu adoption & mentenence act 1956 👉(५) The Hindu minority & Guardianship act 1956 👇👇👇 आदिवासी समुदायों में Christian civil code लागू नहीं होता है 👇👇👇 👉(1) The Christian marriage act 1872 👉(2) The Indian divorce & amendment act 2001 👉(3) Guardianship & warld act 1890 👉(4) The Indian succession act 1925 👉(5) The Parciyan marriage & divorce act 1936 ☝️☝️☝️ इन तमाम कानून आदिवासी समुदायों में लागू नहीं होता है तो फिर आप इस बात को क्लीयर कीजिए कि आदिवासी समुदाय एक हिन्दू धर्मी कैसे ? आदिवासी समुदाय एक ईसाई क्रिश्चियन धर्मी कैसे? सही सही जानकारी बताइए 😆
धर्म चाहे जो भी हो क्योंकि ये व्यक्ति का अधिकार है जो की सविधान द्वारा प्रदत्त है पर उनका जाती एक होना चाहिए क्योंकि जाती और धर्म दो अलग अलग चीजें हैं। इस चीज को सभी आदिवासी को समझना होगा। आप कोई धर्म अपना सकते हैं जो आपको अच्छा लगे पर जाती के नाम पर हमे बटना नही चाहिए नही तो हमारा सर्वनाश निश्चिंत है। सरकार हमे बाट कर राज करना चाहती है।
भारत में सभे लोग एक साथ रहने पर हे भारत मजबूत होगा न तो देश तारक्की करेगा नहीं तो कुछ ही सालो भारत बरबाद हो जाएगा हमें जल्दी ही एक हो जाना पढ़ेगा नहीं तो दूसरे देश हम पर वापस देखें हम पर हुक्म जमाने एए जाएगा अगर सहमत हो तो लाइक करें और ❤.................सभी को जय हिन्द जय भारत 🥺🥺❤❤❤
वास्तव में उरांव प्राकृतिक उपासकहै आज से लगभग 70 बरस पहले हिंदू एक का दुका का भगवानों को जानते थे जैसे जैसेलोग आगे बढ़े वैसे वैसे आदर समाज के भगवानों को मानने लगे अन्यथा उरांवलोग सरहुल पूजा शर्मा पूजा इसी पर ही और अपने परिवार की ईस्ट देवताओं की पूजा करते थे
भाई अभी तुम्हारा 70 बरस भी नहीं हुआ होगा, इसलिए तुम बंधन तिग्गा का चमचागिरी करना छोड़ो और आदिवासियों का इतिहास पढ़ो। तुम गूगल में सर्च करके भी गुमला झारखंड के सिरा सीता नाला पवित्र स्थल के मान्यताओं के बारे में पढ़ सकते हो।
@@ankirtsunyani8026 are ghonchu rss ka chamchai mat karo hum Jharkhand ke hai kabhi Jharkhand ana pata chal jayega ki sarna kya hota hai aur tu toh adiwasi hai hi nhi tere bolne ka kya matlab koi bhi mere se question karo oraon sarna ritiwaj ke bare me agar mai converted hu toh mai uska jawab nahi de paaunga
बंधन तिग्गा जशपुर दीपु बगीचा सार्वजनिक स्थल है यहां कांग्रेस - बीजेपी और अन्य छोटे बड़े सभी पार्टियां अपने तरीके से कार्य कर्म, पोरोगराम संचालित करते हैं लेकिन किसी एक धर्म समुदाय का एकाधिकार नहीं होना चाहिए ये ग़लत है।
1871 से और 1951 तक आदिवासियों का जनगणना कॉलम में और आदिवासियों के दस्तावेज में केवल आदिवासी लिखा जाता था जाकर इतिहास चेक कर ले राय मुनी भगत और कृपा शंकर अपने स्वार्थ के लिए समाज को बेचने चले 😡
भाई 1871 से पहले हमारे देश में आदिवासी थे कि नहीं थे? और अगर थे तो 1871 से पहले आदिवासियों का अलग से जनगणना कभी भी क्यों नहीं हुआ था? अंग्रेजों ने 1871 के बाद आदिवासियों को हिंदुओं से अलग जनगणना इसलिए किया, क्योंकि आदिवासी भोले भाले हैं इसलिए उनको आराम से धर्मांतरण किया जा सकता है।
@@ankirtsunyani8026 इस देश में कोई नहीं रहता था तब से आदिवासी यहां पर आदिवासी समाज राहतें थे तुम लोग ब्राह्मणवादी सब बाहर से आए जा के इस देश का इतिहास पढ़ाई कर के पहले इस देश को किन किन नाम से। जानते थे 😡
@@ankirtsunyani8026 साजिश के तहत आजादी के बाद हमारा धर्म कलम हटा दिया गया जिसमें केवल हमें आदिवासी लिखा जाता था आदिवासियों की संस्कृति और पूजा पाठ अलग है कभी हम पंडितों से पूजा पाठ और शादी विवाह नहीं करवाते यह बात पता होनी चाहिए आदिवासी रीति रिवाज से पूजा पाठ और शादी विवाह किया जाता है तुम्हारे हिंदू रीति रिवाज से नहीं किया जाता😡 मनूवादी विचारधारा को नहीं मानते हैं हम 😡🏹
@@vishnubhagat1453 मैं तुमसे क्या पूछा और तुम हमको क्या जवाब दे रहे हो? मैं तुमसे फिर से पूछ रहा हूं कि जब भारत में आदिवासी अंग्रेजों के आने से पहले से हैं तो फिर 1871 ईस्वी से पहले आदिवासियों का अलग से जनगणना कभी भी क्यों नहीं हुआ था?
@@vishnubhagat1453 1871 ईस्वी में अंग्रेजों ने खुद साजिश किया था, जिसके कारण आदिवासियों का अलग से जनगणना करना शुरू किया। सिर्फ दूसरों के द्वारा कही हुई बकवास बातों से दूसरों को ज्ञान मत दो। भारत में अंग्रेजों के आने से पहले आदिवासी,दलित और पिछड़ा कोई भी नहीं था। लेकिन अंग्रेजी ने हिंदुओं को कमजोर करने के लिए अपना फूट डालो और राज करो नीति अपनाया और हिंदुओं को बांट दिया।
Aise aise bidhayak ko adivasi smaj se nikal dena chahiye ,jise apne samaj k bare me jankari nahi hai kya oraon me prathna nahi hota hai samajh me nahi aata hai aise bidhayak ko lagta hai kabhi prathna ki hi nahi hai sirf archna ki hai bidhayak ji ne kha ki 5 sal se tala laga huwa hai to itne din se karma or sarhul kaise mnate aaye hai us dipu sarna me .
रायमुनी भगत विधायक जी आदिवासी त्योहार करम पर्व का अवकाश क्यों नहीं दिला पा रहीं हैं। बीजेपी विधायक आदिवासी कि बात करना बंद कर दिजीऐ या 14 सितंबर 2024 को अवकाश दिलाए।
रायमुनी विधायक जी आदिवासी त्योहार करम पर्व का अवकाश क्यों नहीं दिला पा रहीं हैं। बीजेपी विधायक आदिवासी कि बात करना बंद कर दिजीऐ या 14 सितंबर 2024 को अवकाश दिलाए। पहले हमेशा मिलता रहा है
बिना ग्राम सभा की अनुमति के बिना कैसे सील कार दिया लोकसभा ना विधानसभा सबसे बड़ाग्राम सभा, सुप्रीम कोर्ट कहता है कि आदिवासी इलाका में बिना ग्राम सभा के अनुमति जमीन नहीं ले सकते हैं जय जोहार जय आदिवासी 🏹🏹
आदिवासी तीन हिस्सों में बांट गया है ईसाई हिंदू सरना धर्म में , सनातन को फॉलो करो जो की सभी को पूजा करता है आदिवासी में देवी देवता कहा गया है और उसी तरह सनातन में भी 33 कोटि देवी देवता कहा गया है
@@ankirtsunyani8026 achha toh tum certificate dega humko rss ke chamche phat gaya na tera ab sarna samaj golband ho raha hai jayda din dharm ke naam par adiwasiyo ko bargla nahi sakte
जशपुर के उरांव लोग क्रिस्चन बन गए। सीतापुर साइड के अधिकतर उरांव लोग हिन्दू धर्म ओर सरना देव की पूजा करते करते हैं। जशपुर के उरांव लोग लालच में आकर क्रिस्चन बन गए।
ये जो भाई साहेब है चर्च जाते हैं कि नहीं पता करलो ... मै जितने भी आदिवासी संघटन को सुना सभी के मुखिया ईसाई उरांव है और लोगों को बता रहे की आदिवासी अलग धर्म है जो खुद इसाई धर्म को फालो करके आदिवासी और ईसाई दोनों का लाभ लेते हैं और गरीब लोगों को आगे लाकर अपनी राजनीति चमकाते हैं... प्रशासन की भी गलती है अगर यह उरांव समाज का पुजा स्थल है तो बंद नहीं करना चाहिए
INDIA ME KOI DHARM NAHI THA SIRF KANOON THA TEN COMMANDMENTS THA INDIA KA SABHI MUNDA RAJA RAJADI LOG ISKA PALAN KARTE AAYEN HAIN , SAMRAT ASHOK GALAT KAAM KIYA GOUTAM BUDH KA PRACHAR KIYA AUR USKA RESULT APNA GHAR AUR KHUD KA NAMO-NISHAN MITWA LIYA INDIA KA FOUNDER HONE KE BAOJUD AUR AAP ORAON LOG KYA HO DEVI-DEVTA YA AADIVASI ? KISKA AULAAD HO
रायमुनी विधायक जी आदिवासी त्योहार करम पर्व का अवकाश क्यों नहीं दिला पा रहीं हैं। बीजेपी विधायक आदिवासी कि बात करना बंद कर दिजीऐ या 14 सितंबर 2024 को अवकाश दिलाए।
Toin bjp party ker hikis r bjp adibadsi k kamjor karathe. Aur bhayi nhayi ladayi karwathe. He mor adibasi bhayi man k sant kara apan jait se pyar kara. Johar
बंधन तिग्गा सही बोल रहे। आदिवासी समुदाय एक हों।
तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है तु हिन्दू धर्म से नहीं है ईसाई धर्म प्रचारक है उरांव सिर्फ हिन्दू है अपने दिमाग में फिट करके
उरांव समाज 2 नहीं 3 खेमे में बंट गया है सरना, हिन्दू, ईसाई।
आरएसएस भाजपा काग्रेस यही चाहता है
बीजेपी नहीं चाहता कि आदिवासी एक जुट रहे
Congress kursi le k baitha hai aaw
Mostly Oraon hindu dharm ko subse jada chhattisgarh me follow krte h chhattisgarh k Oraon hi jada division hua h
ऐसा सभी जगह नहीं है लोग अलग धर्म मानते हुए भी नहीं बंटे हैं। उनको बीजेपी वाले आकर बांट दिए हैं अपने राजनीतिक लाभ के लिए।
आदिवासी समाज आदिवासी है, न हम हिंदू हैं, न मुसलमान, न ईसाई और न ही बौद्ध हां लेकिन सभी धर्मों का सम्मान है।
आदिवासी समाज एकजूट हो।
कहां पढ़ा बे सभी धर्म उरांव है हिन्दू सिर्फ उरांव है दिमाग में फिट कर ले
@@Ramofficial6612 चोर मचाए शोर
@@vinodtudu878 अबे ईसाई हिन्दू राष्ट्र बनने दें तेरा पासवर्ड तैयार हो रहा है
Hindu rastra ban jayega tb oraon code milega
@@CSCAADHARUPDATE जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय
Bandhan Tigga Aapke. Mehnat ko Jay Johar. Jay Sarna.
रायमुनी जी आप हमेशा धर्म परिवर्तन की बात करती है जशपुर के विकास के बारे में बात किजिए
Sahi h... Ye jashpur k liye bhaisni h
तो क्या चुपचाप बैठ कर तमाशा देखते रहे और सब आदिवासियों को ईसाई धर्म में परिवर्तन करने दे? जिस प्रकार विकास करना जरूरी है उसी प्रकार आदिवासियों का धर्म संस्कृति को बचाना भी जरूरी है।
Ha vikash ki bat kare n ki,........
विधायक जी आदिवासी त्योहार करम पर्व का अवकाश क्यों नहीं दिला पा रहीं हैं। बीजेपी विधायक आदिवासी कि बात करना बंद कर दिजीऐ या 14 सितंबर 2024 को अवकाश दिलाए।
रायमुनी जी ख़ुद बीजेपी की चमची है
उरांव समाज, हिंदू नहीं है। जय सरना 🇦🇹🇦🇹🇦🇹 जय आदिवासी 🇦🇹🇦🇹🇦🇹
Thanks
आदिवासी अगर हिन्दू नहीं है सनातनी नहीं है तो हम आदिवासी लोगों का जनसंख्या इतना कम क्यों है आदिवासी सनातनी हैं और जो आदिवासी पहले होसियार हो गए और अपनी प्राकृतिक पुजा को नहीं छोड़ा है वह आज भी करते हैं सब हिन्दु भी करते हैं।
Conversation se Cristian bn gya h...😂😂😂
@@shilaoraon2142 हर हिन्दू प्राकृतिक की पुजा करता है इससे जाहिर होता है कि आदिवासी ही विकसित होकर हिन्दू धर्म या सनातन धर्म को बनाया है वह चाहे कितना भी विकसित हो गया लेकिन आज भी सब प्राकृतिक कि पुजा करते हैं हर हिन्दू।
@@Aadiwasichhattisgarhkahindu Murti Pooja karte hai adiwasi nahi
ऐसे लोग अपने बेटा की शादी ब्राह्मण की बेटी से करवा के दिखा दे तब मानेंगे हम कि राय मुनी जैसी लोग और कृपा शंकर भगत जैसे लोग हिंदू हैं आदिवासी ब्राह्मणों के किसीवर्ण व्यवस्था नहीं आते हैं आदिवासियों का अपना खुद का व्यवस्था है आदिवासी की पूजा पद्धति है आदिवासी रीति रिवाज से सभी पूजा पाठ किए जाते हैं ना कि ब्राह्मण रीति रिवाज से यह तक की शादी विवाह भी आदिवासी रीति रिवाज से किया जाता है जन्म हो मरण हो सारी क्रिया कर्म आदिवासी रीति रिवाज से किया जाता है तो कहां से आदिवासी हिंदू हैं जाति में आदिवासियों का जबरजसति जाति प्रमाण पत्र में ब्राह्मणों के द्वारा हिंदू लिखाया गया नाम के केवल आदिवासी हिंदू है राजनीतिक फायदे के लिए मनुवादी विचारधारा के लोग आदिवासियों को हिंदू बोल रहे हैं मनुवादी लोग की देश में मात्र 3% आबादी है जो कल तक अपने धर्म मन्दिर में जाने तक नहीं देते थे छुआछूत मानते थे आज भी यही हाल है 😡🏹
भाई ! पहले तो तुम हमको यह बताओ कि अगर तुम हिंदू नहीं हो तो तुम्हारे माता-पिता हिंदू भगवान विष्णु के नाम से तुम्हारा नामकरण क्यों किया है?
@@ankirtsunyani8026naam rakh dene se kisi ka dhram change nahi ho jata aur rahi baat jab adivasi kshetra ka demography change hua toh hindu logo ke sampark me ane se adiwasiyo ke naam me bhinnata aane lagi😊
@@rajnishlinda जब तुमको हिंदू और आदिवासियों के बारे में 25 पैसा का भी ज्ञान नहीं है तो फिर तुम बिना मतलब का बहुत बड़ा विद्वान क्यों बन रहा है? क्या तुमको पता है कि हिंदुओं के धर्म ग्रंथ रामायण और महाभारत में आदिवासियों का वर्णन किया गया है। और एक बात सिर्फ उरांव जाति के लोग ही आदिवासी नहीं है बल्कि हमारे देश में 700 से भी अधिक आदिवासी जातियां रहती है और झारखंड के खड़िया,उरांव और मुंडा जातियों के कुछ लोगों को छोड़ कर बाकी सभी लोग हिंदू संस्कृति का पालन करते हैं।
@@rajnishlinda क्या तुम अपने किसी बच्चे का नाम विष्णु रखोगे? जब तुमको बाइबल और ईसा मसीह के अलावा कुछ भी ज्ञान नहीं है तो फिर बिना मतलब तुम बहुत बड़ा विद्वान क्यों बन रहे हो?Q.1,क्या तुमको पता है कि हिंदुओं के धर्म ग्रंथ रामायण और महाभारत में भी आदिवासियों का वर्णन किया गया है।Q.2,क्या तुमको पता है कि भारत के संविधान में भी आदिवासियों को हिंदू माना गया है।Q.3, क्या तुमको पता है कि भारत की सबसे पुरानी सभ्यता सिंधु घाटी सभ्यता की खुदाई में भी भगवान शिव का मूर्ति मिला है।
आदिवासी ही असली हिंदू हैं, जो जंगलों में रहकर प्रकृति को भगवान मान उनकी पूजा अर्चना की शुरुआत की।
विधायक ये बताये कि आदिवासी कोन -सा हिन्दु है, ब्राह्मण ,छात्रिय, वैश्य ,या शुद्र।
Sahi sawal kiya aapne.lekin jawaab nahi milega.kyonki shudra hai iska jawaB aur shudra ko koi adhikaar nahi hota hindu dharm me.
@@meeramaya6751 किस किताब में लिखा hie aadiwasi Sudra hie
राय मुनि आर एस एस की एजेंट है
हिन्दू उरांव , सरना उरांव, व ईसाई उरांव यह वर्गो में दिखा कर बता कर हम अपनी ताकत को क्यो बाट रहे है हम सब एक है एक दूसरे से क्यो बैर उरांव होना हमारे लिए गर्व की बात है ।
पढो लिखो किसी भी धर्म को मानने से पहले जानो समझो खोज करो वास्त्विकता को आदिसीयों का धर्म संस्कृती रीति रिवाज पुजा पद्धति परब त्योहार किसी भी धर्म ग्रंथो से नहीं मिलता जूलता खोज करो किसी भी धर्म ग्रंथ मे करमा,ख़द्दी ,टुंटा सोहरइ तुसगो का उल्लेख नही है जनो तब मनो आदिवासी मूलवासी प्राकृतिक पुजक है जय धर्मे
Brahmino ka yhi sazis hai baath k rahe ar tmlog 🫡🤦
अंग्रेज सरकार का नीति फूट डालो शासन करो नजर आ रही है
Vidhayak manniye Raymuni bhagat ek oraon aadivasi hai jo BJP ke gulaam me hai aur BJP tatha RSS ke liye kam kar rahi hai apni jati ke liye nahin. Isiliye wah rajnaitik bate kar rahi hai
Chhattisgarh kr Oraon logo ko RSS ka nasha bahut jada chada hua hai .....Etna jada ki apne Oraon bhai behan v unko ny dikhte thik se ....
कांग्रेस और बीजेपी दोनों आरएसएस के चट्टे हैं जनता आपस में ना लड़ाई करेंl
धर्म में उलझा दो और भीतर भीतर माल कमाओ । ताकि वह माल हड़प रही है किसी को भनक ना लगे । असली वजह यही है ।
हर एक मनुष्य को किसी भी धर्म मानने का अधिकार होना चाहिए, इसलिए नहीं की संविधान हमें इसकी इजाजत देता है। आदिवासी हिन्दू धर्म भी इस्लाम भी ईसाई भी और सरना धर्म भी माने, लेकिन सभी आदिवासियों को एक होना ही होगा,ऐसा करना आदिवासी हित में ही होगा ।
आदिवासी को सरना, इसाई और हिन्दू बोलकर आपस में लडाते रहो ताकि बाहरी लोग आकर उनके जमीन ऑर सारी सरकारी पदों पर अपना कब्जा कर सकें.
आदिवासी ना हिंदू है ना मुस्लिम है सिर्फ और सिर्फ आदिवासी और मुलनिवासी है..... जय आदिवासी 🙏🙏🙏
छत्तीसगढ में कितने मंत्री है उरांव समाज से किसी उरांव विधायक को मंत्री बनाए तब हिंदू ईसाई की बात करो cm खुद ईसाई स्कूल में पढ़ा और सबसे ज्यादा छिड़ता है ईसाई से उस समय ईसाई स्कूल भी हिंदू को नही पढ़ाएंगे बोलते तो कही भैंस चरा रहा होता
तो क्या फ्री में पढ़ा दिया?
@@ankirtsunyani8026tm kon tribe se hai?
@@_-_kevin13905 ये दिकू है 😂😂
@@ankirtsunyani8026jes thali me khate h usi me ched karte h
@@Qeung हम नहीं तुम लोग जिस थाली में खा रहे हो वहीं पर छेद कर रहे हो। तुम लोग भारत का खा रहे हो और इटली,इंग्लैंड और अमेरिका जैसे मिशनरी देश का एजेंटी कर रहे हो। इसलिए जब देश में कोई संकट आता है तो देश के सहयोग के लिए एक रुपया भी तुम लोग और तुम्हारा चर्च नहीं देते हो। जबकि चंदा के नाम पर करोड़ों रुपए तुम लोग विदेश भेज रहे हो।जो भारत सरकार तुम लोगों को पक्का घर,शौचालय,गैस कनेक्शन,बिजली,राशन,खेती करने के लिए पैसा,तुम्हारे मिशनरी स्कूलों को अनुदान और तुम्हारे शिक्षकों को वेतन दे रही है। इतना करने के बावजूद भी तुम लोग भारत सरकार को सपोर्ट नहीं करके उल्टा गाली देते हो।
एक तीर एक कमान सभी आदिवासी एक समान 💪💪
यह लोग हिंदू धर्म अपने हुए आदिवासी लोग हैं यह भी कन्वर्टेड की श्रेणी में आते हैं।
असली आदिवासी कोई धर्म को नहीं मानता सिर्फ अपना आदिवासी और प्राकृतिक धर्म को मानता है।
आदिवासी सनातन है वही हिंदू के नाम से जाना जाता है बाकी सब सरना धर्म बाद में नाम दिया गया है महादेव पार्वती राम को जो मानता है बूढ़ी दाई धरती माई को चांद सूरज को मानता है वही भारती है बाकी सब बाहरी धर्म को अपनाए लोग हैं नही तो आज बिरसा मुंडा भी ईसाई होता।
ऐसे ऐसे नेता लोगो की वजह से उरांव समाज काई गुटू मे बट रहे है और भटक रहे है
तो फिर तुम लोग नेताओं के चक्कर में क्यों पड़ते हो? तुम लोग भी तो पढ़े लिखे हो ना तुम्हारा भी तो दिमाग है ना। क्या तुम लोग क्या सही है और क्या गलत है यह नहीं जान पाते हो? यह मामला तो प्रशासन और आदिवासियों के बीच का था न, तो फिर बंधन तिग्गा बीजेपी और रायमुनी को बीच में क्यों घसीट रहा है।छोटा सा मामला के लिए महरौली करके राजनीति करने की क्या जरूरत है, सिर्फ गांव के कुछ लोगों को मिलकर प्रशासन के पास जाना था और चाबी ले लेना था। हां अगर चाबी नहीं मिलती तो उसके बाद रैली हो या फिर महारैली करने की जरूरत होती।
विधायक काैन सा उराँव खुद है बात करती है ये नेता है रायमुनी ताे काई पीढ़ी का पैसा कमा ली है उसकाे क्या चिंता है जशपुर के लाेग बेवकूब है साब नेतागिरी काे समझ नहीं आ रहा है लाेगाें का आपस में लाेगाें लड़ाते रहेगें इसलिए साेच समझ के वाेट देना था अब भुगताे जशपुर वाशियाें
जय जवान, जय किसान, जय संविधान, जय आदिवासी, जय मूलनिवासी, बाकी सब बाहर वासी
बिलकुल सही बात है आदिवासी हिंदू नही है
जय सरना , जय आदिवासी।
आदीवासियों पर हिंदू धर्म थोपना धर्म परिवर्तन ही है
जोहार🎉🎉 दादा मैं आपका समर्थन करता हूं बहुत अच्छा बातो को कहा है।
विधायक धर्म और जाति की बात करती है विकास की नहीं
Jai sarna ma
आदिवासी कौंन?
आदिवासी ना जाति है ना धर्म है
आदिवासी एक समुदाय है
आदिवासी एक परिवार है
आदिवासी एक कुटुम्ब है
आदिवासी एक कोम है
आदिवासी एक नस्ल है
आदिवासी एक कबिलाई है
आदिवासी ना आस्तिक है
आदिवासी ना नास्तिक है
आदिवासी तो वास्तविक है
आदिवासी धर्मपूर्वी है
आदिवासी ना वैदिक हिन्दू धर्मी है
आदिवासी ना ईसाई क्रिश्चियन धर्मी है
आदिवासी ना सिक्ख,जैन, बौद्ध हैं
आदिवासी ना कोई मुस्लिम समाज है
☝️☝️☝️
तो फिर आप इस बात को क्लीयर कीजिए
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कि आदिवासी समुदायों का कोई धर्म ग्रंथ या मत या पंथ कुछ नहीं है तो फिर किस आधार से आस्तिक हुए कोई सही उल्लेख बताइए 😆
आदिवासी धर्मी नहीं बल्कि धर्मपूर्वी हैं
आदिवासी समुदायों में
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Hindu code Bill,
Hindu civil code लागू नहीं होता है
👉(१) Hindu marriage act 1955
👉(२) Hindu succession & amendment act 2005
👉(३) The Hindu adoption & mentenence act 1956
👉(५) The Hindu minority & Guardianship act 1956
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आदिवासी समुदायों में
Christian civil code लागू नहीं होता है
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👉(1) The Christian marriage act 1872
👉(2) The Indian divorce & amendment act 2001
👉(3) Guardianship & warld act 1890
👉(4) The Indian succession act 1925
👉(5) The Parciyan marriage & divorce act 1936
☝️☝️☝️
इन तमाम कानून आदिवासी समुदायों में लागू नहीं होता है
तो फिर आप इस बात को क्लीयर कीजिए
कि आदिवासी समुदाय एक हिन्दू धर्मी कैसे ?
आदिवासी समुदाय एक ईसाई क्रिश्चियन धर्मी कैसे?
सही सही जानकारी बताइए 😆
बेहतरीन जानकारी
😆😆
रायमुनि हटाओ जशपुर बचाओ
बंधन तिग्गा को जोहर जय धर्मेश
Asali hindu aadivasi hi hai
Sahi kha apni bhai 100%
जय मूलनिवासी जय सरना जय गोंडवाना जय जौहर
धर्म चाहे जो भी हो क्योंकि ये व्यक्ति का अधिकार है जो की सविधान द्वारा प्रदत्त है पर उनका जाती एक होना चाहिए क्योंकि जाती और धर्म दो अलग अलग चीजें हैं। इस चीज को सभी आदिवासी को समझना होगा। आप कोई धर्म अपना सकते हैं जो आपको अच्छा लगे पर जाती के नाम पर हमे बटना नही चाहिए नही तो हमारा सर्वनाश निश्चिंत है। सरकार हमे बाट कर राज करना चाहती है।
भारत में सभे लोग एक साथ रहने पर हे भारत मजबूत होगा न तो देश तारक्की करेगा नहीं तो कुछ ही सालो भारत बरबाद हो जाएगा हमें जल्दी ही एक हो जाना पढ़ेगा नहीं तो दूसरे देश हम पर वापस देखें हम पर हुक्म जमाने एए जाएगा अगर सहमत हो तो लाइक करें और ❤.................सभी को जय हिन्द जय भारत 🥺🥺❤❤❤
बंधन सही बोल रहा है दादा Johar
Jay sarna adivesi skta jindabad jindabad
वास्तव में उरांव प्राकृतिक उपासकहै आज से लगभग 70 बरस पहले हिंदू एक का दुका का भगवानों को जानते थे जैसे जैसेलोग आगे बढ़े वैसे वैसे आदर समाज के भगवानों को मानने लगे अन्यथा उरांवलोग सरहुल पूजा शर्मा पूजा इसी पर ही और अपने परिवार की ईस्ट देवताओं की पूजा करते थे
@@manojbhagat8204 जैसे 70 साल पहले किसी के पास फोटो ही नहीं रहता था तो कैसे जानते?
भाई अभी तुम्हारा 70 बरस भी नहीं हुआ होगा, इसलिए तुम बंधन तिग्गा का चमचागिरी करना छोड़ो और आदिवासियों का इतिहास पढ़ो। तुम गूगल में सर्च करके भी गुमला झारखंड के सिरा सीता नाला पवित्र स्थल के मान्यताओं के बारे में पढ़ सकते हो।
@@ankirtsunyani8026tere se jayda pata hai Sirsi -ta-nale hota hai na ki sira sita tu rss ka chela lagta hai
@@rajnishlinda अगर मेरे से ज्यादा पता है तो बताओ ना।हिम्मत है बताने की तेरे में तुम तो खुद कन्वर्टेड हो और मुझे ज्ञान देने चले हो।
@@ankirtsunyani8026 are ghonchu rss ka chamchai mat karo hum Jharkhand ke hai kabhi Jharkhand ana pata chal jayega ki sarna kya hota hai aur tu toh adiwasi hai hi nhi tere bolne ka kya matlab koi bhi mere se question karo oraon sarna ritiwaj ke bare me agar mai converted hu toh mai uska jawab nahi de paaunga
Bandhan Tigga bilkul sahi kah rahe hain
राजनीति के नाम पर, ये लोग धर्म का बंटवारा करते हैं, और जनता को भड़काया जाता है, नेता जनता के लिए कार्य करें न कि धर्म का बंटवारा।
राय मनि भी कुछ दिन बाद ठंड हो जाएगी
आदिवासी एकता जिंदाबाद
उरांव से हिंदु धर्म में परिर्वतन हुआ है। आदिवासी कभी हिंदु नहीं हो सकता है
Humhar idhar ke st to Hindu hai janjgir mai
Bas jhukane wala chahiye sab jhuk jata hai
Tigga da Lage rahen
AP ke piche pura adiwasi smaj hai
Jai sarna jai Adiwasi johar
बंधन तिग्गा जशपुर दीपु बगीचा सार्वजनिक स्थल है यहां कांग्रेस - बीजेपी और अन्य छोटे बड़े सभी पार्टियां अपने तरीके से कार्य कर्म, पोरोगराम संचालित करते हैं लेकिन किसी एक धर्म समुदाय का एकाधिकार नहीं होना चाहिए ये ग़लत है।
1871 से और 1951 तक आदिवासियों का जनगणना कॉलम में और आदिवासियों के दस्तावेज में केवल आदिवासी लिखा जाता था जाकर इतिहास चेक कर ले राय मुनी भगत और कृपा शंकर अपने स्वार्थ के लिए समाज को बेचने चले 😡
भाई 1871 से पहले हमारे देश में आदिवासी थे कि नहीं थे? और अगर थे तो 1871 से पहले आदिवासियों का अलग से जनगणना कभी भी क्यों नहीं हुआ था? अंग्रेजों ने 1871 के बाद आदिवासियों को हिंदुओं से अलग जनगणना इसलिए किया, क्योंकि आदिवासी भोले भाले हैं इसलिए उनको आराम से धर्मांतरण किया जा सकता है।
@@ankirtsunyani8026 इस देश में कोई नहीं रहता था तब से आदिवासी यहां पर आदिवासी समाज राहतें थे तुम लोग ब्राह्मणवादी सब बाहर से आए जा के इस देश का इतिहास पढ़ाई कर के पहले इस देश को किन किन नाम से। जानते थे 😡
@@ankirtsunyani8026 साजिश के तहत आजादी के बाद हमारा धर्म कलम हटा दिया गया जिसमें केवल हमें आदिवासी लिखा जाता था आदिवासियों की संस्कृति और पूजा पाठ अलग है कभी हम पंडितों से पूजा पाठ और शादी विवाह नहीं करवाते यह बात पता होनी चाहिए आदिवासी रीति रिवाज से पूजा पाठ और शादी विवाह किया जाता है तुम्हारे हिंदू रीति रिवाज से नहीं किया जाता😡 मनूवादी विचारधारा को नहीं मानते हैं हम 😡🏹
@@vishnubhagat1453 मैं तुमसे क्या पूछा और तुम हमको क्या जवाब दे रहे हो? मैं तुमसे फिर से पूछ रहा हूं कि जब भारत में आदिवासी अंग्रेजों के आने से पहले से हैं तो फिर 1871 ईस्वी से पहले आदिवासियों का अलग से जनगणना कभी भी क्यों नहीं हुआ था?
@@vishnubhagat1453 1871 ईस्वी में अंग्रेजों ने खुद साजिश किया था, जिसके कारण आदिवासियों का अलग से जनगणना करना शुरू किया। सिर्फ दूसरों के द्वारा कही हुई बकवास बातों से दूसरों को ज्ञान मत दो। भारत में अंग्रेजों के आने से पहले आदिवासी,दलित और पिछड़ा कोई भी नहीं था। लेकिन अंग्रेजी ने हिंदुओं को कमजोर करने के लिए अपना फूट डालो और राज करो नीति अपनाया और हिंदुओं को बांट दिया।
Hormarin johar. Me Assam se hu.hamare kurukh samajh se bolna chahta hu.apna bhasha pehle 8 sedule me samil karna chahiye.jai kurkhar❤❤❤
Tnx for ur suport
Jai,sarna
Oraon ko hindu bolne wala pagal hai
ये बता आप कुमारी क्यों लिखी हो 😆😆
@@S.Raj_Toppojo aadivasi hindu bane huwe h wahi sabse murkh oor backward hai😅
आदिवासी धर्म परिवर्तन ना करे, अपना सरना धर्म में बिस्वास करें।
Aise aise bidhayak ko adivasi smaj se nikal dena chahiye ,jise apne samaj k bare me jankari nahi hai kya oraon me prathna nahi hota hai samajh me nahi aata hai aise bidhayak ko lagta hai kabhi prathna ki hi nahi hai sirf archna ki hai bidhayak ji ne kha ki 5 sal se tala laga huwa hai to itne din se karma or sarhul kaise mnate aaye hai us dipu sarna me .
Thanks for 11 Subscribe 🎉❤😂
Jay shree Ram
इतना तो तय है, रैमूनी दूसरों की भाषा बोलती है उसकी कोई भाषा नहीं है!
कल का जो कार्यक्रम आयोजित था वो आदिवासी समाज के लोग किए लेकिन उक्त कार्यक्रम में ईसाई मिशनरी भी थे मामला क्या है
रायमुनी भगत विधायक जी आदिवासी त्योहार करम पर्व का अवकाश क्यों नहीं दिला पा रहीं हैं। बीजेपी विधायक आदिवासी कि बात करना बंद कर दिजीऐ या 14 सितंबर 2024 को अवकाश दिलाए।
आदिवासी प्रकृति धर्म को मानते हैं। हमारी रीति रिवाज, तीज त्यौहार, सब प्रकृति को देखते हुवे मानते है। तभी हमारा नारा जल जंगल जमीन की बात करते है।
🏹🏳️🌈🏹 Jay Johar 🏹🏳️🌈🏹
Bandhan tigga Sahi bol rahe hai aadivasi samaj Ko ek kar rahe hai
हम आदिवासी हिन्दू हैं और आगे भी रहेंगे हम इसी बंधन तिग्गा के बगल गांव का हूं ऐ ईसाई है बस दिखाने के लिए आदिवासी आदिवासी कहता है।
Ak baat bata de bhai ye jo hindu isai kar rhe ho ager dono ke pujapath ko said me kar den tab batao ki hindu oraon aur isai oraon ne kya defrent h
सही बोले आप बंधन तिग्गा ईसाई धर्म से जुड़े हैं ऐसा प्रतीत होता है
अच्छा बगल गांव के हो तो गांव का नाम बताओ
aisa nahi hai
रायमुनी विधायक जी आदिवासी त्योहार करम पर्व का अवकाश क्यों नहीं दिला पा रहीं हैं। बीजेपी विधायक आदिवासी कि बात करना बंद कर दिजीऐ या 14 सितंबर 2024 को अवकाश दिलाए। पहले हमेशा मिलता रहा है
बिना ग्राम सभा की अनुमति के बिना कैसे सील कार दिया लोकसभा ना विधानसभा सबसे बड़ाग्राम सभा, सुप्रीम कोर्ट कहता है कि आदिवासी इलाका में बिना ग्राम सभा के अनुमति जमीन नहीं ले सकते हैं जय जोहार जय आदिवासी 🏹🏹
इससे इतना तो समझ में आ रहा है कि आदिवासी आदिवासी से लड़ें कुल मिलाकर ये सभी राजनीतिक सड़यंत्र है
आदिवासी तीन हिस्सों में बांट गया है ईसाई हिंदू सरना धर्म में , सनातन को फॉलो करो जो की सभी को पूजा करता है आदिवासी में देवी देवता कहा गया है और उसी तरह सनातन में भी 33 कोटि देवी देवता कहा गया है
समाज की बात है यहां कांग्रेस, भाजपा की बात मत कीजिए महोदया बातसरना धर्म स्थल की बात है उसमें जो समस्या है उसको हल कराने में मदद करें।
सबसे पहले बंधन तिग्गा ने ही भाजपा विधायक के ऊपर आरोप लगाया था तो फिर विधायक ने जवाब दिया।
@@ankirtsunyani8026sarna adivasi ekta jindabad 😅
@@rajnishlinda तुम तो कन्वर्टेड हो तो फिर क्यों जबरदस्ती बिना मतलब सरना एकता की बात कर रहे हो?
@@ankirtsunyani8026 achha toh tum certificate dega humko rss ke chamche phat gaya na tera ab sarna samaj golband ho raha hai jayda din dharm ke naam par adiwasiyo ko bargla nahi sakte
Adivasi "hindu" nahi he 💯
Adivasi moolniwasi he 💯
Adivasi ko dharm Code dedo taki Adivasi "Hindu, Muslim, Christian" dharm accept nahi karega💯
जशपुर के उरांव लोग क्रिस्चन बन गए।
सीतापुर साइड के अधिकतर उरांव लोग हिन्दू धर्म ओर सरना देव की पूजा करते करते हैं।
जशपुर के उरांव लोग लालच में आकर क्रिस्चन बन गए।
रायमुनी भगत विधायक पद से इस्तीफा देना चाहिए इसको समाज कल्याण का सेवा करना चाहिए ये धर्म के बारे क्यों बोल रही है
ये जो भाई साहेब है चर्च जाते हैं कि नहीं पता करलो ... मै जितने भी आदिवासी संघटन को सुना सभी के मुखिया ईसाई उरांव है और लोगों को बता रहे की आदिवासी अलग धर्म है जो खुद इसाई धर्म को फालो करके आदिवासी और ईसाई दोनों का लाभ लेते हैं और गरीब लोगों को आगे लाकर अपनी राजनीति चमकाते हैं... प्रशासन की भी गलती है अगर यह उरांव समाज का पुजा स्थल है तो बंद नहीं करना चाहिए
ये प्रशासनिक अमला कल्याण आश्रम में जांच और ताले लगा कर दिखा दे वहां कितनी अव्यस्था है
रायमुनी जी जियो और जीने दो क्या परेशानी है आपलोगों को।
क्योंकि आदिवासी में क्या हिंदू और क्या ईसाई हम सब खुश तो थे।
INDIA ME KOI DHARM NAHI THA SIRF KANOON THA TEN COMMANDMENTS THA INDIA KA SABHI MUNDA RAJA RAJADI LOG ISKA PALAN KARTE AAYEN HAIN , SAMRAT ASHOK GALAT KAAM KIYA GOUTAM BUDH KA PRACHAR KIYA AUR USKA RESULT APNA GHAR AUR KHUD KA NAMO-NISHAN MITWA LIYA INDIA KA FOUNDER HONE KE BAOJUD AUR AAP ORAON LOG KYA HO DEVI-DEVTA YA AADIVASI ? KISKA AULAAD HO
रायमानी को धर्म के बारे में पता नही है इसलिए किसी पर बेलेम लगाती हैं ... उसके ऊपर करवाई की जय ...
राय मुनि के दादा पर दादा इसाई धर्म को मानते आ 😅है इसलिए इस को आदिवासी और सरना धर्म के बारे मे नही पता है
United Aadiwashi 💪
Ek teer ek kaman mere aadivasi bhaiyo ek kaman 🏹🏹🏹🌳🌳🌳🌳🏞️🏞️🏞️🙏
बहुत बहुत धन्यवाद
रायमुनी दीदी विकास कार्यों में ध्यान नहीं दे रहे हैं आप सिर्फ हिन्दू मुस्लिम करते हैं
धर्म नहीं है तो समाज कैसा
आदिबासि का nature tradiation ancestor पुजक समानिजम shamanism मुन्दुम रिलिजन हे हमरा अगर अबसे सम्बिधान्मे धर्म लेक्ना पदेतो समानिजम या मुन्दुम लेक्न चाहिया
आदिवासी अब ईसाइयत की और जा रहा है जशपुर में तो उसमे ध्यान देने की आवश्यकता है वर्तमान समय में
रायमुनी विधायक जी आदिवासी त्योहार करम पर्व का अवकाश क्यों नहीं दिला पा रहीं हैं। बीजेपी विधायक आदिवासी कि बात करना बंद कर दिजीऐ या 14 सितंबर 2024 को अवकाश दिलाए।
100/ आपके वक्तव्य सही है बंधन दा।
Toin bjp party ker hikis r bjp adibadsi k kamjor karathe. Aur bhayi nhayi ladayi karwathe. He mor adibasi bhayi man k sant kara apan jait se pyar kara. Johar
Sarna samaj na, Christian hai na hindu hai na musalman hai sarna samaj sarna hai koi eshe batne ka kaam na kare ( hame garv hai sarna hone ka❤🇦🇹🇦🇹🇦🇹)
Raymuni bhagat ji pahle bhi neta rah chuki hai, aaj tak vikas khi ki hai sirf dharm ke naam par larwane ke alawa
बंधन तिग्गा साल जोल्हा का जनमल बाप जोल्हा मा के क्रिस्तान बड़ा बड़ा फेंकने गया है छत्तीसगढ़ में
tigga right hai
Siraf Adiwasi Jay MuLniWac 👀🔎
सरना अभी तक जिंदा है तो हिंदू के वजह से ना की तुम्हारे वजह से
क्या बयान बाजी कर रहे हैं मैडम आदिवासी हिंदू है कि मुस्लिम है कुछ उन्हें खुद पता नहीं बोल रहे हैं आदिवासी आदिवासी ही है यह आपको पता है कि नहीं
Jai sarna
हिन्दु उराँव कब से गया है हमने तो कभी सुना नही
विदेशी आर्य लोगों को थोड़ी ना पता चलेगा की उरांव कहां से आया
आदिवासियों आर एस एस के चाल को समझे ।
Bidhayak ji samaj ki baat nahi karti hai kangres or bjp ki baat karti hai ye kaisi samaj sewak hai
Tiga bhai jindabad
Ya kud hindu hai sarna hindu darm hqi 😂😂😂
Ye adiwasi ko dharmantaran karana chahte hai ye dusare dharm ka ejent hai❤❤
इस बोका धर्मगुरू को हमारे खूँटी जिले में भेजो। इसको अच्छे से पढाते हैं।
Dharm code diya jana chahiye fir hi sarna dharm ko apnaya ja sakta hai or tabhi sabhi urav ek dharm me aa sakte hai
बंधन तिग्गा की पत्नी ईसाई है 😂 उसकी बेटी ईसाई 😂 ये कैसा कलयुग है रे बाबा 😂
खेत बिगाड़े सवना और देश बिगाड़े बभना।