भारत की इतनी हारें इसीलिए हुईं जब धर्म दर्शन से हटकर पुराणों, कहानियों, कल्पनाओं, अंधविश्वासों पर चलने लगा धर्म अगर है तो गीता उपनिषद शून्य वाद ही हो सकता है l मानव सभ्यता के विकास में ये तीनों तल सम्भव रहे हैं कल्पना/कहानियां/ प्रतिभाषिक, तथ्य/वैज्ञानिक/व्यवहारिक, आध्यात्मिक/पारमार्थिक लेकिन हमेशा से हम सबसे निचले; कल्पना के तल पर ही रहना चाहते हैं l जंगल से मानव तो निकल गया लेकिन, जंगल हमारे भीतर से नहीं निकल पा रहा
🎉🎉Radhe🎉🎉Radhe🎉🎉
बहुत अच्छा लग रहा है बाबा जी को देख कर बहुत समय के बाद।। बहुत सिखा कर गए ये मुझे तो।। अच्छा लगता है मुझे सुनना इनको।।
हर हर महादेव 🙏
भारत की इतनी हारें इसीलिए हुईं जब धर्म दर्शन से हटकर पुराणों, कहानियों, कल्पनाओं, अंधविश्वासों पर चलने लगा
धर्म अगर है तो गीता उपनिषद शून्य वाद ही हो सकता है l
मानव सभ्यता के विकास में ये तीनों तल सम्भव रहे हैं कल्पना/कहानियां/ प्रतिभाषिक, तथ्य/वैज्ञानिक/व्यवहारिक, आध्यात्मिक/पारमार्थिक
लेकिन हमेशा से हम सबसे निचले; कल्पना के तल पर ही रहना चाहते हैं l
जंगल से मानव तो निकल गया लेकिन, जंगल हमारे भीतर से नहीं निकल पा रहा
गुरु महाराज की जय हो बाबा ❤
Ati aabhar...🎉
🙏 प्रणाम गुरु जी 🙏
❤❤❤
,🙇🙇🙏🙇🙇
🙏🙏🙏 प्रणाम गुरु जी 🙏🙏🙏