बहुत सुंदर और सराहनीय कार्य किया था माननीय संजय गांधी जी ने और सुल्ताना बेगम ने हम चार हमारे अट्ठारह नहीं चाहिए देश को बल्कि हम दो हमारे दो चाहिए देश को ❤❤❤
तभी तो ये स्थिति आ गयी की देश मे जानवर से ज्यादा इन्सान बढ़ गया अगर ये कानून 1980 मे बन गया होता तो देश कितना खुशहाल होता छोटा परिवार सुखी परिवार हम लोग 2 एक भाई बहन होते और माता पिता आज बेरोजगारी चरम पर है इसका कारण जन्सख्यां
संजय गांधी एक बहुत ही सक्षम दृढ़निश्चयी प्रगतिशील सोच वाले व्यक्ती थे दस पंद्रह साल अगर राजनीति मे रह जाते तो निश्चित ही देश की दिशा कुछ और होती सिर्फ जुमलेबाज़ी नहीं होती सही मायने मे विकास होता उन पांच सूत्री मांगों की आज भी सबसे ज्यादा ज़रूरत है
काँग्रेस के कार्यकाल में जो सोना देश को गिरवी रखना पडा था वह जुमले बाज लोगोन के कार्यकाल मे देश मे आया और आ रहा हैं और एक भूतपूर्व RBI governor के कार्यकाल में ऑईल बॉण्ड्स को भी आप के जुमले बाज लोगो ने ही चुकाया हैं मगर हमे उससे क्या लेना देना| हम तो चीन के साथ secret agreement करने वालो को ही मानेंगे और देश हित मे काम करने वालो को कोसेंगे|
@@ravindradeshpande7007In sabko pta hai ki Sanjay Gandhi ki is ghatiya niti k karan us samay 16, 17 saal tak k hindu bachchon ki nasbandi kra di gyi thi forcefully aur muslamaan ki to nasbandi ki nahin ja skti kyu ki bachche to %#^# den hai . Fir bhi gulami ja nahin rahi Inke dimag se Raul vinci sbke saamne exposed hai to Sanjay ka Naam leke malik ko khush karo , jabki sanjay ki widow wife or uske chhote bachche ko inki malkin ne ghar se nikal diya tha . Bechare vinci supporter .
Sanjay Gandhi was an educated,visionary and nationalist politician.His policies were excellent but were implemented in wrong way by his advisers and officers.Due to unfortunate plane crash,we lost a good administrator.
@@manojswami0795 अरै भाई वो ईदरा ने वोट बैंक के चक्कर में हिंदुओं की तरह घुमा दी थी स्वार्थी चाटुकार नोटरशाज्ञी से मिलकर यहीं से संजय ईदरा में नफरत बढी ओर ऐक दिन संजय को उफर जाना पड़ा ईदरा ऐक अच्छी मां नहीं थी सोच ईस संगठन कि सोछ कितनी घटिया है
आपको एक और ऐसी शख्सियत के बारे में भी खोजबीन कर के एक एपिसोड बनाना चाहिए, जिसने अकेले ही संजय गांधी और इंदिरा गांधी की नाक में दम कर दिया था |.... वो थे इन्द्रसेन जौहर या I S Jauhar. एक बेहद प्रतिभाशाली व्यक्ति जो विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद भी भारत में ही काम करने के सपने के साथ एक यूनिवर्सिटी में पढ़ाने लगे थे | दो-दो विषयों में Ph. D. की थी उनहोंने लेकिन फिर क्या हुआ जो वे फ़िल्मी दुनिया में आ गए ? यहाँ पर भी वे कई तरह के काम बखूबी करने लगे | लेकिन इसके साथ ही वे थियेटर भी करने लगे और निर्देशक बन गए | जौहर के बड़े भाई यश जौहर भी फ़िल्मी दुनिया में पहले से ही थे लेकिन छोटे भाई ने कम समय में ही बड़ा नाम कमा लिया था| आई एस जौहर की देव आनन्द और उनके भाई विजय से बड़ी मित्रता थी | जिसके कारण देव आनन्द की एक फिल्म में उन्होंने एक गाना रुखसाना सुलतान को चिढाने के लिए डलवाया था "रुखसाना रुखसाना हमसे दो बातें करके चली जाना ... कि मौसम है दीवाना ...." क्यों किया था ऐसा ? इसका नतीजा क्या हुआ था? ... इसके बाद जौहर को तो लम्बे समय तक देश के बाहर रहना पडा लेकिन देव आनन्द और किशोर कुमार ने भी देश में ही परेशानी उठाई थी| आई एस जौहर ने उस समय की सबसे क्रांतिकारी हरकत की थी जब उनहोंने नसबंदी नाम से एक कॉमेडी फिल्म बना डाली | इस फिल्म को उन्होंने बड़ी ही चालाकी से विज्ञापन के नाम से शूट किया था लेकिन जब रुखसाना को इसकी असलियत पता चली तो उसने घबरा के इनको बहुत धमकाया और फिल्म के प्रिंट मांगे | जौहर ने फिल्म के प्रिंट को चुपके से अपने हॉलीवुड के दोस्तों के साथ विदेश भिजवा दिया और बाद में खुद भी वहीं की एक फिल्म करने के बहाने से अमरीका भाग कर अपनी जान बचाई थी | ... फिल्म बाद में जनता पार्टी सरकार के समय प्रदर्शित हुई थी | आज कहाँ है पता नहीं | जौहर अपने समय में पत्रकारिता भी करते थे और ब्लिट्ज और इलस्ट्रेटेड वीकली में लगातार अपना व्यंग्य लेख लिखते थे | रेडियो पर भी उनका साप्ताहिक कार्यक्रम "जौहर के जवाब" विविध भारती पर बड़ा लोकप्रिय था | जौहर ने किस से विवाह किया था? अभी उनके परिवार में कौन कौन हैं ? यश जौहर के पुत्र करन से इनका क्या नाता है? यूं तो इन्द्रसेन जौहर कर्ण जौहर के चाचा लगते थे लेकिन यह देखकर कई लोगों को भी उत्सुकता होती है कि कर्ण की सूरत अपने पिता से कम और चाचा जी से हूबहू मिलती है | यह और बात है कि कर्ण आज अपने इस महान परम प्रतिभाशाली चाचा जी के बारे में कोई बात कभी भी नहीं करते | *** एक गज़ब की घटना-- I S Jauhr वो अकेले व्यक्ति रहे हैं इस संसार के .... जिसको आयकर अधिकारियों ने रिश्वत देकर अपनी जान छुड़ाई थी | क्या था वो किस्सा? मालूम करिए | कसम से, इन्द्रसेन जौहर के जीवन पर एक पूरी मसालेदार शानदार फिल्म बन सकती है जिसमे सफल होने की पूरी ताकत होगी | काश कोई बनाए | आप कृपया एक कड़ी जरूर बनाइये और जौहर की रुखसाना और संजय गांधी से हुई दोस्ती और लड़ाई की कहानी भी बताइयेगा | फारूख अब्दुल्ला को भी मालूम है इस बारे में |
@@vijayakumarhiremath4288 धन्यवाद | दुःख होता है यह देख कर कि इतने प्रतिभाशाली व्यक्ति को उसके अपने कार्य क्षेत्र के लोगों और उस भतीजे ने ही भुला दिया जो अपने को किंगमेकर मानता है |... लेकिन आज यह खबर सुनकर I S Jauhar जी की आत्मा को सुकून मिला होगा कि करन का प्रोडक्शं हाउस 50% बिक गया | ... एक फिल्म उसने अपने चाचा पर ही बना दी होती तो यह दिन नहीं देखना पड़ता |
@@parultrivedi3594 दिलीप कुमार या सायरा बानो से इनके रिश्ते का तो पता नहीं, लेकिन एक रिश्तेदारी बिलकुल पक्की है | रुखसाना सुल्तान कुल 3 बहनें थी, पहली तो स्वयं रुखसाना, दूसरी सलमा सुलतान ( वही जो संजय गांधी से दोस्ती के चलते दूरदर्शन में हिन्दी समाचार वाचिका बन गयी थी| ये और बात है कि उच्चारण उनका कभी सही नहीं हो पाया ) जो समाचार पढ़ते समय शब्दों को खा जाने में निपुण थी | मुझे याद है कि वे श्री राजीव गांधी का नाम श्रीजीव गांधी ही पढ़ती थी पर उनको "अभयदान" हासिल था| तीसरी बहन का नाम शायद फातिमा था (ठीक से याद नहीं) और उनकी यह विशेषता थी कि वे आज के मेगा स्टार शाहरुख़ खान की अम्मी हैं | वे बहुत जल्दी दुनिया से रुखसत हो गयी थी | ... रुखसाना सुलतान के सम्बन्ध बॉम्बे के बड़े डॉन हाजी मस्तान से बड़े गहरे थे और अमृता भी उसी की संतान हैं जिनको बाद में पंजाब के एक बड़े कारोबारी ने (रुखसाना की दूसरी शादी जो उनसे हुई) गोद ले लिया था |
संजय गांधी यदि होते तो आरएसएस और भाजपा कभी की खत्म होचुके होते सजंय गांधी डिक्टेटर थे पर दूर दर्शी भी थे सजंय गांधी के पांच सूत्री कार्यक्रम काफी सफल रहा जिसका एक हिस्सा वृक्षारोपण आज भी है संजय गांधी डिक्टेटर तो ज़रूर थे पर राष्ट्र हित की सोच थी सजंय गांधी की बड़ी तबाही का सबब बंसी लाल थे बंसी लाल ने संजय गांधी को निरन्तर गुमराह किया
संजय गांधी होता तो आज भारत में वक्फ बोर्ड नहीं होता धर्म के अनुसार कानून नहीं होता ऐक देश ऐक शिक्षा ऐक देश ऐक चुनाव होता धारा 370 कब कि हट जाती देश में जो नफरत कोंग्रेस , वामपंथी यों ने बढाई ये नहीं बढती,सिमी,पिऐफआई कभी नहीं बनने देता इसलिए ईदरा, मुस्लिम लोबी संजय गांधी के विरोधी थे
पिओके भारत में होता पापिस्तान घुशपेठ आतंकवाद नहीं कर पाता चीन के मोवो कि तरह राष्ट्रवाद होता भारत में छद्म धर्मनिरपेक्षता नहीं होता राष्ट्रवाद होता तुष्टिकरण कि राजनीति नहीं होती लैकिन संजय गांधी के साथ धोखा घर में ही हुआ वोट बैंक के चक्कर में
भाई कोई नेहरू को पसंद नहीं कर रहा था जब सदस्य कीबोर्ड पढ़ रहे थे गांधीके जमाने में सबसे ज्यादा और सरदार वल्लभभाई पटेल को मिले थे यह तो साला बहुत बड़ाही आस्था नेहरू
किसने कहा? कहीं ना कहीं देश में हिन्दू मुस्लिम दंगे होते रहते थे। कर्फ्यू लगता रहता था। आठ दस लोग पुलिस फायरिंग में मरते रहते थे। गुजरात और यूपी में बहुत होते थे। किसी न किसी मंदिर पर मुस्लिम अक्सर हमला करते रहते थे।
@@ranitiwari4740 विनाश की नींव पर विकास की इमारत नही अंहकार और अय्याशियो की हवेलीया बनती जो एक दिन होलनाक अंत के साथ भरभरा कर हवा से जमीन में जमींदोज हो जाती हैं रही बात रुकसाना की तो हर डर्टी पिक्चर में डर्टी वुमन होती है ख़ैर रुकसाना जैसे हर गली में होती है जो आपके कतिथ विकास के द्वारा यूज़ एंड थ्रो होकर पेज वन से बाथरूम न्यूज पेपर की दर्दनाक अंत की इबारत बन ती है
We already heard that about Sanjay Gandhi that he was very broad minded and forward thinking person!.. And now we could say about Rukhsana mam was on her target!.. She was possessive about her work!.... But politics is different!
Emergency was a great decision . Though some Government Employees and leaders and political strong person miss use the emergency and some of them intentionally tried to defame the decision .Culprits should abolished and emergency should continued. We dont need CONGRESS but a great leader like Sanjay and Indira.
संजय गांधी दूरदर्शी नेता थे राजीव गांधी भी दूरदर्शी नेता थे। राजीव गांधी की गांव को अधिकार देना, मोबाइल, टीवी,तीस साल पहले व्यवस्था की थी संजय गांधी की योजना आज भी किसी सरकार ने बन्द नहीं की और आबादी नियंत्रण पर कांग्रेस से अधिक भाजपा बात करती है। लेकिन जनता को ज्ञान नहीं था।
यही तो गुलामी कि सोच होती है गुलामी से बाहर नहीं निकल पाते संजय के जाने के बाद कोंग्रेस खत्म हो गई राजीव गांधी देश का सबसे कमजोर पिऐम् बना उसकी गलत नितीयो कि वजह से कश्मीर हिंन्दु ओं पर अत्याचार, नोकरशाही में भ्रष्टाचार ओर देश कि अर्थव्यवस्था सबसे कमजोर हुई संजय गांधी सही था इसलिए कोंग्रेस इंद्रा पसंद नहीं करते थे
संजय गांधी देश का विकास चाहते थे और रुखसाना सुल्ताना ईमानदारी से संजय गांधी के लक्ष्य को पूरा कर रही थी, ना कि वह संजय गांधी का राजनीतिक कैरियर बर्बाद कर रही थी।
ये कोंग्रेस का झुठ है युपी देश भर में दंगे अलग देश का बंटवारा होने के बाद भी होने लगे थे गृह, मंत्रालय के आंकड़े देखो रूकसाना भी इसलिए परेशान हुई थी ओर उसने संजय को राष्ट्रवाद अपनाने को कहा था लेकिन पावर में ईदरा उसके चापलूस थे
Sanjay Gandhi was not a dictator....he was a visionary person... yess, it's true that if was alive, India today has been a developed nation ... that's why he was killed under conspiracy
बहुत अच्छा निर्णय था.....आज देश सच मे खुशहाल होता
अगर संजय गांधी की योजना सफल हो गई होती तो आज देश मै इतनी जनसंख्या नही होती,,,,संजय गांधी अमर रहे
अरे बाबा यह सही है, चीन के भी दो कदम आगे थे_ चीन ने १९७८ में___
नसबंदी ज्यातर हिंदुओ की थी
😂😂😂😂😂 sirf hindu ki
बहुत सुंदर और सराहनीय कार्य किया था माननीय संजय गांधी जी ने और सुल्ताना बेगम ने हम चार हमारे अट्ठारह नहीं चाहिए देश को बल्कि हम दो हमारे दो चाहिए देश को ❤❤❤
आज उनके जैसे नेतृत्व की बहुत आवश्यकता है।
अगर तभी संजयजी गांधी की बात माण ली होती और आगे भी अंमल की या होता तो आज का दिन भारतवर्ष में सभी धर्मो कें लोग शांती से रहे पाते.
सन्जय गांधी की सही सोच थी
Sirf hinduo ke liye 😂
सही सोच कैसे थी ? नशबंदी केवल हिन्दुओ की करवायी थी उसने |वह एक दुष्टा और षडयंत्रकरी थी |
सिर्फ हिन्दू केलिए ।और राहुल नारा दे रहे हैं- "जिसकी जितनी संख्या भारी उसकी उतनी भागेदारी हिन्दू को चाचा भतीजे दोनों नेठगा
संजय गांधी देश में पहले दूरदर्शी नेता थे, जिन्होंने १९७६ मे यह सोचा, चीन के आगे दो कदम थे(१९७८)__
Mara bhi sa*la Jawani mai .abki baar mo*di par.
संजय गांधी की सही सोच थी संजय गांधी बहुत अच्छा आदमी थे
यह संजय काका की करतुत राहुल गांधी को पता करनी जरुरी है
Bold steps taken by sanjay Gandhi
तभी तो ये स्थिति आ गयी की देश मे जानवर से ज्यादा इन्सान बढ़ गया अगर ये कानून 1980 मे बन गया होता तो देश कितना खुशहाल होता छोटा परिवार सुखी परिवार हम लोग 2 एक भाई बहन होते और माता पिता आज बेरोजगारी चरम पर है इसका कारण जन्सख्यां
आबादी और भी बढ़ जाएगी तो, विधायक , सांसदों की पदें भी बढ़ेंगी__ आज विस्फोट, कल जनसंख्या अराजक__( कितना दूरदर्शी नेता था)__
ये खुशहाली तब तुम्हारे नसीब में नहीं होती
नसबंदी ऑन हिंदुओं की की गई थी ना की मुसलमान की
@@vijayshree594 sabhi religion &caste ka family planning program tha plantation tha
I salute Sanjay Gandhi ji that he is great leader of india for future development of india
Why are you showing actor Nimmi's photo? You think viewers are mad?
संजय गांधी एक दूरदर्शी नेता थे और मैं उन्हें बहुत पसंद करता हूं
संजय गांधी एक बहुत ही सक्षम दृढ़निश्चयी प्रगतिशील सोच वाले व्यक्ती थे
दस पंद्रह साल अगर राजनीति मे रह जाते तो निश्चित ही देश की दिशा कुछ और होती
सिर्फ जुमलेबाज़ी नहीं होती सही मायने मे विकास होता
उन पांच सूत्री मांगों की आज भी सबसे ज्यादा ज़रूरत है
सही कहा आपने। संजय के बाद राजीव आए। इंदिरा और राजीव झुमलेबाजी करते रहे।
काँग्रेस के कार्यकाल में जो सोना देश को गिरवी रखना पडा था वह जुमले बाज लोगोन के कार्यकाल मे देश मे आया और आ रहा हैं और एक भूतपूर्व RBI governor के कार्यकाल में ऑईल बॉण्ड्स को भी आप के जुमले बाज लोगो ने ही चुकाया हैं मगर हमे उससे क्या लेना देना| हम तो चीन के साथ secret agreement करने वालो को ही मानेंगे और देश हित मे काम करने वालो को कोसेंगे|
@@ravindradeshpande7007In sabko pta hai ki Sanjay Gandhi ki is ghatiya niti k karan us samay 16, 17 saal tak k hindu bachchon ki nasbandi kra di gyi thi forcefully aur muslamaan ki to nasbandi ki nahin ja skti kyu ki bachche to %#^# den hai . Fir bhi gulami ja nahin rahi Inke dimag se Raul vinci sbke saamne exposed hai to Sanjay ka Naam leke malik ko khush karo , jabki sanjay ki widow wife or uske chhote bachche ko inki malkin ne ghar se nikal diya tha . Bechare vinci supporter .
Sanjay ji bahut Achha kam kar rahe thae
Soch aachhe thaa.
दुरदर्शी राज नेता थे संजय गांधी ऊस वक्त कमसे कम दस साल तक इमर्जन्सी जारी रहती तो आज आपणा देश अमेरिका औंर जपान के बराबर होता
कोंग्रेस ख़त्म हो जाती ईदरा राजीव लोबी तब तो देश का भला हो सकता था अन्यथा नहीं
उस जमाने के सबसे सही दूरदर्शी और प्रगतिशील विचारों के नेता थे आगरा में उन्ही के नाम पर संजय पैलेस है
Sanjay Gandhi was an educated,visionary and nationalist politician.His policies were excellent but were implemented in wrong way by his advisers and officers.Due to unfortunate plane crash,we lost a good administrator.
सही है, आज ऐसे नेता की, देश को जरूरत है___
Sanjay Gandhi ki soch bahut sahi thi .
Bharat jese logo ke liye Apaatkaal jaruri hain
Sanjay ghandi was a great leader🎉
Sanjay Gandhi was a good leader
Very nice small small family moment
Sahi soch desh ko sanjay jese neta ki jarurat he
संजय गांधी the great आयर्न मॅन
✓
Sahi soch thi
s
संजय गांधी एक Doordarshan राजनेता थे
Sanjay Gandhi Right Person
✓
संजय गांधीजी जिंदा होते तो जो काम मोदी जी कर रहे वह काम इंदिरा जी के बाद संजय पी एम होते और करते ऐसा मेरा मानना है
😂
Very funny😂
नसबंदी सिर्फ हिंदू कि की गई थी भाई....
संजय गांधी देश नही बेचता, नोट बंदी नही होता, देश गरीबी और बेरोजगारी का आतंक नही होता और न GDP 4.5 होता और विदेश में बदनाम नही होता😮😮
@@manojswami0795 अरै भाई वो ईदरा ने वोट बैंक के चक्कर में हिंदुओं की तरह घुमा दी थी स्वार्थी चाटुकार नोटरशाज्ञी से मिलकर यहीं से संजय ईदरा में नफरत बढी ओर ऐक दिन संजय को उफर जाना पड़ा ईदरा ऐक अच्छी मां नहीं थी सोच ईस संगठन कि सोछ कितनी घटिया है
तो संजय गांधी सही मायने में सैफ़ अली ख़ान का ससुर हुआ अमृता सिंह का बाप भी
धन्यवाद जी, आभार 🎉
माँ मुस्लिम और बेटी का नाम अमृता सिंह 😂
Unke Peeta Sikh the
फिता फिरोज खान बेटा राजीव गांधी पोता राहुल
सब मिक्स नॉन वेजिटेरियन लोग हैं
Naam ma ka nhi baap ka chlta he
संजय गांधी की सोच बहुत अच्छी थी
यू तो मुझे काँग्रेस पार्टी से नफ़रत है लेकिन Sanjey gandhi की सोच से भाग भाग हुयीं sanjey ghandi amar rhey👈✊️✊️✊️✊️
आपको एक और ऐसी शख्सियत के बारे में भी खोजबीन कर के एक एपिसोड बनाना चाहिए, जिसने अकेले ही संजय गांधी और इंदिरा गांधी की नाक में दम कर दिया था |.... वो थे इन्द्रसेन जौहर या I S Jauhar.
एक बेहद प्रतिभाशाली व्यक्ति जो विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद भी भारत में ही काम करने के सपने के साथ एक यूनिवर्सिटी में पढ़ाने लगे थे | दो-दो विषयों में Ph. D. की थी उनहोंने लेकिन फिर क्या हुआ जो वे फ़िल्मी दुनिया में आ गए ?
यहाँ पर भी वे कई तरह के काम बखूबी करने लगे |
लेकिन इसके साथ ही वे थियेटर भी करने लगे और निर्देशक बन गए | जौहर के बड़े भाई यश जौहर भी फ़िल्मी दुनिया में पहले से ही थे लेकिन छोटे भाई ने कम समय में ही बड़ा नाम कमा लिया था|
आई एस जौहर की देव आनन्द और उनके भाई विजय से बड़ी मित्रता थी | जिसके कारण देव आनन्द की एक फिल्म में उन्होंने एक गाना रुखसाना सुलतान को चिढाने के लिए डलवाया था "रुखसाना रुखसाना हमसे दो बातें करके चली जाना ... कि मौसम है दीवाना ...."
क्यों किया था ऐसा ? इसका नतीजा क्या हुआ था? ... इसके बाद जौहर को तो लम्बे समय तक देश के बाहर रहना पडा लेकिन देव आनन्द और किशोर कुमार ने भी देश में ही परेशानी उठाई थी|
आई एस जौहर ने उस समय की सबसे क्रांतिकारी हरकत की थी जब उनहोंने नसबंदी नाम से एक कॉमेडी फिल्म बना डाली | इस फिल्म को उन्होंने बड़ी ही चालाकी से विज्ञापन के नाम से शूट किया था लेकिन जब रुखसाना को इसकी असलियत पता चली तो उसने घबरा के इनको बहुत धमकाया और फिल्म के प्रिंट मांगे | जौहर ने फिल्म के प्रिंट को चुपके से अपने हॉलीवुड के दोस्तों के साथ विदेश भिजवा दिया और बाद में खुद भी वहीं की एक फिल्म करने के बहाने से अमरीका भाग कर अपनी जान बचाई थी | ... फिल्म बाद में जनता पार्टी सरकार के समय प्रदर्शित हुई थी | आज कहाँ है पता नहीं |
जौहर अपने समय में पत्रकारिता भी करते थे और ब्लिट्ज और इलस्ट्रेटेड वीकली में लगातार अपना व्यंग्य लेख लिखते थे | रेडियो पर भी उनका साप्ताहिक कार्यक्रम "जौहर के जवाब" विविध भारती पर बड़ा लोकप्रिय था |
जौहर ने किस से विवाह किया था? अभी उनके परिवार में कौन कौन हैं ?
यश जौहर के पुत्र करन से इनका क्या नाता है? यूं तो इन्द्रसेन जौहर कर्ण जौहर के चाचा लगते थे लेकिन यह देखकर कई लोगों को भी उत्सुकता होती है कि कर्ण की सूरत अपने पिता से कम और चाचा जी से हूबहू मिलती है | यह और बात है कि कर्ण आज अपने इस महान परम प्रतिभाशाली चाचा जी के बारे में कोई बात कभी भी नहीं करते |
*** एक गज़ब की घटना-- I S Jauhr वो अकेले व्यक्ति रहे हैं इस संसार के .... जिसको आयकर अधिकारियों ने रिश्वत देकर अपनी जान छुड़ाई थी | क्या था वो किस्सा? मालूम करिए |
कसम से, इन्द्रसेन जौहर के जीवन पर एक पूरी मसालेदार शानदार फिल्म बन सकती है जिसमे सफल होने की पूरी ताकत होगी | काश कोई बनाए |
आप कृपया एक कड़ी जरूर बनाइये और जौहर की रुखसाना और संजय गांधी से हुई दोस्ती और लड़ाई की कहानी भी बताइयेगा | फारूख अब्दुल्ला को भी मालूम है इस बारे में |
Good information sir
महोदय, अभिनेता के बारेमे इतनी गहराई का आप का अभ्यास तारीफ कि काबिल है, धन्यवाद,
@@vijayakumarhiremath4288 धन्यवाद | दुःख होता है यह देख कर कि इतने प्रतिभाशाली व्यक्ति को उसके अपने कार्य क्षेत्र के लोगों और उस भतीजे ने ही भुला दिया जो अपने को किंगमेकर मानता है |... लेकिन आज यह खबर सुनकर I S Jauhar जी की आत्मा को सुकून मिला होगा कि करन का प्रोडक्शं हाउस 50% बिक गया | ... एक फिल्म उसने अपने चाचा पर ही बना दी होती तो यह दिन नहीं देखना पड़ता |
Rukhsana Amrita Singh ki Mata thi. Par uska Dilip Kumar SairaBanu se bhi koi rishta tha. Ye bhi bataaie pls.
@@parultrivedi3594 दिलीप कुमार या सायरा बानो से इनके रिश्ते का तो पता नहीं, लेकिन एक रिश्तेदारी बिलकुल पक्की है | रुखसाना सुल्तान कुल 3 बहनें थी, पहली तो स्वयं रुखसाना, दूसरी सलमा सुलतान ( वही जो संजय गांधी से दोस्ती के चलते दूरदर्शन में हिन्दी समाचार वाचिका बन गयी थी| ये और बात है कि उच्चारण उनका कभी सही नहीं हो पाया ) जो समाचार पढ़ते समय शब्दों को खा जाने में निपुण थी | मुझे याद है कि वे श्री राजीव गांधी का नाम श्रीजीव गांधी ही पढ़ती थी पर उनको "अभयदान" हासिल था| तीसरी बहन का नाम शायद फातिमा था (ठीक से याद नहीं) और उनकी यह विशेषता थी कि वे आज के मेगा स्टार शाहरुख़ खान की अम्मी हैं | वे बहुत जल्दी दुनिया से रुखसत हो गयी थी | ... रुखसाना सुलतान के सम्बन्ध बॉम्बे के बड़े डॉन हाजी मस्तान से बड़े गहरे थे और अमृता भी उसी की संतान हैं जिनको बाद में पंजाब के एक बड़े कारोबारी ने (रुखसाना की दूसरी शादी जो उनसे हुई) गोद ले लिया था |
मुस्लिमो की आबादी घटती जाये यही देश हित मे रहता है
Lekin kya kare sala double jo gaya😂😂
He was intelligent
Sanjayji really very dynamic &good Governence dene vale Leader the kas vo alive hote to in bekar politian ko janata ko jhelana nahi padata
ये भी सच है कि संजय गांधी नम्बर 1 अय्यास था
आपातकाल।२५ वर्ष तक लागू रहना चाहिए।तभी देश सुधरेगा।इस देश के नागरिक आजादी के लायक नही है
He was the right man for India
🎉 dynamic thought 🎉
Sanjay Naam ke log bahut successful hote hai. Sanjay Gandhi was an absolute gem much better than the latest horrible dash dash.
Spectacular 😍😍 SINI 💖💕 MISHRA Xavier MBA Bhubaneswar Best
आज भी चहिये संजय गांधी जेसा देश भक्त
संजय गांधी यदि होते तो आरएसएस और भाजपा कभी की खत्म होचुके होते सजंय गांधी डिक्टेटर थे पर दूर दर्शी भी थे सजंय गांधी के पांच सूत्री कार्यक्रम काफी सफल रहा जिसका एक हिस्सा वृक्षारोपण आज भी है संजय गांधी डिक्टेटर तो ज़रूर थे पर राष्ट्र हित की सोच थी सजंय गांधी की बड़ी तबाही का सबब बंसी लाल थे बंसी लाल ने संजय गांधी को निरन्तर गुमराह किया
संजय गांधी होता तो आज भारत में वक्फ बोर्ड नहीं होता धर्म के अनुसार कानून नहीं होता ऐक देश ऐक शिक्षा ऐक देश ऐक चुनाव होता धारा 370 कब कि हट जाती देश में जो नफरत कोंग्रेस , वामपंथी यों ने बढाई ये नहीं बढती,सिमी,पिऐफआई कभी नहीं बनने देता इसलिए ईदरा, मुस्लिम लोबी संजय गांधी के विरोधी थे
पिओके भारत में होता पापिस्तान घुशपेठ आतंकवाद नहीं कर पाता चीन के मोवो कि तरह राष्ट्रवाद होता भारत में छद्म धर्मनिरपेक्षता नहीं होता राष्ट्रवाद होता तुष्टिकरण कि राजनीति नहीं होती लैकिन संजय गांधी के साथ धोखा घर में ही हुआ वोट बैंक के चक्कर में
Bilkul sahi...woh rahte to aaj ek ek muslim family ke bachche ek hi hote...kitna achcha hota
@@msinha447तुम्हारे कितने हैं उसपर भी तो फ़र्क़ पड़त हां यह ज़रूर है तुम्हारी यह अंधी, और गन्दी सोच कदापि नहीं होतीा
भाई कोई नेहरू को पसंद नहीं कर रहा था जब सदस्य कीबोर्ड पढ़ रहे थे गांधीके जमाने में सबसे ज्यादा और सरदार वल्लभभाई पटेल को मिले थे यह तो साला बहुत बड़ाही आस्था नेहरू
दिवंगत संजय गांधी मोदी से लाख दर्जे बेहतर थे
कुछ फोटो रुखसाना के नही एक्ट्रेस निम्मी के है😂
Very nice work.
दिवंगत इंदिरा गांधी जी के समय इतनी साम्प्रदायिक नफरत नहीं थी जितनी आज संघपरिवार और बीजेपी वालों ने देश में फैला दी है
हुतिया है क्या देश में कोंग्रेस ने नफरत आज़ादी से पहले ही बढा दी थी फुट डालो राज करो कोंग्रेस ईस्ट इंडिया कम्पनी कि निती रही है देश का बंटवारा
सही कहा
किसने कहा?
कहीं ना कहीं देश में हिन्दू मुस्लिम दंगे होते रहते थे। कर्फ्यू लगता रहता था। आठ दस लोग पुलिस फायरिंग में मरते रहते थे। गुजरात और यूपी में बहुत होते थे। किसी न किसी मंदिर पर मुस्लिम अक्सर हमला करते रहते थे।
Sanjay was man of excellent thought.
मोदी जी से परेशान है लेकिन यही बात कांग्रेस के नेता करते तो सब ठीक होता? जनता की भी सोच ना बड़ी कमाल की है
Is desh ko America bnaane keliye ye kaam sahi tha
s
रुकसाना जैसी जाने कितनी फसाने संजय की रासलीला की राजनीति का हिस्सा होगी
@@LalluLal-f5j अपनी निजी जिंदगी में कोई भी बहुत पाक साफ नही कम से कम वो देश के विकाश के लिए तो अच्छे थे
@@ranitiwari4740 कोई निजी जिंदगी में 400 ₹की बेइमानी करे और कोई 400 घरों को बर्बाद कर दे वाह संजय ढली हुई सांझ बन कर उसको उसके किए की सजा कुदरत
@@ranitiwari4740 विनाश की नींव पर विकास की इमारत नही अंहकार और अय्याशियो की हवेलीया बनती जो एक दिन होलनाक अंत के साथ भरभरा कर हवा से जमीन में जमींदोज हो जाती हैं रही बात रुकसाना की तो हर डर्टी पिक्चर में डर्टी वुमन होती है ख़ैर रुकसाना जैसे हर गली में होती है जो आपके कतिथ विकास के द्वारा यूज़ एंड थ्रो होकर पेज वन से बाथरूम न्यूज पेपर की दर्दनाक अंत की इबारत बन ती है
रूखसाना को कट्टरपंथियों कि सोच से नफरथ थी इसलिए उसने संजय गांधी से मिलकर राष्ट्रवाद राजनीति की शुरुआत कि वो अपनों से सताई हुई थी
Sanjay ko bahut badnam kiya gaya tha. aaj 2 bachcho ke bad sabka nasbandi karna jaruri hai chahe koi dharam ho.
Tu karale apna nasbandi
Bilkul sahi hey
@nilaynitesh4798 tera kyu jaldra bhai
Sanjay ghandhi.ko.dus saal mil jate to desh aaj kuchh aur hota
संजय गांधी good man
Sanjay gandhi is perfect
Sanjay Gandhi is best leader in the world.
Sanjay Gandhi very good leade
Very nice story
We already heard that about Sanjay Gandhi that he was very broad minded and forward thinking person!.. And now we could say about Rukhsana mam was on her target!.. She was possessive about her work!.... But politics is different!
Sanjay Gandhi was a great visionary. The adverse thing with him was that he never listened to anyone. He may change India as a developed nation.
This is very good vedio
Sanjay Gandhi's idea was brilliant
He was a good thinker
Akdam sahi kar rahe the Sanjay
sss
सही बात है
Sanjay Gandhi top leader acchey pm hote des k lie
Doordashi ❤❤❤
Sanjay ji bahut achcha kam kar rahe the Aaj Desh ke halat alag hote agar janshankhaya control ho jati
Sanjay Gandhi best.
Emergency was a great decision . Though some Government Employees and leaders and political strong person miss use the emergency and some of them intentionally tried to defame the decision .Culprits should abolished and emergency should continued. We dont need CONGRESS but a great leader like Sanjay and Indira.
Uski Soch Sahi thi rukhsana ne bhi ache se apna kam kiya
He was right india wud have been something different today if for him
Sanjay Gandhi was correct and visionary, but linear thinker
Sanjay Gandhi is great.
s
Sanjay Gandhi ki us jamane ki soch bahut sarahaniya thi agar vo jinda hote to bharat ka aj kuchh or hota
Sanjay Gandhi ki soch sahi thi but es ke liye ruksana pr bharosa galat tha...
संजय गांधी अच्छा लीडर था हिंदुस्तान को एसा ही लीडर चाहिए कड़क
Today we want's sanjay Gandhi ji
Ye bhot sahi steps thy
This was the demand of that time
संजय गांधी ने Noida की नीव रखी थी आज नोएडा को खुद देख लो....
अमर रहे..संजय गांधी..
Sanjay good leader
संजय गांधी दूरदर्शी नेता थे राजीव गांधी भी दूरदर्शी नेता थे। राजीव गांधी की गांव को अधिकार देना, मोबाइल, टीवी,तीस साल पहले व्यवस्था की थी संजय गांधी की योजना आज भी किसी सरकार ने बन्द नहीं की और आबादी नियंत्रण पर कांग्रेस से अधिक भाजपा बात करती है। लेकिन जनता को ज्ञान नहीं था।
यही तो गुलामी कि सोच होती है गुलामी से बाहर नहीं निकल पाते संजय के जाने के बाद कोंग्रेस खत्म हो गई राजीव गांधी देश का सबसे कमजोर पिऐम् बना उसकी गलत नितीयो कि वजह से कश्मीर हिंन्दु ओं पर अत्याचार, नोकरशाही में भ्रष्टाचार ओर देश कि अर्थव्यवस्था सबसे कमजोर हुई संजय गांधी सही था इसलिए कोंग्रेस इंद्रा पसंद नहीं करते थे
Family planning sanjay gandhi ka bahut achha nirnay tha, agar ye ho jata to aaj desh ka bahut bhla hota.
जगदीश टाइटलर ओर किरण चौधरी की कहानी पर विडियो
फैक आईडी बनाकर हर किसी को बदनाम करने का पाप नहीं करना चाहिए टाइटलर उस समय का अच्छा नेता था राजीव गांधी कि वजह से बदनाम हुआ
👍👍
संजय गांधी देश का विकास चाहते थे और रुखसाना सुल्ताना ईमानदारी से संजय गांधी के लक्ष्य को पूरा कर रही थी, ना कि वह संजय गांधी का राजनीतिक कैरियर बर्बाद कर रही थी।
पहले से ये सब कुछ हो रहा था तो आज सिर्फ और सिर्फ योगी जी और मोदी जी ही सिर्फ बदनाम क्यों है ❤
ये कोंग्रेस का झुठ है युपी देश भर में दंगे अलग देश का बंटवारा होने के बाद भी होने लगे थे गृह, मंत्रालय के आंकड़े देखो रूकसाना भी इसलिए परेशान हुई थी ओर उसने संजय को राष्ट्रवाद अपनाने को कहा था लेकिन पावर में ईदरा उसके चापलूस थे
Sanjay Ghandhi very visionary leadership great Sanjay Ghandhi
संजय गांधी सही थे।
BAHUT ACHCHE LEADER THE SANJAY GANDHI ❤❤❤❤❤
हर काल में अपोजिट पार्टी के कारण देश का विकास कम होता है। रूखसाना भी सहीं थी पर कुछ लोगों को सुंदरता और विकास नहीं चाहिए।
Great 👍 leader.
👍
Sanjay Gandhi Doordarshi leader
Sanjay Gandhi was not a dictator....he was a visionary person... yess, it's true that if was alive, India today has been a developed nation ... that's why he was killed under conspiracy
Sanjay Gandhi' ache insaan the woh hote toh india bohat age hote jo ho nhi saka
Great sanjay Gandhi