सर बहुत ही अनछुए पहलु पर आपने चिन्तन का इशारा किया है।बदलते परिवेश मे आज शिक्षण शैली मे बदलाव की जरूरत है।हमे बहुत सीख व प्रेरणा मिलती है ज्ञान दान के दीप को जगाये रखने की।
आपके द्वारा प्रस्तुत विडियो समझ बच्चों के पढ़ाने की देखकर-सुनकर अच्छा लगा। सही अर्थों में कहा जाए तो बात यही है कि बच्चों को समझें बिना समझ बच्चों के पढ़ाने की नहीं हो सकती। पहले हमें उन्हें (बच्चों) समझना होगा तब हम उन्हें सीखा पाएंगे। सीखने के लिए आनंददाई माहौल का होना बहुत ही जरूरी है। इसके लिए हमें बच्चों से बातचीत करना होगा। बच्चों से बातचीत शिक्षक एवं बच्चों के बीच दूरी को खत्म करेगा तथा उन्हें बेहतर करने का माहौल देगा। सही कहा आपने कि हम अपने Area of Influence को भी सही ढंग से निर्धारित नहीं कर पा रहे हैं। अपना रोल क्या है इसे समझना होगा। हम व्यर्थ ही दूसरे अन्य बातों में अपना ध्यान केंद्रित करने तथा समय गंवाने में लगे रहते हैं। सभी बच्चों को सम्मान देना, उन्हें सीखने की गति देना , उन्हें श्रम की महत्ता बतलाना एक शिक्षक ही कर सकता है। कितनी अजीब बात है कि आज शिक्षक एक रोल-मॉडल की भूमिका में नजर नहीं आ रहे हैं। कहीं न कहीं समाज और शिक्षक की समरसता में कमी आई है। इसे नए संदर्भों में समझना होगा। आज हमारे रोल-मॉडल कोई नेता-अभिनेता बने हुए हैं।हम अपने विद्यालयों से साफ-सफाई, बड़ो का आदर करना, अतिथि को सम्मान देना , दूसरों की सहायता देना आदि मूल्यों को आत्मसात करते थे।वे मूल्य आज गायब हो रहे हैं।इन मूल्यों को पुनः विद्यालयों से जोड़ने की जरूरत है। बच्चे स्वयं ज्ञान के सृजनकर्ता हैं,इस बात को समझते हुए ज्ञान के परिप्रेक्ष्य के निर्माण की प्रक्रिया अपनाई जानी चाहिए। तभी हम बच्चों को सच्चा ज्ञान दें सकते हैं। बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार 🙏 ज्ञानवर्धक एवं सराहनीय प्रयास। सादर प्रणाम 🙏🙏
पाश्चात्य शिक्षाविदों और मनोवैज्ञानिकों ने भी उन विषयों पर थ्योरी दी हैं जो हमारे जीवन के बहुत नजदीक होती है और ज्यादा नजदीकी के कारण वह क्षेत्र हमसे अनभिज्ञ रह जाता है। आप भी उन छोटे छोटे लेकिन काम के एरिया में बहुत अच्छे वीडियो बनाते हैं साथ ही हम लोगों को भी उन बिंदुओं पर विचार करने के लिए प्रेरित करते हैं, एवं सूक्ष्म अतिसूक्ष्म अवलोकन की क्षमता पैदा करते हैं। सरलता का भाव कोई आपसे सीखे। सुपर हीरो। सुपर थ्योरी। सैल्यूट👏👏👏👏
Very motivational video for teachers. Vidyalay Ek Mandir hai, bacche uski Devta hai ,Shikshak Uske Pujari Hain. Gopal Krishna, lecturer ,PTEC Rampur Jalalpur Samastipur. 🙏🙏🙏
Area of concern और area of influence पर सर द्वारा दी गई स्पष्टता बड़ी अच्छी लगी। गिजु भाई बधेका की दिवास्वप्न पर की गई चर्चा उत्साह देती है। आज का संवाद किसी व्याख्यान श्रृंखला का हिस्सा है। वन मूड वन फ्लो में भी दर्शकों के लिए ढेर सारी सामग्री है। पटना सिटी के चमड़े का काम करने वाले अभिभावक के बच्चे का उदाहरण देकर बड़ी बात कही गई है। हालांकि सजी हुई संवाद श्रृंखला नहीं है। प्रस्तोता के चेहरे पर पर्याप्त प्रकाश नहीं है लेकिन ओजस्वी वाणी और संवाद के विषय इतने ज्वलन्त, तार्किक और समय सापेक्ष हैं कि दर्शक उन कमियों को भूल जाता है। वाह, क़ाबिले तारीफ़। जय हो।
बहुत धन्यवाद 🙏समयाभाव भी था और एक महत्वपूर्ण बिंदु पर चर्चा उपलब्ध थी जो की कई जगह छूट जा रही है, इसलिए इसे तुरंत सभी के लिए उपलब्ध कराया, पुनः अच्छे वीडियो और जानकारी के साथ आऊंगा 🙏
सर जी आपका प्रत्येक विडियो देखने के बाद कुछ न कुछ अपने व्यवहार मे परिवर्तन लाता हूँ। हमेशा कुछ न कुछ सीखने के लिए प्रेरित रहते हैं। धन्यवाद सर प्रेरणादायक शिक्षा देने के लिए। (P.T.C.E MASAHURHI PATNA )
Thanku sir... Aapne bhut hi saral Or shaj baton ko smjhaya h.. Aj k teachers shiksha ka vastvik mtlb kafi had tk bhul chuke h...acchi class wah h jo democratic ho, intresting ho, sv students ko brabr ka mauka mile, sbse bdi bat k class mechanical to bilkul v na ho... Syllabus pura kr dena hi bdi bat ni hoti, smjh kitni viksit kr paye y jruri h...🙏 kv hm log v students the, apne teachers s bhut si apekshayen hoti thi hmari, aj usi kasauti p khud ko utarne ki kosis rhti h hmari..
Absolutely true sir 🙏🙏 we should relate education with life but today education is only meant getting excellent marks in exams .... Ur videos are real eye opener 🙏🙏and we will definitely try to expand our area of influence 🙏🙏
धन्यवाद मैम। आप भी हमलोगो को अभिप्रेरित करती है। आप कहती है कि हमेशा सीखने के लिए प्रेरित रहना चाहिए । फिर से धन्यवाद मैम 🙏🙏 (P.T.C.E MASAHURHI PATNA )
School ke bare aur bachhe ke bare me jo bataya bahut achha lga sabse jyada ye achha lga jab bacche ko hum koi chhin me intrest jaga de to phir vo kishi aur chij ko pasand hi nahi karta hai🙏🙏🙏🙏🙏
Sir जब बच्चे आपने टीचर का रिस्पेक्ट करता है ,तो टीचर भगवान क्यों समझता है।और बोलते भी है टीचर तो भगवान होता है। Sir अभी के time ko अगर ध्यान में रखा जाए तो ये कितना सही और कितना गलत है। 🙏🙏🙏🙏🙏
सम्मान देना हमारी परम्परा है और अब विदेशों में भी अब इस पर ध्यान दिया जा रहा है, गांधीजी अफ्रीका में भी सम्मान के लिए उनके साथ खड़े हुए थे | आर्थिक बौद्धिक सामाजिक और कई कारणों से सभी जीवन में अपने हिसाब से सफल होते हैं और यह चाहे खेल हो या पढाई इसलिए सबको सम्मान देना एक मानवीय लक्षण है | रही बात गुरु के भगवान होने की वह आज भी होता है| परन्तु आज के समय में कई जगह पढाई एक व्यवसाय जैसा हो रहा है जिस कारण गुणवत्ता की कमी हो रही है | लेकिन अगर आप सभी के जैसे नौजवान, बच्चे, बूढ़े प्रयास करें तो फिर से वह गरिमा प्राप्त हो जाएगी 🙏🙏
आप की समझ ,
आपके ज्ञान से ही विचार की श्रेष्ठता परिलक्षित होती है ।
धन्यवाद 🙏🙏
सर बहुत ही अनछुए पहलु पर आपने चिन्तन का इशारा किया है।बदलते परिवेश मे आज शिक्षण शैली मे बदलाव की जरूरत है।हमे बहुत सीख व प्रेरणा मिलती है ज्ञान दान के दीप को जगाये रखने की।
धन्यवाद 🙏🙏
आपके द्वारा प्रस्तुत विडियो समझ बच्चों के पढ़ाने की देखकर-सुनकर अच्छा लगा। सही अर्थों में कहा जाए तो बात यही है कि बच्चों को समझें बिना समझ बच्चों के पढ़ाने की नहीं हो सकती। पहले हमें उन्हें (बच्चों) समझना होगा तब हम उन्हें सीखा पाएंगे। सीखने के लिए आनंददाई माहौल का होना बहुत ही जरूरी है। इसके लिए हमें बच्चों से बातचीत करना होगा। बच्चों से बातचीत शिक्षक एवं बच्चों के बीच दूरी को खत्म करेगा तथा उन्हें बेहतर करने का माहौल देगा।
सही कहा आपने कि हम अपने Area of Influence को भी सही ढंग से निर्धारित नहीं
कर पा रहे हैं। अपना रोल क्या है इसे समझना होगा। हम व्यर्थ ही दूसरे अन्य बातों में अपना ध्यान केंद्रित करने तथा समय गंवाने में लगे रहते हैं। सभी बच्चों को सम्मान देना, उन्हें सीखने की गति देना , उन्हें श्रम की महत्ता बतलाना एक शिक्षक ही कर सकता है।
कितनी अजीब बात है कि आज शिक्षक एक रोल-मॉडल की भूमिका में नजर नहीं आ रहे हैं। कहीं न कहीं समाज और शिक्षक की समरसता में कमी आई है। इसे नए संदर्भों में समझना होगा। आज हमारे रोल-मॉडल कोई नेता-अभिनेता बने हुए हैं।हम अपने विद्यालयों से साफ-सफाई, बड़ो का आदर करना, अतिथि को सम्मान देना , दूसरों की सहायता देना आदि मूल्यों को आत्मसात करते थे।वे मूल्य आज गायब हो रहे हैं।इन मूल्यों को पुनः विद्यालयों से जोड़ने की जरूरत है।
बच्चे स्वयं ज्ञान के सृजनकर्ता हैं,इस बात को समझते हुए ज्ञान के परिप्रेक्ष्य के निर्माण की प्रक्रिया अपनाई जानी चाहिए। तभी हम बच्चों को सच्चा ज्ञान दें सकते हैं।
बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार 🙏
ज्ञानवर्धक एवं सराहनीय प्रयास।
सादर
प्रणाम 🙏🙏
बहुत धन्यवाद 🙏हम सभी के प्रयास से सभी मंजिल मिलेंगी और बच्चे पुनः अपने गौरवशाली इतिहास से सीखेंगे और आगे बढ़ेंगे 🙏 शुभकामनाएं
पाश्चात्य शिक्षाविदों और मनोवैज्ञानिकों ने भी उन विषयों पर थ्योरी दी हैं जो हमारे जीवन के बहुत नजदीक होती है और ज्यादा नजदीकी के कारण वह क्षेत्र हमसे अनभिज्ञ रह जाता है। आप भी उन छोटे छोटे लेकिन काम के एरिया में बहुत अच्छे वीडियो बनाते हैं साथ ही हम लोगों को भी उन बिंदुओं पर विचार करने के लिए प्रेरित करते हैं, एवं सूक्ष्म अतिसूक्ष्म अवलोकन की क्षमता पैदा करते हैं। सरलता का भाव कोई आपसे सीखे।
सुपर हीरो।
सुपर थ्योरी।
सैल्यूट👏👏👏👏
बहुत धन्यवाद, शुभकामनाएं 🙏🙏
आप का चिंतन और संवाद अत्यंत उपयोगी होता है। आप के संवाद के विडियो का इंतजार रहता है। आप स्वस्थ और दीर्घायु हो।
बहुत धन्यवाद और ढेरों शुभकामनाएं 🙏🙏
Very motivational video for teachers.
Vidyalay Ek Mandir hai, bacche uski Devta hai ,Shikshak Uske Pujari Hain.
Gopal Krishna, lecturer ,PTEC Rampur Jalalpur Samastipur.
🙏🙏🙏
अत्यंत ही सत्य वचन, धन्यवाद 🙏🙏
बहुत व्यवहारिक और उपयोगी चिन्तन। मुझे आपके विडियो का इंतजार रहता है। ईश्वर आपको स्वस्थ एवं दीर्घायु बनायें।,🙏🙏🙏
बहुत धन्यवाद और ढेरों शुभकामनाएं🙏🙏
🙏🙏🙏 सरल शब्दों में बहुत ही गुढ़ और सारगर्भित संदेश
धन्यवाद🙏🙏
Area of concern और area of influence पर सर द्वारा दी गई स्पष्टता बड़ी अच्छी लगी। गिजु भाई बधेका की दिवास्वप्न पर की गई चर्चा उत्साह देती है। आज का संवाद किसी व्याख्यान श्रृंखला का हिस्सा है। वन मूड वन फ्लो में भी दर्शकों के लिए ढेर सारी सामग्री है। पटना सिटी के चमड़े का काम करने वाले अभिभावक के बच्चे का उदाहरण देकर बड़ी बात कही गई है। हालांकि सजी हुई संवाद श्रृंखला नहीं है। प्रस्तोता के चेहरे पर पर्याप्त प्रकाश नहीं है लेकिन ओजस्वी वाणी और संवाद के विषय इतने ज्वलन्त, तार्किक और समय सापेक्ष हैं कि दर्शक उन कमियों को भूल जाता है। वाह, क़ाबिले तारीफ़। जय हो।
बहुत धन्यवाद 🙏समयाभाव भी था और एक महत्वपूर्ण बिंदु पर चर्चा उपलब्ध थी जो की कई जगह छूट जा रही है, इसलिए इसे तुरंत सभी के लिए उपलब्ध कराया, पुनः अच्छे वीडियो और जानकारी के साथ आऊंगा 🙏
सर जी आपका प्रत्येक विडियो देखने के बाद कुछ न कुछ अपने व्यवहार मे परिवर्तन लाता हूँ।
हमेशा कुछ न कुछ सीखने के लिए प्रेरित रहते हैं।
धन्यवाद सर प्रेरणादायक शिक्षा देने के लिए।
(P.T.C.E MASAHURHI PATNA )
ढेरों शुभकामनाएं और सुनकर प्रसन्नता हुई कि आप बेहतर हो रहे हैं विश्वास है आप सफलता की शिखर तक जायेंगे 🙏🙏
Thanku sir... Aapne bhut hi saral Or shaj baton ko smjhaya h.. Aj k teachers shiksha ka vastvik mtlb kafi had tk bhul chuke h...acchi class wah h jo democratic ho, intresting ho, sv students ko brabr ka mauka mile, sbse bdi bat k class mechanical to bilkul v na ho... Syllabus pura kr dena hi bdi bat ni hoti, smjh kitni viksit kr paye y jruri h...🙏 kv hm log v students the, apne teachers s bhut si apekshayen hoti thi hmari, aj usi kasauti p khud ko utarne ki kosis rhti h hmari..
बहुत धन्यवाद, आपके सोच ही बदलाव की प्रथम सीढ़ी है, आगे आप अवश्य अपने लक्ष्य को प्राप्त करेंगे, शुभकामनाएं 🙏🙏
Bahut hi prernadayak video ha sir🙏 PTEC Rampur Jalalpur Samastipur Session 2020-2022
धन्यवाद 🙏🙏
धन्यवाद सर 🙏🙏 ..., मुझे हमेशा आपके video का इंतजार रहता है । , ...आपने हम सबों को बहुत प्रेरणादायक बातें बताई है ।
धन्यवाद 🙏🙏
शिक्षा की कोई जगह और समय नही होता इसे कही भी कभी भी प्राप्त किया जाता है । 🙏
सत्य वचन 🙏 बस सभी इस चीज को समझकर आगे बढ़ें , धन्यवाद 🙏
बहुत ही व्यावहारिक एवं उपयोगी! धन्यवाद
🙏🙏 बहुत धन्यवाद🙏🙏
साधु साधु...🙏🙏🙏
धन्यवाद 🙏
Absolutely true sir 🙏🙏 we should relate education with life but today education is only meant getting excellent marks in exams .... Ur videos are real eye opener 🙏🙏and we will definitely try to expand our area of influence 🙏🙏
धन्यवाद, वक्त के साथ पर्याय बदला है और हम सबकी जिम्मेदारी है महत्व को समझाना और साथ में आगे भी बढ़ना 🙏🙏
धन्यवाद मैम।
आप भी हमलोगो को अभिप्रेरित करती है।
आप कहती है कि हमेशा सीखने के लिए
प्रेरित रहना चाहिए ।
फिर से धन्यवाद मैम 🙏🙏
(P.T.C.E MASAHURHI PATNA )
बहुत बढ़िया गुरूजी ❤
धन्यवाद 🙏🙏
बहुत ही प्रंशसनीय विडियो है सर जी|
धन्यवाद 🙏🙏
🙏🙏
🙏🙏
Thanks so much Sir. Very nice analysis. Warm regards.🌹🙏
धन्यवाद और शुभकामनाएं 🙏🙏
अति सुन्दर सर, आप बहुत सहजता के साथ समझा दिए 🙏🙏
धन्यवाद 🙏🙏
बहुत अच्छा
धन्यवाद 🙏🙏
School ke bare aur bachhe ke bare me jo bataya bahut achha lga sabse jyada ye achha lga jab bacche ko hum koi chhin me intrest jaga de to phir vo kishi aur chij ko pasand hi nahi karta hai🙏🙏🙏🙏🙏
धन्यवाद और शुभकामनायें 🙏🙏
सही कहा आपने सर जी !
धन्यवाद 🙏🙏
👍
🙏🙏
मैं और मेरे दोस्त लोग आपके बिचार को लोगों तक पहुंचाने का काम भी कर रहे है।
अत्यंत धन्यवाद सब कोई आगे बढ़ें शुभकामनाएं 🙏🙏
Kash mai intna nadhib wala hot ki in sir se padh pata
Ptec pokhraira muzaffarpur se
🙏🙏
Sir जब बच्चे आपने टीचर का रिस्पेक्ट करता है ,तो टीचर भगवान क्यों समझता है।और बोलते भी है टीचर तो भगवान होता है। Sir अभी के time ko अगर ध्यान में रखा जाए तो ये कितना सही और कितना गलत है। 🙏🙏🙏🙏🙏
सम्मान देना हमारी परम्परा है और अब विदेशों में भी अब इस पर ध्यान दिया जा रहा है, गांधीजी अफ्रीका में भी सम्मान के लिए उनके साथ खड़े हुए थे | आर्थिक बौद्धिक सामाजिक और कई कारणों से सभी जीवन में अपने हिसाब से सफल होते हैं और यह चाहे खेल हो या पढाई इसलिए सबको सम्मान देना एक मानवीय लक्षण है | रही बात गुरु के भगवान होने की वह आज भी होता है| परन्तु आज के समय में कई जगह पढाई एक व्यवसाय जैसा हो रहा है जिस कारण गुणवत्ता की कमी हो रही है | लेकिन अगर आप सभी के जैसे नौजवान, बच्चे, बूढ़े प्रयास करें तो फिर से वह गरिमा प्राप्त हो जाएगी 🙏🙏
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