भाषा एक प्रवाह है। हिन्दी भाषा के विकास की एक निश्चित धारा है। यह धारा अपने समय एवं काल के दौरान समृद्ध हुईं हैं।तत्सम , तद्भव ,देशज एवं विदेशज शब्द हिन्दी भाषा को भाषा प्रयोग में समृद्ध करते हैं। ये शब्द भंडार को बेहतर बनाते हैं। हिन्दी भाषा के ये प्रवाह निरंतर चलता रहे । इसे रोकना घातक होगा। हिन्दी को सहज व सरल बनाने की जरूरत है जिससे यह आम लोगों तक पहुंच सके। इसका सहज प्रयोग ही उपयोगी होगा। बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार 🙏
सहजता जरुरी है | इसके लिए आधुनिक तकनीक वाले यन्त्र कंप्यूटर और मोबाइल आदि में, भारतीय वेबसाइट में भी सहजता से हिंदी की उपलब्धता इसे और आसान बना देगी और विकास यात्रा जारी रहेगी
बहुत सारे विद्यालयों में अध्ययन-अध्यापन का माध्यम अंग्रेजी हो जाने के कारण भी हिंदी में शुद्धता संबंधी समस्या आई है। माध्यम कुछ भी हो, हमारे लिए हिंदी का सांस्कृतिक महत्व है और इसे शुद्ध बनाए रखना हमारा दायित्व भी है।
धन्यवाद, आपने सत्य कहा शिक्षण पाठ्यक्रम में हिंदी का स्थान कम हो रहा, महत्त्वपूर्ण कारण है समाज में और व्यवसायों में अंग्रेजी और कंप्यूटर, मोबाइल आदि में भी अंग्रेजी के माध्यम, समस्या कठिन और गंभीर है इसलिए मैं भी प्रयत्नशील हूँ इस दिशा में 🙏🙏सभी के योगदान से ही बच्चे और युवा हमारे इस भाषा को सही सम्मान देंगे
बहुत ही प्रासंगिक शीर्षक| हिंदी में वाक्य उच्चारण करते समय लिंग को को लेकर छात्र बहुत ही कंफ्यूज रहते हैं |कृपया इस शीर्षक पर भी दृष्टिपात कीजिए सर जी| # धन्यवाद 🙏🙏🙏
Very elaborative session,Sir. 🙏🙏In today's situation neither we know pure Hindi nor pure English. The way you have dealt the origin of Hindi language is outstanding..
धन्यवाद, आपने सत्य कहा शिक्षण पाठ्यक्रम में हिंदी का स्थान कम हो रहा, महत्त्वपूर्ण कारण है समाज में और व्यवसायों में अंग्रेजी और कंप्यूटर, मोबाइल आदि में भी अंग्रेजी के माध्यम, समस्या कठिन और गंभीर है इसलिए मैं भी प्रयत्नशील हूँ इस दिशा में 🙏🙏सभी के योगदान से ही बच्चे और युवा हमारे इस महान भाषा को सही सम्मान देंगे
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति है आपके द्वारा। इससे मेरे ज्ञान में वृद्धि होगी। आप ऐसी जानकारियां उपलब्ध कराते रहे। भगवान से प्रार्थना है कि वे आपका स्वास्थ्य उत्तम रखे।🙏🙏
हिंदी की इस ऐतिहासिक जानकारी के लिए और हिंदी को शुद्ध शुद्ध लिखने और बोलने के इस ज्ञान के लिए मैं महाशय को धन्यवाद देता हूं । 🙏🙏🙏🙏
धन्यवाद 🙏🙏
भाषा एक प्रवाह है। हिन्दी भाषा के विकास की एक निश्चित धारा है। यह धारा अपने समय एवं काल के दौरान समृद्ध हुईं हैं।तत्सम , तद्भव ,देशज एवं विदेशज शब्द हिन्दी भाषा को भाषा प्रयोग में समृद्ध करते हैं। ये शब्द भंडार को बेहतर बनाते हैं। हिन्दी भाषा के ये प्रवाह निरंतर चलता रहे । इसे रोकना घातक होगा। हिन्दी को सहज व सरल बनाने की जरूरत है जिससे यह आम लोगों तक पहुंच सके। इसका सहज प्रयोग ही उपयोगी होगा। बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार 🙏
सहजता जरुरी है | इसके लिए आधुनिक तकनीक वाले यन्त्र कंप्यूटर और मोबाइल आदि में, भारतीय वेबसाइट में भी सहजता से हिंदी की उपलब्धता इसे और आसान बना देगी और विकास यात्रा जारी रहेगी
Sir, Spreading your valuable knowledge to the new generations.. your thoughts are really great sir.
बहुत धन्यवाद, डिजिटल दुनिया में भारत के आदर्शों, विचारों की झलक होनी चाहिए आप सबके सहयोग से मेरा यह प्रयास सफल हो रहा है 🙏🙏
हिंदी भाषा में शुद्धता लाने के लिए अभ्यास बहुत जरूरी है। 🙏🙏
प्रयास ही मंजिल का प्रथम पायदान है 🙏🙏शुद्ध हिंदी से आगे उच्चकोटि के आलंकारिक हिंदी भी सीखा जा सकता है 🙏🙏
जितना ज्यादा अध्ययन एवं अभ्यास करेंगे उतना ही हिन्दी पर पकड़ मजबूत होगी। समीचीन विषय वस्तु के लिए बहुत बहुत आभार सर।
बहुत धन्यवाद
Very nice explanation sir 🙏🙏 and also very useful for our students and children in their language development.
धन्यवाद 🙏🙏
Very nice sir..... very useful 🙏🙏
धन्यवाद
Bahut badiya sir🙏
Hum log ko bhi esi tarh se padana chahiye Sir 🙏
Aap ke har video se kuchh na kuchh sikhne ko milta h sir😊
Thanks Sir
🙏🙏🙏🙏🙏
धन्यवाद 🙏🙏
बहुत बढ़िया गुरूजी ❤❤❤
धन्यवाद
बहुत अच्छा सर।
एक चीज़ बढिया लगा की अशुद्धता विकास की यात्रा है 😊
धन्यवाद
बहुत सारे विद्यालयों में अध्ययन-अध्यापन का माध्यम अंग्रेजी हो जाने के कारण भी हिंदी में शुद्धता संबंधी समस्या आई है। माध्यम कुछ भी हो, हमारे लिए हिंदी का सांस्कृतिक महत्व है और इसे शुद्ध बनाए रखना हमारा दायित्व भी है।
धन्यवाद, आपने सत्य कहा शिक्षण पाठ्यक्रम में हिंदी का स्थान कम हो रहा, महत्त्वपूर्ण कारण है समाज में और व्यवसायों में अंग्रेजी और कंप्यूटर, मोबाइल आदि में भी अंग्रेजी के माध्यम, समस्या कठिन और गंभीर है इसलिए मैं भी प्रयत्नशील हूँ इस दिशा में 🙏🙏सभी के योगदान से ही बच्चे और युवा हमारे इस भाषा को सही सम्मान देंगे
सर।काफी ज्ञान प्रद एवम उपयोगी संदेश।
धन्यवाद
बहुत सुंदर जानकारी...🙏🙏
धन्यवाद
हिंदी के बारे में इतनी अच्छी जानकारी देने के लिए..... 🙏 धन्यवाद सर 🙏
👍👍
धन्यवाद
👌
🙏🙏
जी भय ना करते हुए अपनी बात कहे फिर धीरे-धीरे शुध्दता पर ध्यान ।बहुत सुंदर सर सादर प्रणाम।
बहुत धन्यवाद
Bhot acha usha devi
सुंदर प्रस्तुति
धन्यवाद
जरूर सर
धन्यवाद
Very fundamental instruction. So nice, sir ! Thanks a lot.....
धन्यवाद
बहुत ही प्रासंगिक शीर्षक|
हिंदी में वाक्य उच्चारण करते समय लिंग को को लेकर छात्र बहुत ही कंफ्यूज रहते हैं |कृपया इस शीर्षक पर भी दृष्टिपात कीजिए सर जी|
# धन्यवाद
🙏🙏🙏
अवश्य इस पर यथासंभव कुछ करने का प्रयास करूँगा, धन्यवाद 🙏🙏
Very elaborative session,Sir. 🙏🙏In today's situation neither we know pure Hindi nor pure English. The way you have dealt the origin of Hindi language is outstanding..
धन्यवाद, आपने सत्य कहा शिक्षण पाठ्यक्रम में हिंदी का स्थान कम हो रहा, महत्त्वपूर्ण कारण है समाज में और व्यवसायों में अंग्रेजी और कंप्यूटर, मोबाइल आदि में भी अंग्रेजी के माध्यम, समस्या कठिन और गंभीर है इसलिए मैं भी प्रयत्नशील हूँ इस दिशा में 🙏🙏सभी के योगदान से ही बच्चे और युवा हमारे इस महान भाषा को सही सम्मान देंगे
@@samvad_since_july2020 Thank you,Sir.
Thanku sir 🙏🙏
धन्यवाद
🙏🙏🙏🙏
🙏🙏🙏
🙏🙏
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति है आपके द्वारा।
इससे मेरे ज्ञान में वृद्धि होगी।
आप ऐसी जानकारियां उपलब्ध कराते रहे।
भगवान से प्रार्थना है कि वे आपका स्वास्थ्य उत्तम रखे।🙏🙏
बहुत धन्यवाद, आपको भी शुभकामनायें स्वस्थ रहिये आगे बढ़ते रहिये 🙏🙏
आंग्ल भाषा अभिजात्य वर्ग की भाषा मानी जाती है ।
हिंदी जैसी वैज्ञानिक, परिष्कृत भाषा ; आंग्ल भाषा हो ही नहीं सकती ।
सत्य वचन और इसके लिए सबसे पहले डिजिटल दुनिया में भी हिंदी व अन्य भारतीय भाषा का प्रचलन करना होगा, मोबाइल आदि में अंग्रेजी ही प्रमुखता से रहते हैं।