तकनीकी एरर या लापरवाही ने अटकाया हार्ड ड्यूटी अलाउंस

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  • เผยแพร่เมื่อ 12 ก.ย. 2024
  • नौ साल से अलाउंस की मांग का रहे कार्मिक
    केवल तीन सौ रुपए हार्ड ड्यूटी अलाउंस की मांग
    जयपुर। अब इसे प्रशासनिक लापरवाही कहें या फिर तकनीकी खामी जिसके चलते राज्य के वेटरनरी अस्पतालों में काम कर रहे तकरीबन एक हजार से अधिक कार्मिकों का हार्ड ड्यूटी अलाउंस पिछले नौ साल से अटका हुआ है। मामला पशुधन सहायक से पशु चिकित्सा सहायक के पद पर पदोन्नति से जुड़ा है। लाइव स्टॉक असिस्टेंट को वेटरनरी असिस्टेंट के पद पर पदोन्नति मिलती है। इसके बावजूद भी वेतन में दो सौ रुपए कम मिलने पर पदोन्नति पाने वाले कर्मचारी को हतोत्साहित होना पड़ रहा है जबकि दोनों का जॉब चार्ट एक समान है। लाइव स्टॉक असिस्टेंट और वेटरनरी ऑफिसर को हार्ड ड्यूटी भत्ता दो सौ और पांच सौ रुपए दिया जा रहा हैए जबकि वेटरनरी असिस्टेंट को इससे से वंचित रखा गया है। वर्तमान में विभाग में इनके स्वीकृत पदों की संख्या 1664 है।

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