किसान पर कविता | poem on farmer | kisan ki kavita | kisan par kavita in hindi | kisan par kavita

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  • เผยแพร่เมื่อ 15 ม.ค. 2025

ความคิดเห็น • 9

  • @SANGHARSHKEMOTI
    @SANGHARSHKEMOTI  3 ปีที่แล้ว +4

    हमारी आज किसान में हमने कृषकों के दर्द और उनके परिश्रम का वर्णन करने का प्रयास किया है| किसान किस तरह अपनी जी तोड़ मेहनत से धरती का सीना चिर कर अन्न उपजाता है , किन्तु कई बार उसे अपनी परिश्रम का उचित फल भी नहीं मिलता , कितनी बार प्राकृतिक प्रकोपों से उसका सबकुछ नष्ट हो जाता है , फिर भी वो हर बार उसी लगन से और जूनून से प्रयास करता है ,और खाद्यान्न की पैदावार करता है | इसी लिए तो कहा जाता है - जय जवान जय किसान
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  • @hindikavitabyrashi
    @hindikavitabyrashi 3 ปีที่แล้ว +1

    Bahot Sundar Kavita👌👌👍👍👏👏👏👏 Jai Jawan Jai Kisan🇮🇳Jai Hind 🙏 Jai Bharat🇮🇳

  • @ZaikedarManjusKitchen
    @ZaikedarManjusKitchen 3 ปีที่แล้ว +1

    Adhbhut kavita bahut jabardast leekha hai..
    Har dard jis se kisaan gujarta hai use bakhubi bayan kiya hai..
    Beautifully written..

    • @SANGHARSHKEMOTI
      @SANGHARSHKEMOTI  3 ปีที่แล้ว +1

      बहुत - बहुत धन्यवाद

  • @anjalichauhan3088
    @anjalichauhan3088 3 ปีที่แล้ว +1

    Adbhut poem di

    • @SANGHARSHKEMOTI
      @SANGHARSHKEMOTI  3 ปีที่แล้ว +1

      बहुत - बहुत धन्यवाद

  • @NIVEDITAPATNI
    @NIVEDITAPATNI 3 ปีที่แล้ว +1

    Sundar!

    • @SANGHARSHKEMOTI
      @SANGHARSHKEMOTI  3 ปีที่แล้ว

      बहुत - बहुत धन्यवाद