चतुर्दश बर्ष तोरे पिता आज्ञा दिलो मोरे।। रामायण पाला भादर गीत।। 2023

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  • เผยแพร่เมื่อ 16 ธ.ค. 2024
  • चतुर्दश बर्ष तोरे पिता आज्ञा दिलो मोरे।। रामायण पाला भादर गीत।। 2023
    यह गाना रामायण के राम वनवास लीला से लिया गया है। इस गाना मे कबि विनंद सिंह ने माता कैकयी का सत्य बचन निभाने के लिए पिता दस रथ जी ने अपने पुत्र राम को चौदह वर्ष का वनबास के लिए अयोध्या छोड़ कर जाने का आज्ञा दिये, तब राम और लक्ष्मण दोनो भाई वन बास जाने का तैयारी करने लगे तब सीता जी भी उन लोगों के साथ वन जाने का इच्छा जताने लगी तब श्री राम जी ने सीता जी को साझाकर कहने लगा हे सीता , तुम वन मत जाओ वन पर बहुत कंटीले पौधे मिलेंगे जैसे तुम्हारे पैर को चुभेगी और वहाँ पर कुछ अन्न पानी भी खाने को नही मिलेंगे कभी कभी भूखे पेट भी रहना पड़ेगा , ये सब बातें बोलने लगे लेकिन सीता फिर भी वन जाने के लिए व्याकुल होने लगी अंत मे कबि ने निवेदन करके माता सीता जी से कह रहे हैं की आप वनवास रामचंद्र जी के साथ ना जाए नहीं तो बहुत दुख झेलना होगा इस प्रकार राम और सीता के वनवास जाने के व्यथा को प्रकट किया गया है।
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    ।।।धन्यवाद।।।
    कबि :- बिनंद सिंह
    गायक :- छुटू सिंह मुंडा
    ढोलक बादक :- लाल सिंह मुंडा , सोसोधर् महतो
    नागड़ा बादक :- महिपाल महतो, राजू चित्रकार
    राम खाडी :- फागु राम महतो
    आरगेन मास्टर :- गोपी दास गोस्वामी
    सहयोगी कलाकार आशीर्वाद स्वाँसी
    महिला कलाकार शशि बाला, सेपाली , शव्या, शिवानी, तुलमानी, मोनिका, अमृता ।
    Contact📞 For 6203838684

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